AMU में तैनात अधिकारियों पर रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप, पूर्व छात्रों ने खोला मोर्चा

AMU में तैनात अधिकारियों पर रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप, पूर्व छात्रों ने खोला मोर्चा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University News:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में तैनात अधिकारियों पर अपने ही चाचा, भतीजे और रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप लगा है.अस्थाई कर्मचारियों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं हर रोज देखने को मिलती है. नॉन टीचिंग स्टाफ इसको लेकर हर रोज प्रदर्शन करते हैं. अब इस मैदान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी उतर चुके हैं. जिन्होंने देश की राष्ट्रपति और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की विजिटर के नाम एक पत्र लिखा है, जिनमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नॉन टीचिंग स्टाफ अस्थाई कर्मचारी के ऊपर हो रहे तमाम तरीके के उत्पीड़न को लेकर आवाज उठाने की बात की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व छात्रों का कहना है कि चंद रुपयों में कर्मचारियों से नौकरी कराई जाती है.उनका जो इंक्रीमेंट है वह तक नहीं बढ़ाया जाता, जिसके चलते कर्मचारियों को अपना परिवार चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर भी इन कर्मचारियों को परमानेंट नहीं किया जाता, जिसके चलते आज देश की राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी अलीगढ़ के माध्यम से एक पत्र भेजा गया है, जिस पत्र में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की ओर ध्यान देने और उनको परमानेंट करने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएमयू</strong> <strong>में</strong> <strong>अधिकारी</strong> <strong>देते</strong> <strong>हैं</strong> <strong>अपने</strong> <strong>रिश्तेदारों</strong> <strong>को</strong> <strong>नौकरी</strong><strong>?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरे मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और महापौर के पूर्व प्रत्याशी सलमान शाहिद ने बताया कि जिस तरह से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उन पर अधिकारियों की तरफ से दबाव बनाया जाता है. मन माफिक तरीके से उनसे काम कराने के बाद भी उनको मन करे तब उनको नौकरी से निकाल दिया जाता है. उनकी जगह पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी दी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों</strong> <strong>ने</strong> <strong>की</strong> <strong>अस्थाई</strong> <strong>कर्मचारियों</strong> <strong>को</strong> <strong>स्थाई</strong> <strong>करने</strong> <strong>की</strong> <strong>मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही चंद पैसे उन कर्मचारियों को वेतन के नाम पर दिए जाते हैं, लेकिन उनको परमानेंट नहीं किया जाता. जबकि उनकी जिंदगी एएमयू की सेवा करते हुए गुजरती जा रही है. उनको परमानेंट करने की मांग को लेकर आज पूर्व छात्रों ने देश की राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा है, जिसमें अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग रखी है. साथ ही जो वेतन उन्हें दिया जाता है उसमें भी बढ़ोतरी की मांग की गई है. अब देखना<span class=”Apple-converted-space”>&nbsp; </span>होगा इन कर्मचारियों की मांग को आखिर कब तक पूरा किया जाएगा. फिलहाल दर्जनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आकर यह शिकायत पत्र सौंपा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले एएमयू के प्रॉक्टर?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरे मामले में शिकायत पत्र लेने के बाद जिलाधिकारी अलीगढ़ विशाख जी. अय्यर ने उसे उचित माध्यम से आगे भेजने की बात कही है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली से जब बातचीत की गई तो बताया कि कर्मचारियों के साथ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में समान व्यवहार किया जाता है. नियम के हिसाब से कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है. किसी भी कर्मचारी के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाता है. अब तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये</strong> <strong>भी</strong> <strong>पढ़ें</strong><strong>: </strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/aimplb-new-campaign-against-waqf-amendment-bill-2024-qr-code-paste-on-masjid-2777610″><strong>वक्फ</strong> <strong>संशोधन</strong> <strong>बिल</strong> <strong>के</strong> <strong>खिलाफ</strong><strong> AIMPLB </strong><strong>ने</strong> <strong>चलाई</strong> <strong>नई</strong> <strong>मुहिम</strong><strong>, </strong><strong>मौलाना</strong> <strong>और</strong> <strong>इमामों</strong> <strong>से</strong> <strong>की</strong> <strong>ये</strong> <strong>अपील</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University News:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में तैनात अधिकारियों पर अपने ही चाचा, भतीजे और रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप लगा है.