एसजीपीसी ने उत्तराखंड सरकार भेजी ईमेल:ऋषिकेश में सिख व्यापारी पर हमले का मामला, सरदार कुलवंत सिंह बोले- धार्मिक भावनाएं आहत हुई

एसजीपीसी ने उत्तराखंड सरकार भेजी ईमेल:ऋषिकेश में सिख व्यापारी पर हमले का मामला, सरदार कुलवंत सिंह बोले- धार्मिक भावनाएं आहत हुई उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक सिख व्यापारी पर भीड़ द्वारा किए गए हमले और उसके शोरूम को नुकसान पहुंचाने की घटना पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कड़ी निंदा की है। कमेटी ने उत्तराखंड सरकार और पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इसके लिए एसजीपीसी ने उत्तराखंड सरकार व मुख्यमंत्री को ईमेल भी भेजा है। शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव सरदार कुलवंत सिंह मन्न ने इस घटना को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड पुलिस को ई-मेल भेजकर दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि भीड़ ने सिख व्यापारी की पिटाई की, उसके शोरूम पर पथराव किया और उसे भारी नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा, व्यापारी की पगड़ी उतारी गई और केशों की बेअदबी की गई, जो सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराएं जोड़ने की मांग सरदार कुलवंत सिंह मन्न ने उत्तराखंड पुलिस से मांग की है कि एफआईआर में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराएं जोड़ी जाएं, ताकि आरोपियों को कड़ी सजा मिल सके। पीड़ित सिख व्यापारी ने शिरोमणि कमेटी को बताया कि इस हमले के पीछे स्थानीय कांग्रेस पार्षद का हाथ है, जो लंबे समय से सिख व्यापारियों को परेशान कर रहा था। शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों की पहचान कर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। शिष्टमंडल जल्द उत्तराखंड जाकर व्यापारी से करेगा मुलाकात सरदार कुलवंत सिंह मन्न ने कहा कि शिरोमणि कमेटी ने पीड़ित सिख व्यापारी से बात की है और उसे आश्वासन दिया है कि सिख समुदाय और सिख संस्थाएं उसके साथ खड़ी हैं। उन्होंने सरकार से पूरे देश में अल्पसंख्यक सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की है। शिरोमणि कमेटी ने घोषणा की है कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड जाकर पीड़ित सिख व्यापारी से मुलाकात करेगा और राज्य सरकार के अधिकारियों से भी इस मामले पर चर्चा करेगा। फिलहाल, सिख समुदाय इस घटना को लेकर आक्रोशित है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।

सीएम मोहन यादव के इस दावे पर क्यों भड़के जीतू पटवारी? कहा, ‘आंकड़े गलत हैं…’

सीएम मोहन यादव के इस दावे पर क्यों भड़के जीतू पटवारी? कहा, ‘आंकड़े गलत हैं…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Jitu Patwari News:</strong> मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दावा किया है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में साल 2023 की तुलना में साल 2024 में काफी कमी देखने को मिली है. यह प्रदेश सरकार की सफलता है. मुख्यमंत्री के बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आंकड़ों पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े गलत हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पास गृह मंत्रालय का प्रभार है. उन्होंने मंच से कहा है कि साल 2023 की तुलना में साल 2024 में महिलाओं के साथ घटित होने वाले अपराधों में काफी कमी देखने को मिली है. उन्होंने कहा है कि महिला संबंधी अपराधों के मामले में सरकार काफी गंभीर है और पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश समय-समय पर जारी किए जाते रहे हैं. इसी का परिणाम है कि अपराध के आंकड़ों में कमी देखने को मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री के दावे को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े गलत हैं. जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों में पूर्व की तुलना में वर्तमान में काफी उछाल देखने को मिल रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मध्य प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों के आंकड़े</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के दावे के बाद अब महिला संबंधी अपराधों के आंकड़े पर भी नजर डाल लीजिए. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, यदि साल 2024 की बात की जाए तो महिला संबंधी अपराधों में 7.9 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह तुलनात्मक आंकड़ा साल 2023 से जोड़कर देखा जा रहा है. साल 2023 की तुलना में साल 2024 में गैंगरेप के मामलों में 19, दहेज प्रताड़ना के मामले में 3.9 और छेड़छाड़ के मामले में 9.8% की कमी देखने को मिली है.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/CCN53Q6n1F4?si=olnJ153fYn7sggTS” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-news-one-devotee-died-during-pandit-pradeep-mishra-shiv-maha-puran-at-kubreshwar-dham-in-sehore-ann-2896162″>MP News: कुबरेश्वर धाम में एक और श्रद्धालु की मौत, तीन दिन में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>

मथुरा-वृंदावन की होली में मुस्लिमों की एंट्री हो बैन, CM योगी को लिखा खून से पत्र

मथुरा-वृंदावन की होली में मुस्लिमों की एंट्री हो बैन, CM योगी को लिखा खून से पत्र <div id=”:ze” class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:11r” aria-controls=”:11r” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Muslim ban in mathura:</strong> होली के त्योहार को लेकर श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद मामले के वादी फलाहरी दिनेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> को खून से एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने ब्रज में होली के मौके पर मुसलमानों के आने पर बैन लगाने की बात कही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिनेश शर्मा ने पत्र में लिख कि, ‘होली जैसे पवित्र त्यौहार पर मुसलमान की दुकान नहीं लगनी चाहिए. क्योंकि मुसलमान हिंदुओं से नफरत करते हैं और यह लोग होली के त्योहार पर व्यंजनों और रंगों में थूक सकते हैं. इन लोगों को हमारे त्योहार से दूर रखना चाहिए.’ हम अपने त्यौहार से उनका बहिष्कार करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धर्म रक्षा संगठन ने सीएम योगी को लिखा पत्र<br /></strong>इसी क्रम में आज श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास की एक बैठक चिंतामणि आश्रम वृंदावन में आयोजित की गई. जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि, किसी भी विधर्मी को होली के पावन त्यौहार में किसी भी प्रकार से घुसने नहीं दिया जाएगा ना किसी प्रकार की गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी. बैठक में प्रमुख रूप से महंत डॉक्टर आदित्यानंद गिरीजी, श्री कृष्ण जन्मस्थान और शाही ईदगाह विवाद मामले के वादी दिनेश फलहारी, आचार्य बद्री जी महाराज, धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गॉड आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी कड़ी में धर्म रक्षा संघ संगठन की तरफ से भी सीएम योगी को एक पत्र लिखा गया है, जिसमें संगठन ने कहा कि, निवेदन है कि होली के ज्यादातर कार्यक्रम हमारे ब्रज मंडल में ही है. देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोग ब्रज की होली का आनंद उठाने आते हैं. ऐसे में जिहादी मानसिकता वाले मुस्लिम समुदाय के कुछ अराजक तत्वों को होली में रंग, गुलाल और मिठाई आदि किसी भी प्रकार की सामग्री बेचने से प्रतिबंधित किया जाए.</p>
<iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/tAjj6h61J9o?si=0YBNfe1CxBLbC3dY” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वृंदावन के दिनेश शर्मा फलाहारी ने क्या बोला?&nbsp;<br /></strong>होली के मौके पर मुस्लिम समुदाय को ब्रज में किसी भी तरह की गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के लिए वृंदावन के दिनेश शर्मा फलाहारी ने कहा कि, वृंदावन में सभी संत महात्मा की मीटिंग कर ये फैसला लिया गया है कि होली के मौके पर किसी भी मुसलमान को ब्रज में एंट्री नहीं दी जाए. ये लोग कलर में मिलावट कर सकते हैं, खाद्य पदार्थों में मिलावट कर सकते हैं, इसलिए हम उन्हें इस गतिविधि से दूर रखना चाहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामले में आचार्य बद्रशी महाराज ने कहा कि, ‘होली का त्योहार सनातन धर्म का पवित्र त्यौहार है. ऐसे में जिहादी मानसिकता के लोगों को इस पर्व से दूर रहना चाहिए. जैसे कि इस बार बरेली से हमें धमकी मिली है कि इस बार खून की <a title=”होली” href=”https://www.abplive.com/topic/holi-2025″ data-type=”interlinkingkeywords”>होली</a> खेली जाएगी, तो हम इस चुनौती को स्वीकार करेंगे. इसलिए हमारे सभी त्योहारों से हम इस समुदाय का बहिष्कार करते हैं.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/shivpal-yadav-says-mayawati-and-bjp-should-know-on-action-against-akash-anand-in-bsp-2895955″>आकाश आनंद के खिलाफ एक्शन पर शिवपाल यादव बोले- ‘मायावती जाने और BJP जाने'</a></strong></p>
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धनंजय मुंडे देंगे इस्तीफा? पहली पत्नी करुणा शर्मा मुंडे का दावा, ‘दो दिन पहले ही अजित पवार ने…’

धनंजय मुंडे देंगे इस्तीफा? पहली पत्नी करुणा शर्मा मुंडे का दावा, ‘दो दिन पहले ही अजित पवार ने…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Sarpanch Santosh Deshmukh Murder Case:</strong> सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड और कृषि विभाग में घोटाले के आरोपों के कारण विवादों के केंद्र में रहे राज्य के नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे के इस्तीफा देने की जोरदार चर्चा चल रही है. उनकी पहली पत्नी करुणा शर्मा मुंडे ने रविवार (02 मार्च) को दावा किया था कि धनंजय मुंडे बजट सत्र से पहले इस्तीफा देंगे. यहां तक कि करुणा मुंडे ने ये भी कहा था दो दिन पहले ही अजित पवार ने उनका इस्तीफा ले लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पृष्ठभूमि में धनंजय मुंडे ने सोमवार को विधान परिषद में बजट सत्र की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. इस मुलाकात का असली कारण अभी सामने नहीं आया है, लेकिन फडणवीस से मिलने के कारण यह अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या धनंजय मुंडे ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फडणवीस और धनंजय मुंडे के बीच क्या हुई बात?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और धनंजय मुंडे के बीच 10 से 15 मिनट तक बातचीत हुई. विधान परिषद की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मुंडे ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस चर्चा में क्या बातें हुईं, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है. विपक्ष लगातार मुंडे के इस्तीफे की मांग कर रहा है. इस पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात को खास महत्व दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बीमारी के बहाने धनंजय मुंडे देंगे इस्तीफा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>धनंजय मुंडे को बेल्स पाल्सी नामक बीमारी हो गई है, जिससे उन्हें लगातार बोलने में दिक्कत हो रही है. अब यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वे इसी बीमारी को कारण बताते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देंगे. लेकिन इस बारे में अब तक न तो धनंजय मुंडे और न ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>करुणा शर्मा मुंडे ने क्या कहा था?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>करुणा शर्मा मुंडे ने रविवार को धनंजय मुंडे के इस्तीफे को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ”वे 5 मार्च से धनंजय मुंडे के खिलाफ अनशन करने वाली थीं, लेकिन सूत्रों से उन्हें जानकारी मिली कि अनशन करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि दो दिन पहले ही अजित पवार ने धनंजय मुंडे का इस्तीफा ले लिया है और सोमवार को वह सार्वजनिक कर दिया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने ये भी कहा, ”धनंजय मुंडे इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन अजित पवार ने जबरन उनका इस्तीफा लिखवा लिया. सोमवार को बजट सत्र से पहले उनका इस्तीफा सबके सामने आ जाएगा. करुणा मुंडे ने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था, &ldquo;3-3-2025 को इस्तीफा होगा.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;</strong><strong><a title=”रोहित शर्मा पर कांग्रेस नेता की टिप्पणी को लेकर आदित्य ठाकरे बोले, ‘हर एक खेलने वाले का…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/aaditya-thackeray-shiv-sena-ubt-faction-leader-on-cricketer-rohit-sharma-congress-2896137″ target=”_self”>रोहित शर्मा पर कांग्रेस नेता की टिप्पणी को लेकर आदित्य ठाकरे बोले, ‘हर एक खेलने वाले का…'</a></strong></p>

सोनीपत में दलित युवक को अर्धनग्न करके पीटा:वाल्मीकि समाज का 2 दिन का अल्टीमेटम; बोले-चोरी कबुलवाने के लिए दबंगों ने की बर्बरता

सोनीपत में दलित युवक को अर्धनग्न करके पीटा:वाल्मीकि समाज का 2 दिन का अल्टीमेटम; बोले-चोरी कबुलवाने के लिए दबंगों ने की बर्बरता हरियाणा के सोनीपत में एक दलित युवक के साथ दबंगों द्वारा की गई बर्बरता का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें कई युवक उसको एक सीढ़ी पर लेटा कर उसके हाथ पांव पकड़े हुए हैं। एक युवक उसकी पेंट उतार कर डंडे बरसा रहा है। युवक काे यहां अर्धनग्न कर बेरहमी से पीटा जा रहा है। मामले में 15 दिन पहले पुलिस ने केस भी दर्ज किया था, लेकिन अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दलित युवक की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद वाल्मीकि समाज भड़क गया है। सोमवार को वाल्मीकि समाज ने वाल्मीकि आश्रम, गोहाना में पंचायत की और पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम दिया। जानकारी के अनुसार जिस युवक की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ है, उसका नाम मोनू है और वह गोहाना क्षेत्र के गांव धनाना का रहने वाला है। मजदूरी का काम करता है। उसने बताया कि करीब दो सप्ताह पहले वह धनाना गांव के नजदीक हथवाला रोड पर गया हुआ था। गांव में एक चोरी की वारदात हुई थी। चोरी का आरोप मोनू पर लगा कर उसको युवकों ने पकड़ लिया। मोनू को वे जबरन घर ले गए। जबरदस्ती चोरी की बात कबूल करवाने के लिए उसके साथ बर्बरता की गई। पीड़ित के रोने और गिड़गिड़ाने के बावजूद दबंगों ने उसकी पिटाई जारी रखी। उसे भद्दी गालियां दी गई। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो लोग उसके हाथ-पैर पकड़े हुए हैं, जबकि अन्य उसे लाठी-डंडों से मार रहे हैं और आपत्तिजनक शब्द कह रहे हैं। पीड़ित युवक मोनू बार-बार छोड़ने की गुहार लगा रहा, लेकिन दबंगों ने उस पर चोरी कबूल करवाने के लिए उसकी बेरहमी से पिटाई की। पुलिस की लापरवाही पर पंचायत ने उठाए सवाल मोनू और उसके परिवार ने बरोदा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की निष्क्रियता को लेकर वाल्मीकि समाज ने गोहाना में पंचायत बुलाई, जिसमें प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया। समाज के लोगों ने कहा कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। पीड़ित बोला- मुझ पर झूठा आरोप लगाया मोनू का कहना है कि उस पर झूठा आरोप लगाकर जबरन जुर्म कबूल करवाने की कोशिश की गई। वह अपनी बेगुनाही साबित करना चाहता है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। पुलिस ने शांति की अपील की सोनीपत पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

‘दो साल में सभी उद्योग शुरू हो जाए’, सीएम मोहन यादव ने निवेश पर बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश

‘दो साल में सभी उद्योग शुरू हो जाए’, सीएम मोहन यादव ने निवेश पर बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>Global Invester Submit:</strong> मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित हुई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में मिले निवेश प्रस्ताव को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इन्वेस्टर समिट का असर धरातल पर दिखना चाहिए. इसके लिए सभी प्रस्तावों को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट तैयार की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजधानी भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> सहित राजनीति के दिग्गजों ने भी इस इन्वेस्टर समिट में हिस्सा लेकर विदेश से आने वाले निवेश को लेकर वर्तमान समय को सबसे बेहतर बताया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों से बैठक लेकर निवेश को धरातल पर उतारने की पूरी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं. विदित है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जापान, यूएस, यूएई सहित विश्व के कई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. बैठक में सीएस अनुराग जैन, एसीएस राजेश राजौरा सहित कई विभागों के पीएस मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>26 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भोपाल में आयोजित की गई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में मध्य प्रदेश को 26.61 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले. दो दिनों तक चली समिट में भोपाल में सबसे ज्यादा 5.8 लाख करोड़ का निवेश मिला है, जबकि इंदौर और उज्जैन में 4.7 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन्हीं निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतरने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बैठक में कही यह बात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बैठक में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने निवेश प्रस्ताव का फॉलोअप लेते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रति सप्ताह प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि निवेशकों से लगातार सीधा संपर्क बनाया जाए. मुख्यमंत्री ने अभी कहा है कि 2 साल के भीतर सभी उद्योग शुरू हो जाने चाहिए. इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को और भी बेहतर बनाया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/CCN53Q6n1F4?si=olnJ153fYn7sggTS” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-news-one-devotee-died-during-pandit-pradeep-mishra-shiv-maha-puran-at-kubreshwar-dham-in-sehore-ann-2896162″>MP News: कुबरेश्वर धाम में एक और श्रद्धालु की मौत, तीन दिन में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा</a></strong></p>

‘दो साल में सभी उद्योग शुरू हो जाए’, सीएम मोहन यादव ने निवेश पर बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश

‘दो साल में सभी उद्योग शुरू हो जाए’, सीएम मोहन यादव ने निवेश पर बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>Mohan Yadav:</strong> मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित हुई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में मिले निवेश प्रस्ताव को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इन्वेस्टर समिट का असर धरातल पर दिखना चाहिए. इसके लिए सभी प्रस्तावों को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट तैयार की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राजधानी भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> और गृहमंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> सहित राजनीति के दिग्गजों ने भी इस इन्वेस्टर समिट में हिस्सा लेकर विदेश से आने वाले निवेश को लेकर वर्तमान समय को सबसे बेहतर बताया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों से बैठक लेकर निवेश को धरातल पर उतारने की पूरी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं. विदित है कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जापान, यूएस, यूएई सहित विश्व के कई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. बैठक में सीएस अनुराग जैन, एसीएस राजेश राजौरा सहित कई विभागों के पीएस मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>26 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>भोपाल में आयोजित की गई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में मध्य प्रदेश को 26.61 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले. दो दिनों तक चली समिट में भोपाल में सबसे ज्यादा 5.8 लाख करोड़ का निवेश मिला है, जबकि इंदौर और उज्जैन में 4.7 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन्हीं निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतरने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बैठक में कही यह बात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बैठक में शामिल प्रशासनिक अधिकारियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने निवेश प्रस्ताव का फॉलोअप लेते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रति सप्ताह प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि निवेशकों से लगातार सीधा संपर्क बनाया जाए. मुख्यमंत्री ने अभी कहा है कि 2 साल के भीतर सभी उद्योग शुरू हो जाने चाहिए. इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को और भी बेहतर बनाया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/CCN53Q6n1F4?si=olnJ153fYn7sggTS” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-news-one-devotee-died-during-pandit-pradeep-mishra-shiv-maha-puran-at-kubreshwar-dham-in-sehore-ann-2896162″>MP News: कुबरेश्वर धाम में एक और श्रद्धालु की मौत, तीन दिन में तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा</a></strong></p>

शिमला में सांसद ने हिमाचल सरकार को घेरा:बोले- केंद्र कर रही पूरी मदद, प्रदेश में सेलरी-पेंशन देना भी मुश्किल

शिमला में सांसद ने हिमाचल सरकार को घेरा:बोले- केंद्र कर रही पूरी मदद, प्रदेश में सेलरी-पेंशन देना भी मुश्किल शिमला में बीजेपी सांसद सुरेश कश्यप ने जिला स्तरीय दिशा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने केंद्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रदेश को पूरी मदद कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र की मदद के बिना हिमाचल सरकार कर्मचारियों की सेलरी और पेंशन भी नहीं दे पाएगी। सांसद ने मंदिरों से योजनाओं के लिए पैसा मांगने को चिंताजनक बताया। सांसद ने कहा कि, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे फेज की शुरुआत होने वाली है। लेकिन प्रदेश में पहले और दूसरे चरण के काम अभी पूरे नहीं हुए हैं। केंद्र ने अब योजनाओं के लिए सीधे फंड देने का फैसला किया है। इससे काम में तेजी आएगी और ट्रेजरी से पैसों के दुरुपयोग पर रोक लगेगी। सांसद ने बताया कि हिमाचल स्पेशल कैटेगरी स्टेट है। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने 90:10 के अनुपात में मदद का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार झूठा रोना रो रही है। हाल ही में शिमला संसदीय क्षेत्र की कुफरी चायल सड़क के लिए सीआरएफ से 53 करोड़ रुपए मिले हैं। सांसदों ने केंद्र के सम्मुख रखी हिमाचल की समस्याएं: कश्यप सांसद ने कहा कि भाजपा के चारों लोकसभा या राज्यसभा सांसदों ने निरंतर हिमाचल प्रदेश को लेकर केंद्र सरकार के सम्मुख प्रदेश हित की बात को रखा हैं। केंद्र सरकार के द्वारा हिमाचल प्रदेश की भरपूर मदद की जा रही है, अन्यथा हिमाचल प्रदेश की तो यह हालात हैं कि कांग्रेस सरकार सेलरी और पेंशन देने की स्थिति में भी नहीं है। केंद्र अगर प्रदेश की मदद न करे तो प्रदेश सरकार महीने के अंत में कर्मचारियों को तनख्वाह और पेंशनर को पेंशन देने में भी सक्षम नहीं है। मंदिरों के लिए पैसा की मांग चिंता का विषय मंदिरों से सरकारी योजनाओं के लिए पैसा मांगने के सवाल पर सुरेश कश्यप ने कहा कि मंदिरों का पैसा भी कांग्रेस सरकार अपनी योजनाओं के लिए खर्च करना चाहती है, यह हिमाचल प्रदेश देव भूमि के लिए बहुत ही चिंतनीय एवं दुख का विषय है और इस प्रकार से पैसे को उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हाल ही में भाजपा द्वारा सरकार पर आरोप लगाया गया था कि केंद्र सरकार के पैसे को हिमाचल की विभिन्न योजनाओं के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और यह आरोप लगातार सिद्ध होता दिखाई दे रहा है।

धामी सरकार का शराब माफियाओं पर सख्त प्रहार, दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर होगा एक्शन

धामी सरकार का शराब माफियाओं पर सख्त प्रहार, दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर होगा एक्शन <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Liquor Shops: </strong>उत्तराखंड सरकार ने राज्य में शराब व्यवसाय को अधिक पारदर्शी, नियंत्रित और राजस्व उन्मुख बनाने के उद्देश्य से आबकारी नीति-2025 लागू की है. इस नीति के तहत रोजगार के नए अवसर सृजित करने, स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने और शराब बिक्री से राज्य की आय बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने 5060 करोड़ रुपये का आबकारी राजस्व लक्ष्य निर्धारित किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में 4439 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 4000 करोड़ रुपये से अधिक की प्राप्ति हो चुकी है. इस वर्ष सरकार ने आबकारी राजस्व में और वृद्धि का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने के लिए विभिन्न सुधार किए गए हैं. राज्य सरकार ने मद्य व्यवसाय में उत्तराखंड के मूल निवासियों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है. इससे स्थानीय व्यापारियों को स्वरोजगार मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब शराब की दुकानों का आवंटन ई-नीलामी प्रक्रिया के जरिए होगा, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी. न्यूनतम मूल्य निविदा प्राप्त करने वाले आवेदकों को प्राथमिकता दी जाएगी और दुकानों के संचालन के लिए सख्त नियम लागू होंगे. धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों में शराब बिक्री पर सख्त प्रतिबंध रहेगा. यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शराब की मनमानी कीमतों पर रोक लगेगी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब डीपार्टमेंटल स्टोर्स में बिकने वाली शराब की कीमतों पर MRP लागू होगी, जिससे ग्राहकों को सही कीमत पर शराब मिलेगी और मनमानी कीमतों पर रोक लगेगी. उत्तराखंड सरकार ने स्थानीय फलों से बनी वाइन और अन्य पारंपरिक मदिरा उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की है. निर्यात शुल्क में रियायत दी गई है, जिससे राज्य के उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुँच बढ़ेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार “जिम्मेदार मदिरा सेवन” को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगी. इस अभियान में शराब के दुष्प्रभावों और सुरक्षित सेवन को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. पर्वतीय क्षेत्रों में मौसमी पर्यटकों की संख्या को ध्यान में रखते हुए वहां स्थानीय फलों और जंगली बेरीज से बनी शराब को बढ़ावा दिया जाएगा. इससे स्थानीय किसानों और काश्तकारों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निर्यात शुल्क में कटौती की गई है</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड में मदिरा व्यापार में निवेश को आकर्षित करने के लिए निर्यात शुल्क में कटौती की गई है. इससे नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना संभव हो सकेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. नई नीति के तहत उत्तराखंड के मूल निवासियों को घरेलू मदिरा अनुज्ञापन जारी किया जाएगा. इससे स्थानीय उद्यमियों को कारोबार का अवसर मिलेगा और उनका आर्थिक विकास होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसानों को सीधा लाभ मिलेगा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश में स्थानीय डिस्टिलरीज को बढ़ावा देने के लिए नई नीति बनाई गई है. इसके तहत बागवानी उत्पादों को मदिरा निर्माण में प्रयोग करने की छूट दी गई है, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. आबकारी नीति-2025 में आने वाले दो वित्तीय वर्षों (2025-26 और 2026-27) के लिए मदिरा दुकानों के व्यवस्थितकरण हेतु नवीनीकरण की प्रक्रिया को शामिल किया गया है. इससे व्यापारियों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा और सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसानों और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड की नई आबकारी नीति से एक ओर जहां राज्य का राजस्व बढ़ेगा, वहीं दूसरी ओर स्थानीय व्यापारियों, किसानों और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही, पारदर्शिता और सख्त नियमों से मद्य व्यवसाय को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. अब उत्तराखंड में ओवर रेटिंग की शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित दुकान का लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा, धामी सरकार का शराब माफियाओं पर सख्त प्रहार.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akash-anand-become-another-chandrashekhar-azad-for-mayawati-after-remove-all-post-bsp-2896111″>क्या मायावती के लिए एक और चंद्रशेखर आजाद बनेंगे आकाश आनंद? यूपी की राजनीति में सियासी हलचल तेज</a></strong></p>

जालंधर के नए SSP गुरमीत सिंह ने संभाला चार्ज:फिरोजपुर विजिलेंस में थे तैनात, गार्ड ऑफ ऑनर से किया गया स्वागत

जालंधर के नए SSP गुरमीत सिंह ने संभाला चार्ज:फिरोजपुर विजिलेंस में थे तैनात, गार्ड ऑफ ऑनर से किया गया स्वागत पंजाब के जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी रहे हरकमलप्रीत सिंह खख का रविवार देर रात अचानक ट्रांसफर कर दिया गया। उनकी जगह जालंधर की कमान फिरोजपुर विजिलेंस में बतौर एसएसपी तैनात रहे गुरमीत सिंह को भेजा गया है। एसएसपी गुरमीत सिंह ने आज यानी सोमवार को दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे जालंधर देहात पुलिस के कार्यालय पहुंचकर अपना पदभार संभाला। उनका स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर से किया गया। जिसके बाद उन्होंने देहात पुलिस के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। एसएसपी गुरमीत सिंह के स्वागत के लिए देहात पुलिस के एसपी मनप्रीत सिंह, जसरूप कौर बाठ और अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे। जिन्होंने एसएसपी गुरमीत सिंह को गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया और उन्हें उनकी ऑफिस तक लेकर गए। बतौर DCP सिटी पुलिस में सेवाएं निभा चुके गुरमीत सिंह बता दें कि, जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी के तौर पर तैनात किए गए गुरमीत सिंह जालंधर में पहले भी सेवाएं दे चुके हैं। आखिरी बार गुरमीत सिंह जालंधर सिटी पुलिस में बतौर डीसीपी इन्वेस्टिगेशन तैनात थे। जिसके बाद उनका तबादला हो गया। उनकी जालंधर में दोबारा वापसी से पहले उनके पास फिरोजपुर रेंज के विजिलेंस के एसएसपी के तौर पर चार्ज था। एसएसपी गुरमीत सिंह ने कहा- नशा खत्म करना और बदमाशों पर नकेल कसना उनका पहला काम रहेगा। पूर्व एसएसपी खख को डीजीपी ऑफिस रिपोर्ट करने के आदेश बता दें कि गुरमीत सिंह से पहले हरकमलप्रीत सिंह खख जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी थी। जिन्हें रविवार को देर रात जारी किए गए आदेशों में कहा गया कि वह डीजीपी ऑफिस में रिपोर्ट करेंगे। फिलहाल उन्हें कहीं पर पोस्टिंग नहीं दी गई है। जल्द उन्हें भी सरकार द्वारा पोस्टिंग दी जाएगी।