CM उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान- ‘जिस दिन राज्य का दर्जा मिल गया, तुरंत हटाएंगे PSA’

CM उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान- ‘जिस दिन राज्य का दर्जा मिल गया, तुरंत हटाएंगे PSA’ <p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होते ही उनकी सरकार जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) हटा देगी.उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार विधानसभा सत्र का भी इंतज़ार नहीं करेगी, बल्कि अध्यादेश के ज़रिए इस कानून को हटा देगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा, “जब हमने पार्टी का घोषणापत्र सार्वजनिक किया था, तब मैंने ज़ोर देकर कहा था कि उठाए गए कई मुद्दे तभी पूरे हो पाएंगे जब हमें राज्य का दर्जा मिलेगा. यह एक सच्चाई है कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. इसलिए मैं एक बार फिर दोहराता हूं कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होते ही हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर से जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) हटा देगी.”</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी के साथ गठबंधन का कोई सवाल नहीं: उमर अब्दुल्ला</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, उमर अब्दुल्ला ने दोहराया कि वह केंद्र शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने में तेज़ी लाने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी इपार्टी का अतीत में दूसरों द्वारा की गई “गलतियों” को दोहराने का कोई इरादा नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर राज्य का दर्जा बहाल करना जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के सत्ता में आने पर निर्भर है, तो राष्ट्रीय पार्टी को ईमानदारी से ऐसा कहना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर लोगों के साथ यही समझौता होना है, तो बीजेपी को ईमानदार होना चाहिए, क्योंकि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र और संसद व सर्वोच्च न्यायालय से किए गए अपने वादों में कभी नहीं कहा कि राज्य का दर्जा जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के सत्ता में आने पर निर्भर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर ऐसा है, तो मुझे लगता है कि बीजेपी को ईमानदार होना चाहिए, उन्हें हमें बताना चाहिए कि जब तक जम्मू-कश्मीर में गैर-बीजेपी सरकार है, आपको राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा. फिर हम तय करेंगे कि हम क्या करना चाहते हैं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>2015 के गठबंधन के दुष्परिणाम अब भी झेल रहा है जम्मू-कश्मीर</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, अब्दुल्ला ने आगे कहा कि “बीजेपी के साथ गठबंधन या गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता”.एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब अब्दुल्ला से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन करेगी, तो उन्होंने कहा नहीं. आगे उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर 2015 में हुए पीडीपी-बीजेपी गठबंधन के “दुष्परिणामों” को अभी भी झेल रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हम देख चुके हैं कि इसने जम्मू-कश्मीर को कितना बर्बाद कर दिया है. 2015 में पीडीपी और बीजेपी के बीच एक अनावश्यक गठबंधन बना था. हम अभी भी उसके दुष्परिणामों को झेल रहे हैं. मेरा उन गलतियों को दोहराने का कोई इरादा नहीं है जो दूसरे लोगों ने की हैं.&nbsp;</p>

जम्मू-कश्मीर में आरक्षण पर अंतिम फैसला नहीं, उपराज्यपाल की मंजूरी का इंतजार: उमर अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर में आरक्षण पर अंतिम फैसला नहीं, उपराज्यपाल की मंजूरी का इंतजार: उमर अब्दुल्ला <p>जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में आरक्षण श्रेणियों के युक्तिकरण पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और यह मामला अभी भी आधिकारिक तौर पर विचाराधीन है और उपराज्यपाल की मंज़ूरी का इंतज़ार कर रहा है.श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, उमर ने कहा कि बदलाव पहले ही लागू किए जाने की खबरें अटकलें हैं.</p>
<p>उन्होंने कहा, “कैबिनेट उप-समिति की रिपोर्ट को कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया है और संबंधित विभाग को एक विस्तृत ज्ञापन तैयार करने का निर्देश दिया गया है. यह दस्तावेज़ अंतिम मंज़ूरी के लिए उपराज्यपाल के पास भेजा जाएगा. जब तक ऐसा नहीं होता, आरक्षण नीति का अंतिम स्वरूप क्या होगा, इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.”</p>
<h3><strong>गलत सूचना फैलाना गलत, प्रक्रिया प्रशासनिक है</strong></h3>
<p>उन्होंने कहा, “विभिन्न श्रेणियों के बीच गलत सूचना फैलाना या अनावश्यक चिंता पैदा करना गलत है. यह प्रक्रिया प्रशासनिक है और इसमें उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए. उपराज्यपाल के हस्ताक्षर के बाद, विवरण सार्वजनिक कर दिए जाएँगे.”</p>
<p>यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार आरक्षण ढांचे के भीतर श्रेणियों को मिलाने या बदलने की योजना बना रही है, उमर ने कोई विशेष जानकारी देने से परहेज किया. उन्होंने कहा, “हम आधिकारिक अधिसूचना का इंतज़ार करेंगे. हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आरक्षण प्रणाली निष्पक्ष, संतुलित और ज़मीनी हक़ीक़तों को प्रतिबिंबित करती रहे.”</p>
<h3><strong>समान अवसरों पर सरकार का ध्यान केंद्रित</strong></h3>
<p>उन्होंने आगे कहा, “किसी भी सुधार में यह सुनिश्चित होना चाहिए कि कोई भी समूह खुद को बहिष्कृत या वंचित महसूस न करे. हमारा ध्यान शिक्षा और रोज़गार में समान अवसरों पर केंद्रित है.”</p>
<p>उमर ने कहा कि तब तक, किसी के लिए भी यह दावा करना अनुचित होगा कि सरकार ने कोई निश्चित रुख़ अपनाया है. उन्होंने कहा, “आधिकारिक प्रक्रिया पूरी होने दीजिए. उपराज्यपाल के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के बाद, हम पारदर्शी तरीके से विवरण साझा करेंगे.”</p>
<h3><strong>नई आरक्षण नीति पर विरोध और अदालत में चुनौती</strong></h3>
<p>2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में लागू की गई नई आरक्षण नीति के ख़िलाफ़ छात्र और नौकरी के इच्छुक लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस विषम आरक्षण नीति से जम्मू-कश्मीर में आरक्षित वर्गों को अनुचित लाभ मिलता है, जबकि सामान्य कोटे के छात्रों का कोटा कम हो गया है.</p>
<p>2024 में जम्मू और कश्मीर आरक्षण नीति में अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए 20% आरक्षण, अनुसूचित जातियों (एससी) के लिए 8%, पिछड़े क्षेत्रों (आरबीए) के निवासियों के लिए 10%, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 8%, वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी)/अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के साथ निवासियों के लिए 4%, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10% और पूर्व सैनिकों के लिए 6% आरक्षण शामिल है.</p>
<p>इसके अतिरिक्त, 10% आरक्षण जोड़ा गया पहाड़ी जातीय समूह और विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के लिए 4% आरक्षण भी लागू है.</p>
<p>इसलिए कुल आरक्षण सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित 50 प्रतिशत की सीमा को पार कर गया है जिसके बाद कुछ छात्रों ने नई आरक्षण नीति के खिलाफ अदालत का रुख किया. उन्होंने तर्क दिया है कि नए आरक्षण नियम ओपन मेरिट के उम्मीदवारों के लिए नुकसानदेह हैं, जो आबादी का 69 प्रतिशत हिस्सा हैं और नए नियमों से सामाजिक अशांति पैदा हो सकती है.</p>

धनतेरस पर राजस्थान में चमके व्यापारियों के चेहरे, 40 हजार करोड़ रुपये का हुआ व्यापार, बाजारों में रौनक

धनतेरस पर राजस्थान में चमके व्यापारियों के चेहरे, 40 हजार करोड़ रुपये का हुआ व्यापार, बाजारों में रौनक <p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में धनतेरस के पर्व पर 40 हजार करोड़ का व्यापार हुआ जिसमें कार-बाइक, टीवी-फ्रिज, सोना-चांदी की खरीदारी जमकर हुई. दुकान व शोरूमों में खरीदारों की भीड़ बाजारों की रौनक बढ़ा रही थी. धनतेरस पर सोने चांदी के सिक्कों की डिमांड भी अच्छी खासी रही. 20 ग्राम के चांदी के लक्ष्मी गणेश डिमांड में रहे.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>जयपुर में रिकॉर्ड बिक्री</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>पूरे प्रदेश भर में 40 हजार करोड़ का व्यापार हुआ जिसमें जयपुर में करीब 5,500 करोड़ का व्यापार हुआ जिसमें इलेक्ट्रॉनिक आइटम, वाहन, रियल स्टेट में लोगों ने खरीदारी की. जयपुर में एक ही दिन में करीब 5,000 कार और 40,000 दो पहिया वाहनों की रिकॉर्ड खरीदारी हुई. पिछले साल करीब 4,000 कार खरीदी गई थी वहीं 25,000 दोपहिया वाहन बेचे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वाहनों की बिक्री में इस बार 25 फ़ीसदी की ग्रोथ देखी गई है और इसी के चलते 500 करोड़ की कार और 400 करोड़ रुपए की कीमत के दोपहिया वाहन खरीदे गए.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>टैक्स में कमी से बढ़ी इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>जयपुर में धनतेरस को इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री का आंकड़ा भी 100 करोड़ रुपए के पार होने का अनुमान है, जो पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी से ज्यादा है. इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार बढ़ने की एक वजह टैक्स में कमी होना भी रहा. राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश कालानी ने बताया कि टैक्स कम होने से बड़े साइज के टेलीविजन की बिक्री में काफी उछाल देखा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, आटा चक्की समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद खरीदे गए. कई खरीदारों ने पहले ही बुकिंग करा ली थी, लेकिन डिलीवरी धनतेरस को ली गई.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”><strong>बाजार में वृद्धि के पीछे क्या-क्या कारण हैं&nbsp;</strong></h3>
<p style=”text-align: justify;”>विशेष ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार बाजार में खरीदारी में तेजी केवल त्योहारी उत्साह तक सीमित नहीं रही. अच्छे मानसून और सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्तों के साथ-साथ सरकार द्वारा उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी दरों में कटौती ने भी बिक्री को बढ़ावा दिया. उत्पादों की कीमतों में 6 से 10 प्रतिशत तक की कमी ने व्यापार में लगभग दोगुना असर डाला, जिससे पिछले वर्ष की तुलना में 15&ndash;20 प्रतिशत अधिक कारोबार दर्ज हुआ.<br /><br /></p>

लुधियाना में गोदाम में लगी आग:आतिशबाजी की चिंगारी से भड़की, दमकल की 3 गाड़ियां बुझाने में जुटीं

लुधियाना में गोदाम में लगी आग:आतिशबाजी की चिंगारी से भड़की, दमकल की 3 गाड़ियां बुझाने में जुटीं लुधियाना के ताजपुर गांव में रविवार दोपहर खो (कपड़े के टुकड़े ) के गोदाम में अचानक आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, खुले प्लांट में पड़ी सामग्री पर आतिशबाजी की चिंगारी गिरने से आग लगी। आग इतनी तेजी से फैल गई कि दो और दमकल गाड़ियां बुलानी पड़ीं। देखते ही देखते लपटों ने पूरा गोदाम घेर लिया। गोदाम मालिक को भारी आर्थिक नुकसान दमकल कर्मी लगातार आग बुझाने में जुटे हुए हैं। फिलहाल आग पर नियंत्रण पाया जा रहा है। गोदाम मालिक को भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। राहत की बात यह है कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी मौके पर मौजूद हैं और आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

रामपुर में दिवाली पर सिर्फ 17 जगह मिलेंगे पटाखे:बिक्री के लिए 85 दुकानदारों को लाइसेंस जारी, 20 अक्टूबर तक मान्य रहेंगे

रामपुर में दिवाली पर सिर्फ 17 जगह मिलेंगे पटाखे:बिक्री के लिए 85 दुकानदारों को लाइसेंस जारी, 20 अक्टूबर तक मान्य रहेंगे रामपुर उपमंडल में दीपावली के अवसर पर जन सुरक्षा और आगजनी की घटनाओं के रोकथाम के लिए 85 अस्थायी पटाखा लाइसेंस जारी किए गए हैं। इन लाइसेंसों के तहत पटाखों की बिक्री केवल 17 अधिकृत स्थलों पर ही की जा सकेगी। ये अस्थायी लाइसेंस 20 अक्टूबर तक मान्य रहेंगे। एसडीएम रामपुर हर्ष अमरेंदर सिंह नेगी ने बताया कि सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए विक्रेताओं को निर्धारित स्थानों पर ही बिक्री की अनुमति होगी। इन जगहों पर मिलेंगे पटाखे अधिकृत पटाखा विक्रय स्थलों में हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग स्टोर/टैरेस (चौधरी अड्डा के पास), डकोलर, नोगली, निरसु, दत्तनगर, भद्रास, निरथ, चूआबाग, खनेरी, पदम नगर, झाकड़ी बस स्टैंड, ननखरी बस स्टैंड, तकलेच बस स्टैंड, मेमोरियल मैदान ज्यूरी, बोंडा, घराट और सराहन (बस स्टैंड के पास) शामिल हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद दीपावली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न विभागों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इसका उद्देश्य भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करना है। अग्निशमन विभाग को सभी विक्रय स्थलों पर फायर टेंडर और आवश्यक उपकरण सुनिश्चित करने तथा आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। अवैध पटाखा बिक्री पर रहेगी पुलिस की नजर पुलिस विभाग भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और अवैध पटाखा बिक्री की निगरानी करेगा। स्वास्थ्य विभाग नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में आकस्मिक चिकित्सा सहायता दल तैनात करेगा।विद्युत विभाग सुरक्षित और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा और ढीले तारों की जांच करेगा। जल शक्ति विभाग को आपात स्थिति के लिए पर्याप्त जल भंडारण बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। वन विभाग भी अलर्ट पर वन विभाग जंगलों और ज्वलनशील क्षेत्रों के पास पटाखों के दुरुपयोग पर कड़ी निगरानी रखेगा।राजस्व विभाग लाइसेंस की शर्तों की जांच करेगा और विक्रय स्थलों पर समन्वय स्थापित करेगा। होम गार्ड्स पुलिस के साथ सुरक्षा और निगरानी में सहयोग करेंगे। नगर परिषद और ग्राम पंचायतें विक्रय स्थलों की स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होंगी। प्रत्येक क्षेत्र में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो लाइसेंसधारी दुकानों की जांच करेंगे और अग्निशमन दल के साथ समन्वय स्थापित करेंगे।

केशव मौर्य-ब्रजेश पाठक नाराज, अयोध्या नहीं गए:राज्यपाल भी नहीं गईं, दीपोत्सव के विज्ञापन में नाम नहीं छपा था

केशव मौर्य-ब्रजेश पाठक नाराज, अयोध्या नहीं गए:राज्यपाल भी नहीं गईं, दीपोत्सव के विज्ञापन में नाम नहीं छपा था अयोध्या दीपोत्सव में योगी सरकार के दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल नहीं हुए। दोनों ने रविवार का अपना अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या दीपोत्सव के विज्ञापन में दोनों डिप्टी सीएम का नाम नहीं छपा था। इससे दोनों डिप्टी सीएम नाराज हो गए। दोनों ने इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश और शीर्ष नेतृत्व को भी दी। इसके अलावा, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अपना अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया। बताया जा रहा है कि उनका भी न तो विज्ञापन में नाम छपा था और न ही भूमिका तय थी। ऐसे में सीएम योगी अकेले ही अयोध्या पहुंचे। दीपावली पर इस घटनाक्रम ने योगी सरकार की गुटबाजी और खींचतान को सामने ला दिया। दरअसल, अयोध्या दीपोत्सव के लिए यूपी सरकार की ओर से जारी विज्ञापन शनिवार को सभी अखबारों में छपा था। इसमें पीएम मोदी और सीएम योगी की फोटो छपीं। इसके अलावा कृषि मंत्री एवं अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह का नाम भी छपा। विज्ञापन को लेकर मचे बवाल के बाद लखनऊ में सूचना विभाग के अफसरों ने तर्क दिया। कहा कि सूर्यप्रताप शाही अयोध्या के प्रभारी मंत्री हैं। इसलिए उनका नाम छपा है। जबकि कार्यक्रम का नोडल विभाग संस्कृति विभाग है, इसलिए जयवीर सिंह का नाम छपा। वहीं, दूसरी तरफ अयोध्या के प्रशासनिक सूत्रों ने भास्कर को बताया कि उन्होंने तीनों के नाम न होने की जानकारी शीर्ष अधिकारियों को दी थी। हालांकि, उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अखिलेश का तंज- अबकी बार, डिप्टी सीएम बाहर
इस मामले पर अखिलेश यादव ने भी तंज कसा। उन्होंने X पर एक के बाद एक दो पोस्ट किए। पहले लिखा- जनता पूछ रही है कि यूपी भाजपा सरकार में ‘उप-मुख्यमंत्री’ के दोनों पद समाप्त कर दिए गए हैं क्या? विज्ञापन में कनिष्ठ मंत्रियों के नाम तो दिख रहे, लेकिन डिप्टी सीएम साहब लोगों के नहीं। कहीं यहां भी ‘हाता नहीं भाता’ या ‘प्रभुत्ववादी सोच’ तो हावी नहीं हो गई। अबकी बार, डिप्टी सीएम बाहर! भाजपा में डबल इंजन ही नहीं, इंजन से डबल डिब्बे भी टकरा रहे हैं। बिहार से आए केशव मौर्य, लखनऊ में ही रुके रहे
दरअसल, डिप्टी सीएम केशव मौर्य बिहार चुनाव में सहप्रभारी बनाए गए हैं। वह अयोध्या जाने के लिए लखनऊ पहुंच गए थे, लेकिन ऐनवक्त पर उन्होंने वहां जाने का कार्यक्रम कैंसिल कर दिया। उन्होंने घर पर ही लोगों से मुलाकात की। वहीं, ब्रजेश पाठक रविवार सुबह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ रहे। इसके बाद वह अपने घर पर लोगों से मुलाकात की। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… 2022 में भी केशव मौर्य अयोध्या नहीं गए थे
इससे पहले भी केशव मौर्य 2022 के दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। उस समय सीएम ऑफिस की ओर से केशव को सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी को हेलिकॉप्टर में साथ ले जाने के लिए कहा गया था। अवनीश अवस्थी केशव के घर भी पहुंचे थे, लेकिन केशव ने अयोध्या दौरा रद्द कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, केशव ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के जरिए सीएम को संदेश भी भेज दिया था कि उन्हें सिराथू से चुनाव हराने में अवनीश अवस्थी की भी भूमिका है। इसलिए वह अवनीश के साथ हेलिकॉप्टर में नहीं जाएंगे। दोनों डिप्टी सीएम लगातार नाराज चल रहे
भाजपा के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बताया कि दोनों डिप्टी सीएम सरकार से नाराज चल रहे हैं। सरकार की ओर से आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में दोनों डिप्टी सीएम को अक्सर नहीं बुलाया जाता। जबकि संसदीय कार्य और वित्तमंत्री सुरेश खन्ना और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अक्सर सीएम के साथ मंच साझा करते हैं। केशव का अयोध्या का कार्यक्रम जारी हो गया था… बाद में कार्यक्रम रद्द होने की जानकारी सामने आई… पहले भी कई बार आ चुकीं केशव की नाराजगी की खबरें ——————————— ये खबर भी पढ़ें… लखनऊ में बसपा का 10 दिन में तीसरा बड़ा कार्यक्रम, कोऑर्डिनेटरों से मायावती बोलीं- जैसे मेरा साथ दिया, वैसे आकाश की मदद कीजिए बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को लखनऊ में देशभर के कोऑर्डिनेटर के साथ बैठक की। करीब 2 घंटे चली बैठक में फोकस संगठन को मजबूत करने पर रहा। बैठक में यूपी-उत्तराखंड को छोड़कर देशभर से करीब 430 कोऑर्डिनेटर आए। इनमें 3 महिलाएं भी थीं। इस दौरान मायावती ने हर स्तर पर संगठन को मजबूत करने को कहा। पूरी खबर पढ़िए

लुधियाना: रियल एस्टेट कारोबारी के घर पर 30 राउंड फायरिंग, मांगी 5 करोड़ की फिरौती

लुधियाना: रियल एस्टेट कारोबारी के घर पर 30 राउंड फायरिंग, मांगी 5 करोड़ की फिरौती <p style=”text-align: justify;”>पंजाब के लुधियाना में एक रियल एस्टेट कारोबारी नंदलाल के घर पर 30 राउंड फायरिंग हुई. इस दिल दहला देने वाली वारदात में गैंगस्टर कौशल चौधरी के गिरोहा का हाथ बताया जा रहा है. दरअसल, धड़ाधड़ गोलीबारी के बाद बाइक पर सवार बदमाश घर के बाहर एक चिट्ठी छोड़कर गए ते, जिसपर कौशल चौधरी ग्रुप का नाम लिखा था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>चिट्ठी के जरिए बदमाशों ने रियर एस्टेट कारोबारी के सामने पांच करोड़ रुपये फिरौती की मांग रखी है. बताया जा रहा है कि घर पर गोलियां लगने से बालकनी के शीशे टूट गए और काफी नुकसान हुआ है. मौके पर जो पर्ची मिली है, उसमें ‘कौशल चौधरी ग्रुप’ और ‘5 करोड़’ लिखा हुआ है. वारदात के बाद कारोबारी ने इसकी शिकायत तुरंत पुलिस में की.&nbsp;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>पुलिस के हाथ अब भी खाली</h3>
<p style=”text-align: justify;”>सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके की नाकेबंदी कर दी. पुलिस आसपास लगे CCTV फुटेज खंगाल रही है, ताकि बदमाशों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जा सके. अभी तक फायरिंग करने वालों का कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>कौन हैं रियल एस्टेट कारोबारी नंदलाल?</h3>
<p style=”text-align: justify;”>नंदलाल साल 2006 में सेना से सूबेदार पद से रिटायर हुए थे और अब लुधियाना में रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं. उनके 2 बेटे हैं, जिनमें से एक डॉक्टर और दूसरा बैंक मैनेजर है. फिल्हाल, पुलिस ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है.</p>

गुरुग्राम में पटाखे खरीदने पहुंची भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा:आपस में धक्का-मुक्की, लाठी-डंडे बरसा कर भीड़ कंट्रोल की, दिल्ली से भी पहुंच रहे लोग

गुरुग्राम में पटाखे खरीदने पहुंची भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा:आपस में धक्का-मुक्की, लाठी-डंडे बरसा कर भीड़ कंट्रोल की, दिल्ली से भी पहुंच रहे लोग गुरुग्राम में ग्रीन पटाखे खरीदने को लेकर भारी भीड़ उमड़ रही है। रविवार को कादीपुर इलाके में सुबह से ही सैकड़ों लोग पटाखे खरीदने पहुंचे। जिसके चलते हालात बेकाबू हो गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग पटाखों के गोदाम में घुसने के लिए धक्का- मुक्की करने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी बरसा कर खदेड़ना पड़ा। यहां सुबह से ही लोग अपने पसंदीदा पटाखे खरीदने के लिए गोदामों में पहुंचने लगे थे। दोपहर होते-होते भीड़ इतनी बढ़ गई कि दुकानों पर लंबी-लंबी कतारें लग गईं। काफी संख्या में लोग दिल्ली से भी पटाखे खरीदने पहुंचे हैं। लाइन तोड़कर किया हंगामा कुछ लोगों ने लाइन तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। देखते ही देखते स्थिति ऐसी हो गई कि दुकानदारों और ग्राहकों के बीच बहस होने लगी। कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर हंगामा शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। मनमाने दाम वसूलने का आरोप कई दुकानों पर स्टॉक कम होने की वजह से लोग आपस में उलझ पड़े। कुछ ग्राहकों ने आरोप लगाया कि दुकानदार मनमाने दाम वसूल रहे थे, जिससे तनाव और बढ़ गया। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने पहले भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब स्थिति नहीं संभली तो पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी। लाठी चलाकर भीड़ को खदेड़ा पुलिस ने लाठी का प्रयोग किया, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई। कुछ लोगों ने पुलिस पर बदतमीजी का आरोप भी लगाया। हालांकि इस मामले में पुलिस की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने कहा कि हमारा मकसद लोगों की सुरक्षा और बाजार में व्यवस्था बनाए रखना था। कुछ लोग लाइन तोड़कर हंगामा कर रहे थे, जिसके कारण हमें सख्त कदम उठाना पड़ा। अब स्थिति पूरी तरह काबू में है। पुलिस ने विक्रेताओं को भी चेतावनी दी है कि वे नियमों का पालन करें और अधिक कीमत वसूलने से बचें।

गुजरात में जैन समुदाय ने खरीदीं 186 लग्जरी कारें, डिस्काउंट में बचाए 21 करोड़ रुपये! क्या है मामला?

गुजरात में जैन समुदाय ने खरीदीं 186 लग्जरी कारें, डिस्काउंट में बचाए 21 करोड़ रुपये! क्या है मामला? <p style=”text-align: justify;”>गुजरात में जैन समुदाय ने 21 करोड़ रुपये की छूट प्राप्त कर 186 महंगी (लग्जरी) कारें घर लाकर अपनी जबर्दस्त खरीद क्षमता दिखाई है. जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (जेआईटीओ) के उपाध्यक्ष हिमांशु शाह ने शनिवार को बताया कि बीएमडब्ल्यू, ऑडी और मर्सिडीज जैसे लक्जरी वाहन ब्रांड के साथ यह &lsquo;अपनी तरह का अनूठा सौदा&rsquo; जेआईटीओ द्वारा किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि जेआईटीओ एक गैर-लाभकारी सामुदायिक संस्था है जिसके पूरे भारत में 65,000 सदस्य हैं. शाह ने कहा, &lsquo;&lsquo;ये 186 लक्जरी कारें, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 60 लाख रुपये से 1.3 करोड़ रुपये के बीच है, इस साल जनवरी से जून के बीच पूरे भारत में उनके मालिकों को सौंप दी गईं. जेआईटीओ के राष्ट्रव्यापी अभियान से हमारे सदस्यों को छूट के रूप में 21 करोड़ रुपये की बचत हुई.&rsquo;&rsquo;</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>जैन समुदाय के लोगों ने खरीदी अधिकांश कारें</h3>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि संगठन केवल एक सुविधा प्रदाता के रूप में था और उसे इस सौदे से कोई लाभ नहीं हुआ. शाह ने कहा कि अधिकांश कारें गुजरात के जैन समुदाय के लोगों ने खरीदीं. इस पहल के सूत्रधार नितिन जैन ने बताया कि यह सब तब शुरू हुआ जब कुछ जेआईटीओ सदस्यों ने समुदाय की मजबूत क्रय शक्ति का लाभ उठाकर कार विनिर्माताओं से भारी छूट हासिल करने का सुझाव दिया.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>समुदाय के कुछ सदस्यों ने पहले ही खरीद ली थीं कारें</h3>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, &ldquo;चूंकि क्रय शक्ति जैन समुदाय की प्रमुख खूबियों में से एक है, इसलिए हमने अपने सदस्यों की खरीदारी पर ज्यादा छूट सुनिश्चित करने के लिए ब्रांड से सीधे संपर्क करने का विचार बनाया. कार विनिर्माताओं ने भी इसे फायदेमंद समझा और हमें छूट की पेशकश की क्योंकि इस सौदे से उनकी विपणन लागत कम हो गई.&rdquo; उन्होंने बताया कि भारी छूट की बात फैलने से पहले ही समुदाय के कुछ सदस्यों ने शुरुआत में कारें खरीद लीं.</p>
<h3 style=”text-align: justify;”>जेआईटीओ सदस्यों ने खरीदीं 186 कारें</h3>
<p style=”text-align: justify;”>जैन ने मजाकिया अंदाज में कहा, &ldquo;जल्द ही, अन्य जेआईटीओ सदस्यों ने भी कारें खरीदना शुरू कर दिया. कुल मिलाकर, 186 कारें खरीदी गईं और 21 करोड़ रुपये की बचत हुई. औसतन, प्रत्येक सदस्य ने आठ लाख रुपये से 17 लाख रुपये के बीच बचाए, जो परिवार के किसी सदस्य के लिए एक और कार खरीदने के लिए पर्याप्त हैं.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे बताया कि अपने सफल लक्जरी कार सौदे से उत्साहित जेआईटीओ ने अब &lsquo;उत्सव&rsquo; नाम से एक नई पहल शुरू की है, जिसमें आभूषण, टिकाऊ उपभोक्ता सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रमुख ब्रांड के साथ इसी तरह की व्यवस्था की गई है.</p>

