‘जब विपक्ष नहीं खाया समोसा, तो कैसे हो गई सरकार विरोधी…’, जयराम ठाकुर का CM सुक्खू पर तंज

‘जब विपक्ष नहीं खाया समोसा, तो कैसे हो गई सरकार विरोधी…’, जयराम ठाकुर का CM सुक्खू पर तंज

<p style=”text-align: justify;”><strong>Samosa Controversy in Himachal Pradesh:</strong> समोसा हिमाचल प्रदेश की राजनीति का ‘कीवर्ड’ बन गया है. राज्य में हर जगह समोसे को लेकर ही चर्चा हो रही है. हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने समोसे पर हुए विवाद को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार एक के बाद एक गलत फैसला ले रही है. राज्य में अब समोसे का विषय चर्चा में आ गया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार बिना सोचे-समझे ही फैसले लेती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फजीहत के बाद फैसले होते हैं वापस- जयराम ठाकुर&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से लिए गए फैसलों पर जब जग हंसाई होती है, तब उन फसलों को वापस ले लिया जाता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि बात चाहे टॉयलेट टैक्स हो या फिर एचआरटीसी में लगेज पॉलिसी की, हर जगह फजीहत के बाद सरकार बैकफुट पर चली जाती है. उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य सरकार ने दो साल से खाली पड़े स्थाई और अस्थाई पदों को खत्म करने का फैसला लिया है. इस जनविरोधी निर्णय को भी राज्य सरकार फजीहत के बाद वापस लेने के बारे में सोच रही है. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सब के बाद अब सीआईडी समोसे के गुम की जांच कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>समोसे का गुम होना सबसे गंभीर मुद्दा क्यों?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य सीआईडी को इस बात की जांच करनी पड़ रही है कि मुख्यमंत्री के लिए जो समोसे लाए गए थे, वह मुख्यमंत्री तक पहुंचे क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य की सीआईडी यह ढूंढने में लगी है कि समोसे आखिर गुम कहां हो गए. उन्होंने कहा कि राज्य में कई गंभीर मुद्दे हैं, लेकिन सरकार को समोसे का गुम होना सबसे गंभीर मुद्दा लग रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे भी बड़ी हैरानी की बात यह है कि समोसे मुख्यमंत्री के अलावा किन्हीं अन्य व्यक्तियों का खा लेना राज्य सरकार को सीआईडी को सरकार विरोधी कृत्य लग रहा है. जयराम ठाकुर ने तंज करते हुए कहा कि जब समोसे विपक्ष के किसी सदस्य ने नहीं खाए, तो राज्य सरकार को यह कृत्य जन विरोधी कैसे लग सकता है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े-बड़े भ्रष्टाचार हो रहे हैं, लेकिन सरकार समोसे की गुम होने की जांच करवाना ज्यादा महत्वपूर्ण समझती है. उन्होंने सरकार को सलाह दी है कि बिना सोचे समझे इस तरह के फैसला न लें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विपक्ष कर रहा है राजनीति- नरेश चौहान&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुबह के वक्त इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि सीआईडी की ओर से इस पूरे मामले में किसी तरह की जांच के कोई आदेश जारी नहीं किए गए थे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस पूरे मामले में राजनीति करने का काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Samosa Controversy in Himachal Pradesh:</strong> समोसा हिमाचल प्रदेश की राजनीति का ‘कीवर्ड’ बन गया है. राज्य में हर जगह समोसे को लेकर ही चर्चा हो रही है. हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने समोसे पर हुए विवाद को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार एक के बाद एक गलत फैसला ले रही है. राज्य में अब समोसे का विषय चर्चा में आ गया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार बिना सोचे-समझे ही फैसले लेती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फजीहत के बाद फैसले होते हैं वापस- जयराम ठाकुर&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से लिए गए फैसलों पर जब जग हंसाई होती है, तब उन फसलों को वापस ले लिया जाता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि बात चाहे टॉयलेट टैक्स हो या फिर एचआरटीसी में लगेज पॉलिसी की, हर जगह फजीहत के बाद सरकार बैकफुट पर चली जाती है. उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य सरकार ने दो साल से खाली पड़े स्थाई और अस्थाई पदों को खत्म करने का फैसला लिया है. इस जनविरोधी निर्णय को भी राज्य सरकार फजीहत के बाद वापस लेने के बारे में सोच रही है. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सब के बाद अब सीआईडी समोसे के गुम की जांच कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>समोसे का गुम होना सबसे गंभीर मुद्दा क्यों?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य सीआईडी को इस बात की जांच करनी पड़ रही है कि मुख्यमंत्री के लिए जो समोसे लाए गए थे, वह मुख्यमंत्री तक पहुंचे क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य की सीआईडी यह ढूंढने में लगी है कि समोसे आखिर गुम कहां हो गए. उन्होंने कहा कि राज्य में कई गंभीर मुद्दे हैं, लेकिन सरकार को समोसे का गुम होना सबसे गंभीर मुद्दा लग रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे भी बड़ी हैरानी की बात यह है कि समोसे मुख्यमंत्री के अलावा किन्हीं अन्य व्यक्तियों का खा लेना राज्य सरकार को सीआईडी को सरकार विरोधी कृत्य लग रहा है. जयराम ठाकुर ने तंज करते हुए कहा कि जब समोसे विपक्ष के किसी सदस्य ने नहीं खाए, तो राज्य सरकार को यह कृत्य जन विरोधी कैसे लग सकता है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े-बड़े भ्रष्टाचार हो रहे हैं, लेकिन सरकार समोसे की गुम होने की जांच करवाना ज्यादा महत्वपूर्ण समझती है. उन्होंने सरकार को सलाह दी है कि बिना सोचे समझे इस तरह के फैसला न लें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विपक्ष कर रहा है राजनीति- नरेश चौहान&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुबह के वक्त इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि सीआईडी की ओर से इस पूरे मामले में किसी तरह की जांच के कोई आदेश जारी नहीं किए गए थे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस पूरे मामले में राजनीति करने का काम कर रही है.</p>
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