हरियाणा के सोनीपत में शिक्षा विभाग द्वारा स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री- एपीएएआर (अपार) आईडी बनाने को लेकर स्कूलों में काम शुरू हो गया है। स्टूडेंट कार्ड में अपार आईडी नंबर लिखना जरूरी कर दिया है, ताकि विद्यार्थियों की नई पहचान जल्द उजागर हो सके। सोनीपत जिले में 2,64,299 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जानी है। इसको लेकर कुछ स्कूलों ने तो बच्चों को फार्म भी थमा दिए हैं, जो कि अभिभावकों की ओर से भरे जाने हैं। सोनीपत में प्री-प्राइमरी से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाई जाएगी। इसके बनने के बाद उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएगा। इसके बाद एक क्लिक में ही उनका पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड सामने आ जाएगा। सोनीपत में जिले के सरकार व प्राइवेट 1302 स्कूलों के 2 लाख 64 हजार 299 स्टूडेंट्स की अपार आईडी बनाई जाएगी। सभी विद्यार्थियों की 12 अंकों की यूनिक आईडी मिलेगी। शिक्षा विभाग के अनुसार अपार आईडी बनने के बाद विद्यार्थी देश भर में किसी भी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करेगा, उसकी आईडी वही रहेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह आईडी बनाते समय बच्चे से संबंधित सभी विवरण ध्यान पूर्वक भरें। इसमें बच्चे के माता-पिता का नाम, कक्षा, पिछली कक्षा का परिणाम, बच्चे की व्यक्तिगत जानकारियां शामिल रहेंगी। इस योजना का विद्यार्थियों व स्कूलों को फायदा मिलेगा। सोनीपत में इतने बच्चों की बनेगी अपार आईडी सोनीपत में प्री-प्राथमिक कक्षा के 11,219 बच्चों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी। इसी प्रकार कक्षा एक से 5 तक के बच्चों की संख्या 1,01,670 है। इन सभी की भी अपार आईडी बनाने का टार्गेट रखा गया है। इसी प्रकार कक्षा 6 से 8वीं के 70,324, 9वीं व 10वीं के 44,840 और 11वीं व 12वीं कक्षा के 36,246 स्टूडेंट्स की यूनिक आईडी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक छात्र की एक अद्वितीय और स्थाई 12-अंकीय आईडी बनाई जाएगी। यह छात्रों को रोजगार तक बेहतर पहुंच के लिए शैक्षणिक रिकॉर्ड आसानी से साझा करने में सहायक रहेगा। DEEO ने बताया, ये क्यों जरूरी सोनीपत के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) जितेंद्र छिक्कारा ने बताया कि एक देश-एक छात्र योजना को लागू करने के लिए विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा रही है। इसे डीजी लॉकर से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थी सभी दस्तावेज सुरक्षित रख सकेंगे। आईडी बनने पर विद्यार्थी को देश के किसी भी कोने में तलाश किया जा सकेगा। इससे ड्रॉप आउट को खत्म करने में मदद मिलेगी। ये होंगे फायदे अपार आईडी के माध्यम से छात्रों की परीक्षा परिणाम,रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल उपलब्धियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से संरक्षित की जाएगी। इन सभी आंकड़ों तक डिजी लॉकर से सरलता से पहुंचा जा सकेगा। आईडी का उच्च शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी योगदान होगा। हरियाणा के सोनीपत में शिक्षा विभाग द्वारा स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री- एपीएएआर (अपार) आईडी बनाने को लेकर स्कूलों में काम शुरू हो गया है। स्टूडेंट कार्ड में अपार आईडी नंबर लिखना जरूरी कर दिया है, ताकि विद्यार्थियों की नई पहचान जल्द उजागर हो सके। सोनीपत जिले में 2,64,299 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जानी है। इसको लेकर कुछ स्कूलों ने तो बच्चों को फार्म भी थमा दिए हैं, जो कि अभिभावकों की ओर से भरे जाने हैं। सोनीपत में प्री-प्राइमरी से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाई जाएगी। इसके बनने के बाद उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएगा। इसके