मंत्री का मंत्र–पहले छूट दो, फिर पूरा वसूल लो:प्रीपेड मीटर की आदत डालो; सरकारी कॉलोनी-दफ्तरों से शुरुआत करो तो विरोध नहीं होगा

मंत्री का मंत्र–पहले छूट दो, फिर पूरा वसूल लो:प्रीपेड मीटर की आदत डालो; सरकारी कॉलोनी-दफ्तरों से शुरुआत करो तो विरोध नहीं होगा यूपी में प्री-पेड बिजली मीटर लगाने की शुरुआत सरकारी कॉलोनियों-दफ्तरों से करो। कोई विरोध नहीं करेगा। इसके बाद बड़ी खपत करने वाले कंज्यूमर के यहां जाओ। बाद में कम खपत करने वालों को पकड़ों और उन्हें कुछ छूट दे दो। जब बिल देने की आदत पड़ जाए तो पूरा पैसा ले लो। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने ये टिप्स बिजली महकमे के अफसरों को दिए। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान मनोहर लाल खट्‌टर ने लगभग आधे घंटे स्पीच दी। बिजली विभाग के अफसरों से खचाखच भरे हाल में खूब किस्से-कहानी सुनाए। खट्टर हरियाणा के सीएम रहे हैं, इसलिए उनके ज्यादातर किस्से हरियाणा से जुड़े थे। सबसे महत्वपूर्ण विभाग कौन सा?
मनोहर लाल खट्‌टर ने स्पीच शुरू करते ही पहला सवाल पूछा-कौन सा विभाग सबसे महत्वपूर्ण है? फिर खुद ही जवाब दिया कि मुझसे कोई पूछे तो मैं कहूंगा ऊर्जा विभाग। क्यों? क्योंकि मैं उस विभाग का मंत्री हूं। इसी तरह आप सब लोग जो इस विभाग से जुड़े हैं, उन्हें अपना पूरा योगदान देना चाहिए। उन्होंने किस्सा सुनाया। …किसी स्कूल में छात्रों से कहा गया कि जाओ पता करके आओ पास के गांव की सबसे अच्छी गली कौन सी है? गांव का सबसे अच्छा घर कौन सा है? छात्र गांव पहुंचे काफी लोगों से बात कर जानने की कोशिश की, लेकिन सबके उत्तर अलग-अलग थे। छात्रों को पास में ही एक बुजुर्ग मिल गए। बुजुर्ग से छात्र ने सवाल किया- आप तो गांव के सबसे बुजुर्ग हो, वर्षों से इस गांव में रह रहे हो, आप बताओ इस गांव की सबसे अच्छी गली और सबसे अच्छा घर कौन सा है? बुजुर्ग ने कहा- मेरे पीछे आओ। वह एक पतली सी गली में ले गए जिसकी हालत काफी खराब थी, पानी बह रहा था। बुजुर्ग ने उस गली को सबसे अच्छा बताया। उस गली के दूसरे छोर पर स्थित एक घर जो काफी जर्जर था, दरवाजा टूटा हुआ था, उसे गांव का सबसे अच्छा घर बताया। छात्र ने जिज्ञासा से पूछा कि यह घर गांव का सबसे अच्छा घर कैसे है और यह गली कैसे सबसे अच्छी गली है? बुजुर्ग ने जवाब दिया- जो घर देख रहे हो वो मेरा घर है और जिस गली को देख रहे हो, इसी से मैं अपने घर आता-जाता हूं। मतलब साफ है कि ‘हमें अच्छी बातों को लेना है। कहीं से हीन भावना नहीं आनी चाहिए।’ आप कौन होते हैं मना करने वाले, मना करने का अधिकार मेरा है…
खट्‌टर ने कहा कि विभाग का सुधार कैसे हो, जनता का फायदा कैसे हो? इसके लिए सब मिलकर विचार करें। मल्टीपल कंपनियां सामूहिकता से नहीं सोचतीं। उनके बीच टकराव हो जाता है। उन्होंने किस्सा सुनाया कि एक गांव में एक महिला अपने पड़ोसी चौधरी साहब के यहां पहुंची और बोली मेरे घर मेहमान आने वाले हैं, मुझे लस्सी चाहिए। चौधरी साहब ने कहा कि लस्सी नहीं है। महिला आगे बढ़ी तो चौधरी की पत्नी खेत से वापस आ रही थी। दोनों ने एक-दूसरे से हालचाल पूछा तो महिला बोली कि मेरे घर मेहमान आ रहे हैं और आपके घर लस्सी मांगने गई थी, चौधरी साहब ने मना कर दिया। चौधरी की पत्नी ने कहा कि वह कैसे मना कर सकते है? वह महिला को लेकर घर आईं और चौधरी साहब से पूछा की पड़ोसन लस्सी मांगने आई थीं? चौधरी ने कहा कि हां आई थीं, मैंने मना कर दिया। चौधरी की पत्नी बोली कि आप मना करने वाले कौन होते हैं? मना करने का अधिकार मेरा है। आपको कहना चाहिए था चौधराइन घर पर नहीं हैं, वह आएं तब आना। मैं आती उसकी पूरी बात सुनती। फिर मैं मना करती कि घर में लस्सी नहीं है। ऊर्जा भगवान की दूत
ऊर्जा भगवान की दूत है। इसके पांच तत्व हैं। इसमें भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि और न से नीर। बिजली इन्हीं चीजों से बनती है। बिजली का उपयोग हम मानवता के लिए कर रहे हैं। कई बार यही मानवता के लिए खतरा भी पैदा करती है। मसलन कोयले से प्रदूषण फैलता है। इसके बाद नए-नए अविष्कार होते गए और आवश्यकताएं बदलती गईं, लेकिन ऊर्जा की खपत बढ़ती गई। NTPC मतलब.. नाट टू पे कास्ट
खट्‌टर के किस्सों का दौर यहीं नहीं खत्म हुआ। उन्होंने एक और किस्सा सुनाया। गांव में एक पढ़ा-लिखा नौजवान था। पास में ही एनटीपीसी का पावर प्लांट था। नौजवान ने एनटीपीसी का बोर्ड देखा। वापस गांव आया। लोगों को इकट़्ठा किया और बोला सुनो किसी को बिजली का पैसा देने की जरूरत नहीं है। मैंने खुद देखा है, जहां बिजली बनती है वहां लिखा है…एनटीपीसी यानी नॉट टू पे कास्ट…। पानी की सारी ताकत तो खत्म कर देते हैं…
ऊर्जा मंत्री ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि उनके गांव में एक पुराने नेता थे। वे लोगों से कहते थे कि नहर में सिंचाई के लिए जो पानी आ रहा है वह फुक्का पानी है। फुक्का पानी यानी इसकी ताकत निकाल ली गई है। लोगों ने पूछा कैसे? नेता जी ने कहा कि अरे सरकार इसमें से बिजली निकाल लेती है। इसलिए इस पानी की ताकत खत्म हो जाती है। जैसे अंग्रेजों ने चाय की आदत डाली, वैसे प्री-पेड बिलिंग की आदत डलवाओ
मंत्री को बताया गया था कि यूपी में प्री-पेड मीटर का परफार्मेंस अच्छा नहीं है। 1 प्रतिशत भी नहीं हैं। इस पर मंत्री ने मंत्र देते हुए कहा कि कई राज्य कम लोड वाले कंज्यूमर को बिजली बिल पर छूट दे रहे हैं। यह छूट 2 से 3 प्रतिशत तक की है। इसी तरह आप भी छूट दीजिए। जब लोगों को इस बिल की आदत पड़ जाए तो पूरा बिल ले लो। अंग्रेजों ने क्या किया था? पहले चाय की आदत डलवाई। अब लोग 15 रुपए और 20 रुपए देकर भी चाय पी रहे हैं। बिजली सर्विस नहीं उत्पाद
मंत्री ने कहा कि बिजली, सरकार की कोई सेवा नहीं, यह उत्पाद है। इसका उत्पादन होता है। इसे खरीदा और बेचा जाता है। यानी यह एक व्यापार है। जब व्यापार है तो सरकार ने कहा कि सरकार व्यापार नहीं करेगी। कंपनियां बना दो वे खरीदें और बेचें। जनरेशन की अलग, डिस्ट्रिब्यूट की अलग। जितनी बिजली पैदा करो उतनी बेचो, पैसा पाओ। समस्या यह है कि समाज का अलग-अलग लेवल है। किसी से कम पैसे लिए जाते हैं, किसी से ज्यादा। आजकल तो फ्री की भी समस्या आ गई है। लोकतंत्र में इसे हथियार बना लिया गया है। खर्च तो सरकार का ही हो रहा है। शोर से बिजली बनाने का प्रस्ताव, लोकसभा में इस्तेमाल का वादा
मंत्री ने कहा, मेरे पास एक सज्जन आए। उन्होंने कहा कि वो शोर से बिजली बनाने पर काम कर रहे हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा है तो इसे सबसे पहले लोकसभा में इस्तेमाल करूंगा। वहां सबसे ज्यादा शोर होता है। पहले बिजली के तार पर सुखाए जाते थे कपड़े, बच्चे झूलते थे झूला
खट्‌टर के किस्सों के साथ प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि भाजपा से पहले बिजली आती थी तब खबर बनती थी। अब जाती है तो खबर बनती है। भाजपा सरकार से पहले बिजली के तार पर महिलाएं कपड़े सुखाया करती थीं और बच्चे झूला झूलते थे। अब अगर बिजली चली जाए तो लोग ट्विटर (एक्स) पर पूछने लगते हैं कि मोबाइल कैसे चार्ज करें? ————————- ये भी पढ़ें… कानपुर में बहन के अपहरण में 2 भाई जेल में:17 महीने बाद अचानक लौटी; जिस इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया, उसकी रिपोर्ट सच 17 महीने से लापता महिला तीन बच्चों के साथ भाई दूज पर घर पहुंची, अपने दो भाइयों को टीका लगाने। घर में माता-पिता से सामना हुआ। बेटी को देख उनकी भी आंखें फटी की फटी रह गईं। यकीन नहीं हुआ कि जिस बेटी के अपहरण की साजिश में दो बेटे जेल में हैं, वह जिंदा भी है। यह किसी फिल्म की कहानी नहीं, कानपुर देहात के एक परिवार की हकीकत है। तीन बच्चों की मां के लापता होने के मामले में एक किरदार पुलिस का भी है। एक पुलिस वह, जिसने जांच कर सही रिपोर्ट दी। लेकिन, उसे झूठा मानकर इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…

कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति में देरी:सत्र के बाद फैसले की उम्मीद, कांग्रेस नेता शमशेर गोगी बोले-15 साल से संगठन हीन कांग्रेस

कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति में देरी:सत्र के बाद फैसले की उम्मीद, कांग्रेस नेता शमशेर गोगी बोले-15 साल से संगठन हीन कांग्रेस हरियाणा में सरकार गठन के डेढ़ माह बाद भी कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने में असफल रही है, जिससे विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी दल की मजबूती पर सवाल उठे। कांग्रेस नेता शमशेर सिंह गोगी ने इसे नेतृत्व की व्यस्तता का परिणाम बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के कारण यह निर्णय टल गया। गोगी ने माना कि सत्र से पहले यह फैसला होना चाहिए था। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष की हार और पार्टी के 15 वर्षों से संगठन हीन होने को उन्होंने कांग्रेस की कमजोरी करार दिया। भाजपा पर निशाना साधते हुए गोगी ने किसानों के लिए किए गए वादों को झूठा बताया और करनाल मंडियों में फर्जीवाड़े व नौकरियों में अनियमितताओं का आरोप लगाया। उन्होंने चुनावों में धनबल और साम-दाम-दंड-भेद अपनाने का भी मुद्दा उठाया। कांग्रेस में गुटबाजी और अनुशासन पर सवालों के बीच गोगी ने पार्टी को मजबूत करने के लिए कठोर निर्णय लेने की वकालत की। सरकार बनने के डेढ़ माह बाद भी कांग्रेस बिना नेता प्रतिपक्ष बनाए सदन में बैठ गई?
इस सवाल पर कांग्रेस नेता शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि ऐसा पहले भी कई जगह हो चुका है। चूंकि अभी महाराष्ट्र व झारखंड का इलेक्शन है और पूरी लीडरशिप वहां बिजी है। जिस वजह से नेता प्रतिपक्ष पर ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में अगर विधानसभा सेशन से पहले नेता प्रतिपक्ष का फैसला कर देते तो बड़ी ही अच्छी बात थी, फैसला तो होना ही चाहिए और वह आने वाले दिनों में होना ही है। नेता प्रतिपक्ष के साथ क्या प्रदेश अध्यक्ष का फैसला भी होना है, क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष खुद भी चुनाव हार गए है, और हार की जिम्मेदारी कौन लेगा? किसकी वजह से हारे सभी को पता है
गोगी ने कहा कि हार की जिम्मेदारी कोई ले या ना ले, जनता को भली भांति पता है कि किसकी वजह से हारे है और कैसे हारे है, लेकिन यह ताे एक मर्यादा है और उस मर्यादा को रखते तो जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। प्रदेश अध्यक्ष तो आगे पीछे बन सकता है लेकिन सीएलपी लीडर बन जाना चाहिए। लेकिन अब सेशन निकल चुका है, हो सकता है अब इकट्ठा ही फैसला हो जाए। कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर गोगी ने जवाब दिया कि गुटबाजी तो कही पर भी नहीं है, लेकिन जितने भी लीडर है उनको ध्यान में तो रखा ही जाएगा। 8 सदस्यीय कमेटी द्वारा आपको भी बुलाया गया था, उसमें क्या रहा?
गोगी ने जवाब देते हुए कहा कि कमेटी ने मुझे भी बुलाया था, लेकिन मैं उस दिन ब्यास गया हुआ था। मैं वहां दिल्ली नहीं जा सका था, फिर मैने चेयरमैन कर्ण दलाल जी से बात की थी तो उन्होंने बताया कि हार की समीक्षा के लिए यह कमेटी है, उन्होंने मुझे पूरी जानकारी दी थी। अब मुझे लगता है कि मेरी चेयरमैन से मुलाकात चंडीगढ़ में बात होगी, दो या चार दिन बाद। हमारा दुर्भाग्य है कांग्रेस का संगठन नहीं बना
हरियाणा में जल्द ही संगठन कांग्रेस द्वारा बनाया जा सकता है? इस सवाल पर गोगी ने कहा कि संगठन न होना यह एक बड़ा कारण है। हमारा और हमारी पार्टी का भी दुर्भाग्य है कि पिछले 15 साल से हमारा संगठन ही नहीं है। अब संगठन बनाना है और बनना चाहिए। मीडिया के माध्यम से एक बात कहना चाहूं कि जिन लोगों ने एमपी के इलेक्शन में या फिर एमएलए के इलेक्शन में पार्टी का विरोध किया है, ऐसे लोगों को संगठन से दूर रखा जाएगा, ऐसे लोग कभी भी वफादारी नहीं करेंगे। अगर डिसिप्लिन स्ट्रांग होगा तो ही बात बन पाएगी। अगर दोबारा से संगठन में उन्हीं लोगों को ला देंगे, जिन्होंने हाथ के पंजे को अपना कैंडिडेट नहीं माना। तो पार्टी मजबूत होने की बजाए कमजोर होगी। अगर ऐसे लोगों की लिस्ट लंबी भी होती है तो कोई दिक्कत नहीं, उसके बावजूद भी पार्टी मजबूत होगी। सीएम नायब सैनी ने बोला झूठ
शमशेर सिंह गोगी ने सीएम नायब सैनी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इलेक्शन के अंदर नायब सैनी ने झूठ बोला था कि जीरी 3100 रुपए में खरीदी जाएगी, वो भी नहीं खरीदी गई। डीएपी भी किसानों को नहीं मिल रही। किसान को यूरिया की जरूरत है, लेकिन नहीं मिल रही। जब किसानों को यूरिया की जरूरत होती है तब डीएपी मिलती है और डीएपी की जरूरत होती है तब यूरिया मिलती है। दूसरी बात, इसके पीछे षड्यंत्र भी है। पैक्स को खत्म करने का षड्यंत्र खट्टर साहब के समय से चल रहा है। उस टाइम भी इन्होंने दो बार नोटिफिकेशन किया, क्योंकि पैक्स के पैसे पर ब्याज नहीं लगता, तो यह भाजपा को हजम नहीं हो रहा कि किसान को जो लाख या डेढ़ लाख रुपए दिया जाता है, यह बिना ब्याज क्यों? इसलिए पैक्स को तंग कर रहे है। नौकरियों के मामले में भी बड़ा झूठ बोला, जबकि 9 हजार तो पहले ही लगे हुए थे, उसको रोककर रखा गया, अढ़ाई लाख लोगों ने पेपर दिए थे, इतना ज्यादा प्रचार करते है कि पर्ची खर्ची नौकरियों में नहीं है, फिर इलेक्शन में पर्ची खर्ची क्यों? अबकी बार पैसों के बल पर ही इलेक्शन जीता गया। इसमें बहुत बड़ा दुरुपयोग हुआ है। मेरे पास पैसे होते तो दोगुने वोट मिले
क्या कांग्रेस के पास पैसों की कमी थी, तो गोगी ने जवाब दिया कि मेरे पास तो पैसों की कमी थी, अगर मेरे पास पैसे होते तो मेरे को दोगुने वोट आ जाते, लेकिन मैं गलत काम करके आगे बढना नहीं चाहता था। भाजपा ने साम-दाम-दंड-भेद सभी हथकंडे अपना, लेकिन मैं तो बाबा का आदमी हूं, हमने लंगर तो जरूरत चलाया। लेकिन अगर हम जहर बेच कर सत्ता में आए, तो इससे अच्छा है कि बाहर ही रहे। इलेक्शनों में जो पर्ची खर्ची चली है उस पर भी नायब सैनी अपना स्पष्टीकरण देंगे। सरकार की मर्जी के बिना कोई घोटाला नहीं होता
करनाल की मंडियों में फर्जी गेट पास डिलीट के सवाल पर गोगी ने कहा कि हर साल घोटाला होता है और सरकार के सभी आदमी उसमें शामिल है। किसी मंडी सचिव की हिम्मत है कि बिना सरकार की मर्जी के घोटाला कर दे। पिछले 5 सालों में घोटाला ही घोटाला हुआ और घोटालों की जांच के लिए जितनी कमेटी बनी उनकी रिपोर्ट ही नहीं आई। जिस तरह के नारे लेकर चुनावी मैदान में बीजेपी उतरी हुई है उस हिसाब से तो इलेक्शन कमीशन को इन्हें बैन कर देना चाहिए, लेकिन इलेक्शन कमीशन है ही नहीं है।

