मंडी के BSF जवान की ड्यूटी के दौरान मौत:पैतृक गांव में अंतिम संस्कार; बेटे ने दी मुखाग्नि, पीलिया व हेपेटाइटिस-सी से ग्रस्त था

मंडी के BSF जवान की ड्यूटी के दौरान मौत:पैतृक गांव में अंतिम संस्कार; बेटे ने दी मुखाग्नि, पीलिया व हेपेटाइटिस-सी से ग्रस्त था

मंडी जिले के बल्ह विधानसभा क्षेत्र के राजगढ़ गांव में सीआरपीएफ के जवान कृष्ण गोपाल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ने मुख अग्नि दी। शव यात्रा में सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर उन्हें अंतिम विदाई दी। रमेश चंद्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस की 31 बी बटालियन में दिल्ली में तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। 42 वर्षीय कृष्ण गोपाल नामक जवान हवलदार पद पर तैनात थे। जिसकी जून महीने में अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होते देख बटालियन ने इन्हें मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा में दाखिल करवाया जहां चिकित्सकों ने इन्हें पीलिया हेपेटाइटिस सी रोग से ग्रस्त बताया। शनिवार को हो गई थी मौत तबीयत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने इन्हें वेंकटेश्वर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल द्वारका में रैफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान गत शनिवार को सुबह 7:45 बजे उनकी मौत हो गई। बटालियन की ओर से परिजनों को जैसे ही इसकी सूचना दी गई तो पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया। रविवार सुबह इंस्पेक्टर रमेश चंद्र की अगवानी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस की एक टुकड़ी पूरे मान सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव राजगढ़ लेकर आई। जहां करोल बाग शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। सेना की टुकड़ी ने इन्हें सलामी दी। बेटे एहम ने मुख अग्नि दी। गोपाल ​​​​​​​के परिवार में पिता, पत्नी व दो बच्चे हवलदार कृष्ण गोपाल अपने पीछे पिता ईश्वर चंद, पत्नी दीपा कुमारी, बेटा एहम, बेटी आशना को छोड़ गए हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस की ओर से इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने उनकी पत्नी दीपा कुमारी को 50 हजार फौरी राहत के तौर पर दिए। हवलदार कृष्ण गोपाल का जन्म 27 अक्टूबर 1982 को राजगढ़ गांव में ईश्वर चंद के घर हुआ था। वे 2003 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस में भर्ती हुए। इन्होंने 21 वर्ष 3 माह अपनी सेवाएं देश के लिए प्रदान की। इस अवसर पर भाजपा के जिला अध्यक्ष निहालचंद शर्मा, कैहड़ पंचायत के प्रधान हंसराज वर्मा, रिगड़ पंचायत के प्रधान चंद्र प्रकाश नलसर पंचायत के प्रधान जिंदर कुमार व स्थानीय पुलिस के जवानों सहित कई गण मान्य लोग मौजूद रहे। मंडी जिले के बल्ह विधानसभा क्षेत्र के राजगढ़ गांव में सीआरपीएफ के जवान कृष्ण गोपाल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ने मुख अग्नि दी। शव यात्रा में सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर उन्हें अंतिम विदाई दी। रमेश चंद्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस की 31 बी बटालियन में दिल्ली में तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। 42 वर्षीय कृष्ण गोपाल नामक जवान हवलदार पद पर तैनात थे। जिसकी जून महीने में अचानक तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होते देख बटालियन ने इन्हें मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा में दाखिल करवाया जहां चिकित्सकों ने इन्हें पीलिया हेपेटाइटिस सी रोग से ग्रस्त बताया। शनिवार को हो गई थी मौत तबीयत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने इन्हें वेंकटेश्वर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल द्वारका में रैफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान गत शनिवार को सुबह 7:45 बजे उनकी मौत हो गई। बटालियन की ओर से परिजनों को जैसे ही इसकी सूचना दी गई तो पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया। रविवार सुबह इंस्पेक्टर रमेश चंद्र की अगवानी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस की एक टुकड़ी पूरे मान सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव राजगढ़ लेकर आई। जहां करोल बाग शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। सेना की टुकड़ी ने इन्हें सलामी दी। बेटे एहम ने मुख अग्नि दी। गोपाल ​​​​​​​के परिवार में पिता, पत्नी व दो बच्चे हवलदार कृष्ण गोपाल अपने पीछे पिता ईश्वर चंद, पत्नी दीपा कुमारी, बेटा एहम, बेटी आशना को छोड़ गए हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस की ओर से इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने उनकी पत्नी दीपा कुमारी को 50 हजार फौरी राहत के तौर पर दिए। हवलदार कृष्ण गोपाल का जन्म 27 अक्टूबर 1982 को राजगढ़ गांव में ईश्वर चंद के घर हुआ था। वे 2003 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस में भर्ती हुए। इन्होंने 21 वर्ष 3 माह अपनी सेवाएं देश के लिए प्रदान की। इस अवसर पर भाजपा के जिला अध्यक्ष निहालचंद शर्मा, कैहड़ पंचायत के प्रधान हंसराज वर्मा, रिगड़ पंचायत के प्रधान चंद्र प्रकाश नलसर पंचायत के प्रधान जिंदर कुमार व स्थानीय पुलिस के जवानों सहित कई गण मान्य लोग मौजूद रहे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर