राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है अयोध्या में राम मंदिर परिसर में भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया गया है। रविवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंचा। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वायड टीम को बुलाया गया। ड्रोन कैमरे की जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला । पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश में खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं। राम मंदिर परिसर में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार की शिकायत पर पुलिस ने थाना राम जन्मभूमि में मामला दर्ज किया है। इसमें कहा गया है कि 17 फरवरी को शाम 7 बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर गेट नंबर-3 (ड्यूटी पॉइंट) पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया। उस वक्त महाकुंभ से आए श्रद्धालुओं की वजह से राम मंदिर में भारी भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। ऐसा लग रहा है कि मंदिर में भगदड़ मचाने की साजिश थी, जिससे भारी संख्या में जनहानि हो सकती थी। CO अयोध्या आशुतोष तिवारी का कहना है- शुरुआती जांच में सामने आया है कि ड्रोन आसपास के किसी शादी-विवाह समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किलोमीटर के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। ऐसे में हो सकता है कि एंटी-ड्रोन सिस्टम ने शादी समारोह में उड़ रहे ड्रोन को खींच लिया हो। ड्रोन को मार गिराया गया। फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है।

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है अयोध्या में राम मंदिर परिसर में भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया गया है। रविवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंचा। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वायड टीम को बुलाया गया। ड्रोन कैमरे की जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला । पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश में खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं। राम मंदिर परिसर में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार की शिकायत पर पुलिस ने थाना राम जन्मभूमि में मामला दर्ज किया है। इसमें कहा गया है कि 17 फरवरी को शाम 7 बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर गेट नंबर-3 (ड्यूटी पॉइंट) पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया। उस वक्त महाकुंभ से आए श्रद्धालुओं की वजह से राम मंदिर में भारी भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। ऐसा लग रहा है कि मंदिर में भगदड़ मचाने की साजिश थी, जिससे भारी संख्या में जनहानि हो सकती थी। CO अयोध्या आशुतोष तिवारी का कहना है- शुरुआती जांच में सामने आया है कि ड्रोन आसपास के किसी शादी-विवाह समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किलोमीटर के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। ऐसे में हो सकता है कि एंटी-ड्रोन सिस्टम ने शादी समारोह में उड़ रहे ड्रोन को खींच लिया हो। ड्रोन को मार गिराया गया। फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है।

लखनऊ के जन औषधि केंद्र बंद:मरीजों की परेशानी में इजाफा, नई कंपनी को संचालन की मिली हैं जिम्मेदारी

लखनऊ के जन औषधि केंद्र बंद:मरीजों की परेशानी में इजाफा, नई कंपनी को संचालन की मिली हैं जिम्मेदारी राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में खुले जन औषधि केंद्र फिर से बंद हो गए हैं। केंद्र बंद होने से मरीजों को सस्ती दवाएं नहीं मिल पा रही है। मरीज निजी मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं खरीद रहे हैं। करीब हफ्ते भर से केंद्र बंद हैं। नए अनुबंध बाद वेंडर ने दवा आपूर्ति का लाइसेंस नहीं लिया था। इसे लेकर ड्रग विभाग ने आपत्ति लगाते हुए दवाओं की ब्रिकी पर रोक लगाई है। लखनऊ के इन अस्पतालों में जन औषधि केंद्र शहर के 12 सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र का संचालन हो रहा है। इसमें बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, बीआरडी महानगर, रामसागर मिश्रा संयुक्त चिकित्सालय, KGMU, लोहिया संस्थान, रानीलक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय, मोहनलालगंज व गोसाईगंज सीएचसी में जनऔषधि केंद्र हैं। सरकारी अस्पतालों में औषधि केंद्रों के संचालन के लिए सरकार ने बीते साल दिसंबर माह में नए वेंडर से करार किया था। नई कंपनी को मिली जिम्मेदारी इस बार नई कंपनी को केंद्र संचालन की जिम्मेदारी मिली थी। पुराना टेंडर खत्म होने बाद सभी केंद्र बंद हो गए थे। जनवरी माह के दूसरे हफ्ते बाद केंद्र दोबारा खुलना शुरू हुए थे। जहां से मरीजों को सस्ती दर पर दवाएं मिल रही थी। नए वेंडर जरिए दवा आपूर्ति का लाइसेंस नहीं लिया गया था। पुराने टेंडर के लाइसेंस पर दवा की आपूर्ति कर रहे थे। ड्रग विभाग ने पुराना लाइसेंस निरस्त कर दिया। नए लाइसेंस का आवेदन निजी वेंडर ने किया है। ड्रग विभाग से नया लाइसेंस मिलने बाद ही अब जन औषधि केंद्र खुलेंगे। लाइसेंस की प्रक्रिया जल्द होगी पूरी सहायक मंडल आयुक्त ब्रजेश के मुताबिक, वेंडर ने नए लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। जिसकी प्रक्रिया पूरी कराई जा रही हैं,जल्द ही लाइसेंस जारी किया जाएगा। बहुत जल्द संचालन शुरू होने की उम्मीद डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल की तरफ से सब कुछ फॉर्मेलिटी पूरी कर दी गई हैं। कही कोई समस्या नहीं हैं, उम्मीद हैं कि बहुत जल्द फिर से संचालन शुरू हो जाएगा।

UP BOARD- 12वीं एग्जाम तैयारी स्पेशल:बायो में डायग्राम की लेबलिंग जरूर करें, पॉइंट्स में जवाब देना बेहतर

UP BOARD- 12वीं एग्जाम तैयारी स्पेशल:बायो में डायग्राम की लेबलिंग जरूर करें, पॉइंट्स में जवाब देना बेहतर साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी बेहद अहम विषय होता है। कई बार फिजिक्स और केमिस्ट्री के चक्कर में स्टूडेंट्स इसको लेकर थोड़ा लापरवाही बरतते हैं। हमेशा यह ध्यान रहे कि बायोलॉजी के पेपर में थोड़ी मेहनत से अच्छा स्कोर पाया जा सकता हैं। इसके लिए कुछ बेसिक टिप्स हैं, जिसका ध्यान रखना जरूरी है। ये कहना है, लखनऊ की बायोलॉजी एक्सपर्ट रेशमा सिंह। उन्होंने बताया कि कुछ सामान्य से ऐहतियात के साथ बायोलॉजी के पेपर में बहुत अच्छा स्कोर किया जा सकता है। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 118वें एपिसोड में लखनऊ के जुबली इंटर कॉलेज की बायोलॉजी की प्रवक्ता रेशमा सिंह से खास बातचीत.. डॉ. रेशमा कहती हैं कि बायोलॉजी में आंसर के साथ डायग्राम जरूर बनाए और लेबलिंग भी जरूर करें। जहां जरूरत है। वहां पर ग्राफ और टेबल बनाकर जवाब लिखेंगे तो नंबर भी ज्यादा मिलेंगे। इसके अलावा इन अहम बातों का भी ध्यान रखें…

सपा का हंगामा, अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ पाईं राज्यपाल:59 मिनट का था…केवल 8 मिनट पढ़कर लौटीं; बेड़ियों में विधानसभा पहुंचे सपा विधायक

सपा का हंगामा, अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ पाईं राज्यपाल:59 मिनट का था…केवल 8 मिनट पढ़कर लौटीं; बेड़ियों में विधानसभा पहुंचे सपा विधायक यूपी विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा। शुरुआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से हुई। उन्होंने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। सपा विधायक वेल में आ गए। राज्यपाल वापस जाओ। नकारा है सरकार। कुंभ में मौत के आंकड़े जारी करो, झूठा भाषण बंद करो…जैसे नारे लगाने लगे। शोर-शराबे के बीच राज्यपाल महज साढ़े 8 मिनट भाषण पढ़कर लौट गईं, जबकि उनका अभिभाषण 59 मिनट का था। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने साढ़े 12 बजे तक सदन स्थगित कर दिया, फिर सदन शुरू हुआ तो नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि विधानसभा में अगर अंग्रेजी बोल सकते हैं तो उर्दू भी करना चाहिए। उर्दू भी तो भाषा है। इस पर सीएम योगी गुस्से में नजर आए। कहा- ये लोग अपने बच्चों को इंग्लिश स्कूल में पढ़ाएंगे। दूसरे के बच्चे के लिए अगर वह सुविधा सरकार देना चाहती है तो कहते हैं कि इसको उर्दू पढ़ाओ। यानी ये बच्चों को मौलवी बनाना चाहते हैं। देश को कठमुल्लापन की ले जाना चाहते हैं। यह नहीं चलेगा। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 3 तस्वीरें देखिए- इससे पहले, विधानसभा के बाहर सपा ने जोरदार प्रदर्शन किया। सपा विधायक अतुल प्रधान खुद को बेड़ियों में जकड़कर पहुंचे। कहा- अमेरिका जिस तरह से भारतीयों का अपमान कर रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा साइकिल से विधानसभा पहुंचे। उन्होंने साइकिल पर मटकी टांग रखी थी, जिस पर लिखा था- नैतिकता का अस्थि कलश। आज से शुरू हुआ बजट सत्र 5 मार्च तक चलेगा। 20 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। बजट सत्र से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए-

ई-बसों के बाद परिवहन विभाग चलाएगा ई-बाइक:प्रदेश के 15 शहरों में होगा संचालन; किराये पर लोग कर सकेंगे उपयोग

ई-बसों के बाद परिवहन विभाग चलाएगा ई-बाइक:प्रदेश के 15 शहरों में होगा संचालन; किराये पर लोग कर सकेंगे उपयोग शहर में ई-बस के संचालन के बाद अब ई-साइकिल और ई-बाइक चलाने की तैयारी है। ई-बस की भांति पीपीपी मोड पर ई-साइकिल व ई-बाइक का संचालन होगा। ओला और ऊबर बाइक की बढ़ती मांग को देखते हुये नगरीय परिवहन निदेशालय ने इसी तर्ज पर कानपुर समेत 15 जिलों में टू-व्हीलर चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसको लेकर विभाग ने नगर निगम को पत्र भेजकर प्रस्तावित रूट, चार्जिंग स्टेशन की संख्या व अन्य जरूरी जानकारियां मांगी हैं, ताकि आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार किया जा सके। इनको लोग किराये पर ले सकेंगे और शहर में आराम से चल सकेंगे। 15 शहरों में पीपीपी मॉडल पर चलेगी
नगरीय परिवहन निदेशालय ने नगरीय परिवहन निधि नियमावली-2013 के तहत प्रदेश के 15 शहरों में पीपीपी मोड पर बाइसिकल और ई-बाइक संचालन का प्रस्ताव तैयार किया है। निदेशालय के अनुसार लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा-वृन्दावन, बरेली, शाहजहांपुर, झांसी, अयोध्या एवं मुरादाबाद में नगरीय बसों का संचालन हो रहा है। इन जिलों में विभाग अब ओला और ऊबर की तर्ज पर ही टू-व्हीलर सुविधा शुरू करेगा। निदेशालय के संयुक्त निदेशक जयदीप वर्मा ने बताया कि इस सुविधा से आम नागरिकों को अन्तिम छोर तक परिवहन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। विकल्प के रूप में ई-साइकिल व ई-बाइक संचालित कराये जाने की अत्यधिक आवश्यकता है। आज जनमानस को मिलेगा सीधा लाभ
ई-साइकिल और ई-बाइक के संचालन से विद्यार्थियों एवं जनसामान्य को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। इनके संचालन से नगरीय बसों एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के साथ ही आय में वृद्धि की भी सम्भावना है। नगर निगम से निदेशालय ने मांगा डाटा
सुविधा को शुरू करने से पहले निदेशालय ने नगर निगम को लेटर भेजा है। शहरों में वर्तमान में कंपनियों द्वारा संचालित ई-बाइक का डाटा निदेशालय ने मांगा है। ताकि, संचालन से सम्बन्धित प्रणाली का समन्वय कर मॉडल आरएफपी तैयार की जा सके। बता दें कि नगर निगम के स्तर से पीपीपी. मोड पर निविदा के माध्यम से आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। यह जानकारी भी मांगी
1. स्मार्ट सिटी या अन्य योजनान्तर्गत ई-साइकिल और ई-बाइक का विवरण।
2. उपयुक्त क्षेत्र का विवरण जहां साइकिल व ई-बाइक संचालन हो सके।
3. साइकिल व ई-बाईक के संचालन (चार्जिंग स्टेशन एवं पार्किंग) के लिये आवश्यक भूमि का विवरण।

पूजा स्थलों के संरक्षण कानून पर स्टे बरकरार:सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई, तीन सदस्यीय बेंच करेगी अगली सुनवाई, जमीयत उलमा-ए-हिंद ने रखा अपना पक्ष

पूजा स्थलों के संरक्षण कानून पर स्टे बरकरार:सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई, तीन सदस्यीय बेंच करेगी अगली सुनवाई, जमीयत उलमा-ए-हिंद ने रखा अपना पक्ष पूजा स्थलों के संरक्षण कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने पूजा स्थलों के संरक्षण कानून के खिलाफ पांच नई याचिकाएं पेश करने पर कोई नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि किसी भी मामले की एक सीमा होती है, और यह अदालत को तय करनी होती है। हालांकि, नई याचिकाओं को याचिकाकर्ता के रूप में दाखिल करने की अनुमति दी गई है। पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने स्टे (अस्थायी रोक) को बरकरार रखा था और मामले को तीन सदस्यीय पीठ के पास भेज दिया। अब ये मामला अप्रैल के पहले सप्ताह में तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष सुना जाएगा। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, केंद्र सरकार को सभी याचिकाओं पर एक साथ हलफनामा दाखिल करना होगा। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की बेंच ने कहा-पहले सभी याचिकाओं को एक साथ दाखिल किया जाए, इसके बाद केंद्र सरकार हलफनामा दायर करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को अब तक हलफनामा दाखिल न करने पर नाराजगी भी जताई। सुनवाई के दौरान, जमीयत उलमा-ए-हिंद के वकील एडवोकेट एजाज मकबूल ने अब तक दायर याचिकाओं का सारांश कोर्ट के सामने प्रस्तुत किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार किया। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर संतोष जताते हुए कहा कि स्टे बनाए रखना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, क्योंकि इससे सांप्रदायिक ताकतों को उकसाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा नहीं मिलेगा। मौलाना मदनी ने कहा-“बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हमने भारी मन से स्वीकार किया था, यह सोचकर कि अब कोई नया विवाद नहीं होगा। लेकिन हमारा ये विश्वास गलत साबित हुआ। अब फिर से सांप्रदायिक ताकतें सक्रिय हो गई हैं और इबादतगाहों को निशाना बनाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि “अगर पूजा स्थलों के संरक्षण का कानून खत्म हो गया तो देश में कोई भी मस्जिद, कब्रिस्तान, ईदगाह या इमामबाड़ा सुरक्षित नहीं रहेगा। सांप्रदायिक तत्व हर जगह मंदिर होने का दावा कर विवाद खड़ा करेंगे।” इस मामले में संभल की शाही जामा मस्जिद और अजमेर दरगाह पर हिंदुओं के दावे को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही मस्जिदों और अन्य मुस्लिम इबादतगाहों पर मुकदमों पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने निचली अदालतों को ऐसे मुकदमे दर्ज करने से भी मना किया है और आदेश दिया कि मस्जिदों का सर्वेक्षण नहीं किया जाएगा। इस कानून के समर्थन में जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सबसे पहले विशेष याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पहली सुनवाई में जमीयत की ओर से सीनियर एडवोकेट राजीव धवन पेश हुए थे। उसके बाद से संगठन लगातार मुकदमे की पैरवी कर रहा है। सुनवाई में जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से सीनियर एडवोकेट यूसुफ हातिम मच्छाला, एडवोकेट वृंदा ग्रोवर, एडवोकेट एजाज मकबूल, एडवोकेट शाहिद नदीम और एडवोकेट सैफ जिया मौजूद थे।

मां के मर्डर का राज खोलने वाली बेटी का दर्द:झांसी में बोली- पापा ने मारा-पीटा, फिर फांसी लगाई, पोस्टमार्टम में 9 चोट मिली, मासूम ने दी मुखाग्नि

मां के मर्डर का राज खोलने वाली बेटी का दर्द:झांसी में बोली- पापा ने मारा-पीटा, फिर फांसी लगाई, पोस्टमार्टम में 9 चोट मिली, मासूम ने दी मुखाग्नि ‘पहले पापा अच्छे थे। मम्मा का खूब ख्याल रखते थे। लड़ाई भी नहीं करते थे। मगर, वो धीरे-धीरे बदल गए। घर से पैसे ले जाकर दारू पीते और मम्मा से लड़ते थे। शनिवार को शादी से लौटकर आए तो पापा ने मम्मा को मारा-पीटा और फिर फांसी लगा दी। फिर गोदी में उठाकर कार में बैठाया और अस्पताल ले गए, वहां मम्मा मर गई।’ झांसाी में तुतलाते हुए ये बात 5 साल की बच्ची दर्शिका ने कही। जिसकी मां सोनाली का उसके पापा संदीप बुधौलिया ने मर्डर कर दिया। मायके वाले आए तो संदीप ने बताया कि सोनाली ने सुसाइड कर लिया। दर्शिका से पूछा तो उसने मां के मर्डर का राज खोल दिया। उसने पेंटिंग बनाकर बताया कि किस तरह पापा ने हत्या की है। पोस्टमॉर्टम में 9 चोटें मिलीं मजिस्ट्रेट के पंचनामा भरने के बाद दो डॉक्टरों के पैनल ने सोनाली के शव का पोस्टमॉर्टम किया। इस दौरान उसके शरीर पर करीब 9 चोटें मिलीं। जबकि, मौत का कारण फांसी है। यानी सोनाली को पहले बुरी तरह पीटा गया था। उसके हाथ-पैर पर चोट के निशान थे। पिता संजीव त्रिपाठी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने पति संदीप, सास विनीता, जेठ कृष्ण कुमार और जेठानी मनीषा के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने पति को हिरासत में लिया है। बेटी ने मुखाग्नि दी, नम हुई आंखें पोस्टमॉर्टम के बाद मायके वाले सोनाली का शव बड़ागांव गेट के बाहर शमशान घाट ले गए। यहां अंतिम संस्कार की सारी रस्में मासूम बेटी ने निभाई। बेटी ने मां के शव पर फूल-माला चढ़ाया। जब मां का शव चिता पर रखा गया तो मासूम बेचैन हो उठी। उसकी आंखें नम हो गईं। उसने मां की चिता को हाथ लगाया और फिर मुखाग्नि देते हुए अंतिम संस्कार किया। यह हृदयविदारक नजारा देखकर वहां मौजूद हर शख्स रोने लगा। मासूम ने कहा कि मैंने मम्मा का अंतिम संस्कार किया, क्योंकि पापा नहीं आए। पापा ने मम्मा को मार दिया था। इसलिए वह नहीं आए। पुलिस उनको ढूंढ़ रही है। पापा को पुलिस ने खोज लिया, अब उन्हें जेल में डालेंगे। अब विस्तार से जानिए पूरा मामला… 6 साल पहले हुई थी सोनाली की शादी सोनाली समथर के नई बस्ती की रहने वाली थी। अभी वह फैमिली के साथ पंचवटी स्थित शिव परिवार कॉलोनी में रहती थी। 2019 में उसकी शादी संदीप बुधौलिया से हुई थी। संदीप दवा कंपनी में एमआर है। पिता संजीव ने बताया कि बेटी के ससुराल वाले कार मांग रहे थे। नहीं दी तो बेटी से मारपीट करते थे। 5 साल पहले सोनाली ने एक बेटी को जन्म दिया। ससुरालवालों ने कहा कि उन्हें बेटा चाहिए था। इसके लिए ताने मारे। उनको समझाया कि ये किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं हैं। लेकिन, वे अस्पताल से भाग गए। फिर मारपीट कर उसका हाथ जला दिए। तब हमने केस कर दिया। दो साल तक कोर्ट में केस चला। 6 माह पहले समझौता हो गया। तब बेटी को ससुराल भेजा। लेकिन हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ। पिता को फांसी की सूचना दी पिता ने बताया- सोनाली के मामा के बेटे की शादी थी। सोनाली बेटी को लेकर 12 फरवरी को शादी में गई थी। 14 फरवरी को शादी हुई। रविवार को पति ने फोन कर कहा कि आ जाओ, वरना कभी मत आना। ऐसे में शाम को बेटी को भेज दिया। वो शाम करीब 6 बजे अपने घर पहुंच गई। सोमवार सुबह बेटी के ससुराल से फोन आया कि सोनाली ने फांसी लगा ली है। तब हम लाेग मेडिकल कॉलेज पहुंचे। तब नातिन ने बताया कि पापा ने मारपीट कर मम्मा को फांसी लगा दी। 10 दिन बाद मैरिज एनीवर्सरी थी सोनाली की मां विनीता त्रिपाठी ने कहा- इस 27 फरवरी को बेटी की शादी को 7 साल पूरे हो जाते। लेकिन वो कभी खुश नहीं रही। हमने 7 बीघा जमीन बेचकर उसकी शादी की थी। शादी के बाद से ही उसे परेशान किया जाने लगा। वो पैसे और कार मांग रहे थे। मगर मेरे पास देने को कुछ नहीं था। उसे खूब परेशान किया। ……………….. ये खबर भी पढ़ें… आगरा….पत्नी की हत्या करने को मायके से बुलाकर लाया:हैवान पति ने दरांती से काट दिया गला, जान निकलने तक मारता रहा आगरा के कुर्राचित्तरपुर (इरादतनगर) स्थित गांव करोंधना के मजरा बाग खिन्नी में पति हैवान बन गया। उसने पत्नी के गले पर दरांती से वार कर गला काट दिया। फर्श पर गिर जाने पर उसने पेट पर भी वार किए। जब तक पत्नी की जान नहीं निकल गई वो वार करता रहा। बच्चों के लौट आने पर भाग निकला। उधर, मायके पक्ष ने पहुंचकर हंगामा किया। पढ़िए पूरी खबर

