प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में मौत…शरीर पर पिटाई के निशान:मां बोलीं- घर में घुसते ही सिपाहियों ने लाठी मारी, लाश तक नहीं मिली

प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में मौत…शरीर पर पिटाई के निशान:मां बोलीं- घर में घुसते ही सिपाहियों ने लाठी मारी, लाश तक नहीं मिली गांव का बाल तिवारी उस दिन मेरे बेटे को बुलाकर ले गया। कुछ ही देर बाद 3 सिपाही उसे लेकर घर आए। सीधे कमरे में गए, वहां बेटे की लाठियों से ताबड़तोड़ पिटाई की। बेटा चीख रहा था। हम अंदर जाने लगे तो हमें भी लाठी मारी। 80 साल की मां नइका देवी यह बताते हुए रोने लगती हैं। वह कहती हैं- बेटे को तौलिया में ही घसीटते हुए थाने ले गए। उसे मार डाला। आखिरी बार उसे तभी देखा। जब तक हम लोग पहुंचे, उसकी लाश भी जल चुकी थी। सिर्फ पुलिस वाले ही कहते हैं कि उसने चोरी की, वो ऐसा नहीं था। वह कहती हैं- मेरी आंखों के सामने ही 30 मिनट तक बेटे पर लाठियां बरसाई। अधमरा तो वो यहीं हो गया था। नइका देवी की कहानी को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सपोर्ट करती है। डॉक्टर के मुताबिक, हीरा की मौत हार्ट अटैक से हुई। मगर उसके शरीर पर पिटाई के निशान मिले थे। 26 मई की रात को हीरा के साथ क्या हुआ था? परिजनों को वह किस हाल में मिला? किसके कहने पर पुलिस हीरा को ले गई थी? इन सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम प्रयागराज मुख्यालय से 25 Km दूर कौड़ीहार ब्लाक में बुढ़ौना गांव पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… सबसे पहले गांव का माहौल समझिए लोग बोले- आखिरी वक्त गांव की मिट्‌टी तक नसीब नहीं हुई
बुढ़ौना गांव के बाहर ही हमारी मुलाकात मुकेश से हुई। उन्होंने ही हीरा के घर का रास्ता दिखाया। मुकेश कहते हैं- उसके साथ बहुत बुरा हुआ। वह बहुत मेहनती था। उस पर जो भी आरोप लगे, मुझे नहीं लगता उसमें कोई सच्चाई है। वह हर किसी की मदद करता था। कभी किसी को मना करते नहीं देखा। शायद उसकी इसी आदत ने ही उसकी जान ले ली। हम जैसे ही आगे बढ़े, रास्ते में खेतों पर काम कर रहीं महिलाएं मिलीं। बिना कैमरे के सामने आए उन्होंने कहा- हीरा की मौत की चर्चा यहीं नहीं पड़ोस के गांवों में भी है। सभी हैरान हैं। गांव में लोग बात कर रहे थे कि हीरा की मां, पत्नी और बच्चों का सहारा छीन गया। वो बेचारे आखिरी वक्त में उसे देख तक नहीं सके। पुलिस वालों ने गांव की मिट्टी भी नसीब नहीं होने दी और उसका अंतिम संस्कार करा दिया। यह सब समझते हुए हम हीरा के घर तक पहुंच गए। यहां चारपाई पर हीरा की मां और उसकी पत्नी बैठी थीं। बच्चे गुमसुम एक दूसरी चारपाई पर थे। इसी बीच क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य विजय यादव भी आ पहुंचे। उन्होंने परिवार के लोगों से कहा- हम आपकी मदद करेंगे। पुलिस वालों को सजा दिलवाएंगे। विजय यादव से हमने बात की। उन्होंने कहा- हीरा लाल बेहद ईमानदार और मेहनती था। परिवार के लिए उसे जो काम पकड़ा देता, वह उसे पूरी शिद्दत से पूरा करता। हीरा की मौत पुलिस पर सवाल खड़े करती है। अब सबसे बड़ी जरूरत उसके परिवार को आर्थिक मदद व सहारे की है, जिसके लिए हम सरकार तक आवाज पहुंचाएंगे। अब मां की बात पुलिसवाले उसे घसीटकर ले गए, 3 दिन से चूल्हा नहीं जला
हीरा की मां नइका देवी ने बताया- बेटे की मौत को तीन दिन बीत गए, घर में चूल्हा नहीं जला। बहू खाना ही नहीं खा रही। मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा। जिस उम्र में मुझे भगवान के पास जाना था, मेरा बेटा चला गया। बुढ़ापे में यही देखना था। हीरा के बच्चों की देखभाल उनके चाचा-चाची कर रहे हैं। हमने पूछा- उस दिन क्या हुआ था? नइका देवी कहती हैं- 25 मई की शाम मेरा बेटा हीरा लाल घर पर था। तभी फोन करके उदित नारायण के लड़के ने मेरे बेटे को अपने घर बुलाया। कुछ देर बाद बाइक से उसे तीन सिपाही लेकर मेरे घर आए। उसे लाठियों से पीटा। फिर घसीटते हुए बाइक पर बैठाकर ले गए। वो तो बाइक पर ही लुढ़क गया था। पुलिस ने जबरन अंतिम संस्कार करा दिया
भतीजे हरिकेश कुमार ने बताया- मेरे चाचा हीरालाल को पुलिस वाले मारते हुए ले गए थे। उनकी हालत थाने में ही खराब थी। अस्पताल लाए, उनकी मौत हो गई। परिवार वाले पोस्टमॉर्टम के बाद शव को घर लाना चाह रहे थे। मगर पुलिस जबरन दारागंज घाट पर बॉडी लेकर गई और अंतिम संस्कार करवा दिया। घर की महिलाओं को चाचा के अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिए। पुलिस उस दिन अपनी ही चला रही थी, वो लोग हमारे परिवार की कोई बात नहीं सुन रहे थे। उन लोगों को किसी के आंसुओं से कोई मतलब नहीं था। बेटी बोली- आखिरी बार पिता को सिर्फ रोते हुए देखा
बेटी महिमा ने बताया- मैंने आखिरी बार पापा को पिटते हुए ही देखा था, उनके आखिरी शब्द मेरे लिए कुछ नहीं थे। क्योंकि, पुलिस वाले उन्हें लगातार पीट रहे थे। वो चिल्ला रहे थे। कह रहे थे, साहब…हमने कुछ नहीं किया, हमें कुछ नहीं मालूम। ईश्वर मेरे साथ न्याय कब करेगा? मेरे पिता की मौत के जिम्मेदारों को भगवान एक दिन सजा जरूर देगा। आखिरी बार हीरा को बुलाने वाले लड़के को जानिए गांव में ही उदित नारायण तिवारी रहते हैं। उनका मकान हीरालाल के घर से महज 300 मीटर की दूरी पर है। हीरा की मां के मुताबिक, 20 मई को उदित नारायण तिवारी ने हीरा लाल को अपने घर बुलवाया था। उसने हीरा से कहा था कि मैं अपने परिवार के साथ बागेश्वर धाम दर्शन के लिए जा रहा हूं। तुम्हें 3 दिन मेरे घर की रखवाली के लिए चौकीदारी करनी होगी, जिसके बदले में मैं तुम्हें 1500 रुपए दूंगा। हीरा घर की रखवाली के लिए तैयार हो गया। 23 मई को उदित का परिवार घर में ताला लगाकर चला गया। हीरा लाल घर की चौकीदारी में लगे रहे। 3 दिन बाद वह वापस आए। फिर हीरा अपने घर आ गया। शाम को उदित के बेटे ने फोन करके हीरा को अपने घर बुलाया, जहां पुलिस पहले से ही मौजूद थी। उसके घर में चोरी हो चुकी थी। उदित नारायण ने पुलिस को दी तहरीर में बताया- 25 मई को रात करीब 11.45 बजे हम वापस आए। देखा कि घर का ताला टूटा पड़ा था। अलमारी, सूटकेस का ताला तोड़कर कागजात और लगभग 4 लाख रुपए निकाले गए थे। जेवर भी चोरी हो गए थे। घर की सुरक्षा के लिए हीरालाल और उसकी पत्नी लालती उर्फ जमलही को लगाकर गए थे। पुलिस ने जब हीरा लाल को हिरासत में लिया था। तब तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। दैनिक भास्कर की टीम उदित नारायण तिवारी के घर पहुंची। जहां दरवाजा नॉक किए जाने के बाद निकले एक व्यक्ति ने हमसे किसी तरह की बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने चोरी के मामले में सवाल पूछने पर सिर्फ इतना कहा- जो कुछ भी पूछना हो, थाने जाएं। अब पुलिस की बात सीने में दर्द उठा, ब्लड प्रेशर लो हुआ था
DCP गंगानगर कुलदीप गुनावत ने बताया- हीरा को थाने की पुलिस चोरी की शिकायत पर पूछताछ के लिए लेकर आई थी। यहां उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसके सीने में दर्द उठ रहा था। अस्पताल ले जाने पर बताया गया कि ब्लड प्रेशर लो हुआ है। मगर उसको बचाया नहीं जा सका। उसकी मौत हो गई। परिवार के आरोप थे, इसलिए लाश का पोस्टमॉर्टम डॉक्टर के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच कराया गया। इसकी विस्तृत जांच रिपोर्ट पुलिस के अधिकारियों को भी सौंपी जाएगी। ……………
यह भी पढ़ें : गोतस्करी के विरोध पर ट्रक ड्राइवर की हत्या: कानपुर में तस्करों ने पीट-पीट कर मार डाला, मवेशियों से भरी गाड़ी ले जाने से किया था मना कानपुर में ट्रक ड्राइवर को गोतस्करों ने पीट-पीट कर मार डाला। ट्रक ड्राइवर ने गो-तस्करी का विरोध कर दिया था। इसी बात को लेकर उनका झगड़ा हुआ। जिसके बाद तस्करों ने ट्रक ड्राइवर को लोहे की रॉड और डंडों से बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी। जाजमऊ थाने की पुलिस ने जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। पढ़िए पूरी खबर…

यूपी पंचायत चुनाव में इस बार 500 प्रधान ज्यादा बनेंगे:75 नए ब्लॉक प्रमुख भी होंगे; शासन ने DM और DPRO से मांगी रिपोर्ट

यूपी पंचायत चुनाव में इस बार 500 प्रधान ज्यादा बनेंगे:75 नए ब्लॉक प्रमुख भी होंगे; शासन ने DM और DPRO से मांगी रिपोर्ट पंचायतीराज विभाग और ग्राम्य विकास विभाग ने प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 की तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार 500 नए ग्राम प्रधान बनेंगे। साथ ही 75 ब्लॉक प्रमुख भी पहली बार बनेंगे। पंचायतीराज राज विभाग ने जहां पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया को शुरू किया है। वहीं ग्राम्य विकास विभाग नए ब्लॉक के गठन की तैयारी कर रहा है। सभी जिलाधिकारियों और जिला पंचायतराज अधिकारियों से 5 जून तक रिपोर्ट मांगी गई है। पंचायतीराज चुनाव 2021 के दौरान यूपी में 58 हजार 189 ग्राम पंचायतें और 826 ब्लॉक (विकासखंड) थे, लेकिन नगरीय निकाय चुनाव के दौरान सरकार ने करीब 107 नई नगर पंचायतों का गठन किया था। नई नगर पंचायतों के गठन के चलते 494 ग्राम पंचायतों को शहरी सीमा में शामिल किया था। अब 57 हजार 695 ग्राम पंचायतें बची हैं। कैसे नई पंचायतें और ब्लॉक बनेंगे
पंचायतीराज विभाग के अधिकारी ने बताया, एक ग्राम पंचायत में कम से एक एक हजार की आबादी होनी चाहिए। यूपी में कई ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जिनकी आबादी तीन-चार हजार से अधिक है। जिन ग्राम पंचायतों की आबादी अधिक और पंचायत में गांव की संख्या भी अधिक है, उन्हें अलग कर नई ग्राम पंचायत का पुनर्गठन किया जाएगा। प्रदेश में करीब 500 नई ग्राम पंचायतों का गठन किया जाएगा। इनका चुनाव भी इस बार पंचायत चुनाव के साथ ही होंगे, यानी 500 ज्यादा प्रधान चुने जाएंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 2022 में प्रदेश में 75 नए ब्लॉक बनाने की घोषणा की थी। मौर्य का कहना है कि कुछ ब्लॉक बहुत बड़े-बड़े हैं। वहां जनता से जुड़े काम और विकास कार्य कराने में भी दिक्कत होती है। बड़े ब्लॉक में से कुछ ग्राम पंचायतों को अलग कर नए ब्लॉक बनाए जाएंगे। ग्राम विकास विभाग ने बीते दिनों इस संबंध में जिलों से रिपोर्ट भी मांगी थी। 75 नए ब्लॉक बनने से यूपी में ब्लॉक की संख्या 826 से बढ़कर 901 तक पहुंच जाएगी। इससे करीब 75 नए नेताओं को ब्लॉक प्रमुख बनने का अवसर मिलेगा। राजनीतिक हित के हिसाब से होगा परिसीमन
पंचायतीराज विभाग के अधिकारी बताते हैं कि यह पहले से होता रहा है कि सत्तारूढ़ दल के हिसाब से ही ग्राम पंचायत और विकासखंड का पुनर्गठन होता है। नए विकासखंड में सत्तारूढ़ दल के वोट बैंक वाली ग्राम पंचायतों को ही शामिल किया जाता है। ताकि सरकार से जुड़े दल के ज्यादा से ज्यादा ब्लॉक प्रमुख चुनाव जीतकर आएं। उधर, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव 2027 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। लिहाजा भाजपा और योगी सरकार की ओर से ग्राम पंचायतों और ब्लॉक का गठन इस तरह कराया जाएगा कि ताकि पंचायत चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव में भी उसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सके। राज्य निर्वाचन आयोग के पूर्व आयुक्त एसके अग्रवाल ने कहा, पंचायत पुनर्गठन के पीछे राजनीतिक और प्रशासनिक कारण भी रहते हैं। यह सही है कि परिसीमन और पुनर्गठन सरकार के स्तर से ही होता है। विधायक सक्रिय हुए, अपने हिसाब से पंचायतों का पुनर्गठन चाहते हैं ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन में भाजपा, सपा, अपना दल, रालोद, सुभासपा, निषाद पार्टी और कांग्रेस के विधायक भी सक्रिय हो गए हैं। विधायक अपने-अपने हिसाब से पंचायतों का पुनर्गठन कराना चाहते हैं। वहीं, सूत्रों का कहना है कि पूरी कोशिश है कि सपा के वोट बैंक को किसी एक ब्लॉक में ज्यादा प्रभावी नहीं होने दिया जाए। ग्राम पंचायतों और ब्लॉक का पुनर्गठन इस तरह किया जाए कि विपक्ष का वोट बैंक बिखर जाए। आगामी वर्ष 2026 की पहली तिमाही में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले चरण में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत वार्ड मेंबर, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव कराए जाएंगे। दूसरे चरण में ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होंगे। वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय कहते हैं– जब परिसीमन और पुनर्गठन होता है तो स्थानीय विधायक, सांसद और दबंग नेता चाहते हैं कि पुनर्गठन उनके अनुसार हो। सत्ताधारी दल के प्रभावी नेताओं की रुचि का खास ध्यान रखा जाता है। राजनीतिक दांव-पेंच और जातीय समीकरण के लिहाज से परिसीमन होने के कारण कई बार क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति बिगड़ भी जाती है। सरकार पर नहीं आएगा अतिरिक्त भार
पंचायत राज विभाग के अधिकारी ने बताया, नई पंचायतों के गठन से सरकार पर ज्यादा अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा। उनका तर्क है कि 495 ग्राम पंचायतें 2022 में समाप्त हुई हैं, उन्हीं के पद भी स्वीकृत हैं। ऐसे में यदि 500 नई ग्राम पंचायतें भी बनती हैं तो ज्यादा वित्तीय भार नहीं आएगा। ———————- यह खबर भी पढ़िए.., यूपी पंचायत चुनाव में NDA बिखर सकता है:अनुप्रिया के बाद ओपी राजभर- संजय निषाद की पार्टी अकेले लड़ेगी; 2027 में क्या होगा? जनवरी-फरवरी 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) यूपी में बिखर सकता है। अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को प्रयागराज में पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ने का ऐलान किया। दैनिक भास्कर ऐप से बातचीत में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने भी पंचायत चुनाव अपने-अपने दम पर लड़ने की घोषणा की है। अब बड़ा सवाल यह है कि NDA की तीन प्रमुख पार्टियां भाजपा से अलग होकर चुनाव क्यों लड़ना चाहती हैं? इसका असर क्या होगा? 2027 में क्या–क्या देखने को मिलेगा? इस रिपोर्ट में पढ़िए …

यूपी में 8 PCS अफसरों के तबादले:2 IAS को अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली; ADM मेरठ बलराम सिंह सिद्धार्थनगर के CDO बने

यूपी में 8 PCS अफसरों के तबादले:2 IAS को अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली; ADM मेरठ बलराम सिंह सिद्धार्थनगर के CDO बने योगी सरकार ने शुक्रवार की देर शाम 2 सीनियर IAS अफसरों को एडिशनल चार्ज दिए हैं। वहीं, 8 PCS अफसरों का ट्रांसफर हुआ है। सीनियर IAS अधिकारी अमित कुमार घोष को वर्तमान पद प्रमुख सचिव, सचिवालय प्रशासन विभाग के साथ प्रमुख सचिव, पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार मिला है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद 8 मई को IAS अमित घोष को प्रमुख सचिवालय प्रशासन की जिम्मेदारी दी गई थी। वे 1994 बैच के IAS अधिकारी हैं। IAS घोष मायावती सरकार में लखनऊ के जिलाधिकारी रह चुके हैं। साल 2017 के अगस्त महीने में सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण के पद पर तैनात रहे अमित कुमार घोष को कार्यमुक्त कर दिया गया था। उन्हें केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनाती मिली थी। अमित घोष की कार्यशैली सख्त और निष्पक्ष प्रशासक की मानी जाती है। वहीं, राजनीतिक पेंशन, नागरिक सुरक्षा तथा अल्पसंख्यक कल्याण एवं मुस्लिम वक्फ विभाग की प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार को वर्तमान पद के साथ प्रमुख सचिव, प्रशासनिक सुधार तथा लोक सेवा प्रबंधन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन एवं निदेशक, प्रशासनिक सुधार के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। अब देखें पूरी लिस्ट —————— यह खबर भी पढ़िए… कानपुर में मोदी बोले-दुश्मन कहीं भी हो, खत्म कर देंगे:पाकिस्तानी सेना गिड़गिड़ा रही थी, बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में जनसभा की। 45 मिनट के भाषण में उन्होंने आतंक को लेकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। कहा, ‘बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा।’ ‘अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो- दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। आतंकियों के ठिकानों को सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह किए।’ इससे पहले, मोदी ने कानपुर एयरपोर्ट पर शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। मोदी ने शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या, मां सीमा और पिता संजय द्विवेदी से मुलाकात की। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि पीएम परिवार से मिलकर भावुक हो गए। पढ़ें पूरी खबर…

बरेली में पशु प्रेमी युवती को बेरहमी से पीटा:कुत्तों को खाना खिलाने पर कॉलोनी वालों ने बरसाए लात-घूंसे, वीडियो वायरल

बरेली में पशु प्रेमी युवती को बेरहमी से पीटा:कुत्तों को खाना खिलाने पर कॉलोनी वालों ने बरसाए लात-घूंसे, वीडियो वायरल बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां मेनका गांधी की संस्था PFA (People For Animals) से जुड़ी एक पशु प्रेमी युवती को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि वो आवारा कुत्तों को खाना खिला रही थी। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए युवती के साथ मारपीट की, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी। यही नहीं, जब एक महिला उसे बचाने आई तो उसे भी नहीं बख्शा गया। मारपीट का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। PFA में काम करती है पीड़िता, वैक्सीनेशन और खाना खिलाना है ज़िम्मेदारी घटना इज्जतनगर के ऑफिसर्स एनक्लेव की है। पीड़ित युवती का नाम कसक है जो मेनका गांधी की संस्था PFA में कार्यरत है। कसक का काम आवारा कुत्तों का वैक्सीनेशन करना और उन्हें खाना खिलाना है। वह लंबे समय से बरेली के अलग-अलग इलाकों में यह सेवा कर रही है। 28 मई की दोपहर भी वह नगर निगम की टीम के साथ कॉलोनी में पहुंची थी, जहाँ कुत्तों को पकड़ने का अभियान चल रहा था। बातचीत के दौरान ही टूट पड़ा गुस्सा कसक ने बताया कि जब वह नगर निगम की टीम से आवारा कुत्तों के बारे में बातचीत कर रही थी, तभी कॉलोनी की ही एक युवती अनुष्का, उसके माता-पिता और भाई वहां आ धमके। पहले तो उन्होंने बदतमीजी से बात की, फिर बात गाली-गलौज तक पहुंची और कुछ ही पलों में उन्होंने कसक पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। कसक ने बताया उन्होंने मेरे बाल पकड़कर मुझे सरेआम पीटना शुरू कर दिया। मुझे जमीन पर गिराकर लात-घूंसे मारे गए। कोई कुछ कहने वाला नहीं था। अगली बार जान से मार देंगे कसक ने आगे बताया कि मारपीट के बाद उसे खुलेआम धमकी दी गई कि अगर उसने कहीं शिकायत की तो अगली बार जान से मार दिया जाएगा। यह पूरी घटना पास खड़े कुछ लोगों ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे एक अकेली लड़की को कई लोग मिलकर पीट रहे हैं और कोई उसे बचाने आगे नहीं आ रहा। बचाने आई महिला पर भी हमला कॉलोनी की ही एक महिला अपर्णा अग्निहोत्री जब कसक को बचाने के लिए बीच-बचाव करने आईं तो उन पर भी हमला कर दिया गया। अपर्णा को भी धक्का दिया गया और मारपीट की गई। उन्हें चोटें भी आईं हैं। इस पूरी घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। एसएसपी से की गई शिकायत, केस दर्ज घटना के बाद कसक ने बरेली के एसएसपी से मुलाकात कर पूरे मामले की शिकायत की। शिकायत के आधार पर इज्जतनगर थाने में अनुष्का और उसके परिजनों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि वीडियो की जांच की जा रही है और सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। PFA से जुड़े लोगों का कहना है कि वे कसक के साथ हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। ———— ये खबर भी पढ़िए कानपुर में मोदी बोले-दुश्मन कहीं भी हो, खत्म कर देंगे:पाकिस्तानी सेना गिड़गिड़ा रही थी, बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में कहा कि पहलगाम के कायराना हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी बर्बरता का शिकार हुए। बेटी ऐशन्या की वो पीड़ा, वो कष्ट और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बहनों-बेटियों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है। पूरी खबर पढ़िए

यूपी के IPS दलजीत चौधरी गृहमंत्री अमित शाह से मिले:DGP प्रशांत कुमार आज रिटायर; कार्यकाल बढ़ेगा या चौधरी को मिलेगी कमान?

यूपी के IPS दलजीत चौधरी गृहमंत्री अमित शाह से मिले:DGP प्रशांत कुमार आज रिटायर; कार्यकाल बढ़ेगा या चौधरी को मिलेगी कमान? यूपी DGP प्रशांत कुमार आज (31 मई 2025) रिटायर हो रहे हैं। इससे पहले नए DGP को लेकर शासन स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। सीएम योगी की अफसरों के साथ मीटिंग हुई। नए DGP, DG टेलीकॉम और DG जेल की पोस्टिंग पर मंथन हुआ है। इस बीच 1990 बैच के IPS दलजीत चौधरी ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। अब इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं। दलजीत चौधरी मौजूदा समय में BSF में DG हैं और अमित शाह के सबसे करीबी अफसरों में शुमार होते हैं। दलजीत यूपी कॉडर के IPS और अखिलेश सरकार में लंबे समय तक बतौर ADG कानून व्यवस्था काम कर चुके हैं। हालांकि प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार मिलने की भी चर्चा है। अभी आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है। सभी की निगाहें दिल्ली की ओर हैं। वहीं से मंजूरी मिलने के बाद सेवा विस्तार पर मुहर लगेगी। अगर ऐसा हुआ तो यूपी के इतिहास में पहली बार होगा कि किसी कार्यवाहक DGP को सेवा विस्तार मिलेगा। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, मुख्य सचिव की ओर से डीजीपी के सेवा विस्तार के लिए पत्रावली केंद्र सरकार को भेजी गई है। इस पर केंद्र सरकार को फैसला करना है। क्यों मिला सकता है सेवा विस्तार?
मुख्यमंत्री को फिलहाल प्रशांत कुमार का कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा था, इसलिए वे भी चाहते थे कि प्रशांत कुमार को कम से कम 3 से 6 महीने और काम करने का मौका मिले। लेकिन बिना केंद्र की सहमति के ये मुमकिन नहीं हो सकता, क्योंकि अखिल भारतीय सेवा के अफसरों को सेवा विस्तार बिना केंद्र की अनुमति के नहीं मिल सकता। इसलिए डीजीपी के सेवा विस्तार की संभावना है
29 मई को डीजीपी मुख्यालय पर इस विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें रिटायर हो रहे डीजी रैंक के अफसर पीवी रामाशास्त्री और संजय एम तरडे को तो विदाई दी गई, लेकिन डीजीपी के विदाई का कोई जिक्र नहीं हुआ। हालांकि डीजीपी ने इस विदाई समारोह में खुद कहा कि जब इस कार्यक्रम का होस्ट मैं खुद ही हूं तो मैं खुद को विदाई कैसे दे सकता हूं? उन्होंने यह भी कहा कि इसे लेकर तरह–तरह की चर्चाएं हो रही हैं जो निराधार हैं। उनका इशारा सेवा विस्तार की ओर था। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की वजह से नहीं बन पाए स्थायी डीजीपी
प्रशांत कुमार के स्थायी डीजीपी नहीं बन पाने की वजह सुप्रीम कोर्ट का वह निर्णय है, जिसमें यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से राज्यों के डीजीपी की नियुक्ति का प्राविधान है। इसके तहत 30 साल की सेवा पूरी कर चुके अफसरों की डिटेल यूपीएससी को भेजी जाती है। यूपीएससी उन्हीं में से बेदाग तीन अफसरों के नाम का पैनल राज्य सरकार को भेज देता है, राज्य सरकार को इन्हीं अधिकारियों में से किसी एक को डीजीपी बनाना होता है। आम तौर पर वरिष्ठता के क्रम में तीन अफसरों के नाम राज्य को भेजे जाते हैं, जिनमें से किसी एक को डीजीपी बनाए जाने की बाध्यता होती है। हितेश चंद्र अवस्थी के रिटायरमेंट के समय यूपीएससी के माध्यम से मुकल गोयल की नियुक्ति डीजीपी के पद पर हुई थी, जिन्हें राज्य सरकार ने बीच में ही हटा दिया था। बिहार के रहने वाले हैं प्रशांत कुमार
उनका जन्म बिहार के सीवान में हुआ था। IPS अफसर बनने से पहले प्रशांत कुमार ने MSc, MPhil और MBA भी किया था। बतौर IPS प्रशांत कुमार का जब चयन हुआ था, तो उन्हें तमिलनाडु कैडर मिला था। हालांकि, 1994 में यूपी कैडर की IAS डिंपल वर्मा से उन्होंने शादी की। इसके बाद प्रशांत कुमार ने यूपी कैडर में ट्रांसफर ले लिया। ——————– यह खबर भी पढ़िए… कानपुर में मोदी बोले-दुश्मन कहीं भी हो, खत्म कर देंगे:पाकिस्तानी सेना गिड़गिड़ा रही थी, बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में जनसभा की। 45 मिनट के भाषण में उन्होंने आतंक को लेकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। कहा, ‘बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा।’ ‘अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो- दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। आतंकियों के ठिकानों को सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह किए।’ इससे पहले, मोदी ने कानपुर एयरपोर्ट पर शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। मोदी ने शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या, मां सीमा और पिता संजय द्विवेदी से मुलाकात की। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि पीएम परिवार से मिलकर भावुक हो गए। पढ़ें पूरी खबर…

युवती को शादी का झांसा देकर भगाया:मां ने पड़ोसी युवक पर दर्ज कराया मुकदमा, पुलिस कर रही जांच

युवती को शादी का झांसा देकर भगाया:मां ने पड़ोसी युवक पर दर्ज कराया मुकदमा, पुलिस कर रही जांच आसीवन थाना क्षेत्र में एक युवती के लापता होने का मामला सामने आया है। एक गांव की महिला ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उसकी 20 वर्षीय पुत्री सोमवार दोपहर से लापता है। महिला का आरोप है कि पड़ोसी युवक अमित, जो शिव शंकर का पुत्र है, शादी का झांसा देकर उसकी बेटी को अपने साथ ले गया। परिवार ने युवती की काफी खोजबीन की। जब कोई सुराग नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को महिला की तहरीर के आधार पर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:मोदी बोले- दुश्मन हौंक दिया जाएगा, IRS अफसर ने कहा- मेरे प्राइवेट पार्ट पर जूता मारा; 3 फीट के कपल की लव मैरिज

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:मोदी बोले- दुश्मन हौंक दिया जाएगा, IRS अफसर ने कहा- मेरे प्राइवेट पार्ट पर जूता मारा; 3 फीट के कपल की लव मैरिज नमस्कार, आज की सबसे बड़ी खबर पीएम मोदी के कानपुर दौरे से जुड़ी रही। उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए शुभम की पत्नी ऐशन्या से मुलाकात की। पाकिस्तान पर मोदी ने कहा कि दुश्मन कहीं भी हो उसे हौंक दिया जाएगा। चलिए सिलसिलेवार पढ़ते हैं, यूपी दिनभर में क्या कुछ खास रहा… सबसे पहले 5 टॉप खबरें 1- कानपुर में मोदी बोले- दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा, पाकिस्तानी सेना गिड़गिड़ाने लगी थी पीएम मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में जनसभा की। उन्होंने कहा, ‘बेटियों के सिंदूर का आक्रोश दुनिया ने देखा। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो- दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें 2- लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर बस की स्टेयरिंग फेल, 5 की मौत, जौनपुर में बेकाबू होकर दो बार पलटी जौनपुर में लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर स्टेयरिंग फेल होने से तेज रफ्तार बस ओवरब्रिज पर पलट गई। हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं और दो पुरुष हैं। 15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। बस बदलापुर से जौनपुर जा रही थी। बस बेकाबू होकर दो बार पलटी खाते हुए बीच सड़क पर पलट गई। पूरी खबर पढ़ें 3- अलीगढ़ में छात्राओं ने प्रोफेसर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, कहता था- प्यार करता हूं, पुलिस के सामने लात-घूसे बरसाए अलीगढ़ में छात्राओं ने कॉलेज में पुलिस के सामने असिस्टेंट प्रोफेसर को गिराकर पीटा। प्रोफेसर जान बचाने के लिए इधर-उधर भागता रहा। छात्राओं ने दौड़ा-दौड़ाकर चप्पल और जूते और लात-घूंसे बरसाए। पुलिस ने किसी तरह प्रोफेसर को बचाया। छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर लंबे समय से उनको अश्लील मैसेज करता था। पूरी खबर पढ़ें 4- सलमान खुर्शीद ने आर्टिकल 370 हटाने की सराहना की, बोले- कश्मीर में कुछ लोग अमन-चैन नहीं चाहते कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आर्टिकल 370 हटाने के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर में एक चुनी हुई सरकार है। कुछ लोग कश्मीर में 370 फिर से बहाल करवाना चाहते हैं, यह पूरी तरह से गलत है। पहलगाम हमले के बाद केंद्र के भेजे पैनल में खुर्शीद भी शामिल हैं। 5- मुरादाबाद में प्लॉट के गेट पर लटकी मिली लाश, बेटा बोला- BJP पार्षदों ने मारकर टांग दिया, पुलिस सुनती तो पापा जिंदा होते मुरादाबाद में शुक्रवार को किसान की लाश खाली प्लॉट के गेट पर लटकी मिली। पैर जमीन पर टिके थे। शर्ट की बटन खुली थी। बेटे ने भाजपा के 2 पार्षद, एक पूर्व पार्षद, एक शिक्षिका समेत 7 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। सभी के खिलाफ FIR भी कराई है। पुलिस ने किसान की डेडबॉडी को गेट से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पूरी खबर पढ़ें अब 8 अहम खबरें… 6- गर्लफ्रेंड संग रील्स बनाने के 17 घंटे बाद मिला शव, मेरठ में युवक की आंख पर लगी थी गोली मेरठ में गर्लफ्रेंड के साथ रील बनाने के 17 घंटे बाद युवक का शव मिला। युवक के परिजनों ने लड़की के परिवार वालों पर हत्या का आरोप लगाया है। शुक्रवार सुबह युवक की लाश मिली। उसकी आंख में गोली लगी थी। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश के पास से एक तमंचा बरामद किया। युवक की पहचान तुषार के रूप में हुई। पूरी खबर पढ़ें 7- संत कबीरनगर में डॉ. वरुणेश बोले- लव यू बेटा, चैन सम्मान भी गया, इन भेड़ियों को कुछ नहीं दूंगा पोर्न वीडियो केस में पत्नी के आरोप के बाद फंसे संत कबीरनगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे ने एक वीडियो जारी किया है। उनका यह वीडियो 2 मिनट 42 सेकेंड का है। जिसमें डॉक्टर वरुणेश ने अपने बेटे के दूर होने और पत्नी के साथ मजबूरी में रिश्ते में रहने की बात कही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पत्नी ने उनके बेटे को उनसे छीन लिया है। पूरी खबर पढ़ें 8- आगरा कोर्ट ने 35 दोषियों को 34 साल बाद सजा सुनाई, दलित दूल्हे की घुड़चढ़ी पर हुआ था बवाल आगरा के चर्चित पनवारी कांड में कोर्ट ने 34 साल बाद 35 लोगों को 5 साल की सजा सुनाई। 41-41 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया। शुक्रवार को फैसला सुनाने के दौरान कोर्ट में 32 आरोपी मौजूद थे, जबकि 3 लोग गैर-हाजिर थे, जिन्हें कोर्ट ने NBW जारी किया। SC-ST कोर्ट ने 28 मई को 35 लोगों को दोषी माना था। पूरी खबर पढ़ें 9- वाराणसी में पुलिस टीम पर पथराव, तीन सिपाही घायल, ड्राइवर बोला- हमने भागकर जान बचाई वाराणसी में दो पक्षों में जमकर हुए बवाल में पुलिस पर पथराव किया गया। दूसरा पक्ष डंडा लेकर आ गया। मोहल्ले वालों ने पुलिस को सूचना दी। पीआरवी ड्राइवर समेत 4 सिपाही पहुंचे। दोनों को छुड़ाने का प्रयास किया। इस पर एक पक्ष ने उल्टा पुलिस पर ही हमला बोल दिया। इस दौरान पथराव में तीन सिपाही घायल हो गए। पूरी खबर पढ़ें 10- प्रयागराज में तेजस को पलटाने की साजिश, ट्रैक पर मिले बोल्डर, 10 मिनट खड़ी रही ट्रेन प्रयागराज में राजधानी तेजस एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश की गई। अराजक तत्वों ने गुरुवार रात ट्रेन आने के पहले रेलवे ट्रैक पर बड़े-बड़े बोल्डर रख दिए। लोको पायलट ने दूर से ही ट्रैक पर रखे बोल्डर देख लिए। पहले ही ब्रेक लगा दी। इस दौरान 10 मिनट तक ट्रेन रास्ते में खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया। पूरी खबर पढ़ें 11- अयोध्या के हनुमानगढ़ी पहुंचे राकेश टिकैत, बोले–मिलिट्री पर न हो राजनीति, छुट्टा जानवरों से निजात जरूरी किसान नेता राकेश टिकैत शुक्रवार को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। टिकैत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कहा कि सेना को राजनीति से दूर रखा जाए। “मिलिट्री को देश की मिलिट्री रहने दो। न उसमें पक्ष हो, न विपक्ष। वह जहां काम कर रही है, उसे करने दो। सेना पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। पूरी खबर पढ़ें 12- IRS अफसर को जॉइंट कमिश्नर ने मुक्के मारे, गला दबाया, लखनऊ ऑफिस में प्राइवेट पार्ट पर जूतों से मारा लखनऊ में इनकम टैक्स ऑफिस में IRS अधिकारी गौरव गर्ग पर एक अन्य IRS अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने जानलेवा हमला किया। FIR में गौरव गर्ग ने बताया कि जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा ने उनका गला दबाने का प्रयास किया। कांच का गिलास फेंककर मारा और चेहरे पर मुक्के भी मारे। यही नहीं, उन्होंने जूतों से उनके प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया। पूरी खबर पढ़ें 13- लखनऊ के व्यापारी ने रामदरबार को गिफ्ट किया वर्ल्ड क्लॉक, भारत, दुबई समेत 7 देशों का समय बता रही लखनऊ के एक सब्जी विक्रेता ने राम दरबार के लिए एक अनोखी घड़ी का निर्माण किया है। यह सात देशों का समय बताएगी, जिसे राम दरबार में लगाया जाएगा। जब लोग रिटायरमेंट की बात सोचते हैं, उस समय उन्होंने एक ऐसी अनोखी घड़ी का निर्माण किया जो भारत ही नहीं विश्व में भी एकदम अलग है। इसे वर्ल्ड क्लॉक का नाम दिया गया है। पूरी खबर पढ़ें वो खबर जो हटकर है… 14- 3 फीट का दूल्हा और सवा 3 फीट की दुल्हन की शादी
सोनभद्र में 3 फीट का दूल्हा और सवा 3 फीट की दुल्हन की अनोखी शादी हुई। खास बात यह कि यह लव मैरिज थी। ग्रामीणों ने भी प्रेमी जोड़े की शादी के लिए मदद की और दोनों को आशीर्वाद दिया। कल कैसा रहेगा प्रदेश का मौसम… 15- कल 31 मई को भीषण गर्मी के बीच यूपी में तेज आंधी के साथ बारिश का अलर्ट है। तापमान में गिरावट से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी।

मैनपुरी में भाजपा नेत्री के बेटे के 130 अश्लील वीडियो:पार्टी ने साधी चुप्पी, मां का फोन बंद; पत्नी ने कहा- गंदे-गंदे वीडियो बनाकर मुझे दिखाते

मैनपुरी में भाजपा नेत्री के बेटे के 130 अश्लील वीडियो:पार्टी ने साधी चुप्पी, मां का फोन बंद; पत्नी ने कहा- गंदे-गंदे वीडियो बनाकर मुझे दिखाते मैनपुरी में भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष के बेटे के 130 अश्लील वीडियो सामने आए हैं। इन वीडियो में वह एक महिला के साथ अश्लील हरकतें करते हुए दिख रहा है। वीडियो सामने आने के बाद युवक की पत्नी ने थाने में शिकायत की है। उसने बताया- मेरे पति का एक महिला के साथ अवैध संबंध है। वो उसके साथ शारीरिक संबंध बनाते है। वीडियो बनाकर मुझे दिखाते है। कहते है कि तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगी, मेरी भाजपा की बड़ी नेता है। मुझे शादी के बाद सी प्रताड़ित किया जा रहा है। जो वीडियो सामने आए है। वह शहर के विभिन्न होटल और रेस्टोरेंट में बनाए गए हैं। आरोपी युवक विवाहित है और वीडियो में दिख रही महिला भी शहर की रहने वाली है, जिसने अपने पति को छोड़ दिया है। पत्नी से पिछले चार सालों से चल रहा विवाद
युवक की पत्नी से पिछले चार वर्षों से इन्हीं कारणों को लेकर विवाद चल रहा है। कुछ समय पहले पति-पत्नी के बीच विवाद इतना बढ़ा कि पुलिस को बुलाना पड़ा। लेकिन राजनीतिक प्रभाव के कारण मामला दब गया। सूत्रों के अनुसार, युवक अपनी प्रेमिका के साथ बनाए वीडियो दिखाकर पत्नी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। इतनी बड़ी संख्या में वीडियो के एक साथ वायरल होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो किसने और कैसे वायरल किए। अब पढ़िए युवक की पत्नी ने क्या कहा… 2021 में हुई थी शादी
युवक की पत्नी ने आरोप लगाते हुए बताया- उसकी शादी मैनपुरी निवासी व्यक्ति के साथ 30 नवंबर 2021 को बीएम गार्डन में संपन्न हुई थी। उसकी ससुराल करहल रोड पर है। महिला ने आरोप लगाकर बताया कि उसके ससुराल पक्ष के लोग उसके साथ मिलकर मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं। मुझे प्रताड़ित किया जाता है। 15-20 दिन से मुझे खाना नहीं दिया गया है। मेरे ससुराल वाले जब कहीं बाहर जाते हैं, तो घर का ताला लगा कर जाते हैं और मुझे भी कमरे में बंद कर जाते हैं। खुद एसी में सोते हैं, मुझे जमीन पर सुलाया जाता है
घर में बाल धोने के लिए अगर शैंपू की जरूरत है तो वह भी मुझे मांगना पड़ता है और इसके लिए भी मुझे ताने दिए जाते है। मेरे ससुराल पक्ष के लोग सभी एसी में सोते हैं और मुझे ऊपर वाले कमरे में जमीन पर सुलाया जाता है। मुझे ताना मारा जाता है कि तेरे से घर से कुछ भी नहीं मिला है, मुझे घर का कोई सामान प्रयोग नहीं करने देते हैं। दो सालों से किया जा रहा प्रताड़ित
दो ढाई सालों से मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, मैं इसलिए चुप थी कि कभी तो सही सभी लोग हो जाएंगे लेकिन नहीं हुए। अब तो हालत बहुत ही खराब हो गए हैं। मेरे पति का दूसरी महिला के साथ चक्कर चलता है, जबकि शादी से पहले मुझे नहीं बताया गया था कि इनका किसी लड़की से अफेयर चलता है। अफेयर वाली महिला के साथ गंदे गंदे वीडियो
अपनी पति के बारे में ससुराल वालों से जब मैं कहती हूं तो ससुराल वाले कहते हैं कि तुम उसका कुछ नहीं उखाड़ पाओगी। मेरा कभी कहता है कि मैं उसके साथ खूब अफेयर करूंगा। उसके साथ रहूंगा तुम मेरा कुछ भी नहीं कर पाओगी। मेरा पति अपनी अफेयर वाली महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए गंदे गंदे वीडियो मुझे दिखाते हैं। मेरा पति मुझे अश्लील वीडियो दिखाकर कहता है कि मेरे इस महिला से संबंध
कहते हैं देख वीडियो और बोला अपने पिताजी को अपने भाई और बहन को तू जो करवा सकती है, वह करवा मेरे साथ। मेरी मां जिला अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, चेयरमैन, जैसे बड़े-बड़े नेताओं के साथ उठती बैठती है। तू और तेरे घर वाले सारे बिक जायेंगे और सड़क पर आ जाएंगे, लेकिन मेरा कुछ नहीं कर पाएंगे। मेरी सास ने मुझको खूब मारा
मेरी ननद मेरा हाथ पकड़ कर जीने से खींचकर छत पर ऊपर ले गई और मेरी सास ने मुझको खूब मारा। मेरा पति और मेरा ससुर कहता है कि मर साली को इसके घर वाले आएंगे तो क्या कर लेंगे। मेरे शरीर में जो चोटों के निशान आपको दिखाई दे रहे हैं वह मेरे ससुराल पक्ष के लोगों ने लगाए है। मुझे पकड़ कर मेरा गला दबाते हैं और कहते हैं कि जब तू मर जाएगी तो दूसरी शादी कर ले आएंगे। मेरी सास आए दिन रहती है कि तुझे गूंगा बनाकर रखूंगी और तुझे गूंगा कर दूंगी। मेरी सास नगर अध्यक्ष महिला मोर्चा भारतीय जनता पार्टी की है। मेरी सास ससुर ननद पति सभी लोग मुझे परेशान करते हैं। अब पढ़िए राजनीतिक पार्टियों ने क्या कहा… भाजपा संगठन ने साधी चुप्पी
भाजपा संगठन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। विपक्षी दल सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। उनका आरोप है कि पुलिस और प्रशासन सत्ता के दबाव में कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ——————— ये खबर भी पढ़ें…
मोदी कानपुर में पहलगाम हमले के पीड़ित परिवार से मिले:मृतक की पत्नी के आंसू देखकर भावुक हुए, पिता से बोले-ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कानपुर पहुंचे। उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिवार से 8 मिनट मुलाकात की। चकेरी एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के सामने शुभम की पत्नी ऐशन्या, पिता संजय, मां सीमा भावुक हो गईं। सभी ने रोते हुए हाथ जोड़े। कहा, हमारे बेटे की मौत जाया न होने पाए। पढ़ें पूरी खबर…

बीएड प्रवेश परीक्षा 1जून को, झांसी में AI कंट्रोल रूम:69 जिलों के 751 केंद्रों में 3.44 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल, रियल टाइम पिक्चर से वैरिफिकेशन

बीएड प्रवेश परीक्षा 1जून को, झांसी में AI कंट्रोल रूम:69 जिलों के 751 केंद्रों में 3.44 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल, रियल टाइम पिक्चर से वैरिफिकेशन झांसी का बुंदेलखंड विश्वविद्यालय सत्र 2025 बीएड एंट्रेंस एग्जाम कराने जा रहा है। रविवार 1 जून को यूपी के 69 जिलों में एक साथ प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो इसके लिए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से लैस कंट्रोल रूम तैयार किया गया है। शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडेय ने अपनी टीम के साथ कंट्रोल रूम का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में कहा कि सभी परीक्षा केंद्र हॉटलाइन पर रहेंगे। यहां परिंदा भी पर मारेगा तो कंट्रोल रूम को अलर्ट मिलेगा। 69 जिले के 751 केंद्र बने, 3.44 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडेय ने बताया कि इस बार 3.44 लाख छात्र-छात्राओं की शुचिता से प्रवेश परीक्षा कराने के लिए 69 जिलों में 751 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। कक्षा में बैठने के बाद छात्र-छात्राओं की दोनों ही पाली में बायोमैट्रिक हाजिरी होगी। परीक्षा शुरू होने के बाद किसी को भी परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। केवल विशेष परिस्थिति पर ही केंद्राध्यक्ष की सहमति से परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट बाद तक परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। कुलपति ने कहा कि हमने परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी को शून्य कर दिया है। परीक्षा केंद्रों पर चाह कर भी कोई नकल नहीं करा पाएगा। सभी केंद्रों पर हाईटेक कैमरा लगाए गए हैं। AI से लैस कंट्रोल रूम हर छोटी बडी गतिविधि को देखेगा। यदि किसी की गतिविधि संदिग्ध लगती है तो भी अलर्ट मिल जाएगा। स्टूडेंट्स की रियल टाइम पिक्चर भी स्कैन करेगा कंट्रोल रूम बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएड प्रवेश परीक्षा की निगरानी को इस हद तक हाईटेक बना दिया है कि गड़बड़ी करना नामुमकिन है। कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने बताया कि सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम से जुड़े सभी केंद्रों के सीसीटीवी AI से ऑपरेट होंगे। बताया कि अभ्यर्थियों द्वारा डेटा के ली दी गई तस्वीर और परीक्षा केंद्र पर कैमरे से ली गई अभ्यर्थियों की तस्वीर का मिलान AI से किया जाएगा। ऐसे में किसी भी अभ्यर्थी की जगह दूसरा कोई भी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा। यदि कोई ऐसा करने का प्रयास भी करता है तो सिस्टम कंट्रोल रूम को अलर्ट भेज देगा। हॉटलाइन पर होंगे प्रदेश भर के 751 परीक्षा केंद्र कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने के बाद दैनिक भास्कर से की विशेष बातचीत में बताया कि केंद्र पर मोबाइल फोन या दूसरा कोई और डिवाइस ले जाना प्रतिबंधित है। लेकिन हमने केंद्र व्यवस्थापक से संपर्क करने के लिए अलग से डेडिकेटेड लाइन का इस्तेमाल किया है। कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी हॉटलाइन द्वारा सभी 751 सेंटर से सीधे जुड़े होंगे। जब भी उनसे बात करने की जरूरत होगी तो केवल स्टार (*) के साथ एक नंबर डायल करना होगा, इससे तुरंत कम्युनिकेशन हो सकेगा। अनुमति से ज़्यादा लोग दिखते ही अलर्ट भेजेगा AI प्रो. मुकेश पांडेय ने बताया कि ये पहले से ही तय है कि किस केंद्र पर कौन शिक्षक या परीक्षक तैनात रहेगा। परीक्षक का डेटा हमारे पास है, जो कंट्रोल रूम से जुड़ा है। अब यदि निर्धारित व्यक्ति के अलावा परीक्षा केंद्र पर कोई अंजना या बिना अनुमति प्रवेश करता है तो वहां के सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज को यहां कंट्रोल रूम का सिस्टम स्कैन कर ये अलर्ट दे देगा कि वह व्यक्ति संदिग्ध है। एक साथ 751 केंद्र पर जाएगा मैसेज इस बार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने परीक्षा में गड़बड़ी होने की एक भी संभावना को नहीं छोड़ा है। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल से कोई भी संवाद नहीं किया जाएगा। मोबाइल के स्थान पर विश्वविद्यालय में बने कंट्रोल रूम से वॉयस मैसेज भेजा जाएगा। कंट्रोल रूम से स्टार नाइन (*9) डायल कर एकसाथ 751 परीक्षा केंद्र पर वॉयस मैसेज किया जा सकेगा। 69 जिलों में पहुंची बीयू की टीम, DM संग चल रही बैठक 69 जिलों में बीयू के प्रतिनिधि पहुंच गए हैं, जो डीएम, जिला समन्वयक आदि के साथ बैठक कर रहे हैं। कुलपति ने बताया कि यह तय हुआ है कि सुबह की पाली का पेपर जिला कोषागार से सुबह 5 बजे और दूसरी पाली का सुबह 9 बजे खोलकर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। परीक्षा के समय छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली OMR सीट तीन प्रतियों में होगी। पहली प्रति बीयू में जांच के लिए आएगी। एक प्रति जिला कोषागार में रखी जाएगी और तीसरी परीक्षार्थी अपने साथ ले जा सकेंगे। वाराणसी में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी देंगे परीक्षा बीएड में एडमिशन के लिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सबसे ज़्यादा 36,052 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। इसके अलावा गोरखपुर में 26,890, प्रयागराज में 26,426, जौनपुर में 13,912, आंबेडकरनगर में 13,412, गाजीपुर में 13,152, बलिया में 13,112, देवरिया में 12,780, अयोध्या में 12,540, कुशीनगर में 12,012 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। वहीं, बलरामपुर में सबसे कम 815 परीक्षार्थी हैं। वहीं, झांसी के सात केंद्रों पर 3,476 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। इसमें झांसी, ललितपुर के अलावा आसपास के जिलों के परीक्षार्थी होंगे।

