सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा पर कांग्रेसी कार्यकर्ता द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई। जिसमें उसकी पार्टी के ही कार्यकर्ता ने कहा कि “हुड्डा तो देवै था जस्सी ने, ** दे थी डॉक्टर कै, खास बात आड़ थी जी, सैलजा**”। इसके बाद विवाद बढ़ने लगा और इस टिप्पणी का जगह-जगह विरोध भी होने लगा। इसके बाद रोहतक के लाढ़ोत रोड निवासी व्यक्ति ने इसकी शिकायत दी और जाति सूचक शब्द कहने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद टिप्पणी करने वाल कार्यकर्ता ने माफी भी मांगी है। टिप्पणी कर्ता ने कहा कि “जो कल उन्होंने शब्द कहे थे, वे गलत कहे गए। भोला आदमी हूं, कुमारी सैलजा हमारी बहन है और पार्टी की नेता है। पूरे समाज में माफी मांगता हूं और आगे ऐसी गलती नहीं करूंगा।” वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वे इस व्यक्ति को जानते तक नहीं हैं। बता दें कि हिसार की नारनौंद सीट से कांग्रेस ने जस्सी पेटवाड़ को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद आरोपी व्यक्ति ने जाति सूचक टिप्पणी की थी। जिसके कारण वे बहुत ट्रोल हुए। कांग्रेस प्रत्याशी बोले- मैं नहीं जानता कौन है जाति सूचक शब्द कहने वाला नारनौंद से कांग्रेस के प्रत्याशी जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक व्यक्ति अपने निजी विचार आदरणीय नेता जी के बारे में दे रहा है। कुछ विरोधी लोग इसे मेरे से जोड़कर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। यह चाहे मेरा कार्यकर्ता हो या किसी दूसरे नेता का कार्यकर्ता हो। ऐसे शब्दों की हमारे समाज में कोई जगह नहीं है। लेकिन जो भी इस तरह के बयान दे रहा है, वह उसके निजी बयान है। इनका मेरे से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे शब्द किसी को भी नहीं बोलने चाहिए जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि हमारा समाज इन शब्दों की घोर निंदा करता है। ना तो उस व्यक्ति को जानते हैं और ना ही यह पता कि वह किस गांव से है। जिस वीडियो में कुमारी शैलजा के बारे में जो बोला है, वो पार्टी की नेता हैं और आदरणीय है। वह व्यक्ति जो शब्द बोल रहा है और उसके काटकर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें तो उनकी मानसिकता नजर आ रही है। ऐसे शब्द किसी को भी नहीं बोलने चाहिए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले थे अनुसूचित जाति के वोट लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति वर्ग के काफी वोट कांग्रेस को मिले थे। इसलिए कांग्रेस 5 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही थी। इसलिए अब अनुसूचित जाति के वोटों को अपने से छिंटकने ना देने के लिए डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए वीडियो वायरल होने के बाद खुद प्रत्याशी ने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए कुमारी शैलजा का पक्ष लिया। सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा पर कांग्रेसी कार्यकर्ता द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई। जिसमें उसकी पार्टी के ही कार्यकर्ता ने कहा कि “हुड्डा तो देवै था जस्सी ने, ** दे थी डॉक्टर कै, खास बात आड़ थी जी, सैलजा**”। इसके बाद विवाद बढ़ने लगा और इस टिप्पणी का जगह-जगह विरोध भी होने लगा। इसके बाद रोहतक के लाढ़ोत रोड निवासी व्यक्ति ने इसकी शिकायत दी और जाति सूचक शब्द कहने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद टिप्पणी करने वाल कार्यकर्ता ने माफी भी मांगी है। टिप्पणी कर्ता ने कहा कि “जो कल उन्होंने शब्द कहे थे, वे गलत कहे गए। भोला आदमी हूं, कुमारी सैलजा हमारी बहन है और पार्टी की नेता है। पूरे समाज में माफी मांगता हूं और आगे ऐसी गलती नहीं करूंगा।” वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वे इस व्यक्ति को जानते तक नहीं हैं। बता दें कि हिसार की नारनौंद सीट से कांग्रेस ने जस्सी पेटवाड़ को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद आरोपी व्यक्ति ने जाति सूचक टिप्पणी की थी। जिसके कारण वे बहुत ट्रोल हुए। कांग्रेस प्रत्याशी बोले- मैं नहीं जानता कौन है जाति सूचक शब्द कहने वाला नारनौंद से कांग्रेस के प्रत्याशी जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक व्यक्ति अपने निजी विचार आदरणीय नेता जी के बारे में दे रहा है। कुछ विरोधी लोग इसे मेरे से जोड़कर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। यह चाहे मेरा कार्यकर्ता हो या किसी दूसरे नेता का कार्यकर्ता हो। ऐसे शब्दों की हमारे समाज में कोई जगह नहीं है। लेकिन जो भी इस तरह के बयान दे रहा है, वह उसके निजी बयान है। इनका मेरे से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे शब्द किसी को भी नहीं बोलने चाहिए जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि हमारा समाज इन शब्दों की घोर निंदा करता है। ना तो उस व्यक्ति को जानते हैं और ना ही यह पता कि वह किस गांव से है। जिस वीडियो में कुमारी शैलजा के बारे में जो बोला है, वो पार्टी की नेता हैं और आदरणीय है। वह व्यक्ति जो शब्द बोल रहा है और उसके काटकर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें तो उनकी मानसिकता नजर आ रही है। ऐसे शब्द किसी को भी नहीं बोलने चाहिए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले थे अनुसूचित जाति के वोट लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जाति वर्ग के काफी वोट कांग्रेस को मिले थे। इसलिए कांग्रेस 5 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही थी। इसलिए अब अनुसूचित जाति के वोटों को अपने से छिंटकने ना देने के लिए डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए वीडियो वायरल होने के बाद खुद प्रत्याशी ने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए कुमारी शैलजा का पक्ष लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सूत्र बताते हैं कि पार्टी सर्वे से बैचेन बीजेपी के आकाओं ने संघ के बड़े नेताओं से भी विचार-विमर्श किया है। साथ ही उनको प्रदेश में सक्रिय होने की गुहार लगाई है। इसमें इस बात पर भी चर्चा हुई कि जो तीन सांसद अपने बच्चों के लिए टिकट मांग रहे हैं, वह दे दी जाएं। कम से कम यह तीन सीट के चलते सांसद दूसरी सीटों पर भी पसीना बहाएंगे। यदि इनके बच्चों की टिकट काटी गई तो फिर इन तीन के अलावा बाकी सीटों पर भी इसका असर पड़ेगा। इसके चलते राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती एवं सांसद धर्मबीर सिंह के बेटे मोहित के अलावा एक अन्य सांसद के बेटे को भी टिकट देने का मन बीजेपी ने करीब-करीब बना लिया है। केंद्रीय राज्यमंत्री इंद्रजीत खुलकर रहे बैटिंग
केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह अपनी बेटी आरती को टिकट दिलाने के लिए इस बार आर-पार के मूड में हैं। इसको लेकर वह बीजेपी को भी आंख दिखाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। वहीं आरती ने सार्वजनिक मंच से चुनाव लड़ने का ऐलान ही नहीं बल्कि एक-दो सीट की ओर इशारा भी किया है। यानी बीजेपी पार्टी पर दबाव बनाने के लिए इंद्रजीत व आरती सार्वजनिक मंच पर कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। उनके आत्मविश्वास का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह टिकट के लिए केंद्रीय चुनाव समिति का इंतजार नहीं कर रहे और अटेली, बादशाहपुर से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक रहे हैं।