हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी की मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को हटाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। नगर नियोजन विभाग (TCP) के प्रधान सचिव देवेश कुमार ने नगर निगम (MC) आयुक्त मंडी के 13 सितंबर के उन आदेशों पर रोक लगा दी है, जिसमें MC आयुक्त ने मस्जिद की दो मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। TCP विभाग के प्रधान सचिव ने यह आदेश मुस्लिम पक्ष ने द्वारा दायर अपील पर सुनवाई के बाद दिए। स्टे-आर्डर के मुताबिक प्रधान सचिव ने निगम को मस्जिद की संपत्ति को लेकर किसी तरह की कार्यवाही करने पर रोक लगा दी है। प्रधान सचिव ने प्रतिवादियों को 3 दिन में पक्ष रखने और संबंधित रिकॉर्ड पेश करने के निर्देश दिए। 10 दिन बाद मामले में अगली सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष ने स्टे ऑर्डर की प्रति नगर निगम आयुक्त मंडी को सौंप दी है। निगम आयुक्त ने 13 सितंबर को दिए थे तोड़ने के आदेश बता दें कि नगर निगम आयुक्त मंडी एचएस राणा ने बीते 13 सितंबर को मंडी के जेल रोड में बनी मस्जिद ती दो मंजिल 30 दिन के भीतर हटाने के आदेश दिए थे। यहां पर मुस्लिम समुदाय ने तीन मंजिला मस्जिद बना दी थी। हिंदू संगठनों का आरोप है कि मंडी में आजादी के बाद एक मंजिला मस्जिद थी। मगर यहां पर बीते कुछ सालों के दौरान सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके तीन मंजिला मस्जिद बनाई गई।लिहाजा इसे गिराने के लिए मंडी में हिंदू संगठनों ने दो बार प्रदर्शन किया। हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी की मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को हटाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। नगर नियोजन विभाग (TCP) के प्रधान सचिव देवेश कुमार ने नगर निगम (MC) आयुक्त मंडी के 13 सितंबर के उन आदेशों पर रोक लगा दी है, जिसमें MC आयुक्त ने मस्जिद की दो मंजिल हटाने के आदेश दिए थे। TCP विभाग के प्रधान सचिव ने यह आदेश मुस्लिम पक्ष ने द्वारा दायर अपील पर सुनवाई के बाद दिए। स्टे-आर्डर के मुताबिक प्रधान सचिव ने निगम को मस्जिद की संपत्ति को लेकर किसी तरह की कार्यवाही करने पर रोक लगा दी है। प्रधान सचिव ने प्रतिवादियों को 3 दिन में पक्ष रखने और संबंधित रिकॉर्ड पेश करने के निर्देश दिए। 10 दिन बाद मामले में अगली सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष ने स्टे ऑर्डर की प्रति नगर निगम आयुक्त मंडी को सौंप दी है। निगम आयुक्त ने 13 सितंबर को दिए थे तोड़ने के आदेश बता दें कि नगर निगम आयुक्त मंडी एचएस राणा ने बीते 13 सितंबर को मंडी के जेल रोड में बनी मस्जिद ती दो मंजिल 30 दिन के भीतर हटाने के आदेश दिए थे। यहां पर मुस्लिम समुदाय ने तीन मंजिला मस्जिद बना दी थी। हिंदू संगठनों का आरोप है कि मंडी में आजादी के बाद एक मंजिला मस्जिद थी। मगर यहां पर बीते कुछ सालों के दौरान सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके तीन मंजिला मस्जिद बनाई गई।लिहाजा इसे गिराने के लिए मंडी में हिंदू संगठनों ने दो बार प्रदर्शन किया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल: BJP में ब्राह्मण, महिलाएं और SC हाशिए पर:शिमला लोकसभा में SC की आबादी 29%, 1 को भी अध्यक्ष नहीं बनाया, राजपूतों का बोलबाला हिमाचल प्रदेश के शिमला संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के ब्लॉक व जिला अध्यक्ष चुनाव में महिलाओं के साथ साथ जातीय समीकरण का ध्यान नहीं रखा गया। संसदीय क्षेत्र के 4 जिलाध्यक्ष में न तो महिला, न SC, न OBC और न ही ब्राह्मण को जगह मिल पाई है। 