अबोहर क्षेत्र की ढाणी बीरबल निवासी एक लैब संचालक के घर चुनावी रंजिश के चलते हमला एवं तोड़फोड़ किए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर पीड़ित परिवार और ढाणी के लोगों ने सिटी-1 थाने के बाहर धरना देकर अबेाहर-मलोट रोड पर चक्का जाम दिया। जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान बसों के रुट तक बदलने पड़े। इस धरने में कई राजनेताओं, किसान यूनियनों और अन्य पंचायतों ने भी भाग लिया। ढाणी बीरबल निवासी देवीलाल ने बताया कि गत दिनों गांव का विजयी सरपंच उसके भाई के घर बधाई देने के लिए आया तो विपक्षी दल के लोगों को यह बात हजम नहीं हुई। इसी रंजिश के चलते उनके कुछ गुंडों ने रात के समय उनके घर पर हमला कर कई गाड़ियां तोड़ दी। जबकि उनके परिवार ने छुपकर अपनी जान बचाई। शुक्रवार को पुलिस ने देवीलाल के बयानों पर ढाणी दानेवाला निवासी राजपाल सिंह और 6 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लगाए आरोप धरना दे रहे पीड़ित परिवार का कहना था कि पुलिस प्रशासन असल आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। हमलावर कई लोग थे, जिनके बारे में उन्होंने पुलिस को बताया भी है। इसके बावजूद अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। थाने के बाहर धरने की सूचना पाकर बल्लूआना के डीएसपी सुखविंदर सिंह और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने पीड़ित देवी लाल की खुद फोन पर एसएसपी से बात करवाई। एसएसपी ने मांगा 2 दिन का समय एसएसपी ने पीड़ित की शिकायत सुनते हुए कहा कि वे जिन लोगों के नाम पुलिस को बता रहे हैं, उन्हें काबू करने के लिए 2 दिन का समय पुलिस को दिए जाए। घटनास्थल पर लगे कैमरों की जांच पड़ताल के बाद सभी दोषियों को काबू कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं धरना प्रदर्शन कर रहे लोग इस आश्वासन के बाद भी धरना लगाए हुए थे। इधर चुनावी रंजिश के चलते हुए इस हमले को देखते हुए भाजपा के प्रांतीय नेता धनपत सियाग, भाजपा महिला नेता वंदना सांगवाल, विजय कंबोज, सरपंच अमनदीप धालीवाल, लैबोरेटरी एसोसिएशन और कई अन्य पंचायतों के सदस्य भी धरने में शामिल हुए और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। किसान यूनियन ने की कार्रवाई की मांग धरने का समर्थन करने पहुंचे भाकियू खोसा यूनियन के पदाधिकारी बबल बुटर और सोना सिंह ने कहा कि पुलिस को गुंडातत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। जब तक आरोपियों को काबू नहीं किया जाता वे हर प्रकार के संघर्ष के लिए पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। अबोहर क्षेत्र की ढाणी बीरबल निवासी एक लैब संचालक के घर चुनावी रंजिश के चलते हमला एवं तोड़फोड़ किए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर पीड़ित परिवार और ढाणी के लोगों ने सिटी-1 थाने के बाहर धरना देकर अबेाहर-मलोट रोड पर चक्का जाम दिया। जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान बसों के रुट तक बदलने पड़े। इस धरने में कई राजनेताओं, किसान यूनियनों और अन्य पंचायतों ने भी भाग लिया। ढाणी बीरबल निवासी देवीलाल ने बताया कि गत दिनों गांव का विजयी सरपंच उसके भाई के घर बधाई देने के लिए आया तो विपक्षी दल के लोगों को यह बात हजम नहीं हुई। इसी रंजिश के चलते उनके कुछ गुंडों ने रात के समय उनके घर पर हमला कर कई गाड़ियां तोड़ दी। जबकि उनके परिवार ने छुपकर अपनी जान बचाई। शुक्रवार को पुलिस ने देवीलाल के बयानों पर ढाणी दानेवाला निवासी राजपाल सिंह और 6 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लगाए आरोप धरना दे रहे पीड़ित परिवार का कहना था कि पुलिस प्रशासन असल आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। हमलावर कई लोग थे, जिनके बारे में उन्होंने पुलिस को बताया भी है। इसके बावजूद अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। थाने के बाहर धरने की सूचना पाकर बल्लूआना के डीएसपी सुखविंदर सिंह और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने पीड़ित देवी लाल की खुद फोन पर एसएसपी से बात करवाई। एसएसपी ने मांगा 2 दिन का समय एसएसपी ने पीड़ित की शिकायत सुनते हुए कहा कि वे जिन लोगों के नाम पुलिस को बता रहे हैं, उन्हें काबू करने के लिए 2 दिन का समय पुलिस को दिए जाए। घटनास्थल पर लगे कैमरों की जांच पड़ताल के बाद सभी दोषियों को काबू कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं धरना प्रदर्शन कर रहे लोग इस आश्वासन के बाद भी धरना लगाए हुए थे। इधर चुनावी रंजिश के चलते हुए इस हमले को देखते हुए भाजपा के प्रांतीय नेता धनपत सियाग, भाजपा महिला नेता वंदना सांगवाल, विजय कंबोज, सरपंच अमनदीप धालीवाल, लैबोरेटरी एसोसिएशन और कई अन्य पंचायतों के सदस्य भी धरने में शामिल हुए और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। किसान यूनियन ने की कार्रवाई की मांग धरने का समर्थन करने पहुंचे भाकियू खोसा यूनियन के पदाधिकारी बबल बुटर और सोना सिंह ने कहा कि पुलिस को गुंडातत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। जब तक आरोपियों को काबू नहीं किया जाता वे हर प्रकार के संघर्ष के लिए पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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