शिखर धवन ने पूछा-ताजमहल के कारीगरों के हाथ कटवाए थे?:गाइड का जवाब- कोई सबूत नहीं; फैंस गब्बर-गब्बर चिल्लाए; डायना बेंच पर फोटो खिंचाई

शिखर धवन ने पूछा-ताजमहल के कारीगरों के हाथ कटवाए थे?:गाइड का जवाब- कोई सबूत नहीं; फैंस गब्बर-गब्बर चिल्लाए; डायना बेंच पर फोटो खिंचाई क्रिकेटर शिखर धवन मंगलवार को ताजमहल देखने आगरा पहुंचे। उन्होंने करीब एक घंटे तक ताज का दीदार किया। गाइड ने शिखर धवन को ताजमहल की विजिट कराई। इस दौरान शिखर ने गाइड से पूछा- क्या सच में ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ कटवा दिए थे? गाइड ने शिखर धवन को बताया कि हाथ कटवाने के कोई प्रमाण नहीं हैं। ताजमहल घूमने के बाद विजिटर बुक पर शिखर धवन ने लिखा- सुंदरता अभूतपूर्व है। इसका रख-रखाव बहुत अच्छी तरह से किया जा रहा है। शिखर को देखकर सेल्फी लेने की मची होड़
कैप, प्रिंटेंड जैकेट, ब्लैक बरमूडा में शिखर को अचानक ताजमहल को देखकर फैंस उत्साहित हो गए। उन्हें देखकर पर्यटकों में सेल्फी लेने की होड़ मच गई। शिखर को देखकर लोग गब्बर-गब्बर चिल्लाने लगे। शिखर ने हाथ हिलाकर फैंस का अभिवादन किया। पहले 3 तस्वीरें… शिखर ने गाइड से पूछा- ताज कितने वक्त में बना?
शिखर धवन ने गाइड से ताजमहल को लेकर कई सवाल पूछे। पूछा- ताजमहल बनने में कितना समय लगा? कितने कारीगरों ने बनवाया, कितना खर्च हुआ? उन्होंने कहा- यहां असली और नकली कब्र क्या है? गाइड ने उनके सभी सवालों के जवाब दिए। बताया कि साल में सिर्फ एक बार उर्स के दौरान ही नीचे की कब्र खोली जाती है। बेंच का नाम डायना क्यों?
शिखर धवन ने डायना बेंच को लेकर भी गाइड से सवाल किए। उन्होंने पूछा कि इसका नाम डायन बेंच क्यों है? गाइड ने बताया कि ब्रिटेन की प्रिंसेज डायना 1992 में ताजमहल आई थीं। लाल रंग की ड्रेस में ताजमहल के सामने संगमरमर की बेंच पर अकेले बैठी डायना की तस्वीर पूरी दुनिया में छा गई थी। इसके बाद से यह बेंच डायना बेंच के नाम से मशहूर हो गई। अब पढ़िए शिखर धवन का क्रिकेट करियर… शिखर धवन ने क्रिकेट के तीनों फार्मेट से लिया संन्यास
टीम इंडिया के ओपनर रहे शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। शिखर ने 2011 में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में डेब्यू किया था। टेस्ट टीम में उन्हें 2013 में जगह मिली थी। 34 टेस्ट में 40.61 के औसत से धवन ने 2315 रन बनाए। 167 वन-डे मैचों में 44.11 के औसत से 7436 रन बनाए। वहीं, 68 T-20 मैचों में उन्होंने 27.92 के औसत से 1759 रन बनाए हैं। 2024 में पंजाब किंग्स से खेले थे धवन
शिखर IPL में पहले सीजन से जुड़े हैं। संन्यास की घोषणा करते वक्त उन्होंने IPL खेलने या ना खेलने पर कुछ नहीं कहा। इससे लगता है कि वे IPL खेलाना जारी रख सकते हैं। पहले सीजन 2008 में वे दिल्ली के लिए राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पहला मैच खेलने उतरे थे। आखिरी मैच 2024 में पंजाब किंग्स की ओर से सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेला था। इस सीजन में वे इंजरी के कारण कई मैच नहीं खेल पाए। 2012 में शादी, 2023 में तलाक
शिखर धवन ने 2012 में अपने से 10 साल बड़ी तालाकशुदा आयशा मुखर्जी से शादी की थी। आयशा की पहले से ही दो बेटियां थीं। दोनों की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी, जो प्यार में बदल गई। 2014 में उनका बेटा जोरावर हुआ। 2021 में शिखर और आयशा अलग हो गए थे। आयशा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में शिखर से अपने तलाक की बात लिखी थी। 4 अक्टूबर, 2023 में दिल्ली के फैमिली कोर्ट ने तलाक की मंजूरी दे दी। कोर्ट ने माना कि आयशा ने शिखर के साथ मानसिक क्रूरता की। कोर्ट ने तलाक याचिका में धवन के आरोपों को इस आधार पर मंजूरी दी कि आयशा ने या तो इनका विरोध नहीं किया या फिर वे खुद का बचाव करने में विफल रहीं। ———————- ये खबर भी पढ़ें… बेटियों की जिद पर ताजमहल देखने पहुंचे ऋषि सुनक; ब्रिटेन के पूर्व PM बोले- बहुत खूबसूरत, सादगी के कायल हुए पर्यटक ब्रिटेन के पूर्व PM ऋषि सुनक ने आगरा के ताजमहल का दीदार किया। सुनक पत्नी अक्षता, सास सुधामूर्ति, दोनों बेटियों कृष्णा और अनुष्का के साथ एक घंटे तक रहे। दरअसल, ऋषि सुनक शनिवार सुबह दो दिवसीय दौर पर आगरा पहुंचे। उनके शेड्यूल में रविवार को सूर्योदय के समय ताजमहल देखना था, लेकिन बेटियों की जिद और रिक्वेस्ट के चलते सूर्यास्त के समय ही ताजमहल देखने पहुंच गए। पढ़िए पूरी खबर

शिखर धवन ने पूछा-ताजमहल के कारीगरों के हाथ कटवाए थे?:गाइड का जवाब- कोई सबूत नहीं; फैंस गब्बर-गब्बर चिल्लाए; डायना बेंच पर फोटो खिंचाई

शिखर धवन ने पूछा-ताजमहल के कारीगरों के हाथ कटवाए थे?:गाइड का जवाब- कोई सबूत नहीं; फैंस गब्बर-गब्बर चिल्लाए; डायना बेंच पर फोटो खिंचाई क्रिकेटर शिखर धवन मंगलवार को ताजमहल देखने आगरा पहुंचे। उन्होंने करीब एक घंटे तक ताज का दीदार किया। गाइड ने शिखर धवन को ताजमहल की विजिट कराई। इस दौरान शिखर ने गाइड से पूछा- क्या सच में ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ कटवा दिए थे? गाइड ने शिखर धवन को बताया कि हाथ कटवाने के कोई प्रमाण नहीं हैं। ताजमहल घूमने के बाद विजिटर बुक पर शिखर धवन ने लिखा- सुंदरता अभूतपूर्व है। इसका रख-रखाव बहुत अच्छी तरह से किया जा रहा है। शिखर को देखकर सेल्फी लेने की मची होड़
कैप, प्रिंटेंड जैकेट, ब्लैक बरमूडा में शिखर को अचानक ताजमहल को देखकर फैंस उत्साहित हो गए। उन्हें देखकर पर्यटकों में सेल्फी लेने की होड़ मच गई। शिखर को देखकर लोग गब्बर-गब्बर चिल्लाने लगे। शिखर ने हाथ हिलाकर फैंस का अभिवादन किया। पहले 3 तस्वीरें… शिखर ने गाइड से पूछा- ताज कितने वक्त में बना?
शिखर धवन ने गाइड से ताजमहल को लेकर कई सवाल पूछे। पूछा- ताजमहल बनने में कितना समय लगा? कितने कारीगरों ने बनवाया, कितना खर्च हुआ? उन्होंने कहा- यहां असली और नकली कब्र क्या है? गाइड ने उनके सभी सवालों के जवाब दिए। बताया कि साल में सिर्फ एक बार उर्स के दौरान ही नीचे की कब्र खोली जाती है। बेंच का नाम डायना क्यों?
शिखर धवन ने डायना बेंच को लेकर भी गाइड से सवाल किए। उन्होंने पूछा कि इसका नाम डायन बेंच क्यों है? गाइड ने बताया कि ब्रिटेन की प्रिंसेज डायना 1992 में ताजमहल आई थीं। लाल रंग की ड्रेस में ताजमहल के सामने संगमरमर की बेंच पर अकेले बैठी डायना की तस्वीर पूरी दुनिया में छा गई थी। इसके बाद से यह बेंच डायना बेंच के नाम से मशहूर हो गई। अब पढ़िए शिखर धवन का क्रिकेट करियर… शिखर धवन ने क्रिकेट के तीनों फार्मेट से लिया संन्यास
टीम इंडिया के ओपनर रहे शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। शिखर ने 2011 में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में डेब्यू किया था। टेस्ट टीम में उन्हें 2013 में जगह मिली थी। 34 टेस्ट में 40.61 के औसत से धवन ने 2315 रन बनाए। 167 वन-डे मैचों में 44.11 के औसत से 7436 रन बनाए। वहीं, 68 T-20 मैचों में उन्होंने 27.92 के औसत से 1759 रन बनाए हैं। 2024 में पंजाब किंग्स से खेले थे धवन
शिखर IPL में पहले सीजन से जुड़े हैं। संन्यास की घोषणा करते वक्त उन्होंने IPL खेलने या ना खेलने पर कुछ नहीं कहा। इससे लगता है कि वे IPL खेलाना जारी रख सकते हैं। पहले सीजन 2008 में वे दिल्ली के लिए राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पहला मैच खेलने उतरे थे। आखिरी मैच 2024 में पंजाब किंग्स की ओर से सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेला था। इस सीजन में वे इंजरी के कारण कई मैच नहीं खेल पाए। 2012 में शादी, 2023 में तलाक
शिखर धवन ने 2012 में अपने से 10 साल बड़ी तालाकशुदा आयशा मुखर्जी से शादी की थी। आयशा की पहले से ही दो बेटियां थीं। दोनों की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी, जो प्यार में बदल गई। 2014 में उनका बेटा जोरावर हुआ। 2021 में शिखर और आयशा अलग हो गए थे। आयशा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में शिखर से अपने तलाक की बात लिखी थी। 4 अक्टूबर, 2023 में दिल्ली के फैमिली कोर्ट ने तलाक की मंजूरी दे दी। कोर्ट ने माना कि आयशा ने शिखर के साथ मानसिक क्रूरता की। कोर्ट ने तलाक याचिका में धवन के आरोपों को इस आधार पर मंजूरी दी कि आयशा ने या तो इनका विरोध नहीं किया या फिर वे खुद का बचाव करने में विफल रहीं। ———————- ये खबर भी पढ़ें… बेटियों की जिद पर ताजमहल देखने पहुंचे ऋषि सुनक; ब्रिटेन के पूर्व PM बोले- बहुत खूबसूरत, सादगी के कायल हुए पर्यटक ब्रिटेन के पूर्व PM ऋषि सुनक ने आगरा के ताजमहल का दीदार किया। सुनक पत्नी अक्षता, सास सुधामूर्ति, दोनों बेटियों कृष्णा और अनुष्का के साथ एक घंटे तक रहे। दरअसल, ऋषि सुनक शनिवार सुबह दो दिवसीय दौर पर आगरा पहुंचे। उनके शेड्यूल में रविवार को सूर्योदय के समय ताजमहल देखना था, लेकिन बेटियों की जिद और रिक्वेस्ट के चलते सूर्यास्त के समय ही ताजमहल देखने पहुंच गए। पढ़िए पूरी खबर

प्रयागराज में गंगा–यमुना का पानी स्नान लायक नहीं:सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने 73 जगहों के पानी की टेस्टिंग की, NGT में रिपोर्ट पेश की

प्रयागराज में गंगा–यमुना का पानी स्नान लायक नहीं:सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने 73 जगहों के पानी की टेस्टिंग की, NGT में रिपोर्ट पेश की प्रयागराज महाकुंभ में गंगा–यमुना के संगम में स्नान चल रहा है। अब तक 54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं, इस बीच सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट आई है, इसमें बताया गया है कि दोनों नदियों का पानी स्नान करने लायक नहीं है। CPCB ने 17 फरवरी को अपनी रिपोर्ट नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में दाखिल की है। CPCB ने प्रयागराज में 9 से 21 जनवरी के बीच कुल 73 अलग-अलग जगहों से सैंपल इकट्ठा किया। अब उसकी जांच के नतीजे जारी किए हैं। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में गंगा और यमुना नदी के पानी को लेकर क्या कुछ बताया गया है, इस रिपोर्ट में पढ़िए- 6 मानकों पर जांचा गया गंगा और यमुना नदी का पानी
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने जो रिपोर्ट जारी की है उसमें कुल 6 पैमानों पर गंगा और यमुना नदी के पानी को जांचा गया है। इसमें पीएच यानी पानी कितना अम्लीय या क्षारीय है, फीकल कोलीफॉर्म, BOD यानी बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, COD यानी केमिकल ऑक्सीजन डिमांड और डिजॉल्वड ऑक्सीजन शामिल है। इन छह पैमानों पर जितनी भी जगहों से सैंपल लिए गए हैं उनमें ज्यादातर में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा मानक से अधिक पाई गई है। इसके अलावा 5 अन्य पैमानों पर पानी की गुणवत्ता मानक के अनुरूप है। जिले में सभी सैंपल पॉइंट पर फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया तय मानक से अधिक
नदियों के पानी में फीकल कोलीफॉर्म नाम का बैक्टीरिया पाया जाता है। सामान्य स्थिति में एक मिलीलीटर पानी में 100 बैक्टीरिया होने चाहिए, लेकिन अमृत स्नान के ठीक एक दिन पहले यमुना नदी के एक सैंपल में फीकल कोलीफॉर्म 2300 पाया गया। संगम के आसपास स्थिति ज्यादा खराब
संगम से लिए गए सैंपल में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया एक मिलीलीटर पानी में 100 की बजाय 2000 निकला है। इसी तरह टोटल फीकल कोलीफॉर्म 4500 है। गंगा पर बने शास्त्री ब्रिज के पास से लिए गए सैंपल में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया 3200 और टोटल फीकल कोलीफॉर्म 4700 है। संगम से दूर वाले हिस्से में दोनों की संख्या कम है। फाफामऊ चौराहे के पास से लिए गए सैंपल में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया एक मिलीलीटर पानी में 100 के बजाय 790 पाया गया। इसी तरह राजापुर मेहदौरी में यह 930 पाया गया। झूंसी में छतनाग घाट और एडीए कॉलोनी के पास इसकी मात्रा 920 पाई गई। नैनी में अरैल घाट के पास यह 680 था। राजापुर में यह 940 पाया गया। ऐसे में, यह सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड के मानकों के मुताबिक यह C कैटेगरी में आता है। इसमें पानी को बिना प्यूरिफिकेशन और डिसइंफेक्ट किए नहाने के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। मानक से अधिक फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया बीमारियों की वजह
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में गंगा नदी पर रिसर्च करने वाले प्रोफेसर बीडी त्रिपाठी बताते हैं कि जिस पानी में मानक से ज्यादा फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया होगा, वह किसी इस्तेमाल के लायक नहीं रहेगा। यह पानी अगर शरीर में गया तो बीमारियां पैदा करेगा। अगर ऐसे पानी से नहाया जाता है या इसे पिया जाता है तो यह त्वचा रोग की वजह बन सकता है। गंगा में साफ करके छोड़ा जा रहा पानी महाकुंभ के दौरान गंगा को निर्मल बनाए रखने का जिम्मा प्रयागराज नगर निगम और उत्तर प्रदेश जल निगम काम के पास है। नगर निगम अफसरों के मुताबिक, जियो-ट्यूब तकनीक का उपयोग कर 23 अनटैप्ड नालों के अपशिष्ट जल को शोधित किया जा रहा है। 1 जनवरी से 4 फरवरी तक 3 हजार 660 MLD साफ किया पानी गंगा में छोड़ा गया है। 6 मानकों पर जांचा गया गंगा और यमुना का पानी
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने जो रिपोर्ट जारी की है उसमें कुल 6 पैमानों पर गंगा और यमुना नदी के पानी को जांचा गया है। इसमें पीएच यानी पानी कितना अम्लीय या क्षारीय है, फीकल कोलीफॉर्म, BOD यानी बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, COD यानी केमिकल ऑक्सीजन डिमांड और डिजॉल्वड ऑक्सीजन शामिल है। इन छह पैमानों पर जितनी भी जगहों से सैंपल लिए गए हैं उनमें ज्यादातर में फीकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा मानक से अधिक पाया गया है। इसके अलावा 5 अन्य पैमानों पर पानी की गुणवत्ता मानक के अनुरूप है। 2019 के कुंभ में भी ऐसी ही स्थिति थी
2019 के कुंभ में भी ऐसी ही स्थिति थी। सीपीसीबी की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से संकेत दिया था कि प्रमुख स्नान के दिनों में भी पानी की गुणवत्ता खराब थी। 2019 कुंभ मेले के दौरान 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। रिपोर्ट के अनुसार करसर घाट पर बीओडी और फीकल कोलीफॉर्म का स्तर स्वीकार्य सीमा से ऊपर पाया गया। प्रमुख स्नान के दिनों में शाम की तुलना में सुबह बीओडी का स्तर काफी अधिक था।

महाकुंभ के धूल से नागा साधुओं को एलर्जी:BHU के डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी, जीन वैज्ञानिक कर रहे एंटीबॉडी टेस्ट

महाकुंभ के धूल से नागा साधुओं को एलर्जी:BHU के डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी, जीन वैज्ञानिक कर रहे एंटीबॉडी टेस्ट प्रयागराज महाकुंभ से लौटे नागा साधुओं को धूल से एलर्जी हो गई है। यह बात आईएमएस बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग की ओर से किए जा रहे जांच में सामने आई है। वहीं BHU की दूसरी टीम रिसर्च के लिए जेनेटिक्स टेस्ट के लिए सैंपल इकट्ठा कर रही है। यह टीम प्रतिदिन शाम 5 बजे तुलसी घाट से दशाश्वमेध घाट सैंपल ले रही है। न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो. वीएन मिश्रा ने बताया- जांच के दौरान कई साधुओं के फेफड़े में इन्फेक्शन और एलर्जी की समस्या मिल रही है। महाकुंभ में करीब महीने भर तक प्रयागराज में गंगा किनारे रहने के बाद नागा साधु काशी आ रहे हैं। इनमें किसी को सर्दी-जुकाम है तो कोई एलर्जी से परेशान है। सभी की जांच की जा रही है। 200 से अधिक नागा संन्यासी का कर चुके हैं इलाज
प्रो. वीएन मिश्रा ने बताया- संगम किनारे रहने के दौरान रेत के कण शरीर में आ गए हैं। इससे उन्हें ये समस्या हो रही है। उन्होंने बताया-घाटवॉक के तहत नियमित ओपीडी चलाई जा रही है। अब तक करीब 200 से अधिक साधुओं को इसका लाभ पहुंचाया गया। मौके पर बीपी जांच व अन्य जरूरी जांच की जा रही है। दवा लेने से कर दे रहे इनकार
मौके पर डॉक्टरों की टीम भले ही नागा साधुओं को उनके बीमारी के बारे में बता रही है लेकिन 30% नागा साधु ऐसे भी हैं जो दवा लेने से इनकार करते रहे हैं। उनका कहना है कि भगवान शिव की साधना ही सबसे बड़ी दवा है इसलिए हमें किसी भी दवा की जरूरत नहीं है। एंटीबॉडी टेस्ट से पता चलेगा नागाओं का इम्यूनिटी
टीम में शामिल प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया- महाकुंभ में अमृत स्नान के कर नागा साधु काशी आये है। ऐसे में हम लोग इस रिसर्च को दो तरीके से कर रहे हैं। इस जिसमें एंटीबॉडी टेस्ट किया जा रहा है। जिससे ये पता चलेगा कि लोगों में कितनी इम्यूनिटी है। यह इम्यूनिटी कोविड के साथ अन्य रोगों से लड़ने के लिए भी हमारे शरीर को मदद करेगी। हमने कुछ नागा साधुओं से बात की आए जानते हैं उन्होंने क्या कहा
जूना अखाड़े के अजय पुरी महज 15 वर्ष की उम्र में सन्यासी हो गए। उन्होंने बताया कि शुरू से ही हमारे पिताजी साधु संतों की सेवा किया करते थे। पढ़ाई लिखाई के बाद हमें यह समझ में आया कि हम गृहस्थी नहीं संभाल पाएंगे। उसके बाद हमने नागा बनने का फैसला लिया। उन्होंने कहा- सनातन धर्म कठिनाइयों से गुजर रहा है। 10 साल तक बीजेपी सरकार रही तो अखंड भारत बन जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सनातनी ही अन्य धर्म को शरण देते हैं। अभी कागजों में लिखना है और आने वाले समय में इन्हें लिखना ही पड़ेगा। काशी हमारा महत्वपूर्ण स्थान है। हम यहां भगवान शिव के साथ मसाने की होली खेलकर अपने स्थान पर चले जाएंगे। पानी बदलने से गला हो गया खराब
संतोष पुरी महराज ने कहा- प्रयागराज से महात्मा शिवरात्रि तक काशी आ जाएंगे और यहां हम लोग भव्य यात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में धूल उड़ रही थी। पानी बदलने से हमारे गले खराब हो गए हैं। कुछ स्वास्थ्य भी खराब हो गया है। यहां डॉक्टर साहब आकर दवा दे रहे हैं यह काफी अच्छी सेवा है। ………….. ये खबर भी पढ़िए… महाकुंभ में जबरदस्त भीड़, संगम आने वाले रास्ते जाम:अब तक 54 करोड़ ने डुबकी लगाई महाकुंभ में अब सिर्फ 8 दिन बचे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हो रही है। 37 दिनों में 54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मंगलवार सुबह भी जबरदस्त भीड़ है। संगम आने वाले रास्तों पर लंबा जाम लगा है। पुलिस डायवर्जन के लिए टीन शेड लगा रहीं हैं। पढ़िए पूरी खबर

यूपी की बड़ी खबरें:बरेली में पिता की मौत के बाद 16 साल तक बेटा लेता रहा पेंशन, 75 लाख रुपए हड़पे; अब होगी FIR

यूपी की बड़ी खबरें:बरेली में पिता की मौत के बाद 16 साल तक बेटा लेता रहा पेंशन, 75 लाख रुपए हड़पे; अब होगी FIR बरेली में एक युवक ने अपने पिता की मौत के 16 साल बाद तक पेंशन लेता रहा। युवक ने अपने पिता की जगह खुद को सोहन लाल बताकर पेंशन हड़पता रहा। चार महीने पहले मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय में जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के दौरान उमेश का फर्जीवाड़ा खुल गया। मुख्य कोषाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया की आरोपी युवक से ब्याज सहित रकम वसूली जाएगी। उससे करीब 75 लाख रुपए वसूले जाएंगे। पढ़िए पूरी खबर करहल में युवक ने लगाई फांसी, मौत; नशे और तनाव में रहता था, मां को देता था धमकी मैनपुरी के करहल थाना कुर्रा क्षेत्र के नगला पाय में 30 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवक बंटू पिछले कुछ समय से शराब का आदी था और मानसिक तनाव से जूझ रहा था। मृतक की मां कपूरी देवी ने बताया कि उनका बेटा लंबे समय से नशे की लत का शिकार था और घर में अक्सर विवाद करता था। पढ़िए पूरी खबर लखनऊ में मवेशी कारोबारी की पीट-पीट कर हत्या:सड़क पर घेरकर मारा, साढ़ू के बेटे की लव-मैरिज मामले में पैरवी कर रहे थे लखनऊ के चिनहट इलाके में रिश्तेदारों ने मवेशी कारोबारी और दो अन्य पर हमला कर दिया। लाठी-डंडों से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया। सोमवार शाम इलाज के दौरान मवेशी कारोबारी नूर मोहम्मद (78) की मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल उनके साढ़ू मोहम्मद अयूब का अभी इलाज चल रहा है। पढ़िए पूरी खबर महिला के प्रेम प्रसंग पर दो गुटों में खूनी संघर्ष; हापुड़ में दोनों पक्षों से हुई फायरिंग, चले लाठी-डंडे, आरोपी फरार हापुड़ के नूरपुर गांव में एक महिला के प्रेम प्रसंग को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। देर रात हुई इस घटना में दोनों पक्षों से जमकर फायरिंग की गई, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था है। दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। पढ़िए पूरी खबर

यूपी की बड़ी खबरें:बरेली में पिता की मौत के बाद 16 साल तक बेटा लेता रहा पेंशन, 75 लाख रुपए हड़पे; अब होगी FIR

यूपी की बड़ी खबरें:बरेली में पिता की मौत के बाद 16 साल तक बेटा लेता रहा पेंशन, 75 लाख रुपए हड़पे; अब होगी FIR बरेली में एक युवक ने अपने पिता की मौत के 16 साल बाद तक पेंशन लेता रहा। युवक ने अपने पिता की जगह खुद को सोहन लाल बताकर पेंशन हड़पता रहा। चार महीने पहले मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय में जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के दौरान उमेश का फर्जीवाड़ा खुल गया। मुख्य कोषाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया की आरोपी युवक से ब्याज सहित रकम वसूली जाएगी। उससे करीब 75 लाख रुपए वसूले जाएंगे। पढ़िए पूरी खबर करहल में युवक ने लगाई फांसी, मौत; नशे और तनाव में रहता था, मां को देता था धमकी मैनपुरी के करहल थाना कुर्रा क्षेत्र के नगला पाय में 30 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवक बंटू पिछले कुछ समय से शराब का आदी था और मानसिक तनाव से जूझ रहा था। मृतक की मां कपूरी देवी ने बताया कि उनका बेटा लंबे समय से नशे की लत का शिकार था और घर में अक्सर विवाद करता था। पढ़िए पूरी खबर लखनऊ में मवेशी कारोबारी की पीट-पीट कर हत्या:सड़क पर घेरकर मारा, साढ़ू के बेटे की लव-मैरिज मामले में पैरवी कर रहे थे लखनऊ के चिनहट इलाके में रिश्तेदारों ने मवेशी कारोबारी और दो अन्य पर हमला कर दिया। लाठी-डंडों से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया। सोमवार शाम इलाज के दौरान मवेशी कारोबारी नूर मोहम्मद (78) की मौत हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल उनके साढ़ू मोहम्मद अयूब का अभी इलाज चल रहा है। पढ़िए पूरी खबर महिला के प्रेम प्रसंग पर दो गुटों में खूनी संघर्ष; हापुड़ में दोनों पक्षों से हुई फायरिंग, चले लाठी-डंडे, आरोपी फरार हापुड़ के नूरपुर गांव में एक महिला के प्रेम प्रसंग को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। देर रात हुई इस घटना में दोनों पक्षों से जमकर फायरिंग की गई, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था है। दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। पढ़िए पूरी खबर

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है अयोध्या में राम मंदिर परिसर में भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया गया है। रविवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंचा। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वायड टीम को बुलाया गया। ड्रोन कैमरे की जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला । पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश में खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं। राम मंदिर परिसर में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार की शिकायत पर पुलिस ने थाना राम जन्मभूमि में मामला दर्ज किया है। इसमें कहा गया है कि 17 फरवरी को शाम 7 बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर गेट नंबर-3 (ड्यूटी पॉइंट) पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया। उस वक्त महाकुंभ से आए श्रद्धालुओं की वजह से राम मंदिर में भारी भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। ऐसा लग रहा है कि मंदिर में भगदड़ मचाने की साजिश थी, जिससे भारी संख्या में जनहानि हो सकती थी। CO अयोध्या आशुतोष तिवारी का कहना है- शुरुआती जांच में सामने आया है कि ड्रोन आसपास के किसी शादी-विवाह समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किलोमीटर के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। ऐसे में हो सकता है कि एंटी-ड्रोन सिस्टम ने शादी समारोह में उड़ रहे ड्रोन को खींच लिया हो। ड्रोन को मार गिराया गया। फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है।

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है

राम मंदिर परिसर में उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया:भीड़ के ऊपर उड़ रहा था; पुलिस को शक- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है अयोध्या में राम मंदिर परिसर में भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया गया है। रविवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंचा। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वायड टीम को बुलाया गया। ड्रोन कैमरे की जांच की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला । पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश में खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं। राम मंदिर परिसर में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं है। कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार की शिकायत पर पुलिस ने थाना राम जन्मभूमि में मामला दर्ज किया है। इसमें कहा गया है कि 17 फरवरी को शाम 7 बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर गेट नंबर-3 (ड्यूटी पॉइंट) पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया। उस वक्त महाकुंभ से आए श्रद्धालुओं की वजह से राम मंदिर में भारी भीड़ थी। एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। ऐसा लग रहा है कि मंदिर में भगदड़ मचाने की साजिश थी, जिससे भारी संख्या में जनहानि हो सकती थी। CO अयोध्या आशुतोष तिवारी का कहना है- शुरुआती जांच में सामने आया है कि ड्रोन आसपास के किसी शादी-विवाह समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किलोमीटर के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। ऐसे में हो सकता है कि एंटी-ड्रोन सिस्टम ने शादी समारोह में उड़ रहे ड्रोन को खींच लिया हो। ड्रोन को मार गिराया गया। फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है।

लखनऊ के जन औषधि केंद्र बंद:मरीजों की परेशानी में इजाफा, नई कंपनी को संचालन की मिली हैं जिम्मेदारी

लखनऊ के जन औषधि केंद्र बंद:मरीजों की परेशानी में इजाफा, नई कंपनी को संचालन की मिली हैं जिम्मेदारी राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में खुले जन औषधि केंद्र फिर से बंद हो गए हैं। केंद्र बंद होने से मरीजों को सस्ती दवाएं नहीं मिल पा रही है। मरीज निजी मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं खरीद रहे हैं। करीब हफ्ते भर से केंद्र बंद हैं। नए अनुबंध बाद वेंडर ने दवा आपूर्ति का लाइसेंस नहीं लिया था। इसे लेकर ड्रग विभाग ने आपत्ति लगाते हुए दवाओं की ब्रिकी पर रोक लगाई है। लखनऊ के इन अस्पतालों में जन औषधि केंद्र शहर के 12 सरकारी अस्पतालों में जन औषधि केंद्र का संचालन हो रहा है। इसमें बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु, बीआरडी महानगर, रामसागर मिश्रा संयुक्त चिकित्सालय, KGMU, लोहिया संस्थान, रानीलक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय, मोहनलालगंज व गोसाईगंज सीएचसी में जनऔषधि केंद्र हैं। सरकारी अस्पतालों में औषधि केंद्रों के संचालन के लिए सरकार ने बीते साल दिसंबर माह में नए वेंडर से करार किया था। नई कंपनी को मिली जिम्मेदारी इस बार नई कंपनी को केंद्र संचालन की जिम्मेदारी मिली थी। पुराना टेंडर खत्म होने बाद सभी केंद्र बंद हो गए थे। जनवरी माह के दूसरे हफ्ते बाद केंद्र दोबारा खुलना शुरू हुए थे। जहां से मरीजों को सस्ती दर पर दवाएं मिल रही थी। नए वेंडर जरिए दवा आपूर्ति का लाइसेंस नहीं लिया गया था। पुराने टेंडर के लाइसेंस पर दवा की आपूर्ति कर रहे थे। ड्रग विभाग ने पुराना लाइसेंस निरस्त कर दिया। नए लाइसेंस का आवेदन निजी वेंडर ने किया है। ड्रग विभाग से नया लाइसेंस मिलने बाद ही अब जन औषधि केंद्र खुलेंगे। लाइसेंस की प्रक्रिया जल्द होगी पूरी सहायक मंडल आयुक्त ब्रजेश के मुताबिक, वेंडर ने नए लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। जिसकी प्रक्रिया पूरी कराई जा रही हैं,जल्द ही लाइसेंस जारी किया जाएगा। बहुत जल्द संचालन शुरू होने की उम्मीद डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल की तरफ से सब कुछ फॉर्मेलिटी पूरी कर दी गई हैं। कही कोई समस्या नहीं हैं, उम्मीद हैं कि बहुत जल्द फिर से संचालन शुरू हो जाएगा।

UP BOARD- 12वीं एग्जाम तैयारी स्पेशल:बायो में डायग्राम की लेबलिंग जरूर करें, पॉइंट्स में जवाब देना बेहतर

UP BOARD- 12वीं एग्जाम तैयारी स्पेशल:बायो में डायग्राम की लेबलिंग जरूर करें, पॉइंट्स में जवाब देना बेहतर साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी बेहद अहम विषय होता है। कई बार फिजिक्स और केमिस्ट्री के चक्कर में स्टूडेंट्स इसको लेकर थोड़ा लापरवाही बरतते हैं। हमेशा यह ध्यान रहे कि बायोलॉजी के पेपर में थोड़ी मेहनत से अच्छा स्कोर पाया जा सकता हैं। इसके लिए कुछ बेसिक टिप्स हैं, जिसका ध्यान रखना जरूरी है। ये कहना है, लखनऊ की बायोलॉजी एक्सपर्ट रेशमा सिंह। उन्होंने बताया कि कुछ सामान्य से ऐहतियात के साथ बायोलॉजी के पेपर में बहुत अच्छा स्कोर किया जा सकता है। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 118वें एपिसोड में लखनऊ के जुबली इंटर कॉलेज की बायोलॉजी की प्रवक्ता रेशमा सिंह से खास बातचीत.. डॉ. रेशमा कहती हैं कि बायोलॉजी में आंसर के साथ डायग्राम जरूर बनाए और लेबलिंग भी जरूर करें। जहां जरूरत है। वहां पर ग्राफ और टेबल बनाकर जवाब लिखेंगे तो नंबर भी ज्यादा मिलेंगे। इसके अलावा इन अहम बातों का भी ध्यान रखें…