<div id=”:r5″ class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:tk” aria-controls=”:tk” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Kishanganj Devraj Sanyal:</strong> रहस्य और रोमांच युवा पीढ़ी को काफी आकर्षित करता है. ब्रह्मांड में मौजूद तीसरी शक्ति हमेशा से कौतूहल का विषय रही है. बिहार के किशनगंज के युवा देवराज सान्याल 2010 से ब्रम्हांड में फैली तीसरी शक्ति यानी भूत, प्रेत, आत्मा की तलाश में जुटे हुए हैं. देवराज शहर के रूईधासा निवासी हैं और इनके पिता रंजन सान्याल सेवानिवृत जज हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2010 में शुरू की अलौकिक गतिविधियों की जांच</strong> </p>
<p style=”text-align: justify;”>देवराज अपने साथियों के साथ अलग-अलग शहरों में जा कर अदृश्य शक्तियों की तलाश करते हैं. इस कार्य में कई बार उन्हें खतरों का भी सामना करना पड़ा है. देवराज ने बताया कि मैंने अपने मित्र शुभज्योति रॉय चौधरी के साथ 2010 में दावा की गई अलौकिक गतिविधियों की जांच शुरू की. उन्होंने कहा कि शोध उन लोगों की मदद करने के लिए शुरू किया था, जो अपनी अविश्वसनीय कहानियां समाज के साथ साझा नहीं कर सकते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि अगर हम किसी अप्राकृतिक घटना को नहीं समझते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह अलौकिक है. हमने सत्य की खोज के लिए यह यात्रा शुरू की है, लेकिन इस यात्रा में हमें कई घटनाओं का सामना करना पड़ा, इसने हमें विश्वास दिलाया कि कुछ ऐसा है जो हमारी कल्पना से परे है. उन्होंने कहा कि हालांकि 99% मामले मानसिक बीमारी, मतिभ्रम, गलत व्याख्या, झूठ, शरारत के हैं लेकिन 1% अभी भी स्पष्ट हैं. जिसका हम अनुसंधान कर रहे हैं कि 1% क्या है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शोध में यह पाया गया कि हमारी चेतना हमारे मस्तिष्क की उपज नहीं है, यह एक अलग शक्ति है जो आत्मा की अवधारणा को परिभाषित करता है. इसलिए यदि आत्मा की संभावना है तो भूत, प्रेत, पिशाच की भी संभावना अवश्य होगी. उन्होंने कहा कि हम खुले दिमाग से इसकी जांच करते हैं. इस कार्य में देवराज को उनकी पत्नी इशिता दास सान्याल का भी सहयोग प्राप्त होता है. देवराज ने बताया कि हमने अपनी टीम के साथ जिसमें अनिंदम घोषाल, सोमनजन मुखर्जी, अनिर्बान दास, आयुष मजूमदार और राज सिमलाई शामिल हैं पुलिस विभाग और न्यायपालिका सहित कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हमने इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए अपना खून और पसीना बहाया है और अब हम अलौकिक पर शोध करने वाली भारत की शीर्ष टीम हैं. देवराज की टीम डिटेक्टिव ऑफ सुपर नैचुरल किशनगंज ही नहीं अपितु कोलकाता, सिलीगुड़ी, कुर्सियांग, दुबई सहित अन्य स्थानों में स्थित ऐसी जगह जिसे लोग भूतिया कहते है में रिसर्च कर चुकी है. डिटेक्टिक ऑफ सुपर नैचुरल द्वारा अदृश्य शक्तियों पर कई डोकोमेंट्री, शॉर्ट फिल्म बनाया गया है जो की इस रहस्य को उजागर करता है की एक तीसरी शक्ति भी इस ब्रम्हांड में है जिसे हम आत्मा या भूत प्रेत के नाम से जानते हैं </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टीम केसाथ घटती हैं कई अप्रिय घटनाएं </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि अलौकिक की जांच करना न केवल भूतों के कारण बल्कि सांपों, जहरीले कीड़ों, असामाजिक तत्वों के कारण भी एक जोखिम भरा काम है क्योंकि हम कभी-कभी पुराने परित्यक्त स्थानों में जाते हैं। कुछ मामलों में हमें ऐसी भयानक दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा जो केवल किसी बुरी शक्ति के कारण ही हो सकती हैं. हमारी टीम के अनिन्दम के साथ आए दिन कई अप्रिय घटनाएं घटती हैं जो संयोग नहीं हो सकतीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवराज ने कहा कि असाधारण गतिविधियों से लोग अभी भी पूरी तरह परिचित नहीं हैं, जिस कारण से कई भ्रांतियां फैली हुई हैं और लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि रहस्य को उजागर करना कठिन तो है लेकिन असंभव नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-water-entered-in-sncu-ward-of-jehanabad-sadar-hospital-in-first-monsoon-rain-ann-2727095″>Bihar News: जहानाबाद में मानसून की पहली बारिश में अस्पताल के SNCU में घुसा पानी, नवजात बच्चों की खतरे में पड़ी जान</a></strong></p>
</div> <div id=”:r5″ class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:tk” aria-controls=”:tk” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Kishanganj Devraj Sanyal:</strong> रहस्य और रोमांच युवा पीढ़ी को काफी आकर्षित करता है. ब्रह्मांड में मौजूद तीसरी शक्ति हमेशा से कौतूहल का विषय रही है. बिहार के किशनगंज के युवा देवराज सान्याल 2010 से ब्रम्हांड में फैली तीसरी शक्ति यानी भूत, प्रेत, आत्मा की तलाश में जुटे हुए हैं. देवराज शहर के रूईधासा निवासी हैं और इनके पिता रंजन सान्याल सेवानिवृत जज हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2010 में शुरू की अलौकिक गतिविधियों की जांच</strong> </p>
<p style=”text-align: justify;”>देवराज अपने साथियों के साथ अलग-अलग शहरों में जा कर अदृश्य शक्तियों की तलाश करते हैं. इस कार्य में कई बार उन्हें खतरों का भी सामना करना पड़ा है. देवराज ने बताया कि मैंने अपने मित्र शुभज्योति रॉय चौधरी के साथ 2010 में दावा की गई अलौकिक गतिविधियों की जांच शुरू की. उन्होंने कहा कि शोध उन लोगों की मदद करने के लिए शुरू किया था, जो अपनी अविश्वसनीय कहानियां समाज के साथ साझा नहीं कर सकते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि अगर हम किसी अप्राकृतिक घटना को नहीं समझते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह अलौकिक है. हमने सत्य की खोज के लिए यह यात्रा शुरू की है, लेकिन इस यात्रा में हमें कई घटनाओं का सामना करना पड़ा, इसने हमें विश्वास दिलाया कि कुछ ऐसा है जो हमारी कल्पना से परे है. उन्होंने कहा कि हालांकि 99% मामले मानसिक बीमारी, मतिभ्रम, गलत व्याख्या, झूठ, शरारत के हैं लेकिन 1% अभी भी स्पष्ट हैं. जिसका हम अनुसंधान कर रहे हैं कि 1% क्या है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शोध में यह पाया गया कि हमारी चेतना हमारे मस्तिष्क की उपज नहीं है, यह एक अलग शक्ति है जो आत्मा की अवधारणा को परिभाषित करता है. इसलिए यदि आत्मा की संभावना है तो भूत, प्रेत, पिशाच की भी संभावना अवश्य होगी. उन्होंने कहा कि हम खुले दिमाग से इसकी जांच करते हैं. इस कार्य में देवराज को उनकी पत्नी इशिता दास सान्याल का भी सहयोग प्राप्त होता है. देवराज ने बताया कि हमने अपनी टीम के साथ जिसमें अनिंदम घोषाल, सोमनजन मुखर्जी, अनिर्बान दास, आयुष मजूमदार और राज सिमलाई शामिल हैं पुलिस विभाग और न्यायपालिका सहित कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हमने इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए अपना खून और पसीना बहाया है और अब हम अलौकिक पर शोध करने वाली भारत की शीर्ष टीम हैं. देवराज की टीम डिटेक्टिव ऑफ सुपर नैचुरल किशनगंज ही नहीं अपितु कोलकाता, सिलीगुड़ी, कुर्सियांग, दुबई सहित अन्य स्थानों में स्थित ऐसी जगह जिसे लोग भूतिया कहते है में रिसर्च कर चुकी है. डिटेक्टिक ऑफ सुपर नैचुरल द्वारा अदृश्य शक्तियों पर कई डोकोमेंट्री, शॉर्ट फिल्म बनाया गया है जो की इस रहस्य को उजागर करता है की एक तीसरी शक्ति भी इस ब्रम्हांड में है जिसे हम आत्मा या भूत प्रेत के नाम से जानते हैं </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>टीम केसाथ घटती हैं कई अप्रिय घटनाएं </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि अलौकिक की जांच करना न केवल भूतों के कारण बल्कि सांपों, जहरीले कीड़ों, असामाजिक तत्वों के कारण भी एक जोखिम भरा काम है क्योंकि हम कभी-कभी पुराने परित्यक्त स्थानों में जाते हैं। कुछ मामलों में हमें ऐसी भयानक दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा जो केवल किसी बुरी शक्ति के कारण ही हो सकती हैं. हमारी टीम के अनिन्दम के साथ आए दिन कई अप्रिय घटनाएं घटती हैं जो संयोग नहीं हो सकतीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवराज ने कहा कि असाधारण गतिविधियों से लोग अभी भी पूरी तरह परिचित नहीं हैं, जिस कारण से कई भ्रांतियां फैली हुई हैं और लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि रहस्य को उजागर करना कठिन तो है लेकिन असंभव नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-water-entered-in-sncu-ward-of-jehanabad-sadar-hospital-in-first-monsoon-rain-ann-2727095″>Bihar News: जहानाबाद में मानसून की पहली बारिश में अस्पताल के SNCU में घुसा पानी, नवजात बच्चों की खतरे में पड़ी जान</a></strong></p>
</div> बिहार सीएम योगी की कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक, DJ बजाने को लेकर है ये नियम