<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir Election Phase 2 Live: </strong>जम्मू-कश्मीर की 26 सीटों पर आज (बुधवार, 25 सितंबर) विधानसभा चुनाव के दूसरा चरण का मतदान है. इस फेज में 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं. करीब 25 लाख मतदाता आज घरों से बाहर निकल कर वोट करेंगे और सभी कैंडिडेट्स की किस्मत का फैसला करेंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu Kashmir Election Phase 2 Live: </strong>जम्मू-कश्मीर की 26 सीटों पर आज (बुधवार, 25 सितंबर) विधानसभा चुनाव के दूसरा चरण का मतदान है. इस फेज में 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं. करीब 25 लाख मतदाता आज घरों से बाहर निकल कर वोट करेंगे और सभी कैंडिडेट्स की किस्मत का फैसला करेंगे.</p> जम्मू और कश्मीर ताजमहल में बंदरों को भागने के लिए लगेगी अल्ट्रासोनिक मशीन, एंटी मंकी टास्क फोर्स बनी
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यूपी से मायावती के लिए आई बुरी खबर! सेफ सीटों भी नहीं निकल पाई आगे, इन 17 सीटों पर बिगड़ गए समीकरण <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> कभी उत्तर प्रदेश की सत्ता में शासन करने वाली बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा है. बीते 10 सालों में बसपा का जनाधार घटकर आधा हो चुका है. इतना ही नहीं, इस लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 17 सुरक्षित सीटों पर उसके 21 लाख से ज्यादा वोट कम हुए हैं, जो प्रत्याशियों की हार की वजह बने. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ये वोट समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को ट्रांसफर हुए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले तीन लोकसभा चुनाव में बसपा के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पता चलता है कि वह अपने काडर वोटबैंक को सहेज कर रखने में भी नाकामयाब हुई है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा को कुल 1,59,14,194 वोट मिले थे, जो इस बार महज 82,53,489 सिमट कर रह गए. पार्टी का आधा वोटबैंक चुनाव-दर-चुनाव विपक्षी दलों के पाले में चला गया. जानकारों का मानना है कि यही वजह है की बसपा को चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुरक्षित सीटों पर बीएसपी का हाल</strong></p>
<table style=”border-collapse: collapse; width: 27.2117%; height: 642px;” border=”1″>
<tbody>
<tr style=”height: 10px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 10px;”> </td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 10px;”><strong>2024</strong></td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 10px;”><strong>2019</strong></td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 10px;”><strong>2014</strong></td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>नगीना</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>13,272</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>5,68,378</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,45,685</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>बुलंदशहर</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>1,17,424</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>3,91,264</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>1,82,476</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>हाथरस</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>2,01,263</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,19,891</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>आगरा</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>1,76,476</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>4,35,329</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,83,453</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>शाहजहांपुर</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>91,710</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>4,20,572</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,89,603</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>हरदोई</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>1,22,629,</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,79,185</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>मिश्रिख</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>1,19,945</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>4,33,757</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>3,25,212</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>इटावा</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>96,541</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>1,92,804</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>बहराइच</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>50,448</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>96,904</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>मोहनलालगंज</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>88,461</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>5,39,795</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>3,09,858</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>कौशांबी</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>55,858</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,01,322</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>जालौन</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>1,00,248</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>4,23,386</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,61,429</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>बाराबंकी</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>39,177</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>1,67,150</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>लालगंज</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>2,10,053</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>5,18,820</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,33,971</td>
</tr>
<tr style=”height: 22px;”>
<td style=”width: 2.22836%; height: 22px;”>बांसगांव</td>
<td style=”width: 2.96497%; height: 22px;”>64,750</td>
<td style=”width: 4.43828%; height: 22px;”>3,93,205</td>
<td style=”width: 2.4125%; height: 22px;”>2,28,443</td>
</tr>
<tr>
<td style=”width: 2.22836%;”>मछलीशहर</td>
<td style=”width: 2.96497%;”>1,57,291</td>
<td style=”width: 4.43828%;”>4,88,216</td>
<td style=”width: 2.4125%;”>2,66,055</td>
</tr>
<tr>
<td style=”width: 2.22836%;”>रॉबट्सगंज</td>
<td style=”width: 2.96497%;”>1,18,778</td>
<td style=”width: 4.43828%;”>समाजवादी पार्टी</td>
<td style=”width: 2.4125%;”>1,87,725</td>
</tr>
</tbody>
</table>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जीत के करीब भी नहीं पहुंचे बसपा प्रत्याश</strong><br />वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर उसके बोट ट्रांसफर नहीं होने का आरोप लगाकर गठबंधन तोड़ दिया था. उनका यह फैसला अब सवालों के घेरे में आ चुका है. बसपा को बीते चुनावों में मिले वोटों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि उसे 2014 और 2019 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में तकरीबन बराबर वोट मिले थे, जबकि आधी सीटों पर उसने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे. वहीं इस चुनाव में किसी दल के साथ गठबंधन नहीं करने पर उसके वोट आधे रह गए और उसका कोई भी प्रत्याशी जीत के लायक वोटों के आसपास तक नहीं पहुंच सका.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुरक्षित सीटों पर बसपा का बुरा हाल हुआ है. वर्ष 2014 के चुनाव में उसे सुरक्षित सीटों पर 39,71,139 वोट मिले थे, जबकि हालिया चुनाव में उसे इन सीटों पर केवल 18,24,322 वोट ही मिले हैं. 2019 के चुनाव में बसपा ने 10, जबकि सपा ने सात सुरक्षित सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. भाजपा ने 17 सीटों में से 15 पर जीत दर्ज की थी, जबकि बसपा को दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/gorakhpur-news-yogi-adityanath-government-assures-all-possible-help-to-injured-in-jammu-and-kashmir-terrorist-attack-2712200″><strong>UP News: जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले में घायलों की सहायता के लिए आगे आई यूपी सरकार, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा</strong></a></p>
SGPGI के एडवांस डायबिटीज सेंटर की जल्द होगी शुरुआत:मधुमेह रोगियों को मिलेगी विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा, मुख्यमंत्री करेंगे औपचारिक शुभारंभ
SGPGI के एडवांस डायबिटीज सेंटर की जल्द होगी शुरुआत:मधुमेह रोगियों को मिलेगी विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा, मुख्यमंत्री करेंगे औपचारिक शुभारंभ SGPGI का एडवांस डायबिटीज सेंटर बनकर तैयार हो गया हैं। विदेशों की तर्ज पर डेवलप किए गए इस हाईटेक सेंटर की सबसे बड़ी ख़ासियत यहां मिलने वाला इलाज होगा। यहां मधुमेह के मरीजों को होने वाली शुगर जनित बीमारियों का इलाज और शोध होगा। जांच से लेकर ऑपरेशन थियेटर की सुविधा मिलेगी। इस सेंटर में 40 बेड पर मरीजों के भर्ती की सुविधा होगी। चुनाव आचार संहिता के कारण इसके औपचारिक उद्घाटन में अड़चन आई थी। अब संस्थान प्रशासन ने लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री से समय मांगा है। उम्मीद हैं कि जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई से सेंटर में मरीजों को इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। अंडर वन रूफ मिलेगी सभी सुविधाएं SGPGI के निदेशक डॉ.आरके धीमन ने बताया कि यह प्रदेश का पहला एडवांस डायबिटीज सेंटर होगा। जहां डायबिटीज मरीजों की सभी बीमारियों का इलाज अंडर वन रूफ मिलेगा। यहां ऑपरेशन थियेटर, ICU, पैथोलॉजी जैसी सभी सुविधाएं होंगी। अभी तक मधुमेह के रोगियों को संस्थान में इंडोक्राइनोलॉजी विभाग में दिखाने के बाद नेफ्रोलॉजी, नेत्र रोग विभाग और अन्य में जाकर इलाज कराना पड़ता है। सेंटर के निर्माण के लिए शासन ने बजट दिया था। क्यों डायबिटिक फुट का इलाज हैं जोखिम भरा? डॉ. धीमन ने बताया कि इस सेंटर में डायबिटिक फुट का भी इलाज होगा। इसमें अनकंट्रोल्ड डायबिटीज की वजह से मरीजों के पैर में जख्म हो जाते हैं और संक्रमण बढ़ने पर पैर तक काटने की नौबत पड़ जाती हैं। ऐसे में इसका इलाज बेहद सावधानी से किया जाना चाहिए।अधिक समय तक डायबिटीज अनियंत्रित होने से मरीजों में किडनी और आंख और हार्ट समेत कई अन्य बीमारियों होने की आशंका बढ़ जाती है। एडवांस डायबिटीज सेंटर में मिलेंगी ये सुविधाएं