गोंडा में अनोखी परंपरा…रामलीला में युवक को फंदे पर लटकाया:हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने का नाटक किया; मेरठ में 1 दिन पहले रावण को फूंका

गोंडा में अनोखी परंपरा…रामलीला में युवक को फंदे पर लटकाया:हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने का नाटक किया; मेरठ में 1 दिन पहले रावण को फूंका

हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता युवक। फंदे पर उसे लटकाते लोग। यह रियल नहीं है, बल्कि एक परंपरा है। जो गोंडा में ब्रिटिश काल से निभाई जा रही है। यहां पर रावण वध से पहले एक हत्यारे को प्रतीकात्मक रूप से फांसी दी जाती है। रामलीला कमेटी के जज के आदेश पर यह मंचन जीवंत तरीके से किया जाता है। परंपरा से यह संदेश दिया जाता है कि कानून के हाथ से कोई अपराधी नहीं बच सकता, चाहे वह कितने भी प्रयास कर ले। इधर, मेरठ में असामाजिक तत्वों ने दशहरे से 1 दिन पहले ही 70 फीट के रावण का पुतला फूंक दिया। फिर 12 घंटे में दूसरा पुतला बनाया गया। आगरा में रामलीला में लक्ष्मण पर पटाखा फेंक दिया। उनकी पीठ जल गई। वहीं, कानपुर में रावण मंदिर के कपाट खोल गए। साफ-सफाई की गई। शाम को कपाट बंद कर दिए जाएंगे। फिर अगले साल दशहरे पर कपाट खुलेंगे। हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता युवक। फंदे पर उसे लटकाते लोग। यह रियल नहीं है, बल्कि एक परंपरा है। जो गोंडा में ब्रिटिश काल से निभाई जा रही है। यहां पर रावण वध से पहले एक हत्यारे को प्रतीकात्मक रूप से फांसी दी जाती है। रामलीला कमेटी के जज के आदेश पर यह मंचन जीवंत तरीके से किया जाता है। परंपरा से यह संदेश दिया जाता है कि कानून के हाथ से कोई अपराधी नहीं बच सकता, चाहे वह कितने भी प्रयास कर ले। इधर, मेरठ में असामाजिक तत्वों ने दशहरे से 1 दिन पहले ही 70 फीट के रावण का पुतला फूंक दिया। फिर 12 घंटे में दूसरा पुतला बनाया गया। आगरा में रामलीला में लक्ष्मण पर पटाखा फेंक दिया। उनकी पीठ जल गई। वहीं, कानपुर में रावण मंदिर के कपाट खोल गए। साफ-सफाई की गई। शाम को कपाट बंद कर दिए जाएंगे। फिर अगले साल दशहरे पर कपाट खुलेंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर