सीएम मान संगरूर में पंचों को दिलाएंगे शपथ:19 नवंबर को जिला स्तर पर होंगे समागम, विधानसभा स्पीकर समेत 18 मंत्री करेंगे शिरकत

सीएम मान संगरूर में पंचों को दिलाएंगे शपथ:19 नवंबर को जिला स्तर पर होंगे समागम, विधानसभा स्पीकर समेत 18 मंत्री करेंगे शिरकत पंजाब में नए चुने सरपंचों के बाद अब 19 नवंबर को पंचों का शपथ समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिला स्तर पर समागम होंगे। सीएम भगवंत मान और विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां समेत 18 मंत्री पंचों को शपथ दिलाएंगे। सरकार की तरफ से इस संबंधी सूची जारी कर दी है। हालांकि होशियारपुर, बरनाला, मुक्तसर और गुरदासपुर के पंचों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। क्योंकि इन जिलों की चार सीटों पर 20 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इन जिलों में जाएंगे मंत्री और विधायक
सूची के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान संगरूर, स्पीकर कुलतार सिंह संधवां फरीदकोट, डिप्टी विधानसभा स्पीकर जय किशन रोड एसबीएस नगर, हरपाल सिंह चीमा सुबह बठिंडा और शाम को मानसा, अमन अरोड़ा मोगा, बलजीत कौर फाजिल्का, कुलदीप सिंह धालीवाल अमृतसर, बलबीर सिंह पटियाला, लाच चंद कटारूचक पठानकोट, लालजीत भुल्लर तरनतारन, हरजोत बैंस रूपनगर, हरभजन सिंह मोहाली, गुरमीत सिंह फिरोजपुर, रवजोत सिंह कपूरथला, वरिंदर कुमार गोयल मालेरकोटला, हररदीप सिंह मुंडिया लुधियाना और तरुनप्रीत सिंह फतेहगढ़ साहिब में पंचों को शपथ दिलाएंगे। आदेश की कॉपी जिला स्तर पर होंगे समागम
इन समागमों को करवाने की जिम्मेदारी डीसी निभाएंगे। इन समागमों में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। प्रदेश में कुल 83 हजार पंच चुने गए हैं। इससे पहले सरपंचों का शपथ समारोह लुधियाना में हुआ था। इसमें करीब 11 हजार सरपंच अपने परिवार सहित शामिल हुए थे। लेकिन पंचों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में इतने लोगों के लिए एक साथ इंतजाम करना उचित नहीं है। दूसरा 20 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला में उप चुनाव में भी है। ऐसे में यह प्रोग्राम अब जिला स्तर पर होंगे। पार्टी निशान पर नहीं हुए थे चुनाव
इस बार पंजाब में पंचायत चुनाव पार्टी निशान पर नहीं हुए थे। क्योंकि सरकार की तरफ से इस बारे में विधानसभा में पंचायत राज संशोधन बिल पास किया गया था। इसके पीछे सरकार का तर्क था कि गांवों में पार्टीबाजी के चक्कर में नुकसान नहीं होना। साथ ही सरपंच पार्टी का न होकर गांव का होना चाहिए। वहीं, इस दौरान सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों को स्पेशल ग्रांट देने का ऐलान भी सरकार ने किया था। करीब तीन हजार पंच सर्वसम्मति से चुने गए हैं।

आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार

आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला की कनाडा में हुई गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद अब भारतीय जांच एजेंसी एक्शन मोड में आ गई है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) ने मामले में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद पंजाब में अपनी मूवमेंट बढ़ा दी है। साथ ही पंजाब पुलिस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) डल्ला के अरेस्ट होने की पुष्टि के बाद अब स्ट्रॉग ग्राउंड तैयार करनी शुरू कर दी है। जिससे अर्श को किसी भी हालात में भारत लाया जा सके। बुधवार देर शाम नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग की दो टीमें पंजाब आई थी। पंजाब के फरीदकोट पहुंची टीमों ने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए अर्श डल्ला के दोनों शूटरों से पूछताछ की थी। पंजाब पुलिस को NIA आने से पहले जानकारी साझा की थी। फरीदकोट के गुरप्रीत सिंह हरीनौ और मध्य प्रदेश, ग्वालियर के डबरा में जसवंत सिंह गिल उर्फ सोनी सरदार हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों से पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अर्श से हो रही उनकी बातचीत और कनाडा में उनकी आखिरी बार कब बात हुई, इस पर पूछताछ की गई। NIA को शक है कि अर्श डल्ला के शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को हथियार सीमा पार से आए थे। दोनों पुलिस रिमांड पर हैं, इसी रिमांड में एनआईए द्वारा भी पूछताछ की गई। वारिस पंजाब दे संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरीनौ की पिछले माह 9 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव में बाइक सवार दो शूटरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हाल ही में पुलिस ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने अर्श डल्ला गिरोह से जुड़े बरनाला जिले के दोनों शूटरों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही डबरा में दोनों ने सोनी सरदार की हत्या की थी। डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक का शक
अर्श डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ लिंक है। उसी के द्वारा अर्श के शूटरों को हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिनसे पूरे देश में वारदातें करवाई गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स की कमान संभाल रहा अर्शदीप सिंह गिल उर्फ ​​अर्श डल्ला फिलहाल कनाडाई पुलिस की हिरासत में है। इधर भारतीय एजेंसियां कोशिश कर रही हैं कि किसी तरह से अर्श डल्ला के खिलाफ स्ट्रांग ग्राउंड बना लिया जाए, जिससे कनाडा सरकार डल्ला को भारत सरकार के हवाले करने में दिक्कत न करे। कनाडाई पुलिस डल्ला की अरेस्ट पर साधे चुप्पी
बता दें कि 28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के दौरान अर्श डल्ला की दाहिने हाथ में गोली लगी थी। हालांकि गोली हाथ के ऊपरी हिस्से में लगी थी। जिससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। ऐसा पहली बार हुआ था कि कनाडा की हाल्टन पुलिस द्वारा जारी किए गए बयानों में दोनों आरोपियों के नाम नहीं बताए गए। ऐसा कनाडाई पुलिस तब करती है, जब कोई बड़ा क्रिमिनल हो। इसलिए कनाडा पुलिस अर्श की गिरफ्तारी को लेकर इस वक्त सवालों के घेरे में है। राजस्थान की लड़की से पेपर मैरिज कर भागा विदेश
मोगा में गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या के बाद डल्ला की मोगा में दुश्मनी बढ़ गई थी। इसके बाद डल्ला ने उगाही के पैसों से विदेश भागने का प्लान बनाया। विदेश भागने में उसकी मदद खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की थी। उसने राजस्थान की एक लड़की से पेपर मैरिज की और जालंधर से एक फेक पासपोर्ट बनवाया। पेपर मैरिज के प्रूफ लगाकर वह किसी तरह कनाडा भाग गया और सरे में जाकर शरण ले ली। कनाडा पहुंचते ही वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आ गया था। बाद में कनाडा के सरे में ही अर्श डल्ला की एक बेटी हुई। वहां से डल्ला ने एक-एक कर पूरे देश में वारदातें करवानी शुरू कीं। इस दौरान अर्श के भाई बलदीप सिंह की भी गिरफ्तारी हुई। जब बलदीप सिंह जमानत पर लौटा तो वह अपनी मां के साथ कनाडा भाग गया और वहां से कभी नहीं लौटा। विदेश से लौट मोगा में की गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या
परिवार ने अर्श को किसी तरह से विदेश भेज दिया। जब विदेश गया तो उसकी मोगा के बदमाश सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात को लेकर दुश्मनी हो गई। इसके बाद वह विदेश से भारत लौट आया और उसने सुक्खा लम्मा की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। सुक्खा अपने एरिया में काफी प्रभाव रखता था। यह पहली हत्या थी, जोकि अर्श द्वारा की गई थी। डल्ला ने लम्मा की हत्या के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों से उगाही की और फिरौतियां मांगीं। लम्मा का नाम सुनकर लोगों ने फिरौतियां दी भी। साल 2020 में ही डल्ला दोबारा विदेश भाग गया था। इसके बाद कनाडा से मोगा के चर्चित कारोबारी सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या करवाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली गई थी। जांच में पता चला कि हत्या अर्श ने करवाई थी, लेकिन जिम्मेदारी लम्मा के अकाउंट से ली गई। डल्ला का पिता मोगा में लोगों को धमकाकर मांगता था फिरौती
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी अर्श डल्ला जब विदेश भागा और पूरे देश में उसका नाम टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में आने लगा तो उसके पिता चरणजीत सिंह गिल ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया। चरणजीत सिंह ने मोगा और आसपास के रसूखदारों से उगाही करनी शुरू कर दी। इस बारे में जब पंजाब पुलिस को पता चला तो चरणजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा गया और वह इस वक्त पंजाब की संगरूर जेल में बंद है। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, पूरे देश में डल्ला पर करीब 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हैं, जिसकी गिनती 50 है। केंद्र सरकार ने 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया। गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ऑपरेटिव अर्श डल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में रह रहे अर्श डल्ला के तार KTF से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप NIA द्वारा रजिस्टर्ड और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी पाया जा चुका है। इसके बाद केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था।

यूपी उपचुनाव में CM योगी और अखिलेश की सीधी लड़ाई? पढ़ें हर सीट का जातीय समीकरण

यूपी उपचुनाव में CM योगी और अखिलेश की सीधी लड़ाई? पढ़ें हर सीट का जातीय समीकरण <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Bypoll Election 2024:</strong> उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. यूपी में होने वाले उपचुनाव को 2027 के विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इन उपचुनाव के नतीजों से सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन सारा खेल राजनीतिक धारणा का है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सीटें बेहद कम हो गई थीं, जिसकी वजह से बीजेपी अकेले बहुमत का आंकड़ा छूने में नाकाम रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2024 के चुनाव नतीजों के बाद यूपी में यह पहला चुनाव हो रहा है, जिसे यूपी में सत्ताधारी दल बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है. दोनों ही दल उपचुनाव में ज़्यादा से ज़्यादा सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से कमान खुद <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने संभाली है तो सपा की ओर अखिलेश चुनावी कैंपेन में जुटे हैं. दोनों ही नेता यह बात अच्छी तरह से समझते हैं कि उपचुनाव के नतीजे उनके सियासी भविष्य को तय करने वाले होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी में जिन 9 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से 5 सीटों पर बीजेपी और उनके सहयोगी दलों ने 2022 के आम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. जबकि 4 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि मीरापुर सीट रालोद ने सपा के साथ गठबंधन में जीती थी, लेकिन अब रालोद ने बीजेपी से गठबंधन कर लिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस सीट पर था किसका कब्जा?</strong><br />साल 2022 में एनडीए ने जिन प्रदेश की मझवां, फूलपुर, खैर, गाजियाबाद और मीरापुर विधानसभा सीट पर जीत का परचम लहराया था. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने कटेहरी, सीसामऊ, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. इन सभी 9 सीटों पर इस बार भी बीजेपी और सपा आमने-सामने हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी 9 सीटों के जातीय और राजनीतिक समीकरण</strong><br /><strong>कटेहरी विधानसभा</strong><br />अयोध्या से सटे ज़िले अंबेडकरनगर की एक विधानसभा सीट है. लंबे समय से बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है. 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा इस सीट से विधायक बने लेकिन 2024 में अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से सांसद बन जाने के बाद लालजी वर्मा ने कटेहरी सीट से इस्तीफ़ा दे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से यहां पर उपचुनाव हो रहा है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने धर्मराज निषाद और सपा ने लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया है. बीएसपी ने अमित वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच माना जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कटेहरी में 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 93 हजार 524 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी को 85,828 वोट मिले थे और बीएसपी को 58 हजार 482 वोट प्राप्त हुए थे. सपा ने 8 हजार 266 वोटों से कटेहरी सीट जीती थी. इस बार उपचुनाव में बीएसपी के वोट बैंक पर दोनों ही दलों की नज़र है, जिसे बीएसपी का वोट ट्रांसफर होगा, वही कटेहरी में जीत दर्ज करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कटेहरी में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. SC- 87,000<br />2. मुस्लिम- 50,000<br />3. ब्राह्मण- 45,000<br />4. यादव- 29,000<br />5. कुर्मी- 42,000<br />6. निषाद- 21,000<br />7. ठाकुर- 18,000<br />8. प्रजापति- 11,000<br />9. राजभर- 18,000<br />10. पाल- 5,500<br />11. नाई- 5,000<br />12. विश्वकर्मा- 5,000<br />13. मौर्य- 6,500<br />14. बनिया- 13,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><strong>मझवां विधानसभा &nbsp;</strong><br />मिर्जापुर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी की तरफ से डॉ विनोद बिंद चुनाव जीते. 2024 के लोकसभा चुनाव में डॉ विनोद बिंद बीजेपी के टिकट पर भदोही से लोकसभा सांसद बन गए और मझवां विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी को 1 लाख 3 हजार 235 वोट मिले और सपा को 69 हजार 648 वोट जबकि बीएसपी को 52 हजार 990 वोट मिले थे. बीजेपी गठबंधन ने इस सीट पर 33 हजार 587 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार उपचुनाव में सीधा मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच है, लेकिन बीएसपी इस सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है जबकि सपा ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है. सपा और बीजेपी दोनों ने ही ओबीसी उम्मीदवारों पर दांव लगाया है, जबकि बीएसपी ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर दीपक तिवारी को टिकट दिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में मिर्ज़ापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी गठबंधन से अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मझवां का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बिंद- 70,000<br />2. ब्राह्मण- 65,000<br />3. कुशवाहा या मौर्य- 35,000<br />4. कुर्मी- 25,000<br />5. मुस्लिम- 22,000<br />6. पाल- 22,000<br />7. यादव- 30,000<br />8. SC- 65,000<br />9. भूमिहार- 22,000<br />10. ठाकुर- 10,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर विधानसभा&nbsp;</strong><br />प्रयागराज जिले और फूलपुर लोकसभा की एक विधानसभा सीट है. फूलपुर एक जमाने में पंडित नेहरू की राजनीतिक कर्मभूमि रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में फूलपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने चुनाव जीता था. बीजेपी की तरफ से प्रवीण पटेल विधायक बने थे लेकिन 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में प्रवीण पटेल सांसद बन गए और फूलपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को 1 लाख 3 हजार 557 वोट मिले थे और समाजवादी पार्टी को 1 लाख 825 वोट प्राप्त हुए थे. बीजेपी ने 2 हजार 732 वोटों के मामूली अंतर से चुनाव जीता था. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 33 हजार 36 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के बेटे दीपक पटेल को टिकट दिया है और सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी को चुनावी मैदान में उतारा है. मुज्तबा 2022 का विधानसभा चुनाव भी इसी सीट से लड़ चुके हैं. बीएसपी ने इस बार जितेन्द्र कुमार सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर बीजेपी और सपा के बीच बहुत ही कांटे की टक्कर बताई जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. पटेल- 60,000<br />2. यादव- 70,000<br />3. मुस्लिम- 50,000<br />4. ब्राह्मण- 50,000<br />5. पासी- 35,000<br />6. निषाद- 22,000<br />7. वैश्य- 16,000<br />8. ठाकुर- 15,000<br />9. एससी- 75,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ विधानसभा</strong><br />कानपुर जिले की एक विधानसभा सीट है. कई बार से लगातार समाजवादी पार्टी जीत हासिल कर रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के इरफान सोलंकी विधायक बने थे लेकिन कोर्ट से एक मामले में सजा होने के बाद इरफान सोलंकी को इस्तीफा देना पड़ा. इसी वजह से यहां पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभाव चुनाव में सपा को 79,163 वोट मिले थे जबकि बीजेपी को 66,897 वोट हासिल हुए थे. सपा ने इस सीट पर 12,266 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को मात्र 2,937 और कांग्रेस को 5,616 वोट मिले थे. इस सीट पर भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस बार बीजेपी ने सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी को टिकट दिया है तो सपा ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने वीरेन्द्र कुमार शुक्ला को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 1,11,000<br />2. ब्राह्मण- 70,000<br />3. SC- 60,000<br />4. कायस्थ- 26,000<br />5. सिंधी और पंजाबी- 6,000<br />6. ठाकुर- 6,000<br />7. अति पिछड़ा- 13,000<br />8. यादव- 4,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी विधानसभा&nbsp;</strong><br />मुरादाबाद जिले और संभल लोकसभा सीट की एक विधानसभा सीट है. यह एक मुस्लिम बाहुल्य सीट है.2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के जियाउर्रहमान बर्क ने जीत हासिल की थी, लेकिन 2024 में संभल लोकसभा सीट से सांसद बनने के बाद जियाउर्रहमान बर्क ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से कुंदरकी में विधानसभा उपचुनाव प्रस्तावित है. 2022 विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 25 हजार 792 वोट मिले और बीजेपी ने 82 हजार 630 वोट हासिल किया था. सपा ने इस सीट पर 43 हजार 162 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को 42 हजार 742 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस चुनाव में भी मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने रामवीर सिंह को टिकट दिया है तो सपा ने हाजी रिजवान को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने रफतउल्ला उर्फ नेता छिद्दा को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 2,20,000<br />2. SC- 30,000<br />3. यादव- 10,000<br />4. ठाकुर- 20,000<br />5. सैनी- 25,000<br />6. लोधी- 15,000<br />7. ब्राह्मण- 5,000<br />8. जाट- 4,000<br />9. अति पिछड़ा- 40,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद शहर विधानसभा</strong><br />गाजियाबाद जिले की एक विधानसभा सीट है. यह एक शहरी सीट है और बीजेपी का गढ़ माना जाता है. बीजेपी का अभेद्य किला है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लंबे अंतर से इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. बीजेपी के अतुल गर्ग विधायक बने थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2024 में अतुल गर्ग गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए, जिसकी वजह से गाजियाबाद में विधानसभा का उपचुनाव हो रहा है. 2022 के चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 50 हजार 205 वोट मिले थे और सपा ने मात्र 44 हजार 668 वोट हासिल हुए थे. बीएसपी को 32 हजार 691 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने बहुत बड़े अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी ने संजीव शर्मा को टिकट दिया है, तो सपा ने राज जाटव पर भरोसा जताया है. सपा ने सामान्य सीट पर एससी समाज के नेता को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने परमानंद गर्ग को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बनिया- 80,000<br />2. SC- 85,000<br />3. मुस्लिम- 60,000<br />4. पंजाबी- 30,000<br />5. ठाकुर- 8,000<br />6. त्यागी- 15,000<br />7. जाट- 18,000<br />8. यादव- 10,000<br />9. अति पिछड़ा- 50,000<br />10. प्रवासी वोट- 60,000 (अलग अलग राज्यों के लोग बड़ी संख्या में मतदाता है)</p>
<p><strong>खैर विधानसभा&nbsp;</strong><br />अलीगढ़ जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 में बीजेपी ने इस सीट पर बहुत बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. बीजेपी विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि जब 2024 में हाथरस लोकसभा सीट से सांसद बने तो यह खैर विधानसभा सीट रिक्त हो गई.</p>
<p>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 39 हजार 643 वोट मिले और सपा को 41 हजार 644 वोट ही मिल पाए थे. जबकि बीएसपी को 65 हजार 302 वोट प्राप्त हुए थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी खैर विधानसभा सीट पर लगभग 14 सौ वोटों से पीछे हो गई थी.&nbsp;</p>
<p>खैर उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के बेटे सुरेन्द्र दिलेर को टिकट दिया है और सपा ने चारू कैंन को टिकट दिया है. बीएसपी ने यहां पर डॉ पहल सिंह को टिकट दिया है. खैर सीट एससी वर्ग के लिए सुरक्षित सीट है, इसीलिए सभी दलों ने एससी समाज के नेता को ही टिकट दिया है.&nbsp;</p>
<p>खास बात यह है कि सपा की चारू कैंन हैं तो एससी समाज से लेकिन इनकी शादी जिले के एक जाट परिवार में हुई है. इस समीकरण से पहली बार खैर में मुकाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन इस सीट पर हार जीत जाट मतदाताओं के रूख पर निर्भर होगा.</p>
<p><strong>खैर का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. जाट- 1,15,000<br />2. ब्राह्मण- 75,000<br />3. SC- 82,000<br />4. बघेल- 10,000<br />5. ठाकुर- 14,000<br />6. वैश्य- 15,000<br />7. यादव- 1,000<br />8. बंजारा- 5,000<br />9. कोली- 5,000<br />10. अन्य पिछड़ी जातियां- 55,000</p>
<p><strong>करहल विधानसभा सीट</strong><br />मैनपुरी जिले की एक विधानसभा सीट है. समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. लंबे समय से इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.&nbsp;</p>
<p>अखिलेश यादव ने यहां 67 हजार 504 वोटों के एक बड़े अंतर से चुनाव जीते. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 48 हजार 196 वोट, बीजेपी को 80 हजार 692 वोट और बीएसपी को 15 हजार 701 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p>इस बार सपा ने अखिलेश यादव के भतीजे पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव को टिकट दिया है, तो बीजेपी ने मुलायम सिंह के दूर के रिश्तेदार अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने अवनीश शाक्य को टिकट दिया है.</p>
<p><strong>करहल का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. यादव- 1,25,000<br />2. शाक्य- 35,000<br />3. बघेल- 30,000<br />4. ठाकुर- 30,000<br />5. SC- 22,000<br />6. ब्राह्मण- 16,000<br />7. लोधी- 15,000<br />8. वैश्य- 15,000</p>
<p><strong>मीरापुर विधानसभा चुनाव&nbsp;</strong><br />मुज़फ्फरनगर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा- आरएलडी गठबंधन के तहत आरएलडी प्रत्याशी चंदन चौहान जीतकर विधायक बने. 2024 के चुनाव में बीजेपी और आरएलडी का गठबंधन हुआ. 2024 में चंदन चौहान ने आरएलडी के टिकट पर बिजनौर लोकसभा सीट से सांसद बने, जिस वजह से मीरापुर सीट खाली हो गई.&nbsp;</p>
<p>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने यह सीट आरएलडी के कोटे में दी है. आरएलडी ने मिथलेश पाल को प्रत्याशी बनाया है तो सपा ने पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू सुम्बुल राणा को टिकट दिया है. बीएसपी ने शाहनजर और आजाद समाज पार्टी ने जाहिद हुसैन को टिकट दिया है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी में ही माना जा रहा है.</p>
<p><strong>मीरापुर में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. मुस्लिम- 1,35,000<br />2. SC- 50,000<br />3. जाट- 38,000<br />4. सैनी- 20,000<br />5. पाल- 20,000<br />6. गुर्जर- 15,000<br />7. चौहान- 7,000<br />8. अति पिछड़ा- 30,000</p>
<p>कुल मिलाकर देखा जाए तो यह उपचुनाव सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल सपा की साख का सवाल बन गया है. उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. इससे पहले मतदान के लिए 13 नवंबर प्रस्तावित था, लेकिन त्योहारों के मद्देनजर चुनाव की तारीख आगे बढ़ा दी गई है. 23 नवंबर को चुनावी नतीजों का ऐलान किया जाएगा.</p>
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मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले से हड़कंप, अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ खेल

मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले से हड़कंप, अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ खेल <p style=”text-align: justify;”><strong>Meerut Stamp Scam:</strong> उत्तर प्रदेश के मेरठ में करोड़ों रुपए के स्टांप घोटाले के मामला सामने आया है. घोटाले में अब तक 997 मुकदमे दर्ज किए जा चुके है. जिनको रजिस्ट्री विभाग द्वारा नोटिस भेजा जा चुका है. इन सभी मामलों में लोगों ने स्टांप अधिवक्ता विशाल वर्मा से लिए है जो इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है लेकिन विशाल और रजिस्ट्री विभाग के साजिशकर्ता अफसरों को बचाने की कोशिश की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में जहां रजिस्ट्री विभाग स्टांप लेने वाले लोगों पर कार्रवाई कर रिकवरी करने में जुटा है तो वहीं इन लोगों का कहना है कि वो तो खुद धोखे का शिकार हुए हैं. हमने एक अधिवक्ता पर विश्वास करके स्टांप खरीदें और उसे रजिस्ट्री विभाग के अफसर ने उस समय मंजूर भी कर लिया. लेकिन, अब जांच हुई तो सभी स्टांप गलत पाए गए. इस मामले में ना तो अधिवक्ता विशाल वर्मा पर कार्रवाई हो रही है और न ही विभाग अपने अधिकारियों की जांच कर रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेरठ में करोड़ों का स्टांप घोटाला</strong><br />इस मामले में पीड़ितों ने आरोपी अधिवक्ता विशाल वर्मा पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया है, एक शिकायतकर्ता खेल उत्पादों की कारोबारी ओम कुमारी ने बताया कि उन्होंने बीते कुछ सालों में अपनी प्रॉपर्टी बेचने और खरीदने के दस्तावेज रजिस्टर्ड कराएं थे. पड़ोस में रहने वाले वकील विशाल वर्मा को उन्होंने एकमुश्त लाखों रुपया दिया. इसके बाद रजिस्ट्रियां हो गई. मई-2024 में उनके पास रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट से स्टांप चोरी का एक नोटिस आया. पता किया तो मालूम चला कि उनकी एक रजिस्ट्री में एक लाख का स्टांप फर्जी लगा हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि वकील विशाल वर्मा बीते एक दशक में हजारों रजिस्ट्री में फर्जी स्टांप का इस्तेमाल करके अकूत संपत्ति कमाई है. बीते साल रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में दो संदिग्ध स्टांप मिले थे. जांच हुई तो वो फर्जी पाए गए. इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया और बीते 3 साल की रजिस्ट्री में लगे स्टांप का वेरिफिकेशन हुआ. पता चला कि इस तरह की 997 रजिस्ट्रियां की गई है जो सभी विशाल वर्मा ने कराई हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी ने सभी स्टांप खरीदारों के नाम से खरीदे थे इसलिए रजिस्ट्रेशन विभाग ने 997 खरीदारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज कराए हैं. इतने ही मुकदमे एआईजी स्टांप के कोर्ट में स्टांप चोरी के दायर किए गए हैं. AIG के यहां दर्ज मामलों में अब धीरे-धीरे स्टांप की रिकवरी की जा रही है. जिसका भुगतान खरीददारों को ही उठाना पड़ रहा है. मुकदमे दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.</p>

दिल्ली मेयर चुनाव: CM आतिशी बोलीं, ‘ये संविधान की जीत’, केजरीवाल ने महेश खींची को दी बधाई

दिल्ली मेयर चुनाव: CM आतिशी बोलीं, ‘ये संविधान की जीत’, केजरीवाल ने महेश खींची को दी बधाई <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Mayor Election Result 2024:</strong> दिल्ली नगर निगम में मेयर के चुनाव में आप के उम्मीदवार महेश कुमार खींची ने जीत दर्ज कर ली है. इसके बाद आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर है. वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महेश खींची को जीत की बधाई दी है. साथ ही सीएम आतिशी ने इस जीत को बाबा साहेब के संविधान की जीत बताया है. उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली के नए मेयर चुने जाने पर महेश कुमार को बहुत-बहुत बधाई. मन लगाकर जनता के लिए काम करें, एमसीडी में हो रहे अच्छे कामों को आगे बढ़ाएं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “दलित विरोधी भाजपा ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई. लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है. आम आदमी पार्टी की बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला. मेयर बनने पर महेश खींची को बधाई! मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में एमसीडी में अरविंद केजरीवाल के काम की राजनीति आगे बढ़ेगी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>दलित विरोधी भाजपा ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई। लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है। <a href=”https://twitter.com/AamAadmiParty?ref_src=twsrc%5Etfw”>@AamAadmiParty</a> की बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला। <br /><br />मेयर बनने पर <a href=”https://twitter.com/AAPMaheshkhichi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@AAPMaheshkhichi</a> जी को बधाई! मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में MCD में <a href=”https://twitter.com/ArvindKejriwal?ref_src=twsrc%5Etfw”>@ArvindKejriwal</a> जी के काम&hellip; <a href=”https://t.co/rGJ08jo7vH”>https://t.co/rGJ08jo7vH</a></p>
&mdash; Atishi (@AtishiAAP) <a href=”https://twitter.com/AtishiAAP/status/1857049103470862408?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 14, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश खींची को 135 वोट मिले. हालांकि उनके दो वोट अमान्य घोषित कर दिए गए. इसके बाद उन्हें 133 मान्य वोट हासिल हुए. वहीं बीजेपी के किशन लाल को इस चुनाव में कुल 130 वोट मिले हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने नहीं लिया भाग</strong><br />बता दें कि कांग्रेस के आठ पार्षदों ने मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लिया. आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच लंबे समय तक चले वाकयुद्ध के कारण अप्रैल से स्थगित हुए चुनावों में कांग्रेस ने मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार किया. कांग्रेस ने मेयर के लिए वर्तमान में प्रस्तावित संक्षिप्त कार्यकाल के स्थान पर पूर्ण कार्यकाल की मांग की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi Mayor Election: बीजेपी को झटका, क्रॉस वोटिंग के बावजूद तीन वोटों से AAP के महेश खींची जीते” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-mayor-election-2024-aap-candidate-mahesh-kumar-khichi-wins-2823345″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi Mayor Election: बीजेपी को झटका, क्रॉस वोटिंग के बावजूद तीन वोटों से AAP के महेश खींची जीते</a></strong></p>

दिल्ली-NCR में प्रदूषण के बीच कल से GRAP स्टेज-3, इन चीजों पर रहेगी पाबंदी

दिल्ली-NCR में प्रदूषण के बीच कल से GRAP स्टेज-3, इन चीजों पर रहेगी पाबंदी <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली-एनसीआर में हवा की बिगड़ती सूरत को देखते हुए शुक्रवार (14 नवंबर) से जीआरएपी का स्टेज-थ्री लागू कर दिया जाएगा. सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा. इसके तहत कंस्ट्रक्शन और डिमोलीशन पर प्रतिबंध रहेगा. नॉन-इलेक्ट्रिक, नॉन-सीएनजी और नॉन-बीएस VI डीजल अंतरराज्यीय बसें प्रतिबंधित रहेंगी. प्राथमिक स्कूल ऑनलाइन क्लास का संचालन कर सकते हैं. प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा.</p>

इंदौर में 15 वर्षीय लड़की से गैंग रेप, नाबालिग लड़के समेत दो लोग पुलिस हिरासत में

इंदौर में 15 वर्षीय लड़की से गैंग रेप, नाबालिग लड़के समेत दो लोग पुलिस हिरासत में <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Gang Rape:</strong> इंदौर में 15 वर्षीय लड़की से गैंगरेप करके उसका वीडियो बनाने के आरोप में पुलिस ने एक नाबालिग लड़के समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विनोद कुमार मीणा ने बताया कि लड़की की अपने एक पुरुष मित्र के साथ अनबन हो गई थी. उन्होंने बताया कि उसके साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म में शामिल नाबालिग लड़का और 19 वर्षीय युवक उसके पुरुष मित्र के दोस्त हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> लड़की दोनों लोगों को पहले से जानती थी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी चार नवंबर को लड़की को यह झांसा देकर अपने साथ मल्हारगंज थाना क्षेत्र के एक कमरे में ले गए कि वे उसके पुरुष मित्र के साथ उसकी दोबारा दोस्ती करा देंगे. मीणा ने बताया कि लड़की दोनों लोगों को पहले से जानती थी, इसलिए वह भरोसा करके उनके साथ चली गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी ने बताया कि लड़की की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और जांच की जा रही है. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने पीड़ित लड़की के बयान के हवाले से बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के दौरान आरोपियों ने लड़की का वीडियो भी बनाया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/bhopal-dsp-santosh-patle-hugs-vegetable-vendor-salman-bhai-on-roadside-video-viral-ann-2823280″>भोपाल में डीएसपी ने गाड़ी रोक कर सब्जी वाले सलमान भाई को लगाया गले, बोले- ‘मुझे पहचानते हो'</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>

‘450 रुपये में देंगे सिलेंडर, चाहे घुसपैठिए हों या नहीं’, कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर के बयान पर विवाद

‘450 रुपये में देंगे सिलेंडर, चाहे घुसपैठिए हों या नहीं’, कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर के बयान पर विवाद <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बाद अब दूसरे फेज को लेकर प्रचार अभियान तेजी से जारी है. इस बीच, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर का बयान विवादों से घिर गया है.&nbsp;उन्होंने एक चुनावी रैली में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो राज्य के सभी नागरिकों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिए जाएंगे, चाहे वे घुसपैठिए हों या नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बेरमो विधानसभा क्षेत्र के चंद्रपुरा में गुरुवार (14 नवंबर) को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा, ”हमने वादा किया है कि अगर हमारी सरकार बनती है तो हम एक दिसंबर से 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे. यह आम जनता के लिए होगा. चाहे वे हिंदू हों, मुसलमान हों, घुसपैठिये हों- यह झारखंड के सभी नागरिकों को दिया जाएगा, किसी अन्य कारक पर विचार नहीं किया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है. जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया कि ऐसी टिप्पणी राष्ट्र-विरोधी है और कांग्रेस की तुष्टिकरण और ध्रुवीकरण की राजनीति को दर्शाती है. बहरहाल यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बीजेपी नेता झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत गठबंधन पर राजनीतिक कारणों और &lsquo;वोट बैंक की राजनीति&rsquo; के चलते राज्य में घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड में 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को है. पहले चरण में 43 सीट के लिए बुधवार (13 नवंबर) को 1.37 करोड़ मतदाताओं में से 66.18 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. एक निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक रात नौ बजकर 50 मिनट तक के आंकड़ों के अनुसार लगभग 66.18 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहले चरण में लोहरदगा जिला 73.21 प्रतिशत मतदान के साथ टॉप पर रहा, जबकि हजारीबाग जिले में सबसे कम 62.78 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:&nbsp;</strong><strong><a title=”Exclusive: हेमंत सोरेन को लेकर JDU उम्मीदवार सरयू राय सॉफ्ट, ‘उनके प्रति मन में स्नेह लेकिन जैसे सरकार…'” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-election-2024-jdu-candidate-saryu-roy-exclusive-interview-hemant-soren-ann-2823184″ target=”_self”>Exclusive: हेमंत सोरेन को लेकर JDU उम्मीदवार सरयू राय सॉफ्ट, ‘उनके प्रति मन में स्नेह लेकिन जैसे सरकार…'</a></strong></p>

नवांशहर में स्टूडेंट ने पानी की टंकी से मारी छलांग:घायल, दोस्तों के साथ स्कूल से वापस आ रही थी

नवांशहर में स्टूडेंट ने पानी की टंकी से मारी छलांग:घायल, दोस्तों के साथ स्कूल से वापस आ रही थी नवांशहर के बारादरी गार्डन की मस्जिद के पास एक नाबालिग लड़की ने पानी की टंकी के ऊपर चढ़कर छलांग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। नाबालिग कक्षा 9 की स्टूडेंट है, जो स्कूल से वापस आते हुए वहां दीवार पर स्कूल का बैग रख कर वहां पास में बनी पानी की ऊपर चढ़ गई थी। लड़की की हालात गंभीर देखते हुए निजी अस्पताल में भेजा गया है। वहीं, इस घटना की जानकारी मिलते ही सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। मौके पर लोगो ने इसकी वीडियो बना ली, जिसके बाद उसे वायरल कर दिया गया। वहीं लोगों ने बताया कि लड़की स्कूल की तरफ से आ रही थी और इस जगह पर आकर अपना स्कूल का बैग दीवार पर रखकर वहां बनी पानी टंकी पर चढ़ कर छलांग लगा दी। पास के दुकानदारों ने बताया कि 3 लड़कियां आ रही थी तो इनमें से यह लड़की काफी तेज कदमी के साथ उनसे अलग होकर अपना स्कूल का बैग और जूते दीवार पर रख कर पानी की टंकी पर चढ़ गई और देखते ही देखते ऊपर से छलांग लगा दी।

HPTDC की देनदारी 48 घंटे में चुकता करने के आदेश:हाईकोर्ट का आर्डर, शादी-पार्टी के लिए अब 80% पेमेंट एडवांस देनी होगी

HPTDC की देनदारी 48 घंटे में चुकता करने के आदेश:हाईकोर्ट का आर्डर, शादी-पार्टी के लिए अब 80% पेमेंट एडवांस देनी होगी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) ने प्राइवेट पार्टियों से 48 घंटे के भीतर रिकवरी के आदेश दिए हैं। इसे लेकर HPTDC के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने सभी होटल यूनिट प्रमुख को आदेश जारी किए है। उन्होंने अपने आदेशों में स्पष्ट कहा कि सरकारी विभागों, बोर्ड और निगमों से जो पैसे की रिकवरी करनी है, उसे 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाए। यदि सरकारी विभाग एचपीटीडीसी की बकाया राशि का भुगतान नहीं करते हैं तो इसके लिए वह कंटैम्प्ट ऑफ कोर्ट के जिम्मेदार होंगे। HPTDC के प्रबंध निदेशक ने साफ किया कि भविष्य में शादी समारोह और पार्टियों के होटल तभी दिए जाएंगे, जब उस कार्यक्रम की 80 फीसदी पेमेंट का एडवांस में भुगतान होगा। यदि ऐसा नहीं किया तो इसके लिए संबंधित यूनिट के अधिकारी जिम्मेदार होंगे और उनसे रिकवरी की जाएगी। रोज आने वाले मेहमानों पर लागू नहीं होंगे आदेश निगम ने स्पष्ट कि किया 80 फीसदी एडवांस पेमेंट के आदेश विवाह समारोह या पार्टियों जैसे कार्यक्रम के लिए लागू होंगे, रोजाना निगम के होटल में आने वाले मेहमानों पर यह आदेश लागू नहीं होंगे। HPTDC के 55 से ज्यादा होटल बता दें कि, सरकारी उपक्रम एचपीटीडीसी के प्रदेशभर में 55 से ज्यादा होटल हैं, मगर ज्यादातर होटल घाटे में चल रहे हैं। निगम के होटलों में पूर्व में राजनीतिक दल के कार्यक्रम और शादी समारोह जैसे कार्यक्रम होते रहे हैं और कई बार निगम को इन कार्यक्रम की एवज में भुगतान नहीं किया जाता। इससे निगम का घाटा बढ़ता जा रहा है। घाटा अधिक होने की वजह से निगम अपने कर्मचारियों व पेंशनर की देनदारी नहीं चुका पा रहा। हाईकोर्ट ने देनदारी चुकता करने के आदेश दिए इसे देखते हुए हिमाचल हाईकोर्ट ने भी बीते 12 नवंबर को उन देनदारों की लिस्ट मांगी है, जिन्होंने एचपीटीडीसी को पेमेंट का भुगतान करना है। इसे लेकर आगामी 19 नवंबर को कोर्ट में सुनवाई होनी है। लिहाजा एचपीटीडीसी को अगली सुनवाई में उन पार्टी व लोगों की लिस्ट कोर्ट में देनी है, जिन्होंने एचपीटीडीसी को पैसा देना है।