डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का निशाना, ‘UPPSC छात्रों से माफी मांगें अखिलेश यादव’

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का निशाना, ‘UPPSC छात्रों से माफी मांगें अखिलेश यादव’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Lucknow News Today:</strong> लोक सेवा आयोग से UPPSC प्रारंभिक परीक्षा में नार्मलाइजेश की मांग को लेकर छात्र बीते कुछ दिनों से प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल और विपक्षी दल एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान सामने आया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>UPPSC अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्यने कहा कि UPPSC परीक्षा को लेकर जो छात्र आंदोलनरत थे, उनकी मांगों को हमारी सरकार ने मान लिया है. उन्होंने बताया कि प्रदर्शन करने वाले छात्रों की मांग थी कि एक दिन में एक शिफ्ट में परीक्षा कराई जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रों से डिप्टी सीएम ने की ये अपील</strong><br />डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “अब जब छात्रों की मांग मान ली गई है तो ऐसे में मैं उनसे अपील करूंगा कि वे अपना ध्यान पूरी तरह से परीक्षा में लगाएं, मैं सभी छात्रों को शुभकामनाएं देता हूं कि उन्हें उनकी परीक्षा में सफलता मिले.” उन्होंने कहा, “<a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की सरकार छात्रों के साथ है. मैं पहले भी प्रतियोगी छात्रों के साथ था और अब भी हूं और आगे भी उनके साथ खड़ा रहूंगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मौके पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जब प्रतियोगी छात्र आंदोलन कर रहे थे, उस समय मैं वहां उनसे मिलने गया था. इसकी वजह से मेरे ऊपर मुकदमा कर मुझे जेल भेजने का काम अखिलेश यादव ने किया था.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’अखिलेश यादव माफी मांगें'</strong><br />उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार के समय छात्र खून के आंसू रो रहे थे. उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव को प्रतियोगी छात्रों के मामले में बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है, अच्छा होगा की वह चुप हो जाएं.” डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “सपा के गुंडे छात्रों को भटकाने की कोशिश कर रहे थे. इसके लिए अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘पूरा न्याय चाहिए’, UPPSC के फैसले से छात्र नाखुश, आंदोलन जारी रखने का ऐलान” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uppsc-aspirants-protest-continue-after-uppsc-conduct-pcs-preliminary-examination-in-one-day-on-shift-know-full-demand-2823327″ target=”_blank” rel=”noopener”>’पूरा न्याय चाहिए’, UPPSC के फैसले से छात्र नाखुश, आंदोलन जारी रखने का ऐलान</a></strong></p>

कौन हैं महेश खींची, जो बने दिल्ली के नए मेयर? जानें उनके बारे में

कौन हैं महेश खींची, जो बने दिल्ली के नए मेयर? जानें उनके बारे में <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Mayor Mahesh Khinchi Profile:</strong> दिल्ली नगर निगम में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने जीत का डंका बजवाया है. आप के उम्मीदवार महेश खींची अब दिल्ली के मेयर बन गए हैं. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार किशन लाल को तीन वोटों से हरा दिया है. आइए जानते हैं महेश खींची कौन हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महेश खींची दिल्ली के करोल बाग के देव नगर वार्ड नंबर 84 से पार्षद हैं. दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले 46 साल के महेश खींची ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है. उन्होंने दिल्ली के ही मोतीलाल नेहरू से बीकॉम किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सभी पार्षदों का शुक्रिया'</strong><br />वहीं दिल्ली मेयर चुनाव में जीत के बाद महेश खींची ने कहा, “मैं उन सभी पार्षदों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे जीत दिलाई है. इसके साथ ही मैं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा. हमारे शीर्ष नेतृत्व का भी मैं दिल से धन्यवाद करता हूं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दिल्ली का विकास हमारा मकसद'</strong><br />खींची ने कहा कि एक छोटे से कार्यकर्ता को इतने बड़े पद पर पहुंचाने का काम सिर्फ आम आदम पार्टी ही कर सकती है. उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया बेहद सुचारू रही और विश्वास दिलाया कि सभी पार्षद पूरी मेहनत के साथ दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य दिल्ली का विकास करना है और वह हम किसी भी कीमत पर करेगे रहेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली मेयर पद के लिए कुल 265 वोट पड़े थे लेकिन, इसमें से दो वोट अमान्य करार दे दिए गए. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश खींची को 133, जबकि बीजेपी के किशन लाल को 130 वोट मिले. शैली ओबेरॉय के बाद अब वह मेयर पद की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. शैली ओबेरॉय का कार्यकाल बढ़ाया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”‘दिल्ली मेयर चुनाव: CM आतिशी बोलीं, ‘ये संविधान की जीत’, केजरीवाल ने महेश खींची को दी बधाई” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-mayor-election-result-2024-cm-atishi-first-reaction-aap-arvind-kejriwal-mahesh-khinchi-2823356″ target=”_blank” rel=”noopener”>’दिल्ली मेयर चुनाव: CM आतिशी बोलीं, ‘ये संविधान की जीत’, केजरीवाल ने महेश खींची को दी बधाई</a></strong></p>

पांच किलोमीटर आने में लगे 11 दिन! हिमाचल में शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद वोकेशनल टीचर्स का धरना समाप्त

पांच किलोमीटर आने में लगे 11 दिन! हिमाचल में शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद वोकेशनल टीचर्स का धरना समाप्त <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News</strong>: हिमाचल प्रदेश में वोकेशनल शिक्षकों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म करने का फैसला ले लिया है. बीते 11 दिनों से लगातार दिन-रात प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से आश्वासन मिलने के बाद यह फैसला लिया है. गुरुवार देर शाम हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर वोकेशनल शिक्षकों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. हालांकि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को राज्य सचिवालय से अंबेडकर चौक तक की पांच किलोमीटर की दूरी को पार करने में 11 दिन का वक्त लग गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बैठक में बाद निकालेंगे समस्या का समाधान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार वोकेशनल शिक्षकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर बातचीत करेगी और बातचीत के बाद कोई रास्ता निकाला जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने वोकेशनल शिक्षकों से धरना प्रदर्शन खत्म कर वापस घर लौटने के लिए कहा. धरना प्रदर्शन पर बैठे कई शिक्षकों को कंपनियों की ओर से 25 नवंबर तक वापस स्कूल में काम पर न लौटने की स्थिति में टर्मिनेट का नोटिस भी जारी कर दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बातचीत के बाद ही निकलेगा परेशानी का हल- शिक्षा मंत्री&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि बातचीत के बाद ही परेशानी का हल निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि वह 12 नवंबर को वोकेशनल शिक्षकों से के साथ बैठक करना चाहते थे, लेकिन परिवार में एक दु:खद दुर्घटना होने की वजह से वह मिल नहीं सके थे. उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और बातचीत के साथ ही वोकेशनल शिक्षकों की मांगों पर विचार कर पूरा करने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि बीते 11 दिनों से लगातार शिक्षक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. विशेष तौर पर महिला शिक्षक इस दौरान परेशान हुई हैं. ऐसे में यह प्रदर्शन खत्म कर दिया जाना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदर्शन खत्म करने का लिया फैसला- ढटवलिया</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विनी ढटवलिया ने बताया कि उन्हें शिमला में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को 11 दिन हो गए. आज शिक्षा मंत्री ने उनसे मुलाकात की और उनकी मांगों को लेकर संभव कदम उठाने की बात कही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अश्विनी ढटवलिया ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षकों की प्राथमिक मांग निजी कंपनियों को बाहर कर वेतन सीधे सरकार से लेने की है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने व्यवसायिक शिक्षकों से उनकी बात पर भरोसा जताने की अपील की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही जल्द इस मसले पर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है. शिक्षा मंत्री की ओर से व्यवसायिक शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को जल्द बुलाकर मसला हल करने की बात कही गई है. ऐसे में व्यवसायिक शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार वादे के मुताबिक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वह दोगुनी ताकत के साथ वापस धरना प्रदर्शन करने के लिए जुट जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/sanjauli-masjid-case-district-court-rejects-local-people-application-next-hearing-on-monday-18-nov-ann-2823088″>संजौली मस्जिद मामले में जिला अदालत ने खारिज की स्थानीय लोगों की एप्लीकेशन, अब सोमवार को सुनवाई</a></strong></p>

‘मुंबई से मालेगांव तक खरीदे जा रहे मुसलमानों के वोट’, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का बड़ा आरोप

‘मुंबई से मालेगांव तक खरीदे जा रहे मुसलमानों के वोट’, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का बड़ा आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Elections:</strong> महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का घमासान तेज हो गया है. राजनीतिक दलों की तरफ से जमकर बयानबाजी हो रही है. आरोप प्रत्यारोप के बीच अब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की भी एंट्री हो गयी है. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संचालक इरफान अली पीरजादा ने मुस्लिम धर्मगुरुओं पर बड़ा आरोप लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि मौलाना मुसलमानों को वोट जिहाद के लिए बरगला रहे हैं. पीरजादा ने कहा कि पैसे से मुसलमानों के वोट खरीदे जा रहे हैं. उन्होंने कहा, “<a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में पैसे से मुस्लिमों के वोट का खेल मालेगांव से लेकर मुंबई तक चल रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मौलाना सज्जाद नोमानी ने मुसलमानों से महाविकास आघाड़ी के लिए वोट करने की अपील की थी. मौलाना सज्जाद नोमानी पर पलटवार करते हुए इरफान अली पीरजादा ने कहा कि ऐसे मौलवी मुस्लिम समुदाय के लिए ठीक नहीं हैं. पीरजादा ने कहा, “हम आगे बढ़ना चाहते हैं, हम हर क्षेत्र में जाना चाहते हैं, लेकिन ऐसे दाढ़ी वाले मौलवी पैसे के दम पर मुस्लिमों का वोट खरीदे, कांग्रेस पार्टी से पैसे लें, मुझे ठीक नहीं लगता और ये मुस्लिमों के लिए भी ठीक नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुसलमानों को बरगला रहे- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने दावा किया कि मालेगांव में करीब 200 बैंकों से करोड़ों रुपये वोट जिहाद के लिए निकाले गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि ढाई हजार ट्रांजैक्शन के जरिए रकम मुस्लिम मतदाताओं तक पहुंचाएं गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके पीछे कांग्रेस है. कुछ नोमानी जैसे मौलवी मौलाना कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीरजादा ने कहा कि ये सब कुछ जो हो रहा है. मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत ही खतरनाक है और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच बिल्कुल होने नहीं देगी. गौरतलब है कि वोट जिहाद के लिए करोड़ों की फंडिंग का आरोप बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने लगाया था.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”अब BJP में CM योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ बयान का विरोध, पंकजा मुंडे बोलीं, ‘सच कहूं तो…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-bjp-pankaja-munde-opposed-slogan-batenge-toh-katenge-ann-2823302″ target=”_self”>अब BJP में CM योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ बयान का विरोध, पंकजा मुंडे बोलीं, ‘सच कहूं तो…'</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>

Bihar Police Result: सिपाही भर्ती में रिजल्ट नहीं आने पर नालंदा में पहाड़ से कूदी युवती, बीच में फंसी… ऐसे हुआ रेस्क्यू

Bihar Police Result: सिपाही भर्ती में रिजल्ट नहीं आने पर नालंदा में पहाड़ से कूदी युवती, बीच में फंसी… ऐसे हुआ रेस्क्यू <p style=”text-align: justify;”><strong>Nalanda News:</strong> नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत हिरण पर्वत पहाड़ से गुरुवार (14 नवंबर) की शाम एक युवती ने छलांग लगा दी. सिपाही भर्ती के लिए गुरुवार&nbsp; (14 नवंबर) को फिजिकल टेस्ट के लिए लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ है. इसमें युवती का रिजल्ट नहीं हुआ जिससे आहत होकर तनाव में उसने इस तरह का कदम उठा लिया. हालांकि उसे बचा लिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जाता है कि युवती ने पहाड़ से करीब 35-40 फीट नीचे छलांग लगाई. कूदने के बाद वह जोर से चिल्लाई जिससे आसपास के लोगों ने उसकी आवाज सुन ली. युवती ने छलांग तो लगाई लेकिन बीच में ही वह फंस गई. इस घटना में वह बुरी तरह जख्मी हो गई. यह देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जख्मी युवती को रेस्क्यू कर पहाड़ से उतारा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परिजनों को चकमा देकर पहाड़ पर चढ़ी युवती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>युवती की पहचान हरनौत थाना इलाके के हरनौत निवासी शशि भूषण कुमार की 20 वर्षीय पुत्री अन्नू कुमारी के रूप में हुई है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि युवती ने सिपाही भर्ती की परीक्षा दी थी. गुरुवार को जब लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ तो उसमें फिजिकल टेस्ट के लिए अन्नू पास नहीं हो सकी. तनाव में आकर वह घर से बाहर निकल गई. उसके परिजन भी पीछा करते-करते हरनौत से बिहारशरीफ आए. इस बीच युवती ने परिजनों को चकमा दिया और बड़ी पहाड़ी के रास्ते पहाड़ पर चढ़ गई. फिर उसने वहां से छलांग लगा दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौके पर पहुंचे दारोगा दिनेश कुमार शाह ने बताया कि स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी कि एक युवती ने पहाड़ पर से छलांग लगा दी है. पुलिस मौके पर पहुंची उसके बाद युवती को रेस्क्यू कर उतारा गया. परिजनों ने पूछताछ में बताया गया कि आज सिपाही भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आया लेकिन अन्नू का रिजल्ट नहीं आया. इससे वह तनाव में आ गई. फिर वह घर से भाग गई. जख्मी युवती को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है. यहां इलाज किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-police-sipahi-bharti-result-107079-candidates-selected-for-physical-test-csbc-bihar-gov-in-ann-2823307″>Bihar Police Result: बिहार पुलिस में फिजिकल टेस्ट के लिए 107079 अभ्यर्थियों का चयन, डायरेक्ट लिंक से देखें रिजल्ट</a></strong></p>

सीएम मान संगरूर में पंचों को दिलाएंगे शपथ:19 नवंबर को जिला स्तर पर होंगे समागम, विधानसभा स्पीकर समेत 18 मंत्री करेंगे शिरकत

सीएम मान संगरूर में पंचों को दिलाएंगे शपथ:19 नवंबर को जिला स्तर पर होंगे समागम, विधानसभा स्पीकर समेत 18 मंत्री करेंगे शिरकत पंजाब में नए चुने सरपंचों के बाद अब 19 नवंबर को पंचों का शपथ समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिला स्तर पर समागम होंगे। सीएम भगवंत मान और विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां समेत 18 मंत्री पंचों को शपथ दिलाएंगे। सरकार की तरफ से इस संबंधी सूची जारी कर दी है। हालांकि होशियारपुर, बरनाला, मुक्तसर और गुरदासपुर के पंचों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। क्योंकि इन जिलों की चार सीटों पर 20 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इन जिलों में जाएंगे मंत्री और विधायक
सूची के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान संगरूर, स्पीकर कुलतार सिंह संधवां फरीदकोट, डिप्टी विधानसभा स्पीकर जय किशन रोड एसबीएस नगर, हरपाल सिंह चीमा सुबह बठिंडा और शाम को मानसा, अमन अरोड़ा मोगा, बलजीत कौर फाजिल्का, कुलदीप सिंह धालीवाल अमृतसर, बलबीर सिंह पटियाला, लाच चंद कटारूचक पठानकोट, लालजीत भुल्लर तरनतारन, हरजोत बैंस रूपनगर, हरभजन सिंह मोहाली, गुरमीत सिंह फिरोजपुर, रवजोत सिंह कपूरथला, वरिंदर कुमार गोयल मालेरकोटला, हररदीप सिंह मुंडिया लुधियाना और तरुनप्रीत सिंह फतेहगढ़ साहिब में पंचों को शपथ दिलाएंगे। आदेश की कॉपी जिला स्तर पर होंगे समागम
इन समागमों को करवाने की जिम्मेदारी डीसी निभाएंगे। इन समागमों में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। प्रदेश में कुल 83 हजार पंच चुने गए हैं। इससे पहले सरपंचों का शपथ समारोह लुधियाना में हुआ था। इसमें करीब 11 हजार सरपंच अपने परिवार सहित शामिल हुए थे। लेकिन पंचों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में इतने लोगों के लिए एक साथ इंतजाम करना उचित नहीं है। दूसरा 20 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला में उप चुनाव में भी है। ऐसे में यह प्रोग्राम अब जिला स्तर पर होंगे। पार्टी निशान पर नहीं हुए थे चुनाव
इस बार पंजाब में पंचायत चुनाव पार्टी निशान पर नहीं हुए थे। क्योंकि सरकार की तरफ से इस बारे में विधानसभा में पंचायत राज संशोधन बिल पास किया गया था। इसके पीछे सरकार का तर्क था कि गांवों में पार्टीबाजी के चक्कर में नुकसान नहीं होना। साथ ही सरपंच पार्टी का न होकर गांव का होना चाहिए। वहीं, इस दौरान सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों को स्पेशल ग्रांट देने का ऐलान भी सरकार ने किया था। करीब तीन हजार पंच सर्वसम्मति से चुने गए हैं।

आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार

आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला की कनाडा में हुई गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद अब भारतीय जांच एजेंसी एक्शन मोड में आ गई है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) ने मामले में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद पंजाब में अपनी मूवमेंट बढ़ा दी है। साथ ही पंजाब पुलिस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) डल्ला के अरेस्ट होने की पुष्टि के बाद अब स्ट्रॉग ग्राउंड तैयार करनी शुरू कर दी है। जिससे अर्श को किसी भी हालात में भारत लाया जा सके। बुधवार देर शाम नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग की दो टीमें पंजाब आई थी। पंजाब के फरीदकोट पहुंची टीमों ने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए अर्श डल्ला के दोनों शूटरों से पूछताछ की थी। पंजाब पुलिस को NIA आने से पहले जानकारी साझा की थी। फरीदकोट के गुरप्रीत सिंह हरीनौ और मध्य प्रदेश, ग्वालियर के डबरा में जसवंत सिंह गिल उर्फ सोनी सरदार हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों से पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अर्श से हो रही उनकी बातचीत और कनाडा में उनकी आखिरी बार कब बात हुई, इस पर पूछताछ की गई। NIA को शक है कि अर्श डल्ला के शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को हथियार सीमा पार से आए थे। दोनों पुलिस रिमांड पर हैं, इसी रिमांड में एनआईए द्वारा भी पूछताछ की गई। वारिस पंजाब दे संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरीनौ की पिछले माह 9 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव में बाइक सवार दो शूटरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हाल ही में पुलिस ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने अर्श डल्ला गिरोह से जुड़े बरनाला जिले के दोनों शूटरों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही डबरा में दोनों ने सोनी सरदार की हत्या की थी। डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक का शक
अर्श डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ लिंक है। उसी के द्वारा अर्श के शूटरों को हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिनसे पूरे देश में वारदातें करवाई गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स की कमान संभाल रहा अर्शदीप सिंह गिल उर्फ ​​अर्श डल्ला फिलहाल कनाडाई पुलिस की हिरासत में है। इधर भारतीय एजेंसियां कोशिश कर रही हैं कि किसी तरह से अर्श डल्ला के खिलाफ स्ट्रांग ग्राउंड बना लिया जाए, जिससे कनाडा सरकार डल्ला को भारत सरकार के हवाले करने में दिक्कत न करे। कनाडाई पुलिस डल्ला की अरेस्ट पर साधे चुप्पी
बता दें कि 28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के दौरान अर्श डल्ला की दाहिने हाथ में गोली लगी थी। हालांकि गोली हाथ के ऊपरी हिस्से में लगी थी। जिससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। ऐसा पहली बार हुआ था कि कनाडा की हाल्टन पुलिस द्वारा जारी किए गए बयानों में दोनों आरोपियों के नाम नहीं बताए गए। ऐसा कनाडाई पुलिस तब करती है, जब कोई बड़ा क्रिमिनल हो। इसलिए कनाडा पुलिस अर्श की गिरफ्तारी को लेकर इस वक्त सवालों के घेरे में है। राजस्थान की लड़की से पेपर मैरिज कर भागा विदेश
मोगा में गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या के बाद डल्ला की मोगा में दुश्मनी बढ़ गई थी। इसके बाद डल्ला ने उगाही के पैसों से विदेश भागने का प्लान बनाया। विदेश भागने में उसकी मदद खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की थी। उसने राजस्थान की एक लड़की से पेपर मैरिज की और जालंधर से एक फेक पासपोर्ट बनवाया। पेपर मैरिज के प्रूफ लगाकर वह किसी तरह कनाडा भाग गया और सरे में जाकर शरण ले ली। कनाडा पहुंचते ही वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आ गया था। बाद में कनाडा के सरे में ही अर्श डल्ला की एक बेटी हुई। वहां से डल्ला ने एक-एक कर पूरे देश में वारदातें करवानी शुरू कीं। इस दौरान अर्श के भाई बलदीप सिंह की भी गिरफ्तारी हुई। जब बलदीप सिंह जमानत पर लौटा तो वह अपनी मां के साथ कनाडा भाग गया और वहां से कभी नहीं लौटा। विदेश से लौट मोगा में की गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या
परिवार ने अर्श को किसी तरह से विदेश भेज दिया। जब विदेश गया तो उसकी मोगा के बदमाश सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात को लेकर दुश्मनी हो गई। इसके बाद वह विदेश से भारत लौट आया और उसने सुक्खा लम्मा की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। सुक्खा अपने एरिया में काफी प्रभाव रखता था। यह पहली हत्या थी, जोकि अर्श द्वारा की गई थी। डल्ला ने लम्मा की हत्या के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों से उगाही की और फिरौतियां मांगीं। लम्मा का नाम सुनकर लोगों ने फिरौतियां दी भी। साल 2020 में ही डल्ला दोबारा विदेश भाग गया था। इसके बाद कनाडा से मोगा के चर्चित कारोबारी सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या करवाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली गई थी। जांच में पता चला कि हत्या अर्श ने करवाई थी, लेकिन जिम्मेदारी लम्मा के अकाउंट से ली गई। डल्ला का पिता मोगा में लोगों को धमकाकर मांगता था फिरौती
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी अर्श डल्ला जब विदेश भागा और पूरे देश में उसका नाम टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में आने लगा तो उसके पिता चरणजीत सिंह गिल ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया। चरणजीत सिंह ने मोगा और आसपास के रसूखदारों से उगाही करनी शुरू कर दी। इस बारे में जब पंजाब पुलिस को पता चला तो चरणजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा गया और वह इस वक्त पंजाब की संगरूर जेल में बंद है। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, पूरे देश में डल्ला पर करीब 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हैं, जिसकी गिनती 50 है। केंद्र सरकार ने 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया। गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ऑपरेटिव अर्श डल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में रह रहे अर्श डल्ला के तार KTF से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप NIA द्वारा रजिस्टर्ड और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी पाया जा चुका है। इसके बाद केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था।

यूपी उपचुनाव में CM योगी और अखिलेश की सीधी लड़ाई? पढ़ें हर सीट का जातीय समीकरण

यूपी उपचुनाव में CM योगी और अखिलेश की सीधी लड़ाई? पढ़ें हर सीट का जातीय समीकरण <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Bypoll Election 2024:</strong> उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. यूपी में होने वाले उपचुनाव को 2027 के विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इन उपचुनाव के नतीजों से सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन सारा खेल राजनीतिक धारणा का है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सीटें बेहद कम हो गई थीं, जिसकी वजह से बीजेपी अकेले बहुमत का आंकड़ा छूने में नाकाम रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2024 के चुनाव नतीजों के बाद यूपी में यह पहला चुनाव हो रहा है, जिसे यूपी में सत्ताधारी दल बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है. दोनों ही दल उपचुनाव में ज़्यादा से ज़्यादा सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से कमान खुद <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने संभाली है तो सपा की ओर अखिलेश चुनावी कैंपेन में जुटे हैं. दोनों ही नेता यह बात अच्छी तरह से समझते हैं कि उपचुनाव के नतीजे उनके सियासी भविष्य को तय करने वाले होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी में जिन 9 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से 5 सीटों पर बीजेपी और उनके सहयोगी दलों ने 2022 के आम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. जबकि 4 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि मीरापुर सीट रालोद ने सपा के साथ गठबंधन में जीती थी, लेकिन अब रालोद ने बीजेपी से गठबंधन कर लिया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस सीट पर था किसका कब्जा?</strong><br />साल 2022 में एनडीए ने जिन प्रदेश की मझवां, फूलपुर, खैर, गाजियाबाद और मीरापुर विधानसभा सीट पर जीत का परचम लहराया था. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने कटेहरी, सीसामऊ, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. इन सभी 9 सीटों पर इस बार भी बीजेपी और सपा आमने-सामने हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभी 9 सीटों के जातीय और राजनीतिक समीकरण</strong><br /><strong>कटेहरी विधानसभा</strong><br />अयोध्या से सटे ज़िले अंबेडकरनगर की एक विधानसभा सीट है. लंबे समय से बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है. 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा इस सीट से विधायक बने लेकिन 2024 में अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से सांसद बन जाने के बाद लालजी वर्मा ने कटेहरी सीट से इस्तीफ़ा दे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से यहां पर उपचुनाव हो रहा है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने धर्मराज निषाद और सपा ने लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया है. बीएसपी ने अमित वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच माना जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कटेहरी में 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 93 हजार 524 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी को 85,828 वोट मिले थे और बीएसपी को 58 हजार 482 वोट प्राप्त हुए थे. सपा ने 8 हजार 266 वोटों से कटेहरी सीट जीती थी. इस बार उपचुनाव में बीएसपी के वोट बैंक पर दोनों ही दलों की नज़र है, जिसे बीएसपी का वोट ट्रांसफर होगा, वही कटेहरी में जीत दर्ज करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कटेहरी में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. SC- 87,000<br />2. मुस्लिम- 50,000<br />3. ब्राह्मण- 45,000<br />4. यादव- 29,000<br />5. कुर्मी- 42,000<br />6. निषाद- 21,000<br />7. ठाकुर- 18,000<br />8. प्रजापति- 11,000<br />9. राजभर- 18,000<br />10. पाल- 5,500<br />11. नाई- 5,000<br />12. विश्वकर्मा- 5,000<br />13. मौर्य- 6,500<br />14. बनिया- 13,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><strong>मझवां विधानसभा &nbsp;</strong><br />मिर्जापुर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी की तरफ से डॉ विनोद बिंद चुनाव जीते. 2024 के लोकसभा चुनाव में डॉ विनोद बिंद बीजेपी के टिकट पर भदोही से लोकसभा सांसद बन गए और मझवां विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी को 1 लाख 3 हजार 235 वोट मिले और सपा को 69 हजार 648 वोट जबकि बीएसपी को 52 हजार 990 वोट मिले थे. बीजेपी गठबंधन ने इस सीट पर 33 हजार 587 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार उपचुनाव में सीधा मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच है, लेकिन बीएसपी इस सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है जबकि सपा ने पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया है. सपा और बीजेपी दोनों ने ही ओबीसी उम्मीदवारों पर दांव लगाया है, जबकि बीएसपी ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर दीपक तिवारी को टिकट दिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में मिर्ज़ापुर लोकसभा सीट पर बीजेपी गठबंधन से अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मझवां का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बिंद- 70,000<br />2. ब्राह्मण- 65,000<br />3. कुशवाहा या मौर्य- 35,000<br />4. कुर्मी- 25,000<br />5. मुस्लिम- 22,000<br />6. पाल- 22,000<br />7. यादव- 30,000<br />8. SC- 65,000<br />9. भूमिहार- 22,000<br />10. ठाकुर- 10,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर विधानसभा&nbsp;</strong><br />प्रयागराज जिले और फूलपुर लोकसभा की एक विधानसभा सीट है. फूलपुर एक जमाने में पंडित नेहरू की राजनीतिक कर्मभूमि रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में फूलपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने चुनाव जीता था. बीजेपी की तरफ से प्रवीण पटेल विधायक बने थे लेकिन 2024 के <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में प्रवीण पटेल सांसद बन गए और फूलपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को 1 लाख 3 हजार 557 वोट मिले थे और समाजवादी पार्टी को 1 लाख 825 वोट प्राप्त हुए थे. बीजेपी ने 2 हजार 732 वोटों के मामूली अंतर से चुनाव जीता था. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 33 हजार 36 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के बेटे दीपक पटेल को टिकट दिया है और सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी को चुनावी मैदान में उतारा है. मुज्तबा 2022 का विधानसभा चुनाव भी इसी सीट से लड़ चुके हैं. बीएसपी ने इस बार जितेन्द्र कुमार सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर बीजेपी और सपा के बीच बहुत ही कांटे की टक्कर बताई जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फूलपुर जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. पटेल- 60,000<br />2. यादव- 70,000<br />3. मुस्लिम- 50,000<br />4. ब्राह्मण- 50,000<br />5. पासी- 35,000<br />6. निषाद- 22,000<br />7. वैश्य- 16,000<br />8. ठाकुर- 15,000<br />9. एससी- 75,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ विधानसभा</strong><br />कानपुर जिले की एक विधानसभा सीट है. कई बार से लगातार समाजवादी पार्टी जीत हासिल कर रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के इरफान सोलंकी विधायक बने थे लेकिन कोर्ट से एक मामले में सजा होने के बाद इरफान सोलंकी को इस्तीफा देना पड़ा. इसी वजह से यहां पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल 2022 के विधानसभाव चुनाव में सपा को 79,163 वोट मिले थे जबकि बीजेपी को 66,897 वोट हासिल हुए थे. सपा ने इस सीट पर 12,266 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को मात्र 2,937 और कांग्रेस को 5,616 वोट मिले थे. इस सीट पर भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस बार बीजेपी ने सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी को टिकट दिया है तो सपा ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने वीरेन्द्र कुमार शुक्ला को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसामऊ में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 1,11,000<br />2. ब्राह्मण- 70,000<br />3. SC- 60,000<br />4. कायस्थ- 26,000<br />5. सिंधी और पंजाबी- 6,000<br />6. ठाकुर- 6,000<br />7. अति पिछड़ा- 13,000<br />8. यादव- 4,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी विधानसभा&nbsp;</strong><br />मुरादाबाद जिले और संभल लोकसभा सीट की एक विधानसभा सीट है. यह एक मुस्लिम बाहुल्य सीट है.2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के जियाउर्रहमान बर्क ने जीत हासिल की थी, लेकिन 2024 में संभल लोकसभा सीट से सांसद बनने के बाद जियाउर्रहमान बर्क ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वजह से कुंदरकी में विधानसभा उपचुनाव प्रस्तावित है. 2022 विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 25 हजार 792 वोट मिले और बीजेपी ने 82 हजार 630 वोट हासिल किया था. सपा ने इस सीट पर 43 हजार 162 वोटों से जीत दर्ज की थी. 2022 के चुनाव में बीएसपी को 42 हजार 742 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस चुनाव में भी मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है. इस उपचुनाव में बीजेपी ने रामवीर सिंह को टिकट दिया है तो सपा ने हाजी रिजवान को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने रफतउल्ला उर्फ नेता छिद्दा को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कुंदरकी का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. मुस्लिम- 2,20,000<br />2. SC- 30,000<br />3. यादव- 10,000<br />4. ठाकुर- 20,000<br />5. सैनी- 25,000<br />6. लोधी- 15,000<br />7. ब्राह्मण- 5,000<br />8. जाट- 4,000<br />9. अति पिछड़ा- 40,000</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद शहर विधानसभा</strong><br />गाजियाबाद जिले की एक विधानसभा सीट है. यह एक शहरी सीट है और बीजेपी का गढ़ माना जाता है. बीजेपी का अभेद्य किला है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लंबे अंतर से इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. बीजेपी के अतुल गर्ग विधायक बने थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2024 में अतुल गर्ग गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए, जिसकी वजह से गाजियाबाद में विधानसभा का उपचुनाव हो रहा है. 2022 के चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 50 हजार 205 वोट मिले थे और सपा ने मात्र 44 हजार 668 वोट हासिल हुए थे. बीएसपी को 32 हजार 691 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी ने बहुत बड़े अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी ने संजीव शर्मा को टिकट दिया है, तो सपा ने राज जाटव पर भरोसा जताया है. सपा ने सामान्य सीट पर एससी समाज के नेता को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने परमानंद गर्ग को टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाजियाबाद का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>1. बनिया- 80,000<br />2. SC- 85,000<br />3. मुस्लिम- 60,000<br />4. पंजाबी- 30,000<br />5. ठाकुर- 8,000<br />6. त्यागी- 15,000<br />7. जाट- 18,000<br />8. यादव- 10,000<br />9. अति पिछड़ा- 50,000<br />10. प्रवासी वोट- 60,000 (अलग अलग राज्यों के लोग बड़ी संख्या में मतदाता है)</p>
<p><strong>खैर विधानसभा&nbsp;</strong><br />अलीगढ़ जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 में बीजेपी ने इस सीट पर बहुत बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. बीजेपी विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि जब 2024 में हाथरस लोकसभा सीट से सांसद बने तो यह खैर विधानसभा सीट रिक्त हो गई.</p>
<p>साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 1 लाख 39 हजार 643 वोट मिले और सपा को 41 हजार 644 वोट ही मिल पाए थे. जबकि बीएसपी को 65 हजार 302 वोट प्राप्त हुए थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी खैर विधानसभा सीट पर लगभग 14 सौ वोटों से पीछे हो गई थी.&nbsp;</p>
<p>खैर उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के बेटे सुरेन्द्र दिलेर को टिकट दिया है और सपा ने चारू कैंन को टिकट दिया है. बीएसपी ने यहां पर डॉ पहल सिंह को टिकट दिया है. खैर सीट एससी वर्ग के लिए सुरक्षित सीट है, इसीलिए सभी दलों ने एससी समाज के नेता को ही टिकट दिया है.&nbsp;</p>
<p>खास बात यह है कि सपा की चारू कैंन हैं तो एससी समाज से लेकिन इनकी शादी जिले के एक जाट परिवार में हुई है. इस समीकरण से पहली बार खैर में मुकाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन इस सीट पर हार जीत जाट मतदाताओं के रूख पर निर्भर होगा.</p>
<p><strong>खैर का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. जाट- 1,15,000<br />2. ब्राह्मण- 75,000<br />3. SC- 82,000<br />4. बघेल- 10,000<br />5. ठाकुर- 14,000<br />6. वैश्य- 15,000<br />7. यादव- 1,000<br />8. बंजारा- 5,000<br />9. कोली- 5,000<br />10. अन्य पिछड़ी जातियां- 55,000</p>
<p><strong>करहल विधानसभा सीट</strong><br />मैनपुरी जिले की एक विधानसभा सीट है. समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. लंबे समय से इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.&nbsp;</p>
<p>अखिलेश यादव ने यहां 67 हजार 504 वोटों के एक बड़े अंतर से चुनाव जीते. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा को 1 लाख 48 हजार 196 वोट, बीजेपी को 80 हजार 692 वोट और बीएसपी को 15 हजार 701 वोट मिले थे.&nbsp;</p>
<p>इस बार सपा ने अखिलेश यादव के भतीजे पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव को टिकट दिया है, तो बीजेपी ने मुलायम सिंह के दूर के रिश्तेदार अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. बीएसपी ने अवनीश शाक्य को टिकट दिया है.</p>
<p><strong>करहल का जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. यादव- 1,25,000<br />2. शाक्य- 35,000<br />3. बघेल- 30,000<br />4. ठाकुर- 30,000<br />5. SC- 22,000<br />6. ब्राह्मण- 16,000<br />7. लोधी- 15,000<br />8. वैश्य- 15,000</p>
<p><strong>मीरापुर विधानसभा चुनाव&nbsp;</strong><br />मुज़फ्फरनगर जिले की एक विधानसभा सीट है. 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा- आरएलडी गठबंधन के तहत आरएलडी प्रत्याशी चंदन चौहान जीतकर विधायक बने. 2024 के चुनाव में बीजेपी और आरएलडी का गठबंधन हुआ. 2024 में चंदन चौहान ने आरएलडी के टिकट पर बिजनौर लोकसभा सीट से सांसद बने, जिस वजह से मीरापुर सीट खाली हो गई.&nbsp;</p>
<p>इस बार उपचुनाव में बीजेपी ने यह सीट आरएलडी के कोटे में दी है. आरएलडी ने मिथलेश पाल को प्रत्याशी बनाया है तो सपा ने पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू सुम्बुल राणा को टिकट दिया है. बीएसपी ने शाहनजर और आजाद समाज पार्टी ने जाहिद हुसैन को टिकट दिया है. मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी में ही माना जा रहा है.</p>
<p><strong>मीरापुर में जातीय समीकरण (अनुमानित)</strong></p>
<p>1. मुस्लिम- 1,35,000<br />2. SC- 50,000<br />3. जाट- 38,000<br />4. सैनी- 20,000<br />5. पाल- 20,000<br />6. गुर्जर- 15,000<br />7. चौहान- 7,000<br />8. अति पिछड़ा- 30,000</p>
<p>कुल मिलाकर देखा जाए तो यह उपचुनाव सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल सपा की साख का सवाल बन गया है. उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. इससे पहले मतदान के लिए 13 नवंबर प्रस्तावित था, लेकिन त्योहारों के मद्देनजर चुनाव की तारीख आगे बढ़ा दी गई है. 23 नवंबर को चुनावी नतीजों का ऐलान किया जाएगा.</p>
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LDA में मंडलायुक्त के लिए दो घंटे रिजर्व रही लिफ्ट:सीढ़ी से 10वीं मंजिल पर पहुंचे फरियादी, जनता दर्शन में बोले-कब्जे वाली जमीन कर दी अलॉट

