हिमाचल की राजधानी शिमला में एक युवती के यौन शोषण का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक शादी का झांसा देकर युवती से शारीरिक संबंध बनाता रहा। जब युवती ने शादी की बात की तो वह मुकर गया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, युवक और युवती दोनों की काफी समय से एक दूसरे को जान-पहचान थी। कुछ समय पहले युवक ने लड़की को शादी का वादा करके मिलने के लिए मंडी से शिमला बुलाया और मेहली में किराए के कमरे में ठहराया। इस दौरान उसने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए। फिर यह मुलाकात का सिलसिला चलता रहा। मगर अब लड़का, पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दे रहा है। युवती ने लड़के के इनकार करने पर पुलिस में शिकायत दी। आरोपी का नाम शशिकांत बताया जा रहा है। मंडी के रहने वाले है दोनों पीड़िता और युवक दोनों मंडी जिले के रहने वाले है। आरोपी लड़का शिमला में नौकरी करता हैं और शिमला के मेहली में एक किराए के कमरे में रहता है। पुलिस ने युवती के बयान दर्ज करने कर लिए है और उसका मेडिकल करवाने के बाद आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इसे लेकर शिमला के BCS महिला थाने में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। हिमाचल की राजधानी शिमला में एक युवती के यौन शोषण का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक शादी का झांसा देकर युवती से शारीरिक संबंध बनाता रहा। जब युवती ने शादी की बात की तो वह मुकर गया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, युवक और युवती दोनों की काफी समय से एक दूसरे को जान-पहचान थी। कुछ समय पहले युवक ने लड़की को शादी का वादा करके मिलने के लिए मंडी से शिमला बुलाया और मेहली में किराए के कमरे में ठहराया। इस दौरान उसने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए। फिर यह मुलाकात का सिलसिला चलता रहा। मगर अब लड़का, पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दे रहा है। युवती ने लड़के के इनकार करने पर पुलिस में शिकायत दी। आरोपी का नाम शशिकांत बताया जा रहा है। मंडी के रहने वाले है दोनों पीड़िता और युवक दोनों मंडी जिले के रहने वाले है। आरोपी लड़का शिमला में नौकरी करता हैं और शिमला के मेहली में एक किराए के कमरे में रहता है। पुलिस ने युवती के बयान दर्ज करने कर लिए है और उसका मेडिकल करवाने के बाद आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इसे लेकर शिमला के BCS महिला थाने में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कीर्ति मठ के तिब्बती लाइब्रेरियन लोबसांग थापखे को जेल:चीनी में सुनाई तीन साल की सजा; दलाई लामा को भेजी थी वित्तीय सहायता
कीर्ति मठ के तिब्बती लाइब्रेरियन लोबसांग थापखे को जेल:चीनी में सुनाई तीन साल की सजा; दलाई लामा को भेजी थी वित्तीय सहायता तिब्बती मानवाधिकार एवं लोकतंत्र केंद्र (टीसीएचआरडी) ने चीन के तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र के न्गाबा प्रांत में कीर्ति मठ के पूर्व लाइब्रेरियन लोबसंग थापखे को हाल ही में सुनाई गई सजा की निंदा की है। दलाई लामा को प्रार्थना के रूप में 2000 चीनी युआन भारत भेजे थे। तिब्बती मानवाधिकार केंद्र ने कहा कि उन्हें भारत से तिब्बत में धार्मिक और सांस्कृतिक पुस्तकों को आयात करने और वितरित करने का प्रयास करने और दलाई लामा और कीर्ति रिनपोछे को वित्तीय चढ़ावा देने की तिब्बती बौद्ध प्रथा में शामिल होने के लिए सजा सुनाई गई है। टीसीएचआरडी द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार 56 वर्षीय लोबसंग थापखे, जिसे जून 2023 में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह लापता था, उसे हाल ही में तीन साल की सजा सुनाई गई है। वह सिचुआन प्रांत के डेयांग शहर में हुआंग जू टाउन में डेयांग जेल में कैद है। सार्वजनिक खुलासा करने के खिलाफ दी थी चेतावनी पिछले महीने, लोबसंग थापखे के परिवार को एक संक्षिप्त नोटिस मिला जिसमें बताया गया कि उन्हें तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है। हालांकि, उसके स्थान और ठिकाने के बारे में कोई विवरण प्रदान नहीं किया गया था, उसके परिवार को सार्वजनिक रूप से फैसले का खुलासा करने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी। लोबसंग थापखे पर तथाकथित अलगाववादियों के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया गया था, एक लेबल जिसे चीन भारत से बौद्ध दर्शन और विज्ञान पर धार्मिक और विद्वानों के ग्रंथों को आयात करने के लिए निर्वासित तिब्बती समुदाय के लिए उपयोग करता है। पुस्तकें के आयातित और वितरित करने पर हुई सजा इनमें कीर्ति रिनपोछे की द नेकलेस ऑफ टेक्स्टबुक और दक्षिणी भारत के गेशे की रचनाएं जैसी पुस्तकें शामिल थीं। जो सभी कीर्ति मठ पुस्तकालय में रखी गई थीं। उनके द्वारा आयातित और वितरित किए गए ग्रंथों में कोई भी राजनीतिक सामग्री नहीं होने के बावजूद, चीनी सरकार ने उन्हें कैद कर लिया। उनकी गिरफ्तारी से पहले, उन्हें नगाबा पुलिस स्टेशन में बुलाया गया था और कई मौकों पर कई दिनों तक हिरासत में रखा गया था।