सोनीपत में ढ़ाई लाख स्टूडेंट्स को मिलेगा खास नंबर:1302 स्कूलों में अपार ID बनाने की प्रक्रिया शुरू; एक क्लिक पर मिलेगा पूरा रिकॉर्ड

सोनीपत में ढ़ाई लाख स्टूडेंट्स को मिलेगा खास नंबर:1302 स्कूलों में अपार ID बनाने की प्रक्रिया शुरू; एक क्लिक पर मिलेगा पूरा रिकॉर्ड

हरियाणा के सोनीपत में शिक्षा विभाग द्वारा स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री- एपीएएआर (अपार) आईडी बनाने को लेकर स्कूलों में काम शुरू हो गया है। स्टूडेंट कार्ड में अपार आईडी नंबर लिखना जरूरी कर दिया है, ताकि विद्यार्थियों की नई पहचान जल्द उजागर हो सके। सोनीपत जिले में 2,64,299 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जानी है। इसको लेकर कुछ स्कूलों ने तो बच्चों को फार्म भी थमा दिए हैं, जो कि अभिभावकों की ओर से भरे जाने हैं। सोनीपत में प्री-प्राइमरी से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाई जाएगी। इसके बनने के बाद उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएगा। इसके बाद एक क्लिक में ही उनका पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड सामने आ जाएगा। सोनीपत में जिले के सरकार व प्राइवेट 1302 स्कूलों के 2 लाख 64 हजार 299 स्टूडेंट्स की अपार आईडी बनाई जाएगी। सभी विद्यार्थियों की 12 अंकों की यूनिक आईडी मिलेगी। शिक्षा विभाग के अनुसार अपार आईडी बनने के बाद विद्यार्थी देश भर में किसी भी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करेगा, उसकी आईडी वही रहेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह आईडी बनाते समय बच्चे से संबंधित सभी विवरण ध्यान पूर्वक भरें। इसमें बच्चे के माता-पिता का नाम, कक्षा, पिछली कक्षा का परिणाम, बच्चे की व्यक्तिगत जानकारियां शामिल रहेंगी। इस योजना का विद्यार्थियों व स्कूलों को फायदा मिलेगा। सोनीपत में इतने बच्चों की बनेगी अपार आईडी सोनीपत में प्री-प्राथमिक कक्षा के 11,219 बच्चों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी। इसी प्रकार कक्षा एक से 5 तक के बच्चों की संख्या 1,01,670 है। इन सभी की भी अपार आईडी बनाने का टार्गेट रखा गया है। इसी प्रकार कक्षा 6 से 8वीं के 70,324, 9वीं व 10वीं के 44,840 और 11वीं व 12वीं कक्षा के 36,246 स्टूडेंट्स की यूनिक आईडी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक छात्र की एक अद्वितीय और स्थाई 12-अंकीय आईडी बनाई जाएगी। यह छात्रों को रोजगार तक बेहतर पहुंच के लिए शैक्षणिक रिकॉर्ड आसानी से साझा करने में सहायक रहेगा। DEEO ने बताया, ये क्यों जरूरी सोनीपत के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) जितेंद्र छिक्कारा ने बताया कि एक देश-एक छात्र योजना को लागू करने के लिए विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा रही है। इसे डीजी लॉकर से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थी सभी दस्तावेज सुरक्षित रख सकेंगे। आईडी बनने पर विद्यार्थी को देश के किसी भी कोने में तलाश किया जा सकेगा। इससे ड्रॉप आउट को खत्म करने में मदद मिलेगी। ये होंगे फायदे अपार आईडी के माध्यम से छात्रों की परीक्षा परिणाम,रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल उपलब्धियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से संरक्षित की जाएगी। इन सभी आंकड़ों तक डिजी लॉकर से सरलता से पहुंचा जा सकेगा। आईडी का उच्च शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी योगदान होगा। हरियाणा के सोनीपत में शिक्षा विभाग द्वारा स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री- एपीएएआर (अपार) आईडी बनाने को लेकर स्कूलों में काम शुरू हो गया है। स्टूडेंट कार्ड में अपार आईडी नंबर लिखना जरूरी कर दिया है, ताकि विद्यार्थियों की नई पहचान जल्द उजागर हो सके। सोनीपत जिले में 2,64,299 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जानी है। इसको लेकर कुछ स्कूलों ने तो बच्चों को फार्म भी थमा दिए हैं, जो कि अभिभावकों की ओर से भरे जाने हैं। सोनीपत में प्री-प्राइमरी से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाई जाएगी। इसके बनने के बाद उनका रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएगा। इसके बाद एक क्लिक में ही उनका पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड सामने आ जाएगा। सोनीपत में जिले के सरकार व प्राइवेट 1302 स्कूलों के 2 लाख 64 हजार 299 स्टूडेंट्स की अपार आईडी बनाई जाएगी। सभी विद्यार्थियों की 12 अंकों की यूनिक आईडी मिलेगी। शिक्षा विभाग के अनुसार अपार आईडी बनने के बाद विद्यार्थी देश भर में किसी भी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करेगा, उसकी आईडी वही रहेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह आईडी बनाते समय बच्चे से संबंधित सभी विवरण ध्यान पूर्वक भरें। इसमें बच्चे के माता-पिता का नाम, कक्षा, पिछली कक्षा का परिणाम, बच्चे की व्यक्तिगत जानकारियां शामिल रहेंगी। इस योजना का विद्यार्थियों व स्कूलों को फायदा मिलेगा। सोनीपत में इतने बच्चों की बनेगी अपार आईडी सोनीपत में प्री-प्राथमिक कक्षा के 11,219 बच्चों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी। इसी प्रकार कक्षा एक से 5 तक के बच्चों की संख्या 1,01,670 है। इन सभी की भी अपार आईडी बनाने का टार्गेट रखा गया है। इसी प्रकार कक्षा 6 से 8वीं के 70,324, 9वीं व 10वीं के 44,840 और 11वीं व 12वीं कक्षा के 36,246 स्टूडेंट्स की यूनिक आईडी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक छात्र की एक अद्वितीय और स्थाई 12-अंकीय आईडी बनाई जाएगी। यह छात्रों को रोजगार तक बेहतर पहुंच के लिए शैक्षणिक रिकॉर्ड आसानी से साझा करने में सहायक रहेगा। DEEO ने बताया, ये क्यों जरूरी सोनीपत के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) जितेंद्र छिक्कारा ने बताया कि एक देश-एक छात्र योजना को लागू करने के लिए विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा रही है। इसे डीजी लॉकर से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थी सभी दस्तावेज सुरक्षित रख सकेंगे। आईडी बनने पर विद्यार्थी को देश के किसी भी कोने में तलाश किया जा सकेगा। इससे ड्रॉप आउट को खत्म करने में मदद मिलेगी। ये होंगे फायदे अपार आईडी के माध्यम से छात्रों की परीक्षा परिणाम,रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, लर्निंग आउटकम, ओलंपियाड, स्किल ट्रेनिंग और खेल उपलब्धियों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप से संरक्षित की जाएगी। इन सभी आंकड़ों तक डिजी लॉकर से सरलता से पहुंचा जा सकेगा। आईडी का उच्च शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी योगदान होगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर