कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के अधीन चल रहे जन शिक्षण संस्थान मंडी के कौशल दीक्षांत समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और प्रमाण पत्र वितरित किये। सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रशिक्षुओं को संबोधित किया करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत करके युवाओं के लिए स्वरोजगार व रोजगार की राह आसान की है। आज करोड़ों लोग स्वरोजगार से आत्मनिर्भर हुए है। उन्होंने कहा कि, पूर्व की भाजपा सरकार ने भी कई योजनाएं ऐसी चलाई जिससे लोगों को स्वरोजगार चलाने के लिए मदद मिली। जन शिक्षण संस्थान की शुरुथात 1967 में हुई थी और इसे श्रमिक विद्या पीठ के नाम से जाना जाता था। वर्ष 2000 में इसे जन शिक्षण संस्थान के नाम से शुरू किया गया और पूरे देश में इसे चलाया जा रहा है। हिमाचल में इसे शिक्षा समिति चला रही है जिसके अंतर्गत मंडी और शिमला में दो जन शिक्षण संस्थान चल रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में स्वरोजगार की भावना बढ़ाना है और शिक्षा से बंचित लोगों को आजीविका कमाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना है। अब तक संस्थान ने 1800 लाभार्थियों के लक्ष्य में से 1671 को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिलाया है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना उद्देश्य : जयराम इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन लोगों को सशक्त बनाना है जो औपचारिक शिक्षा से छूट गए हैं या जिनके पास कौशल की कमी है। ये प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थी अब रोजगार प्राप्त करने के साथ साथ स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं जिससे इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और समाज में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत अध्यक्ष एवं मंडी और शिमला के अध्यक्ष मोहन सिंह केष्टा ने कहा कि जयराम ठाकुर ने अपने मुख्यमंत्री रहते कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की थी जिसका ऐसे कई वंचित वर्गों को लाभ हुआ है। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के अधीन चल रहे जन शिक्षण संस्थान मंडी के कौशल दीक्षांत समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और प्रमाण पत्र वितरित किये। सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रशिक्षुओं को संबोधित किया करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत करके युवाओं के लिए स्वरोजगार व रोजगार की राह आसान की है। आज करोड़ों लोग स्वरोजगार से आत्मनिर्भर हुए है। उन्होंने कहा कि, पूर्व की भाजपा सरकार ने भी कई योजनाएं ऐसी चलाई जिससे लोगों को स्वरोजगार चलाने के लिए मदद मिली। जन शिक्षण संस्थान की शुरुथात 1967 में हुई थी और इसे श्रमिक विद्या पीठ के नाम से जाना जाता था। वर्ष 2000 में इसे जन शिक्षण संस्थान के नाम से शुरू किया गया और पूरे देश में इसे चलाया जा रहा है। हिमाचल में इसे शिक्षा समिति चला रही है जिसके अंतर्गत मंडी और शिमला में दो जन शिक्षण संस्थान चल रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में स्वरोजगार की भावना बढ़ाना है और शिक्षा से बंचित लोगों को आजीविका कमाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना है। अब तक संस्थान ने 1800 लाभार्थियों के लक्ष्य में से 1671 को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिलाया है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना उद्देश्य : जयराम इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन लोगों को सशक्त बनाना है जो औपचारिक शिक्षा से छूट गए हैं या जिनके पास कौशल की कमी है। ये प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थी अब रोजगार प्राप्त करने के साथ साथ स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं जिससे इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और समाज में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत अध्यक्ष एवं मंडी और शिमला के अध्यक्ष मोहन सिंह केष्टा ने कहा कि जयराम ठाकुर ने अपने मुख्यमंत्री रहते कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की थी जिसका ऐसे कई वंचित वर्गों को लाभ हुआ है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में धीमा पड़ा मानसून:मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान, कई शहरों गिरा तापमान, ठंड का एहसास
हिमाचल में धीमा पड़ा मानसून:मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान, कई शहरों गिरा तापमान, ठंड का एहसास हिमाचल प्रदेश में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने वाली है। मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार से प्रदेश भर में मौसम साफ बने रहने का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी मौसम साफ रहने के पूर्वानुमान के बीच शिमला में बादल छाए हुए है। IMD के अनुसार आज से हिमाचल प्रदेश में बारिश नहीं होने के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आगामी कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। इस दौरान बारिश को लेकर किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं रहने वाला है। IMD के अनुसार आगामी 13 सितंबर तक प्रदेश में मौसम साफ बना रह सकता है। इस दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में अचानक हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। परन्तु अधिकतर स्थानों में मौसम साफ बना रहेगा। 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार प्रदेश में इस बार 2 जिलों को छोड़ बाकी जगह सामान्य से कम बारिश हुई है। शिमला और बिलासपुर में सामान्य या उससे ज्यादा बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में पूरे मानसून सीजन में औसतन 21 फीसदी बारिश सामान्य से कम हुई है। प्रदेश में गिरने लगा तापमान, ठंड का एहसास हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों के मुकाबले तापमान में गिरावट आई है। शिमला सहित प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है। बीते दिनों के मुकाबले में तापमान में काफी गिरावट आई है। मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में सबसे अधिक तापमान ऊना में 32℃ और सबसे कम तापमान केलांग में 9.7℃ दर्ज किया गया है। राजधानी शिमला में तापमान में गिरावट आई है। जिससे लोगो को सुबह शाम ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है।
दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग
दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग दुनिया को आज (9 नवंबर) नया पैराग्लाइडिंग चैंपियन मिल जाएगा। हिमाचल में कांगड़ा स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग घाटी में चल रहे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आज आखिरी दिन है। पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर अमेरिका के ऑस्टिन कोकस हैं। उन्हें अभी तक 2991 पॉइंट मिले हैं। भारत के रणजीत सिंह 2871 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। पोलैंड के डामर कैपिटा 2844 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में पोलैंड की जोना कोकोट 2486 पॉइंट के साथ पहले नंबर पर है। जर्मनी की डरिया अल्टीकवा 1329 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर चल रही हैं। ब्राजील की मरीना ओलेक्सिन 1232 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है। आज इन प्रतिभागियों को फाइनल टास्क दिए जाएंगे। आज के पॉइंट जुड़ने के बाद दुनिया को महिला व पुरुष वर्ग में नया वर्ल्ड चैंपियन मिल जाएगा। 121 किलोमीटर का सबसे लंबा टास्क किया पूरा बीड़ बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर है। जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। इस चैम्पियनशिप का आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और हिमाचल पर्यटन विभाग कर रहा है। बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रवक्ता ने अंकित सूद ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पार्टिसिपेंट्स को सबसे लंबा टास्क 121 किलोमीटर का दिया गया था, जिसे प्रतिभागियों ने पूरा किया। हालांकि बीते मंगलवार को 145 किलोमीटर का भी टास्क दिया गया था, लेकिन उस दिन खराब मौसम की वजह से उड़ान नहीं हो पाई थी। इस तरह मिलते हैं पॉइंट पैराग्लाइडरों को हर रोज उड़ान के टास्क दिए जाते हैं। टास्क के दौरान इन्हें अलग-अलग स्टेशन टच करने होते हैं। जो सबसे पहले सारे स्टेशन टच करके व निश्चित दूरी को तय करके टेक ऑफ साइट पर पहुंचता है, उसे ज्यादा पॉइंट दिए जाते हैं। इस तरह हर रोज के पॉइंट जुड़ते जाते हैं। प्रतियोगिता के आखिर दिन सबसे ज्यादा पॉइंट लेने वाले पैराग्लाइडर को विजयी घोषित किया जाता है। सुक्खू की जगह धर्माणी चीफ गेस्ट आएंगे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को आना था, लेकिन सुक्खू महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार के लिए गए हैं। इसलिए आखिरी मौके पर राज्य के टीसीपी एवं हाउसिंग मिनिस्टर राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे और विजेताओं को पुरस्कार देंगे। हिमाचल में यहां-यहां होती है पैराग्लाइडिंग हिमाचल में बीड़ बिलिंग के अलावा कुल्लू के डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में भी पैराग्लाइडिंग होती। पिछले 2 सालों से शिमला के जुन्गा में भी पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। देशभर से पहाड़ों पर पहुंचने वाले पर्यटक भी इन साइट पर पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा सकते हैं। ढाई हजार से 3 हजार तक फीस बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लिए 3 हजार रुपए फीस है। जिसमें पैराग्लाइडर 15 से 20 मिनट तक बिलिंग घाटी में उड़ान भरते हैं। इसी तरह डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में 2 हजार रुपए से 2500 रुपए देकर पैराग्लाइडिंग की जा सकती है। इन साइट्स पर बरसात के मौसम में पैराग्लाइडिंग बंद कर दी जाती है, क्योंकि इसके लिए मौसम का साफ होना जरूरी होता है। खराब मौसम में उड़ान नहीं भरी जा सकती।