बाद एक क्लिक में ही उनका पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड सामने आ जाएगा। सोनीपत में जिले के सरकार व प्राइवेट 1302 स्कूलों के 2 लाख 64 हजार 299 स्टूडेंट्स की अपार आईडी बनाई जाएगी। सभी विद्यार्थियों की 12 अंकों की यूनिक आईडी मिलेगी। शिक्षा विभाग के अनुसार अपार आईडी बनने के बाद विद्यार्थी देश भर में किसी भी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करेगा, उसकी आईडी वही रहेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह आईडी बनाते समय बच्चे से संबंधित सभी विवरण ध्यान पूर्वक भरें। इसमें बच्चे के माता-पिता का नाम, कक्षा, पिछली कक्षा का परिणाम, बच्चे की व्यक्तिगत जानकारियां शामिल रहेंगी। इस योजना का विद्यार्थियों व स्कूलों को फायदा मिलेगा। सोनीपत में इतने बच्चों की बनेगी अपार आईडी सोनीपत में प्री-प्राथमिक कक्षा के 11,219 बच्चों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी। इसी प्रकार कक्षा एक से 5 तक के बच्चों की संख्या 1,01,670 है। इन सभी की भी अपार आईडी बनाने का टार्गेट रखा गया है। इसी प्रकार कक्षा 6 से 8वीं के 70,324, 9वीं व 10वीं के 44,840 और 11वीं व 12वीं कक्षा के 36,246 स्टूडेंट्स की यूनिक आईडी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक छात्र की एक अद्वितीय और स्थाई 12-अंकीय आईडी बनाई जाएगी। यह छात्रों को रोजगार तक बेहतर पहुंच के लिए शैक्षणिक रिकॉर्ड आसानी से साझा करने में सहायक रहेगा। DEEO ने बताया, ये क्यों जरूरी सोनीपत के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) जितेंद्र छिक्कारा ने बताया कि एक देश-एक छात्र योजना को लागू करने के लिए विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा रही है। इसे डीजी लॉकर से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थी सभी दस्तावेज सुरक्षित रख सकेंगे। आईडी बनने पर विद्यार्थी को देश के किसी भी कोने में तलाश किया जा सकेगा। इससे ड्रॉप आउट को खत्म करने में मदद मिलेगी। ये होंगे फायदे अपार आईडी के माध्यम से छात्रों की परीक्षा परिणाम,रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल उपलब्धियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से संरक्षित की जाएगी। इन सभी आंकड़ों तक डिजी लॉकर से सरलता से पहुंचा जा सकेगा। आईडी का उच्च शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी योगदान होगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री की मां का निधन:62 वर्ष की थीं, अचानक खराब हुई तबीयत; अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और पिहोवा विधायक संदीप सिंह की मां दलजीत कौर का निधन हो गया है। दलजीत कौर की बुधवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दलजीत कौर 62 साल की थीं। वह आज दिल्ली स्थित अपने आवास पर थीं। सुबह करीब साढ़े आठ बजे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उन्हें पास के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शाम पांच बजे शाहाबाद मारकंडा के बराड़ा रोड स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब के पास स्थित स्वर्ग धाम में होगा।
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हरियाणा चुनाव के बीच कांग्रेस दोफाड़:भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा प्रचार में डटे लेकिन सैलजा समर्थक 5 उम्मीदवारों से दूरी; सिरसा सांसद नाराज होकर घर बैठीं हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस दोफाड़ हो गई है। टिकट बंटवारे के बाद से ही चुनाव प्रचार के दौरान सांसद कुमारी सैलजा कहीं दिखाई नहीं दे रहीं। वहीं, पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा उन पार्टी उम्मीदवारों को सपोर्ट नहीं कर रहे, जिन्हें सैलजा की पैरवी से टिकट मिला है। ऐसे में प्रदेश की 5 सीटों पर पार्टी कमजोर हो चली है। सैलजा की अनुपस्थिति में ये 5 सीटों के उम्मीदवार अपना चुनाव प्रचार खुद ही कर रहे हैं। इनकी टक्कर भाजपा के बड़े चेहरों से है, इसलिए इन उम्मीदवारों की जीत की डगर काफी मुश्किल है। कांग्रेस कैंडिडेट के सामने बेटी उतारकर मुश्किल बढ़ाई