इमरान मसूद बोले-प्रशासन चाहता फिर गोली चले, खून बहे:सहारनपुर में हंगामा हो; ​​​​​​​मस्जिद गिरने के सवाल पर नाराज होकर चले गए

इमरान मसूद बोले-प्रशासन चाहता फिर गोली चले, खून बहे:सहारनपुर में हंगामा हो; ​​​​​​​मस्जिद गिरने के सवाल पर नाराज होकर चले गए सहारनपुर प्रशासन ने भोजपुर में 29 मई को एक मस्जिद ढहा दी। इस कार्रवाई को कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने गलत बताया। उन्होंने कहा- मस्जिद ढहाना संविधान पर हमला है। प्रशासन चाहता कि हम लोग ध्वस्तीकरण का विरोध करें। ताकि फिर गोली चले। किसी के सीने में तो किसी के सिर में गोली लगे। खून बहे और एक बड़ा हंगामा हो। मगर हम कानून के दायरे में रहकर लड़ेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, रिट फाइल करेंगे। जब उनसे पूछा गया जब मस्जिद गिर रही थी तब कहां थे? उस दिन विरोध क्यों नहीं किया? इस सवाल पर वह नाराज हो गए और चले गए। मस्जिद को शहीद किया गया, कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट का मामला है
शुक्रवार को इमरान मसूद डीएम और एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने मस्जिद ध्वस्तीकरण को लेकर शिकायती पत्र सौंपा। पत्रकारों से बात करते हुए सांसद इमरान मसूद ने कहा- यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन है। कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट का मामला है। इस मस्जिद को पूरी तरह से शहीद किया गया। कहा- वह जमीन तीन भाइयों की है, वे अपनी जमीन पर धार्मिक स्थल बना रहे थे। जिला पंचायत से आदेश लिया गया। मगर अब अधिकारियों किसी भी आदेश से इनकार कर दिया। मसूद का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर में एक गाइडलाइन जारी की थी। जिसमें डिमोलिशन से पहले उचित नोटिस, सुनवाई और उसका पोर्टल पर प्रकाशन अनिवार्य था। इन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। हम रिट फाइल करेंगे और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
उन्होंने कहा- ये सीधा सुप्रीम कोर्ट की अवमानना और संविधान पर हमला है। हमारे अधिकारों को रौंदा जा रहा है। धार्मिक स्थान निर्माण के लिए सिर्फ सूचना देना आवश्यक है, अनुमति का कहीं उल्लेख नहीं है। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और रिट फाइल करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि ध्वस्तीकरण के समय कोई विरोध क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा- यही तो वे चाहते थे, लोग सामने आएं और गोलियां चलें। हमें कानून को हाथ में नहीं लेना है। हमें कानून पर भरोसा है और हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। 3 JCB ने डेढ़ घंटे में ढहा दी थी मस्जिद
29 मई को चिलकाना थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव में अवैध रूप से बनाई जा रही मस्जिद को प्रशासन ने ढहा दिया था। 3 JCB ने सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया। हंगामे की आशंका थी, इसलिए गांव में RRF, PAC और कई थानों की फोर्स तैनात है। भोजपुर गांव में रहने वाले इस्तखार, नदीम और एहतेशाम की गांव के बाहर जमीन है। वह पिछले 2 महीने से यहां एक कंस्ट्रक्शन करवा रहे थे। पहले लोगों को लगा कि यह रिहायशी इमारत है, मगर जब इमारत ने स्वरूप लिया, तब पता चला कि ये मस्जिद बना रहे हैं। पुलिस में शिकायत जाने के बाद निर्माण रुकवा दिया गया। बिना अनुमति मस्जिद बनाने का मुद्दा जिला पंचायत तक पहुंचा। अवर अभियंता आदेश कुमार ने कहा, निर्माण करने वालों को 7 मई को नोटिस दिया गया था। वह बिना अनुमति धार्मिक स्थल का निर्माण कर रहे थे। जवाब में उन्होंने लिखित सहमति दी थी कि वह निर्माण रोक देंगे। इसके बावजूद गुपचुप तरीके से लिंटर डालने की तैयारी की जा रही थी। गुरुवार को SDM सदर सुबोध कुमार, ASP मनोज यादव, जिला पंचायत के JE आदेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी 3 बुलडोजर के साथ गांव पहुंचे। गांव में मुस्लिम लोगों की आबादी भी है, इसलिए फोर्स को पहले गांव में तैनात किया गया। सिर्फ डेढ़ घंटे में यह इमारत तोड़ दी गई। इस इमारत को लेकर जिला पंचायत में मुद्दा उठाया गया था। पंचायत अध्यक्ष के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है। …………………..
ये खबर भी पढ़िए- सहारनपुर में मस्जिद जमींदोज…3 JCB ने डेढ़ घंटे में तोड़ी:घरों की छतों से ईंट-पत्थर हटवाए; गांव में RRF-PAC तैनात, 3 भाई बनवा रहे थे सहारनपुर में गुरुवार को प्रशासन ने मस्जिद ढहा दी। 3 JCB ने सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया। हंगामे की आशंका थी, इसलिए गांव में RRF, PAC और कई थानों की फोर्स तैनात है। ड्रोन से लगातार निगरानी होती रही। जिन छतों पर पत्थर रखे हुए थे। उन्हें हटवाया गया। प्रशासन के मुताबिक, जिस जमीन पर मस्जिद थी, वह 3 भाइयों की है। बिना अनुमति यहां मस्जिद बनाई जा रही थी। इमारत को तोड़ दिया गया। पढ़ें पूरी खबर