यूपी विधानसभा में गिद्ध-सूअर और लाश की एंट्री:सपा नेता को टांग ले गए मार्शल, थूक पर हंगामा; VIDEO में 11 दिन के टॉप मोमेंट्स

यूपी विधानसभा में गिद्ध-सूअर और लाश की एंट्री:सपा नेता को टांग ले गए मार्शल, थूक पर हंगामा; VIDEO में 11 दिन के टॉप मोमेंट्स गिद्ध, सूअर, लाश…। नोक-झोंक, शेरो-शायरी, हंगामा… और पान मसाले की पीक…जिस पर महाना का गुस्सा। ये नजारा था यूपी विधानसभा के बजट सत्र का। महाकुंभ पर उठाए गए विपक्ष के सवालों पर योगी ने कहा- जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली। एक ऐसा वक्त आया, जब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी को मार्शल टांग ले गए। सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल में पहली बार ऐसा हुआ, जब सत्र आखिरी दिन तक चला। 18 फरवरी से 5 मार्च तक चला ये सबसे लंबा बजट सत्र भी रहा। 11 बैठकें हुईं। सदन की कार्रवाई 72 घंटे 56 मिनट की रही। 3 विधेयक भी पारित हुए। बजट सत्र के टॉप मोमेंट्स VIDEO में देखिए…

योगी क्यों बोले- बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखते मुसलमान:हिंदुओं से नफरत करता था या मंदिर बनवाए, अबू आजमी के बयान से जुड़ी पूरी कंट्रोवर्सी

योगी क्यों बोले- बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखते मुसलमान:हिंदुओं से नफरत करता था या मंदिर बनवाए, अबू आजमी के बयान से जुड़ी पूरी कंट्रोवर्सी मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी के बयान से सियासी घमासान छिड़ा है। महाराष्ट्र विधानसभा ने उन्हें पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया। आजमी के बयान पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘ये लोग (सपा) औरंगजेब को अपना आदर्श मान रहे हैं। औरंगजेब के पिता शाहजहां ने अपनी जीवनी में उसे कोसते हुए लिखा- तुमसे अच्छे तो ये हिंदू हैं, जो जीते जी अपने मां-बाप की सेवा करते हैं। खुदा करे कि ऐसा कमबख्त किसी को पैदा न हो।’ योगी ने कहा, ‘कोई मुसलमान भी अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता। भारत की आस्था को रौंदने वाले का महिमामंडन करने वाले सदस्य को सपा को बाहर निकाल देना चाहिए।’ क्या है पूरी कंट्रोवर्सी, क्या औरंगजेब ने मंदिर बनवाए थे, भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए… सवाल-1: सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर क्या कहा, जिस पर विवाद हो गया है? जवाब : 3 मार्च को अबू आजमी ने कहा, हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए। मैं उसे क्रूर शासक नहीं मानता। छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ाई थी। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू और मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता। अबू आजमी के बयान पर शिवसेना के लोकसभा सांसद नरेश म्हस्के ने उनके खिलाफ ठाणे (महाराष्ट्र) में FIR दर्ज करवाई। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299, 302, 356 (1) और 356(2) के तहत मामला दर्ज हुआ। FIR में कहा गया है कि आजमी के बयानों ने धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाया है। इसके अलावा शिवसेना समर्थकों ने भी मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में भी लिखित शिकायत दर्ज कराई। सवाल-2: विवाद बढ़ने पर अबू आजमी ने अब क्या सफाई दी है? जवाब: मामले ने तूल पकड़ा तो सपा विधायक ने कहा, औरंगजेब ने मंदिरों के साथ मस्जिदों को भी नष्ट किया। अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होता, तो 34% हिंदू उसके साथ नहीं होते। उसके शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान एवं बर्मा तक पहुंच गई थी। हमारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24% था और भारत को (औरंगजेब के समय) सोने की चिड़िया कहा जाता था। इसे हिंदू-मुसलमान एंगल से नहीं देखना चाहिए। औरंगजेब ने 52 वर्ष शासन किया और अगर वह सच में हिंदुओं को मुसलमान में परिवर्तित करते, तो सोचिए कितने हिंदू परिवर्तित हो जाते। 1857 की विद्रोह में जब मंगल पांडे ने लड़ाई शुरू की, तो उसका सबसे पहले साथ मुसलमान बहादुर शाह जफर ने दिया था। अबू आजमी ने माफी मांगते हुए कहा, ‘मैंने सिर्फ वही कहा, जो इतिहासकारों ने लिखा, किसी भी महापुरुष के बारे में अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है।’ सवाल-3: क्या औरंगजेब ने मंदिर बनवाए और हिंदुओं के लिए अच्छे काम किए? जवाब: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर रहे प्रदीप केसरवानी के मुताबिक, औरंगजेब ने मंदिर सिर्फ तोड़े नहीं, बल्कि बनवाए भी थे। उसके बनाए गए मंदिरों में बालाजी मंदिर चित्रकूट, उमानंद मंदिर गुवाहाटी शामिल हैं। इसी तरह कई मंदिरों जैसे महाकालेश्वर और सोमेश्वर मंदिर को उसने दान दिए थे। प्रदीप कहते हैं कि औरंगजेब और दूसरे मुगल शासकों ने हिंदू और मुस्लिम के बीच भाईचारा बढ़ाने की भी कोशिश की। वहीं, इतिहासकार इरफान हबीब कहते हैं कि औरंगजेब अपने शासनकाल के शुरू से अंत तक एक जैसा बना रहा। उसे लगता था कि उसे खुदा ने चुना है। इसलिए अब खुदा के प्रति हमेशा वफादार रहा। यह सच है कि उसने अपने शासनकाल के दौरान हिंदुओं के मंदिर तोड़े तो कुछ मंदिर बनवाए भी। औरंगजेब के फैसले को हिंदू-मुस्लिम से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उस वक्त हर धर्म के राजा शासन चलाने के लिए तलवार का इस्तेमाल करते थे। जिस समय जो फैसला उनके हित में होता, वो वैसा कदम उठाते। सवाल-4: औरंगजेब और छत्रपति संभाजी के बीच दुश्मनी की क्या कहानी है? जवाब: लेखक शिवा जी सावंत की किताब छावां में जिक्र है कि संभाजी मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के बड़े बेटे और साम्राज्य के उत्तराधिकारी थे। शिवाजी की मृत्यु के बाद वह मराठा साम्राज्य की गद्दी पर बैठे। 1681 से लेकर 1689 तक उन्होंने राज किया। उनके कार्यकाल के दौरान मराठा और मुगलों में सबसे अधिक संघर्ष हुए। तब मुगल साम्राज्य का शासक औरंगजेब था। एक तरफ संभाजी किसी भी तरह दक्कन में मुगलों का प्रसार रोकना चाहते थे। तो दूसरी तरफ औरंगजेब किसी भी कीमत पर मराठा साम्राज्य को खत्म करना चाहता था। इसी को लेकर संभाजी ने आज के मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में आक्रमण किया, जो तब मुगलों के कब्जे में था। यह तब व्यापार का एक मुख्य केंद्र हुआ करता था। संभाजी के इस अभियान से औरंगजेब वहां से आगे नहीं बढ़ पाया। इसके बाद के सालों में भी कई बार मुगल और मराठा साम्राज्य आमने-सामने आए। तब आखिरकार 1 फरवरी 1689 में औरंगजेब ने धोखे से संभाजी को कैद कर लिया। औरंगजेब ने संभाजी को कई दिनों तक यातनाएं दी और फिर उनकी हत्या कर दी। सवाल-5: औरंगजेब हिंदुओं से नफरत करता था या उनके प्रति उदार था? जवाब: इतिहासकार इरफान हबीब अपनी किताबों में इसे लेकर तर्क देते हैं कि औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को बंदी बनाया था और गद्दी के लिए अपने भाई दारा शिकोह की हत्या कर दी। वह हिंदुओं से नफरत की वजह से नहीं, बल्कि अपनी ताकत दिखाने के लिए मंदिरों को तोड़ता था और जहां जरूरत पड़ी, वहां बनवाया। उस समय हर राजा अपने साम्राज्य में मंदिर स्थापित करते थे। फिर दूसरे राजा इन मंदिरों को गिराकर अपनी ताकत का एहसास कराते थे। औरंगजेब के समय में सबसे ज्यादा हिंदू ही उसकी सेना में थे। वह चाहता तो इन सभी का धर्म परिवर्तन करा देता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उसने सिर्फ अपने दुश्मनों को धर्म बदलने पर मजबूर किया। दूसरी तरफ इतिहासकार राम पुनियानी एक इंटरव्यू में कहते हैं कि औरंगजेब को हिंदू विरोधी माने जाने की दो वजहें हैं। पहली वजह- वह इस्लाम धर्म को मानने वाला कट्टर सुन्नी था। दूसरी वजह- वह मौलानाओं से प्रभावित होकर फैसला लेता था। राम पुनियानी भी औरंगजेब को हिंदुओं से नफरत करने वाला और कट्टर राजा नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने हिंदुओं से नफरत के कारण नहीं, बल्कि राजाओं, जमींदारों और अपने विरोधियों को संदेश देने के लिए मंदिर गिरवाएं और जबरन धर्म परिवर्तन कराया। ——————- ये खबर भी पढ़ें…. यूपी में मुखौटे भी तेंदुए से नहीं बचा पाए:स्कूल, खेत सब खाली पड़े; 6 साल में 59 को बाघ ने बनाया शिकार यूपी के बिजनौर में तेंदुए के खौफ से लोग सिर के पीछे मुखौटा लगाकर निकल रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे। दो दिन पहले मुखौटा बांटने के बाद भी एक महिला को तेंदुए ने मार दिया। लगातार हो रहे हमलों से लोग खौफ में हैं। समूह बनाकर और हथियार लेकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर

लखनऊ से गुजरेगी होली स्पेशल ट्रेन:आनंदविहार से जयनगर और सीतामढ़ी के लिए चलेंगी होली स्पेशल,ट्रैफिक ब्लॉक के चलते संचालन भी प्रभावित

लखनऊ से गुजरेगी होली स्पेशल ट्रेन:आनंदविहार से जयनगर और सीतामढ़ी के लिए चलेंगी होली स्पेशल,ट्रैफिक ब्लॉक के चलते संचालन भी प्रभावित होली पर ट्रेनों में लंबी वेटिंग से यात्रियों को राहत देने के लिए आनंद विहार से जयनगर व सीतामढ़ी के लिए वाया लखनऊ होली स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि ट्रेन 04014 आनंद विहार-जयनगर स्पेशल ट्रेन 6, 10, 13 और 17 मार्च को आनंद विहार से सुबह पांच बजे चलकर दोपहर दो बजे चारबाग पहुंचेगी और यहां से रायबरेली, अमेठी, वाराणसी होते हुए अगली दोपहर 12 बजे जयनगर पहुंचेगी। वापसी में 04013 जयनगर-आनंद विहार स्पेशल सात, 11, 14 व 18 मार्च को जयनगर से शाम पांच बजे चलकर सुबह 10:40 बजे चारबाग व शाम 7:55 बजे आनंद विहार टर्मिनल पहुंचेगी। ट्रेन में एसी, स्लीपर व जनरल बोगियां रहेंगी। ट्रेन 04016 आनंद विहार-सीतामढ़ी फेस्टिवल स्पेशल सात, 11, 14 व 18 मार्च को आनंद विहार से रात 12:30 बजे चलकर चारबाग सुबह 9:25 बजे तथा सीतामढ़ी रात दो बजे पहुंचेगी। 04015 सीतामढ़ी-आनंद विहार स्पेशल आठ, 12, 15 व 19 मार्च को सीतामढ़ी से सुबह पांच बजे चलकर रात साढ़े आठ बजे चारबाग तथा सुबह छह बजे आनंद विहार पहुंचेगी। ट्रेन में स्लीपर व जनरल बोगियां होंगी। देरी से चलाई जाएंगी ये ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रैफिक ब्लॉक के चलते ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा। ट्रेन 13020 काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस गुरुवार को हावड़ा से डेढ़ घंटे की देरी से चलाई जाएगी। 02569 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल शुक्रवार को दरभंगा से दो घंटे देरी से चलाई जाएगी।

योगी ने रवि किशन से कहा- केले के बाल लगाइए:काहे परेशान हैं, अलग-अलग किरदार निभाइए, गोरखपुर में युवाओं को दिए चेक

योगी ने रवि किशन से कहा- केले के बाल लगाइए:काहे परेशान हैं, अलग-अलग किरदार निभाइए, गोरखपुर में युवाओं को दिए चेक गोरखपुर में सीएम योगी ने सांसद रवि किशन की चुटकी ली। सीएम ने कहा- अब केले के चिप्स और अचार बन रहे हैं। केले के रेशे से बाल भी तैयार किए जा रहे हैं। मैंने रवि किशन से कहा- काहे परेशान हैं? केले के बाल लगाइए और अलग-अलग किरदार निभाइए। यानी, अगर उन्हें कभी कालीबाड़ी बाबा का रोल करना हो तो बालों की आवश्यकता नहीं होगी। केले के बाल उन्हें मिल जाएंगे। जिस केले को हम फेंक देते थे, वह अब काम का हो गया है। यूपी में 96 MSME यूनिट हैं। हमारे युवा अब सिर्फ नौकरी लेने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले भी बन रहे हैं। योगी ने मुख्यमंत्री युव उद्यमी विकास अभियान के तहत गोरखपुर और बस्ती मंडल के संयुक्त क्रेडिट कैंप का शुभारंभ किया। योगी बोले- एक साल में एक लाख उद्यमी तैयार करेंगे
सीएम ने कहा- गोरखपुर मंडल के सातों जिलों के युवाओं को आज इस मंच से लोन वितरित किया है। युवाओं के पास उनका विजन है। बहुत नौजवान हैं, जो अपना काम करना चाहते हैं। उनके पास पूंजी नहीं है। हमने उनके लिए नई मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना शुरू की है। एक वर्ष में एक लाख उद्यमी तैयार करेंगे। हमारे उद्यमी अपना प्रोडक्ट दुबई में बेच रहे हैं
योगी ने कहा- आज काम की कमी नहीं है। हौंसला चाहिए, हम उन युवाओं का संबल बनने के लिए तैयार हैं। 24 जनवरी 2018 को वन जिला वन प्रोडक्ट योजना लागू हुई थी। 96 लाख एमएसएमई हैं। जो लोगों को काम देंगे। यूपी का एक्सपोर्ट बढ़ा है। विश्वकर्मा सम्मान योजना के माध्यम से हम टूलकिट दिया जा रहा है। बैंक से लोन लेकर अपना शोरूम बनाइए। अपना काम करिए। यहां का बना सामान दुबई भेज रहे हैं। पैसा देश में आएगा, यही नया भारत है। जो सब की खुशहाली का काम करता है। आस्था ने आजीविका को जन्म दिया
मुख्यमंत्री ने कहा- प्रदेश में पहले बैंक से लोन नहीं मिलता था। हमने बैंक अधिकारियों से कहा तो 25 हजार लोगों का लोन पास हो गया। 10 हजार को वितरित भी किया है। एक नया भारत है। प्रयागराज में 750 लाख खर्च किया, 3500 करोड़ कमाए। आस्था ने आजीविका को जन्म दिया, धोबी, माली और नाविक सभी को लाभ मिला। एक नाविक ने 30 करोड़ कमाए। अब जो भी काम करेगा, वह ऐसे ही आगे बढ़ेगा। उद्यमियों से कह रहा हूं, अपना कारोबार शुद्ध मन से करेंगे तो परिणाम अच्छा आएगा। सरकार भी 10 प्रतिशत मार्जिन मनी देगी। साथ ही समय पर किस्त देने पर पूरा ब्याज भी सरकार देगी। सरकार की दी जा रही इस सौगात का आप लाभ उठाएं। खबर अपडेट की जा रही है….

जालसाज मेट्रो में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कर रहे भर्तियां:यूपीएमआरसी ने फर्जीवाड़ों से बचने की करी अपील

जालसाज मेट्रो में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कर रहे भर्तियां:यूपीएमआरसी ने फर्जीवाड़ों से बचने की करी अपील लखनऊ में जालसाज मेट्रो में नौकरी के नाम पर लोगों को गुमराह करके उनके फर्जी नियुक्ति पत्र देखर ठग रहे हैं। यूपीएमआरसी के पास ऐसी कई शिकायते आई हैं। जिसके बाद अफसरों ने फर्जीवाड़ों से बचने की अपील की। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) लगातार भर्तियां निकालता रहा है। कुछ जालसाज इसका फायदा उठाकर फर्जी भर्तियों का विज्ञापन निकाल कर आवेदकों के साथ ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं। यूपीएमआरसी ने कहा है कि साफ किया जाता है कि कंपनी में कोई आधिकारिक भर्ती, परीक्षा एवं उनके परिणाम की जानकारी सिर्फ यूपीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट (www.Imrcl.com/ www.upmetrorail.com) पर ही उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा यूपीएमआरसी भर्तियों की जानकारी अखबारों में नोटिफिकेशन के माध्यम से भी प्रकाशित कराता है। यूपीएमआरसी युवाओं से ऐसे फर्जीवाड़ों से बचने की अपील की।

रोक के बाद भी निबंधन विभाग करता रहा रजिस्ट्री:LDA वीसी ने DM को लिखा पत्र, पुलिस ने भी एलडीए से मांगी जानकारी

रोक के बाद भी निबंधन विभाग करता रहा रजिस्ट्री:LDA वीसी ने DM को लिखा पत्र, पुलिस ने भी एलडीए से मांगी जानकारी अंसल API के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त लहज़े के बाद अब अफसर भी अलर्ट मोड़ में आ गए। एक-एक करके सभी विभागों की ज़िम्मेदारी तय की जा रही है। एलडीए अफसरों की दो दिन की जांच में सामने आया हैं कि निबंध विभाग के अफसरों की मिलीभगत से पांच सालों में 200 के करीब रजिस्ट्री हुई और इसके लिए एलडीए से एनओसी तक नहीं ली गई थी। 2020 से 2025 तक तैनात अफसरों की मांगी गई जानकारी निबंध विभाग के अफसरों ने रोक के बाद भी 2020 से 2025 तक बिना एलडीए से अनुमति लिए रजिस्ट्री करते रहे। जबकि एलडीए ने 2020 में पत्र भेज कर अंसल की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी। इसके बाद इन वर्षो में तैनात अफसरों ने अंसल से मिलीभगत करके रजिस्ट्रियां करते रहे। एक दो नहीं 200 से ज्यादा रजिस्ट्री हुई है। अब इन वर्षों में तैनात अफसरों की सूची तैयार की जा रही है। सूत्रों की मानें तो अफसरों को चिन्हित करके उनके खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई जाएगी। पुलिस ने एलडीए अफसरों से मांगे दस्तावेज LDA के अमीन ने गोमतीनगर थाने में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के मालिक पिता-पुत्र समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि कंपनी ने दो बार टाउनशिप की योजना स्वीकृत कराई थी। निर्धारित भूमि से कई गुना पर टाउनशिप बना लिया। इसमें अंसल प्रमोटर प्रणव अंसल, सुशील अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फेरन्सेटी पैट्रिक अटकिंशन और डायरेक्टर विनय कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-316(5), 318(4), 61(2), 352, 351(2), 338, 336(3), 340(2), 111 और प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट-1984 की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले में एलडीए के अफसरों से दस्तावेज़ मांगे हैं।

आगरा के पिनाहट में हादसे में पिता-पुत्र की मौत:त्रयोदशी संस्कार से लौटते समय तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने ऑटो में मारी टक्कर

आगरा के पिनाहट में हादसे में पिता-पुत्र की मौत:त्रयोदशी संस्कार से लौटते समय तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने ऑटो में मारी टक्कर आगरा के पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र के गांव अर्जुनपुर के पास बुधवार रात एक ऑटो मे ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। हादसे में पिता पुत्र की मौके पर मौत हो गई। ऑटो में सवार एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए । पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। एंबुलेंस के देर से आने पर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।
जानकारी के अनुसार थाना पिनाहट क्षेत्र के गांव कुकथरी निवासी विष्णु पुत्र देवेंद्र उम्र लगभग 22 वर्ष बुधवार को अपनी परिवार सदस्यों के साथ त्रयोदशी संस्कार में सम्मिलित होने के लिए मरैना थाना राजाखेड़ा गए था । रात को ऑटो से घऱ से वापस सोते समय थाना पिनाहट क्षेत्र के गांव अर्जुनपुर के पास सामने से तेज रफ्तार में आ रहे हैं आलू से लोड ट्रैक्टर ने ऑटो में टक्कर मार दी। इस भीषण हादसे में विष्णु व अनुज पुत्र विष्णु एक की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य दर्जन भर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए । सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट भर्ती कराया। जहां अंशु पुत्री विष्णु उम्र 1 वर्ष को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वही घायलों मे भूरा पुत्र महेश , नीतू पुत्री महेश , चंचल पुत्री देवेंद्र , श्रीमती पत्नी देवेंद्र , चंचल पुत्री चंद्रभान , रीता पत्नी , सूरज पुत्र होतम , लव कुश, राधिका का प्राथमिक उपचार के बाद आगरा रेफर कर दिया। वहीं पुलिस ने मृतक विष्णु का पंचनामा भर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की हैं। हादसे की सूचना से परिजनों में कोहरा मच गया हैं।

चारबाग रेलवे स्टेशन में वेंडर की इंट्रीगेटेड पार्किंग खत्म:अब रेलवे खुद करेगा संचालन, 3 महीने पहले 5 करोड़ में लिया था टेंडर

चारबाग रेलवे स्टेशन में वेंडर की इंट्रीगेटेड पार्किंग खत्म:अब रेलवे खुद करेगा संचालन, 3 महीने पहले 5 करोड़ में लिया था टेंडर लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर वेंडर यानी ठेकेदार ने आखिरकार पार्किंग खत्म हो गई। दिसंबर 2024 में 5 करोड़ पर टेंडर का ठेका ADSM कंपनी ने लिया था। इसके तहत डेढ़ करोड़ पहली किस्त के तौर पर जमा भी किया था। पर महज 500 मीटर के दायरे में 2 पार्किंग होने से रोजाना यहां विवाद हो रहा था। वहीं, रेलवे के अधिकारियों की माने तो वेंडर ने तय समय मे दूसरी किस्त का पेमेंट नहीं किया था। ऐसे में कंटिन्यू करना नियमों के तहत संभव नहीं था। बुधवार से उसकी पार्किंग खत्म हो गई और गुरुवार से रेलवे खुद से पार्किंग का संचालन करेगा। बहुत जल्द दोबारा टेंडरिंग करके नए वेंडर को पार्किंग का अलॉटमेंट होगा। ठेकेदार ने नुकसान का दिया हवाला ठेकेदार का आरोप हैं कि आए दिन हो रहे इन विवादों के चलते जीआरपी, आरपीएफ भी धमका रही थीं। ऐसे में रेलवे रिजर्वेशन केंद्र के पास बनी इंट्रीगेटेड पार्किंग का संचालन बंद कर दिया गया। चारबाग में नए ठेकेदार की पार्किंग महज 90 दिन चल सकी। ठेकेदार ने नुकसान का हवाला देते हुए पार्किंग चलाने से मना कर दिया। इसके साथ ही दोहरे पार्किंग शुल्क को लेकर चल रहे विवाद पर भी विराम लग गया। गुरुवार से खुद से रेलवे करेगा संचालन गुरुवार से रेलवे प्रशासन वाहन चालकों से पार्किंग में प्रवेश पर ही शुल्क लेगा। इससे कैबवे आने-जाने पर भी यात्रियों को दोहरा शुल्क नहीं देना होगा। पिछले साल दिसंबर में ADMS (एडीएमएस) कंपनी को उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के चारबाग रेलवे स्टेशन की इंटीग्रेटेड पार्किंग का जिम्मा सौंपा गया था। पहली किस्त ही हुई थी जमा कंपनी ने पांच करोड़ रुपए के ठेके की पहली किस्त करीब डेढ़ करोड़ रुपये जमा करके पार्किंग का काम शुरू किया था। आरक्षण केंद्र पर वाहनों की पार्किंग पर्ची कटती थी। दस मिनट की आवाजाही निशुल्क थी, इसके बाद न्यूनतम 20 रुपए चार्ज लिया जाता था। यह व्यवस्‍था करीब एक महीने तक चलती रही। जनवरी से यात्रियों की शिकायतों के अंबार लगने लगे। ये था पूरा मामला दरअसल, चारबाग स्टेशन से लखनऊ जंक्‍शन के कैबवे जाने वाले यात्रियों को 80 रुपये शुल्क देने पड़ते था। इसमें कैबवे का 60 रुपये शुल्क लिया जाता था। ठेकेदार के गुर्गे भी हल्के वाहनों से भारी वाहनों का शुल्क लेते थे, जो 20 रुपये की जगह 200 रुपये होता था। इससे मारपीट की स्थितियां पैदा होती थीं।पहले 77 दिन ही चली थीइससे पहले जिस कंपनी को ठेका दिया गया था, वह 77 दिन ही पार्किंग चला सकी थी। इसके बाद ठेकेदार ने नुकसान की बात कहकर पार्किंग का ठेका छोड़ दिया था। चारबाग स्टेशन पर पार्किंग बंद होने के पीछे कई वजहें हैं। इसमें प्रमुख वजह चारबाग व कैबवे का दोहरा पार्किंग चार्ज प्रमुख है। इसके अलावा आटो-टेंपो संचालन से जुड़े लोगों से ठेकेदार की तनातनी भी एक वजह रही। वाहनों के हैंडओवर को लेकर हुई कहासुनी पार्किंग का ठेका खत्म होने के बाद चारबाग स्टेशन पर पार्किंग में खड़े वाहनों के हैंडओवर को लेकर कहासुनी हुई। जीआरपी व पार्किंग कर्मी आमने-सामने आ गए। कर्मचारी जीआरपी से लिखित में वाहनों की जिम्मेदारी लेने की मांग कर रहे थे। देर रात तक मामला फंसा रहा, जिसके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप पर मामला शांत हुआ।वर्जनचारबाग रेलवे स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था एडीएमएस को सौंपी गई थी। नहीं जमा की थी दूसरी किस्त, इसलिए खत्म हुआ टेंडर NR लखनऊ के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि ठेकेदार ने 3 महीने पार्किंग चलाई। अगली किस्त नहीं जमा की। गुरुवार से रेलवे प्रशासन चारबाग में पार्किंग की जिम्मेदारी खुद संभालेगा, जिससे विवादों पर रोक लगेगी। 30 दिन में फिर से टेंडर कराया जाएगा।

नशे में झगड़ा हुआ.. पीटकर मार डाला:लखनऊ में ट्रक चालक की हत्या का खुलासा, आरोपी बोला- दुकान पर आकर गाली देता था

नशे में झगड़ा हुआ.. पीटकर मार डाला:लखनऊ में ट्रक चालक की हत्या का खुलासा, आरोपी बोला- दुकान पर आकर गाली देता था बिरयानी दुकानदार के नौकर ने युवक की हत्या की थी। लखनऊ पुलिस ने बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया। बंथरा इलाके में बीते रविवार रात शराब ठेके के पास ट्रक चालक कुलदीप का शव मिला था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि कुलदीप अक्सर नशे में उसकी दुकान पर आकर चिल्लाता था। उस दिन भी वह नशे में चिल्ला रहा था। कुलदीप उस समय अकेला मिल गया। तभी आरोपी रामसेवक गुस्से में आकर कुलदीप को अपनी दुकान के अंदर खींच ले गया और वहां उसकी लात घूसों से जमकर पिटाई कर उसे जमीन पर गिरा दिया। बाद में उसके सीने पर बैठ कर उसे जमकर पीटा। जिससे उसकी मौत हो गई। बुधवार को दो आरोपियों को छोड़ा बंथरा प्रभारी निरीक्षक राम सिंह ने बताया कि पुलिस ने एक आरोपी रामसेवक को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बुधवार को बंथरा पुलिस ने तीन आरोपियों में से दो को छोड़ दिया। जांच पड़ताल में बल्ले उर्फ दीपू और शेरा उक्त घटना में शामिल नहीं पाए गए। जबकि राम सेवक घटना में शामिल पाया गया। मृतक के भाई रंजीत ने शराब ठेके के बगल बिरयानी की दुकान चलाने वाले बंथरा के ही बनी निवासी बल्ले उर्फ दीपू, उसके नौकर अन्नाव स्थित सोहरामऊ के बजेहरा निवासी शेरा और सोहरामऊ के ही भदेसुआ में रहने वाले रामसेवक पर हत्या का आरोप लगाया था। ……………. यह खबर भी पढ़े लखनऊ में युवक की हत्या, परिवार ने हाइवे जाम किया:पुलिस ने बताया था शराबी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पसली टूटने का खुलासा लखनऊ में ट्रक ड्राइवर कुलदीप रावत (32) की हत्या को लेकर बनी-मोहान रोड पर जमकर हंगामा हुआ। बंथरा इलाके में लोगों ने सड़क पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। दो घंटे तक हाइवे पर वाहनों का लंबा जाम लग गया। परिवार वाले हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी और 25 लाख रुपए के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। पूरी खबर पढ़ें…

झांसी में पुलिस से डेडबॉडी छीन ले गए:परिजन बोले- अभी जिंदा है; दो तांत्रिकों से झाड़-फूंक कराई, सांप ने काटा था

झांसी में पुलिस से डेडबॉडी छीन ले गए:परिजन बोले- अभी जिंदा है; दो तांत्रिकों से झाड़-फूंक कराई, सांप ने काटा था झांसी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मृत युवक को परिजन 4 घंटे तक जिंदा बताते रहे। उन्होंने बुधवार को पंचनामा और पोस्टमॉर्टम नहीं करने दिया। पुलिस से शव छीनकर ले गए। बोले- अभी नाड़ी चल रही है और ये जिंदा है। तांत्रिकों से झाड़-फूंक कराई। जब तांत्रिकों ने हाथ खड़े किए तो शव लेकर थाने आ गए। ये पूरा मामला शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के तालौड़ गांव का है। युवक को सांप ने काटा था, जिससे उसकी मौत हुई थी। पहले देखिए 2 तस्वीरें खेत में पानी लगाते समय सांप ने काटा तालौड़ गांव निवासी राजेंद्र कुमार अहिरवार (32) को सांप ने काट लिया था। बड़े भाई हरिओम ने बताया, राजेंद्र मजदूरी करता था। मंगलवार को वह एक किसान के खेत में पानी लगाने गया था। वहां एक जहरीले सांप ने उसके पैर में डस लिया। किसान उसे मोंठ सीएचसी ले गया। जहां इलाज के दौरान राजेंद्र की मौत हो गई। आरोप है कि मौत होने के बाद घरवालों को सूचना दी गई। तब वे मौके पर पहुंचे अस्पताल पहुंचने पर उसकी नाड़ी चल रही थी। मगर, पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराना चाहती थी। भाई ने कहा, सांप काटने के 24 घंटे तक व्यक्ति जिंदा रहता है। हम अपनी तसल्ली के लिए हम तांत्रिक के पास ले जाना चाहते थे। पुलिस से हुई तीखी बहस, शव ले गए
जब दरोगा ने कहा, राजेंद्र की मौत हो गई और शव का पोस्टमॉर्टम होगा। बिना पोस्टमॉर्टम के शव नहीं मिलेगा। इस पर परिजनों की पुलिस से तीखी बहस हो गई। बोले कि अभी राजेंद्र की नाड़ी चल रही है और वो जिंदा है। काफी देर तक परिजनों ने हंगामा किया। इसके बाद वे पुलिस से शव को छीनकर ले गए। पहले वे दतिया के सासुती खिरिया गांव ले गए। वहां पर तांत्रिक को दिखाया। उसने मना कर दिया। फिर भांडेर लेकर आए। तांत्रिक से झाड़ फूंक कराई। दोनों के मना करने पर वे शव शाहजहांपुर थाने लेकर आए। आज पुलिस पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम करवा रही है। छोटे-छोटे 3 बच्चे हैं
राजेंद्र कुमार अहिरवार की मौत के बाद घर में मातम छाया है। राजेंद्र मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। उससे छोटे-छोटे तीन बच्चे हैं। इसमें दो बेटी 6 साल की वर्षा, 4 साल की प्रतिभा और एक ढाई साल का बेटा शिवम है। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी रूचि देवी का रो रोकर बुरा हाल है। ——————————– ये भी पढ़ें… मासूम का कटा हुआ धड़, दूसरा पैर भी बरामद:पुलिस ने ड्रोन से खोजा, सीतापुर में 2 दिन पहले लापता हुई थी मासूम सीतापुर पुलिस ने लगातार दूसरे दिन बच्ची तानी (5) का खेतों में कटा हुआ धड़ और दूसरा कटा हुआ पैर भी बरामद कर लिया है। हालांकि, मासूम के पेट का हिस्सा अभी भी मिसिंग है। पुलिस ड्रोन और डॉग स्क्वॉयड की मदद से खेत और आसपास के इलाकों में शरीर के बाकी बचे हिस्से खोज रही है। पढ़ें पूरी खबर…