BJP प्रत्याशी अनूप धानक का भारी विरोध:गांव-गांव मुर्दाबाद के नारे लग रहे, ग्रामीण मुंह पर ही हारने की शर्त लगा रहे

BJP प्रत्याशी अनूप धानक का भारी विरोध:गांव-गांव मुर्दाबाद के नारे लग रहे, ग्रामीण मुंह पर ही हारने की शर्त लगा रहे

हरियाणा की उकलाना विधानसभा सीट पर BJP प्रत्याशी अनूप धानक का इन दिनों भारी विरोध हो रहा हैं। अनूप धानक जिस गांव में जा रहे हैं, वहां लोग पिछले 10 साल के काम का हिसाब किताब मांग रहे हैं। अनूप के लिए प्रचार करना भी सिरदर्द बना हुआ है। इसके अलावा BJP प्रत्याशी के प्रचार के लिए स्थानीय नेताओं ने दूरी बनाई हुई है। प्रचार के दौरान भाजपा के टिकट के दावेदार अनूप के साथ नजर नहीं आ रहे। अनूप धानक का इतना विरोध है कि लोग उनके सामने ही शर्त लगा रहे हैं कि इस बार तुम हारोगे चाहे जितनी मर्जी की शर्त लगा ले। अनूप धानक इन विरोधों के बीच असहज नजर आ रहे हैं। गांव में लोग 10 साल का हिसाब किताब के साथ-साथ कह रहे हैं कि जब भी आपके पास गांव की समस्या लेकर गए आपने एक बात भी नहीं सुनी। अब किस बात का वोट देंगे ग्रामीणों ने कहा कि इस बार अनूप धानक को एक वोट भी गांव से नहीं मिलेगा। बता दें कि, अनूप धानक, चौटाला परिवार के खास रहे थे और 2 बार उकलाना से विधायक बने थे। एक बार इनेलो और दूसरी बार जजपा से। अब वह भाजपा में आ गए हैं। हर रोज हो रहा विरोध, किसानों के मुद्दे पर जवाब देना मुश्किल पड़ा
पूर्व मंत्री अनूप धानक को बुधवार भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ग्रामीणों ने अनूप धानक से सवाल किए। अनूप धानक कुछ हद तक उनके सवालों का जवाब देते दिखे। ग्रामीणों ने किसान आंदोलन में 750 किसानों की मौत, किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर भी सवाल पूछे। मंत्री अनूप धानक ने कहा कि एमएसपी पर फसल खरीदने की बात कही तो ग्रामीण बोले, आधी फसल भी एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही। ग्रामीणों ने पूछ लिया मंत्री जी आप एमएसपी क्या है यह समझाओ? ग्रामीणों ने कहा कि आप 5 साल मंत्री रहे हमारे के लिए पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं करा सके। हम आज भी खारा पानी पी रहे हैं। हमारा जलघर का काम था, हम आपके पास गए थे। आपके हाथ में पावर थी। ग्रामीण बोले- आपके ठेकेदार काम नहीं करते
आप हमारे जलघर तक जाने को तैयार नहीं थे हम किसी तरह आपको लेकर गए। आपने 5 साल में हमारा यह काम नहीं कराया। आप दस साल से विधायक हो, अपने हलके में पानी नहीं दिला सकते तो आपको वोट क्यों दे? आपके ठेकेदार काम नहीं करते। मंत्री बोले- मेरा कोई ठेकेदार नहीं। सवाल करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि 5 साल पहले चुन कर गए थे धन्यवादी दौरे के बाद कभी नहीं आए। आज वोट मांगने आ गए। मंत्री बोले- आपकी गोशाला को ग्रांट दी, ग्रामीण बोले पता नहीं किसको दी
किसानों ने कहा कि 2014 में रेवाड़ी की रैली में नरेंद्र मोदी ने पीएम बनने से पहले जनसभा में कहा था कि फसलों को एमएसपी पर खरीदेंगे। किसानों के खर्च की लागत के अलावा अतिरिक्त पैसा देंगे। आज तक एमएसपी पर खरीद नहीं कर पाए। आप हमारे गांव के केवल 4 लोगों के ही काम करते हो, उन लोगों को ही जानते हो। हमारा काम क्यों नहीं किया। मंत्री बोले आपकी गोशाला में ग्रांट दी थी तो ग्रामीण बोले- पता नहीं किसको दी। हरियाणा की उकलाना विधानसभा सीट पर BJP प्रत्याशी अनूप धानक का इन दिनों भारी विरोध हो रहा हैं। अनूप धानक जिस गांव में जा रहे हैं, वहां लोग पिछले 10 साल के काम का हिसाब किताब मांग रहे हैं। अनूप के लिए प्रचार करना भी सिरदर्द बना हुआ है। इसके अलावा BJP प्रत्याशी के प्रचार के लिए स्थानीय नेताओं ने दूरी बनाई हुई है। प्रचार के दौरान भाजपा के टिकट के दावेदार अनूप के साथ नजर नहीं आ रहे। अनूप धानक का इतना विरोध है कि लोग उनके सामने ही शर्त लगा रहे हैं कि इस बार तुम हारोगे चाहे जितनी मर्जी की शर्त लगा ले। अनूप धानक इन विरोधों के बीच असहज नजर आ रहे हैं। गांव में लोग 10 साल का हिसाब किताब के साथ-साथ कह रहे हैं कि जब भी आपके पास गांव की समस्या लेकर गए आपने एक बात भी नहीं सुनी। अब किस बात का वोट देंगे ग्रामीणों ने कहा कि इस बार अनूप धानक को एक वोट भी गांव से नहीं मिलेगा। बता दें कि, अनूप धानक, चौटाला परिवार के खास रहे थे और 2 बार उकलाना से विधायक बने थे। एक बार इनेलो और दूसरी बार जजपा से। अब वह भाजपा में आ गए हैं। हर रोज हो रहा विरोध, किसानों के मुद्दे पर जवाब देना मुश्किल पड़ा
पूर्व मंत्री अनूप धानक को बुधवार भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ग्रामीणों ने अनूप धानक से सवाल किए। अनूप धानक कुछ हद तक उनके सवालों का जवाब देते दिखे। ग्रामीणों ने किसान आंदोलन में 750 किसानों की मौत, किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर भी सवाल पूछे। मंत्री अनूप धानक ने कहा कि एमएसपी पर फसल खरीदने की बात कही तो ग्रामीण बोले, आधी फसल भी एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही। ग्रामीणों ने पूछ लिया मंत्री जी आप एमएसपी क्या है यह समझाओ? ग्रामीणों ने कहा कि आप 5 साल मंत्री रहे हमारे के लिए पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं करा सके। हम आज भी खारा पानी पी रहे हैं। हमारा जलघर का काम था, हम आपके पास गए थे। आपके हाथ में पावर थी। ग्रामीण बोले- आपके ठेकेदार काम नहीं करते
आप हमारे जलघर तक जाने को तैयार नहीं थे हम किसी तरह आपको लेकर गए। आपने 5 साल में हमारा यह काम नहीं कराया। आप दस साल से विधायक हो, अपने हलके में पानी नहीं दिला सकते तो आपको वोट क्यों दे? आपके ठेकेदार काम नहीं करते। मंत्री बोले- मेरा कोई ठेकेदार नहीं। सवाल करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि 5 साल पहले चुन कर गए थे धन्यवादी दौरे के बाद कभी नहीं आए। आज वोट मांगने आ गए। मंत्री बोले- आपकी गोशाला को ग्रांट दी, ग्रामीण बोले पता नहीं किसको दी
किसानों ने कहा कि 2014 में रेवाड़ी की रैली में नरेंद्र मोदी ने पीएम बनने से पहले जनसभा में कहा था कि फसलों को एमएसपी पर खरीदेंगे। किसानों के खर्च की लागत के अलावा अतिरिक्त पैसा देंगे। आज तक एमएसपी पर खरीद नहीं कर पाए। आप हमारे गांव के केवल 4 लोगों के ही काम करते हो, उन लोगों को ही जानते हो। हमारा काम क्यों नहीं किया। मंत्री बोले आपकी गोशाला में ग्रांट दी थी तो ग्रामीण बोले- पता नहीं किसको दी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर