लुधियाना|प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर पीएयू परिसर में 28 सितंबर को प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 30 सेकेंड में सर्वाधिक दूध की बोतल पीने वाले को प्रथम पुरस्कार मिलेगा। सर्वोत्तम पगड़ी, चित्रकला प्रतियोगिता के भी विजेता को पुरस्कार मिलेगा। 29 सितंबर को मॉल रोड से फोर्टिस अस्पताल, चंडीगढ़ रोड तक साइकिल रैली निकाली जाएगी। सर्वश्रेष्ठ पगड़ी प्रतियोगिता(केवल भगवा रंग की पगड़ी) भी होगी। लुधियाना|प्रशासन की ओर से शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर पीएयू परिसर में 28 सितंबर को प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 30 सेकेंड में सर्वाधिक दूध की बोतल पीने वाले को प्रथम पुरस्कार मिलेगा। सर्वोत्तम पगड़ी, चित्रकला प्रतियोगिता के भी विजेता को पुरस्कार मिलेगा। 29 सितंबर को मॉल रोड से फोर्टिस अस्पताल, चंडीगढ़ रोड तक साइकिल रैली निकाली जाएगी। सर्वश्रेष्ठ पगड़ी प्रतियोगिता(केवल भगवा रंग की पगड़ी) भी होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पटियाला में केंद्रीय मंत्री का करीबी गिरफ्तार:एससी-एसटी एक्ट में कार्रवाई, बीजेपी का विरोध; बिट्टू बोले- AAP की राजनीतिक साजिश
पटियाला में केंद्रीय मंत्री का करीबी गिरफ्तार:एससी-एसटी एक्ट में कार्रवाई, बीजेपी का विरोध; बिट्टू बोले- AAP की राजनीतिक साजिश पटियाला पुलिस ने सोमवार सुबह केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के करीबी राजेश अत्री को उनके घर से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में की गई, जिसमें एक व्यक्ति ने अत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। थाना लाहौरी गेट पुलिस ने अत्री को गिरफ्तार करने के बाद दोपहर में गुपचुप तरीके से कोर्ट में पेश किया। इस कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इसे आम आदमी पार्टी की राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मिली हार से बौखलाई आम आदमी पार्टी अब धक्केशाही पर उतर आई है। भाजपा नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा नेताओं ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने एसएसपी पटियाला से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा। इतना ही नहीं, भाजपा नेताओं ने जिला कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया। यह मामला पंजाब की राजनीति में नए तनाव का कारण बन गया है, जहां भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच पहले से ही तनातनी चल रही है।

लुधियाना में राजा वडिंग कांग्रेस और खुद का कद:सुखबीर बादल ने गंवा दिया पूरा पंजाब, मीत हेयर ने रखी सीएम मान की लाज
लुधियाना में राजा वडिंग कांग्रेस और खुद का कद:सुखबीर बादल ने गंवा दिया पूरा पंजाब, मीत हेयर ने रखी सीएम मान की लाज लोकसभा चुनाव में शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल जहां अपना बठिंडा किला बचाने में कामयाब रहे, वहीं उन्होंने पूरा पंजाब ही गंवा दिया। पंजाब के मुख्य सभी दलों आम आदमी पार्टी, भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल के लिए इस बार एक-एक सीट जीतनी उनकी मूंछ का सवाल बनी पड़ी थी। अकाली दल के लिए बठिंडा सीट, आम आदमी पार्टी के लिए सीएम के गृह जिला की संगरूर सीट, भाजपा के लिए कैप्टन की पटियाला सीट और कांग्रेस के लिए लुधियाना व जालंधर सीट जीतना बेहद जरूरी था। 