पंजाब के बरनाला में विधानसभा उप चुनाव के दौरान पंजाब पे स्केल बहाली सांझा फ्रंट द्वारा प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों ने आम आदमी पार्टी के सांसद मीत हेयर के घर के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पंजाब सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए गए और सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों संदीप गिल और सुखविंदर सिंह ने कहा कि बरनाला विधानसभा उप चुनाव के मद्देनजर आज वह अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उनके संगठन पंजाब पे स्केल बहाली सांझा फ्रंट ने धरना दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाने से पहले वादा किया था कि सरकार बनने के बाद उन पर लगाया गया केंद्रीय पे स्केल हटा दिया जाएगा। लेकिन पिछले ढाई साल में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार ने उनके साथ एक भी बैठक नहीं की। इसके विरोध में वे आज बरनाला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने आये हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अब भी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे उप चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के करीब 50 हजार कर्मचारी इस केंद्रीय अधूरे वेतनमान से परेशान हैं। जो अपनी मांग पूरी होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। पंजाब के बरनाला में विधानसभा उप चुनाव के दौरान पंजाब पे स्केल बहाली सांझा फ्रंट द्वारा प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों ने आम आदमी पार्टी के सांसद मीत हेयर के घर के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पंजाब सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए गए और सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों संदीप गिल और सुखविंदर सिंह ने कहा कि बरनाला विधानसभा उप चुनाव के मद्देनजर आज वह अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उनके संगठन पंजाब पे स्केल बहाली सांझा फ्रंट ने धरना दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाने से पहले वादा किया था कि सरकार बनने के बाद उन पर लगाया गया केंद्रीय पे स्केल हटा दिया जाएगा। लेकिन पिछले ढाई साल में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार ने उनके साथ एक भी बैठक नहीं की। इसके विरोध में वे आज बरनाला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने आये हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अब भी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे उप चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के करीब 50 हजार कर्मचारी इस केंद्रीय अधूरे वेतनमान से परेशान हैं। जो अपनी मांग पूरी होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे
कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे कतर की राजधानी दोहा में पुलिस की तरफ से कब्जे में लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों में से एक को सम्मान सहित लौटा दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के ऐतराज के बाद भारतीय दूतावास हरकत में आया। इसके बाद कतरी अधिकरियों के साथ संपर्क साधा गया। विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा- हमने कतरी अधिकारियों द्वारा जब्त किए गुरु ग्रंथ साहिब और सिख समुदाय द्वारा उनकी रिहाई की मांग के संबंध में रिपोर्ट देखी। सरकार ने पहले ही कतर पक्ष के साथ इस मामले को उठाया था और हमारे दूतावास ने दोहा में सिख समुदाय को घटनाक्रम से अवगत कराया। दूसरा स्वरूप के सम्मान का आश्वासन
प्रवक्ता ने कहा, कतर के अधिकारियों ने 2 व्यक्तियों से गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप ले लिए थे। इन पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप लगाया गया था। हमारे दूतावास ने स्थानीय कानूनों के दायरे में हर संभव सहायता दी। पवित्र पुस्तक का एक स्वरूप कतर के अधिकारियों द्वारा लौटा दिया गया और यह आश्वासन दिया कि दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा। SGPC ने उठाया था मामला
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा दिए गए आदेश के बाद शिरोमणि कमेटी ने भारत के विदेश मंत्री और कतर के दोहा में भारतीय राजदूत को पत्र लिखा था। एडवोकेट धामी ने कहा कि भाई घन्हैया ह्यूमैनिटेरियन एड के ध्यान में आया था कि एक सिख को दिसंबर 2023 में कतर में दोहा पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में रिहा कर दिया। लेकिन, उससे मिले स्वरूप पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए। अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे हैं स्वरूप
SGPC प्रधान ने बताया कि पकड़े गए सिख के पास से श्री गुरु ग्रंथ के 2 पवित्र स्वरूप मिले। उन्हें स्थानीय पुलिस प्रशासन ने थाने में रखा। ये स्वरूप अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे गए। ये गुरु साहिब का बहुत बड़ा अपमान है। उन्होंने कहा कि दोहा में गिरफ्तार किया गया सिख बिरकत अल-अवामेर में अपनी संपत्ति में स्थापित गुरुद्वारा साहिब में निजी तौर पर गुरु साहिब की पूजा करता था। दैनिक मानदंडों के अनुसार स्थानीय सिखों के साथ मेल जोल रखता था, लेकिन कतर सरकार की गैर-जिम्मेदारी के कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा स्वरूप भी जल्द लौटाया जाएगा
वक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि दूसरा स्वरूप अभी कतर पुलिस स्टेशन में ही है, लेकिन उसे सम्मान के साथ रखा जाएगा। विदेश मंत्रालय उच्च प्राथमिकता के साथ कतर अधिकारियों के साथ मामले पर चर्चा जारी रखेंगे और शीघ्र समाधान की आशा करते हैं।