हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव नांगल तेजू में एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव बस स्टैंड के समीप एक खोखे के पीछे खाली जगह में पड़ा हुआ मिला। चेहरा बुरी तरह पत्थरों से कुचला हुआ मिला है। सूचना के बाद एसएफएल की टीम के अलावा बावल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। सोमवार सुबह बावल थाना पुलिस को सूचना मिली कि गांव नांगल तेजू के पास एक व्यक्ति का शव लावारिस हालत में पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक का चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था। पास में काफी खून भी पड़ा मिला, जिससे शुरुआती जांच में मामला हत्या का पाया गया। हत्या की वजह जानने में जुटी पुलिस पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि मृतक नांगल तेजू गांव का संजय (35) है। संजय रविवार को पूरा दिन घर से गायब था। आशंका है कि उसकी हत्या ईंट-पत्थरों से चेहरे को कुचलकर की गई है। हालांकि, हत्या के आरोपी कौन थे और हत्या की वजह क्या थी? पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। राजमिस्त्री का काम करता संजय पुलिस के मुताबिक संजय शादीशुदा था। पहले वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। अब वह राजमिस्त्री का काम करता था। संजय के भतीजे मोहित ने बताया कि उसके चाचा के दो लड़कियां और एक लड़का है। बावल थाना प्रभारी लाजपत सिंह ने बताया कि संजय की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल उसकी किसी से रंजिश में भी सामने नहीं आई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव नांगल तेजू में एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव बस स्टैंड के समीप एक खोखे के पीछे खाली जगह में पड़ा हुआ मिला। चेहरा बुरी तरह पत्थरों से कुचला हुआ मिला है। सूचना के बाद एसएफएल की टीम के अलावा बावल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। सोमवार सुबह बावल थाना पुलिस को सूचना मिली कि गांव नांगल तेजू के पास एक व्यक्ति का शव लावारिस हालत में पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक का चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था। पास में काफी खून भी पड़ा मिला, जिससे शुरुआती जांच में मामला हत्या का पाया गया। हत्या की वजह जानने में जुटी पुलिस पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि मृतक नांगल तेजू गांव का संजय (35) है। संजय रविवार को पूरा दिन घर से गायब था। आशंका है कि उसकी हत्या ईंट-पत्थरों से चेहरे को कुचलकर की गई है। हालांकि, हत्या के आरोपी कौन थे और हत्या की वजह क्या थी? पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। राजमिस्त्री का काम करता संजय पुलिस के मुताबिक संजय शादीशुदा था। पहले वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था। अब वह राजमिस्त्री का काम करता था। संजय के भतीजे मोहित ने बताया कि उसके चाचा के दो लड़कियां और एक लड़का है। बावल थाना प्रभारी लाजपत सिंह ने बताया कि संजय की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल उसकी किसी से रंजिश में भी सामने नहीं आई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में सड़क की मिट्टी उठाने का मामला:कहां गई मिट्टी मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को मालूम नहीं लोकेशन,SDM ने किया सोशल ऑडिट
करनाल में सड़क की मिट्टी उठाने का मामला:कहां गई मिट्टी मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को मालूम नहीं लोकेशन,SDM ने किया सोशल ऑडिट हरियाणा में करनाल के ऊंचा समाना-रांवर रोड की निर्माणाधीन सड़क से अतिरिक्त मिट्टी उठाए जाने के मामले में मार्केटिंग बोर्ड और ठेकेदार सवालों के घेरे में है। मजेदार बात तो यह है कि मार्केटिंग बोर्ड के SDO को ही नहीं पता कि ठेकेदार द्वारा सड़क की मिट्टी को किस जगह पर एकत्रित करवाया जा रहा है? SDO विशाल वर्मा ने सिर्फ इतना ही कहा कि मिट्टी नजदीकी साइट पर डंप करवाई जा रही है, लेकिन वह लोकेशन कौन सी है, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि निर्माणाधीन सड़क की जांच को लेकर पहुंचे SDM ने सड़क को लेकर सोशल ऑडिट तो कर लिया, लेकिन मिट्टी उठान वाले मामले का ऑडिट नहीं कर पाए? उन्होंने चंद लोगों से यह तो पूछ लिया कि सड़क ठीक बन रही है या नहीं, लेकिन ठेकेदार से यह नहीं पूछा कि मिट्टी उठवाकर किस लोकेशन पर एकत्रित की जा रही है्? मामले के बाद मौके पर नहीं चली पोकलेन और डंफर। जानिए क्या है पूरा मामला ऊंचा समाना-रांवर रोड करीब ढाई किलोमीटर लंबा है। जिसको 80-85 लाख रुपए की लागत से मार्केटिंग बोर्ड द्वारा बनाया जा रहा है। सड़क की हाइट 6-7 फीट की है और इसके लेवल को ढाई फुट तक के लेवल में लेकर आना है, क्योंकि सड़क की हाइट ज्यादा होने की वजह से आसपास के किसानों को दिक्कते आ रही थी। बीती 9 जुलाई को एक पोकलेन और डंपरों की मदद से मिट्टी को उठाया जा रहा था। नियमानुसार, मार्केटिंग बोर्ड की सड़क की मिट्टी को वाइडनिंग या फिर बर्म के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन मिट्टी यहां से उठाई जा रही थी। मिट्टी विभागीय परमिशन से उठाई जा रही है या ठेकेदार अपनी मर्जी से मिट्टी को उठाकर कहीं ओर भेज रहा है, यहीं जानने के लिए मीडिया पहुंची, लेकिन कैमरा देख पोकलेन और डंफर चालक अपने अपने वाहन लेकर फरार हो गए। जब सब कुछ सही था तो चालक भागे क्यों? जब ग्रामीण गजराज व भारत से बात की तो उन्होंने भी इतना ही बताया था कि सड़क बना रहे है, लेकिन मिट्टी को लेकर हमें कुछ नहीं पता। दैनिक भास्कर के सवालों का SDO विशाल वर्मा से जवाब सवाल: अब मिट्टी कहां डलवाई जा रही है? जवाब: अब लोकल नियरेस्ट प्वाइंट जहां पर भी हाेगा, मौके के अनुसार वही पर डलवा देंगे उसको।सवाल: यहां से मिट्टी के डंपर पे डंपर उठ चुके है, वे कहां पर डाले जा रहे है, क्या वह लोकेशन है आपके पास?जवाब: वो ठेकेदार से हम, क्योंकि हमने लेवलिंग का इसमें प्रोविजन लिया हुआ है। अगर उनकी बनती है तो वे पे करेंगे। सवाल: जब एस्टीमेट या टेंडर होता होगा तो उसमें मिट्टी डंप का भी टेंडर होता होगा? जवाब: नहीं, डंप का तो एज पर साइट सिचुएशन के अकोर्डिंग होता है उसमें। क्योंकि अब यहां पर साइडों में धान लगाई हुई है। सवाल: सड़क की मिट्टी को सड़क में ही यूज किया जा सकता है या फिर गांव में डाला जा सकता है? जवाब: यह मिट्टी यहीं पर यूज होगी, वाइडनिंग के लिए यूज करेंगे। सवाल: क्या इस मिट्टी को बेचा जा सकता है? जवाब: नहीं,सवाल: तो डिपार्टमेंट इसे कहां पर डाल सकता है? सवाल: क्या आपको नियरेस्ट प्वाइंट का पता है कहां पर है? जवाब:नियरेस्ट प्वाइंट तो साइट पर ही है हमारा सवाल: कितने डंपर उठ चुके होंगे यहां से? जवाब: वह तो लेवल के अकोर्डिंग है हमारा उसमें, हमारा एस्टीमेट लेवल के हिसाब से होता है। सवाल: क्या टेंडर में मिट्टी उठाने का ठेका ठेकेदार को दे रखा है? जवाब: हां जी, वो है उसमें। SDO से बार बार डंपिंग लोकेशन पूछी गई, लेकिन वे सिर्फ एक ही रटा लगाए रहे, नियरेस्ट लोकल प्वाइंट, लेकिन वह कहां है इसका उनके पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं था।BJP के मंडल महामंत्री और पूर्व सरपंच बोले-ठीक हो रहा है काम-मौके का मुआयना करने पहुंचे SDM राजेश कुमार के सामने BJP के मंडल महामंत्री सतबीर सिंह और गांव के पूर्व सरपंच व अन्य कुछ ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण बहुत बढ़िया हो रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने कही पर भी मिट्टी डाली हो, हमें नहीं पता। हमें अपना काम चाहिए। ठेकेदार बोला मैं कैमरे के सामने नहीं बोलूंगा जब ठेकेदार संजय गुप्ता से डंपिंग प्वाइंट के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया। जब बिना कैमरे के ही यह सवाल किया गया कि मिट्टी कहां पर