महाकुंभ का 37वां दिन, 54 करोड़ ने स्नान किया:अब तक साढ़े 7 लाख का इलाज हुआ, 4 हजार ऑपरेशन हुए; सड़कों पर भीषण जाम

महाकुंभ का 37वां दिन, 54 करोड़ ने स्नान किया:अब तक साढ़े 7 लाख का इलाज हुआ, 4 हजार ऑपरेशन हुए; सड़कों पर भीषण जाम महाकुंभ का आज 37वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। फैमिली के साथ इन दिनों लोग कार से आ रहे हैं। इस वजह से हाईवे पर लंबा जाम है। नैनी नया ब्रिज, फाफामऊ जैसे एरिया में देर रात तक कारों की 10-12 किमी लंबी लाइन लगी रही। संगम से शहर की ओर 12 से 15 किमी तक सड़कें जाम हैं। भीड़ इतनी है कि पैदल चलना भी मुश्किल है। अब तक साढ़े 7 लाख मरीजों का इलाज हुआ अमेरिका-लंदन के साथ ऑस्ट्रेलिया और इजराइल के विशेषज्ञों ने महाकुंभ मेले के अस्थायी अस्पताल की सुविधाओं को देखा। रिकॉर्ड बुक में लिखा- योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज में जो कर दिखाया, वैसा दुनिया के किसी देश में संभव नहीं। महाकुंभ में साढ़े 7 लाख श्रद्धालुओं का इलाज हुआ। एम्स दिल्ली और IMS बीएचयू के डॉक्टर भी यहां तैनात हैं। यूके के कैटेनियन डेविडसन ने कहा कि इतनी शानदार चिकित्सा सुविधाएं पहली बार किसी अस्थायी अस्पताल में देखी हैं। अपने देश में भी अस्थायी अस्पतालों में इतनी बेहतर व्यवस्थाएं कभी नहीं देखीं। महाकुंभ में अब तक 4000 छोटे और 12 बड़े ऑपरेशन हुए महाकुंभ में एलोपैथी के 23 अस्पतालों में साढ़े पांच लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इसके अलावा 5 लाख से अधिक पैथोलॉजी टेस्ट किए गए हैं। अब तक 4000 छोटे और 12 बड़े ऑपरेशन किए गए। वहीं, डॉ. गिरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारी डॉ. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम ने आयुष चिकित्सा से अब तक 2.25 लाख से अधिक मरीजों का उपचार किया है। संगम स्टेशन 26 और स्कूल 20 फरवरी तक बंद
भीड़ के चलते दारागंज स्थित संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। इंटरमीडिएट तक के स्कूल 20 फरवरी तक बंद कर दिए गए हैं। आज इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आखिरी दिन
महाकुंभ में 16 फरवरी से चल रहे इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आज आखिरी दिन है। इसमें लगभग 200 प्रजातियों के पक्षियों को दिखाया जा रहा है। इसमें लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर, फ्लेमिंगो और साइबेरियन क्रेन आदि का दीदार कर सकते हैं। यहां साइबेरिया, मंगोलिया, अफगानिस्तान समेत 10 से अधिक देशों से साइबेरियन पक्षी का भी दीदार कर सकते हैं। फेस्टिवल के दौरान फोटोग्राफी, पेंटिंग, स्लोगन लेखन, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी समेत अनेक प्रतियोगिताएं हो रही हैं। इनके विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। एक दिन पहले क्या हुआ था? महाकुंभ में सोमवार रात 8 बजे भीषण जाम लगा। संगम से फाफामऊ तक 12 किमी लंबा जाम लगा रहा। महाकुंभ से करीब 10-12 किमी तक पूरे शहर की यही स्थिति है। रोड पर कारों की लंबी लाइन दिखी। रात 8 बजे तक 1.35 करोड़ लोगों ने स्नान किया। सेक्टर-8 में दोपहर में आग लगी। श्री कपि मानस मंडल और उपभोक्ता संरक्षण समिति के दो-दो पंडाल जल गए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने संगम स्नान किया। महाकुंभ में पहली बार नगर निगम सदन की बैठक हुई। गंगा पंडाल में 8 घंटे में करीब 10 हजार लोगों ने हैंड प्रिंटिंग बनाकर इतिहास रचा। पढ़ें पूरी खबर… 10 किमी पैदल चलना पड़ेगा, VVIP पास रद्द
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भी संगम से 10-12 किमी पहले बनाई गई पार्किंग में रोके जा रहे हैं। यहां से शटल बस की व्यवस्था की गई है। आगे के रास्ते पैदल चल रहे श्रद्धालुओं से भरे हैं। ऐसे में शटल बस अगर जा भी रही है, तो जाम में रेंग रही है। ट्रेन से जा रहे हैं, तो स्टेशन से लोगों को पैदल जाना पड़ रहा है। पार्किंग और स्टेशन से करीब 10 से 15 किमी की दूरी लोगों का पैदल तय करनी पड़ रही है। VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं।

महाकुंभ का 37वां दिन, 54 करोड़ ने स्नान किया:अब तक साढ़े 7 लाख का इलाज हुआ, 4 हजार ऑपरेशन हुए; सड़कों पर भीषण जाम

