लखनऊ में डिलीवरी ब्वॉय की हत्या में इस्तेमाल गाड़ी बरामद:23वें दिन भी नहीं मिल सका शव, आरोपी गजानन वापस गया बाराबंकी जेल

लखनऊ में डिलीवरी ब्वॉय की हत्या में इस्तेमाल गाड़ी बरामद:23वें दिन भी नहीं मिल सका शव, आरोपी गजानन वापस गया बाराबंकी जेल

लखनऊ के चिनहट में हुए डिलीवरी ब्वॉय भरत हत्याकांड में मुख्य आरोपी गजानन को रिमांड पूरी होने के बाद वापस बाराबंकी जेल भेज दिया गया। पूछताछ में बताया कि शव को ठिकाने के बाद कार को देवा रोड स्थित राष्ट्रीय ग्राम उद्योग विभाग के पास खाली पड़े प्लॉट की झाड़ियों में छुपा दिया था। गाड़ी छुपाने के बाद दोनों दिल्ली और मुंबई निकल गए। जहां से वापस लौटने पर आकाश को पुलिस ने पकड़ लिया। जबकि गजानन न्यूज में खुद को देखकर खबरा गया और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने कार को बरामद करके कब्जे में ले लिया है। पुलिस जल्द ही रिपोर्ट तैयार करके अधिकारियों को सौंपेगी। 23 दिन बाद भी नहीं मिला शव
पुलिस टीम रिमांड के दौरान आरोपी गजानन को इंदिरा डैम पर ले गई। जहां पर जगह की पहचान कराई। उसकी बताई हुई जगह पर एसडीआरएफ की टीम ने शव को ढूंढने के लिए अभियान चलाया। लेकिन 23वें दिन भी कुछ पता नहीं चल सका। ऐसे में टीम मान रही है कि शव बहकर कहीं दूर निकल गया। मामला बढ़ता देख किया सरेंडर
पुलिस रिमांड में गजानन ने बताया कि शुरुआत में तो मुंबई में बैखौफ मस्ती करता रहा, लेकिन फिर मीडिया में मामला ज्यादा हाई लाइट होने पर डर गया। न्यूज पर हर तरफ उसकी चर्चा थी। फोटो भी काफी वायरल हो गई थी। अब मुंबई में लोग पूरे मामले को जान गए थे। फिर परिवार से संपर्क किया। परिवार ने वकीलों से सलाह ली। वकीलों ने पुराने मामले में बाराबंकी पुलिस के पास हाजिर होने की सलाह दी। तब गजानन ने 2 अक्टूबर को सरेंडर कर दिया। पुलिस को उसके पास से भरत का मोबाइल, आधार कार्ड और हत्या में शामिल कार बरामद हुई है। अब पढ़िए पूरा मामला
भरत कुमार निशातगंज के रहने वाला था। वह ऑनलाइन सामान की डिलीवरी का काम करता था। भरत 23 सितंबर को काम करने के लिए ऑफिस गया। इसके बाद घर नहीं लौटा। परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। तब पता चला कि गजानन और आकाश नाम के लड़के ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। दोनों पहले सामान डिलीवरी के लिए उसे घर पर बुलाए थे। कमरे में भीतर ले गए और लैपटॉप चार्जर के केबिल से गला घोट दिया। लखनऊ के चिनहट में हुए डिलीवरी ब्वॉय भरत हत्याकांड में मुख्य आरोपी गजानन को रिमांड पूरी होने के बाद वापस बाराबंकी जेल भेज दिया गया। पूछताछ में बताया कि शव को ठिकाने के बाद कार को देवा रोड स्थित राष्ट्रीय ग्राम उद्योग विभाग के पास खाली पड़े प्लॉट की झाड़ियों में छुपा दिया था। गाड़ी छुपाने के बाद दोनों दिल्ली और मुंबई निकल गए। जहां से वापस लौटने पर आकाश को पुलिस ने पकड़ लिया। जबकि गजानन न्यूज में खुद को देखकर खबरा गया और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने कार को बरामद करके कब्जे में ले लिया है। पुलिस जल्द ही रिपोर्ट तैयार करके अधिकारियों को सौंपेगी। 23 दिन बाद भी नहीं मिला शव
पुलिस टीम रिमांड के दौरान आरोपी गजानन को इंदिरा डैम पर ले गई। जहां पर जगह की पहचान कराई। उसकी बताई हुई जगह पर एसडीआरएफ की टीम ने शव को ढूंढने के लिए अभियान चलाया। लेकिन 23वें दिन भी कुछ पता नहीं चल सका। ऐसे में टीम मान रही है कि शव बहकर कहीं दूर निकल गया। मामला बढ़ता देख किया सरेंडर
पुलिस रिमांड में गजानन ने बताया कि शुरुआत में तो मुंबई में बैखौफ मस्ती करता रहा, लेकिन फिर मीडिया में मामला ज्यादा हाई लाइट होने पर डर गया। न्यूज पर हर तरफ उसकी चर्चा थी। फोटो भी काफी वायरल हो गई थी। अब मुंबई में लोग पूरे मामले को जान गए थे। फिर परिवार से संपर्क किया। परिवार ने वकीलों से सलाह ली। वकीलों ने पुराने मामले में बाराबंकी पुलिस के पास हाजिर होने की सलाह दी। तब गजानन ने 2 अक्टूबर को सरेंडर कर दिया। पुलिस को उसके पास से भरत का मोबाइल, आधार कार्ड और हत्या में शामिल कार बरामद हुई है। अब पढ़िए पूरा मामला
भरत कुमार निशातगंज के रहने वाला था। वह ऑनलाइन सामान की डिलीवरी का काम करता था। भरत 23 सितंबर को काम करने के लिए ऑफिस गया। इसके बाद घर नहीं लौटा। परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। तब पता चला कि गजानन और आकाश नाम के लड़के ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। दोनों पहले सामान डिलीवरी के लिए उसे घर पर बुलाए थे। कमरे में भीतर ले गए और लैपटॉप चार्जर के केबिल से गला घोट दिया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर