<p style=”text-align: justify;”><strong>JDU Supports Vice President Statement:</strong> जेडीयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति हैं, महामहिम हैं. उनकी बातों से असहमत होने का सवाल ही नहीं है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने जो भी बातें कहीं, उसका एक व्यापक संदर्भ है. उन्होंने कहा है कि जो कुछ अब तक किसानों के लिए होना चाहिए था वह नहीं हुआ है, लेकिन हम लोग कहना चाहते हैं कि मोदी सरकार के शासनकाल में कृषि क्षेत्र में जो ग्रोथ रेट है वह अच्छा है. इससे यह पता चलता है कि कृषि से जुड़े उत्पादों कि उत्पादन, उनकी खपत, और वितरण को लेकर जो संभावनाएं हैं वह पहले से बेहतर हैं. किसानों की हालत पहले से बेहतर है. बहुत कुछ हासिल हुआ है. बहुत कुछ हासिल होना बाकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री श्रवण कुमार ने उपराष्ट्रपति के बयान पर क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं जेडीयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति केंद्र सरकार को सचेत करने का काम कर रहे हैं कि किसानों के हित की जो बात है. उसका निपटारा किया जाए. उपराष्ट्रपति ने कुछ भी गलत नहीं कहा है. मैं कहना चाहता हूं कि केंद्र सरकार ने जो वादा किया है उसको पूरा करे. केंद्र सरकार ने अगर किसानों के हित की बात कही है तो उस पर अमल किया जाए. सरकार किसान मजदूरों पर ध्यान दे. उपराष्ट्रपति की हर बात से हम सहमत हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>श्रवण कुमार ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि किसानों की खेती घाटे की हो रही है. प्राकृतिक आपदाओं से किसान परेशान हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में जिस तरह किसानों के हित के लिए काम कर रहे हैं, उसी तरह पूरे देश में केंद्र सरकार को किसानों के लिए काम करना चाहिए. बिहार देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां पर फसल क्षतिपूर्ति योजना लागू है. फसल की क्षति होने पर बिहार में सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे दिए जाते हैं. समय पर डीजल का अनुदान दिया जाता है. बिहार में मात्र 55 पैसा मैं एक मिनट बिजली किसानों को देते हैं. हमारा देश कृषि प्रधान देश है. जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे. देश की प्रगति नहीं होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> उपराष्ट्रपति ने केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर घेरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर घेरा है. सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. मुंबई में एक कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से उन्होंने पूछा कि किसानों से जो वादे किए गए थे, उसको पूरा क्यों नहीं किया जा रहा है? दरअसल देश में किसान आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है. ऐसे में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है. उपराष्ट्रपति ने पूछा की कृपया मुझे बताएं कि किसान से क्या वादा किया गया था? वादा पूरा क्यों नहीं हुआ? पिछले साल भी विरोध हुआ था, इस साल भी विरोध हो रहा है. समय का पहिया घूम रहा है. लेकिन हम कुछ नहीं करते.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/rjd-national-general-secretary-abdul-bari-siddiqui-on-vice-president-jagdeep-dhankhar-ann-2835961″>Bihar Politics: ‘उपराष्ट्रपति सच नहीं तो क्या झूठ बोलेंगे’? अब्दुल बारी सिद्दकी ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>JDU Supports Vice President Statement:</strong> जेडीयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति हैं, महामहिम हैं. उनकी बातों से असहमत होने का सवाल ही नहीं है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने जो भी बातें कहीं, उसका एक व्यापक संदर्भ है. उन्होंने कहा है कि जो कुछ अब तक किसानों के लिए होना चाहिए था वह नहीं हुआ है, लेकिन हम लोग कहना चाहते हैं कि मोदी सरकार के शासनकाल में कृषि क्षेत्र में जो ग्रोथ रेट है वह अच्छा है. इससे यह पता चलता है कि कृषि से जुड़े उत्पादों कि उत्पादन, उनकी खपत, और वितरण को लेकर जो संभावनाएं हैं वह पहले से बेहतर हैं. किसानों की हालत पहले से बेहतर है. बहुत कुछ हासिल हुआ है. बहुत कुछ हासिल होना बाकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री श्रवण कुमार ने उपराष्ट्रपति के बयान पर क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं जेडीयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति केंद्र सरकार को सचेत करने का काम कर रहे हैं कि किसानों के हित की जो बात है. उसका निपटारा किया जाए. उपराष्ट्रपति ने कुछ भी गलत नहीं कहा है. मैं कहना चाहता हूं कि केंद्र सरकार ने जो वादा किया है उसको पूरा करे. केंद्र सरकार ने अगर किसानों के हित की बात कही है तो उस पर अमल किया जाए. सरकार किसान मजदूरों पर ध्यान दे. उपराष्ट्रपति की हर बात से हम सहमत हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>श्रवण कुमार ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि किसानों की खेती घाटे की हो रही है. प्राकृतिक आपदाओं से किसान परेशान हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में जिस तरह किसानों के हित के लिए काम कर रहे हैं, उसी तरह पूरे देश में केंद्र सरकार को किसानों के लिए काम करना चाहिए. बिहार देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां पर फसल क्षतिपूर्ति योजना लागू है. फसल की क्षति होने पर बिहार में सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे दिए जाते हैं. समय पर डीजल का अनुदान दिया जाता है. बिहार में मात्र 55 पैसा मैं एक मिनट बिजली किसानों को देते हैं. हमारा देश कृषि प्रधान देश है. जब तक किसान खुशहाल नहीं होंगे. देश की प्रगति नहीं होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> उपराष्ट्रपति ने केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर घेरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर घेरा है. सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. मुंबई में एक कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से उन्होंने पूछा कि किसानों से जो वादे किए गए थे, उसको पूरा क्यों नहीं किया जा रहा है? दरअसल देश में किसान आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है. ऐसे में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा है. उपराष्ट्रपति ने पूछा की कृपया मुझे बताएं कि किसान से क्या वादा किया गया था? वादा पूरा क्यों नहीं हुआ? पिछले साल भी विरोध हुआ था, इस साल भी विरोध हो रहा है. समय का पहिया घूम रहा है. लेकिन हम कुछ नहीं करते.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/rjd-national-general-secretary-abdul-bari-siddiqui-on-vice-president-jagdeep-dhankhar-ann-2835961″>Bihar Politics: ‘उपराष्ट्रपति सच नहीं तो क्या झूठ बोलेंगे’? अब्दुल बारी सिद्दकी ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा</a></strong></p> बिहार Himachal: वैष्णो देवी की तर्ज पर मणिमहेश में भी हो श्राइन बोर्ड का गठन, MP सिकंदर कुमार ने उठाई मांग