हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह आज सचिवालय में कैबिनेट मीटिंग लेंगे। इसमें विधानसभा के शीत कालीन सत्र के अलावा मुख्य संसदीय सचिव को हटाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को भी मंजूरी मिल सकती है। बता दें कि हाईकोर्ट ने बीते बुधवार को CPS की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई है। सरकार की याचिका अभी एडमिट होनी है। लिहाजा कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी, ताकि सर्वोच्च अदालत में सरकार अपना पक्ष मजबूती से रख सके। इस फैसले के कारण सरकार को झटका लगा है। सियासी गलियारों में विधायकों की सदस्यता जाने को लेकर चर्चा हो रही है। लिहाजा सियासी संकट से बचने को सरकार आज चर्चा करेगी। विधानसभा के शीत सत्र की तिथि पर लग सकती है मुहर प्रदेश में दिसंबर विधानसभा का शीत-कालीन सत्र तय है। इसकी तिथि भी आज कैबिनेट में तय हो सकती है। हिमाचल विधानसभा का शीत कालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होना है। सरकार के दो साल पूरा करने को लेकर हो सकती है चर्चा हिमाचल सरकार 11 दिसंबर को 2 साल पूरा करने जा रही है। 2 साल पूरा करने पर सरकार जश्न मनाएगी या नहीं? इसका फैसला कैबिनेट में लिया जा सकता है। यदि मनाया जाए तो इसका स्वरूप क्या होना चाहिए और कहा मनाया जाए, इसे लेकर कैबिनेट में चर्चा की जा सकती है। कैबिनेट मीटिंग में इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसमें सरकार के दो साल के जश्न को लेकर फैसला लिया जा सकता है। बीते साल जब सरकार को एक साल हुआ था, तब धर्मशाला में जश्न मनाया गया था। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को मिल सकती है मंजूरी कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों को भरने का भी फैसला हो सकता है। इसी तरह सीएम की बजट घोषणाओं को भी कैबिनेट में मंजूरी के लिए लाया जा सकता है। होम स्टे पॉलिसी पर भी हो सकती है चर्चा कैबिनेट मीटिंग में राज्य सरकार द्वारा बनाई जा रही होम स्टे पॉलिसी को भी मंजूरी मिल सकती है। दरअसल, राज्य सरकार बाहरी राज्यों के लोगों द्वारा होम स्टे चलाने पर रोक लगा सकती है, क्योंकि बीते सालों के दौरान जिन लोगों को धारा 118 के तहत रिहायशी मकान के लिए जमीन दी गई थी उन्होंने उन मकानों में होम स्टे शुरू कर दिए है। कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसी तरह संशोधित पॉलिसी में पंजीकरण अनिवार्य होगा और शुल्क की दर्रें बढ़ाई जा सकती है। होम स्टे में बिजली और पानी व्यवसायिक दरों पर किया जा सकता है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह आज सचिवालय में कैबिनेट मीटिंग लेंगे। इसमें विधानसभा के शीत कालीन सत्र के अलावा मुख्य संसदीय सचिव को हटाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को भी मंजूरी मिल सकती है। बता दें कि हाईकोर्ट ने बीते बुधवार को CPS की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई है। सरकार की याचिका अभी एडमिट होनी है। लिहाजा कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी, ताकि सर्वोच्च अदालत में सरकार अपना पक्ष मजबूती से रख सके। इस फैसले के कारण सरकार को झटका लगा है। सियासी गलियारों में विधायकों की सदस्यता जाने को लेकर चर्चा हो रही है। लिहाजा सियासी संकट से बचने को सरकार आज चर्चा करेगी। विधानसभा के शीत सत्र की तिथि पर लग सकती है मुहर प्रदेश में दिसंबर विधानसभा का शीत-कालीन सत्र तय है। इसकी तिथि भी आज कैबिनेट में तय हो सकती है। हिमाचल विधानसभा का शीत कालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होना है। सरकार के दो साल पूरा करने को लेकर हो सकती है चर्चा हिमाचल सरकार 11 दिसंबर को 2 साल पूरा करने जा रही है। 2 साल पूरा करने पर सरकार जश्न मनाएगी या नहीं? इसका फैसला कैबिनेट में लिया जा सकता है। यदि मनाया जाए तो इसका स्वरूप क्या होना चाहिए और कहा मनाया जाए, इसे लेकर कैबिनेट में चर्चा की जा सकती है। कैबिनेट मीटिंग में इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसमें सरकार के दो साल के जश्न को लेकर फैसला लिया जा सकता है। बीते साल जब सरकार को एक साल हुआ था, तब धर्मशाला में जश्न मनाया गया था। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को मिल सकती है मंजूरी कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों को भरने का भी फैसला हो सकता है। इसी तरह सीएम की बजट घोषणाओं को भी कैबिनेट में मंजूरी के लिए लाया जा सकता है। होम स्टे पॉलिसी पर भी हो सकती है चर्चा कैबिनेट मीटिंग में राज्य सरकार द्वारा बनाई जा रही होम स्टे पॉलिसी को भी मंजूरी मिल सकती है। दरअसल, राज्य सरकार बाहरी राज्यों के लोगों द्वारा होम स्टे चलाने पर रोक लगा सकती है, क्योंकि बीते सालों के दौरान जिन लोगों को धारा 118 के तहत रिहायशी मकान के लिए जमीन दी गई थी उन्होंने उन मकानों में होम स्टे शुरू कर दिए है। कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसी तरह संशोधित पॉलिसी में पंजीकरण अनिवार्य होगा और शुल्क की दर्रें बढ़ाई जा सकती है। होम स्टे में बिजली और पानी व्यवसायिक दरों पर किया जा सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कांगड़ा में पुलिस ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार:एटीएम लूटने का किया था प्रयास, तीनों दोस्तों ने बनाया था घूमने का प्लान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा शहर में 12 जुलाई को नेहरू चौक स्थित बैंक के एटीएम में लूट का असफल प्रयास करने के आरोप में पुलिस ने 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी युवक कांगड़ा शहर के साथ लगते कोहाला गांव से है। गिरफ्तार किए गए आरोपी घूमने का प्लान बना रहे और पैसे नहीं होने पर एटीएम लूट की घटना को अंजाम देने गए थे। डीएसपी ने दी मामले की जानकारी डीएसपी अंकित शर्मा ने बताया कि 12 जुलाई को कांगड़ा नगर के बीचों-बीच स्थित नेहरू चौक में एक निजी बैंक के एटीएम को लूटने का असफल प्रयास किया गया था। एटीएम का सायरन बजने पर यह तीनों आरोपी मौका से फरार हो गए थे। बाजार के विभिन्न व्यापारियों, एटीएम की सीसीटीवी फुटेज देखने पर इन तीनों युवकों को बुधवार रात को उनके घर से गिरफ्तार किया। शर्मा ने बताया कि तीनों युवक अक्षय, साहिल, निखिल दोस्त है, और एटीएम से पैसे लूटकर उनका घूमने जाने का प्लान था। अक्षय पेंटर का काम करता है। जब कि बाकी 2 बेरोजगार हैं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर आरोपियों के विरुद्ध जांच शुरू कर दी है। तीनों को पुलिस कांगड़ा की अदालत में पेश करेगी।
अनुराग के गढ़ में CM-डिप्टी CM की साख दांव पर:BJP को बढ़त देने वाले इलाके से कांग्रेस ने कैंडिडेट उतार पेंच फंसाया
