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चंडीगढ़-मोहाली रोड किया जाम:कच्चा मार्ग बंद करने से भड़के ग्रामीण, 33 गांवों के लोग हुए परेशान, उग्र आंदोलन की चेतावनी
चंडीगढ़-मोहाली रोड किया जाम:कच्चा मार्ग बंद करने से भड़के ग्रामीण, 33 गांवों के लोग हुए परेशान, उग्र आंदोलन की चेतावनी मोहाली के गांव झामपुर, तीड़ा और त्यूड़ के लोगों ने कच्चा रास्ता बंद होने से चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क बंद करके जाम लगा दिया। यह प्रदर्शन चंडीगढ़ और मोहाली के बीच कच्चे तौर पर बनाया गया रास्ता बंद करने को लेकर किया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि अगर गांव झामपुर, तोड़ा और त्यूड़ के लोगों को चंडीगढ़ नाना हो तो इस रास्ते से यह 15 मिनट में चंडीगढ़ पहुंच जाते थे, लेकिन अब उन्हें तीन किलोमीटर की अधिक दूरी का सफर तय करके मोहाली की ओर से घूमकर चंडीगढ़ जाना पड़ रहा है, इस कारण उन्हें ज्यादा समय लग रहा है और उनका पैसा भी बर्बाद हो रहा है। रास्ता ना खुला तो प्रदर्शन होगा तेज झामपुर के रहने वाले संदीप ने बताया कि इस रास्ते को कंक्रीट डालकर बंद कर दिया गया है, गांव के लोगों ने करीब दो घंटे तक जाम लगाकर रखा। ऐसे में सड़क पर लंबा जाम लग गया और पुलिस प्रशासन ने आकर स्थिति को संभाला। रास्ते को जल्द खुलवाने के आश्वासन के बाद गांव वाले शांत हुए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एक हफ्ते में रास्ता नहीं खोला गया तो इसके बाद और उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 40 साल से जा रहे हैं इसी रास्ते से गांव वालों ने कहा कि चंडीगढ़ और मोहाली प्रशासन के आलाधिकारियों को कई बार इस संबंधी मिलकर रास्ता खोलने की मांग कर चुके हैं। लेकिन दोनों राज्यों के अधिकारियों का कहना है कि यह रास्ता उन्होंने बंद नहीं करवाया, इससे गांव वालों में रोष है। उन्होंने कहा कि यह रास्ता 40 साल से खुला है और बंद होने से 33 गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें चंडीगढ़ जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसे पीजीआई या चंडीगढ़ के किसी भी अस्पताल ले जाने के लिए यह रास्ता नजदीक पड़ता था, लेकिन इसे अब बंद कर दिया है। एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत मोहाली से घूमकर जाने में काफी समय लगता है और रास्ता बंद होने के बाद समय पर पीजीआई नहीं पहुंचने के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, क्योंकि उन्हें मोहाली से घूमकर पीजीआई जाना पड़ा।गांव झामपुर निवासी लक्की ने बताया कि यह रास्ता चुनाव से पहले बंद किया गया था और कहा था कि चुनाव के बाद इसे खोल दिया जाएगा। लेकिन नहीं खोला, अब बच्चों को चंडीगढ़ स्कूल जाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि अब उन्हें घूमकर जाना पड़ रहा है। पहले वह घर से स्कूल के लिए आधा घंटा पहले जाते थे लेकिन अब उन्हें एक घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है।
मोगा में 17 साल की लड़की ने किया सुसाइड:युवक द्वारा किया जा रहा था परेशान, समझाने पर भी नहीं माना
मोगा में 17 साल की लड़की ने किया सुसाइड:युवक द्वारा किया जा रहा था परेशान, समझाने पर भी नहीं माना पंजाब के मोगा जिले के कस्बा निहाल सिंह वाला की रहने वाली 17 साल की किशोरी ने एक युवक से परेशान होकर जहरीली वस्तु का सेवन कर आत्महत्या कर ली। थाना निहाल सिंह वाला पुलिस ने मामला दर्ज कर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेज दिया है। जानकारी देते हुए जांच अधिकारी कंवलजीत सिंह ने बताया कि कस्बा निहाल सिंह वाला निवासी 17 वर्षीय गगनदीप कौर ने आज जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली। लड़की के परिजनों ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि कस्बे का ही रहने वाला जसविंदर सिंह नामक युवक मृतका गगनदीप कौर को परेशान कर रहा था। गगनदीप ने कई बार इसका विरोध भी किया और आरोपी से उसका पीछा ना करने की बात कही थी। लेकिन आरोपी नहीं माना और लड़की को परेशान करता रहा। इसी से परेशान होकर गगनदीप ने जहरीली वस्तु का सेवन कर अपनी जान दे दी। पुलिस ने परिनजों की शिकायत पर आरोपी जसविंदर सिंह के खिलाफ धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस ने लड़की के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जालंधर पुलिस के 5 अधिकारी सस्पेंड:शिकायतों के निपटारे में बरती ढील, विभागीय जांच शुरू
जालंधर पुलिस के 5 अधिकारी सस्पेंड:शिकायतों के निपटारे में बरती ढील, विभागीय जांच शुरू जालंधर देहात पुलिस ने अपने पांच अफसरों को सस्पेंड किया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। आरोप है कि उन्होंने लोगों की शिकायतों को लेकर लापरवाही बरती थी। जिसके बाद लोगों में गुस्सा था। जालंधर रूरल के एसएसपी हरप्रीत सिंह खख ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि शिकायत आने पर कार्रवाई की गई। पांच अफसरों में तीन थानेदार सस्पेंड किए पांच अधिकारियों में तीन थानेदार हैं, जबकि दो निचले स्तर के अधिकारी है। सिपाही व हलवदार पद पर है। जो काफी समय से ड्यूटी पर गैर हाजिर थे। सस्पेंड किए गए लावलपुर चौकी इंचार्ज को लोग बार-बार नशों से जुड़ी शिकायतें दे रहे थे । लेकिन उनकी तरफ से शिकायतों पर लापरवाही बरती जा रही थी । कासो ऑपरेशन में पकड़े आरोपी पर भी उचित कार्रवाई नहीं की गई । जिससे लोगों में गुस्सा था। इसी तरह भोगपुर थाने में एएसआई थे। उन्होंने अपनी ड्यूटी को सही तरीके से नहीं किया। नाके पर गलत व्यवहार किया। साथ ही दूसरी पार्टी पर राजीनामे का प्रेशर डाला। इस दौरान एक और फौजदारी केस हुआ। जबकि लोहिया थाने में अवतार सिंह नाम के थानेदार ने 307 केस में जांच ढीली की। जिससे लोगों को इंसाफ मिलने में देरी हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस को सख्त हिदायत है लोगों को शिकायतों को सुने। जो भी अफसर नियम तोड़ेगा, उस पर कार्रवाई होगी। लोगों की भावनाओं पर पूरी नहीं उतरी पुलिस एसएसपी ने बताया कि बडे़ दुख से कहना पड़ रहा है कि हमारी पुलिस लोगों की भावनाओं पर पूरी नहीं उतरती है। उन्होंने ध्यान में आया है कि हमारे पांच अफसरों ने लोगों की शिकायतों को लापरवाही से ढील किया। जिससे लोगों में गुस्सा आया। उन्होंने सभी मुलाजिमों को कहा है कि अपनी डयूटी को अच्छे तरीके से पूरा करे।