रिटायर्ड कर्मचारियों की मांगों पर किया विचार

रिटायर्ड कर्मचारियों की मांगों पर किया विचार जालंधर| रिटायर्ड स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन की मीटिंग प्रधान पीडी शर्मा की अध्यक्षता में वीरवार को हुई। सदस्यों ने लंबे समय से चली आ रही रिटायर्ड कर्मचारियों की मांगों पर विचार विमर्श किया। इस दौरान सदस्यों ने एक जुट होकर संघर्ष करने के लिए कहा। मीटिंग में विमल रामपाल, पवन जामना, सुरिंदर कुमार, टेक चंद अरोड़ा, एएस ऊभी, पीकेएस सोढी, धर्म सिंह, नरेंद्र कुमार आदि सदस्य मौजूद थे।

रामामंडी में बिजली की 11 केवी तारों से टकराया ओवरलोडेड ट्रक, सप्लाई रही बंद, लगा लंबा जाम

रामामंडी में बिजली की 11 केवी तारों से टकराया ओवरलोडेड ट्रक, सप्लाई रही बंद, लगा लंबा जाम भास्कर न्यूज| जालंधर रामामंडी से फगवाड़ा की तरफ जा रहे ओवरलोडेड ट्रक के कारण मेन रोड से गुजर रही 11 केवी हाइटेंशन तारों का खंभा टूट गया। जिस कारण आसपास के इलाकों की बिजली सप्लाई बंद हो गई। बिजली का पोल एक तरफ लटक गया है और किसी भी समय गिर सकता है। लोगों ने पावरकॉम के अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है। घटना शनिवार शाम 6 बजे की है। जब एक ओवरलोडेड ट्रक के ड्राइवर को हाइटेंशन तारों के बारे में पता नहीं चला। इस दौरान कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। लेकिन गनीमत ये रहा कि किसी का जानी व माली नुकसान नहीं हुआ। लेकिन लोगों में इस बात को लेकर काफी रोष है कि ओवरलोड वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस बिल्कुल भी लगाम नहीं लगा रही है। टक्कर से टूटा बिजली का खंभा, चालक के खिलाफ कार्रवाई कराएगा विभाग बिजली कर्मचारियों ने कहा कि बिजली के पोल को सही करने में काफी समय लगेगा। सप्लाई को तुंरत सूचना के बाद बंद करवा दिया गया है। करीब 5 घंटे तक इलाकों की सप्लाई बंद रहेगी। नया बिजली का पोल लाकर तुंरत बदला जा रहा है। ट्रक चालक को पकड़ लिया है और उसके खिलाफ बनती कार्रवाई विभाग की तरफ से जरूर करवाई जाएगी। लोगों ने कहा कि जिस जगह पर बिजली का पोल टूटा है। वहां शाम के समय काफी भीड़ होती है। जब ट्रक हाइटेंशन तारों से टकराया तो जोरदार धमाका हुआ था। जिस कारण लोगों में दहशत पैदा हो गई। वहीं ट्रक चालक ने कहा कि उसे पता नहीं चला कि साइड पर खंभा है।

सीजेएस में एनुअल स्पोर्ट्स मीट आयोजित

सीजेएस में एनुअल स्पोर्ट्स मीट आयोजित भास्कर न्यूज़ | जालंधर सीजेएस पब्लिक स्कूल में प्री नर्सरी से लेकर दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए वार्षिक स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया। शुभारंभ विद्यालय की चेयरपर्सन नीना मित्तल व मुख्य अतिथि प्रो आरसी महेंद्रु व प्रिंसिपल रजनी ने आकाश में गुब्बारे उड़ा कर किया। विद्यार्थियों ने जेलीफिश रेस, बैलेंसिंग द बॉल रिंग द एलिफेंट ट्रंक, पेस्ट द सेंस ऑर्गन्स, प्लेट रेस में हिस्सा लिया। अभिभावकों के लिए भी बलून बर्स्ट रेस, टाइ शू लेस, गारलैंड मेकिंग, नूडल ईटिंग, योगा मैट रेस ऑब्सटेकल रेस में हिस्सा लिया। छात्रों को सर्टिफिकेट्स व मेडल देकर सम्मानित किया गया।

बैगलेस डे के रूप में मनाया बाल दिवस

बैगलेस डे के रूप में मनाया बाल दिवस जालंधर| दिल्ली पब्लिक स्कूल में गुरुवार को बाल-दिवस बैगलेस डे के रूप में मनाया गया। इसमें छात्रों ने बिना बैग के मनोरंजक गतिविधियों में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में शिक्षकों ने प्रार्थना, प्रतिज्ञा व विचार प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्या ऋतु कौल ने छात्रों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि संसार में जो परिवर्तन आप देखना चाहते हैं। वैसा पहले आप स्वयं में करें। प्री-प्राइमरी विंग के बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधान पहनकर खूब मौज-मस्ती की और मैजिक-शी हुला-हूप एडवेंचर, पिट द बाल और म्यूजिकल चेयर इत्यादि गतिविधियों से उनका भरपूर मनोरंजन हुआ। कक्षा पहली और दूसरी के छात्रों को रंगला पंजाब ले जाया गया, जहां वे पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को देखकर भाव विभोर हो उठे। छात्रों ने वहां पर कठपुतली और जादू के खेल का भी आनंद उठाया। जूनियर तथा सीनियर विंग के बच्चों की रुचि को ध्यान में रखते हुए वि‌द्यालय में विभिन्न स्टाल लगाए गए। छात्रों के लिए फिटनेस चैलेंज का भी प्रबंध किया गया। इसमें फ्लेमिंगो बैलेंस, सिट-अप्स, पुश-अप्स, स्किपिंग रोप, प्लैक पोज़ीशन होल्ड, ब्रिज पोज़ीशन आदि चैलेंज स्वीकार करके उन्होंने अपनी शारीरिक फिटनेस का प्रदर्शन किया।

लुधियाना में दंपती फायरिंग केस में खुलासा:महिला बोली-10 हजार रुपए की ली थी गारंटी,पैसे वापस न करने पर बदमाश ने की फायरिंग

लुधियाना में दंपती फायरिंग केस में खुलासा:महिला बोली-10 हजार रुपए की ली थी गारंटी,पैसे वापस न करने पर बदमाश ने की फायरिंग पंजाब के लुधियाना के कस्बा मुल्लांपुर के इलाका प्रेम नगर में बीती रात घर के बाहर ही किराना की दुकान चलाती एक महिला व उसके पति को गोलियां मारी गई हैं। गोलियां मारने वाला आरोपी गांव हिस्सोवाल का सुरिंदर छिंदा नाम का व्यक्ति है, जो घटना के बाद मौके से फरार हो गया। फायरिंग केस में घायल महिला ने खुलासा किया है कि हमलावर छिंदा ने सिर्फ 10 हजार रुपए के कारण उसके पति और उस पर गोलियां चला दी है। जानकार को दिलाए थे 10 हजार रुपए घायल महिला गुड़िया ने कहा कि उसने छिंदा से 10 हजार रुपए किसी जानकार को दिलवाए थे। पैसे वापस करवाने के लिए वह गारंटर थी। उक्त व्यक्ति ने कुछ पैसे छिंदा को लौटा दिए थे और कुछ बाकी रहते थे। उस व्यक्ति के द्वारा जब छिंदा को पैसे वापस नहीं लौटाए गए तो गुस्से में आकर छिंदा ने उसकी दुकान पर उससे बदतमीजी की। उसने अपने पति राज कुमार को बुलाया तो छिंदा ने उन दोनों पर फायरिंग कर दी। दंपती को जख्मी हालत में पहले सुधार के सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां से दोनों को लुधियाना रेफर कर दिया गया है। हालत गंभीर देख डाक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर किया है। महिला की छाती में लगी दो गोलियां
पता चला है कि महिला गुड़िया की छाती में दो गोलियां लगी हैं। जबकि उसके पति राज कुमार यादव को एक गोली लगी है। घटना स्थल पर मौजूद लोगों के भी पुलिस बयान दर्ज कर रही है। SSP देहात नवनीत सिंह बैंस, मुल्लांपुर के डीएसपी वरिंदर सिंह खोसा व एसएचओ गुरविंदर सिंह, सीआईए से सब इंस्पेक्टर चमकौर सिंह टीमों सहित मौके पर पहुंचे। हमलावर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है।

संत सम्मेलन में बाबा नानक जी की महिमा का बखान

संत सम्मेलन में बाबा नानक जी की महिमा का बखान अमृतसर। न्यू अमृतसर सीनियर सिटीजन फोरम की ओर से सीनियर सिटीजन सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें फोरम की ओर से 80 साल बुजुर्ग रमेश कुमार मैनी को सीनियर सिटीजन के रूप में सम्मानित किया गया। एडवोकेट संदीप शर्मा ने बताया कि न्यू अमृतसर सीनियर सिटीजन फोरम की ओर से हर बार 80 वर्षीय बुजुर्गों को सम्मानित किया जाता है। क्योंकि वे हमारे समाज का आइना है। जो हमें बहुत कुछ सिखाते है। इस अवसर पर नागी, अशोक कपूर, नरेश भाटिया, संजीव चौपड़ा आदि मौजूद थे।

लव-कुश पाठशाला में एक हजार बच्चों को कॉपियां बांटी, तीर्थ की परिक्रमा में बैठकर प्रभु का गुणगान कर रहे श्रद्धालु

लव-कुश पाठशाला में एक हजार बच्चों को कॉपियां बांटी, तीर्थ की परिक्रमा में बैठकर प्रभु का गुणगान कर रहे श्रद्धालु भास्कर न्यूज | अमृतसर रामायण कालीन ऐतिहासिक रामतीर्थ मेले में कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने हजारों लोग पहुंचे। स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने तीर्थ के पवित्र सरोवर में दीपदान भी किए। जिला प्रशासन की ओर से लगाए इस मेले में बच्चों, महिलाओं के लिए झूलों का खास प्रबंध किया गया था। देश- विदेश से पहुंची संगत ने तीर्थ के सभी मंदिरों में जाकर माथा टेककर भगवान का आशीर्वाद लिया। वहीं नवविवाहित जोड़ों ने पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए भगवान वाल्मीकि मंदिर और लव कुश पाठशाला में गुल्ली डंडा चढ़ाए। वहीं कई लोगों ने लवकुश पाठशाला के बाहर ईंटों से अपने घर बनाकर प्रभु से अपने लिए घर मांगे। जिला प्रशासन की ओर से मेले में अजनाला और अमृतसर के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ताकि लोगों को किसा प्रकार की असुविधा न हो। मेले दौरान रामतीर्थ में स्थित लवकुश पाठशाला में माथा टेकने पहुंचे बच्चों को एक हजार कापियां बांटी गई। पाठशाला के गद्दी नशीन महंत मनजीत गिरि ने बताया कि इसी स्थान पर महाऋषि भगवान वाल्मीकि जी द्वारा अपने शिष्य लव- कुश को विद्या का ज्ञान दिया था। यहीं विद्या का ज्ञान बच्चो में बना रहे इसलिए मेले में कापियां बांटी गई है। जबकि विदेशों में जाने वाले चाहवान लड़के- लड़कियों ने लवकुश पाठशाला में खिलौना जहाज चढ़ाए। वहीं जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए फ्री मेडिकल चेकअप दवाइयों समेत तक कई तरह के कैंप लगाए गए। मेले में शहर की अलग-अलग सभा सोसायटियों की तरफ से लंगर लगाए गए। तीर्थ के भगवान जगन्ननाथ मंदिर के पास भक्तों ने माता तुलसी जी की पूजा करके दीपक जलाए। जिला प्रशासन द्वारा बार-बार सूचना केंद्र से स्पीकर में बोलकर सरोवर को गंदा न करने सफाई का विशेष ध्यान रखने का अनुरोध किया जा रहा था। इसके बावजूद लोग सरोवर में गत्ते के डिब्बों में दीपक जलाकर छोड़ रहे थे। वहीं सरोवर के किनारे खड़े होकर छोटे बच्चे धागे से चुंबक बांधकर लोगों द्वारा पानी में फेंके सिक्के निकलते रहे। मेले में आई संगत ने माता लाल देवी मंदिर, श्री सनातन धर्म पंजाब महावीर दल मंदिर, मंदिर गौशाला बाबा भौडे वाले समेत अन्य मंदिरों में जाकर माथा ठेका और भगवान का आशीर्वाद लिया। कई श्रद्धालु तीर्थ की परिक्रमा में बैठकर प्रभु का गुणगान कर रहे थे। जबकि पुतली घर जीटी रोड स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर के महंत आकाश कुमार की ओर से संगत के सहयोग से 24 घंटे लंगर लगाया गया। मेले में रेहडी, फड़ी वालों की ओर से जलेबी, पकोड़े, समोसे, टिक्की गोलगप्पे आदि लगाई गई थी।

प्रकाश पर्व मनाने पाक गए कैनेडियन सिख की श्री करतारपुर साहिब में मौत

प्रकाश पर्व मनाने पाक गए कैनेडियन सिख की श्री करतारपुर साहिब में मौत भास्कर न्यूज | अमृतसर श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाने पाकिस्तान गए कैनेडियन सिख महिंदर सिंह नागपाल की वीरवार की शाम गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में हार्ट अटैक से मौत हो गई है। नागपाल (78) का शव लेकर साथ गए परिवार के लोग अटारी-वाघा के रास्ते वतन लौट आए हैं। गौर हो कि गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाने के लिए एनआरआई जत्थे के साथ वह 9 नवंबर को पाकिस्तान गए थे। उनके साथ उनकी पत्नी तेजिंदर पाल कौर, जीजा हरजिंदर सिंह और बहन हरजीत कौर भी शामिल थीं। परिवार वालों के मुताबिक वह लोग जब गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में थे तो वीरवार शाम 5:30 बजे हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। परिवार वालों के मुताबिक महिंदर सिंह का जन्म 1946 में देश के बंटवारे से पहले पाकिस्तान के मियांवाली में हुआ था। बंटवारा हुआ तो उनका परिवार उजड़ कर हरियाणा के करनाल में आकर बस गया।