हरियाणा सरकार ने दीपावली का अवकाश 1 नवंबर (शुक्रवार) के बजाय 31 अक्टूबर (गुरुवार) को घोषित किया है। हरियाणा सरकार की तरफ से नए आदेशों को लेकर अधिसूचना जारी की गई है। नए आदेशों के मुताबिक प्रदेश सरकार के सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, शैक्षणिक और अन्य संस्थाओं में 31 अक्टूबर को दीपावली त्योहार के अवसर पर राजपत्रित अवकाश रहेगा। बता दें कि दीपावली के अवकाश को लेकर 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। सरकार द्वारा जारी किया गया आदेश….. हरियाणा सरकार ने दीपावली का अवकाश 1 नवंबर (शुक्रवार) के बजाय 31 अक्टूबर (गुरुवार) को घोषित किया है। हरियाणा सरकार की तरफ से नए आदेशों को लेकर अधिसूचना जारी की गई है। नए आदेशों के मुताबिक प्रदेश सरकार के सभी विभागों, बोर्डों, निगमों, शैक्षणिक और अन्य संस्थाओं में 31 अक्टूबर को दीपावली त्योहार के अवसर पर राजपत्रित अवकाश रहेगा। बता दें कि दीपावली के अवकाश को लेकर 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। सरकार द्वारा जारी किया गया आदेश….. हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज ही:CAS प्रेसिडेंट ने दिए आदेश, पक्ष में 6 दलीलें दी गईं हैं; कल ओलिंपिक का समापन
विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज ही:CAS प्रेसिडेंट ने दिए आदेश, पक्ष में 6 दलीलें दी गईं हैं; कल ओलिंपिक का समापन हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका फैसला आज ही आएगा। इसको लेकर खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के प्रेसिडेंट ने कोर्ट को आदेश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि पेरिस समय के अनुसार शाम 6 बजे विनेश की याचिका पर फैसला सुना दिया जाए। यानी भारतीय समय के अनुसार रात करीब साढ़े 9 बजे फैसला आएगा। इससे पहले कोर्ट ने कहा था कि ओलिंपिक खत्म होने से पहले फैसला दे देंगे। रविवार को पेरिस ओलिंपिक का समापन है। विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। जिस पर सुनवाई हुई। इस मामले में मोटे तौर पर विनेश के पक्ष में 6 अहम दलीलें दी गई हैं। खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई है। विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने कहा- पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद
इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- भारतीय ओलिंपिक संघ को पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद है। प्रेजिडेंट पीटी उषा ने कहा- विनेश का साथ देना हमारा फर्ज है। फैसला चाहे जो भी आए, हम विनेश के साथ खड़े हैं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी अध्यक्ष बोले- CAS का फैसला मानेंगे
विनेश फोगाट के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि वह एक वेट कैटेगरी में 2 सिल्वर मेडल देने के पक्ष में नहीं हैं। इसमें इंटरनेशनल फेडरेशन के नियम का पालन किया जाना चाहिए। वेट कट का फैसला यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का था। यदि हम 100 ग्राम के साथ अनुमति देते हैं तो 102 ग्राम के साथ क्यों नहीं देंगे। अब यह मामला कोर्ट में है। अब हम CAS का फैसला मानेंगे। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। विनेश फोगाट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…
किरण चौधरी आज राज्यसभा नामांकन भरेंगी:कांग्रेस से आने के 2 महीने में BJP ने बनाया उम्मीदवार; विपक्ष पीछे हटने से जीत तय
किरण चौधरी आज राज्यसभा नामांकन भरेंगी:कांग्रेस से आने के 2 महीने में BJP ने बनाया उम्मीदवार; विपक्ष पीछे हटने से जीत तय हरियाणा के पूर्व CM बंसीलाल की बहू पूर्व विधायक किरण चौधरी आज बुधवार को BJP से राज्यसभा का नामांकन भरेंगी। किरण को मंगलवार को BJP ने उम्मीदवार घोषित किया। इससे पहले किरण ने भिवानी के तोशाम से कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया। जिसे हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वीकार कर लिया। किरण चौधरी ने बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। BJP में शामिल होने के 2 महीने बाद उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है। हरियाणा की यह राज्यसभा सीट रोहतक से लोकसभा चुनाव जीते कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उनका अप्रैल 2026 तक का था। किरण के राज्यसभा जाने के बाद अब उनकी बेटी श्रुति चौधरी के तोशाम सीट से विधानसभा की दावेदारी पक्की मानी जा रही है। किरण चौधरी की राज्यसभा सीट पर एकतरफा जीत पक्की है। कांग्रेस विधानसभा में पर्याप्त विधायक न होने की बात कहकर उम्मीदवार उतारने से इनकार कर चुकी है। BJP विधायक दल की मीटिंग में लगी मुहर
किरण चौधरी के नाम को लेकर मंगलवार को चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की मीटिंग हुई। जिसमें सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगाई गई। वहीं किरण चौधरी को इसके बारे में पहले बता दिया गया था, इसलिए उन्होंने विधायक पद छोड़ दिया। नामांकन का आज लास्ट डे
राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हुई थी। इसकी अंतिम तारीख आज यानी 21 अगस्त तक है। 27 अगस्त को कैंडिडेट नाम वापस ले सकेंगे। 3 सितंबर को वोटिंग के बाद ही रिजल्ट जारी होगा। भूपेंद्र हुड्डा कह चुके- हमारे पास नंबर नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस के पास विधानसभा में पूरे नंबर नहीं है। विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं हैं, क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। कांग्रेस को 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। यदि उनके पास पूरे विधायक होते तो वह पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता। दुष्यंत बोले- हमारे कुछ विधायक कांग्रेसी हुए, उम्मीदवार खड़ा करें
पूर्व डिप्टी सीएम और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर तंज कसा था। उन्होंने लिखा था कि 21 अगस्त को हरियाणा राज्यसभा उप चुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि है। अब तो हमारे 4-5 विधायक भी कांग्रेसी हो चुके हैं। अब तो कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव जीतने के करीब है। अगर भूपेंद्र हुड्डा की बीजेपी से सांठगांठ नहीं है तो वो राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करें। हम पहले से ही बीजेपी के खिलाफ वोट करने का वादा कर चुके हैं। जेल के डर से बार-बार बिकता रहे, उधर का हो और इधर का दिखता रहे।’ विधानसभा में भाजपा के पक्ष में समर्थन
हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। वहीं विपक्ष में कांग्रेस के पास अभी 28, जजपा के 10, INLD 1 और 4 निर्दलीय यानी कुल 43 विधायक हैं। विपक्ष भले यहां मजबूत दिख रहा हो लेकिन एकजुट न होने की वजह से भाजपा उम्मीदवार की जीत तय है।
हरियाणा में पिता से तंग बेटी ने जहर निगला:BSc की 1.40 लाख फीस नहीं भरी; सुसाइड नोट में लिखा- पापा, आपने अच्छा नहीं किया
हरियाणा में पिता से तंग बेटी ने जहर निगला:BSc की 1.40 लाख फीस नहीं भरी; सुसाइड नोट में लिखा- पापा, आपने अच्छा नहीं किया हरियाणा के पानीपत में बुधवार को 16 वर्षीय एक छात्रा ने जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार छात्रा अपने पिता के व्यवहार से परेशान थी। वह उसे, उसकी मां को और उसके भाई को अपने साथ नहीं रखते थे। इससे आहत होकर लड़की ने मौत को गले लगा लिया। छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें लिखा कि मेरे नाना-नानी और मम्मी मुझे बहुत प्यार करते हैं। इन्होंने ही मुझे पढ़ाया-लिखाया, लेकिन मेरे पापा न ही साथ रखते है और न ही पढ़ाते हैं। पापा आपने अच्छा नहीं किया।’ जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सुसाइड नोट के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। बच्चों के साथ मायके में रह रही महिला
समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में मीना ने बताया कि वह खरक जाटान की रहने वाली है। करीब 19 साल पहले उसकी शादी राकेश के साथ हुई थी। वह 2 बच्चों की मां थी, जिनमें बड़ी बेटी शशि (16) और छोटा बेटा इशांत (11) थे। वह बच्चों के साथ मायके में ही रह रही है। शुरुआत से ही पति उनकी और उनके बच्चों की देखभाल नहीं करता था। वह कोई खर्चा, सामान भी नहीं देता था। वह खुद ही नौकरी कर अपना और अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही थीं। उनके परिवारवालों और पंचायत ने राकेश को पत्नी-बच्चों को अपने घर ले जाने के बारे में कई बार कहा, लेकिन वह नहीं माना। बेटी भी कह चुकी थी पिता को
मीना के मुताबिक, बेटी की 12वीं तक की शिक्षा भी नानका परिवार ने दी थी। अब शशि का गन्नौर के एक कॉलेज में BSc मेडिकल में एडमिशन करवाया था। उसका कुल खर्च 1.40 लाख था। पिता द्वारा रुपए न देने की बात शशि को पता थी। इस बारे में शशि ने कई बार अपने पिता को भी कहा था, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं थे। इससे वह दुखी रहती थी। 25 जून को मीना अपने भाई टिंकू के साथ गन्नौर से अपनी ड्यूटी से लौट रही थीं। तभी उनके भाई को एक कॉल आई। उस पर उसके बेटे व मां ने बात की। उन्होंने बताया कि शशि की तबीयत खराब हो रही है, जल्दी घर आ जाओ। वे आनन-फानन घर पहुंचे। शशि को इलाज के लिए गन्नौर ले गए, जहां से उसे खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। खानपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शशि ने संदिग्ध जहरीला पदार्थ खाया था। उसने अपने पिता राकेश के खिलाफ सुसाइड नोट भी लिखा।