3 जिलाध्यक्ष राजपूत और 1 बनिया समुदाय में से है। खासकर SC और ब्राह्मण समुदाय के पार्टी वर्कर इससे अंदरखाते मायूस है। शिमला संसदीय क्षेत्र में BJP के 4 संगठनात्मक जिला (शिमला, महासू, सोलन व सिरमौर) है। शिमला जिला का अध्यक्ष केशव चौहान को चुना गया है। महासू जिला का अध्यक्ष अरुण फाल्टा, सोलन जिला का रत्न पाल सिंह और सिरमौर जिला का अध्यक्ष धीरज गुप्ता को चुना गया है। इनमें से धीरज गुप्ता बनिया और बाकी तीनों राजपूत कम्युनिटी से है। यानी पूरे संसदीय क्षेत्र में एक भी महिला, ब्राह्मण और SC को अध्यक्ष नहीं बनाया गया, जबकि शिमला लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति की आबादी है। यहां लगभग 29 प्रतिशत SC की आबादी है। सिरमौर जिला में यह 30.34 प्रतिशत, शिमला जिला में 26.51 और सोलन जिला में 28.35 प्रतिशत है। फिर भी भाजपा के 4 संगठनात्मक जिलों में एक भी SC को कमान नहीं मिल पाई। एससी की ज्यादा आबादी के कारण ही शिमला लोकसभा सीट इस श्रेणी के लिए आरक्षित है। मंडल अध्यक्ष चुनाव में भी अनदेखी जिला अध्यक्ष के साथ साथ मंडल अध्यक्ष के चुनाव में भी महिलाओं, SC, ब्राह्मण व OBC की अनदेखी की गई। शिमला संसदीय क्षेत्र में BJP के 44 मंडल है। इनमें से 41 के चुनाव हो गए है, जबकि रोहड़ू, राजगढ़ और दून तीन ब्लॉक के चुनाव अभी रहते हैं। शिमला जिला में 6 मंडल, महासू में 13, सिरमौर में 13 और सोलन में 12 मंडल है। इनमें से लगभग 41 मंडलों में अध्यक्ष का चुनाव हो गया है। शिमला जिला के 6 ब्लॉक में 1 भी SC को अध्यक्ष नहीं बनाया शिमला जिला की बात करें तो यहां 6 ब्लाक में से एक भी अध्यक्ष SC समुदाय का नहीं बन पाया। महासू जिला के 13 ब्लाक में SC समुदाय से एक अध्यक्ष ठियोग में बनाया गया है, वो भी राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी राधा मोहन की लताड़ के बाद ठियोग ब्लॉक की कमान SC समुदाय से संबंध रखने वाले दुनीचंद को दी गई। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दुनीचंद से पहले पार्टी ने एक राजपूत नेता का नाम फाइनल कर दिया था। महासू जिला के ब्लॉक के चुनाव में ब्राह्मण की भी अनदेखी हुई है। सिरमौर में ब्राह्मणों से पार्टी का किनारा सिरमौर जिला के 13 ब्लॉक के चुनाव में भी ब्राह्मणों की अनदेखी हुई है। यहां पर भी ब्राह्मण को नेतृत्व नहीं मिल पाया। हालांकि सिरमौर जिला में 2 महिलाओं और 1 एससी को जरूर अध्यक्ष बनाया गया है। सोलन जिला में ब्राह्मण को जरूर नेतृत्व मिला है, मगर यहां SC को एक भी ब्लॉक में कमान नहीं मिली। अपील कमेटी के पास शिकायत करें वर्कर वहीं हिमाचल के चुनाव अधिकारी डॉ. राजीव भारद्वाज ने बताया कि जिन वर्कर को कोई आपत्ति है, वह अपील कमेटी के पास अपनी आपत्ति जताई सकते हैं। सुंदरनगर से विधायक राकेश जम्वाल की अध्यक्षता में इसके लिए कमेटी गठित कर रखी है। पार्टी वर्कर कमेटी के पास अपनी शिकायत दर्ज करवाए। पार्टी इस पर गंभीरता से विचार करेगी।
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कंगना ने मनाली की जनता से किए वादे निभाए:आभार जताने सांसद के घर पहुंचे लोग; 26 लाख के सेक्शन लेटर जनता को दिए हिमाचल के मंडी से सांसद कंगना रनोट के मनाली स्थित घर पर आज काफी संख्या में लोग उनका आभार जताने पहुंचे। दरअसल, कंगना ने सितंबर में मनाली के दौरे के दौरान जनता से सड़क, रास्ते और सामुदायिक भवन बनाने का वादा किया था। कंगना ने इन विकास कार्य के लिए बजट मंजूर करवाकर जनता को आज इनके सेंक्शन-लेटर दिए। इस दौरान कंगना ने भरोसा दिया कि मंजूर किए गए प्रोजेक्ट का समयबद्ध काम पूरा किया जाएगा। बता दें कि कंगना ने मनाली गांव के शमशान घाट तक रास्ता बनाने के लिए 10 लाख सांसद निधि से स्वीकृत किए। बीते दिनों मानसून सीजन में भारी बारिश के बाद मनालसु नाले में बाढ़ से रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। तब कंगना चुनाव में मिली जीत का आभार जताने क्षेत्र में आई थी। उस दौरान कंगना ने रास्ता बनाने के लिए बजट देने का वादा किया था। पंचायत को सड़क और कल्वर्ट के लिए 6 लाख दिए कंगना ने ग्राम पंचायत वशिष्ट में सरस्वती माता से वशिष्ठ स्कूल तक सड़क बनाने व कल्वर्ट (पुलिया) के निर्माण को सांसद निधि से 6 लाख रुपए मंजूर किए। यह प्रस्ताव पंचायत द्वारा 30 सितंबर 2024 को सांसद के समक्ष रखा था। सामुदायिक भवन सियाल के लिए 10 लाख कंगना ने अपनी सांसद निधि से सियाल स्थित सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख की राशि स्वीकृत की है। इस दौरान कंगना ने सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के लिए भी 17.50 लाख की राशि देने की भी घोषणा की। लगवैली के भल्याणी गांव पहुंची सांसद कंगना कुल्लू जिले की लगवैली के भल्याणी गांव पहुंचीं। यहां भू-भू जोत टनल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने टनल के निर्माण का मामला केंद्रीय मंत्रालय के समक्ष उठाया है। उन्हें इस बारे में आश्वासन भी दिया है। उन्होंने कहा कि जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लोकसभा चुनाव में प्रचार करने कुल्लू आए थे, तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि उनका और प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि भू-भू टनल बने।
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हिमाचल में आज भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी; 145 सड़कें बंद, अब तक बरसात में 810 करोड़ की संपत्ति तबाह हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। यह चेतावनी ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछेक क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए सरकार ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। प्रदेश में अगले तीन-चार दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा। इस दौरान कुछेक क्षेत्रों में एक दो स्पैल भारी बारिश के हो सकते है। पहाड़ों पर इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है। खासकर जुलाई महीने में बहुत कम बादल बरसे है। अगस्त महीने में मानसून सामान्य बरस रहा है। 1 से 9 अगस्त तक सामान्य से 7 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन पूरे मानसून सीजन के दौरान यानी 1 जून से 9 अगस्त तक नॉर्मल से 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 445.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 321.8 मिलीमीटर बादल बरसे है। शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला जिला में इस बार 403.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि नॉर्मल बारिश 388.5 मिमी होती है। प्रदेश में 145 सड़कें बंद प्रदेश में बीते दो दिन के दौरान हुई बारिश के कारण 145 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। इनमें शिमला जिला में सबसे ज्यादा 60 सड़कें बंद हैं। मंडी जोन में 45 सड़कें, हमीरपुर जोन में 30 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बंद पड़ी है। 101 घर जमींदोज़ प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 101 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 209 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 810 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है।