अंबाला सिटी से हुड्डा गुट के कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह ने अपनी ही बेटी चित्रा सरवारा को अंबाला कैंट विधानसभा से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतार दिया है। इससे कांग्रेस कैंडिडेट परविंदर परी की मुसीबत बढ़ गई है। इस सीट पर उनका मुकाबला पहले से ही कड़ा था, क्योंकि यहां से भाजपा ने पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को टिकट दिया है। वहीं, हिसार में कांग्रेस कैंडिडेट राम निवास राड़ा को हुड्डा समर्थकों का खुलकर समर्थन नहीं मिल रहा है। इसके अलावा फतेहाबाद विधानसभा में हुड्डा के नजदीकी नेताओं ने बलवान सिंह दौतलपुरिया के प्रचार से दूरी बना ली है। अंबाला में सैलजा का खुद का जनाधार
हालांकि, पंचकूला में पूर्व डिप्टी CM चंद्रमोहन बिश्नोई और जगाधरी विधानसभा से पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा से यहां उन्हें सीधी टक्कर मिल रही है। चुनाव प्रचार में दोनों को कुमारी सैलजा की कमी खल रही है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद कुमारी सैलजा अंबाला से सांसद रह चुकी हैं। यहां उनका अपना जनाधार भी है। इन सभी पांचों सीटों पर कांग्रेस को 2019 में हार का सामना करना पड़ा था। खास बात यह है कि इन सीटों पर भाजपा के विधायक ही चुनाव लड़ हैं। इनमें से विधानसभा स्पीकर सहित 3 कैबिनेट मंत्री हैं। सैलजा समर्थकों की सीटें इस तरह फंसीं फतेहाबाद : यहां कांग्रेस ने बलवान सिंह दौलतपुरिया को मैदान में उतारा है। बलवान सिंह 2014 में यहां से इनेलो की टिकट पर विधायक बने थे। 2019 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। अब उन्हें टिकट मिला है तो कांग्रेस नेताओं और हुड्डा समर्थकों प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, डॉ. वीरेंद्र सिवाच सहित कई ने प्रचार से दूरी बना ली है। हुड्डा के ये समर्थक अपने लिए टिकट की दावेदारी जता रहे थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने बलवान सिंह को टिकट दे दिया। अब वह अकेले मैदान में डटे हुए हैं। यहां बलवान की टक्कर भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई के भाई भाजपा कैंडिडेट दुड़ाराम बिश्नोई और इनेलो की सुनैना चौटाला से है। पंचकूला : पूर्व CM भजनलाल के बड़े बेटे पूर्व डिप्टी CM चंद्रमोहन बिश्नोई कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार वह भाजपा के ज्ञानचंद गुप्ता से हार गए थे। इस बार भी ज्ञानचंद से ही उनका मुकाबला है। पंचकूला से 2019 में BJP के ज्ञान चंद गुप्ता ने करीब 6 हजार वोटों से चंद्र मोहन को हराया था। वहीं, 2014 में भी ज्ञान चंद गुप्ता ने यहां से जीत हासिल की थी। हिसार : कांग्रेस की टिकट पर राम निवास राड़ा यहां से दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। राड़ा 2019 चुनाव में बुरी तरह हारे थे। भाजपा के डॉ. कमल गुप्ता ने राड़ा को हराया था। कमल गुप्ता इसके बाद कैबिनेट मंत्री बने। इस बार मुकाबला और कड़ा है। यहां निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल भी मैदान में हैं, जो 2 बार विधायक रह चुकी हैं। वहीं, कमल गुप्ता भी 2 बार के विधायक हैं। हुड्डा खेमे के अधिकतर लोग टिकट न मिलने से नाराज हैं। जगाधरी : सैजला गुट के अकरम खान यहां लगातार सक्रिय हैं, लेकिन 2 बार से हार रहे हैं। इस बार भी उनकी टक्कर भाजपा कैंडिडेट कंवरपाल गुर्जर से हैं। कंवरपाल कैबिनेट में 10 साल मंत्री रहे हैं। अकरम खान को यहां टिकट कटने वालों का साथ नहीं मिल रहा। यहां दलित वोटर निर्णायक माने जाते हैं, लेकिन सैलजा के मैदान में न आने से पेंच फंसा हुआ है। इसलिए, हुड्डा से ही अकरम खान को आस है। अंबाला कैंट : सैलजा गुट के परविंदर परी को भाजपा कैंडिडेट अनिल विज के साथ कांग्रेस की ही बागी हुड्डा गुट की नेता चित्रा सरवारा से मुकाबला करना पड़ रहा है। 2 मजबूत कैंडिडेटों के सामने परविंदर परी अकेले पड़ गए हैं। वहीं, चित्रा के पिता निर्मल सिंह हुड्डा गुट से हैं और अंबाला सिटी से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में हुड्डा गुट परविंदर के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। परविंदर को अब कुमारी सैलजा से ही आस है। कांग्रेस ने सैलजा को ऐसी सीटें दीं जहां 2 साल से कांग्रेस नहीं
कांग्रेस हाईकमान की ओर से हुड्डा गुट ने सैलजा समर्थकों को 5 वहीं सीटें दी हैं, जहां भाजपा पहले से मजबूत है और लगातार 2 बार से चुनाव जीत रही है। फतेहाबाद, हिसार, पंचकूला, जगाधरी और अंबाला कैंट सीट कांग्रेस के लिए नाक का सवाल है, लेकिन यहां गुटबाजी के कारण भाजपा को फिर से उम्मीद नजर आ रही है। वहीं, टिकट वितरण में तवज्जो न मिलने और हुड्डा समर्थकों द्वारा टारगेट करने से कुमारी सैलजा प्रचार से दूर हैं। वह 15 सितंबर से लगातार चुनाव कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं।
सोनीपत में CM सैनी का भूपेंद्र हुड्डा पर तंज:बोले-सस्ता सिलेंडर लेना है तो BPL कार्ड बनवा लें; कांग्रेस राज में OBC का शोषण
सोनीपत में CM सैनी का भूपेंद्र हुड्डा पर तंज:बोले-सस्ता सिलेंडर लेना है तो BPL कार्ड बनवा लें; कांग्रेस राज में OBC का शोषण हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रविवार को सोनीपत में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसा। सनपेड़ा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि ‘हुड्डा साहब आपको भी 500 रुपए में गैस सिलेंडर लेना है, तो बीपीएल कार्ड बनवा ले’। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस को दिखाएंगे राज कैसे चलता है। बारिश कम होने के चलते किसानों को सहायता राशि देने का काम भाजपा ने किया है। भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली भी उनके साथ थे। गन्नौर हलके के गांव सनपेड़ा में जोगी समाज द्वारा रविवार को स्वाभिमान रैली की गई। यहां मंच से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने दावा किया कि प्रदेश में एक बार फिर तीसरी बार भाजपा सरकार बनाने जा रही है। आज हरियाणा के सभी वर्ग के लोग उनके साथ हैं। सीएम नायब सैनी ने कहा कि जोगी समाज ने देश की आजादी के लिए कुर्बानियां दी हैं। जोगी समाज ने समाज के कल्याण के लिए काम किए हैं। जोगी समाज ओबीसी का प्रमुख अंग है। पीएम मोदी ने ओबीसी समाज को अधिकार दिए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से ही ओबीसी समाज का शोषण किया है। अब कांग्रेसी हिसाब मांगने के लिए निकले हैं। किसी भी व्यक्ति को चिंता करने की जरूरत नहीं है, आपका बेटा हरियाणा की सेवा में जुटा है। सीएम ने कहा कि हरियाणा का जन जन बोल रहा है कि बीसी समाज के बेटे ने काम करके दिखाया है। ये तो ट्रेलर है। हम कांग्रेस को 1 अक्टूबर के बाद फिल्म दिखाने का काम करेंगे। कांग्रेस तो गरीब को और गरीब करने का काम करती है। जबकि बीजेपी तो गरीब आदमी को मजबूत करती है। नायब सिंह सैनी ने समाज से बीजेपी के पक्ष में वोट डालने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीज के अवसर पर प्रदेश में गैस सिलेंडर 500 रुपए में मिल रहा है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा कि हुड्डा साहब आपको भी गैस सिलेंडर लेना है तो बीपीएल कार्ड बनवा लें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विकास को 545 करोड़ रुपए देने का काम किया जा चुका है। चुनाव आचार संहिता लागू हो गई, वर्ना और भी रुपए भेज देते। उन्होंने कहा कि सीएम आवास के दरवाजे आम आदमी के लिए रात को भी खुले हैं।