जिसने मेरे पति की जान ली, उसे जमानत क्यों:लखनऊ में मृतक की पत्नी बोलीं- क्या जान लेना इतना आसान; वकील का जवाब- यह मर्डर नहीं

जिसने मेरे पति की जान ली, उसे जमानत क्यों:लखनऊ में मृतक की पत्नी बोलीं- क्या जान लेना इतना आसान; वकील का जवाब- यह मर्डर नहीं ‘जिसने मेरे पति की जान ली, उसे जमानत क्यों मिली? क्या जान लेना इतना आसान होता है, वह तो मेरे पति को रौंदकर चली गई, अब मैं कहां जाऊं, क्या करूं?’ सरोज पांडेय रोते-चीखते यह बातें कहती हैं, फिर एकदम शांत हो जाती हैं। 4 दिन पहले उनके पति रविंद्र पांडेय को एक ब्रेजा कार ने कुचल दिया था। इस घटना में 2 अन्य लोग भी घायल हुए, जिनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया, लेकिन 48 घंटे बाद ही उन्हें जमानत मिल गई। दैनिक भास्कर की टीम पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंची। घायलों का हाल जाना। हम वकील से भी मिले और यह समझने की कोशिश की कि इस मामले में कानून क्या कहता है? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… KGMU में संविदाकर्मी थे रविंद्र पांडेय
45 साल के रविंद्र पांडेय लखनऊ के मदेयगंज इलाके में रहते थे। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) में वह संविदा कर्मचारी के तौर पर डीजी हॉस्टल में गार्ड का काम करते थे। 3 जून की सुबह वह नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करके वापस घर पहुंचे थे। इसके बाद सो गए। उठे तो घर से जुड़े काम के लिए साइकिल निकाली और चले गए। वापस आते वक्त शिया कॉलेज के पास पहुंचे थे, तभी किसी का फोन आ गया। सड़क के किनारे खड़े होकर बात करने लगे। तभी पीछे से एक तेज रफ्तार ब्रेजा कार उन्हें रौंदते हुए सामने लगे पोल से जा टकराई। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। इस हादसे में रविंद्र पांडेय के अलावा 10 साल का दक्ष सोनकर और एक महिला भी बुरी तरह से घायल हो गए। तीनों को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने रविंद्र को मृत घोषित कर दिया। दक्ष और महिला का इलाज शुरू किया गया। उसे कुछ देर बाद होश तो आया, लेकिन वह अभी लोगों को पहचान नहीं रहा है। हादसे की तीसरी शिकार एक महिला रमापति है, जो बाराबंकी की रहने वाली है। उसे मामूली चोट लगी थी। दूसरी तरफ गाड़ी चला रही तनु गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया और अगले दिन उन्हें जमानत मिल गई। आखिर महिला को जमानत क्यों मिली
हम रविंद्र पांडेय के घर पहुंचे। वहां हमारी मुलाकात उनकी पत्नी सरोज पांडेय से हुई। सरोज और रविंद्र की शादी 24 साल पहले साल-2001 में हुई थी। घटना को लेकर बात शुरू हुई। वह कहती हैं- रोज की तरह ही वह (पति) सुबह करीब 7 बजे आए थे। हम और बच्चे हनुमान मंदिर जा रहे थे। हमने उन्हें भी चलने के लिए कहा। इस पर उन्होंने कहा कि तुम लोग चले जाओ, हम नहीं जाएंगे। इसके बाद हम मंदिर चले गए। वापस आए, तो वह कहीं गए हुए थे। हम लोग थके थे, इसलिए सो गए। घर पर फोन आया कि पति का एक्सीडेंट हो गया है। हमको तो कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या करें? हमारी तो उनसे आखिरी वक्त में कोई बात ही नहीं हो पाई थी। रो रही सरोज पांडेय से हमने कहा कि जिसने आपके पति को गाड़ी से टक्कर मारी, उसे जमानत मिल गई। वह नाराजगी में रोते हुए कहती हैं- क्यों जमानत मिली? जिसने मेरे पति की जान ली, उसे जमानत क्यों मिली? वह तो मेरे पति की जान लेकर निकल गई। अब मैं कहां जाऊं? क्या जान लेना इतना आसान होता है? वह तो मेरे पति को रौंद के चली गई, अब मैं कहां जाऊं? घर पर पिता की लाश, बेटा परीक्षा देने गया
रविंद्र का बेटा कृष्णा इस वक्त बीए कर रहा है। कृष्णा कहता है- 3 जून को पापा नाइट शिफ्ट की ड्यूटी करके साढ़े 6 बजे घर आए थे। कुछ देर बाद सो गए। हम लोग मंदिर चले गए। वापस आए, तो वह कहीं गए हुए थे। पीछे से आई कार ने उन्हें रौंद दिया। अगले दिन पापा की लाश घर पर आई। उस दिन कॉलेज में मेरा बीए सेकेंड सेमेस्टर का आखिरी पेपर था। आरोपी महिला को जमानत मिल गई? इस सवाल पर कृष्णा कहते हैं- यह हादसा तो था, लेकिन गाड़ी चला रही महिला की गलती साफ नजर आ रही है। उसे सजा मिलनी चाहिए। 5-6 साल की नहीं, बल्कि इससे भी ज्यादा सजा मिलनी चाहिए। रविंद्र की मां अपने बेटे कृष्णा के लिए नौकरी और आर्थिक मदद की मांग करती हैं। कहती हैं- हमारे घर में जो और बच्चे हैं, वह भी इतने सक्षम नहीं कि मदद कर पाएं। इन छोटे बच्चों के पास अब तो कोई सहारा ही नहीं बचा। हमसे किसी ने कोई संपर्क नहीं किया
रविंद्र के छोटे भाई सुनील पांडेय कहते हैं- जैसे ही हमें एक्सीडेंट की सूचना मिली, हम भागते हुए शिया कॉलेज के पास पहुंचे। वहां देखा तो मेरे भाई की सांस चल रही थी। गाड़ी के अंदर एक महिला थी, दूसरी महिला को शायद पुलिस अपने साथ चौकी पर ले गई थी। भाई को बलरामपुर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। हम लोगों ने कहा कि फिर से जांच करिए। इस पर उन्होंने फिर से जांच की और कहा कि मौत हो चुकी है। हमने पूछा कि क्या जिसने टक्कर मारी वह या फिर उनकी तरफ से किसी ने आपसे संपर्क किया? सुनील कहते हैं- हमारी किसी से कोई बातचीत नहीं हुई। उधर से भी किसी ने कोई संपर्क नहीं किया। इस घटना में बांसमंडी भानू टोला का 10 साल का दक्ष भी घायल हुआ है। वह भी बलरामपुर हॉस्पिटल में भर्ती है। शुरुआत में वह किसी को पहचान नहीं रहा था, लेकिन अब स्थिति नॉर्मल है। जिस जगह यह घटना हुई वहां अगले दिन तक दुकानें बंद रही। अब फिलहाल दुकानें खुल गई हैं। वहां टूटे हुए कूलर और अलमारी अभी भी पड़े हुए हैं। जिन गाड़ियों में टक्कर मारी गई, वह जिनकी थी वो ले गए। आरोपी महिला शादी से लौट रही थी
इस मामले में सआदतगंज की तनु गुप्ता मुख्य आरोपी है। वही ब्रेजा गाड़ी चला रही थी। उसके साथ उसकी मां रजनी गुप्ता बैठी थी। घटना से एक दिन पहले उसके छोटे भाई दीपांशु की सुल्तानपुर रोड स्थिति एक रिसॉर्ट में शादी थी। सभी वहीं रातभर रहे। रजनी ने पुलिस को बताया कि रात में जागने के चलते तनु को झपकी आ गई थी। इसलिए उससे यह हादसा हुआ। तनु के पिता चीकू प्रॉपर्टी डीलर के साथ वकील भी हैं। तनु को 4 तारीख को हिरासत में लिया गया और 5 तारीख को जमानत मिल गई। अब परिवार इस घटना को लेकर मीडिया से बात नहीं कर रहा है। वकील बोले- यहां जानबूझकर नहीं मारा गया
हम इस पूरे मामले को लेकर लखनऊ की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचे। यहां हमारी मुलाकात व्हीकल एक्ट से जुड़े मामलों के जानकार वकील हातिम बेग से हुई। वह कहते हैं- कानून एक्सीडेंट की किसी भी घटना में इंटेंशन देखता है। अगर जानबूझकर एक्सीडेंट नहीं किया गया, तो इसमें बीएनएस की धारा 106 के तहत कार्रवाई आगे बढ़ती है। पहले आईपीसी की धारा 304a लगती थी, उस वक्त 2 साल की सजा थी, अब 5 साल की सजा कर दी गई है। 7 साल के नीचे की सजा होने पर पुलिस अरेस्टिंग नहीं कर सकती। एक ही दिन में जमानत मिलने के सवाल पर वह कहते हैं- संभावना है कि महिला के पास गाड़ी के प्रॉपर कागज हों, ड्राइविंग लाइसेंस हो। अगर ऐसा नहीं होता, तो उसे जमानत नहीं मिलती। अब जो पीड़ित हैं, उनके पास इस मामले में क्लेम का विकल्प है। वो क्लेम करें, अगर गाड़ी का इंश्योरेंस होगा तो इंश्योरेंस कंपनी क्लेम भरेगी। अगर ऐसा नहीं होगा, तो तनु को भरना होगा। अगर व्यक्ति नौकरी कर रहा है, तो यह देखा जाता है कि आगे उसकी कितने वक्त तक नौकरी बची है? कितनी सैलरी है? उस हिसाब से क्लेम डिसाइड होता है। हातिम कहते हैं- एक्सीडेंट के मामले में सारा खेल इंटेंशन का होता है। यहां न महिला मृतक को जानती है और न मृतक महिला को जानता था। इसलिए यह मर्डर में नहीं आएगा। ————————- ये खबर भी पढ़ें… सेंगोल-संविधान के नाम पर भाजपा को घेर रही सपा, कहा- देश राजा के डंडे से नहीं चलेगा; क्या यह राहुल गांधी से मुद्दा झटकने की तैयारी? समाजवादी पार्टी ने संसद भवन से सेंगोल हटाकर उसकी जगह संविधान की कॉपी रखने की मांग फिर उठाई है। सपा सांसद आरके चौधरी ने इसके खिलाफ बाकायदा अभियान शुरू कर दिया है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब सपा ने सेंगोल का विरोध किया है। सपा सांसद आरके चौधरी पहले भी ये मुद्दा उठाते रहे हैं। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि संसद में स्थापना के 2 साल बाद इसे लेकर अब क्यों विवाद छिड़ा? पढ़ें पूरी खबर

यूपी भाजपा क्यों अपने नेताओं को नहीं दे रही सजा:अश्लील वीडियो, रिश्वत लेने वालों पर भी कार्रवाई नहीं; क्या दाग अच्छे लग रहे

यूपी भाजपा क्यों अपने नेताओं को नहीं दे रही सजा:अश्लील वीडियो, रिश्वत लेने वालों पर भी कार्रवाई नहीं; क्या दाग अच्छे लग रहे पहला केस- जनवरी, 2012 में बसपा से भाजपा में आए बाबू सिंह कुशवाहा को कुछ ही घंटों में पार्टी से निकाल दिया गया। कुशवाहा पर कई तरह के आरोप लगे थे। इसके बाद पार्टी ने तुरंत फैसला लिया। दूसरा केस- 2016 में मायावती पर कमेंट करने पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पार्टी से निकाला गया। ये दो केस हैं, जब पार्टी ने इमेज खराब होने से बचने के लिए फैसला लेने में देर नहीं की। यही वजह है, किसी समय भाजपा को अनुशासित पार्टी कहा जाता था। पार्टी के अनुशासन के बूते ही इसे पार्टी विद डिफरेंस तक कहा गया। लेकिन, जैसे-जैसे संगठन और सरकार का दायरा बढ़ता गया, पार्टी के अनुशासन में कमी आती गई। अब आलम यह है कि भ्रष्टाचार और अनैतिकता के गंभीर मामले सामने आने के बाद भी वोट बैंक के डर से पार्टी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। केस- 1: 40 लाख रुपए रिश्वत का आरोप, कार्रवाई नहीं
मार्च, 2025: फतेहपुर में भाजपा के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर पार्टी के ही कार्यकर्ता अजीत कुमार गुप्ता ने पद दिलाने के नाम पर 40 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया। पार्टी ने मामले की जांच के लिए प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई। जांच समिति ने जांच में प्रथम दृष्टया आरोप को सही बताया। समिति ने माना कि मुखलाल पाल ने अजीत कुमार से पैसे का लेन-देन किया। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद भी बीजेपी ने मुखलाल पाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अनुशासनहीनता पर भी मौन रही भाजपा
फतेहपुर के बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद समिति के सदस्यों के खिलाफ बयान दिया। मुखलाल पाल ने मीडिया से बातचीत में फतेहपुर की पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति पर भी गंभीर आरोप लगाए। लेकिन, इसके बाद भी भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। केस- 2: अमर किशोर के खिलाफ कार्रवाई नहीं
24 मई, 2025: गोंडा में भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में अमर किशोर बीजेपी कार्यालय के अंदर एक महिला कार्यकर्ता को गले लगते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिन में सफाई मांगी। सूत्रों के मुताबिक, कश्यप ने 30 मई को ही अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रदेश कार्यालय में दे दिया। लेकिन, पार्टी की ओर से इस संबंध में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। पार्टी ने न तो कश्यप को क्लीन चिट दी, न ही उन्हें पदमुक्त किया है। केस- 3: नंदकिशोर गुर्जर की बयानबाजी जारी
गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पिछले दिनों योगी सरकार के खिलाफ बयान दिया था। गुर्जर को पार्टी कार्यालय पर तलब कर जवाब मांगा गया था। गुर्जर ने अपना पक्ष प्रदेश नेतृत्व के सामने रखा। प्रदेश नेतृत्व की ओर से गुर्जर को भविष्य में संगठन या सरकार की छवि खराब करने वाला कोई भी काम नहीं करने की हिदायत दी गई। सूत्रों का कहना है कि गाजियाबाद में गुर्जर की बयानबाजी और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन की कार्रवाई जारी है। बलिया के नेता बब्बन सिंह पर हुई कार्रवाई
बलिया में सहकारी चीनी मिल संघ के निदेशक और बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य ठाकुर बब्बन सिंह का एक वीडियो मई में वायरल हुआ था। वह एक डांसर के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहे थे। मामले में पार्टी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया। बब्बन सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायक केतकी सिंह ने उन्हें फंसाया है। नेताओं पर कार्रवाई न होने की वजह क्या? पिछड़े वोट बैंक पर नजर…इसलिए अपनों को बचा रहे
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गोंडा के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप और फतेहपुर के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल दोनों पिछड़ा वर्ग से हैं। दोनों के खिलाफ कार्रवाई होने से पार्टी को पिछड़े वोट बैंक के नुकसान का डर है। वहीं, पिछड़े वर्ग के कुछ नेता भी दोनों का बचाव कर रहे हैं। लिहाजा, अभी तक कार्रवाई का निर्णय नहीं हो सका है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक रामदत्त त्रिपाठी का कहना है कि बीजेपी में अब हर कोई किसी न किसी ग्रुप से जुड़ा हुआ है। ग्रुप के रिंग लीडर अपने गुट के कार्यकर्ताओं को बचाते हैं। अब नेतृत्व वाली बात नहीं रही। बागियों की भी हो जाती है वापसी
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि एक समय ऐसा था जब बीजेपी के नेता बगावत करने से डरते थे। एक बार बगावत करने वालों की पार्टी में वापसी आसान नहीं होती थी। लेकिन, अब तो नगरीय निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव, विधानसभा चुनाव और विधान परिषद चुनाव में पार्टी से बगावत करने वालों की भी थोड़े समय बाद वापसी हो जाती है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक सिद्धार्थ कलहंस का कहना है- जब तक भाजपा छोटी पार्टी थी, कार्यकर्ताओं की संख्या कम थी, तब तक शुचिता थी। अब पारदर्शिता चली गई। अब बीजेपी में बड़ी संख्या में दूसरे दलों से आए कार्यकर्ता हैं। जिस प्रकार एक छोटे घर को सजाना-संवारना आसान होता है, वहीं बड़ी हवेली को संभालना मुश्किल है। ————————– ये खबर भी पढ़ें… भाजपा नेता के बेटे ने पत्नी के भी वीडियो बनाए, मैनपुरी में बोलीं- सास-ससुर को पता था अफेयर 26 मई, 2025 को मैनपुरी में एक लड़के का अपनी प्रेमिका के साथ अश्लील वीडियो वायरल होता है। वायरल वीडियो की संख्या देखते ही देखते 130 हो गई। ये अलग-अलग दिन और अलग-अलग जगहों पर बनाए गए थे। वीडियो में दिख रहा लड़का कारोबारी है। महिला उसके मोहल्ले की ही रहने वाली तलाकशुदा थी। लड़के की मां बीजेपी से जुड़ी थीं, इसलिए हंगामा शुरू हो गया। लड़के की पत्नी ने मोर्चा खोल दिया और न्याय के लिए पुलिस के पास पहुंच गई। पढ़ें पूरी खबर

मेरे बेटे को तड़पाकर मारा, हत्यारों को फांसी दो:प्रयागराज में मां बोलीं- हत्या का बदला चाहिए; शुभम को चाकू मारे, प्राइवेट पार्ट काटा

मेरे बेटे को तड़पाकर मारा, हत्यारों को फांसी दो:प्रयागराज में मां बोलीं- हत्या का बदला चाहिए; शुभम को चाकू मारे, प्राइवेट पार्ट काटा ‘मेरे बेटे को मारने वाले कसाई बन गए। उसकी कमर से नीचे खून ही खून था…जाने कितने घाव थे। बेटे को तड़पाकर मार डाला। हम तो खून के आंसू रो रहे हैं। जिसने मेरे बेटे की बेरहमी से हत्या की, उसके घर की महिलाएं भी ऐसे ही रोनी चाहिएं।’ यह कहते हुए प्रयागराज में शुभम की मां पुष्पा का चेहरा सख्त हो जाता है। वह गुस्से में कहती हैं- हमें बदला चाहिए, वो सरकार और प्रशासन दिलाए। प्रयागराज में पुष्पा के बेटे शुभम तिवारी (22) को 2 जून को बेरहमी से मार डाला गया था। उसकी कमर से नीचे 6-7 चाकू के घाव मिले थे। प्राइवेट पार्ट काट दिया गया था। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा था- शुभम की बॉडी पर गहरे घाव थे। उसका खून बहता रहा, हैवी ब्लीडिंग से मौत हो गई। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि शुभम को 500 रुपए के लेन-देन में नहीं, लव अफेयर में मारा गया। कत्ल से 4 दिन पहले शुभम पर हमला क्यों किया गया? कत्ल के पीछे क्या लड़की ने साजिश रची? इस कत्ल के पीछे की इनसाइड स्टोरी को समझने के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम प्रयागराज से 65Km दूर जौनपुर के बादशाहपुर इलाके के नीभापुर गांव में परिवार से मिली। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले शुभम के परिवार की बात घर में रिश्तेदार मौजूद, हत्या से सब गुस्से में
गांव नीभापुर में रहने वाले शुभम के परिवार में पिता त्रिलोकी नाथ, मां पुष्पा, भाई राहुल और बहन नेहा हैं। बहन की शादी हो चुकी है। लेकिन, शुभम की हत्या के बाद वह भी अपने मायके में आ गई। घर के बाहर परिवार और रिश्तेदारी के लोग बैठे थे, जो गमगीन दिख रहे थे। परिवार निम्न मध्यमवर्गीय है। एक मंजिल के घर की दीवारों पर प्लास्टर तक नहीं हुआ है। घर के दरवाजे पर ही शुभम की मां पुष्पा बैठी मिलीं। हमने उनसे बातचीत शुरू की। बेटे का नाम सुनते ही वो फफक पड़ीं। मां बोलीं- साजिश करके मेरे बेटे को मार डाला
खुद को संभाल कर पुष्पा ने कहा- मेरे 22 साल के बेटे को गुमराह करके प्रयागराज के सराय ममरेज के बरियाराम बुलाया गया। वहां साजिशन उसको मार डाला। सिर्फ 10 दिन पहले शुभम गुजरात से लौटकर आया था। क्या पता था कि अब वो कभी नहीं आएगा? उसको ये लोग मार डालेंगे। भाई ने कहा- हमारी योगी सरकार से मांग, हत्यारों को फांसी मिले
शुभम के भाई राहुल तिवारी ने गुस्से में कहा- हम योगी सरकार से यही मांग करते हैं कि जान के बदले जान। पुलिस को हत्यारों के खिलाफ मजबूत केस बनाना चाहिए। जब तक वो फांसी पर नहीं लटकेंगे, हम लोगों को चैन नहीं मिलेगा। शुभम के छोटे भाई विवेक कहते हैं- मुझे गांव के लोगों ने ही सबसे पहले बताया था कि मेरे भाई के साथ कुछ गलत हो गया है। मैं बाइक से घटनास्थल पर पहुंचा। मैंने अपने भाई को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा। शरीर के नीचे से पूरा खून बह चुका था। चारों ओर भीड़ इकट्‌ठा थी। मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था। बस एक ही बात मन में आ रही थी, अगर हत्यारे सामने होते, तो वहीं खत्म कर देता। जानिए हत्या के पीछे की असली वजह शुभम 2 महीने से एक लड़की से बात करता था, यही रंजिश की वजह
क्राइम स्पॉट सराय ममरेज इलाके का बरियारामपुर रेलवे स्टेशन के पास का इलाका है। यहां शुभम तिवारी की हत्या कर दी गई। शुभम जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर के नीभापुर गांव का रहने वाला था। पुलिस शुरुआत में इस मामले को 500 रुपए के लेन-देन की रंजिश समझ रही थी। लेकिन, उसकी जांच को नया एंगल शुभम की कॉल डिटेल से मिला। शुभम गुजरात के सूरत में एक कंपनी में प्राइवेट जॉब करता था। पुलिस को पता चला कि वह 2 महीने से 1 खास नंबर पर कई-कई घंटे बात कर रहा था। इस नंबर की लोकेशन नीभापुर गांव थी। यह नंबर एक लड़की का था। पुलिस लड़की तक पहुंची। लड़की की कॉल डिटेल में वह गांव के दो और लड़कों से लंबी-लंबी बात कर रही थी। पुलिस ने इन लड़कों बाला सरोज और सत्यम चौधरी काे हिरासत में लिया। सामने आया कि यही लोग कत्ल के असली चेहरे हैं। उन्होंने जो कुछ पुलिस को बताया, वो इस तरह है। बाला सरोज के मुताबिक, 30 मई को शुभम को मिलने बुलाया गया था। उसको कड़ाई से समझाया था कि उस लड़की से बात मत करो। लेकिन, शुभम माना नहीं। तब वहां धक्का-मुक्की हो गई। मारपीट में शुभम दोनों लड़कों पर भारी पड़ा। इसके बाद बाइक से वहां से निकल गया। इसके बाद बाला और सत्यम ने साजिश रची। अर्पित और शिवम नाम के लड़कों की मदद से एक बार फिर शुभम को बुलाया। शिवम को कहा गया था कि तुम शुभम को लेकर आओ, तुम्हें पेट्रोल के 50 रुपए देंगे। जब शिवम उसको लेकर बरियारामपुर पहुंचा, तो वहां बाला और सत्यम पहले से मौजूद थे। उन्होंने शिवम को 50 रुपए देकर कहा कि अब तुम जाओ, तुम्हारा काम हो गया। इसके बाद चारों ने मिलकर शुभम को पीटा और चाकू से कई वार करके मार डाला। अब चश्मदीद गवाह की बात बोले- बचाना चाहा, पुलिस 2 घंटा लेट आई
जो लड़का पवन कत्ल के वक्त वहां मौजूद था, उसने बताया- भैया (शुभम) हत्यारों के आगे गिड़गिड़ा रहे थे कि चाकू से न मारो…हाथ-पैर से मार लो। भैया को कमर के नीचे चाकू से 6 से 7 बार मारा। बहुत खून बहता रहा…भैया जैसे बेजान से हो गए। दो लड़के शुभम के हाथ पकड़े थे, 3 लड़के उसको चाकू मार रहे थे। जब उनके शरीर में हरकत होना बंद हो गई, तब उनका प्राइवेट पार्ट काट दिया। मैं चिल्लाता रहा, मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं था। दरअसल, शुभम का एक लड़की से लव अफेयर था। वह टिकरा गांव की रहने वाली थी। उसी लड़की से अंकित और बाला सरोज भी बातचीत करते थे। इस वजह से शुभम और अंकित के बीच झगड़ा भी हुआ था। 30 जून को शुभम ने अंकित को जघई स्टेशन के पास बुलाकर 2 झापड़ मारे थे। इसके बाद ही इन लोगों ने हत्या कर साजिश रच दी। पवन के मुताबिक, मैंने शुभम को बचाने की कोशिश की, हत्यारों के चंगुल से छूट कर गांववालों के पास आया। पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस 2 घंटे बाद आई। जब तक पुलिस नहीं आई, गांव के किसी आदमी ने शुभम को अस्पताल नहीं पहुंचाया। अस्पताल पहुंचाते, तो उसकी जान बच जाती। हत्या के बाद रोड जाम की, हंगामा हुआ
इस हत्या के बाद गांव में टेंशन का माहौल बन गया। सैकड़ों लोग जमा हो गए। परिजनों ने शव को थाने के सामने की रोड पर रख दिया, हंगामा हुआ। गांववालों ने कहा- पुलिस की लापरवाही से ये हत्या हुई। 4-5 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी। हंडिया ACP सुनील कुमार सिंह और DCP गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने परिवार से बात करके स्थिति को संभाला। DCP कुलदीप सिंह गुनावत कहते हैं- परिवार के आरोप थे कि शुभम की हत्या पैसों के लेन-देन और पुरानी रंजिश को लेकर की गई है। दो लड़के नामजद किए गए। लेकिन, बाद में इस मामले का लव एंगल सामने आया। पुलिस परिवार के साथ है, जल्द चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। ————————— यह खबर भी पढ़ें : सेना के लड़ाकू हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, सहारनपुर में पायलट ने खाली मैदान में उतारा, मदद के लिए दूसरा विमान पहुंचा सहारनपुर में सेना के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पायलट ने यमुना नदी किनारे जोधेबांस गांव के बाहर मैदान में लैंडिंग कराई। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोग रुक गए। सेना ओर पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया।गनीमत रही कि इस घटना में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। पढ़िए पूरी खबर…

मेरठ ऑनर किलिंग- लाश के साथ 13 घंटे रहे मां-भाई:बॉयफ्रेंड से शादी करना चाहती थी, मना किया तो गाली दी; कातिल मां का कबूलनामा

मेरठ ऑनर किलिंग- लाश के साथ 13 घंटे रहे मां-भाई:बॉयफ्रेंड से शादी करना चाहती थी, मना किया तो गाली दी; कातिल मां का कबूलनामा मेरठ ऑनर किलिंग मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बेटी की हत्या करने के बाद मां-बेटा लाश के साथ 13 घंटे तक कमरे में बैठे रहे। बुधवार, 4 जून की सुबह 9.30 बजे मां-बेटे ने गला घोंट दिया। रात 11 बजे मामा का बेटा और मौसेरा भाई गौरव कार लेकर आए। बॉडी को चादर में लपेट कर कार से महरौली के जंगल के पास अपने खेत पर पहुंचे। जहां पर मामा ने दरांती (हंसिया) से लड़की की गर्दन काटकर अलग कर दी। सिर और धड़ अलग-अलग प्लास्टिक की बोरी में भरा। मामा ने घर से 13 किमी दूर बहादुरपुर नहर में धड़ और वहां से 10 किमी दूर जानी नहर में सिर फेंक दिया। इस खौफनाक हत्या की पूरी कहानी मां राकेश देवी ने पुलिस कस्टडी में सुनाई। पढ़िए कबूलनामा… मां ने कहा- बेटी जल्दी शादी करवाने के लिए अड़ी, गुस्से में मुझे गाली दी
पुलिस कस्टडी में मां राकेश देवी से 2.30 घंटे पूछताछ हुई। उन्होंने कहा- बुधवार सुबह 9:30 बजे थे। आस्था उर्फ तनिष्का (17) और मेरी नॉर्मल बातचीत चल रही थी। अचानक उसने मुझसे कहा, ‘मैं अमन से ही शादी करूंगी, जल्दी करवा दो।’ उसके मुंह से ये बात सुनकर गुस्सा आ गया, मगर खुद को संभाला। कुछ देर शांत रही। फिर मैंने आस्था को समझाया। कहा, ‘तुम्हारे पापा घर पर नहीं हैं, ये हो नहीं सकता।’ इसके बाद आस्था नाराज हो जाती है, बहस करने लगती है। कुछ देर में वह बड़बड़ करते हुए मुझे ही गाली दे देती है। अंदर कमरे में बैठा मेरा 14 साल का बेटा सब कुछ सुन रहा था। वो बाहर आता है, और मेरी तरफ से आस्था को डांटने लगता है। अब आस्था भड़क जाती है, अपने भाई की पिटाई कर देती है। तब मेरा गुस्सा भड़क उठता है। मैंने और बेटे ने मिलकर आस्था को पीटा, मगर वह बराबर चिल्लाती रहती है कि मैं अमन से ही शादी करूंगी, चाहे कुछ भी कर लो। गुस्से में आकर बेटे ने आस्था के हाथ पकड़े और मैंने गला…। हमने ये नहीं सोचा था कि उसकी सांस रुक जाएगी। हम तो बस डराना चाहते थे। 2 मिनट में उसका शरीर ठंडा पड़ गया, हम रोने लगे, एक-दूसरे से कहने लगे कि अब क्या करेंगे। बेटे ने कहा- अब जेल जाना होगा। हम घबरा गए। मामा ने कहा, रात तक इंतजार करो, फिर कुछ करते हैं
राकेश देवती कहती है, मैंने सबसे पहले छत्तीसगढ़ में तैनात अपने पति रमेश को फोन किया। उन्हें बताया कि मुझसे बहुत बड़ा गुनाह हो गया है। मेरे हाथों से आस्था की हत्या हो गई है। रमेश चौंक जाते हैं, कहते हैं- अरे…ये क्या कर डाला। मैं उनको पूरी कहानी सुनाई। वो कहते हैं- मैं परिवार के लोगों से बात करता हूं कि क्या करना है। तब तक कहीं मत जाना, वहीं लाश के पास रहो। पति से बात होने के बाद मैंने अपने भाई कमल और समर को फोन किया। उन्हें भी पूरी कहानी सुनाई। अब पति रमेश, दोनों भाई ये सोचने लगे कि बेटी तो जा चुकी है, अब मुझे और बेटे को कैसे बचाएं। 4 घंटे बाद करीब 2 बजे कमल और समर ने मुझे फोन किया। कहा- रात 11 बजे तक इंतजार करो, अंधेरा होने का वेट करो। हम कुछ इंतजाम करते हैं। रात के 11 बजे तक मैं और बेटा आस्था की लाश के साथ वहीं रहे। प्लानिंग के तहत रात को 11 बजे कमल का बेटा मंजीत उर्फ मोनू और मेरी मौसी का बेटा गौरव हमारे घर पहुंचे। 10 मिनट तक आपस में बात की कि क्या करना है? कैसे करना है? फिर आस्था की लाश को चादर में बांधकर कार में रखकर वह लोग चले जाते हैं। गंगनहर का बहाव तेज , इसलिए सिर वहां फेंका
इसके आगे की कहानी लड़की के मामला कमल ने पुलिस को सुनाई। कमल के मुताबिक, मंजीत और गौरव दादरी गांव से 13 किलोमीटर दूर महरौली के जंगल में बॉडी लेकर पहुंचे। यहां पर मैं और भाई समर अपने खेत पर पहले से मौजूद थे। खेत में लाश को रखकर मैंने और समर ने दरांती से गर्दन को काटकर अलग कर दिया। हमने धड़ को उसी चादर में बांधकर कार की डिग्गी में रख दिया। वहीं पास में बहने वाली छोटी नहर में ले जाकर फेंक दिया। मैंने सिर को एक प्लास्टिक के बोरे में रख लिया था। उसे गंगनहर में फेंका। क्योंकि वहां बहाव तेज होता है, मुझे मालूम था कि सिर पुलिस को इतनी आसानी से नहीं मिलेगा। परिवार के लोगों ने मिलकर आस्था की लाश को छिपाने की प्लानिंग 2 वजह से बनाई- पहली- उन्होंने अखबारों में पढ़ा था कि सिर कटी लाश की पहचान मुश्किल होती है। पुलिस कुछ समय ऐसे केस को ट्रेस करती है, फिर फाइलें बंद कर दी जाती हैं। दूसरी- अगर बाद में आस्था के गुम होने की तहरीर भी दी जाती है तो सबका शक उसके प्रेमी अमन पर जाएगा। इस तरह से अमन भी अरेस्ट होकर जेल चला जाएगा। 20 रुपए के नोटों के बीच पर्ची से बिगाड़ी प्लानिंग
आस्था की लाश को ठिकाने लगाने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई थी। लेकिन आस्था ने जो सलवार पहनी हुई थी, उसमें जेब थी। जेब में 20-20 के तीन नोट थे। उन नोटों के बीच में एक कागज लिपटा हुआ था। इस कागज में आस्था ने अपने प्रेमी अमन के पिता और उसकी बहन का मोबाइल नंबर लिख रखा था। अगर ये नंबर पुलिस को नहीं मिलता तो आस्था की सिर कटी लाश एक पहेली बनकर रह जाती। सिर क्योंकि गंगनहर में फेंका गया है, तो उसका मिल आसान नहीं है। थाने में अमन रोया, कहा- इन लोगों को सजा मिलनी चाहिए
तकरीबन 9 महीने पहले आस्था और अमन की दोस्ती स्नेपचैट से शुरू हुई थी। आस्था 12वीं की छात्रा थी, जबकि अमन बीए का छात्र है। दोनों गुर्जर बिरादरी से थे। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। शादी की कसमें खा ली। इस लव स्टोरी का अंत इतना भयानक होगा दोनों ने सोचा भी नहीं था। अमन थाने में पुलिस के सामने रोकर कह रहा था कि इन लोगों को इनके किए की सजा मिलनी चाहिए। परतापुर थाने पहुंचे लोग भी पूरी घटना से अवाक थे। दबी जुबान कुछ लोग कह रहे थे कि दोनों गुर्जर बिरादरी से ही थे, ऐसे में शादी कर देते तो आज इतने घर बर्बाद नहीं होते। दो मामा, मां, छोटा भाई और ममेरे व मौसेरे भाई नामजद
SSP विपिन ताडा कहते हैं- इस मामले में आस्था की मां राकेश देवी, उनके 14 साल के नाबालिग बेटे पर हत्या की धारा में केस दर्ज हुआ है। मामा कमल, समर, ममेरे भाई मोनू उर्फ मंजीत और मौसेरे भाई गौरव के खिलाफ साजिश एवं साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज हुआ है। गौरव की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग लोकेशन पर दबिश दी जा रही है। बाकी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया गया है। चारों आरोपियों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। नाबालिग किशोर को बाल सुधार गृह भेजा गया है। गांव के लोग कहते हैं- बेहद दबंग थी आस्था
12वीं कक्षा में पढ़ने वाली आस्था बेहद दबंग थी। गांव के लोगों ने भले ही कैमरे पर बात नहीं की, मगर उन्होंने बताया कि आस्था ने कई बार घर के लोगो से मारपीट तक की थी। गांव में कोई कुछ बोल देता था तो वह गाली देकर धमका देती थी। किसी से दबती नहीं थी। पड़ोसियों ने बताया- 28 मई को आस्था की मां राकेश देवी घर से बाहर थी। आस्था का प्रेमी अमन उससे मिलने घर पहुंचा। दोनों को आस्था के नौ साल के भाई ने साथ देख लिया। मां के घर आने पर सारी बात बता दी। राकेश देवी और आस्था का खूब झगड़ा हुआ। आस्था से उसका मोबाइल छीन लिया। इसके बाद से ही रोजाना घर में कलह हो रही थी। आस्था अमन के साथ शादी की जिद पर अड़ी हुई थी। वो कुछ नहीं सुनना चाह रही थी। गंग नहर में खोजा रहा सिर
SSP डा. विपिन ताडा ने बताया, कि चार आरोपियों को जेल और एक को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। 1 फरार आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है। आस्था के कटे हुए सिर की गंगनहर में तलाश की जा रही है। प्रेम प्रसंग से नाराज होकर घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस ठोस सबूत के साथ चार्जशीट दाखिल करेगी। पुलिस को लाश कैसे मिली, ये भी जानिए
गुरुवार सुबह करीब 8 बजे परतापुर इलाके के बहादरपुर गांव से होकर बहने वाली छोटी नहर में लोगों ने कपड़े में बंधी लाश देखी। परतापुर पुलिस मौके पर पहुंची। सफेद चादर में एक लड़की की सिर कटी लाश थी। लड़की के कपड़ों की तलाशी ली गई तो सलवार की जेब में 20-20 के नोटों के बीच एक कागज मिला। कागज पर दो नंबर लिखे थे, एक नंबर पर कॉल करके पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। दूसरे नंबर पर फोन उठाने वाला दौराला के नंगली गांव का अमन था। उसने बताया कि वो दादरी गांव की आस्था से प्यार करता है। पुलिस ने उसको लाश का फोटो भेजा तो उसने पहचान कर ली। बताया कि ये लाश आस्था की है। इसके बाद पुलिस आस्था के घर पहुंची तो उसकी मां राकेश देवी ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। पुलिस ने राकेश देवी को लाश दिखाकर पूछा कि क्या ये तुम्हारी बेटी की है तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की ताे उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने आस्था के मामा कमल और उनके बेटे मंजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। शुक्रवार को पुलिस ने पूरे मामले में आस्था के दूसरे मामा समर को भी नामजद कर लिया। लाश बहादरपुर की छोटी नहर में लाश मिली तो पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई ग्राम प्रधान से कराई। इस मामले में क्योंकि परिवार के लोग ही हत्या में शामिल हैं, इसलिए वादी ग्राम प्रधान को ही बनाया गया है। इस केस में अब पुलिस ही मुख्य गवाह के रूप में रहेगी। पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर जहां पर गर्दन काटी गई, वहां खून से सनी मिट्‌टी, दरांती, जिस कार में लाश ले जाई गई, उसमें लगा खून, इन सभी को सबूत के तौर पर एकत्र किया है। पोस्टमॉर्टम होने के बाद पुलिस ने लाश को आस्था के ताऊ के सुपुर्द कर दिया। देर शाम गांव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। …… यह भी पढ़ें : मां-भाई ने गला दबाया, मामा ने गला काटा:मेरठ में धड़ और सिर अलग-अलग नहर में फेंके; सलवार की जेब से मिला बॉयफ्रेंड का नंबर मेरठ में ऑनर किलिंग की खौफनाक वारदात हुई है। यहां प्रेमी से बात करने पर नाराज मां ने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को ठिकाने लगाने के लिए मायके से लड़की के मामा, उसके बेटे और मौसी के बेटे को बुला लिया। मामा और ममेरे-मौसेरे भाई शव को चादर में लपेट कर कार से महरौली के जंगल ले गए। जहां पर मामा ने दरांती (हंसिया) से लड़की की गर्दन काटकर अलग कर दी। सिर और धड़ अलग-अलग प्लास्टिक की बोरी में भरा। पढ़िए पूरी खबर…

रवि किशन के पास बहुत पैसा- योगी ने ली चुटकी:गोरखपुर सांसद भावुक हुए; VIDEO में देखिए सख्त CM का मजाकिया अंदाज…

रवि किशन के पास बहुत पैसा- योगी ने ली चुटकी:गोरखपुर सांसद भावुक हुए; VIDEO में देखिए सख्त CM का मजाकिया अंदाज… सख्त तेवर वाले सीएम योगी के सामने जब गोरखपुर सांसद रवि किशन होते हैं तो वे मजाकिया हो जाते हैं। शुक्रवार को सीएम ने कहा, रवि किशन के पास बहुत पैसा है, 12-15 लाख तो खर्च ही कर सकते हैं। जिस गरीब के पास पैसा नहीं है, वह कैसे खर्च करेगा? गोरखपुर सांसद जब बोलने उठे तो बताया कि मृत्यु के बाद इंसान के साथ क्या जाता है। वे भावुक हो उठे। यह पहला मौका नहीं… ऐसे ही तमाम मौकों पर सीएम योगी को सांसद रवि किशन की चुटकी लेते हुए देखा गया। रवि किशन खुद इसे एंजॉय करते हैं और पब्लिक ठहाके लगाती है। VIDEO में देखिए योगी और रवि किशन की केमेस्ट्री…

झांसी में ट्रेंड कर गई पानी सिंह तोमर की नातिन:X पर 12 घंटे में 102 यूजर ने वीडियो अपलोड किए, पुलिस से की कार्रवाई की मांग

झांसी में ट्रेंड कर गई पानी सिंह तोमर की नातिन:X पर 12 घंटे में 102 यूजर ने वीडियो अपलोड किए, पुलिस से की कार्रवाई की मांग झांसी में बुधवार यानी 4 जून को चंबल के बागी पान सिंह तोमर की नातिन ने JE पर थप्पड़ की बारिश कर अपने दादा के इतिहास को जिंदा कर दिया। पान सिंह तोमर की नातिन द्वारा मारपीट का वीडियो सामने आने के 12 घंटे में सोशल मीडिया पर मानों इसे वायरल कर शिकायतें करने की बाढ़ आ गई। साथ ही एक्स पर भी लोगों ने वीडियो को खूब शेयर किया। साथ ही यूजर्स ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दीं। बता दें कि बुधवार को झांसी के बबीना थाना क्षेत्र के पंजाबी मोहल्ला में रहने वाले चंबल के बागी पान सिंह तोमर की नातिन ने बिजली विभाग के JE को जमकर पीट दिया था। मारपीट स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर शुरू हुई थी, जिसमें पान सिंह तोमर की नातिन ने JE को 4 सेकेंड में 7 थप्पड़ मारे थे। इस पूरे मामले में बिजली विभाग के SDO ने बबीना थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। यहां मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी महिला सपना तोमर को हिरासत में लिया और उसे जमानत भी मिल गई। लेकिन सोशल मीडिया पर आए मारपीट के वीडियो ने यूजर्स को मुद्दा दे दिया। झांसी में ये वीडियो इतना ट्रेंड किया की पुलिस भी जवाब देते देते परेशान हो गई। साथ ही कई यूजर्स ने पान सिंह तोमर फ़िल्म के डायलॉग लिखकर पूरे मामले में सपना की जमकर खिंचाई की। 12 घंटे में 102 शिकायती पोस्ट बिजली विभाग के अभियंता को जहां पान सिंह तोमर की नातिन ने 4 सेकेंड में 7 थप्पड़ मारे तो वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लोगों ने 12 घंटे में 102 पोस्ट कर झांसी पुलिस से मारपीट का वीडियो शेयर करते हुए कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। झांसी पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर केवल पान सिंह तोमर की नातिन का ही वीडियो दिखाई पड़ रहा है। वहीं, पूरे दिन में 102 शिकायतों पर झांसी पुलिस भी स्पष्टीकरण देती रही। ये बोले यूजर्स • एक्स यूजर अनिल यादव ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा पान सिंह तोमर की पोती साहिबा की रगों में बागी खून दौड़ रहा है, जो जाग उठा और उन्होंने JE साहब की बलभर पिटाई कर दी। • एक दूसरे एक्स यूजर ने MRK ने लिखा पान सिंह तोमर तो सरकारी तंत्र और अत्याचार सहने के बाद डकैत बना, लेकिन उनकी नातिन तो पहले ही सरकार के खिलाफ हिंसक हो चुकी है। • एक दूसरे यूजर अनमोल ने लिखा यही तो मजबूरी है, औरतों पर हाथ उठाओ तो पुलिस और कचहरी की दिक्कत, न उठाओ तो औरतें कूटती हैं, आखिर मर्द करे तो क्या करे? बिजली विभाग से भी किए सवाल बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर्स ने बिजली विभाग से भी सवाल किए हैं। एक्स पर UPPCL को टैग कर लोगों ने लिखा कि महिला ने जो किया वह निंदनीय है, लेकिन बिजली विभाग को भी स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों के मन में उठ रहीं शंकाओं का जवाब देना चाहिए। बिजली विभाग के ही कर्मचारी बताते हैं कि स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल ज़्यादा आता है।

डीजीपी ने फील्ड के अफसरों को बताई अपनी प्राथमिकता:हर जिले में निगरानी के लिए चिन्हित किए जाएं 10–10 अपराधी, मेरिट पर हो थानेदारों की तैनाती

डीजीपी ने फील्ड के अफसरों को बताई अपनी प्राथमिकता:हर जिले में निगरानी के लिए चिन्हित किए जाएं 10–10 अपराधी, मेरिट पर हो थानेदारों की तैनाती प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्ण ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशकों, पुलिस आयुक्तों, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस उप महानिरीक्षकों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और जिला प्रभारियों के साथ कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर एक अहम बैठक की। डीजीपी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण न केवल देश बल्कि विश्व में बेहतर कानून-व्यवस्था का मानक स्थापित किया है। उन्होंने सभी अधिकारियों से इसी दृढ़ता के साथ काम करने और पुलिसिंग को जनता व पुलिस बल के बीच विश्वास का प्रतीक बनाने का आह्वान किया। डीजीपी ने जोर दिया कि पुलिस को प्रोफेशनल दृष्टिकोण अपनाते हुए बेस्ट प्रैक्टिसेस को अपनी कार्यशैली में शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति से आधी लड़ाई अपने आप जीती जा सकती है और इससे बड़ा बदलाव मुमकिन है। हर जिलों में दस–दस अपराधियों को करें चिन्हित डीजीपी ने कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए अफसरों के साथ 10 प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा की। डीजीपी ने कहा कि जीरो टॉलरेंस केवल नारा नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण है। प्रत्येक जिले के शीर्ष 10 अपराधियों की सूची तैयार कर उनकी गतिविधियों की निगरानी की जाए। इसी तरह महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए छेड़खानी जैसे अपराधों को गंभीरता से लेने और आगरा जोन के ऑपरेशन पहचान जैसे तकनीकी प्रयासों को अन्य क्षेत्रों में लागू करने का निर्देश दिया। महिला सुरक्षा के लिए ब्रोकन विंडो थ्योरी को अपनाने और उसके लिए एसओपी जारी करने की बात कही। डीजीपी ने कहा कि जन शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अधिकारियों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन शिकायत निस्तारण के आधार पर होगा। इस संबंध में भी एक एसओपी जल्द जारी की जाएगी। मेरिट पर हो थानेदारों की पोस्टिंग कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि माइक्रो लेवल प्लानिंग, दूरदर्शिता, आकस्मिक योजना और नेतृत्व के जरिए इसे और मजबूत करना होगा। छोटी से छोटी सूचना को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया गया। डीजीपी ने अधिकारियों से एक अच्छी कार्य संस्कृति विकसित करने, फैसलों में ट्रांसपैरेंसी लाने और थाना प्रभारियों की नियुक्ति केवल मेरिट के आधार पर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक ले जाना उनकी प्रतिबद्धता है। साइबर क्राइम कंट्रोल में यूपी का बनाना है नंबर एक डीजीपी ने कहा कि कोविड के बाद साइबर क्राइम में बढ़ोत्तरी हुई है। डीजीपी ने अगले एक साल में उत्तर प्रदेश पुलिस को साइबर क्राइम के खिलाफ देश में अग्रणी बनाने का लक्ष्य रखा। इसके लिए व्यापक प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए जोनल और रेंज स्तर पर प्रयास बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर एक जवान को यह विश्वास दिलाना होगा कि विभाग हर मुश्किल में उनके साथ है। नए सिपाहियों के टैलेंट की हो मैपिंग राजीव कृष्ण ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,000 से अधिक नवचयनित आरक्षियों सहित कई प्रतिभाशाली अधिकारी हैं। डीजीपी ने इनके टैलेंट और दक्षता की मैपिंग की जाए।उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस को जल्द ही एआई-आधारित पुलिसिंग में देश में अग्रणी बनाना है। विशेषज्ञों के सहयोग से इस दिशा में काम शुरू होगा। डीजीपी ने प्रशिक्षण में सुधार के लिए अफसरों से सुझाव भी मांगे हैं ताकि प्रशिक्षण से संगठन की गुणवत्ता में सुधार हो। इस मौके पर डीजीपी ने जन शिकायतों के निस्तारण पर एक प्रजेंटेशन दिया, जिसमें शिकायतकर्ताओं के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाने, उनकी समस्याओं का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान के उपाय सुझाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हर अधिकारी को शिकायतकर्ताओं के लिए हमेशा उपलब्ध रहना चाहिए, ताकि जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े। बैठक में एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश, एडीजी अपराध एसके भगत, एडीजी पीएसी सुजीत पांडेय, एडीजी पद्मजा चौहान, डीजीपी के जीएसओ एन रविंदर और एडीजी साइबर क्राइम विनोद कुमार सिंह मौजूद थे।

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:योगी बोले- रवि किशन के पास बहुत पैसा है, कुत्तों ने बच्ची का सिर खाया, मौत; हीरे भरा बैग ले भागा बंदर

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:योगी बोले- रवि किशन के पास बहुत पैसा है, कुत्तों ने बच्ची का सिर खाया, मौत; हीरे भरा बैग ले भागा बंदर नमस्कार, आज की सबसे बड़ी खबर लखनऊ से है। जहां पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ढाई साल की बच्ची से दरिंदगी करने वाले को एनकाउंटर में मार गिराया। चलिए सिलसिलेवार पढ़ते हैं, यूपी दिनभर में क्या कुछ खास रहा… पहले टॉप 5 खबरें… 1- अखिलेश बोले- मैंने लंदन स्टाइल में योगी को मुबारकबाद दी, अब्बास की विधायकी जानबूझकर छीनी गई अखिलेश ने कहा कि मैंने सीएम योगी को लंदन स्टाइल में जन्मदिन की मुबारकबाद दी है। मैं व्यक्ति को मुबारकबाद दे रहा हूं। सौहार्दपूर्ण कहने में क्या परेशानी है? पद को मुबारकबाद नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि अब्बास अंसारी की विधायकी जानबूझकर छीनी गई है। अगर बीजेपी का कोई नेता हीट स्पेच देता है तो उसकी सदस्यता नहीं जाती है। पूरी खबर पढ़ें 2- लखनऊ में बच्ची से दरिंदगी करने वाले का एनकाउंटर, मां के बगल से उठाकर मेट्रो लिफ्ट के पास रेप किया लखनऊ में ढाई साल की बच्ची से दरिंदगी करने वाले को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। शुक्रवार तड़के देवी खेड़ा इलाके में पुलिस ने आरोपी दीपक वर्मा (24) को घेर लिया। पुलिस को देखते ही उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके सीने में 2 गोली लगी। पुलिस टीम उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर पढ़ें 3- योगी बोले- रविकिशन के पास बहुत पैसा, वो 14-15 लाख खर्च कर सकते हैं, गरीब कहां से इतना लाएंगे? CM योगी ने गोरखपुर में एक बार फिर से सांसद रविकिशन की चुटकी ली। उन्होंने कहा- रविकिशन ने अपने घर के पास जगह नहीं छोड़ी कि आप लोगों को खिलाने के लिए बुला सकें। रविकिशन जी के पास पैसा है। वह 12-15 लाख रुपए खर्च कर सकते हैं। जिस गरीब के पास पैसा नहीं है, वह कैसे खर्च करेगा? इसीलिए हमने कल्याण मंडपम बनवाया है। पूरी खबर पढ़ें 4- मां के सामने कुत्तों ने बच्ची को नोचकर मार डाला, बिजनौर में कान और सिर खा गए बिजनौर में आवारा कुत्तों ने मां के सामने 6 साल की बच्ची को नोच-नोचकर मार डाला। कुत्ते बच्ची के सिर का मांस और पूरा कान खा गए। बच्ची के शरीर पर काटने के 50 से ज्यादा निशान हैं। शरीर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है, जहां कुत्तों ने बच्ची को न काटा हो। बच्ची के शरीर पर कपड़े तक नहीं बचे। बच्ची अपनी मां के साथ दुकान से दूध लेने गई थी। पूरी खबर पढ़ें 5- अयोध्या में पीट-पीटकर मां-बेटे की हत्या, बचाने के लिए बेटे के ऊपर लेटी मां अयोध्या में मां-बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। लाठी-डंडे और सरिया से दबंगों ने तब तक पीटा जब तक दोनों की मौत नहीं हो गई। चीख-पुकार सुनकर छोटा बेटा और बहू पहुंचे तो उन पर भी हमला कर दिया। दोनों की हालत गंभीर है। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात गुरुवार रात करीब 10.30 बजे खंडासा थाना क्षेत्र की है। पूरी खबर पढ़ें अब 8 अहम खबरें… 6- मंत्री नंदी बोले- यूपी ने खुद को रोल मॉडल बनाया, विपक्ष ICU में पड़ा है। अयोध्या पहुंचे मंत्री नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पूरे देश में खुद को रोल मॉडल के रूप में स्थापित किया है। आज हताश विपक्ष आईसीयू में पड़ा है। उसके पास कोई मुद्दा ही नहीं है। 7- प्रोफेसर मुझे ब्लू फिल्म दिखाकर सालभर से कर रहे शोषण, BBAU रिसर्च स्कॉलर का HOD पर आरोप लखनऊ में BBAU के रिसर्च स्कॉलर ने प्रोफेसर पर शोषण का आरोप लगाया है। उसने कुलपति को पत्र लिखकर गाइड और विभाग के डीन प्रो.राजेश कुमार की शिकायत की। इसमें कहा कि आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। छात्र ने बताया कि उसे आईसीएआर नेट और गेट क्वालीफाइंग में स्वर्ण पदक मिल चुका है। पूरी खबर पढ़ें 8- 7 दिन बाद मिला जम्मू से लापता CRPF का जवान, ठेले वाले के नंबर से कॉल किया तो पता चला जम्मू कश्मीर के CRPF कैंप से लापता हेड कॉन्स्टेबल अभिषेक शर्मा 7 दिन बाद परिजनों को दिल्ली में मिले। वह कैसे पहुंचे, इसके बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं। वह डिप्रेशन में थे। उन्होंने इशारे में बताया कि वह 2 दिनों से भूखे हैं। परिजनों का कहना है कि वह अभी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। उनका इलाज चल रहा है। पूरी खबर पढ़ें 9- मां-भाई ने गला दबाया, मामा ने गला काटा, मेरठ में धड़ और सिर अलग-अलग नहर में फेंके मेरठ में प्रेमी से बात करने पर नाराज मां ने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को ठिकाने लगाने के लिए मायके से लड़की के मामा, उसके बेटे और मौसी के बेटे को बुला लिया। मामा और ममेरे-मौसेरे भाई शव को चादर में लपेट कर कार से जंगल ले गए। वहां सिर और धड़ अलग-अलग बोरी में करके फेंक दिए। पूरी खबर पढ़ें 10- रायबरेली में मंडप में दुल्हन को लेकर गिरा दूल्हा, लड़की बोली- इसके साथ नहीं जाऊंगी रायबरेली की एक शादी में दूल्हा मंडप में ही दुल्हन को लेकर गिर पड़ा। द्वारचार से लेकर जयमाल तक तो सब ठीक रहा। फेरों की रस्म भी हो चुकी थी, तब तक यह घटना हो गई। दुल्हन को दूल्हे की बीमारी का शक हुआ। उसने शादी से इनकार कर दिया। काफी मनाने पर भी वह नहीं मानी। लड़की ने कहा कि मुझे ऐसे आदमी संग जिंदगी नहीं बितानी। पूरी खबर पढ़ें 11- अयोध्या में चंपत राय बोले- अभी रामदरबार के दर्शन नहीं होंगे, 20 फीट ऊंचे दरबार के लिए लिफ्ट लगेगी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा- राम दरबार 20 फीट ऊंचा है। उसमें 40 सीढ़ियां हैं, इसलिए अभी दर्शन संभव नहीं है। इसके लिए लिफ्ट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व अन्य कारणों से भी अभी राम दरबार का दर्शन संभव नहीं है। राम दरबार का दर्शन जल्द हो, इसके लिए प्रयास जारी हैं। पूरी खबर पढ़ें 12- यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर-ट्राली में घुसी तेज रफ्तार कार, 2 की मौत; एयर बैग्स खुलकर फट गए मथुरा के थाना नोहझील क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर सुबह 5:45 बजे एक सड़क हादसा हुआ। आगरा से दिल्ली जा रही टैक्सी ईंटों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली में पीछे से जा घुसी। हादसे में कार इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कि वह ट्रैक्टर-ट्राली में आधे हिस्से तक घुस गई। कार के एयरबैग खुलने के बाद फट गए। घटना में 2 लोगों की मौत हो गई। पूरी खबर पढ़ें 13- बांदा में मां-बेटी ने एक ही फंदे में लटककर दी जान, रिटायर्ड फौजी की तीसरी पत्नी का सुसाइड बांदा में मां-बेटी ने एक ही फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। आपसी झगड़े के कारण सुसाइड किए जाने की वजह सामने आई है। पुलिस ने गेट तुड़वाकर शव बाहर निकलवाए। रात में पूरे परिवार ने साथ में खाना खाया और सभी लोग सोने चले गए। सुबह मां-बेटी कमरे से बाहर नहीं आईं तो पिता उन्हें जगाने पहुंचे। इसके बाद घटना की जानकारी हुई। पूरी खबर पढ़ें वो खबर जो हटकर है… 14- वृंदावन में हीरे से भरा बैग लेकर भागा बंदर, श्रद्धालु बोला- उसे पकड़ो, मेरा 20 लाख का सामान है वृंदावन में बांके बिहारी का दर्शन करने आए श्रद्धालु का बंदर बैग लेकर भाग गया। इसके बाद वो बंदर के पीछे भागने लगे। उन्होंने काफी कोशिश की। लेकिन, वो बंदर से बैग नहीं ले सके। उन्होंने बताया कि बैग में 20 लाख की हीरे की ज्वेलरी है। इसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद ली। पुलिस ने करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद बंदर को पकड़ लिया। पूरी खबर पढ़ें कल कैसा रहेगा प्रदेश का मौसम 15- 7 जुलाई को यूपी में एक बार फिर मौसम बदलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक,पश्चिमी यूपी के कई जिलों में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेगा। सीतापुर, लखीमपुर खीरी समेत 21 जिलों में बारिश का अलर्ट है।

बरेली में शादी के लिए बना फर्जी इंस्पेक्टर:वर्दी पहन लड़की के घर पहुंचा, बोला- ससुरजी, अब तो मुझसे शादी करा दो

बरेली में शादी के लिए बना फर्जी इंस्पेक्टर:वर्दी पहन लड़की के घर पहुंचा, बोला- ससुरजी, अब तो मुझसे शादी करा दो बरेली में एक युवक को लड़की से मोहब्बत हो गई। उसने लड़की के घरवालों के सामने शादी का प्रपोजल रखा। इस पर लड़की के पिता ने कहा कि वो ऐसे लड़के से अपनी लड़की की शादी करेंगे, जो पुलिस इंस्पेक्टर हो। इसके बाद युवक ने पुलिस इंस्पेक्टर बनने की तैयारी की। उसने सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा दी, लेकिन पास नहीं हो सका। इसके बावजूद पुलिस की वर्दी पहनकर लड़की के घर पहुंचा। उसके पिता से बोला- ससुरजी मैं इंस्पेक्टर बन गया हूं। अब वादे के अनुसार, अपनी बेटी की शादी मेरे साथ कर दीजिए। पुलिस ने युवक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। अब जानिए पूरा मामला… 1 जून को पत्नी ने कराया था मुकदमा
CO सिटी पंकज श्रीवास्तव ने बताया- एक फर्जी इंस्पेक्टर शहजाद अहमद को पकड़ा गया है। वह वर्दी पहनकर लोगों को गुमराह करता था। यहां तक कि उसने खुद को असली पुलिस अफसर बताकर शादी भी कर ली थी। शादी के बाद करीब 4 महीने तक इंस्पेक्टर पति ड्यूटी पर नहीं गया, तो पत्नी को शक हुआ। उसने खुद और अपने भाई से सच्चाई पता कराई। इसमें पता चला कि वह इंस्पेक्टर है ही नहीं। केवल पुलिस की वर्दी पहनकर इंस्टाग्राम पर वीडियो-फोटो अपलोड कर रखी हैं। इसके बाद पत्नी इकरा ने शहजाद अहमद और सास शहनाज के खिलाफ 1 जून को बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। फर्जी पुलिस अफसर ने बना डाली थी पूरी स्क्रिप्ट
शहजाद अहमद नाम का ये युवक बरेली कॉलेज से बी.कॉम कर चुका है। इसी दौरान वह अपने मोहल्ले की लड़की इकरा से प्यार करने लगा। लेकिन इकरा के घरवाले पुलिस अफसर दामाद चाहते थे। बस फिर क्या था, शहजाद ने असली अफसर बनने की एक्टिंग शुरू कर दी। यूट्यूब से उसने पुलिस अफसर की चाल-ढाल सीखी। मुरादाबाद से इंस्पेक्टर की वर्दी सिलवाई। फिर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर काफी फोटो-वीडियो अपलोड कर दिए। पासिंग लिस्ट एडिट कर अपना नाम जोड़ा
शहजाद ने SSC की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) की असली लिस्ट से मिलते-जुलते नाम वाले एक युवक की जानकारी जुटाई। उसे एडिट कर अपना नाम शहजाद अहमद पुत्र मुस्ताक अहमद लिख दिया। फिर 2 फर्जी आधार कार्ड, 2 नकली ID (पहला GST डिपार्टमेंट का, दूसरा UP पुलिस का) बनवाए। इनमें खुद को इंस्पेक्टर बताया। मोहल्ले में बढ़ा था क्रेज, चैनलों ने किया इंटरव्यू
जब शहजाद पहली बार वर्दी पहनकर गांव पहुंचा, तो पूरा मोहल्ला उसे असली इंस्पेक्टर मान बैठा। कई जगह सम्मान मिला। कई यूट्यूबर ने इंटरव्यू किया, सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। उसके बाद लोगों ने उसे इंस्पेक्टर साहब बुलाना शुरू कर दिया। लेकिन हकीकत में उसने न कोई ट्रेनिंग ली थी, न कोई नौकरी थी। शादी के बाद टूटा भ्रम, पत्नी को सताने लगा
इकरा के परिवार ने जब इंस्पेक्टर की शादी तय की, तो उन्हें क्या पता था कि ये पूरा खेल फर्जी है। शादी के कुछ महीनों बाद शहजाद की सच्चाई सामने आने लगी। नौकरी पर कभी न जाना, दिनभर इधर-उधर घूमना और फिर दहेज के लिए प्रताड़ित करना उसका रोज का काम बन गया। इन सबसे परेशान होकर पत्नी इकरा ने FIR दर्ज कराई। लोकेशन मिली अस्पताल की, वहीं से दबोचा गया
इकरा की शिकायत पर जब पुलिस ने उसकी बताई लोकेशन ट्रेस की, तो पता चला कि शहजाद 300 बेड अस्पताल में इलाज के बहाने छिपा बैठा है। बारादरी थाना पुलिस की टीम ने 5 जून की रात उसे वहीं से अरेस्ट कर लिया। ———————- ये खबर भी पढ़िए- अयोध्या में एक हजार साल चमकता रहेगा राम दरबार, मूर्तिकार बोले- बजरंगबली ने सपने में आकर रामकाज कराया अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के 498 दिन बाद गुरुवार को भगवान राम सिंहासन पर विराजे। साथ में माता सीता, तीनों भाई और हनुमान की मूर्तियां हैं। सूरत के कारोबारी हीरे के आभूषण दान किए। मूर्तियों को जयपुर में तैयार किया गया है। दावा है कि मूर्तियां एक हजार साल तक सुरक्षित रहेंगी। साल-दर-साल चमक बढ़ती जाएगी। मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय ने कहा, प्रभु बजरंगबली ने उनसे राम दरबार का भव्य स्वरूप तैयार कराया है। VIDEO में राम दरबार के बारे में जानिए…

यूपी में सेना के लड़ाकू हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग:सहारनपुर में पायलट ने खाली मैदान में उतारा, मदद के लिए दूसरा हेलिकॉप्टर पहुंचा

यूपी में सेना के लड़ाकू हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग:सहारनपुर में पायलट ने खाली मैदान में उतारा, मदद के लिए दूसरा हेलिकॉप्टर पहुंचा यूपी के सहारनपुर में सेना के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराना पड़ी। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पायलट ने यमुना नदी किनारे जोधेबांस गांव के बाहर मैदान में लैंडिंग कराई। कुछ देर में सेना और पुलिस के जवानों ने इलाके को घेर लिया। हेलिकॉप्टर में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। आधे घंटे बाद सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट से मदद के लिए दूसरा हेलिकॉप्टर आया। टेक्नीशियन की टीम ने विंग के पार्ट्स को खोला। करीब एक घंटे की मरम्मत के बाद तकनीकी खामी को दूर किया, फिर हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी। आसपास के गांवों से लोग हेलिकॉप्टर देखने पहुंचे थे। अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर भारतीय सेना का एक लड़ाकू विमान है, जिसे विशेष ऑपरेशनों और दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 4 फोटो देखिए… SP देहात सागर जैन ने बताया- अपाचे हेलिकॉप्टर सरसावा एयरफोर्स से नियमित अभ्यास उड़ान पर था। हवा में तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। हेलिकॉप्टर में कोई विस्फोट या अन्य दुर्घटना नहीं हुई है। यह एक कंट्रोल्ड व सेफ लैंडिंग रही। ग्रामीण बोला- हमें एक बड़ा हेलिकाप्टर दिखा
घटना के समय मौजूद सुमित कुमार ने बताया- हम घर से बाजार जा रहे थे। तभी दूर से हेलिकॉप्टर उड़कर आता हुआ देखा। जो धीरे-धीरे खेतों की तरफ आ गया। हम लोग दौड़कर इस तरफ आए। हेलिकाप्टर में से दो लोग निकले। कुछ देर में सेना के लोग आ गए। फिर हम लोगों से दूर रहने के लिए कहा गया। अमन कुमार ने बताया- मैं गाड़ी से घर आ रहा था। मैंने आसमान में कुछ आते हुए देखा। इसके बाद गाड़ी उसी तरफ दौड़ा दी। यहां पहुंचे तो खेत में हेलिकाप्टर था। लोग उसे देखने के लिए आ रहे थे। हम लोगों को समझ ही नहीं आया कि क्या करना है? कुछ देर में अंदर से दो पायलट निकले। 1980 के दशक में अपाचे में युद्ध क्षेत्र में कदम रखा
अपाचे हेलिकॉप्टर को अमेरिकी कंपनी बोइंग ने तैयार किया था। इसके बाद पहली बार 1980 के दशक में युद्ध क्षेत्र में कदम रखा। 90 के दशक में इराक युद्ध के दौरान दुनिया ने इसका पराक्रम देखा। इसने इराकी सेना के राडार और सेम मिसाइल्स के अड्डों को नष्ट कर दिया था। अभी 1280 से ज्यादा अपाचे हेलिकॉप्टर सात देशों में तैनात हैं। उस एयरपोर्ट को जानिए, जहां से अपाचे ने उड़ान भरी थी 65.04 एकड़ में बना सरसावा एयरपोर्ट सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट का 20 अक्टूबर, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। एयरपोर्ट 65.04 एकड़ में बना है। ये 54.56 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ था। इसका रनवे 2743 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा है। तीन एप्रन (हवाई जहाज पार्किंग) हैं। टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल दो हजार वर्ग मीटर है। इसकी क्षमता दो लाख है और यह व्यस्ततम समय के दौरान 540 यात्रियों को सेवा प्रदान करने के लिए सक्षम है तथा यात्री सुुविधाओं में आठ चेक इन काउंटर, दो एक्स बीआईएस मशीनें, आगमन हाल में एक कन्वेयर बेल्ट है। आगरा में क्रैश हो गया था मिग-29 4 नवंबर, 2024 को आगरा में एयरफोर्स का मिग-29 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया था। पलक झपकते ही विमान खेत में जा गिरा, जिसके बाद उसमें आग लग गई। जमीन पर फाइटर प्लेन गिरने के साथ ही विस्फोट भी होने लगे। हादसे के वक्त इसमें एक पायलट मनीष मिश्रा थे। वह आग लगने से चंद सेकेंड पहले ही पैराशूट की मदद से (इजेक्ट सिस्टम) फाइटर प्लेन से कूद गए। खेत में उतरे पायलट को गांव वालों ने चारपाई पर बैठाया और उनका हालचाल लिया। पंजाब के आदमपुर का यह फाइटर प्लेन पहले ग्वालियर में लैंड हुआ। फिर ग्वालियर से उड़ान भरकर रूटीन एक्सरसाइज के लिए आगरा आ रहा था। ——————– यह खबर भी पढ़ें:- मां-भाई ने गला दबाया, मामा ने गला काटा:मेरठ में धड़ और सिर अलग-अलग नहर में फेंके; सलवार की जेब से मिला बॉयफ्रेंड का नंबर मेरठ में ऑनर किलिंग की खौफनाक वारदात हुई है। यहां प्रेमी से बात करने पर नाराज मां ने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को ठिकाने लगाने के लिए मायके से लड़की के मामा, उसके बेटे और मौसी के बेटे को बुला लिया। मामा और ममेरे-मौसेरे भाई शव को चादर में लपेट कर कार से महरौली के जंगल ले गए। जहां पर मामा ने दरांती (हंसिया) से लड़की की गर्दन काटकर अलग कर दी। सिर और धड़ अलग-अलग प्लास्टिक की बोरी में भरा। पढ़ें पूरी खबर…