हरियाणा में BJP अब नए सिरे से सदस्यता अभियान चलाएगी। इसे लेकर दिवाली के बाद प्रदेश में कैंपेन शुरू हो सकता है। हरियाणा में भाजपा अब तक 32 लाख सदस्यों को जोड़ चुकी है, मगर विधानसभा चुनावों में पार्टी को 55 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। इससे उत्साहित पार्टी दिवाली के बाद एक बड़ा कार्यक्रम कर मैंबरशिप अभियान की शुरुआत करेगी। सरकार और संगठन मिलकर इस कैंपेन का आगाज करेंगे। देशभर में मैंबरशिप बनाने को लेकर दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उपस्थित रहे। इसके अलावा देश के अलग-अलग राज्यों से भी मैंबरशिप को लेकर प्रदेश संयोजक और सदस्य मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि मैंबरशिप अभियान को किस तरह और कैसे किया जाना है। इस बैठक में हरियाणा की तरफ से प्रदेश संयोजक वेदपाल एडवोकेट, सदस्य संदीप जोशी, अशोक गुर्जर,वरुण श्योराण, गोपाल शर्मा और मीना परमार शामिल हुए। 1 सितंबर से देशभर में शुरू हो चुका है अभियान बता दें कि देशभर में 1 सितंबर से सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है। मगर जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में सदस्यता अभियान चुनाव के बाद चलाया जाना था। चूंकि अब जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव संपन्न हो चुका है इस कारण यह सदस्यता अभियान शुरू होगा। हरियाणा में भाजपा के सदस्यता के साथ-साथ उसके मोर्चों की भी सदस्यता का अभियान चलेगा। भाजपा ने देशभर में 10 करोड़ से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। जनवरी में होगा अध्यक्ष पद का चुनाव सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद सांगठनिक चुनावों की प्रक्रिया शुरू होगी, जो मंडल, जिला से लेकर राज्य स्तर चलेगी। आधे राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जनवरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। भाजपा का सदस्यता अभियान का मूल उद्देश्य भाजपा की राष्ट्र प्रथम की विचारधारा का जनता के बीच विस्तार करना है। भाजपा की पूरा जोर बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अधिक से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने की होगी। सदस्यता अभियान के दौरान राष्ट्रीय से लेकर मंडल स्तर तक के नेता संबंधित क्षेत्रों में प्रवास कर उसकी निगरानी करेंगे। हरियाणा में BJP अब नए सिरे से सदस्यता अभियान चलाएगी। इसे लेकर दिवाली के बाद प्रदेश में कैंपेन शुरू हो सकता है। हरियाणा में भाजपा अब तक 32 लाख सदस्यों को जोड़ चुकी है, मगर विधानसभा चुनावों में पार्टी को 55 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। इससे उत्साहित पार्टी दिवाली के बाद एक बड़ा कार्यक्रम कर मैंबरशिप अभियान की शुरुआत करेगी। सरकार और संगठन मिलकर इस कैंपेन का आगाज करेंगे। देशभर में मैंबरशिप बनाने को लेकर दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उपस्थित रहे। इसके अलावा देश के अलग-अलग राज्यों से भी मैंबरशिप को लेकर प्रदेश संयोजक और सदस्य मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि मैंबरशिप अभियान को किस तरह और कैसे किया जाना है। इस बैठक में हरियाणा की तरफ से प्रदेश संयोजक वेदपाल एडवोकेट, सदस्य संदीप जोशी, अशोक गुर्जर,वरुण श्योराण, गोपाल शर्मा और मीना परमार शामिल हुए। 1 सितंबर से देशभर में शुरू हो चुका है अभियान बता दें कि देशभर में 1 सितंबर से सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है। मगर जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में सदस्यता अभियान चुनाव के बाद चलाया जाना था। चूंकि अब जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव संपन्न हो चुका है इस कारण यह सदस्यता अभियान शुरू होगा। हरियाणा में भाजपा के सदस्यता के साथ-साथ उसके मोर्चों की भी सदस्यता का अभियान चलेगा। भाजपा ने देशभर में 10 करोड़ से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। जनवरी में होगा अध्यक्ष पद का चुनाव सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद सांगठनिक चुनावों की प्रक्रिया शुरू होगी, जो मंडल, जिला से लेकर राज्य स्तर चलेगी। आधे राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जनवरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। भाजपा का सदस्यता अभियान का मूल उद्देश्य भाजपा की राष्ट्र प्रथम की विचारधारा का जनता के बीच विस्तार करना है। भाजपा की पूरा जोर बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अधिक से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने की होगी। सदस्यता अभियान के दौरान राष्ट्रीय से लेकर मंडल स्तर तक के नेता संबंधित क्षेत्रों में प्रवास कर उसकी निगरानी करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में तेजधार हथियार से युवक की हत्या:दोस्त घर से बुलाकर ले गया, साथियों समेत हमला कर भागा
हिसार में तेजधार हथियार से युवक की हत्या:दोस्त घर से बुलाकर ले गया, साथियों समेत हमला कर भागा हिसार में लोगों ने युवक पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। आदमपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल लेकर पहुंची। पुलिस को दिए गए बयान में सीसवाल गांव के रहने वाले ओमप्रकाश ने बताया कि वह मजदूरी का काम करता है। मेरे पर बेटी और एक बेटा विनोद था। वह गांव में सैलून की दुकान चलाता था। 24 दिसंबर की शाम को गांव का प्रिंस उसको बुलाकर गांव के राजीव गांधी सेवा सदन में लेकर गया था। वहां पर प्रिंस के 5-6 साथी मौजूद थे। तेजधार हथियार से सिर में मारा
बेटे विनोद के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। विरोध करने पर विनोद के सिर हाथ और पांव पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। जिस कारण वह बेहोशी की हालत में वहीं पर गिर गया। पता चलने पर मौके पर पहुंचे और बेटे को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अग्रोहा लेकर आए। यहां से हिसार के एक निजी अस्पताल में ले गए। बुधवार देर रात को विनोद की मौत हो गई। सूचना मिलने पर आदमपुर थाना अस्पताल में पहुंची और शव को लेकर नागरिक अस्पताल में आई। जांच अधिकारी एएसआई विनोद ने बताया कि प्रिंस और विनोद का पहले भी झगड़ा हुआ था। इसी बात को लेकर उसे पर दोबारा से हमला किया गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
रेवाड़ी के रामपुरा थाने में ACB की रेड:SI और ASI 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार; पटाखे से जुड़े केस में मांगी थी रकम
रेवाड़ी के रामपुरा थाने में ACB की रेड:SI और ASI 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार; पटाखे से जुड़े केस में मांगी थी रकम हरियाणा के रेवाड़ी शहर स्थित रामपुरा थाना में गुरुवार की दोपहर बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड की। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक ASI को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को एसीबी की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। आरोपी पुलिसकर्मियों ने 9 माह पुराने पटाखे से जुड़े केस में किसी को फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता बोला- मैं पेशी भुगत रहा, ASI ने कहा- तेरे भाई का भी नाम है
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के मोहल्ला कुतुबपुर निवासी संजू ने बताया कि 9 माह पहले दीपावली के त्योहार पर रामपुरा थाना पुलिस ने उनके घर से पटाखे पकड़े थे। पुलिस ने पटाखे पकड़ने के साथ ही उन पर केस बना दिया था। जिसकी वह कोर्ट में पेशी भी भुगत रहे है। लेकिन कुछ दिन पहले अचानक उनके पास रामपुरा थाना में तैनात ASI त्रिदेव का फोन आया और कहा कि उनके छोटे भाई का भी इस केस में नाम है। नाम कटवाने के लिए मांगे रुपए
ASI ने उसे कहा कि अगर भाई का नाम कटवाना है तो 50 हजार रुपए देने होंगे। संजू ने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने पुलिसकर्मियों से फरियाद भी लगाई, लेकिन इसमें ईएसआई मनोज कुमार भी शामिल हो गया और दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि 50 हजार रुपए नहीं दिए तो छोटे बेटे को भी इस केस में शामिल किया जाएगा। शिकायत मिलने पर ACB ने जाल बिछाया
इसके बाद संजू ने रिश्वत मांगने की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो में कर दी। संजू और पुलिसकर्मियों के बीच 30 हजार रुपए में बात बन गई। हालांकि एसीबी की टीम को पहले ही इसकी सूचना मिल चुकी थी। ऐसे में दोनों पुलिसकर्मियों को पकड़ने का जाल बिछाया गया। रिश्वत के रुपए देकर भेजा, रुपए पकड़ते ही ACB ने दबोचा
एसीबी की टीम ने उसे 30 हजार रुपए देकर रामपुरा थाना भेज दिया। जैसे ही ईएसआई मनोज कुमार और एएसआई त्रिदेव ने 30 हजार रुपए लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने दोनों को मौके पर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। एसीबी की रामपुरा थाना में रेड के बाद अन्य पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। टीम दोनों को गिरफ्तार कर एसीबी थाना ले गई।
हरियाणा में BJP के ऑब्जर्वर अमित शाह क्यों?:सैनी के मुकाबले विज की CM दावेदारी, अहीरवाल से मुख्यमंत्री कुर्सी की मांग समेत 3 वजहें
हरियाणा में BJP के ऑब्जर्वर अमित शाह क्यों?:सैनी के मुकाबले विज की CM दावेदारी, अहीरवाल से मुख्यमंत्री कुर्सी की मांग समेत 3 वजहें हरियाणा में 90 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत मिलने के बाद BJP से नायब सैनी CM चेहरे के तौर पर लगभग कन्फर्म हैं। इसके बावजूद मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ऑब्जर्वर बना BJP ने कई सियासी चर्चाओं को जन्म दे दिया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाह ने ही चुनाव से पहले पंचकूला में मंच से कहा था कि ये चुनाव नायब सैनी की अगुआई में लड़ेंगे। अब 17 अक्टूबर के शपथग्रहण से एक दिन पहले 16 अक्टूबर को शाह का आना कई संकेत दे रहा है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स की मानें तो इसकी 3 बड़ी वजहें हो सकती हैं… 1. अनिल विज की CM पद की दावेदारी
विधायक दल की मीटिंग में नायब सैनी के दोबारा CM बनने में कोई पेंच है तो वह अंबाला कैंट से 7वीं बार MLA बने अनिल विज हैं। विज चुनाव प्रचार के दौरान दावा ठोक चुके हैं कि वह सीनियर हैं। सीनियरिटी के हिसाब से वह इस बार मुख्यमंत्री पद का दावा करेंगे। विधायक दल की मीटिंग में विज, सैनी के नाम के खिलाफ हुए तो फिर शाह को उन्हें संभालना होगा। इससे पहले भी जब मार्च महीने में मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया तो विज मीटिंग छोड़कर चले गए थे। BJP के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो फिलहाल सैनी को CM चेहरे से बदलने की कोई सूरत नजर नहीं आती, लेकिन भाजपा 2014 में मनोहर लाल खट्टर को लाकर चौंका चुकी है। 2. अहीरवाल बेल्ट के विधायकों का रुख CM चेहरे को लेकर दूसरा मुद्दा अहीरवाल बेल्ट का है। यहां से इस बार BJP ने 11 में से 10 सीटें जीती हैं। अहीरवाल बेल्ट से लगातार मांग उठ रही है कि वहां से CM चेहरा होना चाहिए। इसकी वजह ये भी है कि 2014 में BJP यहां से सारी 11 सीटें जीती तो 47 सीटों के साथ बहुमत आया था। 2019 में BJP यहां से 8 सीटें जीती तो 46 के बहुमत से कम 40 पर रह गई। यही वजह है कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत कह चुके हैं कि उन्होंने अपना काम कर दिया, अब पार्टी को संज्ञान लेना चाहिए। शाह की मौजूदगी के जरिए इसे भी देखा जा सकता है कि अगर सैनी सीएम बने तो फिर वहां के विधायकों का क्या रुख रहता है। 3. मंत्रीपद की दावेदारी BJP बहुमत पार जरूर आई है लेकिन इस बार मंत्रिमंडल में कौन-कौन होगा, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। खासकर, चुनाव में RSS के इन्वॉल्व और उनसे जुड़े कुछ चेहरों के विधायक चुने जाने के बाद उनका भी नंबर आ सकता है। कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जिनकी पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से नाराजगी रही। इसके अलावा राव इंद्रजीत भी अहीरवाल बेल्ट से 2 से 3 मंत्री पद की मांग कर रहे हैं। ऐसे में योग्य मंत्रीपद से न चूके और इसके विरोध में किसी तरह की बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी न हो, इसलिए शाह इसे मैनेज करेंगे। ये खबर भी पढ़ें :- अमित शाह चुनेंगे हरियाणा का CM:BJP ने 2 ऑब्जर्वर तय किए, 16 को विधायक दल की बैठक; अनिल विज नड्डा से मिले हरियाणा के नए CM के चुनाव के लिए BJP ने अमित शाह को ऑब्जर्वर लगा दिया है। उनके साथ मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव भी रहेंगे। पिछले 5 वर्षों में यह दूसरा मौका होगा, जब उत्तर प्रदेश के बाद शाह हरियाणा में ऑब्जर्वर बनकर आ रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें…