हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे 15 और 16 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। आज और कल प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। IMD ने आज 3 जिले मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। 43 दिन के ड्राइ स्पेल टूटने का इंतजार प्रदेश में 43 दिन से बारिश नहीं हो रही। 15 और 16 नवंबर को भी 4 जिलों में ही बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। बारिश नहीं होने की वजह से राज्य में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज और कल का दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया। हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे 15 और 16 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। आज और कल प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। IMD ने आज 3 जिले मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। 43 दिन के ड्राइ स्पेल टूटने का इंतजार प्रदेश में 43 दिन से बारिश नहीं हो रही। 15 और 16 नवंबर को भी 4 जिलों में ही बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। बारिश नहीं होने की वजह से राज्य में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज और कल का दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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