अनुराग के गढ़ में CM-डिप्टी CM की साख दांव पर:BJP को बढ़त देने वाले इलाके से कांग्रेस ने कैंडिडेट उतार पेंच फंसाया हिमाचल का हमीरपुर जिला, जहां की राजनीति की चर्चा प्रदेश से लेकर सेंटर तक रहती है। इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए हमीरपुर सीट में माहौल गर्म है। यहां से केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी कैंडिडेट अनुराग ठाकुर जीत का चौका पहले ही लगा चुके हैं। अब पार्टी ने उन्हें यहां से पांचवीं बार उम्मीदवार बनाया है। पांचवीं बार जीत से रोकने के लिए कांग्रेस ने इस बार ऊना जिला से संबंध रखने वाले पूर्व विधायक सतपाल रायजादा को कैंडिडेट बनाया है। ऊना से अनुराग ठाकुर को हर चुनाव में अच्छी बढ़त मिलती रही है। ऐसे में कांग्रेस ने ऊना से कैंडिडेट उतार कर पेंच फंसाया है। वहीं इस सीट पर CM सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री की साख भी दांव पर है। ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान सामने आया कि अनुराग ठाकुर का पलड़ा भारी है। मगर उनके लिए इस बार का मुकाबला पहले चार चुनाव जैसा आसान नहीं रह गया है। CM सुक्खू और डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री दोनों हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से हैं। सुखविंदर सुक्खू हमीरपुर जिला के नादौन विधानसभा से विधायक हैं, जबकि मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिला के हरौली विधानसभा से MLA हैं। दोनों चुनाव प्रचार में खूब पसीना बहा रहे हैं। कांग्रेस को हमीरपुर जिला में मुख्यमंत्री सुक्खू और ऊना में मुकेश अग्निहोत्री से करिश्मे की उम्मीद है। 12 में से BJP ने 10 चुनाव जीते
यह सीट बीजेपी का गढ़ रही है। साल 1984 से अब तक 12 बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस केवल दो बार ही जीत दर्ज कर पाई है, जबकि बीजेपी ने 10 बाद चुनाव जीता है। छह बार धूमल परिवार ने जीत हासिल की। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में निर्णायक वोटर राजपूत रहेगा। लगभग 40% राजपूत मतदाता हैं। इसी तरह 20 फीसदी ब्राह्मण वोटर, 22% अनुसूचित जाति, 2 अनुसूचित जनजाति और 15% ओबीसी वोटर हैं। ऊना में इस बार हवा का रुख बदल रहा
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी जिले की धर्मपुर सीट पड़ती हैं। कांग्रेस ने लगभग 26 साल बाद ऊना जिला से कैंडिडेट दिया है। इसलिए कुछ मतदाता ऊना से सांसद बनाने की बात कह रहे हैं। ऐसा हुआ तो बिलासपुर जिला और धर्मपुर विधानसभा सीट हमीरपुर लोकसभा का डिसाइडिंग फैक्टर साबित होगी। पिछले 4 चुनाव में अनुराग ठाकुर को ऊना से हर बार ज्यादा बढ़त मिली है। ग्राउंड रिपोर्ट में एक बड़ी वजह यह भी सामने आई कि हमीरपुर जिला के युवाओं में जो क्रेज आर्मी में भर्ती को लेकर रहता था, वह कम हो गया है। लोग इसकी वजह अग्निवीर भर्ती योजना बता रहे हैं। अग्निवीर भर्ती योजना बड़ा मुद्दा
कांग्रेस कैंडिडेट सतपाल रायजादा भी इस मुद्दे को बार-बार जनसभाओं में उठा रहे हैं। देश में तीन साल पहले जब यह योजना लाई गई थी तो उस दौरान भी हिमाचल में सत्तारूढ़ बीजेपी एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हार चुकी है। इसके बाद बीजेपी प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव भी हार गई। हमीरपुर सीट पर ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) भी मुद्दा बनती नजर आ रही है। कर्मचारी OPS को लेकर अनुराग ठाकुर के पुराने बयान से नाखुश नजर आए। जिसमें अनुराग ने कहा था कि OPS लागू करना संभव नहीं है। वहीं हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वादे के तहत कर्मचारियों की OPS को बहाल किया है। हमीरपुर सीट पर कर्मचारियों की संख्या काफी ज्यादा है। हमीरपुर सीट पर ग्राउंड पर क्या हालात हैं, यह जानने दैनिक भास्कर लोगों के बीच पहुंचा। सेना को कमजोर करने की साजिश
हमीरपुर निवासी स्टूडेंट अंकित पटियाल ने अग्निवीर भर्ती योजना को सेना को कमजोर करने की साजिश बताया। उन्होंने बताया कि हमीरपुर में युवाओं में सेना के प्रति क्रेज कम हो गया है। चार साल की नौकरी कोई नहीं करना चाहता। राम मंदिर को मुद्दा बनाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि रोजगार मुद्दा होना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी के 50 प्रतिशत से ज्यादा रिजर्वेशन पर भी सवाल उठाए और इसे जनरल कैटेगरी के साथ धोखा बताया। अंकित ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बैंकों का निजीकरण करने का बयान भी दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले ही सरकारी क्षेत्र में नौकरियां खत्म हो गई हैं। ऐसे में बैंकों का प्राइवेटाइजेशन करना सही नहीं है। गोल्डी ने कहा- महंगाई-बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
ऊना निवासी गोल्डी ने बताया कि बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ी समस्या है। अमीर और ज्यादा अमीर बन रहा है, गरीब और ज्यादा गरीब हो रहा है। यह खाई कम होनी चाहिए। वह इन मुद्दों पर बात करने वाले प्रत्याशी को वोट करेंगे। वरिष्ठ पत्रकार की नजर में हमीरपुर का चुनाव
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश कंवर ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में अग्निवीर भर्ती योजना एक बड़ा मुद्दा है। इसका चुनाव में इंपैक्ट नजर आएगा। अग्निवीर योजना को लेकर न केवल बच्चों में बल्कि उनके परिजनों में भी रोष है। बहुत सारे फौजी भी खुले तौर पर इस योजना का विरोध कर रहे हैं। भाजपा लगातार 26 साल से इस सीट पर है। अनुराग ठाकुर लगातार जीतते आ रहे हैं। वह अपने कई काम गिनाते हैं। इसका उन्हें फायदा मिलेगा। वहीं कांग्रेस ने युवा चेहरा मैदान में उतारा है। कांग्रेस इस बार काफी संघर्ष कर रही है और बीजेपी को महंगाई, भ्रष्टाचार, इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे मुद्दों पर घेरने का प्रयास कर रही है। बेशक अनुराग पिछला चुनाव लगभग चार लाख मतों के अंतर से जीते हैं। मगर इस बार चुनाव जीतना इतना आसान नहीं है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने 25-26 साल बाद ऊना से उम्मीदवार दिया है। इसलिए वहां के लोगों में अंडर करंट चल रहा है कि ऊना से सांसद जिताया जाए। ऐसे में जो पार्टी बिलासपुर का विश्वास जीतेगी, वो चुनाव जीतेगी। अब पढ़िए पार्टी के नेता क्या बोला… शगुन- हमीरपुर में कांग्रेस वर्कर जोश से लबरेज
प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया पैनलिस्ट व स्टेट कॉर्डिनेटर सोशल मीडिया शगुन दत्त शर्मा ने बताया कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का कार्यकर्ता इस बार जोश से लबरेज है। हमीरपुर की जनता ने बीजेपी को 1998 से लेकर निरंतर मौका दिया। मगर सांसद को जो काम करने चाहिए थे, वो नहीं कर पाए। इससे चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। 1 लाख रोजगार के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा किा राज्य चयन आयोग का गठन कर दिया गया है। अब भर्तियां जल्द शुरू होंगी। पहले का स्टाफ सिलेक्शन कमीशन भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। इस वजह से भर्तियां नहीं हो पाई थी। बीजेपी नेता बोले- अग्निवीर को लेकर विपक्ष फैला रहा भ्रांति
