पटियाला |श्री रामलीला कमेटी राघोमाजरा में राम लीला मंचन का पहला दृश्य हनुमान को उड़ते हुए लंका में प्रवेश करने का रहा। दर्शकांे ने मोबाइल में इस मनमोहक दृश्य को कैद किया। हनुमान ने माता सीता जी से भेंट कर अशोक वाटिका को तहस-नहस कर रावण के पुत्र अक्षय को मार दिया। रावण ने मेघनाथ द्वारा हनुमान जी को बंदी बनाकर उनकी लांगूल को आग लगाने की आज्ञा दे दी लेकिन हनुमान जी सारी लंका को ही जला दिया। वापिस लौट श्री राम को सारा हाल बताया। पटियाला |श्री रामलीला कमेटी राघोमाजरा में राम लीला मंचन का पहला दृश्य हनुमान को उड़ते हुए लंका में प्रवेश करने का रहा। दर्शकांे ने मोबाइल में इस मनमोहक दृश्य को कैद किया। हनुमान ने माता सीता जी से भेंट कर अशोक वाटिका को तहस-नहस कर रावण के पुत्र अक्षय को मार दिया। रावण ने मेघनाथ द्वारा हनुमान जी को बंदी बनाकर उनकी लांगूल को आग लगाने की आज्ञा दे दी लेकिन हनुमान जी सारी लंका को ही जला दिया। वापिस लौट श्री राम को सारा हाल बताया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा में मिली युवती की लाश:नहर में बहता देख लोगों ने पुलिस को दी सूचना, नहीं हो सकी शव की पहचान पंजाब के बठिंडा जिला में सरहिंद कैनाल नहर से एक युवती का शव बरामद हुआ है, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया, फिलहाल शव को मोर्चरी में रखा गया है। खबर लिखे जाने तक युवती की पहचान नहीं हो सकी है। बठिंडा की सरहिंद कैनाल नहर में बहमन पूल से आगे लाश तैरती जा रही थी। जिसकी सूचना लोगों ने सहारा मुख्यालय को दी। सूचना पाकर सहारा जन सेवा की लाइफ सेविंग ब्रिगेड हेल्पलाइन टीम विक्की कुमार व संदीप गिल घटनास्थल नहर पर पहुंचे। सहारा टीम ने नहर में तैर रही लाश को बाहर निकाला और थाना कैनाल पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद कैनाल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाने के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस युवती की शिनाख्त करने में जुटी है और मामले की जांच कर रही है।
पंजाबी अभिनेता रणदीप भंगू का निधन:आज श्री चमकौर साहिब में होगा अंतिम संस्कार; फिल्म इंडस्ट्री ने जताया शोक
पंजाबी अभिनेता रणदीप भंगू का निधन:आज श्री चमकौर साहिब में होगा अंतिम संस्कार; फिल्म इंडस्ट्री ने जताया शोक पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने नाम रणदीप सिंह भंगू का अचानक निधन हो गया है। पंजाबी फिल्म एंड टीवी एक्टर्स एसोसिएशन (PFTAA) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके निधन की पुष्टि की है। उनकी मौत कैसे हुई। इसकी जानकारी अभी साझा नहीं की गई है। उनका अंतिम संस्कार आज शनिवार को दोपहर 12 बजे गांव चूहड़ माजरा के पास श्री चमकौर साहिब में किया जाएगा। बड़े चेहरों के साथ किया था काम PFTAA ने रणदीप भंगू के बारे में एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि हमारे प्रिय अभिनेता रणदीप सिंह भंगू अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। रणदीप भंगू की बात करें तो उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के ज्यादातर बड़े चेहरों के साथ काम किया है। वे 2019 में रिलीज हुई पंजाबी फिल्म दूरबीन में नजर आए थे। इसके अलावा उन्होंने सरकार में भी काम किया है।
पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी सुप्रीम कोर्ट से झटका:बलवंत सिंह मुल्तानी हत्या केस में याचिका खारिज, हाईकोर्ट भी कर चुकी इनकार
पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी सुप्रीम कोर्ट से झटका:बलवंत सिंह मुल्तानी हत्या केस में याचिका खारिज, हाईकोर्ट भी कर चुकी इनकार सुप्रीम कोर्ट ने 1991 में पंजाब उग्रवाद के दौरान बलवंत सिंह मुल्तानी के अपहरण और हत्या मामले FIR को रद्द करने के लिए दाखिल पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी की अपील को खारिज कर दिया है। इससे पहले पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी ऐसा करने से इनकार किया था और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। पूर्व डीजीपी सैनी सबसे कम उम्र के डीजीपी थे। 1982 बैच के IPS सैनी के खिलाफ 1991 में बलवंत सिंह मुल्तानी के कथित अपहरण के लिए 6 मई 2020 को 6 अन्य लोगों के साथ मोहाली के मटौर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद दो पुलिस कर्मचारयों के सरकारी गवाह बनने के बाद सैनी पर हत्या का आरोप अगस्त 2020 में लगाया गया था। मुल्तानी चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एंड टूरिज्म डिवेल्पमेंट कॉर्पोरेशन में काम करते थे। सैनी उस समय चंडीगढ़ के SSP थे। 1991 में एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सुमेध सैनी और 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। आतंकवादी हमले के बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। राजनीति से प्रेरित बता साजिश करार दिया था मामला पूर्व डीजीपी सैनी ने दावा किया था कि उनके खिलाफ पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर साजिश की गई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद ट्रायल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। 2008 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। सैनी तत्कालीन DGP केपीएस गिल की उस टीम का हिस्सा थे जिसने राज्य में आतंकवाद को खत्म करने में मदद की थी। 2020 में 2 याचिकाएं हाईकोर्ट में हुई थी दाखिल सैनी ने 2020 में हाईकोर्ट में 2 याचिकाएं दायर की थी। एक इस मामले में बेल को लेकर थी और दूसरी एफआईआर रद्द करने को लेकर थी। हाईकोर्ट ने याचिकाएं खारिज कर थी और सुमेध सैनी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। याचिका में सैनी ने यह भी कहा था कि पंजाब में आतंकवाद खत्म होने के बाद घोटालों और घोटालों को उजागर करने में उनकी भूमिका शामिल रही है। उन्होंने 2007 से 2012 तक स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख के रूप में कार्य किया और उनके कार्यकाल के दौरान “राजनीतिक दल के सदस्यों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जो अब पंजाब राज्य में सत्ता में हैं। ये है मामला मामला 1990 के दशक का है, जब सुमेध सिंह सैनी चंडीगढ़ के एसएसपी थे। 1991 में उन पर एक आतंकी हमला हुआ। उस हमले में सैनी की सुरक्षा में तैनात 4 पुलिसकर्मी मारे गए थे, वहीं सैनी खुद भी जख्मी हो गए थे। उस केस के संबंध में पुलिस ने सैनी के ऑर्डर पर पूर्व आईएएस ऑफिसर दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह मुल्तानी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने उसे हिरासत में रखा और फिर बाद में कहा कि वह पुलिस की गिरफ्त से भाग गया। वहीं, परिजनों का कहना था कि बलवंत की पुलिस के टॉर्चर से मौत हो गई। 2008 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर चंडीगढ़ सीबीआई ने इस मामले में प्रीमिलरी इंक्वायरी शुरू की। इसके बाद 2008 में सीबीआई ने सैनी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने टेक्निकल ग्राउंड पर इस एफआईआर को खारिज कर दिया था। लेकिन कांग्रेस सरकार के समय नए फैक्ट पर पंजाब पुलिस ने 7 मई 2020 को सैनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), 344 (गलत तरीके से कारावास), 330 और 120बी (आपराधिक साजिश रचना) के तहत केस दर्ज किया था।