महाकुंभ का 37वां दिन, 54 करोड़ ने स्नान किया:अब तक साढ़े 7 लाख का इलाज हुआ, 4 हजार ऑपरेशन हुए; सड़कों पर भीषण जाम महाकुंभ का आज 37वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। फैमिली के साथ इन दिनों लोग कार से आ रहे हैं। इस वजह से हाईवे पर लंबा जाम है। नैनी नया ब्रिज, फाफामऊ जैसे एरिया में देर रात तक कारों की 10-12 किमी लंबी लाइन लगी रही। संगम से शहर की ओर 12 से 15 किमी तक सड़कें जाम हैं। भीड़ इतनी है कि पैदल चलना भी मुश्किल है। अब तक साढ़े 7 लाख मरीजों का इलाज हुआ अमेरिका-लंदन के साथ ऑस्ट्रेलिया और इजराइल के विशेषज्ञों ने महाकुंभ मेले के अस्थायी अस्पताल की सुविधाओं को देखा। रिकॉर्ड बुक में लिखा- योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज में जो कर दिखाया, वैसा दुनिया के किसी देश में संभव नहीं। महाकुंभ में साढ़े 7 लाख श्रद्धालुओं का इलाज हुआ। एम्स दिल्ली और IMS बीएचयू के डॉक्टर भी यहां तैनात हैं। यूके के कैटेनियन डेविडसन ने कहा कि इतनी शानदार चिकित्सा सुविधाएं पहली बार किसी अस्थायी अस्पताल में देखी हैं। अपने देश में भी अस्थायी अस्पतालों में इतनी बेहतर व्यवस्थाएं कभी नहीं देखीं। महाकुंभ में अब तक 4000 छोटे और 12 बड़े ऑपरेशन हुए महाकुंभ में एलोपैथी के 23 अस्पतालों में साढ़े पांच लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इसके अलावा 5 लाख से अधिक पैथोलॉजी टेस्ट किए गए हैं। अब तक 4000 छोटे और 12 बड़े ऑपरेशन किए गए। वहीं, डॉ. गिरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारी डॉ. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम ने आयुष चिकित्सा से अब तक 2.25 लाख से अधिक मरीजों का उपचार किया है। संगम स्टेशन 26 और स्कूल 20 फरवरी तक बंद
भीड़ के चलते दारागंज स्थित संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। इंटरमीडिएट तक के स्कूल 20 फरवरी तक बंद कर दिए गए हैं। आज इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आखिरी दिन
महाकुंभ में 16 फरवरी से चल रहे इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आज आखिरी दिन है। इसमें लगभग 200 प्रजातियों के पक्षियों को दिखाया जा रहा है। इसमें लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर, फ्लेमिंगो और साइबेरियन क्रेन आदि का दीदार कर सकते हैं। यहां साइबेरिया, मंगोलिया, अफगानिस्तान समेत 10 से अधिक देशों से साइबेरियन पक्षी का भी दीदार कर सकते हैं। फेस्टिवल के दौरान फोटोग्राफी, पेंटिंग, स्लोगन लेखन, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी समेत अनेक प्रतियोगिताएं हो रही हैं। इनके विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। एक दिन पहले क्या हुआ था? महाकुंभ में सोमवार रात 8 बजे भीषण जाम लगा। संगम से फाफामऊ तक 12 किमी लंबा जाम लगा रहा। महाकुंभ से करीब 10-12 किमी तक पूरे शहर की यही स्थिति है। रोड पर कारों की लंबी लाइन दिखी। रात 8 बजे तक 1.35 करोड़ लोगों ने स्नान किया। सेक्टर-8 में दोपहर में आग लगी। श्री कपि मानस मंडल और उपभोक्ता संरक्षण समिति के दो-दो पंडाल जल गए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने संगम स्नान किया। महाकुंभ में पहली बार नगर निगम सदन की बैठक हुई। गंगा पंडाल में 8 घंटे में करीब 10 हजार लोगों ने हैंड प्रिंटिंग बनाकर इतिहास रचा। पढ़ें पूरी खबर… 10 किमी पैदल चलना पड़ेगा, VVIP पास रद्द
बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भी संगम से 10-12 किमी पहले बनाई गई पार्किंग में रोके जा रहे हैं। यहां से शटल बस की व्यवस्था की गई है। आगे के रास्ते पैदल चल रहे श्रद्धालुओं से भरे हैं। ऐसे में शटल बस अगर जा भी रही है, तो जाम में रेंग रही है। ट्रेन से जा रहे हैं, तो स्टेशन से लोगों को पैदल जाना पड़ रहा है। पार्किंग और स्टेशन से करीब 10 से 15 किमी की दूरी लोगों का पैदल तय करनी पड़ रही है। VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं।