‘मेरे सामने मां पर डीजल डालकर जला दिया’:कानपुर में बेटा बोला- पुलिस की लापरवाही से गई जान; पुलिस ने कहा- सच्चाई जल्द सामने आएगी

‘मेरे सामने मां पर डीजल डालकर जला दिया’:कानपुर में बेटा बोला- पुलिस की लापरवाही से गई जान; पुलिस ने कहा- सच्चाई जल्द सामने आएगी

कानपुर में उषा देवी की मौत के बाद उनके बेटों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बेटों का कहना था कि अगर पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर देती तो मां बच सकती थी। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में कई और बिन्दुओं की जानकारी मिली है। जांच कराने के बाद जो सच्चाई सामने आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। आइए जानते हैं पूरा मामला… 22 अक्टूबर को डीजल डालकर जलाया था
मंगलवार को 22 अक्टूबर को उषा देवी पर डीजल डालकर उन्हें आग लगा दिया गया था। बुधवार सुबह 4 बजे उर्सला में इलाज के दौरान मौत हो गई। उषा देवी के मौत से पहले के बयान मजिस्ट्रेट से दर्ज करा लिए थे। पोस्टमॉर्टम में उनके बेटे अजय और विजय यादव ने बिठूर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। विजय यादव रो रोकर कह रहे थे कि अगर बिठूर पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर देती तो मेरी मां मरती नहीं। हम मां को लेकर थाने गए थे, पुलिस ने भगा दिया
विजय यादव ने बताया-दोपहर में तीन बजे घटना हुई। उस समय उमाशंकर, कृपाशंकर और दयाशंकर कार से मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने हमारी बाउंड्री वॉल गिरा दी। हमारी मां के साथ गाली गलौज की। विजय कहते हैं इस घटना के तुरंत बाद वह मां को लेकर बिठूर थाने पहुंचे। वहां पर पुलिस ने उन्हें अपशब्द कहे और भगा दिया। कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वह जब वापस आ गए फिर से आरोपी लौटकर आए। वह गाड़ी में पिपिया में डीजल रखे थे। उन लोगों ने फिर से मां से मारपीट की। विजय के चेहरे पर घूंसा मारा। वह बेहोश हो गया। इसके बाद इन लोगों ने मां पर डीजल डालकर उसे आग लगा दी। तब तक अजय को जानकारी हो गई थी। वह दौड़ता हुआ आया विजय को भी होश आ गया था। उन्होंने मिट्टी और कपड़े के दम पर आग बुझाने की कोशिश की। पुलिस का यह चेहरा भी सामने आया
अजय यादव कहते हैं कि जब पुलिस को सूचना दी तो दस मिनट में डायल 112 आ गई। पुलिस कर्मियों ने पहले मां को पास के राजा नर्सिंग होम पहुंचाया। वहां से सीएचसी बिठूर ट्रांसफर किया गया और वहां से फिर उन्हें उर्सला भेजा गया। इस दौरान डायल 112 में तैनात पुलिस कर्मियों ने काफी सहयोग किया। पहले भी विवाद में खुद पर डाल लिया था ज्वलनशील पदार्थ
DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया-कुछ समय पूर्व उषा देवी और उनके परिवार का एक शुक्ला परिवार से भी विवाद हुआ था। उस दौरान भी उषा देवी ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया था। शुक्ला परिवार के खिलाफ उस दौरान मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें बाद में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। वह मामला क्या है इसका भी पता किया जा रहा है। डीसीपी के मुताबिक इस बिन्दु पर भी जांच की जा रही है कि घटना आखिरकार हुई कैसे। वृद्ध महिला ने खुद आग लगाई कि वकाई में दबंगों ने उन पर डीजल डालकर आग लगाई थी। डीसीपी ने कहा कि तीनों आरोपी हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। कानपुर में उषा देवी की मौत के बाद उनके बेटों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बेटों का कहना था कि अगर पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर देती तो मां बच सकती थी। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में कई और बिन्दुओं की जानकारी मिली है। जांच कराने के बाद जो सच्चाई सामने आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। आइए जानते हैं पूरा मामला… 22 अक्टूबर को डीजल डालकर जलाया था
मंगलवार को 22 अक्टूबर को उषा देवी पर डीजल डालकर उन्हें आग लगा दिया गया था। बुधवार सुबह 4 बजे उर्सला में इलाज के दौरान मौत हो गई। उषा देवी के मौत से पहले के बयान मजिस्ट्रेट से दर्ज करा लिए थे। पोस्टमॉर्टम में उनके बेटे अजय और विजय यादव ने बिठूर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। विजय यादव रो रोकर कह रहे थे कि अगर बिठूर पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर देती तो मेरी मां मरती नहीं। हम मां को लेकर थाने गए थे, पुलिस ने भगा दिया
विजय यादव ने बताया-दोपहर में तीन बजे घटना हुई। उस समय उमाशंकर, कृपाशंकर और दयाशंकर कार से मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने हमारी बाउंड्री वॉल गिरा दी। हमारी मां के साथ गाली गलौज की। विजय कहते हैं इस घटना के तुरंत बाद वह मां को लेकर बिठूर थाने पहुंचे। वहां पर पुलिस ने उन्हें अपशब्द कहे और भगा दिया। कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वह जब वापस आ गए फिर से आरोपी लौटकर आए। वह गाड़ी में पिपिया में डीजल रखे थे। उन लोगों ने फिर से मां से मारपीट की। विजय के चेहरे पर घूंसा मारा। वह बेहोश हो गया। इसके बाद इन लोगों ने मां पर डीजल डालकर उसे आग लगा दी। तब तक अजय को जानकारी हो गई थी। वह दौड़ता हुआ आया विजय को भी होश आ गया था। उन्होंने मिट्टी और कपड़े के दम पर आग बुझाने की कोशिश की। पुलिस का यह चेहरा भी सामने आया
अजय यादव कहते हैं कि जब पुलिस को सूचना दी तो दस मिनट में डायल 112 आ गई। पुलिस कर्मियों ने पहले मां को पास के राजा नर्सिंग होम पहुंचाया। वहां से सीएचसी बिठूर ट्रांसफर किया गया और वहां से फिर उन्हें उर्सला भेजा गया। इस दौरान डायल 112 में तैनात पुलिस कर्मियों ने काफी सहयोग किया। पहले भी विवाद में खुद पर डाल लिया था ज्वलनशील पदार्थ
DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया-कुछ समय पूर्व उषा देवी और उनके परिवार का एक शुक्ला परिवार से भी विवाद हुआ था। उस दौरान भी उषा देवी ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया था। शुक्ला परिवार के खिलाफ उस दौरान मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें बाद में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। वह मामला क्या है इसका भी पता किया जा रहा है। डीसीपी के मुताबिक इस बिन्दु पर भी जांच की जा रही है कि घटना आखिरकार हुई कैसे। वृद्ध महिला ने खुद आग लगाई कि वकाई में दबंगों ने उन पर डीजल डालकर आग लगाई थी। डीसीपी ने कहा कि तीनों आरोपी हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर