हरियाणा के रेवाड़ी शहर में गुरुवार को मोती चौक बाजार बंद कर व्यापारियों ने नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि वह नगर परिषद के उन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं जिन्होंने उनके साथ गलत तरीके से व्यवहार किया है। साथ ही नियमों के विपरित जाकर चालान किया है। अमित यादव सहित अन्य व्यापारियों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक दुकानें बंद रहेंगी। अगर जरूरत पड़ी तो पूरा बाजार भी बंद हो सकता है। बाजार बंद देख भाजपा जिला अध्यक्ष वंदना पोपली ने हाथ जोड़कर व्यापारियों से बाजार खोलने की अपील की, मगर व्यापारी कार्रवाई की जिद पर अड़े हुए हैं। फिलहाल नगर परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है। पीली पट्टी के अंदर रखे सामान का चालान काटा बुधवार को नगर परिषद की टीम अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रही थी। मोती चौक के व्यापारियों ने नगर परिषद के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने उन दुकानदारों के चालान काटे, जिन्होंने पीली पट्टी के अंदर अपना सामान रखा हुआ था। जबकि नियम के मुताबिक पीली पट्टी के बाहर सामान रखने वालों के चालान काटे जाने चाहिए थे, जिस पर सभी व्यापारी सहमत भी थे। लगातार दो दिन शांतिपूर्ण कार्रवाई चल रही थी। व्यापारियों का यह भी आरोप था कि इस दौरान नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुरा व्यवहार भी किया। साथ ही कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। देखते ही देखते व्यापारी एकजुट हो गए और अपनी दुकान बंद कर प्रदर्शन करने लगे। व्यापारी अमित और रमेश ने बताया कि मोती चौक के पास नगर परिषद ने गलत व्यवहार किया है, जिस वजह से व्यापारी काफी आहत हुए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो जल्द ही बड़ा फैसला लिया जाएगा। इसके लिए सभी व्यापारी एकजुट हैं। हरियाणा के रेवाड़ी शहर में गुरुवार को मोती चौक बाजार बंद कर व्यापारियों ने नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि वह नगर परिषद के उन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं जिन्होंने उनके साथ गलत तरीके से व्यवहार किया है। साथ ही नियमों के विपरित जाकर चालान किया है। अमित यादव सहित अन्य व्यापारियों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक दुकानें बंद रहेंगी। अगर जरूरत पड़ी तो पूरा बाजार भी बंद हो सकता है। बाजार बंद देख भाजपा जिला अध्यक्ष वंदना पोपली ने हाथ जोड़कर व्यापारियों से बाजार खोलने की अपील की, मगर व्यापारी कार्रवाई की जिद पर अड़े हुए हैं। फिलहाल नगर परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है। पीली पट्टी के अंदर रखे सामान का चालान काटा बुधवार को नगर परिषद की टीम अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रही थी। मोती चौक के व्यापारियों ने नगर परिषद के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने उन दुकानदारों के चालान काटे, जिन्होंने पीली पट्टी के अंदर अपना सामान रखा हुआ था। जबकि नियम के मुताबिक पीली पट्टी के बाहर सामान रखने वालों के चालान काटे जाने चाहिए थे, जिस पर सभी व्यापारी सहमत भी थे। लगातार दो दिन शांतिपूर्ण कार्रवाई चल रही थी। व्यापारियों का यह भी आरोप था कि इस दौरान नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुरा व्यवहार भी किया। साथ ही कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। देखते ही देखते व्यापारी एकजुट हो गए और अपनी दुकान बंद कर प्रदर्शन करने लगे। व्यापारी अमित और रमेश ने बताया कि मोती चौक के पास नगर परिषद ने गलत व्यवहार किया है, जिस वजह से व्यापारी काफी आहत हुए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो जल्द ही बड़ा फैसला लिया जाएगा। इसके लिए सभी व्यापारी एकजुट हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य
विनेश फोगाट के सिल्वर मेडल पर फैसला आज:IOA ने वजन बढ़ने पर खिलाड़ी-कोच जिम्मेदार ठहराए; 100 ग्राम ज्यादा पर हुई थीं अयोग्य हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका आज फैसला हो जाएगा। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) आज अपना फैसला सुना सकता है। 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसला सुनने की बात कही थी। आज डॉ. एनाबेले बेनेट फैसला सुनाएंगी। विनेश के पक्ष में दलीलें दी गईं कि रेसलर ने कोई फ्रॉड नहीं किया। फाइनल में पहुंचने के बाद सिल्वर मेडल की वह कन्फर्म दावेदार थीं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के प्रेसिडेंट थॉमस बाक ने कहा था कि वह CAS के फैसले का पालन करेंगे। बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। इसी को लेकर विनेश ने खेल कोर्ट में अपील दायर की। जिस पर सुनवाई हुई। उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं
खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”।
हरियाणा में 48543 परीक्षार्थी देंगे NMMSS एग्जाम:167 परीक्षा केंद्र बनाए; एक कमरे में बैठेंगे 24 स्टूडेंट्स, पेपर लीक पर होगी मान्यमा रद्द
हरियाणा में 48543 परीक्षार्थी देंगे NMMSS एग्जाम:167 परीक्षा केंद्र बनाए; एक कमरे में बैठेंगे 24 स्टूडेंट्स, पेपर लीक पर होगी मान्यमा रद्द हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 17 नवम्बर को होने वाली नेशनल मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम (NMMSS) की परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। प्रदेशभर में 48 हजार 543 परीक्षार्थी इसमें शामिल होंगे। इसके लिए जिला मुख्यालय पर ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा केन्द्र पर एक कमरे में अधिकतम 24 परीक्षार्थी बैठाए जाएंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की राष्ट्रीय साधन व योग्यता छात्रवृति योजना (NMMSS) परीक्षा रविवार को होगी। इसमें 19 हजार 125 छात्र और 29 हजार 415 छात्राएं भाग लेंगी। इसके अलावा 3 ट्रांसजेंडर भी परीक्षा देंगे। प्रदेश भर में कुल 167 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। यह परीक्षा सुबह 11.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक होगी। बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि इस परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय स्तर पर परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। प्रमुख केन्द्र अधीक्षक उसी विद्यालय के प्राचार्य/मुख्याध्यापक होंगे। उन्होंने बताया कि प्रमुख केन्द्र अधीक्षक का बेटा-बेटी/ब्लड रिलेशन में कोई छात्र उस परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा दे रहा है, तो उस अवस्था में विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता को सम्बन्धित जिला शिक्षा अधिकारी से स्वीकृति लेकर ही प्रमुख केन्द्र अधीक्षक नियुक्त करेंगे, जिसकी सूचना उसी दिन ई-मेल ascond@bseh.org.in पर भिजवाई जानी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्र पर एक कमरे में अधिकतम 24 परीक्षार्थी बैठाए जाने हैं। परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त स्टाफ द्वारा पेपर आउट करवाने/ड्यूटी में लापरवाही/अनियमितताएं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाए जाने पर अथवा किसी भी रूप से परीक्षा की पवित्रता भंग होने का प्रमाण मिलने पर सरकारी विद्यालयों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। स्थाई/अस्थाई मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के खिलाफ नियमानुसार आर्थिक दंड एवं मान्यता रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है।
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी हरियाणा कांग्रेस से पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा के निष्कासन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पार्टी के नेता प्रतिपक्ष (CLP) नेता को लेकर दिए गए बयान के बाद पूर्व प्रवक्ता ने निष्कासन पत्र पर किए गए हस्ताक्षर को फर्जी बताया है। पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया है कि लेटर पर कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के प्रिंटेड सिग्नेचर हैं। अब वह इस पूरे मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के पास जाने की बात कह रहे हैं। सुचना मिल रही है कि विधानसभा चुनाव में हारने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे। अभी 2 दिन पहले ही हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस नेता बाल मुकुंद शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसे लेकर पार्टी की ओर से एक पत्र भी जारी किया था। 8 नवंबर को बाल मुकुंद शर्मा ने दावा किया था कि इस बार पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नेता प्रतिपक्ष नहीं बनेंगे बालमुकुंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 3 बड़ी बातें कहीं… 1.प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए
कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने पर प्रवक्ता बाल मुकुंद शर्मा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं तीस साल से कांग्रेस में हूं। मेरे पास कुछ दिन पहले पत्र मिला, जिसमें मुझे बर्खास्त कर दिया। जो पत्र जारी किया गया है उसमें उसमें फर्जी साइन किए हुए हैं। पार्टी जब चुनाव हार गई, मंथन का दौर चला, पार्टी में हाहाकार थी। नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ना की किसी को पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। मेरे राजनीति करियर में पहला ऐसी बार हुआ है कि किसी को बर्खास्त किया गया है। जो भी आज TV डिबेट पर जा रहे हैं कांग्रेस के ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं हैं। 2. अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली
पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हार की ज़िम्मेदारी नहीं ली, चुनाव में हार के बाद मंथन चल रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम लोगों को बदला जाएगा। जिसमें अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली, इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात चली। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरा OBC चेहरा चिरंजीव राव, तीसरा मेरा नाम शामिल था, चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए गुट सही होना था। मेरा नाम कार्यकारी अध्यक्ष नाम पर आने पर मुझे निकाल दिया गया। 3. अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद ने दावा किया कि मैं कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे इस बात पर मैं आज भी क़ायम हूं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी। अपने बेटे को कांग्रेस सांसद बनाने के लिए चार सीटें दे दी। राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो, लेकिन जयप्रकाश अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने दिया, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा वहां से टिकट चाहते थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जारी पत्र में क्या कहा-
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा है कि आप पिछले कुछ दिनों से प्रिंट/ इलेक्ट्रानिक मीडिया में अपने आपको कांग्रेस पार्टी का प्रवक्ता बता कर डिबेट आदि में भाग ले रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत जाकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि आप न तो कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता हैं और ना ही आपको पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी सौंपी गई है। आपके द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी से न केवल पार्टी की छवि धूमिल हुई है, बल्कि आपका यह कृत्य पार्टी संविधान की घोर उल्लंघन की श्रेणी में आता है। आपके इस पार्टी विरोधी आचरण के चलते आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाता है और चेतावनी दी जाती है कि अगर आपने भविष्य में अपने आपको पार्टी प्रवक्ता अथवा किसी अन्य पद का हवाला देकर किसी डिबेट में भाग लिया या प्रेस में कोई बयान जारी किया तो आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बालमुकुंद शर्मा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…
कांग्रेस नेता बोले- हुड्डा नहीं बनेंगे नेता प्रतिपक्ष, सिर्फ 2 ही नामों पर विचार हुआ; दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- जल्द हाईकमान तय करेगा हरियाणा में कांग्रेस अभी तक विधायक दल के नेता का नाम फाइनल नहीं कर पाई है। 13 नवंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इसी बीच शुक्रवार (8 नवंबर) को कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में नहीं है। (पूरी खबर पढ़ें)