शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर आज नगर निगम (MC) आयुक्त कोर्ट में सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने यह मामला 8 सप्ताह के भीतर निपटाने के आदेश दे रखे है। इस वजह से MC आयुक्त मस्जिद मामले में आज फैसला सुना सकते हैं। निगम आयुक्त की कोर्ट में मस्जिद की निचली 2 मंजिल को लेकर सुनवाई होगी, क्योंकि ऊपर की अवैध घोषित 3 मंजिल को लेकर बीते 5 अक्टूबर को निगम कोर्ट फैसला सुना चुका है। तब MC आयुक्त ने मस्जिद की तीन मंजिल को 2 महीने के भीतर तोड़ने के आदेश दिए थे। उस दौरान MC आयुक्त ने अगली सुनवाई 21 दिसंबर तय की थी। मगर हाईकोर्ट के आदेशों के कारण MC आयुक्त को जल्दी सुनवाई बुलानी पड़ी है। बता दें कि शिमला के लोकल रेजिडेंट ने हाईकोर्ट में याचिका डालकर मस्जिद मामला जल्द निपटाने की याचिका दायर की थी। इस पर बीते 21 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को समयबद्ध केस निपटाने के आदेश दिए थे। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने जिला कोर्ट में दे रखी चुनौती शिमला मस्जिद मामला निगम आयुक्त कोर्ट के साथ साथ जिला अदालत में भी सुना जा रहा है। ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों को चुनौती दे रखी है। इस पर सोमवार को भी जिला अदालत में सुनवाई होनी है। इस दिन वेलफेयर सोसाइट की याचिका की मैंटेनेबिलिटी को लेकर कोर्ट फैसला सकता है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद यह मामला पूरी तरह शांत हो गया। शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर आज नगर निगम (MC) आयुक्त कोर्ट में सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने यह मामला 8 सप्ताह के भीतर निपटाने के आदेश दे रखे है। इस वजह से MC आयुक्त मस्जिद मामले में आज फैसला सुना सकते हैं। निगम आयुक्त की कोर्ट में मस्जिद की निचली 2 मंजिल को लेकर सुनवाई होगी, क्योंकि ऊपर की अवैध घोषित 3 मंजिल को लेकर बीते 5 अक्टूबर को निगम कोर्ट फैसला सुना चुका है। तब MC आयुक्त ने मस्जिद की तीन मंजिल को 2 महीने के भीतर तोड़ने के आदेश दिए थे। उस दौरान MC आयुक्त ने अगली सुनवाई 21 दिसंबर तय की थी। मगर हाईकोर्ट के आदेशों के कारण MC आयुक्त को जल्दी सुनवाई बुलानी पड़ी है। बता दें कि शिमला के लोकल रेजिडेंट ने हाईकोर्ट में याचिका डालकर मस्जिद मामला जल्द निपटाने की याचिका दायर की थी। इस पर बीते 21 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने MC आयुक्त को समयबद्ध केस निपटाने के आदेश दिए थे। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने जिला कोर्ट में दे रखी चुनौती शिमला मस्जिद मामला निगम आयुक्त कोर्ट के साथ साथ जिला अदालत में भी सुना जा रहा है। ऑल हिमाचल मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों को चुनौती दे रखी है। इस पर सोमवार को भी जिला अदालत में सुनवाई होनी है। इस दिन वेलफेयर सोसाइट की याचिका की मैंटेनेबिलिटी को लेकर कोर्ट फैसला सकता है। संजौली मस्जिद से पूरे प्रदेश में हुआ था विवाद संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में भी जगह-जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच बीते 12 सितंबर को संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। निगम आयुक्त के मस्जिद की तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद यह मामला पूरी तरह शांत हो गया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया की सुन्नी डेम के आसपास सतलुज नदी से मिले शवों में एक सिद्धार्थ खेड़ा ग्रीनको परियोजना कर्मी, दूसरा रचना पत्नी राजेश कुमार, निवासी कॉन्द्री, डाकघर सुघा, सरपारा और तीसरा प्रीतिका उर्फ मुस्कान पुत्री राजकुमार पांडे, निवासी झारखंड। ये तीनों समेज से लापता हुए थे। जो सुन्नी डेम में मिले है। गौरतलब है कि छह दिन पूर्व समेज में भयंकर बाढ़ ने जमकर कहर मचाया। जिसमें पूरा समेज गांव तबाह हो गया। वहीं 36 लोग लापता हो गए। पिछले छह दिनों से चल रहे सर्च ऑपरेशन के बाद अभी तक कुल नौ शव बरामद हो चुके है। जिसमें तीन समेज से लापता हुए, जबकि 6 अन्य हैं। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
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