4 जून को आए चुनाव नतीजों के बाद पटियाला सीट छोडकर बाकी सभी दल अपनी साख बचाने में तो कामयाब रहे, लेकिन पूर्व सीएम कैप्टन अमरेंदर सिंह की पत्नी महारानी परनीत कौर ने पटियाला हारकर सियासी करियर ही दांव पर लगा लिया। पूर्व सीएम चन्नी के लिए जीतना था बेहद अहम जालंधर से पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के लिए चुनाव जीतना बेहद अहम था, क्योंकि चन्नी पिछले विधानसभा चुनाव में पंजाब की दो सीटों से खडे हुए थे और दोनों हार गए थे जिसके बाद उन्हीं पर उनकी पार्टी के कुछ विरोधियों ने सवाल उठाए थे। पार्टी ने उन पर दोबारा भरोसा कर जालंधर से लोकसभा टिकट दी थी और आखिरकार चन्नी चुनाव जीत गए। अगर अबकी बार चन्नी लोकसभा चुनाव हार जाते तो उनका सियासी करियर खतरे में पड़ सकता था और वह लगातार विरोधियों के निशाने पर होने थे। जिस कारण चन्नी यह सीट जीतने में कामयाब रहे। सुखबीर किला बचाने में रहे कामयाब अकाली दल के लिए बठिंडा सीट जीतना बेहद जरूरी हो गया था। अकाली दल बठिंडा सीट हार जाता तो अकाली दल का पूरा राजनीतिक करियर ही दांव पर लग सकता था, लेकिन सुखबीर सिंह बादल अपना बठिंडा किला बचाने में कामयाब रहे, लेकिन पुरा पंजाब उन्होंने हाथ से गंवा लिया। अहब हरसिमरत कौर बादल सांसद बन गई हैं, लेकिन अगर हार जाती तो पहली बार होता कि बादल परिवार में से उनका कोई भी सदस्य ना तो लोकसभा में होता और ना ही विधानसभा में। इसलिए अकाली दल द्वारा बठिंडा सीट जीतना सुखबीर की मूंछ का सवाल बनी हुई थी। कैप्टन परिवार अब ना लोकसभा में दिखेगा ना विधानसभा में चुनाव नतीजों में भाजपा के लिए पटियाला सीट जीतना जरूरी हो गया था। पटियाला से भाजपा ने बडे़ चेहरे पूर्व सीएम कैप्टन अमरेंदर सिंह की पत्नी महारानी परनीत कौर को चुनाव मैदान में उतारा था जोकि पहले भी सांसद रही है। भले ही लोकसभा चुनाव में कैप्टन अमरेंदर बीमार होने के कारण चुनाव से दूरी बनाए रखी और एक बार भी वह पत्नी के हक में कैंपेन करने नहीं पहुंचे, लेकिन फिर भी वह अपने हल्के पर पुरा फोकस रख रहे थे। बावजूद महारानी चुनाव हार गई। पटियाला से महारानी परनीत कौर पहले भी तीन बाद और कैप्टन अमरेंदर एक बार सांसद रह चुके हैं। कैप्टन की यह जद्दी सीट है, जिसे जीत पाना कैप्टन परिवार के लिए बेहद जरूरी था, लेकिन पटियाला सीट हारने के बाद अब पहली बार होगा की कैप्टन परिवार का एक भी सदस्य ना तो लोकसभा में होगा ना ही विधानसभा में। कैप्टन परिवार का सियासी करियर दांव पे लग गया है। AAP ने मीत ने रखी पार्टी और सीएम की लाज संगरूर पर गुरमीत सिंह मीत हेयर ने चुनाव में बेहतरीन परदर्शन कर अपनी आम आदमी पार्टी के साथ-साथ सीएम की भी लाज रख ली, क्योंकि संगरूर सीट सीएम मान के गृह जिला की मानी जाती है। अगर आप संगरूर सीट पर हार जाती तो सीएम मान विरोधियों के निशाने पर आ जाते। विरोधी लगातार उन पर यही वार करते कि सीएम अपना गृह जिला भी नहीं बचा सके। हालांकि आप का पंजाब में 13-0 का मिशन तो फेल हो गया और पार्टी केवल तीन सीटों पर ही सिमट कर रह गई। लेकिन संगरूर सीट जीतकर मीत हेयर ने सबका मान बढ़ा दिया। लुधियाना में राजा वडिंग ने बढ़ाया कांग्रेस का मान कांग्रेस ने चुनाव नतीजों में बेतहरीन प्रदर्शन कर जहां सात सीटों पर अपना परचम लहराया, वहीं पार्टी अध्यक्ष राजा वडिंग ने लुधियाना सीट जीतका अपना व पार्टी का कद बढाया है। क्योंकि लुधियाना सीट जीतना पार्टी के लिए टेढी खीर साबित हो रहा था। लुधियाना सीट से पिछले तीन बार से कांग्रेस का परचम लहरा रहा है। रवनीत बिट्टू के भाजपा में चले जाने के लिए बाद पार्टी ने खुद राज्य अध्यक्ष राजा वडिंग को लुधियाना के चुनावी मैदान में उतारा था, ताकि जहां पार्टी की साख बच सके तो वहीं बिट्टू का घमंड भी तोड़ जा सके। आखिरकार राजा वडिंग ने जीत हासिल की। बता दें कि लुधियाना कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता है और साल 2009 से लगातार कांग्रेस लुधियाना से जीत हासिल कर रही है।

दिल्ली चुनाव: पंजाब सरकार का स्टिकर लगी कार जब्त:10 लाख कैश, शराब, AAP के बैनर मिले, परिवहन मंत्री बोले- नंबर प्लेट फर्जी
दिल्ली चुनाव: पंजाब सरकार का स्टिकर लगी कार जब्त:10 लाख कैश, शराब, AAP के बैनर मिले, परिवहन मंत्री बोले- नंबर प्लेट फर्जी दिल्ली चुनाव के बीच स्थानीय पुलिस ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि पंजाब सरकार का स्टीकर लगी एक कार में पैसे, शराब और आम आदमी पार्टी के बैनर मिले हैं। देर रात हुई इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने तथ्यों के आधार पर आरोपों को गलत साबित कर दिया है। आरोपों के बीच पंजाब सरकार के परिवहन विभाग ने तथ्यों के साथ जानकारी साझा की है। पंजाब सरकार के परिवहन विभाग ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि दिल्ली में पकड़ी गई गाड़ी नंबर PB35AE1342 में अवैध शराब और बेहिसाब नकदी मिली है। जब्त वाहन का मालिक महाराष्ट्र का साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस गाड़ी पर पंजाब सरकार का स्टीकर लगा हुआ था। आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक यह गाड़ी मेजर अनुभव शिवपुरी के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो तीन साल पहले आर्मी डेंटल कॉलेज, पठानकोट में तैनात थे और महाराष्ट्र के खड़की के स्थायी निवासी हैं। इस नंबर पर रजिस्टर्ड गाड़ी का मॉडल फोर्ड इको स्पोर्ट (2018) है, जबकि दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ी गई गाड़ी “हुंडई क्रेटा सीरीज” की है। नंबर प्लेट फर्जी, पंजाब सरकार से कोई संबंध नहीं पंजाब सरकार ने दावा किया है कि जांच से यह स्पष्ट होता है, पकड़े गए वाहन की नंबर प्लेट फर्जी और नकली है। इसके अलावा, पंजाब सरकार के रिकॉर्ड में यह पाया गया है कि यह वाहन न तो पंजाब सरकार के स्वामित्व में है और न ही सरकार द्वारा किराए पर लिया गया है। स्पष्ट किया जाता है कि दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया वाहन किसी भी रूप में पंजाब सरकार से संबंधित नहीं है। गाड़ी से जब्त हुए थे 10 लाख रुपए दिल्ली पुलिस ने बुधवार देर रात एक वाहन को पकड़ा, जिस पर ‘पंजाब सरकार’ लिखा हुआ था। यह गाड़ी पंजाब भवन के पास, कोपरनिकस मार्ग पर मिली, जिसमें नकदी, शराब की बोतलें और आम आदमी पार्टी के पर्चे पाए गए। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जांच के दौरान वाहन में 10 लाख रुपये नकद, शराब की कई बोतलें और AAP से जुड़े प्रचार सामग्री बरामद हुई। जिसे लेकर तिलक मार्ग पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।