ट्रक ने कार को टक्कर मारी, महिला की मौत:फरीदाबाद में डिवाइडर पार कर स्कूल बस से टकराया; 4 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त

ट्रक ने कार को टक्कर मारी, महिला की मौत:फरीदाबाद में डिवाइडर पार कर स्कूल बस से टकराया; 4 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त फरीदाबाद में बुधवार की सुबह 6 बजे स्कूल बस, ट्रक और दो गाड़ीयों समेत चार वाहनों की टक्कर हो गई। हादसे में कार मे सवार महिला की मौत हुई है। एक्सीडेंट इतना भीषण था की सभी गाड़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इस हादसे में रोड पर लगी रेड लाईट पिलर भी टूट कर रोड पर गिर गए। हादसा अनखीर रोड सेक्टर-21 सी रेड बत्ती के पास हुआ है। पुलिस ने मिली जानकारी के अनुसार डस्ट से भरे ट्रक ने पहले गाड़ी को टक्कर मारी और फिर डिवाइडर को पार करके रोड की दूसरी तरफ से गुजरी रही स्कूल बस को साइड से टक्कर मार दी। स्कूल बस के पीछे आ रही बोलेरो पिकअप गाड़ी ने बस में पीछे से टक्कर मार दी। जिसके बाद डस्ट से भरा ट्रक रोड पर पलट गया। स्कूल बस में नहीं था कोई बच्चा सेक्टर-21 सी की रेड पर बत्ती पर जिस समय ये हादसा हुआ। स्कूल बस में कोई बच्चा मौजूद नहीं था। जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। जबकि कार सवार एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसको अस्पताल लेकर जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। पुलिस बोली- ट्रक ने टक्कर मारी पुलिस कर्मचारी ने बताया कि सुबह 6 बजे की करीब ये घटना हुई है। डस्ट से भरा ट्रक अनखीर मोड से बडखल की तरफ आ रहा था। सेक्टर-21 सी की रेड बत्ती पर पहले ट्रक ने एक कार को टक्कर मारी, जिसके बाद ट्रक ने दूसरे रोड पर जाकर स्कूल बस और बोलेरो पिकअप गाड़ी को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद ट्रक खुद भी पलट गया। इस हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच रोड खाली कराया हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से एक एक करके क्षतिग्रस्त वाहनों को रोड़ से हटाया। जिसके बाद रोड पर ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सका। वाहनों को रोड़ से हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस पुरे मामले की जांच कर रही है।

गुरुग्राम के औद्योगिक क्षेत्र के गोदाम में भीषण आग:भारी नुकसान, कारणों का खुलासा नहीं; नूहं-झज्जर से बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड टीमें

गुरुग्राम के औद्योगिक क्षेत्र के गोदाम में भीषण आग:भारी नुकसान, कारणों का खुलासा नहीं; नूहं-झज्जर से बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड टीमें गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव इलाके में स्थित औद्योगिक क्षेत्र के एक गोदाम में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई। आग इतनी भीषण हो गई थी कि गुरुग्राम के साथ ही दूसरे जिलों से भी फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया है। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सेक्टर-37 फायर स्टेशन के फायर ऑफिसर जय नारायण ने बताया कि उन्हें रात 11.39 बजे गोदाम में आग लगने की सूचना मिली थी। हमने सभी फायर बिग्रेड गाड़ियों को बुला लिया है। गुरुग्राम, नूंह और झज्जर से फायर टेंडर बुलाए गए हैं। कम से कम 20 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि आग लगने की सूचना मिली थी, पुलिस बल यहां पहुंचा और फायर ब्रिगेड को बुलाया। 4-5 फायर गाड़ियां खाली होने के बाद वहां से निकल गई हैं और 4-5 फायर गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन कंपनी को आर्थिक नुकसान हुआ है। सेक्टर-10 पुलिस स्टेशन के एसएचओ रामबीर सिंह ने बताया कि सुबह तक आग बुझाने का काम जारी रहा। अभी तक अंदर किसी के फंसे होने की जानकारी नहीं मिली है। आग पूरी तरह से काबू में आने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा। इस गोदाम में क्या क्या सामान रखा हुआ था, इसका भी अभी तक पता नहीं चल सका है। फिलहाल आग पर काबू पाना प्राथमिकता है। पास में रिहायशी एरिया भी है सिविल डिफेंस की टीम के मुताबिक रात को 12 बजे उन्हें वेयर हाउस में आग की जानकारी मिली थी। जिसके बाद उनकी टीम भी मौके पर पहुंचे। आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। रात भर उनकी कोशिश ये रही कि इस आग को रिहायशी एरिया से दूर रखी जाए। 40 से 50 मीटर दूर तक इस आग की हीट महसूस किया जा रहा है। सिविल डिफेंस की टीम ने आसपास रह रहे लोगों को अलर्ट किया गया है। सुबह तक आग बुझाने का काम अभी जारी है। ऑनलाइन का सामान रखा गया था यहां मौजूद एक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि इस गोदाम में ऑनलाइन बेचा जाने वाला सारा सामान था। जिसमें कपड़े, जूते और दूसरा घरेलू सामान था। कपड़े जूते होने के कारण आग तेजी से भड़क गई होगी। साथ ही में शराब का गोदाम और एक कपड़े का गोदाम में भी आग पहुंच गई थी। सुबह तक की आग की लपटें देखी गई हैं। हालांकि अभी आग पर पूरी तरह काबू पाया नहीं जा पाया है और चार से पांच गाड़ियां अभी भी मौके पर हैं। एक महीने की प्रमुख घटनाएं
13 मार्च को सेक्टर 29 में स्थित किंगडम ऑफ ड्रीम्स में आग लगी
29 मार्च को बसई चौक इलाके में झुग्गियों में भीषण आग लगी
2 अप्रैल को सरस्वती एनक्लेव इलाके में गोदाम में भीषण आग लगी

इंटरनेशनल बॉक्सर अमित पंघाल ने की सगाई:जींद की अंशुल से नवंबर में होगी शादी, CDS की कर रही तैयारी, एग्जाम पास

इंटरनेशनल बॉक्सर अमित पंघाल ने की सगाई:जींद की अंशुल से नवंबर में होगी शादी, CDS की कर रही तैयारी, एग्जाम पास हरियाणा के इंटरनेशनल बॉक्सर अमित पंघाल जल्द ही शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। अमित पंघाल ने 31 मार्च को जींद की अंशुल श्योकंद के साथ एक निजी होटल में सगाई की। सगाई समारोह में केवल परिवार के सदस्य ही मौजूद रहे। अब नवंबर में दोनों शादी करेंगे। अंशुल CDS की तैयारी कर रही है हालांकि हाल ही में उनका एयरफोर्स का एग्जाम क्लीयर भी हुआ है। रोहतक जिले के गांव मायना निवासी अमित पंघाल अंशुल को काफी सालों से जानते हैं। दरअसल अमित के पिता विजेंद्र और अंशुल के पिता कुलदीप दोनों एक-दूसरे को जानते थे और दोस्त थे। इसलिए उन्होंने दोस्ती को रिश्तेदारी में बदल दिया। अमित पंघाल का भाई अजय विदेश में गया हुआ है और वह अक्टूबर माह तक लौटेगा, उसके बाद नवंबर में अमित और अंशुल की शादी का प्लान परिवार के लोगों ने किया है। सगाई में बहुत करीबी ही शामिल हुए
जींद के एक निजी होटल में अमित पंघाल और अंशुल श्योकंद की सगाई का कार्यक्रम हुआ। इसमें दोनों के परिवार के लोगों के अलावा बहुत करीबी ही लोग शामिल हुए। जिस तरह से नीरज चौपड़ा ने हिमानी मोर के साथ गुप्त रूप से शादी कर सभी को चौंका दिया था, उसी तरह बॉक्सर अमित पंघाल ने भी 31 मार्च को सगाई कर ली और बाद में इसकी जानकारी लगी। अमित पंघाल की उपलब्धियां
16 अक्टूबर 1995 को रोहतक जिले के मायना गांव में जन्मे अमित पंघाल ने 2007 में बॉक्सिंग की प्रेक्टिस शुरू की थी। 22 साल की उम्र में 2017 में एशियन चैंपियनशिप में ब्राँज मेडल जीता था। इसके बाद 2018 में एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता। साल 2019 वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी अमित ने रजत पदक जीता। अमित पंघाल दो बार ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2021 एशियन चैंपियनशिप में अमित के नाम सिल्वर मेडल रहा। इसके बाद 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। अमित पंघायल भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) के रूप में सेवारत हैं। अमित पंघाल विश्व के नंबर एक बॉक्सर रह चुके हैं। अंशुल के पिता किसान, मां नर्सिंग आफिसर जींद के उचाना क्षेत्र के गांव पालवां निवासी कुलदीप की बेटी अंशुल श्योकंद ने रोहतक यूनिवर्सिटी से ही बीकॉम किया। अंशुल के पिता कुलदीप किसान हैं और उनकी मां सीमा नर्सिंग ऑफिसर हैं। पहले अंशुल की मां सीमा की ड्यूटी रोहतक पीजीआई में रही। इस दौरान परिवार के सदस्य रोहतक ही रहते थे। वहीं पर अमित के पिता के साथ कुलदीप की जान-पहचान हुई थी। अब अंशुल का परिवार जींद के विजयनगर में रह रहा है। अंशुल फिलहाल एयर फोर्स की तैयारी कर रही हैं। हालांकि हाल में ही उनका एयर फोर्स का एक एग्जाम क्लीयर भी हो गया है। अंशुल का भाई यूके में पढ़ाई कर रहा है। अंशुल की पृष्ठभूमि खेल की नहीं रही है।

हरियाणा में महंगी हुई बिजली:प्रति यूनिट 20 से 40 पैसे रेट बढ़े, इंडस्ट्री को भी राहत नहीं, 81 लाख उपभोक्ताओं पर असर

हरियाणा में महंगी हुई बिजली:प्रति यूनिट 20 से 40 पैसे रेट बढ़े, इंडस्ट्री को भी राहत नहीं, 81 लाख उपभोक्ताओं पर असर हरियाणा में 3 साल बाद मंगलवार को आधी रात बिजली की दरें 20 से 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दी गई। हरियाणा बिजली विनियामक आयोग (HERC) की ओर से वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जारी टैरिफ दरें 1 अप्रैल से ही लागू होंगी। कृषि क्षेत्र के लिए बिजली प्रति यूनिट 6.48 रुपए से बढ़ा 7.35 रुपए की है। हालांकि, सरकार किसानों से 10 पैसे प्रति यूनिट ही लेती है। ऐसे में सरकार पर सब्सिडी का बोझ बढ़ेगा। इंडस्ट्री के लिए भी बिजली दरों में इजाफा हुआ है। हाई टेंशन लाइन सप्लाई में 30 से 35 पैसे और छोटे कारखानों की एलटी सप्लाई में 10 से 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है। बल्क सप्लाई की दरें 40 पैसे तक बढ़ी है। बिजली दरें बढ़ने से करीब 81 लाख उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। इतना ही नहीं, अलग कैटेगरी के लिए बनाए गए स्लैब में भी बदलाव किया गया है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर की सरकार ने वर्ष 2022-23 में 150 यूनिट तक की खपत पर 25 पैसे यूनिट रेट बढ़ाए थे। बिजली निगमों का 4520 करोड़ रुपए के करीब का घाटा पूरा के लिए HERC ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। इससे 81 लाख उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ेगा। आम उपभोक्ता की नजर से समझें क्या पड़ेगा असर
सरकार ने इस बार तीन स्लैब बनाए हैं। इसमें अगर मेरे घरेलू कनेक्शन में खपत 150 यूनिट तक थी तो मेरा बिल 412.50 रुपये आता था। अव नए स्लैब में मुझे 30 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। हालांकि 300 यूनिट तक खपत वाले घरों को नए स्लैब में फायदा है। पहले 151-250 यूनिट पर 5.25 रुपए थे। अब ये दर 300 यूनिट तक पर लगेगी। इंडस्ट्री के लिए भी महंगी हो गई बिजली
इंडस्ट्री के अलावा बल्क सप्लाई के टैरिफ में भी कीमतों में इजाफा किया है। 11 केवी की सप्लाई के लिए 6 रुपये 65 पैसे प्रति यूनिट से बढ़ाकर 6 रुपए 95 पैसे प्रति यूनिट किया है। 33 केवी के कनेक्शन में 6 रुपये 55 पैसे की बजाय अब 6 रुपये 85 पैसे प्रति यूनिट अदा करना होगा। मीटर कनेक्शन वाले किसानों के लिए टैरिफ में कमी
किसानों को और अधिक राहत देने के लिए मीटर कनेक्शन वाली कृषि श्रेणी के लिए टैरिफ में कमी की गई है। इसमें लोड के अनुसार मासिक न्यूनतम शुल्क (MMC) को मौजूदा टैरिफ 200 रुपए प्रति बीएचपी प्रति वर्ष से घटाकर 180 व 144 रुपए प्रति बीएचपी प्रति वर्ष किया गया है। मशरूम कंपोस्ट और स्पॉन, हाईटेक हाइड्रोपोनिक्स, हाईटेक एरोपोनिक्स और कोल्ड स्टोरेज जैसे उभरते क्षेत्रों को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि उद्योग व एफपीओ के लिए 20 किलोवाट से ऊपर नया टैरिफ स्लैब बनाया गया है। इस निर्णय के साथ उपर्युक्त इकाइयों के लिए टैरिफ अब 6.50 रुपए प्रति यूनिट तय किया गया है। पहले 20 किलोवाट से अधिक लोड वाली एफपीओ इकाइयों को एलटी आपूर्ति श्रेणी के लिए लागू टैरिफ के साथ बिल भेजा जा रहा था।

नारनौल में बैंककर्मी के मकान से की चोरी:नूहं में कार्यरत है, बिजली निगम के जेई को दिया है किराये पर घर

नारनौल में बैंककर्मी के मकान से की चोरी:नूहं में कार्यरत है, बिजली निगम के जेई को दिया है किराये पर घर हरियाणा के नारनौल में सदर थाना के गांव सीहमा में सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया नूंह में कार्यरत व्यक्ति बंद घर में चोरी हो गई। पीड़ित ने बताया कि वह 17 मार्च को परिवार सहित सोहना चला गया था, तब घर बंद था। मकान में एक कमरा और रसोई बिजली बोर्ड सिहमा के जेई दीवानचंद को किराए पर दे रखी थी। दीवानचंद 28 मार्च को कमरा बंद कर ऐलनाबाद चला गया। पीछे से चोरों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस को दी शिकायत में बैंककर्मी मनीष कुमार ने बताया कि 31 मार्च को मनीष की मां सोहना से सिहमा पहुंचीं। उन्होंने देखा कि घर के सभी ताले टूटे हुए थे। अलमारी, बक्से और बेड से सामान बिखरा पड़ा था। उन्होंने मनीष को फोन कर सूचना दी। मनीष घर पहुंचा और सामान की जांच की। उसने बताया कि घर से एक सोने की चेन, तीन अंगूठियां, एक कानों का सेट, एक नाक का सेट, एक सोने की कंठी, 1.5 किलो चांदी और 85 हजार रुपए नकद चोरी हो गए। पुलिस ने दर्ज किया मामला मनीष ने फैजाबाद चौकी में लिखित शिकायत दी। सूचना पर हेड कांस्टेबल विनोद और सिपाही भूपसिंह सरकारी गाड़ी से मौके पर पहुंचे। जांच के बाद मामला थाना सदर नारनौल में दर्ज किया गया।

सोनीपत की अनाज मंडी हो रही गड़बड़ी:एजेंसी-एजेंट की किसानों से अवैध वसूली; ऑनलाइन गेटपास की व्यवस्था, हाथ से दे रहे टोकन

सोनीपत की अनाज मंडी हो रही गड़बड़ी:एजेंसी-एजेंट की किसानों से अवैध वसूली; ऑनलाइन गेटपास की व्यवस्था, हाथ से दे रहे टोकन सोनीपत की अनाज मंडी में किसानों को भारी अव्यवस्थाओं और धांधली का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि मंडी प्रशासन और एजेंसियों की मिलीभगत से उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है, ताकि वे सरकारी खरीद की लंबी प्रक्रिया से तंग आकर अपनी फसल प्राइवेट आढ़तियों को बेचने को मजबूर हो जाएं। गेट पास जारी करने में धांधली, सफाई और लोडिंग में देरी, अवैध वसूली और बुनियादी सुविधाओं की कमी से किसान बेहाल हैं। सोनीपत की अनाज मंडी में गेट पास ऑनलाइन कट रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके पहले आने वाले किसानों के ऑनलाइन गेट पास पर मैन्युअल लिखकर उन्हें बाद का नंबर दिया जा रहा है। मार्केट कमेटी के गेट पास काटने वाले कर्मचारी और HWC (हरियाणा वेयर वेयरहाउस एजेंसी) के हैंडलिंग एजेंट मिलीभगत के चलते किसानों के साथ लूट हो रही है। मुख्य गेट पर सेटिंग से नंबर लगाने और HWC एजेंट द्वारा लेबर वर्क के रुपए ज्यादा लेने तक का खेल मंडी में चल रहा है। किसान कप्तान सिंह ने दी शिकायत फाजिलपुर गांव के किसान कप्तान सिंह ने शिकायत की कि उन्होंने ऑनलाइन गेट पास कटवाया था, लेकिन मैन्युअल पर्ची पर पांचवां नंबर दे दिया गया। जबकि वह सबसे पहले सुबह 5.35 बजे पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब सेटिंग के तहत किया जा रहा है, जिससे तयशुदा किसानों को पहले नंबर दिया जा सके। उससे पहले चार नंबर मैन्युअल लगाए गए थे। उसके बाद HWC एजेंसी द्वारा लगाए गए हैंडलिंग एजेंट द्वारा एक्स्ट्रा पैसे लेने के आरोप लगे हैं। प्रक्रिया बहुत धीमी : अंकित भटगांव से आए किसान अंकित ने बताया कि वह सुबह 8 बजे मंडी पहुंचे थे, लेकिन उनका नंबर 36 था। 3 बजे तक सिर्फ 8 नंबर तक ही प्रक्रिया पूरी हो पाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सफाई और लोडिंग का जिम्मा संभालने वाली एजेंसी के पास केवल दो मशीनें और दो लेबर पार्टियां हैं, जिससे प्रक्रिया बहुत धीमी हो गई है। दिनभर इंतजार के बाद नहीं आया नंबर भटगांव के किसान अजय ने कहा कि वह सुबह 7:30 बजे मंडी पहुंचे थे, लेकिन दिनभर इंतजार के बावजूद उनका नंबर नहीं आया। उन्होंने कहा, मंडी में पूरा खेल इस तरह चल रहा है कि किसान को तंग करके प्राइवेट आढ़तियों के पास भेजा जा रहा है। यहां न कोई व्यवस्था है, न पानी, न पर्याप्त लेबर। अवैध वसूली और प्राइवेट आढ़तियों को फायदा पहुंचाने के आरोप किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा लेबर कार्य के लिए 7 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, लेकिन HWC द्वारा नियुक्त एजेंट रामधन एंड संस 10 रुपए प्रति क्विंटल वसूल रहे हैं। किसानों से बारदाना (बोरे) के नाम पर भी अवैध वसूली की जा रही है, जबकि सरकार इसे मुफ्त में उपलब्ध कराती है। अजय ने कहा, यहां सब मिलीभगत चल रही है। किसानों को इतनी परेशानी दी जा रही है कि वे मजबूरी में फसल प्राइवेट व्यापारियों को बेच दें, जहां उन्हें 600 से 800 रुपए प्रति क्विंटल तक का नुकसान हो रहा है। मूलभूत सुविधा भी दुरुस्त नहीं कर पाई मार्केट कमेटी किसानों द्वारा पीने के पानी की समस्या को लेकर हमने रियलिटी चेक किया तो समस्या बिल्कुल ज्यों की त्यों मिली। जहां गेट पास काटने वाले कार्यालय के नजदीक वाटर कूलर लगाया गया है। यहां पर कई वाटर कूलर एक ही जगह पर लगाए गए हैं, लेकिन किसी में भी पानी नहीं था। सभी नल को खोलकर चेक किया गया तो किसी भी नल से पानी नहीं आ रहा था। वाटर कूलर को ऊपर से खोलकर देखा गया तो अंदर जमी हुई गंदगी बयां कर रही है कि मार्केट कमेटी सचिव के दावे केवल कागजों में नजर आ रहे हैं। फसल आने से पहले तमाम व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मार्केट कमेटी सचिव की होती है। लेकिन यहां पर केवल हवा हवाई बातें हो रही है। वहीं किसानों ने यह भी कहा है की मंडी में शेड के नीचे पानी के कैम्पर रखवाकर व्यवस्था होनी चाहिए। वहीं मंडी के दूसरे कोने पर एक किसान ने बताया कि पानी पीने के लिए गए तो उसमें खारा पानी मिला। पीने के पानी वाले कूलर में तलहटी में थोड़ा सा पानी था और उसमें गंदगी पड़ी हुई दिखाई दी क्या कहते हैं मार्केट कमेटी सचिव… मार्केट कमेटी सचिव ज्योति ने बताया कि 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई है और 5 से 6 अप्रैल के बीच अधिक मात्रा में गेहूं मंडी में आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल को 61 गेट पास काटे गए थे और अब तक 1120 क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है। मंडी में मूलभूत सुविधाएं दुरुस्त हैं। लेकिन शायद मैडम धरातल पर जाकर चेक नहीं कर पाई कि पीने के पानी के लिए किसान परेशान भटक रहे हैं। गेट पास को लेकर उन्होंने कहा कि, गेट पास जारी करने वाले कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो। HWC एजेंसी को भी सूचित कर दिया गया है कि किसानों से अधिक पैसे न लिए जाएं। अगर फिर भी किसी किसान से अवैध वसूली होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसानों की मांग ,व्यवस्थाओं में सुधार और कार्रवाई किसानों ने मांग की है कि मंडी में बुनियादी सुविधाओं में सुधार किया जाए, गेट पास घोटाले पर सख्त कार्रवाई हो और अवैध वसूली को रोका जाए। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

हरियाणा में अधिकतम तापमान 35 डिग्री पार:पश्चिमी हवाएं चलने से गर्मी ने दिखाए तेवर; सिरसा सबसे गर्म शहर, छाए रहेंगे आंशिक बादल

हरियाणा में अधिकतम तापमान 35 डिग्री पार:पश्चिमी हवाएं चलने से गर्मी ने दिखाए तेवर; सिरसा सबसे गर्म शहर, छाए रहेंगे आंशिक बादल हरियाणा में मौसम लगातार बदल रहा है। अप्रैल माह की शुरुआत में ही गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री के पार चला गया है। सिरसा में सर्वाधिक 35.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। इसके अलावा अधिकतर जिलों में तापमान 32 से 34 डिग्री के बीच बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों की माने तो पश्चिमी हवाएं राज्य में एक्टिव होने से तापमान पिछले 3 दिनों में बढ़ा है। इससे पहले उत्तरी हवाएं चलने से एकाएक तापमान नीचे आ गया था। अप्रैल में तापमान 40 डिग्री के आसपास बना रह सकता है। वहीं मई और जून में हीट वेव का सामन राज्य में करना पड़ सकता है। वहीं कृषि विज्ञानियों ने अगेती गेहूं लगाने वाले किसानों को अंतिम सिंचाई करने की सलाह दी है और तेज हवा के बीच सिंचाई ना करने को कहा है। एक और पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देगा
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन के अनुसार, हरियाणा राज्य में 4 अप्रैल तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान बीच-बीच में हवाओं में बदलाव की संभावना है। उत्तर पश्चिमी व पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना से विशेषकर दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। परंतु एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 3 व 4 अप्रैल को वातावरण में नमी बढ़ने व बीच-बीच में आंशिक बादल और हल्की से मध्यम गति से हवाएं चलने की भी संभावना है। मार्च में सामान्य से 41 प्रतिशत कम हुई बारिश
हरियाणा में मार्च महीने में सामान्य से 41 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मार्च प्री-मानसून का पहला महीना होता है, और ये लगभग सूखा रहा। अब अप्रैल व मई में किसान बारिश की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान गेहूं कटाई व कढ़ाई का ही काम रहता है। प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क है और इसमें 3 अप्रैल को कुछ बदलाव आ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में मार्च 2025 के दौरान कुल 8.9 एमएम वर्षा हुई। यह सामान्य वर्षा से 41 प्रतिशत कम है। मार्च महीने के लिए हरियाणा की सामान्य वर्षा 15.1 एमएम है।

नारनौल में मां ने बेटी को ट्रेन के आगे फेंका:खुद भी कुएं में कूद गई, चार घंटे बाद कुएं से निकाला शव

नारनौल में मां ने बेटी को ट्रेन के आगे फेंका:खुद भी कुएं में कूद गई, चार घंटे बाद कुएं से निकाला शव हरियाणा के नारनौल में नजदीकी गांव पटीकरा में एक महिला ने अपनी तीन वर्षीय बच्ची के साथ खुदकुशी कर ली। महिला पास के गांव में ही ब्याही थी। महिला का शव रेलवे लाइन के साथ लगते खेतों में एक कुएं से मिला है। जिसको स्थानीय पुलिस ने लोरिंग मशीन की मदद से करीब चार घंटे के बाद निकाला। वहीं बच्ची के शव का शव रेलवे लाइन पर टुकड़ों में मिला है। गांव पटीकरा की रहने वाली महिला पूजा की नांगल चौधरी के गांव कारोता में शादी हुई थी। शादी के बाद उसके तीन बच्चे हुए। जिसमें से एक बड़ा लड़का तथा दो लड़की शामिल हैं। वह कुछ दिन से अपने बच्चों के साथ मायके पटीकरा गांव में आई हुई थी। आज शाम को करीब सात बजे महिला अपने घर से निकल आई तथा रेलवे लाइन की तरफ आ गई। महिला ने पहले अपनी तीन साल की बच्ची को ट्रेन के आगे फेंक दिया। जिससे बच्ची के टुकड़े टुकड़े हो गए। इसके बाद वह पास के एक कुएं में कूद गई। जिसके कारण उसकी भी मौत हो गई। लोरिंग मशीन से निकाला शव महिला के बच्ची को ट्रेन के आगे फेंकने व उसके कुएं में कूदने की घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर ग्रामीण तथा पुलिस भी पहुंच गई। स्थानीय पुलिस के अलावा जीआरपी भी मौके पर पहुंची। जहां पर महिला के शव को चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। मृतका के भाई ने बताया अचानक किया यह इस बारे में मृतका के भाई जोगेंद्र ने बताया कि उसकी बहन पूजा के साथ कोई लड़ाई झगड़ा नहीं हुआ। कभी कुछ बात ही नहीं हुई। उसे पता चला तब वह मौके पर पहुंचा। जिसके बाद उसे बच्ची के सेंडल व पैर मिले। वहीं उसकी बहन के चप्पल कुएं के बाहर पड़े मिले हैं। उसकी बहन ने यह सब क्यों किया, इसकी कोई जानकारी नहीं है। रेलवे व स्थानीय पुलिस जुटी जांच में इस घटना के बाद मामला रेलवे पुलिस के साथ-साथ स्थानीय पुलिस का भी बन गया, क्योंकि जिस कुएं में महिला ने कूदकर सुसाइड किया है, वह रेलवे की बाउंड्री से बाहर का बताया जा रहा है। वहीं बच्ची की ट्रेन से कटकर मौत हुई है। इसलिए यह रेलवे पुलिस का मामला बना।

हरियाणा में फर्जी गरीबों पर एक्शन, 1609 परिवार हटाए:सरकार का 20 अप्रैल तक अल्टीमेटम, जाली BPL कार्ड पर FIR, 2 साल तक कैद होगी

हरियाणा में फर्जी गरीबों पर एक्शन, 1609 परिवार हटाए:सरकार का 20 अप्रैल तक अल्टीमेटम, जाली BPL कार्ड पर FIR, 2 साल तक कैद होगी हरियाणा सरकार ने फर्जी गरीबों के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है। पिछले एक महीने में प्रदेश में 1609 परिवारों को गरीबी रेखा से नीचे (BPL) की कैटेगरी से बाहर कर दिया गया है। सरकार ने फर्जी गरीब परिवारों को 20 अप्रैल तक का अल्टीमेटम भी दिया है। उन्हें खुद ही BPL श्रेणी छोड़ने को कहा गया है। उसके बाद सरकार ने पकड़ लिए तो उन्हें बाहर करने के साथ फ्रॉड का केस भी दर्ज कराया जाएगा। ऐसे लोगों पर भारतीय न्यास संहिता (BNS) की धारा 318 के तहत कार्रवाई होगी। जिसमें उन्हें 2 साल तक कैद हो सकती है। इसको लेकर बाकायदा मोबाइल पर मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। दरअसल, विधानसभा में कांग्रेस ने फर्जी बीपीएल परिवारों का मुद्दा उठाया था। जिसके बाद CM नायब सैनी ने कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में अभी 51 लाख 96 हजार 380 परिवार BPL कैटेगरी में हैं। सबसे ज्यादा सोनीपत से बाहर हुए
1 मार्च से 1 अप्रैल तक के दौरान सरकार ने जिन 1609 परिवारों को बीपीएल कैटेगरी से निकाला, उनमें सबसे ज्यादा 294 परिवार सोनीपत के हैं। दूसरे नंबर पर 175 परिवार वाला कुरुक्षेत्र और तीसरे नंबर पर 145 फर्जी बीपीएल परिवार वाला हिसार है। पंचकूला में सबसे कम 3 परिवार बाहर किए गए हैं। BPL कार्ड बनाने के लिए 2 तरह से गड़बड़ी की गई सरकार की चेतावनी-खुद ठीक कराएं वर्ना वसूली संग कार्रवाई भी होगी
इस संबंध में सरकार की तरफ से बीपीएल परिवारों को मैसेज किए जा रहे हैं। जिसमें उन्हें 20 अप्रैल तक का टाइम दिया गया है। इसमें कहा गया है कि वे खुद ही फैमिली ID में अपना सही विवरण दर्ज कराएं और BPL श्रेणी से बाहर चले जाएं, अन्यथा इससे लिए लाभ की वसूली के साथ उन पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। कोऑर्डिनेटर बोले- मुख्यमंत्री के आदेश पर कार्रवाई कर रहे
हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के राज्य कोआर्डिनेटर सतीश खोला कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री के आदेश पर अब फैमिली ID में गलत जानकारी देकर BPL श्रेणी में आने वालों की छंटनी की जा रही है। अगर ऐसे लोग खुद से अपनी जानकारी दुरुस्त नहीं करेंगे तो प्राधिकरण जांच करके उन्हें बाहर कर देगा। उन पर कार्रवाई भी होगी। सैलजा ने कहा था- बीपीएल परिवार बढ़ रहे तो प्रति व्यक्ति आय कैसे बढ़ी
6 दिन पहले फतेहाबाद में सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि था बजट के दौरान सीएम नायब सिंह सैनी ने आंकड़ा पेश करते हुए बताया था कि प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। यह आय बढ़कर 3 लाख 53 हजार रुपए तक पहुंच गई है। जब प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है तो फिर बीपीएल परिवार कैसे बढ़ रहे हैं। बीपीएल परिवार की श्रेणी में वहीं व्यक्ति या परिवार आता है, जिसकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार से कम होती है। एक तरफ सरकार प्रति व्यक्ति आय 3 लाख 53 हजार रुपए बता रही है, वहीं बीपीएल परिवारों की आय कम हो रही है। इसी कारण बीपीएल लोगों की संख्या महज 5 साल में 52 हजार से बढ़कर 2 करोड़ 13 लाख तक पहुंच गई है। हरियाणा में BPL कार्ड से जुड़ी पूरी जानकारी 4 ग्राफिक्स में पढ़िए…

हरियाणा के शिक्षा मंत्री के जिले में 183 जाली स्कूल:बिना मान्यता चल रहे, लिस्ट आई; विभाग बोला- एडमिशन लिया तो माता-पिता जिम्मेदार

हरियाणा के शिक्षा मंत्री के जिले में 183 जाली स्कूल:बिना मान्यता चल रहे, लिस्ट आई; विभाग बोला- एडमिशन लिया तो माता-पिता जिम्मेदार हरियाणा के शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा के जिले में ही 183 जाली स्कूल चल रहे हैं। इन स्कूलों के पास शिक्षा विभाग की मान्यता नहीं है। इनमें 54 प्राइमरी (प्लेवे से 5वीं तक) और 129 मिडिल (5वीं से 8वीं) कैटेगरी के स्कूल शामिल हैं। पानीपत के शिक्षा विभाग ने इस संबंध में एक लिस्ट जारी की है। जिसमें कहा गया कि ये स्कूल सरकार के नियम-शर्तों को पूरा नहीं करते। यह स्कूल अवैध हैं। यहां पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई और उनके सर्टिफिकेट भी अवैध माने जाएंगे। हालांकि इन पर कार्रवाई के बजाय शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से ही अपील की है कि बच्चों का एडमिशन इन स्कूलों में न कराएं। अगर ये स्कूल विद्यार्थियों का दाखिला करते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए ढांडा ने कहा, “हम हर चीज को खबर के नजरिए से नहीं देख सकते, हमने सिस्टम को ठीक करना है, सिस्टम को दुरुस्त नहीं करेंगे तो दिक्कत आ जाती है, सिस्टम दुरुस्त करें तो दिक्कत आती है। जो भी नियम के अनुसार ठीक होगा हम वो सब करेंगे।” कुछ स्कूल मान्यता से बड़ी क्लास में एडमिशन कर रहे
जिले में कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जिनके पास 5वीं कक्षा तक की मान्यता है, लेकिन वे 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के दाखिले कर रहे हैं। इसके अलावा कई स्कूलों को 10वीं तक मान्यता मिली हुई है, लेकिन वे 12वीं तक के दाखिले कर रहे हैं। इन स्कूलों के खिलाफ भी विभाग कार्रवाई करेगा। इसे लेकर ब्लॉक स्तर पर शिक्षा विभाग ने टीमें गठित की हैं। वहीं जिले के कई CBSE स्कूलों में दाखिले को लेकर कंपीटिशन चल रहा है। ये स्कूल विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए स्कॉलरशिप का झांसा दे रहे हैं। इसके लिए बाकायदा टेस्ट करवाए जा रहे हैं। इनसे झांसे में आकर माता-पिता अपने बच्चों का एडमिशन भी करवा रहे हैं। शिक्षा विभाग की ओर से जारी जाली स्कूलों की लिस्ट… शिक्षा विभाग ने ये आदेश जारी किए
शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है- राज्य में अवैध गैर-मान्यता प्राप्त/अनधिकृत स्कूलों को विस्तार देने पर रोक लगाई गई है। जिला पानीपत में प्राइवेट स्कूल काफी समय से बिना मान्यता या बिना अनुमति के चल रहे हैं। लिस्ट में शामिल स्कूलों ने विभाग से मान्यता नहीं ली है। इसके कारण हर वर्ष इन स्कूलों में दाखिल बच्चों के माता-पिता की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। आदेश में कहा गया है कि जिन स्कूलों के पास मान्यता है वे स्थायी मान्यता की कॉपी स्कूल के गेट के बाहर अनिवार्य रूप से लगाएं। बाकी स्कूलों में माता-पिता अपने बच्चों को दाखिला न दिलाएं। यदि वे करवाते हैं तो नुकसान के स्वयं जिम्मेदार होंगे।