LDA में मंडलायुक्त के लिए दो घंटे रिजर्व रही लिफ्ट:सीढ़ी से 10वीं मंजिल पर पहुंचे फरियादी, जनता दर्शन में बोले-कब्जे वाली जमीन कर दी अलॉट एलडीए में गुरुवार को जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को परेशान होना पड़ा। फरियादी अपनी फरियादी सुनने जिस अधिकारी से पहुंचे वही उनके लिए दिक्कत बन गया। दरअसल, कार्यक्रम में मंडलायुक्त रोशन जैकब को लोगों की शिकायतों का निपटारा करना था। ऑफिस पहुंचने से पहले ही एलडीए मुख्यालय की नई बिल्डिंग में करीब दो घंटे तक लिफ्ट नंबर 4 को मंडलायुक्त रोशन जैकब के लिए रिजर्व कर दिया गया। करीब तीन बजकर 45 मिनट पर रोशन जैकब एलडीए की नई बिल्डिंग मुख्यालय पहुंची। उनके पहुंचने से 40 मिनट पहले से ही लोगों को लिफ्ट से आवाजाही करने के लिए रोक दिया गया। इसके कारण लोगों को 10वीं मंजिल पर आवाजाही करने में काफी परेशानी हुई। लिफ्ट नंबर दो अन्य अधिकारियों के लिए रिजर्व रही, जबकि अन्य दो लिफ्ट और सीढ़ियों से शिकायतकर्ता पहुंचते रहे। ऑक्शन में मिला प्लाट उस पर अवैध कब्जा सुनील ने मंडलायुक्त को बताया, विभूतिखंड में एलडीए के ऑक्शन में प्लाट मिला था, लेकिन उसपर अभी अवैध तरीके से कब्जा बरकरार है। मामले में LDA से शिकायत करने कई बार पहुंचे लेकिन अधिकारियों ने समस्या का समाधान नहीं कराया। इसपर वहीं मौजूद एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा कि यह मामला कोर्ट में चल रहा है, जबकि शिकायतकर्ता ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद शिकायत कर्ता से अन्य अधिकारी भी मिले। उन्होंने कहा कि जमीन पर मुकदमा नहीं है। इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, हरदोई रोड वसंत कुंज योजना में जमीन खरीदा है। उसमें गड्ढा ही गड्ढा है। तीन डेट दी है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। प्लॉट अलॉट होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है। कॉलोनी से कब्रिस्तान का गेट हटाने की मांग जानकीपुरम विस्तार संयुक्त कल्याण महासमिति ने कॉलोनी से कब्रिस्तान का गेट हटाने की मांग की। संस्था के महासचिव विनय कुमार पांडेय ने बताया कि सेक्टर 2 स्थित कॉलोनी के ठीक बगल में कब्रिस्तान है। इसके कारण लोग कॉलोनी से होकर शव को लेकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस गेट को कॉलोनी से हटाकर सब्जी मंडी परिसर की तरफ शिफ्ट किया जाए। क्योंकि यहां पर शव की आवाजाही होती रहती है। ऐसे में लोगों के लिए परेशानी होती है। संस्था के पदाधिकारी अंशुल मिश्रा का कहना है कि पिछले काफी लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी, लेकिन अधिकारियों ने समस्या का संज्ञान नहीं लिया है। इसके कारण लोग परेशान हैं। 125 दुकानदारों को नहीं आवंटित हुआ चबूतरा आदर्श सब्जी मंडी समिति के शिव कुमार निगम ने बताया कि मंडलायुक्त से मांग की गई कि जिन 125 दुकानदारों के चबूतरे को हटाया गया है। उन्हें दोबारा से दुकान का आवंटन किया जाए। पिछले दो साल से हम चक्कर लगाने को मजबूर हैं। वसी सिद्धीकी चबूतरा आवंटन नहीं होने पर शिकायत करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि साल 2014 में पूरा पैसा जमा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक आवंटन नहीं है।

मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले से हड़कंप, अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ खेल

मेरठ में करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले से हड़कंप, अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ खेल <p style=”text-align: justify;”><strong>Meerut Stamp Scam:</strong> उत्तर प्रदेश के मेरठ में करोड़ों रुपए के स्टांप घोटाले के मामला सामने आया है. घोटाले में अब तक 997 मुकदमे दर्ज किए जा चुके है. जिनको रजिस्ट्री विभाग द्वारा नोटिस भेजा जा चुका है. इन सभी मामलों में लोगों ने स्टांप अधिवक्ता विशाल वर्मा से लिए है जो इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है लेकिन विशाल और रजिस्ट्री विभाग के साजिशकर्ता अफसरों को बचाने की कोशिश की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में जहां रजिस्ट्री विभाग स्टांप लेने वाले लोगों पर कार्रवाई कर रिकवरी करने में जुटा है तो वहीं इन लोगों का कहना है कि वो तो खुद धोखे का शिकार हुए हैं. हमने एक अधिवक्ता पर विश्वास करके स्टांप खरीदें और उसे रजिस्ट्री विभाग के अफसर ने उस समय मंजूर भी कर लिया. लेकिन, अब जांच हुई तो सभी स्टांप गलत पाए गए. इस मामले में ना तो अधिवक्ता विशाल वर्मा पर कार्रवाई हो रही है और न ही विभाग अपने अधिकारियों की जांच कर रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेरठ में करोड़ों का स्टांप घोटाला</strong><br />इस मामले में पीड़ितों ने आरोपी अधिवक्ता विशाल वर्मा पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया है, एक शिकायतकर्ता खेल उत्पादों की कारोबारी ओम कुमारी ने बताया कि उन्होंने बीते कुछ सालों में अपनी प्रॉपर्टी बेचने और खरीदने के दस्तावेज रजिस्टर्ड कराएं थे. पड़ोस में रहने वाले वकील विशाल वर्मा को उन्होंने एकमुश्त लाखों रुपया दिया. इसके बाद रजिस्ट्रियां हो गई. मई-2024 में उनके पास रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट से स्टांप चोरी का एक नोटिस आया. पता किया तो मालूम चला कि उनकी एक रजिस्ट्री में एक लाख का स्टांप फर्जी लगा हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि वकील विशाल वर्मा बीते एक दशक में हजारों रजिस्ट्री में फर्जी स्टांप का इस्तेमाल करके अकूत संपत्ति कमाई है. बीते साल रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में दो संदिग्ध स्टांप मिले थे. जांच हुई तो वो फर्जी पाए गए. इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया और बीते 3 साल की रजिस्ट्री में लगे स्टांप का वेरिफिकेशन हुआ. पता चला कि इस तरह की 997 रजिस्ट्रियां की गई है जो सभी विशाल वर्मा ने कराई हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी ने सभी स्टांप खरीदारों के नाम से खरीदे थे इसलिए रजिस्ट्रेशन विभाग ने 997 खरीदारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज कराए हैं. इतने ही मुकदमे एआईजी स्टांप के कोर्ट में स्टांप चोरी के दायर किए गए हैं. AIG के यहां दर्ज मामलों में अब धीरे-धीरे स्टांप की रिकवरी की जा रही है. जिसका भुगतान खरीददारों को ही उठाना पड़ रहा है. मुकदमे दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.</p>