डलवाई गई है तो उन्होंने चुप्पी साध ली। सोशल ऑडिट किया है: एसडीएम SDM राजेश कुमार सोनी ने बताया कि ऊंचा समाना-रांवर रोड का मामला सामने आया था कि सड़क का लेवल नीचा करते वक्त मिट्टी उठाई गई है। जिसके बाद हमने गांव में आकर सोशल ऑडिट किया है। यह सड़क ग्रामीणों की डिमांड पर ही नीचे की जा रही है। ग्रामीण सड़क निर्माण से पूरी तरह से संतुष्ट है। यहां पर किसी भी तरह की कोई एबनोर्मल्टी नहीं पाई गई है। SDM से प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व सरपंच का इंटरफेयर जब SDM पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे तो SDM से सवाल किया गया कि जो मिट्टी यहां से उठाई गई है उसको कहां पर डलवाया गया है तो SDM के जवाब से पहले ही पूर्व सरपंच निशांत राणा ने पत्रकारों से बहस पर उतर आए और SDM से सवाल पूछने से मना करने लगे। पूर्व सरपंच ने फिर से स्पष्टीकरण दिया, काम बिल्कुल ठीक हो रहा है। आप बस कीजिए। आम पब्लिक से ज्यादा पूर्व सरपंच तैस में नजर आ रहे थे। पूर्व सरपंच ने SDM को इतना तक कह दिया कि SDM साहब हमारी कंप्लेंट लो इन पत्रकारों के खिलाफ, क्योंकि ये लोग गलत न्यूज़ छापते है।
करनाल में ग्राम सचिव पर दहेज प्रताड़ाना मामला दर्ज:विवाहिता के साथ शारिक व मानसिक उत्पीड़न, पीड़िता बोली मुंह दिखाई और शगुन के पैसे भी छीने
करनाल में ग्राम सचिव पर दहेज प्रताड़ाना मामला दर्ज:विवाहिता के साथ शारिक व मानसिक उत्पीड़न, पीड़िता बोली मुंह दिखाई और शगुन के पैसे भी छीने हरियाणा में करनाल के सेक्टर-9 की विवाहिता ने अपने करनाल के ग्राम सचिव ससुर पति व सास के खिलाफ दहेज उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर लगाए है। विवाहिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने न सिर्फ दहेज में कार लाने के ताने दिए, बल्कि मुंह दिखाई और शगुन तक के पैसे छीन लिए। विवाहिता ने यह भी आरोप लगाया है कि जब उसने अपने पैसे वापिस मांगे तो चोरी का इल्जाम लगाकर प्रताड़ित कर दिया। दहेज की डिमांड पूरी नहीं हुई तो उसे घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शादी के बाद बढ़ी दहेज की मांग डिस्ट्रिक्ट एलिमेंटरी एजुकेशन करनाल में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर जॉब करने वाली विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी 21 नवंबर 2021 को हिंदू रीति-रिवाज से हिमांशु के साथ करनाल में हुई थी। उसके माता-पिता ने ससुरालियों की मांग के अनुसार शादी में करीब 30 लाख रुपए खर्च किए थे। शादी के कुछ ही समय बाद उसके ससुराल वालों ने उससे कार की मांग शुरू कर दी। आरोप है कि उसके ससुर ने कहा कि ग्राम सचिव के बेटे की बहुएं तो दो-दो कारें लेकर आती हैं, लेकिन तेरे पिता ने एक भी कार नहीं दी। मुंह दिखाई के पैसे मांगे तो लगा दिया चोरी का इल्जाम पुलिस को दी शिकायत में विवाहिता ने आगे बताया कि शादी के बाद से ही उसे लगातार दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित किया गया। उसे बार-बार कहा गया कि अगर उसने कार नहीं लाई, तो उसका पति दूसरी शादी कर लेगा। विवाहिता का कहना है कि उसके ससुराल वालों ने उससे मिले मुंह दिखाई और शगुन के पैसे भी छीन लिए। जब उसने अपने पति से पैसे वापस मांगे, तो उसे चोरी का आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इसके अलावा उसको धमकाया गया कि अगर उसने अपने माता-पिता से और दहेज नहीं लाया तो उसे घर से निकाल दिया जाएगा। गर्भावस्था के दौरान भी नहीं मिला साथ जब वह गर्भवती हुई तो उसके इलाज और टेस्ट के सारे खर्चे उसने खुद ही उठाए। उसने बताया कि पति हिमांशु ने उसके मेडिकल बिलों का क्लेम करने का वादा किया था, लेकिन उसे कोई पैसा नहीं दिया गया। इसके उलट, उससे 50 हजार रुपये की मांग की गई, ताकि उसका पति अपनी चचेरी बहनों को बच्चा होने की खुशी में गिफ्ट दे सके। जब उसने यह पैसा देने से इनकार किया, तो उसे और अधिक प्रताड़ित किया गया। परिवार के साथ बदसलूकी विवाहिता ने आगे बताया कि जब मेरा भाई विदेश से करनाल आया और उसे अपने साथ कुछ समय के लिए ले गया, तो लौटने पर ससुराल वालों ने उससे जर्मनी से लाए गए गिफ्ट मांगे। गिफ्ट देने के बावजूद उसको फिर से दहेज की मांगों का सामना करना पड़ा। मार्च 2023 में उसने अपने बेटे के साथ वडोदरा जाने का प्रयास किया। जब मैंने अपनी नौकरी छोड़नी चाही तो उसे धमकाया गया कि अगर उसने नौकरी छोड़ दी तो घर का खर्चा कौन चलाएगा। मारपीट और मानसिक प्रताड़ना जनवरी 2024 में वह अपने पति के साथ वडोदरा गई जहां उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया। जब उसके माता-पिता ने हिमांशु से बात करने का प्रयास किया तो उनकी भी बेइज्जती की गई। मार्च 2024 में जब मैंने महिला हेल्पलाइन से सहायता मांगी तो उसे भी नजर अंदाज किया गया। इसके बाद उसने अकोटा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। हिमांशु ने उनके बेटे को जबरन अपने साथ ले जाकर मेरे पर और दबाव बनाया। जुलाई 2024 में मेरे को ससुराल से निकाल दिया गया और उसका सारा दहेज और स्त्रीधन भी छीन लिया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे हर रोज मानसिक प्रताड़ना से घुट-घुटकर जीना पड़ा। पुलिस ने दर्ज किया मामला सेक्टर 32,33 थाना के जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि विवाहिता की शिकायत पर करनाल पुलिस ने पति हिमांशु , ससुर और सास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
कुरूक्षेत्र में विवाहिता ने लगाया 20 लाख हड़पने का आरोप:लोन लेकर पति गया विदेश, 3 एकड़ जमीन करवा दी थी नाम
कुरूक्षेत्र में विवाहिता ने लगाया 20 लाख हड़पने का आरोप:लोन लेकर पति गया विदेश, 3 एकड़ जमीन करवा दी थी नाम हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला में पंजाब मोहाली के गांव सारंगपुर वासी सतबीर कौर ने पुलिस को दी शिकायत के बाद दिए बयान में बताया कि उसकी शादी मार्च 2017 में इस्माइलपुर वासी गगनदीप सिंह के साथ हुई थी। इससे उसके पास छह वर्षीय लड़की नवताज कौर है। उसके पति गगनदीप सिंह ने उसके नाम अपनी पुश्तैनी जमीन में से तीन एकड़ उसके नाम करवा दी थी। लोन लेकर पति चला गया विदेश अक्तूबर 2018 में उसका अपने पति से झगड़ा होने के कारण वह अपने मायके चली गई। उसके बाद उसके पति ने उसके नाम से फर्म खोलकर उसके खाते की चेकबुक से दिसम्बर 2018 में अपने दोस्त की फर्म में 3 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इतना ही नहीं जून 2019 में उसके नाम से ग्रामीण बैंक से 18 लाख 43 हजार रुपए का लोन लेकर उसका पति विदेश चला गया। उसके बाद से उनका अभी तक कोई अता पता नहीं है। इसके बाद उसके दादा ससुर देशराज ने सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत दावा कर उसके नाम से जमीन का इंतकाल तुड़वा दिया था, लेकिन वह सभी अपीलों में जीत गई थी। जिसके बाद उसके नाम दोबारा इंतकाल चढ़ गया। उसके पति द्वारा किए गए उसके फर्जी हस्ताक्षर के बारे में पुलिस को भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हस्ताक्षर का आज तक नहीं हुआ खुलासा उसके नमूना हस्ताक्षर तहसीलदार कोर्ट के माध्यम से विवादित चेक पर हुए हस्ताक्षर के मिलान के लिए मधुबन करनाल भेजे गए थे, लेकिन इसका नतीजा भी आज तक प्राप्त नहीं हुआ। इसके बाद उसके ससुर ने उसके द्वारा लगाई गई गेहूं की फसल हाई कोर्ट के आदेशों के खिलाफ जाकर पोर्टल करवाकर चोरी से काट ली। उसको यह जानकारी पोर्टल के माध्यम से मिली, जबकि उसके ससुर के पास न तो कोई जमीन है और ना ही कोई इंतकाल है। पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर एडीए से राय लेने पर कई आपत्तियां पाई गई। पुलिस के अनुसार मामले में अभी और गहनता से जांच करने की जरूरत है। फिलहाल पुलिस ने धोखाधडी के आरोप में पति गगनदीप सिंह और ससुर अमरीक सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।