फरीदकोट में साढ़े 18 क्विंटल मिलावटी मिठाई सील:295 किलो मिल्क केक-खोया बर्फी नकली, पुलिस-फूड सेफ्टी टीम की छापेमारी; सैंपल लैब भेजे

फरीदकोट में साढ़े 18 क्विंटल मिलावटी मिठाई सील:295 किलो मिल्क केक-खोया बर्फी नकली, पुलिस-फूड सेफ्टी टीम की छापेमारी; सैंपल लैब भेजे पंजाब में फरीदकोट जिला पुलिस ने सूचना के आधार स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीम को साथ लेकर शनिवार रात स्थानीय गुरू तेग बहादुर नगर में एक घर मे चलाई जा रही मिठाई फैक्ट्री में छापा मारकर वहां से करीब साढ़े 18 क्विंटल संदिग्ध मिलावटी मिठाई की खेप बरामद की है। इन मिठाइयों में 115.5 किलो मिल्क केक, 180 किलो खोया बर्फी और 16 क्विंटल सोन पापड़ी शामिल है जिसके सैंपल लेकर जांच के लिए खरड़ लैब में भेज दिए हैं और मिठाइयों को सील कर दिया है। जानकारी के अनुसार एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन के नेतृत्व में दिवाली के चलते फरीदकोट पुलिस पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है। भारी मात्रा में मिलावटी मिठाई मिली स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीमों के साथ मिलकर मिलावटखोरों और घटिया मिठाइयां व दूध से बने उत्पाद बेचने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में एसपी हेडक्वार्टर मनविंदर बीर सिंह व डीएसपी तरलोचन सिंह की निगरानी में थाना सिटी फरीदकोट पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की फूड सेफ्टी टीम ने संयुक्त रूप से गुरु तेग बहादुर नगर, फरीदकोट में एक मिठाई बनाने की जगह पर दबिश देकर भारी मात्रा में मिलावटी मिठाई और अन्य सामग्री बरामद की है। साथ ही यहां से बीकानेरी लिखे सोन पापड़ी के खाली डिब्बे भी बरामद किए है और आशंका जताई जा रही है कि यहां पर बीकानेरी सोन पापड़ी की पैंकिग तैयार की जा रही थी। रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई-फूड सेफ्टी अफसर इस मामले में फूड सेफ्टी ऑफिसर हरविंदर सिंह ने बताया कि यह फैक्ट्री नरेन्द्र कुमार नामक व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही है। हालांकि उसने फूड सेफ्टी एक्ट के तहत लाईसेंस लिया हुआ है पर उसके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के मापदंडों की पालना नहीं की जा रही है। पुलिस की सूचना के आधार पर उनकी टीम ने यहां पर मिठाई सील कर सभी सैंपलों को जांच के लिए लैब भेज दिए है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। साथ ही साफ सफाई की व्यवस्था न होने पर सेक्शन 56 फूड सेफ्टी एक्ट के तहत उनका चालान भी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी की देखें PHOTOS…