पंजाब में पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी कर ली हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है कि मतदान और मतगणना के दौरान सारी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य होगी। इसे लेकर कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है। बाजवा ने कहा- हम इलेक्शन कमिश्न के इस फैसले का स्वागत करते हैं। चुनावों में पारदर्शिता को लेकर चुनाव आयोग द्वारा ये सकारात्मक कदम है। चुनाव अयोग द्वारा जारी किया गया पत्र…. बाजवा बोले- चुनाव आयोग के फैसले की सराहना करतें है प्रताप सिंह बाजवा द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया है कि मैं नामांकन, मतदान और मतगणना प्रक्रियाओं के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग को अनिवार्य करने वाली राज्य चुनाव आयोग पंजाब की हालिया अधिसूचना का स्वागत करता हूं। यह पारदर्शिता की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हालाँकि यह जरूरी है कि इस निर्देश का केवल अक्षरश ही नहीं, बल्कि आत्मा से भी पालन किया जाए। एसईसी की भूमिका लगातार हमारे संवैधानिक मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करती है। यह सुनिश्चित करना आयोग का कर्तव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकार से चुनाव लड़ने और मतदान करने के बिना किसी डर या भय के सुरक्षित रहें। तभी हम वास्तव में लोकतंत्र के सिद्धांतों को कायम रख सकते हैं। निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित कर सकते हैं। 1.33 करोड़ लोग करेंगे मतदान राज्य में इस समय 13937 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें चुनाव हो रहे हैं। 15 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में कुल 1 करोड़ 33 लाख मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव में 96 हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। चुनाव तक सभी पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा मतदान के दिन पूरे पंजाब में छुट्टी घोषित की गई है। पंजाब में पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी कर ली हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है कि मतदान और मतगणना के दौरान सारी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य होगी। इसे लेकर कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है। बाजवा ने कहा- हम इलेक्शन कमिश्न के इस फैसले का स्वागत करते हैं। चुनावों में पारदर्शिता को लेकर चुनाव आयोग द्वारा ये सकारात्मक कदम है। चुनाव अयोग द्वारा जारी किया गया पत्र…. बाजवा बोले- चुनाव आयोग के फैसले की सराहना करतें है प्रताप सिंह बाजवा द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया है कि मैं नामांकन, मतदान और मतगणना प्रक्रियाओं के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग को अनिवार्य करने वाली राज्य चुनाव आयोग पंजाब की हालिया अधिसूचना का स्वागत करता हूं। यह पारदर्शिता की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हालाँकि यह जरूरी है कि इस निर्देश का केवल अक्षरश ही नहीं, बल्कि आत्मा से भी पालन किया जाए। एसईसी की भूमिका लगातार हमारे संवैधानिक मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करती है। यह सुनिश्चित करना आयोग का कर्तव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकार से चुनाव लड़ने और मतदान करने के बिना किसी डर या भय के सुरक्षित रहें। तभी हम वास्तव में लोकतंत्र के सिद्धांतों को कायम रख सकते हैं। निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित कर सकते हैं। 1.33 करोड़ लोग करेंगे मतदान राज्य में इस समय 13937 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें चुनाव हो रहे हैं। 15 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में कुल 1 करोड़ 33 लाख मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव में 96 हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। चुनाव तक सभी पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा मतदान के दिन पूरे पंजाब में छुट्टी घोषित की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
गुरदासपुर के युवक ने नशे पर बर्बाद किए 60 लाख:घर, सोना और सबकुछ बेचा, अब बहन की खातिर पहुंचा नशा मुक्ति केंद्र
गुरदासपुर के युवक ने नशे पर बर्बाद किए 60 लाख:घर, सोना और सबकुछ बेचा, अब बहन की खातिर पहुंचा नशा मुक्ति केंद्र एक तरफ पंजाब सरकार नशे की सप्लाई चेन तोड़ने के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ नशा किस तरह युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है, इसकी उदहारण नशा मुक्ति केंद्र गुरदासपुर में दाखिल एक युवक से मिलती है। युवक ने 7 साल में 60 लाख का नशा पी लिया। नशे की लत को पूरा करने के लिए उसने घर, सोना आदि भी बेच दिया। युवक के पिता सुनार थे, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। युवक खुद भी सुनार का काम करता है। युवक के पिता और मां की मौत हो चुकी है। अब युवक अपनी बहन की खातिर नशा छोड़ने के लिए गुरदासपुर के नशा मुक्ति केंद्र में पहुंचा है। युवक ने बताया कि उसने 2016 में नशा करना शुरू किया था। पहले तो उसने शौकिया तौर पर नशा करना शुरू किया। उसे क्या पता था कि यह लत उनके लिए काल बन जाएगी। वह कब नशे की चपेट में आ गया, उसे खुद भी पता ही नहीं चला। पहले तो उसके दोस्त उसे नशा करवाते थे, लेकिन बाद में वे पैसे मांगने लगे। जिससे वह खुद के पैसे खर्च कर नशा करने लगा। माता पिता की हो चुकी मौत युवक ने बताया कि उसके पिता सुनार का काम करते थे। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। अब एक बहन ही उनके साथ है। युवक ने बताया कि वह 2016 से अब तक 60 से 65 लाख नशा कर चुका है। नशा करने के लिए उसने अपना घर, सोना और सब कुछ बेच दिया। अब युवक अपनी बहन की खातिर नशा छोड़ने के लिए गुरदासपुर के नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल हो गया है और अब नशा छोड़कर बेहतर जिंदगी जीना चाहता है। नौजवान ने युवाओं से अपील की है कि नशा कभी खत्म नहीं हो सकता, नशा तभी खत्म होगा जब हम नशा करना बंद कर देंगे। नशा मुक्ति केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रोमेश महाजन ने कहा कि पंजाब में जो नशा बिक रहा है, उसमें केमिकल होने से युवाओं की मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि नशे पर रोक लगाने के लिए प्रशासन की ओर से कई पहल की जा रही हैं, जो सराहनीय हैं, लेकिन युवाओं को अपनी इच्छा शक्ति से नशा छोड़ने का प्रयास करना चाहिए।
लुधियाना में पंजाब भाजपा की बैठक जारी:नगर निगम इलेक्शन और उपचुनाव पर चर्चा; भूपेंद्र यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद
लुधियाना में पंजाब भाजपा की बैठक जारी:नगर निगम इलेक्शन और उपचुनाव पर चर्चा; भूपेंद्र यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद पंजाब भाजपा आज शुक्रवार को पंजाब के लुधियाना में बैठक कर रही है। बैठक को पंजाब की राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है जिसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेता भी मौजूद हैं। बैठक की अध्यक्षता भाजपा पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ कर रहे हैं। बैठक में हिस्सा लेने के लिए आलाकमान की ओर से केंद्रीय मंत्री भूपिंदर यादव और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ भी पहुंचे हैं। इसके अलावा पंजाब के राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और राष्ट्रीय सचिव नरेंद्र सिंह भी मौजूद हैं। शाम 5 बजे तक चलेगी बैठक यह बैठक फिरोजपुर रोड स्थित बने कासा-ला-बारेन पैलेस में हो रही है। जो कि शाम 5 बजे तक चलेगी। बैठक के बाद राष्ट्रीय व स्टेट स्तर के नेता मीडिया के रुबरू भी होंगे। कार्यकर्ताओं के लिए सजाया पंडाल, 3 हजार लगाई कुर्सियां बैठक को लेकर सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। तैयारियों का जिम्मा युवा मोर्चा के हाथ सौंपा गया था। इसके लिए पंडाल भी सजाया गया है जिसमें 3 हजार के करीब कुर्सियां लगाई गई हैं। पंजाब राजनीति के लिए होंगे अहम फैसले अनील सरीन ने बताया कि इस बैठक में पंजाब की राजनीति से संबंधित अहम फैसले होंगे। पार्टी की मजबूती संबंधी जहां चर्चा होगी तो वहीं पंजाब की बेहतरी के लिए भी अहम फैसले लिए जाएंगे। वहीं नगर निगम इलेक्शन से संबंधित विचार भी किए जाएंगे।
पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी
पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी पंजाब के जालंधर उपचुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा सियासी ड्रामा हो गया। CM भगवंत मान की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करने वाली शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर ने दोबारा से देर शाम अकाली दल जॉइन कर ली है। सुरजीत कौर की जॉइनिंग अकाली दल बागी गुट की नेता बीबी जागीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला ने करवाई है। मंगलवार दोपहर को सुरजीत कौर ने अचानक आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन कर ली थी। CM भगवंत मान से मीटिंग के बाद उन्होंने यह फैसला लिया। जिसके बाद सीएम ने जालंधर स्थित घर में उनका पार्टी में स्वागत किया। सीएम मान ने सुरजीत कौर को जॉइन करवाने के बाद कहा था कि मैं बहन जी को सरकार में अच्छी जिम्मेदारी दूंगा। जिस लेवल पर भी होगा, हम सरकार में सुरजीत कौर को जगह देंगे। सुरजीत कौर सुखबीर बादल की प्रधानगी वाले शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भी भर चुकी थीं। जालंधर सीट पर 10 सितंबर को मतदान होना है। आम आदमी पार्टी ने यहां से पूर्व BJP मंत्री चुन्नी लाल भगत के बेटे मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया है। शिअद की फूट की वजह से छोड़ी थी पार्टी
सुरजीत कौर को अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भराया गया था। इसी दौरान अकाली दल में फूट पड़ गई। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के खिलाफ बगावत हो गई। जिसकी अगुआई सीनियर नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर और पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला समेत कई नेता कर रहे हैं। इन्हीं की सिफारिश पर सुरजीत कौर का अकाली दल से नामांकन भराया गया था। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सुखबीर बादल ने मीटिंग बुलाई। जिसमें यह बागी नेता नहीं गए और जालंधर में अलग मीटिंग कर कहा कि अकाली दल में बदलाव की जरूरत है। यह सीधे तौर पर सुखबीर बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाना था। जिसके बाद जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा था कि जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। अकाली दल उसका समर्थन नहीं करेगा। वह उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में पार्टी नेतृत्व से पूछा ही नहीं गया। इसके बाद अकाली दल ने BSP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। अकाली उम्मीदवार की 2 तस्वीरें… 1. SAD कैंडिडेट के तौर पर नामांकन भरा 2. CM भगवंत मान से मुलाकात कर AAP में शामिल हुई AAP विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को इस जालंधर वेस्ट सीट से AAP के विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया। 30 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत को लेकर बुलाया था। मगर 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। CM मान बोले- अकाली दल ने कुर्बानी का मोल नहीं मोड़ा
सुरजीत कौर की जॉइनिंग पर सीएम भगवंत मान ने कहा थान कि अकाली दल में अपनी कुर्बानियां देने वाले सुरजीत कौर के परिवार को शिअद ने टिकट दी थी। मगर अकाली दल ने कुर्बानी को मोल नहीं मोड़ा। उनमें बहुत भारी रोष है कि खुद की निजी लड़ाई के कारण शिअद ने कुर्बानियां देने वाले परिवार से जलालत भरा सलूक किया है। मामला इतना बढ़ गया कि वह टिकट से मुकर गए। सीएम मान ने कहा कि पार्टी ने खुद टिकट दी और उसी के आधार पर प्रचार करना शुरू किया गया। देश में पहली बार ऐसा होगा कि कोई पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे और उसे समर्थन न देकर विरोधी पार्टी को समर्थन दे रही है। सीएम मान ने आगे कहा- मगर मुझे आज मान हो रहा है कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा परिवार जुड़ रहा है। परिवार अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल हुआ है। सीएम मान ने कहा कि मैं अपने आप को खुशक़िस्मत समझता हूं कि परिवार ने हमें इस लायक समझा। हम सरकार में सुरजीत कौर को अच्छी जिम्मेदारी देंगे। परिवार ने इतनी कुर्बानियां दी हैं, इसलिए मैं परिवार का स्वागत करता हूं।