मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहीद पुलिस जवानों को किया याद, बोले- ‘कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर…’ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहीद पुलिस जवानों को किया याद, बोले- ‘कोरोना काल में जान की बाजी लगाकर…’ मध्य प्रदेश ‘तुम कहां जाओगे दुनिया में अंधेरा करके’, जीशान सिद्दीकी ने शेयर की पिता की पसंदीदा शायरी
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रेवाड़ी में सड़क किनारे रखे ईंधन में लगी आग:कई पेड़ जले; 2 दमकल गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू
रेवाड़ी में सड़क किनारे रखे ईंधन में लगी आग:कई पेड़ जले; 2 दमकल गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव लाखनौर में सड़क किनारे रखे ईंधन में आग लग गई। कुछ देर के भीतर ही आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और आसपास खड़े पेड़ भी आग की चपेट में आ गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मिली जानकारी के अनुसार, लाखनौर निवासी एक किसान ने अपने घर के समीप ही सड़क किनारे ईंधन रखा हुआ था। सुबह के समय अचानक ईंधन में धुआं उठता हुई दिखाई दिया। 5 मिनट के भीतर ही आग भीषण हो गई। पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। ईंधन और पेड़ जलकर राख इसके बाद आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई। रेवाड़ी से दमकल की 2 गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद करीब पौने घंटे बाद आग पर काबू पा लिया। आग की वजह से ईंधन के साथ-साथ करीब एक दर्जन पेड़ भी पूरी तरह जलकर राख हो गए। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया कि आग कैसे लगी।

वित्तीय संकट से जूझ रहा पंजाब पावरकॉम:विधायक परगट बोले-मंच से झूठे दावे कर रहे CM मान; बिजली विभाग का 13,600 करोड़ रुपए बकाया
वित्तीय संकट से जूझ रहा पंजाब पावरकॉम:विधायक परगट बोले-मंच से झूठे दावे कर रहे CM मान; बिजली विभाग का 13,600 करोड़ रुपए बकाया पंजाब में सरकारी विभागों की सब्सिडी और बिजली बिल की राशि बकाया है। पंजाब सरकार द्वारा वर्तमान सब्सिडी बिल का भुगतान नहीं किया गया है। कुल 13,600 करोड़ रुपए की राशि बकाया है, जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इसको लेकर जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर निशाना साधा है। परगट सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा- मुख्यमंत्री भगवंत मंचों से झूठे दावे कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब का बिजली विभाग इस महीने 13,600 करोड़ रुपए के बकाया के बोझ तले दबा हुआ है। जिससे पावरकॉम को चलाना भी मुश्किल हो रहा है। आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने पंजाब की सरकारी संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है। महज ढाई साल में राज्य का कर्ज एक लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। क्या यही वह ‘परिवर्तन’ है जिसका आपने वादा किया था? वित्तीय संकट से जूझ रहा पंजाब पावरकॉम विधायक परगट सिंह द्वारा किए गए पोस्ट में एक लेटर भी अटैच किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि इस वर्ष का सब्सिडी बकाया बिल 4,500 करोड़ रुपए है और पिछले वर्ष की राशि 5,500 करोड़ रुपए थी। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों पर बिजली बिल का बकाया 3,600 करोड़ रुपए है। बकाया राशि की कुल राशि 13,600 करोड़ रुपए (पिछले वर्ष के 5,500 करोड़ रुपए के बकाया सहित) है। जिससे पावरकॉम में गंभीर वित्तीय संकट पैदा हो गया है। इस संबंध में जारी पत्र में लिखा गया है कि वित्त मंत्री से अनुरोध किया गया है कि विद्युत निगम को चालू वित्त वर्ष का बकाया सब्सिडी बिल 6,300 करोड़ रुपए (पिछले बकाये की 1,800 करोड़ रुपए की किस्त सहित) का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए जाएं। वित्त विभाग को 3,600 करोड़ रुपए का भुगतान तुरंत जारी करने के लिए पत्र जारी किया जाए तथा विभिन्न सरकारी विभागों के बिजली बिलों के निपटान के लिए तत्काल आधार पर नीति तैयार की जाए। विधायक परगट सिंह द्वारा शेयर किया गया लेटर….

रोहतक PGI में डॉक्टरों ने बंद की आपातकालीन सेवाएं:RDA-इंटर्न डॉक्टरों ने गेट पर लगाया ताला, बोले- अपनी जान गंवाकर कैसे बचाएं मरीज
रोहतक PGI में डॉक्टरों ने बंद की आपातकालीन सेवाएं:RDA-इंटर्न डॉक्टरों ने गेट पर लगाया ताला, बोले- अपनी जान गंवाकर कैसे बचाएं मरीज रोहतक पीजीआई में पिछले 13 दिनों से जारी हड़ताल के दौरान शनिवार से रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) और इंटर्न डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। डॉक्टरों ने कहा कि वे अपनी जान गंवाकर कब तक मरीजों की जान बचा सकते हैं। शुक्रवार रात को भी कार सवार कुछ लोगों ने डॉक्टरों और सुरक्षा कर्मियों के साथ बदतमीजी की। नौबत झगड़े तक की हो गई थी, लेकिन मारपीट नहीं हुई। जबकि प्रशासन सुरक्षा के दावे कर रहा है। शुक्रवार रात को हुई वारदात के बाद सभी ने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। जिसके बाद सीनियर डॉक्टरों के कंधे पर ही आपातकालीन सेवाओं का जिम्मा आ गया है। इधर, कोलकाता में हुए महिला डॉक्टर की रेप व हत्या मामले में हड़ताल करने के बाद ओपीडी सर्विस बंद कर दी थी। विरोध प्रदर्शन करते हुए रेजिडेंट व इंटर्न डॉक्टरों ने रोहतक पीजीआई के पीछे वाले गेट, जो श्रीनगर कॉलोनी व चिन्योट कॉलोनी की तरफ खुला है। उस पर ताला जड़ दिया। साथ ही कहा कि रोहतक पीजीआई का कैंपस सुरक्षित होना चाहिए। रात को हुई बदसलूकी
हड़ताल में शामिल एमबीबीएस ट्रेनी डॉक्टर पंकज बिट्टू, नेत्र रोग विभाग की चिकित्सक डॉ. सोनम, जूनियर रेजिडेंस डॉ. दिव्या और एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा प्रिया कौशिक ने कहा कि शुक्रवार रात को उनकी प्रशासन के साथ बैठक थी। बैठक में सुरक्षा मुहैया करवाने, सीसीटीवी लगवाने सहित अन्य आश्वासन दिए थे। जब वे मीटिंग से बाहर आए तो दो गाड़ियों में कुछ बाहरी लोग पीजीआई कैंपस में आए। उन्होंने पीजीआई के सुरक्षा कर्मियों के साथ बदसलूकी की। वहीं एमबीबीएस विद्यार्थियों को भी धमकाने लगे। इसके बाद उन्होंने आपातकालीन सेवाएं बंद करने का फैसला लिया। मांग पूरी नहीं होने तक बंद रखेंगे आपातकालीन सेवाएं
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांग सुरक्षा की है। अगर चिकित्सकों को सुरक्षा ही नहीं मिलेगी, तो वे कैसे मरीजों का उपचार कर सकते हैं। इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए। साथ ही कहा कि यहां रोहतक पीजीआई प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब आला अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। ताकि सभी डॉक्टर हड़ताल छोड़कर काम पर लौटें और उन्हें सुरक्षित माहौल मिले। साथ ही कहा कि आपातकालीन सेवाएं मांग पूरी नहीं होने तक बंद रखेंगे।