BJP के प्रदेश सचिव नरेंद्र अत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और अनुराग के काम ने जनता को प्रभावित किया है। वहीं हिमाचल सरकार ने अपनी चुनावी गारंटियां पूरी नहीं की। आम जन मानस ने कांग्रेस सरकार पर अपना विश्वास खोया है। युवाओं को एक लाख देने का वादा भी पूरा नहीं किया। महिलाओं को 1500 रुपए नहीं दिए जा रहे। अग्निवीर योजना के सवाल पर उन्होंने कहा देश की आजादी के बाद सेना की सबसे ज्यादा चिंता BJP ने की है। किसी शहीद की पार्थिव देह को उसके घर तक पहुंचाने का कार्य भाजपा सरकार ने किया। अग्निवीर को लेकर अमित शाह को भी देनी पड़ी सफाई
हिमाचल को देवभूमि के साथ वीरभूमि भी कहा जाता है। बीजेपी भी इस बात को समझ रही है कि हिमाचल में अग्निवीर भर्ती योजना मुद्दा बन रही है। खासकर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में, क्योंकि यहां से सबसे ज्यादा युवा सेवा में भर्ती होता है। इसे देखते हुए गृह मत्री अमित शाह ने भी धर्मशाला में दो दिन पहले अग्निवीर योजना को लेकर राहुल गांधी झूठ फैलाने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 4 साल के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का कोई भविष्य ही नहीं है, इनका जीवन बर्बाद हो जाएगा। दरअसल, इस योजना के अंतर्गत अगर 100 जवान अग्निवीर बनते बनते हैं तो उनमें से 25 प्रतिशत की तो सीधे सेना में परमानेंट पोस्टिंग हो जाएंगी। 75 प्रतिशत बचे हुए जवानों के लिए भाजपा शासित सभी राज्य सरकारों ने अपनी पुलिस फोर्स में 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत रिजर्वेशन किया है। केंद्र सरकार के पैरामिलिट्री फोर्स में भी 10 प्रतिशत रिजर्वेशन किया गया है। इनको रिज़र्व सीटों के उपरान्त सेलेक्शन में भी बहुत सी रियायतें दी हैं।
कुल्लू दशहरा पर्व में शामिल होंगे 25 देशों के राजदूत:राज्यपाल करेंगे शुभारंभ- सीएम सुखविंदर समापन, विदेशी सांस्कृतिक दल लेंगे भाग
कुल्लू दशहरा पर्व में शामिल होंगे 25 देशों के राजदूत:राज्यपाल करेंगे शुभारंभ- सीएम सुखविंदर समापन, विदेशी सांस्कृतिक दल लेंगे भाग अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा पर्व का आयोजन 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक किया जा रहा है। हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल दशहरा पर्व के शुभारंभ करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह कुल्लू दशहरा पर्व का समापन 19 अक्टूबर को करेंगे। कार्यक्रम में इस बार करीब 25 देशों के राजदूत भाग ले रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के साथ 18 अक्टूबर को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक अहम बैठक होगी। इसकी पुष्टि दशहरा कमेटी के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने की है। उन्होंने कहा कि इस बैठक उद्योग, पर्यटन, सांस्कृतिक विषयों सहित प्रदेश हित के कई विषयों पर चर्चा होगी। कुल्लू दशहरा पर्व की सांस्कृतिक संध्या में देश के विभिन्न राज्यों सहित दो दर्जन विदेशी दल भी भाग लेंगे। जिनमें श्रीलंका, म्यामांर, रशिया, इंडोनेशिया, संयुक्त राज्य अमेरिका के सांस्कृतिक दल प्रमुख है। राष्ट्रीय स्तर होगा खेल उत्सव कुल्लू दशहरा पर्व में राष्ट्र स्तर पर खेल उत्सव का भी आयोजन किया जा रहा है। खेलों का आयोजन 15 से 18 अक्टूबर तक होगा। जिसमें महिला कबड्डी, वॉलीबॉल, पुरुषों की कबड्डी और अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। कुल्लू दशहरा के लिए घाटी के देवी देवता ढालपुर आना शुरू हो गए है। कई देवताओं के अस्थायी शिविर स्थापित हो गए हैं।