लखनऊ में कोहरे के साथ तेज हवा:चार दिन बाद हल्की बारिश की संभावना; दिसंबर के अंतिम सप्ताह गिरेगा तापमान

लखनऊ में कोहरे के साथ तेज हवा:चार दिन बाद हल्की बारिश की संभावना; दिसंबर के अंतिम सप्ताह गिरेगा तापमान लखनऊ में सुबह हल्की धुंध और कोहरे का असर रहा। शहर में हवा प्रदूषण भी खराब स्तर पर बना हुआ है। सोमवार सुबह लखनऊ का तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज का अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहेगा। दिन में अच्छी धूप खिलेगी। रविवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 25.02 डिग्री रहा। यह सामान्य तापमान से 3.1 डिग्री ज्यादा था। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य तापमान से 1.2 डिग्री अधिक था। अधिकतम आर्द्रता 91 फीसदी और न्यूनतम आर्द्रता 30 फीसदी दर्ज की गई। सोमवार को लखनऊ के मौमस की तस्वीरें… 27-28 दिसंबर को लखनऊ में बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि 27 दिसंबर के आस-पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव होगा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं के समागम के् कारण 26 दिसंबर की शाम पश्चिमी उत्तर प्रदेश और 27 दिसंबर को लखनऊ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसकी वजह से दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान भी गिरेगा। 28 दिसंबर को बारिश में कमी आने के साथ ही 29 दिसंबर से मौसम शुष्क हो जाएगा। तब न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होगी। लखनऊ में खराब स्थिति में प्रदूषण
लखनऊ में प्रदूषण की स्थिति सुबह से ऑरेंज श्रेणी में बनी हुई है। सबसे खराब स्थिति लालबाग की है। यहां पर AQI 328, अलीगंज में 274, तालकटोरा औद्योगिक क्षेत्र में 224, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में 167, गोमती नगर में 171 और कुकरेल पिकनिक स्पॉट का AQI 135 दर्ज किया गया। प्रदेश में आज भी कुछ जगह बारिश की संभावना
22 दिसंबर से सक्रिय हुए दूसरे पश्चिमी विक्षोभ की बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण प्रदेश में आने वाली नम हवाओं के साथ प्रतिक्रिया से 23 दिसंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं बूंदाबांदी के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं, लखनऊ सहित यूपी के तापमान में 29 दिसंबर से तेज गिरावट दर्ज की जाएगी। शीतलहर की संभावना नहीं है। मौसम साफ बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से नम और गर्म पुरवा हवाओं के थमने से न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट होगी। यह भी पढ़ें यूपी के 28 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट:अयोध्या सबसे ठंडा, 4 दिन बाद बारिश के आसार…बढ़ेगी गलन यूपी के 28 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। 27 से बारिश शुरू होने के आसार हैं। इसके बाद कड़ाके की ठंड पड़ेगी। रविवार को अयोध्या सबसे ठंडा रहा। न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, मौमस विभाग के अनुसार, विक्षोभ पर चक्रवात हावी हो रहा है। इसलिए आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी। पढ़ें पूरी खबर…

यूपी के 28 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट:अयोध्या सबसे ठंडा, 4 दिन बाद बारिश के आसार…बढ़ेगी गलन

यूपी के 28 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट:अयोध्या सबसे ठंडा, 4 दिन बाद बारिश के आसार…बढ़ेगी गलन यूपी के 28 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। 27 से बारिश शुरू होने के आसार हैं। इसके बाद कड़ाके की ठंड पड़ेगी। रविवार को अयोध्या सबसे ठंडा रहा। न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, मौमस विभाग के अनुसार, विक्षोभ पर चक्रवात हावी हो रहा है। इसलिए आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिमी हवाएं तो चलीं, लेकिन रफ्तार कम रहने से तापमान नहीं गिरा। नमी बढ़ने से घना कोहरा छा रहा है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में मौसम में बड़ा बदलाव होगा। प्रदेश का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री बढ़ा
रविवार सुबह और देर रात कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। औसत न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया। इस कारण से ठंड हो रही है कम
पहाड़ों से हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम रही, लेकिन पहाड़ों पर बर्फबारी की कमी और हवा की रफ्तार इतनी कम रही कि अधिक सर्दी का एहसास नहीं हो पाया। औसत गति 1.5 किमी प्रति घंटा रही। दिन-रात के तापमान में अंतर कम होने से फिलहाल सर्दी का एहसास हो रहा है। विक्षोभ पर चक्रवातों के हावी होने के कारण भी सर्दी कम है। पश्चिमी विक्षोभ कम और कमजोर होने के कारण बर्फ नहीं पड़ रही है। 27 से शुरू होगा बारिश का दौर
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है- बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उथल-पुथल चल रही है। 27 से बारिश की संभावना है। इसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से तेज उत्तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी जिससे सर्दी बढ़ेगी।

शाह से माफी मंगवाने के लिए बसपा सड़क पर उतरेगी:8 साल बाद प्रदर्शन करेगी, मायावती की खिसकते वोट बैंक पर नजर

शाह से माफी मंगवाने के लिए बसपा सड़क पर उतरेगी:8 साल बाद प्रदर्शन करेगी, मायावती की खिसकते वोट बैंक पर नजर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद बसपा ने पूरे देश में आंदोलन करने का ऐलान किया है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि 24 दिसंबर को पूरे देश में जिला मुख्यालय पर कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे। अमित शाह से माफी की मांग की जाएगी। मायावती के ऐलान के बाद लंबे समय बाद बसपा कार्यकर्ता देश स्तर पर सड़क पर उतरेंगे। इससे पहले जुलाई 2016 में बसपा कार्यकर्ता पूरे देश में सड़कों पर उतरे थे। तब मौजूदा परिवहन राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह ने मायावती को लेकर विवादित बयान दिया था। उस दौरान दयाशंकर से माफी मांगने की बात को लेकर सड़क पर मायावती को छोड़ बसपा के करीब सभी बड़े नेता सड़कों पर उतरे थे। इसके बाद स्थिति यह बनी कि भाजपा ने दयाशंकर सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। हालांकि 2 साल के अंदर ही उनकी घर वापसी भी हो गई थी। अब बसपा का कार्यकर्ता एक बार फिर से सड़क पर उतरने जा रहा है। इस बार भी विवादित बयान का ही मामला है। लेकिन, इस बार दलितों के सबसे बड़े नायक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का मामला है। ऐसे में बसपा के सड़क पर उतरने के कई मायने सामने आ रहे हैं। पहले जानते हैं बीएसपी कॉडर कब-कब सड़क पर उतरा 1- 21 जुलाई, 2016 को पूरे देश में हुआ था प्रदर्शन
भाजपा नेता दयाशंकर ने 20 जुलाई, 2016 को मऊ में मीडिया से बात करते हुए मायावती को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मायावती जिस तरह से मोलभाव कर रही हैं, इस तरह एक वेश्या भी अपने पेशे को लेकर नहीं करती। मायावती जो टिकट 1 करोड़ का बेचती हैं, वही टिकट अगर कोई 2 करोड़ का चाहे तो उसे दे देती हैं। दयाशंकर के इस बयान के बाद 21 जुलाई को पूरे देश में बसपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए थे। उस समय के बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर हजारों बसपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद दयाशंकर को पार्टी से निकाल दिया गया था। हालांकि, उस दौरान बसपा नेताओं ने दयाशंकर की बेटी को लेकर भी विवादित नारे लगाए थे। इसका दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाती सिंह (अब तलाक हो गया है) ने कड़ा प्रतिरोध किया था। भाजपा ने नारा दिया था ‘बेटी के सम्मान में बीजेपी मैदान में’। यहीं से स्वाती सिंह का राजनीतिक करियर चमक गया था। साल 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी, तो उनको राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर मंडी परिषद जैसा विभाग मिल गया। 2- मायावती खुद पहुंच गई थीं सहारनपुर के गांव
मई, 2017 में सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में दलित बनाम ठाकुर का मामला हो गया था। इसमें 25 झोपड़ियों को जला दिया गया था। मामले की आंच प्रदेश की राजधानी तक पहुंची। 23 मई, 2017 को खुद मायावती मौके पर पहुंच गई थीं। हालांकि, तब भी मायावती के हेलिकॉप्टर को वहां उतरने की इजाजत नहीं मिली थी। उसके बाद सड़क मार्ग से पहुंचकर मायावती ने एक रैदास मंदिर में अपनी बात रखी थी। इस मामले को लेकर यूपी में बसपा और भाजपा लंबे समय बाद आमने-सामने आ गई थी। यहां तक कि तब सतीश मिश्रा, लालजी वर्मा समेत कई बसपा नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। यह वही समय था, जब बसपा विधानसभा चुनाव में सीट के मामले में 3 नंबर पर आ गई थी। उसके कुल 18 विधायक जीत पाए थे। 3- आरक्षण के सवाल पर भारत बंद का समर्थन
21 अगस्त, 2024 को देश के तमाम दलित संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया था। बसपा ने इस आंदोलन का समर्थन करते हुए सभी जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देने का कार्यक्रम तय किया था। पार्टी की मुखिया मायावती ने इस संबंध में अपने सभी पदाधिकारियों को निर्देश भेजा था। हालांकि, इस आंदोलन या प्रदर्शन की कॉल बसपा की नहीं थी। चूंकि देश में बड़े स्तर पर इस आंदोलन को समर्थन मिलने लगा था। डॉ. चंद्रशेखर की भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी, सपा के कुछ फ्रंटल संगठनों ने इसका समर्थन कर दिया था। उसके बाद बसपा भी आंदोलन में शामिल हुई थी। उसने हर जगह पर ज्ञापन दिया था। सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने से बचती है बसपा
करीब चार दशक से बसपा की राजनीति से जुड़े एडवोकेट राम आशीष राम का कहना है- पार्टी संस्थापक कांशीराम की राय थी कि सड़क पर आंदोलन करेंगे, तो मुकदमे होंगे। बवाल हो सकता है। ऐसे में तमाम कार्रवाई कार्यकर्ताओं पर हो सकती है। दलित वर्ग से आने वाला बसपा का कॉडर आर्थिक तौर पर कमजोर था। ऐसे में मुकदमा लड़ने से लेकर पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए सड़क पर न उतर कर, पब्लिक मीटिंग का सहारा लिया जाता था। जानते हैं आखिरी अब क्यों लेना पड़ रहा फैसला 1- 2012 के बाद गिरता गया बसपा का ग्राफ
अपने स्थापना के समय से ही बसपा दलितों की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। कभी कांग्रेस पार्टी का कोर बैंक रहा दलित वर्ग बसपा के साथ आ गया था। स्थिति यह बनी कि साल 1995 से 2007 के बीच 4 बार बसपा सरकार में आई। 3 बार गठबंधन और एक बार प्रचंड बहुमत के साथ बसपा की सरकार बनी। मायावती यूपी की पहली सीएम बनीं, जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। लेकिन, साल 2012 चुनाव हारने के साथ स्थिति खराब होती गई। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी शून्य सीट पर आ गई। 2017 के विधानसभा चुनाव में तीसरे नंबर की पार्टी बन गई, महज 19 सीटों पर जीत मिली। साल 2019 लोकसभा चुनाव अपने घोर विरोधी सपा के साथ मिलकर लड़ा, लेकिन बहुत फायदा नहीं मिला। हालांकि शून्य सीट की संख्या 10 पहुंच गई। लेकिन, साल 2022 विधानसभा में महज 1 सीट और 2024 लोकसभा सीट में पार्टी का खाता तक नहीं खुला। स्थिति यह है कि मायावती खुद अपनी राज्यसभा की सीट नहीं बचा पाईं। 6 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद वह दोबारा वहां नहीं पहुंचीं। बसपा के इस गिरे ग्राफ में दलित वोट का दूसरे दल में शिफ्ट होना माना जाता है। यूपी में दलित वोट 21 फीसदी से ज्यादा है। लेकिन, मौजूदा समय मायावती के पास महज 9.39 फीसदी वोट रह गया है। उसमें भी जाटव समाज को छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर दलित वर्ग का वोटर भाजपा और सपा के साथ चला गया है। 2- दलित वोट बैंक पर बाकी दलों की नजर
बसपा का ग्राफ गिरा, तो दूसरे दलों ने दलित वोट को टारगेट करना शुरू कर दिया। सपा जहां पीडीए की बात कर रही, वहीं बाबा साहेब के अपमान की बात कर कांग्रेस संविधान लेकर भाजपा पर हमलावर है। मायावती बताना चाहती हैं कि वही अंबेडकर की असली वारिस हैं। वहीं, भाजपा और उसके सहयोगी लगातार इस बात को कहते हैं कि बाबा साहब के सपने को पीएम नरेंद्र मोदी सबसे आगे ले जा रहे हैं। अब इन दलों के सक्रिय होने के बाद बसपा की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। ऐसे में मायावती ने भी 24 दिसंबर को पूरे देश में आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। जानकारों की नजर से इस फैसले को समझते हैं बाबा साहब के सबसे ज्यादा अनुयायी
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश वर्मा का कहना है- पूरे देश में बाबा साहब के मानने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर अमित शाह के बयान का कड़ा विरोध हो रहा है। सभी दल इसका विरोध कर रहे हैं। इसलिए अब उनके विचार पर ही राजनीति करने वाली पार्टी की जवाबदेही सबसे ज्यादा बनती है। अवधेश वर्मा का कहना है- बाबा साहब के नाम और संवैधानिक व्यवस्था पर जब भी कोई हमला होता है तो इस तरह का विरोध करना पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं किया जाता, तो उनके अनुयायी के अंदर गलत मैसेज जाता है। यहां तक कि बिजली के निजीकरण में सबसे ज्यादा हमला आरक्षण पर हो रहा है। अपना सबसे बड़ा वोट बैंक जाने का खतरा
दलित समाज से आने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविकांत का कहना है- राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा रहती है कि मायावती भाजपा के दबाव में रहती हैं। ऐसे में बसपा का यह मूव कांग्रेस के एजेंडे को खत्म करने के लिए भी हो सकता है। इसके दो मायने हो सकते हैं। मायावती केवल माफी की मांग कर रही हैं, जबकि दूसरे दल इस्तीफा देने तक की बात करते हैं। ऐसे में बड़ी बात नहीं कि इसमें अमित शाह माफी मांग लें और बसपा लीड कर जाए। बसपा के लीड करने से भाजपा को ही फायदा है। क्योंकि, अगर दलित वोट कांग्रेस या सपा के साथ गया तो भाजपा के लिए ज्यादा नुकसान है। दूसरा, मौजूदा समय बसपा का सबसे बड़ा वोट बैंक जाटव है। जाटव समाज सबसे ज्यादा अंबेडकरवादी माना जाता है। ऐसे में अगर यह वोट कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हो जाता है, तो मायावती के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। मायावती के लिए अब सबसे बड़ा चैलेंज जाटव वोट को भी बचाकर रखना है। जानकारों का कहना है, मायावती को अगर भविष्य में आगे बढ़ना है तो उनके पास दलित वोट का वापस आना सबसे जरूरी है। ऐसे में बाबा साहब पर बयान के मुद्दे के बहाने बसपा अपना पुराना वोट बैंक पाने की कोशिश करेगी। जिससे यूपी और देश की राजनीति में अपना पुराना रुतबा हासिल कर सके। —————– ये खबर भी पढ़ें… कांग्रेस और सपा पर हमलावर हुईं मायावती, अखिलेश ने शुरू की बाबा साहब के मान पर चर्चा, घर–घर बंटवा रहे पीडीए पर्चा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर सियासत जारी है। मायावती इस मुद्दे पर चूकना नहीं चाहतीं। उन्होंने अमित शाह से माफी मांगने की बात कही। अंबेडकर को लेकर कांग्रेस और सपा को कोसने का मौका भी नहीं छोड़ रही हैं। इधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पीडीए के नाम पत्र लिखा। किसी का नाम लिए बिना कहा-सत्ताकामी ये ‘प्रभुत्ववादी और उनके संगी-साथी’ दिखावटी माफी का नाटक भी रचते हैं। अखिलेश यह पत्र घर-घर बंटवा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर

महाकुंभ के कामों की हकीकत देखने ग्राउंड पर उतरेंगे योगी:17 दिन में चौथा दौरा, SRN हॉस्पिटल और सुबेदारगंज सेतु का निरीक्षण करेंगे; अफसरों की बुलाई मीटिंग

महाकुंभ के कामों की हकीकत देखने ग्राउंड पर उतरेंगे योगी:17 दिन में चौथा दौरा, SRN हॉस्पिटल और सुबेदारगंज सेतु का निरीक्षण करेंगे; अफसरों की बुलाई मीटिंग महाकुंभ के कामों की हकीकत देखने के लिए आज CM योगी ग्राउंड पर उतरेंगे। करीब 3 घंटे वह महाकुंभनगर में रहेंगे। सुबेदारगंज सेतु और मंडल के सबसे बड़े SRN हॉस्पिटल का निरीक्ष करेंगे। योगी ने सभी विभागों के अफसरों की मीटिंग भी बुलाई है। महाकुंभ से जुड़ी परियोजनाओं का काम समय पर पूरा हो, इसकी मॉनिटरिंग योगी खुद कर रहे हैं। पिछले 17 दिन में उनका आज चौथा प्रयागराज दौरा है। योगी का आज का पूरा शेड्यूल
दोपहर 1 बजे के बाद योगी प्रयागराज पहुंचेंगे। अरैल के DPS में हेलिकॉप्टर से उतरेंगे। वहां से अरैल मेला क्षेत्र स्थित टेंट सिटी, फिर मेला सर्किट हाउस का निरीक्षण करेंगे। यहां से सीधे दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगे। गंगा की पूजा कर स्वच्छता आरती का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद योगी प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित ICCC सभागार में महाकुंभ-2025 के कामों की समीक्षा बैठक करेंगे। सभी विभागों के अधिकारियों से महाकुंभ की तैयारियों के बारे में जानकारी लेंगे। इसमें पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद योगी SRN यानी स्वरूपरानी नेहरू हॉस्पिटल पहुंचेंगे। यहां चल रहे कामों और इलाज के बारे में जानकारी लेंगे। फिर योगी रेलवे जंक्शन, सुबेदारगंज सेतु का निरीक्षण करेंगे। शाम 4 बजे के बाद वह प्रयागराज से रवाना हो जाएंगे। दिसंबर में 3 बार आ चुके हैं योगी
पहला दौरा: 7 दिसंबर को BJP नेताओं के साथ बैठक की। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए टारगेट तय किए।
दूसरा दौरा: 12 दिसंबर को उन परियोजनाओं का ग्राउंड पर जाकर हाल देखा, जिनका PM मोदी एक दिन बाद उद्घाटन करने वाले थे। मोदी की जनसभा के पंडाल को देखकर नाराजगी जताई।
तीसरा दौरा: 13 दिसंबर को PM मोदी के साथ कार्यक्रमों में शामिल हुए। मोदी ने 5700 करोड़ की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया था। महाकुंभ में सुरक्षा-व्यवस्था कैसी होगी, आगे जानिए प्रयागराज महाकुंभ की औपचारिक शुरुआत 13 जनवरी 2025 से होगी। पूरा मेला 4 हजार हेक्टेयर (15,840 बीघा) में बसेगा। पहली बार 13 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट बन रहा है। कुंभ के इस मेले में सुरक्षा पर विशेष फोकस किया गया है। पूरे मेले को 25 सेक्टर में बांटा गया है और इसी आधार पर कुल 56 थाने और 144 चौकियां बनाई जाएंगी। इसमें नागरिक पुलिस की संख्या 18479 होगी। 1378 महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी। ट्रैफिक पुलिसवालों की संख्या 1405 होगी। सशस्त्र पुलिसकर्मियों की संख्या 1158 होगी। मेले में घुड़सवार पुलिस भी होगी। इनकी संख्या 146 तय की गई है। परिवहन शाखा से जुड़े 230 पुलिसकर्मी होंगे। 340 जल पुलिस संगम व आसपास के घाट पर तैनात रहेंगे। 13,965 होम गार्ड्स की भी तैनाती होगी। मेले में किसी तरह की अराजकता या फिर साजिश को नाकाम करने के लिए एलआईयू के 510 जवानों की तैनाती होगी। 2013 के महाकुंभ में 22,998 पुलिसकर्मियों की तैनाती थी। 2019 के अर्ध कुंभ में 27,550 पुलिसकर्मी तैनात थे। घर से निकलते ही शुरू होगी श्रद्धालुओं की जांच
सुरक्षा का लेयर क्या होगा? श्रद्धालुओं की जांच कहां-कहां होगी? हम यह सब पता करने संगम क्षेत्र में ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दफ्तर पहुंचे। हमें कुंभ मेला पीआरओ भास्कर मिश्रा मिले। वह बताते हैं कि कुल 7 लेयर की सुरक्षा होगी। पहला चक्र जहां से वह निकलेंगे वहीं, इसे पॉइंट ऑफ ऑरीजन कहा जाता है। दूसरी चेकिंग ट्रेन-बस और निजी वाहनों की होगी। तीसरी चेकिंग यूपी के बॉर्डर पर होगी। चौथी चेकिंग टोल प्लाजा व जोन की सीमाओं पर होगी। पांचवीं चेकिंग प्रयागराज कमिश्नरेट की सीमा में आने पर होगी। छठी चेकिंग मेले के आउटर पर होगी। सातवीं चेकिंग मेले के अंदर, इसे इनर और आइसोलेशन कार्डन पर चेकिंग कहा जाता है। हमने यह पूछा कि जो 56 थाने और चौकियां बन रही हैं इसका इंचार्ज किसे बनाया जाएगा? भास्कर मिश्रा बताते हैं, इन थानों का जो इंचार्ज बनाया जाएगा उनमें कोई भी प्रयागराज कमिश्नरेट का नहीं होगा। जरूरी नहीं कि वह थाना अध्यक्ष ही हो। वह किसी और पद पर हो सकता है, उसे यहां थाने का चार्ज मिल जाए। मेला खत्म होने के बाद उसे उसके मूल पद पर वापस भेज दिया जाएगा। हालांकि इसमें बहुत सारा फैसला हाईकमान लेगा। पानी के अंदर पहली बार ड्रोन से निगरानी
इस महाकुंभ में आसमान से ड्रोन के जरिए तो निगरानी होगी ही, साथ ही पानी के अंदर भी ड्रोन होगा। अंडर वाटर सेफ्टी के लिए पहली बार नदी के अंदर 8 किलोमीटर तक डीप बैरिकेडिंग की जाएगी। संगम एरिया में सुरक्षा व्यवस्था जल पुलिस और पीएसी को सौंपी गई है। पीएसी पानी के अंदर सुरक्षा के लिहाज से कई प्रयोग करेगी। पहली बार पानी के अंदर भी ड्रोन से निगरानी होगी। इसके लिए सोनार रेडियो तरंगों का इस्तेमाल किया जाएगा। जल पुलिस से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं, इस बार नदी में 25 वाटर स्कूटर ब्रिगेड तैनात रहेंगे। किसी के भी डूबने पर यह तुरंत उसके पास पहुंचेंगे। संगम और वीआईपी घाट के पास दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाया जाएगा। इस स्टेशन पर कुछ और हाईटेक नाव और स्टीमर मौजूद रहेगी। डूबने वाले व्यक्ति का प्राथमिक उपचार भी यहीं किया जाएगा। पूरा मेला क्षेत्र एंटी ड्रोन सिस्टम से लैस होगा
देश विदेश से आने वाले करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सिक्योरिटी प्लान हाई सिक्योरिटी एजेंसियों के मार्फत हाई टेक्नोलॉजी स्तर पर बन रहा है। दुनिया भर में ड्रोन के खतरों को देखते हुए इस बार फोकस ड्रोन अटैक को लेकर भी है। महाकुंभ पर यूं भी आतंकी साए का अलर्ट रहता है। ऐसे में इस बार एंटी ड्रोन सिस्टम को लेकर अभी से तैयारी की जा रही है। लाइट जाने पर भी कुंभ में नहीं होगा अंधेरा
महाकुंभ को भव्य दिखाने में बिजली का रोल महत्वपूर्ण रहने वाला है। इसलिए इस बार बिजली का बजट 391.04 करोड़ रखा गया है। 1532 किलोमीटर लंबी लाइन खींची जाएगी। इसमें 1405 किलोमीटर एलटी और 138 किलोमीटर लंबी एचटी लाइन होगी। पूरे कुंभ में 67 हजार स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। प्रमुख जगहों पर हाई मास्ट अलग से लगाया जाएगा। पूरे मेला क्षेत्र में 85 अस्थायी नए बिजली घर बनेंगे। कुल 170 सब-स्टेशन होंगे। 85 डीजी सेट, 15 आरएमयू और 42 नए ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे। इस वक्त तार खींचने का काम शुरू हो गया है। मेला क्षेत्र में ही बिजली विभाग का पूरा सिस्टम रखा गया है। यहीं सारे अधिकारी बैठते हैं। वहां पहुंचने पर पता चला कि इस बार मेले में कुल 4 लाख 71 हजार लोगों को बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा। इसमें सरकारी दफ्तर और कल्पवास करने वाले शामिल होंगे। अगर मेले में किसी कारणवश बिजली चली जाती है तो अंधेरा नहीं होगा। क्योंकि प्रमुख जगहों पर कुल 2004 हाईब्रिड सोलर लाइट लगाने की तैयारी है। ये दिन में चार्ज होंगी और रात को कुंभ की रौनक बढ़ाएंगी। मेले में बिछड़ने वालों को तुरंत मिलाने की तैयारी
महाकुंभ में आने वालों का सबसे बड़ा डर यह होता है कि कहीं वह बिछड़ तो नहीं जाएंगे। अगर बिछड़ जाएंगे तो कैसे मिलेंगे? इस बार प्रशासन ने लोगों को तुरंत मिलवाने का खाका खींच लिया है। मेले में कुल 10 खोया-पाया केंद्र बनाया जाना है। पहले अनाउंस होता था कि फला व्यक्ति खो गया है, यहां आकर उनके परिवार मिल लें। ये सुविधा अभी भी रहेगी लेकिन अब सिस्टम को ऑनलाइन भी कर दिया गया है। मेला क्षेत्र बहुत बड़ा है, इसलिए इसे ऐसे समझिए। अगर कोई व्यक्ति खोकर 2-3 किलोमीटर दूर चला गया। तब संभव है कि उसके परिजन जिस खोया-पाया केंद्र पर पहुंचे हों वहां से उस तक माइक की आवाज न जाए। वह किसी दूसरे खोया-पाया केंद्र पर पहुंच गया हो। अब अगर खोया हुआ व्यक्ति खोया-पाया केंद्र पर जाता है तो उसकी डिटेल हर केंद्र को भेज दी जाती है। स्क्रीन लगाई जाएगी, जिसमें वह व्यक्ति दिखाई देगा। अगर उसके बाद भी दिक्कत होती है तो सोशल मीडिया के माध्यमों का सहारा लिया जाएगा।

प्रयागराज में बोलेरो सवारों ने युवक को किडनैप किया:नशीला पदार्थ सुंघाया, देर रात बालसन चौराहे के पास फेंक गए

प्रयागराज में बोलेरो सवारों ने युवक को किडनैप किया:नशीला पदार्थ सुंघाया, देर रात बालसन चौराहे के पास फेंक गए प्रयागराज के उतराव थाना क्षेत्र के सवरा निवासी एक प्रतियोगी छात्र ने अपहरण करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि बोलेरो गाड़ी सवारों ने उसे अगवा किया। उन्होंने नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया। जब होश आया तो खुद को बालसन चौराहे के पास पाया। जहां फोन करके अपने मामा को बुलाया। पीड़ित के भाई ने इस मामले की जानकारी उतराव थाने में दी है। सवरा थाना उतराव निवासी महेंद्र यादव का बेटा आनंद यादव उम्र 19 वर्ष जो प्रतियोगी छात्र है। वहीं वह सवरा एक ठेले पर लाई चना खरीदा। वहीं ठेले संचालक से उसका आपसी कहासुनी हुई। आनंद के पिता ने आकर मामले को शांत कराकर उसके घर जाने के लिए बोला। प्रतियोगी छात्र ने बताया- वह घर जा रहा था। सौरावं चौराहा के पास पहुंचा था कि पीछे से अज्ञात चार लोग उसे बोलेरो कार में बैठा लिए। फिर उसे खोदयपुर के पास ले गए। नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया। जब मुझे होश आया तो मैं बालसन चौराहे के पास था। फिर अपने मामा को फोन करके सारी बात बताइ। वही शाम को परिजन युवक की तलाश कर रहे थे। उसके भाई ने स्थानी थाने में इसकी सूचना भी दी है। फिलहाल छात्र ने गांव के ही कल्लू गुप्ता से उसका विवाद था। आरोप लगाया है कि उनके इशारे पर ही यह घटना को अंजाम दिया गया है। फिलहाल नामजद थाने में तहरीर दी गई है।

यूपी में 15 IPS के ट्रांसफर…9 जिलों के कप्तान बदले:बहराइच हिंसा के बाद वृंदा को हटाया; विधायक के विरोध से सिद्धार्थनगर एसपी का तबादला

यूपी में 15 IPS के ट्रांसफर…9 जिलों के कप्तान बदले:बहराइच हिंसा के बाद वृंदा को हटाया; विधायक के विरोध से सिद्धार्थनगर एसपी का तबादला योगी सरकार ने रविवार शाम 15 IPS अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए। बहराइच-सिद्धार्थनगर और हाथरस समेत 9 जिलों के SP और SSP बदले गए हैं। लखनऊ में तैनात तीन DCP को जिले की कमान सौंपी गई है। क्यों बदले गए जिलों के कप्तान? बहराइच: वृंदा शुक्ला एसपी बहराइच को महिला एवं बाल विकास सुरक्षा संगठन लखनऊ भेज दिया गया है। अक्टूबर में जब हिंसा हुई थी, तभी से लगातार सवाल उठ रहे थे कि पुलिस के फेलियर की वजह से एक घटना घटी है। पहले हरदी थाने के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया। दिसंबर के पहले हफ्ते में DIG अमरेंद्र सिंह हटाए गए। इसके बाद से ही एसपी वृंदा शुक्ला के ट्रांसफर की अटकलें लगाई जा रही थीं। सिद्धार्थनगर: जिले की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह को लखनऊ में 32वीं बटालियन PAC का सेनानायक बनाया गया है। सिद्धार्थनगर में अपना दल के विधायक ने एसपी के खिलाफ लंबे समय तक धरना दिया था। इस तबादले को उसी से जोड़ कर देखा जा रहा है। हाथरस: हाथरस से हटाए गए निपुन अग्रवाल को लेकर चर्चा है कि राहुल गांधी का गोपनीय दौरा उन्हें भारी पड़ गया। पिछले दिनों गुपचुप तरीके से राहुल गांधी हाथरस में रेप पीड़िता के घर पहुंच गए थे। यहां उन्होंने रेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी। इसे लेकर शीर्ष स्तर पर नाराजगी जाहिर की गई थी। वृंदा शुक्ला को 1090 लखनऊ का पुलिस अधीक्षक बनाया
लखनऊ में तैनात तीन DCP को मिली जिले की कमान लखनऊ में तैनात तीन DCP को जिले की कमान मिली है। इसमें केशव कुमार को पुलिस अक्षीक्षक अम्बेडकर नगर, डीसीपी पश्चिमी ओमवीर सिंह को बलिया का एसपी बनाया गया है। जबकि डीसीपी उत्तरी राम नयन सिंह को बहराइच जिले की कमान सौंपी गई है। पुलिस अधीक्षक हाथरस निपुन अग्रवाल और देवरिया के पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा को लखनऊ में DCP बनाया गया है। बाराबंकी में अपर पुलिस अधीक्षक से एसपी के पद पर प्रमोट हुए चिरंजीव नाथ सिन्हा को हाथरस का एसपी बनाया गया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आए अभिषेक महाजन को सिद्धार्थनगर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीआईजी बनने से पहले मिली डीआईजी की जिम्मेदारी जौनपुर के एसपी अजय पाल शर्मा 1 जनवरी को डीआईजी के पद पर प्रमोट होंगे। उससे पहले शासन ने उन्हें बतौर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रयागराज के पद पर तैनाती दे दी है। अजय पाल शर्मा 2011 बैच के IPS अधिकारी हैं। केशव कुमार को मिला तीसरी बार जिला 2017 बैच के IPS अधिकारी केशव कुमार को तीसरी बार जिला मिला है। अभी तक वह लखनऊ कमिश्नरेट में डीसीपी थे। इससे पहले बलरामपुर में एसपी रह चुके हैं, जहां जिलाधिकारी से हुए विवाद के बाद पहले डीएम और फिर उन्हें हटा दिया गया था। मेरठ में करीब 2 साल एसपी देहात रह चुके हैं। मेरठ में एसपी देहात रहते हुए मीट कारोबारी व पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की करोड़ों की संपत्ति जब्त कराई। ————————- ये खबर भी पढ़ें: UPPCS एग्जाम, डायबिटीज बीमारी किस अंग से संबंधित?:दोनों शिफ्ट की ANSWER KEY में 250 सवालों के सही जवाब एक्सपर्ट से जानिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की PCS प्रारंभिक परीक्षा रविवार को खत्म हो गई। पहली पाली में GS (जनरल स्टडी) का पेपर पिछले 5 साल की तुलना में काफी लंबा और टफ था। कंप्यूटर और पुरानी स्कीम से जुड़े प्रश्न ज्यादा पूछ गए। करेंट अफेयर से जुड़े सवाल भी आए। उत्कर्ष एकेडमी की डायरेक्टर डॉ. अलका दीक्षित ने पहली पाली और दूसरी पाली के पेपर के जवाब तैयार करके दैनिक भास्कर को दिए…(पढ़ें पूरी खबर)

यूपी दिनभर, 3 मिनट में 20 बड़ी खबरें:बैंक के 30 लॉकर काटे, ढाई करोड़ के गबन आरोपी डाककर्मी का सुसाइड, अखिलेश संघ जॉइन करें- केशव बोले; नागा ने तलवारें लहराईं

यूपी दिनभर, 3 मिनट में 20 बड़ी खबरें:बैंक के 30 लॉकर काटे, ढाई करोड़ के गबन आरोपी डाककर्मी का सुसाइड, अखिलेश संघ जॉइन करें- केशव बोले; नागा ने तलवारें लहराईं यूपी दिनभर में देखिए आज की 20 बड़ी खबरें। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें…

आगरा में मरे व्यक्ति पर FIR:4 पुलिस कर्मियों ने विवेचना की, बयान के बाद लगाई चार्जशीट, कोर्ट के आदेश पर चारों दरोगा पर केस

आगरा में मरे व्यक्ति पर FIR:4 पुलिस कर्मियों ने विवेचना की, बयान के बाद लगाई चार्जशीट, कोर्ट के आदेश पर चारों दरोगा पर केस आगरा पुलिस का एक अजब कारनामा सामने आया है। पुलिस ने एक मरे हुए व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं विवेचक ने मृतक और एक अन्य को आरोपी बनाते हुए चार्जशीट भी दाखिल कर दी। अब इस मामले अन्य पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर अब चार दरोगा और एक फाइनेंस कंपनी के अधिकारी के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है। अब पूरा मामला पढ़िए… प्रताप पुत्र श्यामलाल निवासी कैलाश आगरा ने श्री राम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी लिमिटेड एमजी रोड शाखा से 1,43,381 रुपए का फाइनेंस कराया था। इस लोन एग्रीमेंट में मंगल सिह निवासी दयानन्द नगर दयालबाग ने बतौर गारंटर साइन किए थे। किश्त न चुका पाने के कारण फाइनेंस कंपनी ने 26 अगस्त 2018 की एक घटना बताते हुए स्थानीय न्यायालय के आदेश पर थाना हरिपर्वत में प्रताप सिंह और मंगल सिंह पर धोखाधड़ी सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखाया। देखिए ग्राम प्रधान की ओर से जारी किया गया मौत का प्रमाण-पत्र चार विवेचक रहे, कोई भी पता नहीं लगा पाया
पीड़ित का कहना है कि धोखाधड़ी के मुकदमे में चार विवेचक रहे। इसमें SI मनीष कुमार, राजीव तोमर, राकेश कुमार, अमित प्रसाद ने विवेचना की। पीड़ित मंगल सिंह का आरोप है कि विवेचकों ने मुकदमे में आरोपी के बारे में कोई भी तथ्य और सही जानकारी नहीं जुटाई गई। क्योंकि एफआईआर में 26 अगस्त 2018 में प्रताप सिंह के साथ विवाद होना दिखाया गया है, जबकि प्रताप सिंह की मौत लगभग दो साल पहले ही 12 सितंबर 2016 में हो चुकी थी। उनका कहना है कि विवेचकों की घोर लापरवाही का खुलासा इस बात से होता है कि केस डायरी के पर्चा नं-12 में दिनांक 25/12/2019 को मृतक प्रताप सिंह का बयान अंकित किया गया है। साथ ही धारा 41 (1) एवी सीआरपीसी के नोटिस विवेचक अमित प्रसाद की ओर से हस्ताक्षर कराए गए हैं। अब ये कैसे संभव है कि जिसकी मौत 2016 में हो गई हो वो आकर बयान दे दे। उप्र सरकार की ओर से उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया गया है। पीड़ित का आरोप है कि लगातार पुलिस अधिकारियों के पास चक्कर लगाने के बावजूद मुकदमा नहीं लिखा गया। तब कोर्ट की शरण ली है। जिसके बाद स्थानीय न्यायालय के आदेश पर चारों विवेचकों और फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। ………………… ये खबर भी पढ़िए… टीचर का ज्वाइनिंग लेटर हाथ में लेकर लगाई फांसी:पिता बोले- काबिलियत के अनुसार नौकरी नहीं मिली, वह अफसर बनना चाहता था कानपुर के घाटमपुर में एक युवक ने टीचर का ज्वाइनिंग लेटर हाथ में लेकर फांसी लगा ली। पिता ने बताया बेटा पढ़ने में बहुत होशियार था। उसने नेवी और पुलिस भर्ती दोनों की परीक्षा पास कर ली थी। इसके बाद अभी 28 दिसंबर तक ही उसे बिहार में टीचर के पद पर नौकरी ज्वाइन करनी थी। पढ़िए पूरी खबर

UPPCS एग्जाम, डायबिटीज बीमारी किस अंग से संबंधित?:दोनों शिफ्ट की ANSWER KEY में 250 सवालों के सही जवाब एक्सपर्ट से जानिए

UPPCS एग्जाम, डायबिटीज बीमारी किस अंग से संबंधित?:दोनों शिफ्ट की ANSWER KEY में 250 सवालों के सही जवाब एक्सपर्ट से जानिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की PCS प्रारंभिक परीक्षा रविवार को खत्म हो गई। पहली पाली में GS (जनरल स्टडी) का पेपर पिछले 5 साल की तुलना में काफी लंबा और टफ था। कंप्यूटर और पुरानी स्कीम से जुड़े प्रश्न ज्यादा पूछ गए। करेंट अफेयर से जुड़े सवाल भी आए। उत्कर्ष एकेडमी की डायरेक्टर डॉ. अलका दीक्षित ने पहली पाली और दूसरी पाली के पेपर के जवाब तैयार करके दैनिक भास्कर को दिए। दोनों पालियों में 250 सवालों के सही जवाबों को पीले रंग से हाई लाइट किए गए हैं। पहली शिफ्ट के पेपर की आंसर KEY नीचे देखिए… दूसरी शिफ्ट के पेपर की आंसर KEY नीचे देखिए… नोट- आंसर की पब्लिश करते वक्त पूरी सावधानी बरती गई है। फिर भी प्रतियोगी छात्र अपने स्तर पर इसकी जांच कर लें। ……………. ये खबर भी पढ़िए… यूपी PCS परीक्षा-5 साल का सबसे कठिन पेपर:छात्र बोला- सवालों के ऑप्शन कंफ्यूजिंग थे; 5 मिनट लेट पहुंची तो एंट्री नहीं मिली यूपी में PCS प्री परीक्षा 75 जिलों के 1,331 सेंटर्स पर हो रही है। पहली शिफ्ट की परीक्षा हो चुकी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 5 साल में सबसे कठिन पेपर आया। सवालों के ऑप्शन कफ्यूजिंग थे। समझने में टाइम लग रहा था। टाइम कम पड़ गया। दोपहर ढाई बजे से दूसरी शिफ्ट की परीक्षा शुरू हो गई है। नकल और पेपर लीक गिरोह को देखते हुए बिल्कुल पुलिस भर्ती जैसी सख्ती लोक सेवा अयोग ने भी बरती है। पढ़िए पूरी खबर

लखनऊ के बैंक में दीवार काटकर 30 लॉकर खाली किए:करोड़ों के जेवरात ले गए, बदमाशों ने अलार्म डैमेज किया, CCTV में दिखे

लखनऊ के बैंक में दीवार काटकर 30 लॉकर खाली किए:करोड़ों के जेवरात ले गए, बदमाशों ने अलार्म डैमेज किया, CCTV में दिखे लखनऊ के बैंक में शनिवार रात बड़ी चोरी हुई। चोर बैंक की दीवार काट कर अंदर घुसे। अलार्म सिस्टम को डैमेज किया। फिर 42 लॉकर काट डाले। 30 लॉकर से करोड़ों के जेवर चुरा ले गए। चोर डेढ़ से 2 घंटे बैंक में रहे। घटना इंडियन ओवरसीज बैंक के चिनहट शाखा की है। वहीं देर शाम STF भी बैंक पहुंची और जांच पड़ताल की। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे में 4 चोर कैद हुए हैं। उनके हाथ में इलेक्ट्रिक कटर भी था। चोरी हुए सामान का पूरा अंदाजा नहीं लग पाया है। लेकिन बैंक सूत्रों की मानें तो लॉकर में करोड़ों रुपए के गहने रखे थे, जो चोर ले गए।चोर दीवार में ढाई फुट चौड़ा छेद करके लॉकर रूम में घुसे। रविवार को बैंक बंद है। इसलिए इसकी जानकारी किसी को नहीं हुई। दोपहर में वहां रहने वाले फर्नीचर दुकान के मालिक जब बैंक के पीछे खाली प्लॉट में गए तो दीवार कटा हुआ देखा। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। चिनहट पुलिस के साथ डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर जांच पड़ताल की। 47 लॉकर टूटे, 30 से सामान गायब बैंक में 90 लॉकर हैं। 42 लॉकर टूटे मिले हैं। चोरों ने 1 से 31 तक के लॉकर को टच तक नहीं किया। जबकि 32 से 79 नंबर तक के लॉकर काटे हैं। पुलिस का कहना है कि 30 लॉकर में जेवरात रखे थे, जो गायब हैं। कुछ खाली थे। ऊपर से नीचे तक के लॉकर टूटे हैं। 80 से 90 तक के लॉकर सुरक्षित हैं। लॉकर धारकों को सूचना दी गई है। उनके आने के बाद मामला क्लियर होगा। अब देखिए घटनास्थल की 3 तस्वीरें… 200 मीटर तक ही गया डॉग
जांच पड़ताल के लिए बैंक पहुंची डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल से 200 मीटर तक ही जा सकी। इसके बाद टीम ट्रेस नहीं कर पा रही है। माना जा रहा है कि चोरों ने पास में ही गाड़ी खड़ी की होगी या किसी अन्य साधन से निकल गए। बैंक में लगा है एक सीसीटीवी कैमरा
बैंक में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा लगा है। बाहर किसी तरह का कोई कैमरा पुलिस को नहीं मिला। अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज में 4 चोर कैद हुए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि बाहर भी 3-4 चोर मौजूद रहे होंगे। जो अंदर घुसे चोरों को पल-पल की जानकारी दे रहे थे। पुलिस चौकी से 100 मीटर दूर है बैंक
इंडियन ओवरसीज बैंक से 100 मीटर की दूरी पर चिनहट पुलिस चौकी है। लेकिन पुलिस को चोरी की घटना का पता तक नहीं चला। बैंक के बगल में जफर अली हेवन फर्नीचर नाम से दुकान है। फर्नीचर मालिक ने दोपहर 1 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने 6 टीम बनाई डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि थाना चिनहट के मटियारी इलाके में इंडियन ओवरसीज बैंक के बगल में खाली प्लॉट है। वहां से अज्ञात चोरों ने दीवार काटकर बैंक में सेंध लगाई गई है। लॉकर्स को काटकर उसका सामान चोरी कर लिया। फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम जांच कर रही है। 6 टीमों का गठन किया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि चार लोग बैंक में दाखिल हुए। बैंक में न कोई अलार्म था न ही कोई सिक्योरिटी गार्ड। बैंक की अलमारी में 12 लाख कैश रखा था। बैंक मैनेजर संदीप सिंह ने बताया कि वह पूरी तरह सुरक्षित है। बैंक मैनेजर से पुलिस जानकारी ले रही है। 3 महीने पहले भी हुई थी चोरी
3 महीने पहले बैंक में लगे एटीएम में भी चोरी हुई थी। तब चोर एटीएम में लगे एसी का आउटडोर उठा ले गए थे। बैंक मैनेजर ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी। तब पुलिस ने हल्की जांच कर मामले को रफा दफा कर दिया था। वहीं चोरी की सूचना मिलते ही लॉकर धारक बैंक पहुंचे। लोगों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि यहां सुरक्षा में कोई गार्ड मौजूद नहीं है। ग्राफिक्स में पढ़िए बैंक से जुड़े नियम… ……………………………. इस खबर को भी पढ़ें… संभल में 150 साल पुरानी बावड़ी का VIDEO:दूसरे दिन खुदाई, DM बोले-अतिक्रमण हुआ, जमीन के नीचे प्राचीन इमारत और सुरंग मिली संभल के चंदौसी शहर के लक्ष्मणगंज में प्राचीन बावड़ी की सुबह फिर से खुदाई शुरू की गई। 2 JCB और 30 मजदूर बावड़ी की खुदाई जुटे हैं। 6-7 फिट गहरी और 8-10 मीटर लंबी खुदाई के बाद बावड़ी की पूरी तस्वीर सामने आई। पढ़ें पूरी खबर…