यूपी उपचुनाव में CM योगी और अखिलेश की सीधी लड़ाई? पढ़ें हर सीट का जातीय समीकरण <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Bypoll Election 2024:</strong> उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. यूपी में होने वाले उपचुनाव को 2027 के विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इन उपचुनाव के नतीजों से सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन सारा खेल राजनीतिक धारणा का है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सीटें बेहद कम हो गई थीं, जिसकी वजह से बीजेपी अकेले बहुमत का आंकड़ा छूने में नाकाम रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2024 के चुनाव नतीजों के बाद यूपी में यह पहला चुनाव हो रहा है, जिसे यूपी में सत्ताधारी दल बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है. दोनों ही दल उपचुनाव में ज़्यादा से ज़्यादा सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से कमान खुद <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने संभाली है तो सपा की ओर अखिलेश चुनावी कैंपेन में जुटे हैं. दोनों ही नेता यह बात अच्छी तरह से समझते हैं कि उपचुनाव के नतीजे उनके सियासी भविष्य को तय करने वाले होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी में जिन 9 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से 5 सीटों पर बीजेपी और उनके सहयोगी दलों ने 2022 के आम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. जबकि 4 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि मीरापुर सीट रालोद ने सपा के साथ गठबंधन में जीती थी, लेकिन अब रालोद ने बीजेपी से गठबंधन कर लिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस सीट पर था किसका कब्जा?</strong><br />साल 2022 में एनडीए ने जिन प्रदेश की मझवां, फूलपुर, खैर, गाजियाबाद और मीरापुर विधानसभा सीट पर जीत का परचम लहराया था. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने कटेहरी, सीसामऊ, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. इन सभी 9 सीटों पर इस बार भी बीजेपी और सपा आमने-सामने हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी 9 सीटों के जातीय और राजनीतिक समीकरण</strong><br /><strong>कटेहरी विधानसभा</strong><br />अयोध्या से सटे ज़िले अंबेडकरनगर की एक विधानसभा सीट है. लंबे समय से बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है. 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा इस सीट से विधायक बने लेकिन 2024 में अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से सांसद बन जाने के बाद लालजी वर्मा ने कटेहरी सीट से इस्तीफ़ा दे दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से यहां पर उपचुनाव हो रहा है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने धर्मराज निषाद और सपा ने लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया है. बीएसपी ने अमित वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच माना जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कटेहरी में 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 93 हजार 524 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी को 85,828 वोट मिले थे और बीएसपी को 58 हजार 482 वोट प्राप्त हुए थे. सपा ने 8 हजार 266 वोटों से कटेहरी सीट जीती थी. इस बार उपचुनाव में बीएसपी के वोट बैंक पर दोनों ही दलों की नज़र है, जिसे बीएसपी का वोट ट्रांसफर होगा, वही कटेहरी में जीत दर्ज करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कटेहरी में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. SC- 87,000<br />2. मुस्लिम- 50,000<br />3. ब्राह्मण- 45,000<br />4. यादव- 29,000<br />5. कुर्मी- 42,000<br />6. निषाद- 21,000<br />7. ठाकुर- 18,000<br />8. प्रजापति- 11,000<br />9. राजभर- 18,000<br />10. पाल- 5,500<br />11. नाई- 5,000<br />12. विश्वकर्मा- 5,000<br />13. मौर्य- 6,500<br />14. बनिया- 13,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><strong>मझवां विधानसभा </strong><br />मिर्जापुर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी की तरफ से डॉ विनोद बिंद चुनाव जीते. 2024 के लोकसभा चुनाव में डॉ विनोद बिंद बीजेपी के टिकट पर भदोही से लोकसभा सांसद बन गए और मझवां विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी को 1 लाख 3 हजार 235 वोट मिले और सपा को 69 हजार 648 वोट जबकि बीएसपी को 52 हजार 990 वोट मिले थे. बीजेपी गठबंधन ने इस सीट पर 33 हजार 587 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार उपचुनाव में सीधा मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच है, लेकिन बीएसपी इस सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है जबकि सपा ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है. सपा और बीजेपी दोनों ने ही ओबीसी उम्मीदवारों पर दांव लगाया है, जबकि बीएसपी ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर दीपक तिवारी को टिकट दिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में मिर्ज़ापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी गठबंधन से अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मझवां का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बिंद- 70,000<br />2. ब्राह्मण- 65,000<br />3. कुशवाहा या मौर्य- 35,000<br />4. कुर्मी- 25,000<br />5. मुस्लिम- 22,000<br />6. पाल- 22,000<br />7. यादव- 30,000<br />8. SC- 65,000<br />9. भूमिहार- 22,000<br />10. ठाकुर- 10,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर विधानसभा </strong><br />प्रयागराज जिले और फूलपुर लोकसभा की एक विधानसभा सीट है. फूलपुर एक जमाने में पंडित नेहरू की राजनीतिक कर्मभूमि रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में फूलपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने चुनाव जीता था. बीजेपी की तरफ से प्रवीण पटेल विधायक बने थे लेकिन 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में प्रवीण पटेल सांसद बन गए और फूलपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को 1 लाख 3 हजार 557 वोट मिले थे और समाजवादी पार्टी को 1 लाख 825 वोट प्राप्त हुए थे. बीजेपी ने 2 हजार 732 वोटों के मामूली अंतर से चुनाव जीता था. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 33 हजार 36 वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के बेटे दीपक पटेल को टिकट दिया है और सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी को चुनावी मैदान में उतारा है. मुज्तबा 2022 का विधानसभा चुनाव भी इसी सीट से लड़ चुके हैं. बीएसपी ने इस बार जितेन्द्र कुमार सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर बीजेपी और सपा के बीच बहुत ही कांटे की टक्कर बताई जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. पटेल- 60,000<br />2. यादव- 70,000<br />3. मुस्लिम- 50,000<br />4. ब्राह्मण- 50,000<br />5. पासी- 35,000<br />6. निषाद- 22,000<br />7. वैश्य- 16,000<br />8. ठाकुर- 15,000<br />9. एससी- 75,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ विधानसभा</strong><br />कानपुर जिले की एक विधानसभा सीट है. कई बार से लगातार समाजवादी पार्टी जीत हासिल कर रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के इरफान सोलंकी विधायक बने थे लेकिन कोर्ट से एक मामले में सजा होने के बाद इरफान सोलंकी को इस्तीफा देना पड़ा. इसी वजह से यहां पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभाव चुनाव में सपा को 79,163 वोट मिले थे जबकि बीजेपी को 66,897 वोट हासिल हुए थे. सपा ने इस सीट पर 12,266 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को मात्र 2,937 और कांग्रेस को 5,616 वोट मिले थे. इस सीट पर भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस बार बीजेपी ने सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी को टिकट दिया है तो सपा ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने वीरेन्द्र कुमार शुक्ला को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 1,11,000<br />2. ब्राह्मण- 70,000<br />3. SC- 60,000<br />4. कायस्थ- 26,000<br />5. सिंधी और पंजाबी- 6,000<br />6. ठाकुर- 6,000<br />7. अति पिछड़ा- 13,000<br />8. यादव- 4,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी विधानसभा </strong><br />मुरादाबाद जिले और संभल लोकसभा सीट की एक विधानसभा सीट है. यह एक मुस्लिम बाहुल्य सीट है.2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के जियाउर्रहमान बर्क ने जीत हासिल की थी, लेकिन 2024 में संभल लोकसभा सीट से सांसद बनने के बाद जियाउर्रहमान बर्क ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से कुंदरकी में विधानसभा उपचुनाव प्रस्तावित है. 2022 विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 25 हजार 792 वोट मिले और बीजेपी ने 82 हजार 630 वोट हासिल किया था. सपा ने इस सीट पर 43 हजार 162 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को 42 हजार 742 वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस चुनाव में भी मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने रामवीर सिंह को टिकट दिया है तो सपा ने हाजी रिजवान को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने रफतउल्ला उर्फ नेता छिद्दा को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 2,20,000<br />2. SC- 30,000<br />3. यादव- 10,000<br />4. ठाकुर- 20,000<br />5. सैनी- 25,000<br />6. लोधी- 15,000<br />7. ब्राह्मण- 5,000<br />8. जाट- 4,000<br />9. अति पिछड़ा- 40,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद शहर विधानसभा</strong><br />गाजियाबाद जिले की एक विधानसभा सीट है. यह एक शहरी सीट है और बीजेपी का गढ़ माना जाता है. बीजेपी का अभेद्य किला है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लंबे अंतर से इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. बीजेपी के अतुल गर्ग विधायक बने थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2024 में अतुल गर्ग गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए, जिसकी वजह से गाजियाबाद में विधानसभा का उपचुनाव हो रहा है. 2022 के चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 50 हजार 205 वोट मिले थे और सपा ने मात्र 44 हजार 668 वोट हासिल हुए थे. बीएसपी को 32 हजार 691 वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने बहुत बड़े अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी ने संजीव शर्मा को टिकट दिया है, तो सपा ने राज जाटव पर भरोसा जताया है. सपा ने सामान्य सीट पर एससी समाज के नेता को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने परमानंद गर्ग को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बनिया- 80,000<br />2. SC- 85,000<br />3. मुस्लिम- 60,000<br />4. पंजाबी- 30,000<br />5. ठाकुर- 8,000<br />6. त्यागी- 15,000<br />7. जाट- 18,000<br />8. यादव- 10,000<br />9. अति पिछड़ा- 50,000<br />10. प्रवासी वोट- 60,000 (अलग अलग राज्यों के लोग बड़ी संख्या में मतदाता है)</p>
<p><strong>खैर विधानसभा </strong><br />अलीगढ़ जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 में बीजेपी ने इस सीट पर बहुत बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. बीजेपी विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि जब 2024 में हाथरस लोकसभा सीट से सांसद बने तो यह खैर विधानसभा सीट रिक्त हो गई.</p>
<p>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 39 हजार 643 वोट मिले और सपा को 41 हजार 644 वोट ही मिल पाए थे. जबकि बीएसपी को 65 हजार 302 वोट प्राप्त हुए थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी खैर विधानसभा सीट पर लगभग 14 सौ वोटों से पीछे हो गई थी. </p>
<p>खैर उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के बेटे सुरेन्द्र दिलेर को टिकट दिया है और सपा ने चारू कैंन को टिकट दिया है. बीएसपी ने यहां पर डॉ पहल सिंह को टिकट दिया है. खैर सीट एससी वर्ग के लिए सुरक्षित सीट है, इसीलिए सभी दलों ने एससी समाज के नेता को ही टिकट दिया है. </p>
<p>खास बात यह है कि सपा की चारू कैंन हैं तो एससी समाज से लेकिन इनकी शादी जिले के एक जाट परिवार में हुई है. इस समीकरण से पहली बार खैर में मुकाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन इस सीट पर हार जीत जाट मतदाताओं के रूख पर निर्भर होगा.</p>
<p><strong>खैर का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. जाट- 1,15,000<br />2. ब्राह्मण- 75,000<br />3. SC- 82,000<br />4. बघेल- 10,000<br />5. ठाकुर- 14,000<br />6. वैश्य- 15,000<br />7. यादव- 1,000<br />8. बंजारा- 5,000<br />9. कोली- 5,000<br />10. अन्य पिछड़ी जातियां- 55,000</p>
<p><strong>करहल विधानसभा सीट</strong><br />मैनपुरी जिले की एक विधानसभा सीट है. समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. लंबे समय से इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. </p>
<p>अखिलेश यादव ने यहां 67 हजार 504 वोटों के एक बड़े अंतर से चुनाव जीते. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 48 हजार 196 वोट, बीजेपी को 80 हजार 692 वोट और बीएसपी को 15 हजार 701 वोट मिले थे. </p>
<p>इस बार सपा ने अखिलेश यादव के भतीजे पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव को टिकट दिया है, तो बीजेपी ने मुलायम सिंह के दूर के रिश्तेदार अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने अवनीश शाक्य को टिकट दिया है.</p>
<p><strong>करहल का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. यादव- 1,25,000<br />2. शाक्य- 35,000<br />3. बघेल- 30,000<br />4. ठाकुर- 30,000<br />5. SC- 22,000<br />6. ब्राह्मण- 16,000<br />7. लोधी- 15,000<br />8. वैश्य- 15,000</p>
<p><strong>मीरापुर विधानसभा चुनाव </strong><br />मुज़फ्फरनगर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा- आरएलडी गठबंधन के तहत आरएलडी प्रत्याशी चंदन चौहान जीतकर विधायक बने. 2024 के चुनाव में बीजेपी और आरएलडी का गठबंधन हुआ. 2024 में चंदन चौहान ने आरएलडी के टिकट पर बिजनौर लोकसभा सीट से सांसद बने, जिस वजह से मीरापुर सीट खाली हो गई. </p>
<p>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने यह सीट आरएलडी के कोटे में दी है. आरएलडी ने मिथलेश पाल को प्रत्याशी बनाया है तो सपा ने पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू सुम्बुल राणा को टिकट दिया है. बीएसपी ने शाहनजर और आजाद समाज पार्टी ने जाहिद हुसैन को टिकट दिया है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी में ही माना जा रहा है.</p>
<p><strong>मीरापुर में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. मुस्लिम- 1,35,000<br />2. SC- 50,000<br />3. जाट- 38,000<br />4. सैनी- 20,000<br />5. पाल- 20,000<br />6. गुर्जर- 15,000<br />7. चौहान- 7,000<br />8. अति पिछड़ा- 30,000</p>
<p>कुल मिलाकर देखा जाए तो यह उपचुनाव सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल सपा की साख का सवाल बन गया है. उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. इससे पहले मतदान के लिए 13 नवंबर प्रस्तावित था, लेकिन त्योहारों के मद्देनजर चुनाव की तारीख आगे बढ़ा दी गई है. 23 नवंबर को चुनावी नतीजों का ऐलान किया जाएगा.</p>
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