आंदोलन पर डटे किसानों को बजट से आस:किसानी के लिए रिजर्व बजट की मांग; 13 फरवरी को एक साल होगा पूरा

आंदोलन पर डटे किसानों को बजट से आस:किसानी के लिए रिजर्व बजट की मांग; 13 फरवरी को एक साल होगा पूरा दातासिंह वाला-खनौरी किसान मोर्चे पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 67वें दिन भी जारी रहा। वहीं, शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के नेतृत्व में किसान डटे हुए हैं। किसानों ने उम्मीद जताई है कि शुक्रवार से शुरू हुए बजट सत्र में केंद्र सरकार किसानों और कृषि के लिए विशेष बजट आवंटित करेगी। केंद्र सरकार ने 14 फरवरी को बातचीत का निमंत्रण दिया है, जबकि 13 फरवरी को किसान आंदोलन का एक वर्ष पूरा होने पर बड़ा इकट्‌ठ करने जा रहे हैं। सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान आंदोलन-2 को एक साल पूरा हो जाएगा। इसके देखते हुए बड़ी गिनती में किसान शंभू बॉर्डर पर इकट‌्ठा होंगे। लेकिन इससे पहले केंद्र को चाहिए कि बजट किसानों पर केंद्रित रहे। सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार को लगता है, उनकी पॉलिसी ठीक है। अगर ऐसा है तो रुपया लगातार क्यों गिर रहा है और अपने न्यूनतम वेल्यू पर क्यो हैं। मानें वादों को बजट में करें पेश किसान और मजदूर अपनी जायज मांगों को लेकर शंभू, खनौरी और रत्नपुरा बॉर्डर पर आंदोलनरत हैं। किसानों ने मांग रखी है कि केंद्र सरकार ने जिन मांगों को लागू करने का लिखित वादा किया था और जिसे मोदी सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी शामिल किया था, को बजट में जोड़ा जाए। एमएसपी खरीद गारंटी कानून लागू करे केंद्र किसान नेताओं ने बताया कि एमएसपी खरीद गारंटी कानून, डॉ. स्वामीनाथन आयोग के C²+50 के फार्मूले के अनुसार फसलों के दाम, किसानों-मजदूरों की संपूर्ण कर्ज मुक्ति जैसी मांगों को लागू करवाने के लिए यह आंदोलन चल रहा है। इसलिए, केंद्र सरकार को चालू बजट सत्र में कृषि क्षेत्र की इन मांगों के लिए बजट में कोटा आरक्षित रखना चाहिए। यदि सरकार इस बजट में किसानों और मजदूरों के कल्याण के लिए कोटा निर्धारित नहीं करती है, तो यह बजट भी किसानों के लिए केवल खानापूर्ति ही साबित होगा। मृतक किसान के लिए मुआवजे की मांग सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि एक और किसान, प्रगट सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह, गांव कक्कड़ तहसील लोपोके, जिला अमृतसर, शंभू मोर्चे पर अपनी जायज मांगों के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए। किसान संगठन मांग करते हैं कि परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाए। डल्लेवाल की शरीर अभी भी कमजोर साथ ही 11 फरवरी से 13 फरवरी तक होने वाली तीन किसान महापंचायतों को सफल बनाने के लिए किसान नेता पूरी रणनीति में जुटे हुए हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज (शनिवार) 67वें दिन में प्रवेश कर गया है। हालांकि भूख हड़ताल के कारण डल्लेवाल का शरीर कमजोर हो गया है। इसके कारण उन्हें बुखार आ गया है, वह जरा सी भी हरकत बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। तीन प्वाइंटों से समझे किसानों की अगली स्ट्रेटजी 1. 14 फरवरी को केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में किसानों के साथ बैठक करने का फैसला किया है। इससे पहले किसान बॉर्डर पर बड़ी संख्या में जुटकर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि आंदोलन को भले ही एक साल हो गया है। लेकिन उनके हौसले अभी भी बुलंद हैं। साथ ही वे लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। 2. दूसरी बात यह कि किसान बिल्कुल भी आक्रामकता नहीं दिखा रहे हैं। वे बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से मोर्चे पर डटे हुए हैं। वहीं, जिस तरह से डल्लेवाल का अनशन चल रहा है। उसने सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है। डल्लेवाल ने खुद लोगों को संदेश भेजकर इस आंदोलन में शामिल होने को कहा है। 3. किसानों का फोकस इस आंदोलन को पंजाब से बाहर ले जाने पर है। ऐसे में अब हरियाणा और राजस्थान पर फोकस बढ़ा दिया गया है। इसी प्लानिंग के तहत पहले हरियाणा से किसानों के जत्थे लगातार खनौरी पहुंच रहे थे। वहीं, अब महापंचायत और ट्रैक्टर मार्च इसका हिस्सा हैं। क्योंकि जैसे ही दूसरे राज्यों के किसान इसमें शामिल हो जाएंगे, उसके बाद सरकार पर भी दबाव बनेगा।

कैम्प में छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया

कैम्प में छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया लुधियाना|डीएवी पब्लिक स्कूल, पखोवाल रोड में ईएनटी (कान, नाक और गला) चेकअप कैंप का आयोजन किया गया। यह पहल मेडिकल कोऑर्डिनेटर जे. सीमा शर्मा और स्कूल मेडिकल टीम की देखरेख में की गई। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. करन अग्रवाल के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया, जिससे ईएनटी से जुड़ी समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सके और उनका सही इलाज किया जा सके। इस अवसर पर प्रिंसिपल डॉ. सतवंत कौर भुल्लर ने कहा कि किसी भी ईएनटी समस्या का समय पर इलाज न होने से बच्चों की एकाग्रता और सीखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों को छात्रों की समग्र भलाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। डॉ. भुल्लर ने डॉ. करन अग्रवाल और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कैंप में अपनी सेवाएं दीं और छात्रों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श प्रदान किया।

रवींद्र पुरी बोले- महाकुंभ को दुष्टों की नजर लग गई:शंकराचार्य निश्चलानंद ने कहा– व्यवस्था में विफलता तो थी; भगदड़ पर बड़े साधु-संतों ने क्या कहा…

रवींद्र पुरी बोले- महाकुंभ को दुष्टों की नजर लग गई:शंकराचार्य निश्चलानंद ने कहा– व्यवस्था में विफलता तो थी; भगदड़ पर बड़े साधु-संतों ने क्या कहा… प्रयागराज महाकुंभ में मौनी स्नान से ठीक पहले मची भगदड़ में मौतों से शंकराचार्य, अखाड़े के साधु-संत दुखी हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे बात की। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि महाकुंभ को दुष्टों की नजर लग गई। श्री गोवर्धनपीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि व्यवस्था में विफलता तो थी। केवल घोषणा के बल पर आदमी नियंत्रित हो जाएगा, ऐसा सोचा गया। वीडियो में देखिए बड़े संत-महात्माओं ने भगदड़ को लेकर क्या कहा…

49, 61 या 100, भगदड़ में मौतों का आंकड़ा क्या:महाकुंभ में एक नहीं 3 जगह भगदड़ हुई, GT रोड पर भी 5 मरे

49, 61 या 100, भगदड़ में मौतों का आंकड़ा क्या:महाकुंभ में एक नहीं 3 जगह भगदड़ हुई, GT रोड पर भी 5 मरे महाकुंभ में 28 जनवरी की देर रात करीब 1:30 बजे संगम नोज इलाके में भगदड़ हुई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई है और 60 लोग घायल हैं। भगदड़ सिर्फ एक जगह हुई और मरने वालों की संख्या सिर्फ 30 है, ये दोनों ही बातें सवालों के घेरे में है। दैनिक भास्कर ने इसकी छानबीन की। प्रशासन के दावों और आंकड़ों में कई लूप-होल्स नजर आते हैं। 29 जनवरी को कहा गया कि 30 मौतें हुई हैं, 25 की पहचान हो गई है। 30 जनवरी को भास्कर रिपोर्टर को मोतीलाल नेहरू कॉलेज में 24 लावारिस शव रखे मिले। अगर इनमें से बीते दिन 5 घटा भी दें तो नई 19 लाशें सामने थीं। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 49 हो जाती है। छानबीन में दैनिक भास्कर टीम ने 2 सवालों के जवाब तलाशे। पढ़िए, इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट… सवाल नंबर-1आखिर मरने वालों की असली संख्या क्या है? जवाब की तलाश में 3 बातें पता चली हैं- 1. 30 नहीं, 49 मौतें हुई हैं दैनिक भास्कर रिपोर्टर फरहत खान 30 जनवरी को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां गुरुवार दोपहर 24 लावारिस शवों की फोटो लगाई गईं। एक दिन पहले प्रशासन ने दावा किया था कि 30 लोगों की मौत हुई है और उनमें से 25 की पहचान कर ली गई है। सामने 24 लावारिस शवों की तस्वीरें थीं। अगर कल के 5 भी इनमें मिला लें तो भी यहां 19 नई लाशें आई हैं। अगर इन्हें 30 में जोड़ दें तो मरने वालों की संख्या 49 हो जाती है। फरहत ने कुछ अफसरों और कर्मचारियों से बात की और लावारिस लाशों की लिस्ट चेक करने की कोशिश की। एसडीएम आशुतोष मिश्रा से बातचीत में सामने आया कि 29 जनवरी को यहां 40 से 50 शव रखे थे। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में बैठे एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि 20 शव अब भी रखे हुए हैं। हालांकि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकी। 2. देश के अलग-अलग राज्यों में कुंभ से अब तक 41 शव लौटे
भले ही प्रशासन मरने वालों का आंकड़ा 30 ही बता रहा हो लेकिन अब तक 41 शव देश के अलग-अलग इलाकों में पहुंच चुके हैं। अकेले यूपी के आठ जिलों में 16 शव पहुंचे हैं। इसमें गोरखपुर-बलिया में 4-4 , जौनपुर में 3, लखनऊ, मऊ, गोंडा, सिद्धार्थनगर और प्रयागराज में 1-1 शव लाए गए हैं। यूपी को छोड़, बाकी राज्यों में अब तक 25 शव जा चुके हैं। इनमें बिहार में 8, कर्नाटक 4, हरियाणा-राजस्थान में 3-3, झारखंड और पश्चिम बंगला में 2-2, असम, गुजरात और उत्तराखंड में 1-1 शव परिजनों के पास आए हैं। दैनिक भास्कर ने मृतकों के अलग-अलग आंकड़ों पर अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी से बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें मरने वालों की कुल संख्या की जानकारी नहीं है और इस बारे में मेलाधिकारी से बात करने को कहा। 3. कफन पर लिखे नंबर-61 का मतलब
भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई है उन्हें बॉडी बैग में रखकर परिजनों को सौंपा जा रहा है या फिर उनके घर भेजा जा रहा है। छानबीन में दैनिक भास्कर को बैग नंबर 17, 39 और 61 तक के फोटो-वीडियो मिले हैं। सवाल है कि बॉडी बैग पर लिखे इन नंबर्स का मतलब क्या है। हालांकि, न तो प्रशासन और न ही अस्पताल में कोई भी इस नंबर का मतलब बताने को तैयार है। एक डॉक्टर ने ऑफ कैमरा बताया कि ये शवों की नंबरिंग ही है। बॉडी बैग पर नंबर इसलिए लिखा जाता है, ताकि लाशों कि पहचान की जा सके। सवाल नंबर-2: महाकुंभ में भगदड़ की कितनी घटनाएं हुई हैं? महाकुंभ में एक नहीं बल्कि तीन जगह भगदड़ हुई, हर जगह मौतें हुईं छानबीन में सामने आया है कि 28-29 जनवरी की रात संगम नोज इलाके के अलावा ओल्ड जीटी रोड और झूंसी साइड के ऐरावत द्वार के पास भी भगदड़ मची थी। ओल्ड जीटी रोड पर 5 मौत और ऐरावत द्वार पर 24 मौत होने की बात सामने आ रही है। प्रशासन ने सिर्फ संगम तट पर मची भगदड़ में 30 की मौत और 60 के घायल होने की बात स्वीकार की है। इन तीनों जगहों पर मौतों की संख्या जोड़ दी जाए तो यह संख्या 59 होती है। ओल्ड जीटी रोड पर गाड़ी ने 5 को कुचला, फिर भगदड़ हुई
29 जनवरी सुबह 8 से 9 बजे के बीच ओल्ड जीटी रोड की तरफ से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला क्षेत्र में आ रहे थे। इसी बीच मुक्ति मार्ग पर एक महामंडलेश्वर की गाड़ी वहां से गुजर रही थी। इस दौरान दो-तीन महिलाएं वहां गिर पड़ी। गाड़ी महिलाओं को रौंदते हुए निकल गई। इसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति हो गई। इसमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल थी। CO रुद्र प्रताप ने बताया- गाड़ी बैक करने के दौरान 5 लोग घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मरने वालों की शिनाख्त कराई जा रही है। झूंसी की भगदड़ में 24 मौतें होने का दावा
संगम नोज से दो किलोमीटर दूर झूंसी में ऐरावत द्वार के पास भी भगदड़ हुई थी। ये भगदड़ सुबह 6 बजे के आसपास हुई। लोगों से बातचीत के आधार पर दावा किया जा रहा है कि यहां 24 मौतें हुई थीं। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर सचिन गुप्ता और विकास श्रीवास्तव ने यहां पड़ताल की। लापता व्यक्ति के बारे में पूछने के लिए रिपोर्टर सेक्टर-20 के पुलिस बूथ पर गए। वहां उन्होंने चार पुलिसकर्मियों से बात की और उन्हें लापता शख्स की तस्वीर दिखाई। पुलिसकर्मियों ने उन्हें सेक्टर-20 के खोया-पाया केंद्र पर जाने की सलाह दी। रिपोर्टर खोया-पाया केंद्र गए, लेकिन वहां लापता व्यक्ति का कोई डेटा नहीं मिला। फिर वे पास की पुलिस चौकी गए, जहां उन्होंने डेटा खंगाला। पता चला कि लापता व्यक्ति का मोबाइल पुलिसकर्मियों को ऐरावत द्वार घाट के पास पड़ा मिला था। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि भगदड़ में बहुत सारे बैग छूट गए थे और उन्होंने एक-एक बैग की तलाशी ली। एंबुलेंस ड्राइवर्स की माने तो मरने वाले 100 से ज्यादा
सेक्टर-20 सब सेंट्रल हॉस्पिटल में रिपोर्टर ने यहां तीन एंबुलेंस ड्राइवरों से बात की। एक ड्राइवर ने दावा किया कि 29 जनवरी की तड़के हॉस्पिटल में पैर रखने की जगह नहीं थी। वे लाशों को कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और पटना तक छोड़कर आए हैं। दूसरे ड्राइवर का दावा है कि भगदड़ के समय उनकी एंबुलेंस पर लोग जान बचाने के लिए चढ़ गए थे। उन्होंने कुछ बच्चों को बचाकर एंबुलेंस में बैठा लिया था। तीसरे ड्राइवर ने दावा किया है- सेक्टर-20 के हॉस्पिटल में करीब 25-30 लाशें आई थीं। एक डॉक्टर ने सभी लाशों के फोटो भी खींचे थे। हॉस्पिटल के एक कर्मचारी ने बताया कि उस दिन लगातार लाशें आ रही थीं, और सभी लाशों को बाद में एसआरएन सहित दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया। ऐरावत द्वार पर एक चाय दुकानदार ने बताया कि भगदड़ के बाद उनकी दुकान के बाहर ही 5 लाशें पड़ी थीं, जिनमें चार महिलाएं और एक पुरुष था। भीड़ ने उनकी पूरी दुकान लूट ली और 20 पेटी पानी की बोतलें उठा ले गए। उन्होंने बताया कि चौराहे पर 5 लाशें पड़ी थीं और लोगों के कपड़े, बिस्तर छूट गए थे। सेक्टर–2 स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में महाकुंभ में मरने वालों की संख्या को लेकर रिपोर्टर सचिन गुप्ता ने एबुलेंस ड्राइवरों से बात की। एक एंबुलेंस ड्राइवर ने दावा किया है कि सेंट्रल हॉस्पिटल में करीब 90 से 100 लाशें आई थीं। सभी को बड़े अस्पतालों की मोर्चरी में भेज दिया गया। (इसका ऑडियो दैनिक भास्कर के पास है) एंबुलेंस के ड्राइवरों ने यूपी के आजमगढ़ से लेकर कर्नाटक तक लाश छोड़कर आए हैं। महाकुंभ प्रशासन ने मौतों को लेकर क्या कहा
संगम तट पर मची भगदड़ के 17 घंटे बाद बुधवार शाम साढ़े छह बजे महाकुंभ नगर के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण और मेलाधिकारी विजय किरण आनंद मीडिया सेंटर के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में पहुंचे। वैभव कृष्ण ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मुख्य स्नान था। ब्रह्म मुहूर्त से पहले, देर रात एक से दो बजे के बीच, मेला क्षेत्र के अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ के दबाव के कारण दूसरी ओर के बैरिकेड्स टूट गए। बैरिकेड्स तोड़कर दूसरी ओर पहुंचे लोगों ने ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद मेला प्रशासन ने तुरंत एक मार्ग बनाकर एंबुलेंस की मदद से 90 लोगों को अस्पताल पहुंचाया, जिनमें से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। सरकार को भले ही 17 घंटे लगे यह बताने में कि भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है, लेकिन दैनिक भास्कर रात 2 बजे से न सिर्फ इसकी पुष्टि कर रहा था, बल्कि मौतों का आंकड़ा भी सामने ला रहा था। —————————– यह खबर भी पढ़ें महाकुंभ में 30 मौतों के जिम्मेदार 6 अफसर, एक ने पुल बंद किए, एक ने भीड़ बढ़ने दी, एक बोला- उठो, भगदड़ मचने वाली है 28 जनवरी की देर रात करीब 1.30 बजे प्रयागराज के संगम नोज इलाके में भगदड़ मच गई। प्रशासन के मुताबिक 30, जबकि भास्कर रिपोर्टर्स के मुताबिक 35-40 लोगों की मौत हुई है। 29 जनवरी की दोपहर होते-होते मौनी अमावस्या का शाही स्नान भी हो गया, लेकिन इन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन हैं, ये सवाल अब भी सामने है। पढ़िए दैनिक भास्कर की स्पेशल रिपोर्ट…

11वीं की छात्रा ने संदिग्ध हालात में फंदा लगाया, पुलिस ने संस्कार रुकवाया

11वीं की छात्रा ने संदिग्ध हालात में फंदा लगाया, पुलिस ने संस्कार रुकवाया लुधियाना | 11वीं कक्षा की छात्रा ने संदिग्ध हालातों में फंदा लगा लिया। इसके बाद जब मामला पुलिस के पास पंहुचा तो थाना मॉडल टाउन की पुलिस ने लड़की के शव को श्मशान घाट से उठा कर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया। मृतक लड़की की पहचान नेहा वासी अंबेडकर कॉलोनी के रूप में हुई है। किशोरी के माता-पिता की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। वह अपने दो भाइयों के साथ मामा-मामी के साथ रह रही थी। लकड़ी की मौत के बाद उसका संस्कार करने के लिए श्मशान घाट लेकर जाया गया। लेकिन लड़की के किसी परिजन ने मौत पर संदेह जताते हुए पुलिस को जानकारी दे दी। जिसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया। मामा के मुता​बिक पढ़ाई को लेकर चिंतित थी.. एसएचओ थाना मॉडल टाउन अवनीत कौर ने बताया, लकड़ी के मामा ने पुलिस को बताया दिया कि लकड़ी अपनी पढाई को लेकर काफी चिंतित रहती थी। इस वजह से उसने फंदा लगाया है। वीरवार को वह अपने घर में मौजूद थी। तभी वह कमरे में चली गई और वहीं कमरे के बाहर उसके छोटे भाई-बहन खेल रहे थे। कुछ समय के बीत जाने के बाद जब वह कमरे से बाहर नही आई तो उसके छोटे भाई-बहनों ने परिवार को सूचित किया। परिवार के कमरे में आकर देखा तो नेहा फंदे से लटकी हुई थी। उसके फंदे से नीचे उतार इलाज के लिए निजी अस्पताल में ले गए,जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

लखनऊ पुलिस ने डकैत का किया एनकाउंटर:मुख्य आरोपी भागने में कामयाब; 25 हजार का इनामी था

लखनऊ पुलिस ने डकैत का किया एनकाउंटर:मुख्य आरोपी भागने में कामयाब; 25 हजार का इनामी था लखनऊ के गुड़ंबा में पैकमरामऊ के पास शुक्रवार देर रात ड्राइवर के घर डकैती डाल कर फरार बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। दूसरा साथी भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने उसके पास से तमंचा, कारतूस, एक सुतली बम और घटना में उपयोग हुई बाइक बरामद की है। इसके ऊपर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस को देखते ही शुरू की फायरिंग
एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र दुबे ने बताया कि 28 नवंबर को सींवा गांव निवासी ड्राइवर श्रीराम रावत के परिजनों को बंधक बनाकर बदमाशों ने लूटपाट की थी। घटना में शामिल पैकरामऊ निवासी चांद बाबू उर्फ चंदू, नुरुल, भाखामऊ निवासी फाजिद और अजरामऊ निवासी समीर को पुलिस ने छह जनवरी को पकड़ा गया था। पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी
बदमाशों ने डकैती में बाराबंकी सोईपुर निवासी सैफ और हलीम के भी होने की बात कही थी। तभी से पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। शुक्रवार रात पैकरामऊ के पास इंस्पेक्टर गुड़ंबा प्रभतेश टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी बाइक सवार दो संदिग्धों को रोका। जिन्होंने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में सैफ पैर में गोली लगने से गिर गया। हलीम बाइक छोड़ कर भाग निकला। पुलिस उसका पता लगाने की कोशिश कर रही है।​​​​​​​

लखनऊ में वॉटर-वेपर थेरेपी से प्रोस्टेट का ट्रीटमेंट:मशीन से भाप का इंजेक्शन देकर किया इलाज, लोहिया संस्थान में अमेरिकन टेक्निक से हुआ ऑपेरशन

लखनऊ में वॉटर-वेपर थेरेपी से प्रोस्टेट का ट्रीटमेंट:मशीन से भाप का इंजेक्शन देकर किया इलाज, लोहिया संस्थान में अमेरिकन टेक्निक से हुआ ऑपेरशन लखनऊ के डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीज को वॉटर-वेपर थेरेपी यानी भाप का इंजेक्शन देकर प्रोस्टेट की समस्या का इलाज किया। डॉक्टरों के मुताबिक इस अमेरिकन हाईटेक तरीके से इलाज में चीरा और टांके लगाने की जरूरत पड़ती है। बड़ी बात ये है कि मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत ही नही पड़ती। उसी दिन अस्पताल से छुट्टी भी मिल जाती है। डॉक्टरों का दावा है कि अमेरिका में बनी 2 करोड़ की हाईटेक मशीन से पहली बार उत्तर प्रदेश में ऐसा ऑपेरशन हुआ है। 2 मरीजों का हुआ इलाज लोहिया संस्थान के यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग ने प्रोस्टेट से पीड़ित दो गंभीर मरीजों में भाप का इस्तेमाल करके सफल इलाज में कामयाबी हासिल की है। मेडिकल साइंस में इस तकनीक को रेजूम कहा जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल कर मरीज को सर्जरी के दर्द से बचाया जा सकता है। पहले से कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे मरीज लोहिया संस्थान के यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. ईश्वर राम ध्याल ने बताया कि 69 साल का बुजुर्ग मरीज हाई रिस्क पेशेंट रहा। उसे हार्ट, बीपी, शुगर जैसी कई गंभीर बीमारी पहले से थी। इस बीच प्रोस्टेट बढ़ने से बुजुर्ग मरीज की हालत और बिगड़ गई। मरीज को एनेस्थीसिया देकर ऑपेरशन करना नही था सेफ डॉ.ईश्वर ने बताया कि अब तक ट्रांसयूरेथ्रल रीसेक्शन ऑफ द प्रोस्टेट (TURP) तकनीक से मरीज का इलाज किया जाता था। इस ऑपेरशन में एनेस्थीसिया दिया जाता है। ऐसे में पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित इन मरीजों का ऑपेरशन करना सेफ नही होता है। ऐसे में रेजूम तकनीक बेहद मुफीद होता है। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से किया इलाज रेजूम के जरिए मिनिमल इनवेसिव, गैर-सर्जिकल से इलाज किया जाता है। इसमें प्रोस्टेट एंडोस्कोप के माध्यम से महीन निडिल पहुंचाई जाती है। फिर भाप बढ़ी प्रोस्टेट ग्रंथि पर डाली जाती है। निशुल्क हुआ दोनों मरीजों का इलाज लोहिया संस्थान के यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ.ईश्वर राम ध्याल ने बताया कि ये बेहद हाईटेक टेक्नोलॉजी है। इसे सबसे ज्यादा अमेरिका में प्रयोग में लाया जा रहा। 2 करोड़ की मशीन को टेस्टिंग के लिए संस्थान में लाया गया है। और इसी से सर्जरी की जा रही है। मरीज के लिए राहत की बात ये रही कि इलाज सफल रहा।ऑपेरशन के महज कुछ घंटे बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई। साथ ही पूरा निशुल्क इलाज किया गया। डॉक्टरों की इस टीम ने किया इलाज डॉ.ईश्वर के अलावा इलाज करने वाली टीम में सर्जिकल टीम में प्रोफेसर डॉ.आलोक श्रीवास्तव, प्रोफेसर डॉ.संजीत सिंह, डॉ.शिवानी, डॉ.नंदन, डॉ.नितेश, डॉ.प्रवीण, डॉ.हिमांशु, डॉ.अभिषेक शामिल थे। एनेस्थीसिया टीम से प्रोफेसर डॉ.पीके दास और डॉ.शरीफ मौजूद रहे।

लखनऊ में प्रेम-प्रसंग में युवक ने लगाई फांसी:दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की का शीशा तोड़कर घुसे भीतर; शव निकाला

लखनऊ में प्रेम-प्रसंग में युवक ने लगाई फांसी:दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की का शीशा तोड़कर घुसे भीतर; शव निकाला लखनऊ के ठाकुरगंज में एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। परिजनों का कहना है कि प्रेम-प्रसंग के चलते वह परेशान चल रहा था, लेकिन यह कदम उठाएगा सोचा नहीं था।दूसरी तरफ बीबीडी में एक प्रापर्टी का काम करने वाले युवक ने फांसी लगा कर जान दे दी। पुलिस दोनों मामलों में शव का पोस्टमॉर्टम कराकर जांच कर रही है। खिड़की का शीशा तोड़कर देखा तो फंदे पर शव लटक रहा था
मल्लपुर निवासी शिवम रावत (21) का शव गुरुवार रात फांसी के फंदे पर लटकता मिला। भाई सौरभ रावत ने बताया कि घर पर मां और भाभी मौजूद थीं। शिवम को खाने के लिए बुलाने पर भी कमरे से बाहर नहीं आया। दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की का शीशा तोड़ा गया। टॉर्च जला कर देखा तो शिवम का शव नारियल की रस्सी के फंदे से पंखे से लटक रहा था। दरवाजा तोड़कर उन्हें एरा अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। तीन महीने पहले हुई थी प्रेम प्रसंग की जानकारी
भाई सौरभ ने बताया कि भाई बीएससी कानपुर विश्वविद्यालय से कर रहा था। जहां की युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। तीन माह पहले इसकी जानकारी हुई। जिससे विवाद के बाद परेशान रह रहा था।
समझाने – बुझाने के बाद उसने उसका साथ छोड़ दिया था और सब सामान्य हो गया था। फिर अचानक क्या हुआ कि उसने कदम उठाया, कोई समझ नहीं पा रहा है। युवक ने फांसी लगा दी जान
बीडीडी इलाके में रहने वाला अंकित सिंह (27) पढ़ाई के साथ प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। गुरुवार रात उसने फांसी लगाकर जान दे दी। बीबीडी इंस्पेक्टर ने बताया कि मूलरूप से अयोध्या के महाराजगंज दलपतपुर निवासी अंकित तुलसी विहार में रहकर निजी संस्थान से पढ़ाई करता था। साथ ही जमीन का भी काम करता था। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन उसका शव लेकर घर चले गए। परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में अरविंद केजरीवाल ने झोंकी ताकत, बीजेपी को निशाने पर लिया

दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में अरविंद केजरीवाल ने झोंकी ताकत, बीजेपी को निशाने पर लिया <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Chunav 2025:</strong> दिल्ली चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है. शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनावी सभा को संबोधित किया. चुनावी सभा में अरविंद केजरीवाल के निशाने पर बीजेपी रही. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ”चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी ने पुलिस को आगे कर दिया है. आप के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का अत्याचार थम नहीं रहा है”.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल ने कहा, &ldquo;बीजेपी पूरी तरह से बौखला गई है. दिल्ली में चारों ओर गुंडागर्दी और आतंक है.&rdquo; उन्होंने कहा कि कमल का बटन दबने से बिजली का मीटर शुरू हो जाएगा. बीजेपी की 20 राज्यों में सरकार है. बीजेपी शासित राज्यों में उपभोक्ताओं को 5 हजार तक का बिजली बिल आ रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अरविंद केजरीवाल ने चुनावी सभा को किया संबोधित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने दावा किया चुनाव जीतने के बाद बीजेपी मुफ्त की योजनाओं को बंद कर देगी. दूसरी तरफ आप की सरकार में महिलाओं को हर महीने 2100 की सम्मान राशि मिलेगी. उन्होंने महिलाओं से रजिस्ट्रेशन कार्ड संभालकर रखने का आह्वान किया. आप संयोजक ने कहा, “बुजुर्गों &lsquo;संजीवनी योजना&rsquo; शुरू होगी. योजना के तहत अस्पतालों में इलाज का खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. लक्ष्मी नगर के छात्रों को बस और मेट्रो किराए में भी छूट मिलेगी.” उन्होंने कहा कि दिल्ली में किरायेदारों को फ्री बिजली-पानी की सुविधा नहीं मिल रही है. आप की सरकार बनने के बाद किरायेदारों को भी फ्री बिजली-पानी मिलने लगेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंडावली में सीवर की समस्या पर जानिए क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अरविंद केजरीवाल ने मंडावली इलाके में सीवर की समस्या को एक महीने में खत्म करने का दावा किया. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद नए राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया फिर से शुरू होगी. उन्होंने कहा, “आप के वादे गारंटी की तरह होते हैं. बीजेपी वाले कहते हैं कि फ्री सुविधाएं बंद कर देंगे. पूछा जाता है कि मुफ्त की योजनाओं के लिए पैसे कहां से आएंगे. मैं बनिए का बेटा हूं. मुझे पता है कि पैसे कहां से आएंगे.&rdquo;</p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”7 MLAs ने छोड़ी पार्टी तो AAP के विधायकों का बड़ा दावा, ‘मुझे भी आ रहे ऑफर'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/aap-mla-resigns-dilip-pandey-says-bjp-offers-me-to-join-party-2874690″ target=”_self”>7 MLAs ने छोड़ी पार्टी तो AAP के विधायकों का बड़ा दावा, ‘मुझे भी आ रहे ऑफर'</a></strong></p>
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बिहार में युवक ने डस्टबिन से तोड़ा कुंभ स्पेशल ट्रेन के गेट का शीशा, सासाराम रेलवे स्टेशन का वीडियो वायरल

बिहार में युवक ने डस्टबिन से तोड़ा कुंभ स्पेशल ट्रेन के गेट का शीशा, सासाराम रेलवे स्टेशन का वीडियो वायरल <p style=”text-align: justify;”><strong>Sasaram Railway Station Video Viral:</strong> यूपी के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में जाने के लिए बिहार के लोगों को खासी परेशानी हो रही है. भीड़ को देखते हुए ट्रेन में बैठे लोग अंदर से गाड़ी का दरवाजा भी नहीं खोल रहे हैं, जिस वजह से कई लोग टिकट रहते हुए भी ट्रेन में नहीं चढ़ पा रहे हैं. इस बीच सासाराम के रेलवे स्टेशन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक स्टील के डस्टबिन से कुंभ स्पेशल ट्रेन के बंद दरवाजे को तोड़ रहा है. चूंकि यह वायरल वीडियो है. इस लिए एबीपी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है. हालांकि ये वीडियो सासाराम स्टेशन का ही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>28 जनवरी का बताया जा रहा वायरल वीडियो</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में सासाराम के आरपीएफ (RPF) ने एक एफआईआर दर्ज की है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है. दर्ज एफआईआर के अनुसार यह वायरल वीडियो 28 जनवरी का बताया जा रहा है, जिसमें प्लेटफार्म संख्या-2 पर एक युवक स्टील के डस्टबिन के डब्बे से रेलवे के एसी कोच का दरवाजा पर प्रहार कर उसे तोड़ रहा है. इस दौरान दरवाजे का कांच टूट गया है. वीडियो में युवक को डस्टबिन के डब्बे से दरवाजे पर जोर से प्रहार करते हुए देखा जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सासाराम रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के दरवाजे को नुकसान पहुंचाने का वीडियो वायरल होना प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है. फिलहाल, आरपीएफ ने इस मामले में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश की जा रही है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&nbsp;प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों के नहीं खुल रहे दरवाजे&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह वीडियो वायरल होने के बाद से सासाराम रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों के दरवाजे नहीं खुलने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. सासाराम आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सासाराम रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/pragati-yatra-in-bihar-168-projects-announced-more-than-100-projects-approved-till-29-january-2874770″>Pragati Yatra: बिहार में प्रगति यात्रा के दौरान अब तक 168 परियोजनाओं की हुई घोषणा, चुनाव से पहले ‘मिशन मोड’ में सरकार</a></strong></p>