अस्थाई कर्मचारियों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं हर रोज देखने को मिलती है. नॉन टीचिंग स्टाफ इसको लेकर हर रोज प्रदर्शन करते हैं. अब इस मैदान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी उतर चुके हैं. जिन्होंने देश की राष्ट्रपति और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की विजिटर के नाम एक पत्र लिखा है, जिनमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नॉन टीचिंग स्टाफ अस्थाई कर्मचारी के ऊपर हो रहे तमाम तरीके के उत्पीड़न को लेकर आवाज उठाने की बात की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व छात्रों का कहना है कि चंद रुपयों में कर्मचारियों से नौकरी कराई जाती है.उनका जो इंक्रीमेंट है वह तक नहीं बढ़ाया जाता, जिसके चलते कर्मचारियों को अपना परिवार चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर भी इन कर्मचारियों को परमानेंट नहीं किया जाता, जिसके चलते आज देश की राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी अलीगढ़ के माध्यम से एक पत्र भेजा गया है, जिस पत्र में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की ओर ध्यान देने और उनको परमानेंट करने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएमयू</strong> <strong>में</strong> <strong>अधिकारी</strong> <strong>देते</strong> <strong>हैं</strong> <strong>अपने</strong> <strong>रिश्तेदारों</strong> <strong>को</strong> <strong>नौकरी</strong><strong>?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरे मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और महापौर के पूर्व प्रत्याशी सलमान शाहिद ने बताया कि जिस तरह से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उन पर अधिकारियों की तरफ से दबाव बनाया जाता है. मन माफिक तरीके से उनसे काम कराने के बाद भी उनको मन करे तब उनको नौकरी से निकाल दिया जाता है. उनकी जगह पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी दी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों</strong> <strong>ने</strong> <strong>की</strong> <strong>अस्थाई</strong> <strong>कर्मचारियों</strong> <strong>को</strong> <strong>स्थाई</strong> <strong>करने</strong> <strong>की</strong> <strong>मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही चंद पैसे उन कर्मचारियों को वेतन के नाम पर दिए जाते हैं, लेकिन उनको परमानेंट नहीं किया जाता. जबकि उनकी जिंदगी एएमयू की सेवा करते हुए गुजरती जा रही है. उनको परमानेंट करने की मांग को लेकर आज पूर्व छात्रों ने देश की राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा है, जिसमें अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग रखी है. साथ ही जो वेतन उन्हें दिया जाता है उसमें भी बढ़ोतरी की मांग की गई है. अब देखना<span class=”Apple-converted-space”>&nbsp; </span>होगा इन कर्मचारियों की मांग को आखिर कब तक पूरा किया जाएगा. फिलहाल दर्जनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर आकर यह शिकायत पत्र सौंपा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले एएमयू के प्रॉक्टर?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरे मामले में शिकायत पत्र लेने के बाद जिलाधिकारी अलीगढ़ विशाख जी. अय्यर ने उसे उचित माध्यम से आगे भेजने की बात कही है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर वसीम अली से जब बातचीत की गई तो बताया कि कर्मचारियों के साथ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में समान व्यवहार किया जाता है. नियम के हिसाब से कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है. किसी भी कर्मचारी के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाता है. अब तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये</strong> <strong>भी</strong> <strong>पढ़ें</strong><strong>: </strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/aimplb-new-campaign-against-waqf-amendment-bill-2024-qr-code-paste-on-masjid-2777610″><strong>वक्फ</strong> <strong>संशोधन</strong> <strong>बिल</strong> <strong>के</strong> <strong>खिलाफ</strong><strong> AIMPLB </strong><strong>ने</strong> <strong>चलाई</strong> <strong>नई</strong> <strong>मुहिम</strong><strong>, </strong><strong>मौलाना</strong> <strong>और</strong> <strong>इमामों</strong> <strong>से</strong> <strong>की</strong> <strong>ये</strong> <strong>अपील</strong></a></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अंदर कांग्रेस ज्वाइन कर रहे थे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, बाहर हो रहा था विरोध प्रदर्शन, जानें वजह