मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार:रमजान के बीच मायावती ने कहा- आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक

मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार:रमजान के बीच मायावती ने कहा- आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक बसपा प्रमुख मायावती ने मुसलमानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को उन्होंने X पर लिखा- मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। यह न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा- भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। केंद्र और राज्य सरकारों को सभी धर्मों के लोगों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए। सभी धर्मों के पर्व-त्योहारों को लेकर पाबंदियां और छूट के जो नियम-कानून हैं, उन्हें एक जैसा लागू करना चाहिए, जो कि अभी नजर नहीं आ रहा है। इससे आपसी शांति, सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक है। सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें। मस्जिदों से हटवाएं जा रहे हैं लाउडस्पीकर रमजान के शुरू होते ही मायावती ने मुसलमानों के साथ सौतेले रवैये की बात क्यों कही? यह उन्होंने पोस्ट पर स्पष्ट नहीं किया। हालांकि, यह माना जा रहा है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने को लेकर उन्होंने यह बात कही है। दरअसल, यूपी सरकार लाउडस्पीकर को लेकर सख्त है। रमजान से पहले भी पुलिस ने अभियान चलाकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाए। कहा जा रहा है कि मायावती ने इसी को देखते हुए यह बयान दिया है। फिर एक्शन में मायावती
चुनाव में हार के बाद मायावती एक बार फिर एक्शन में नजर आ रही हैं। 15 दिन पहले उन्होंने अपने समधी और बसपा नेता अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। 2 दिन पहले उन्होंने भतीजे उत्तराधिकारी से सभी पद छीन लिए थे। कल यानी सोमवार को उन्हें भी पार्टी से बाहर कर दिया। मुसलमानों का जिक्र क्यों? रमजान के बीच मायावती ने अचानक मुसलमानों का जिक्र क्यों किया। इसे लेकर सियासी जानकारों का कहना है कि मायावती फिर से न सिर्फ सोशल इंजीनियरिंग की कोशिश कर रहीं हैं, बल्कि वह अखिलेश के वोट बैंक पर चोट कर रहीं हैं। अखिलेश यादव लगातार दलित वोट बैंक को सपा की तरह डायवर्ट करना चाहते हैं। वहीं, मायावती ने रमजान के दौरान मुसलमानों क साथ भेदभाव का जिक्र करके सपा के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश की है। —————————– मायावती से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- मायावती ने भतीजे आकाश को पार्टी से निकाला:कहा- वे ससुर के इशारों पर काम कर रहे थे बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकाल दिया। उन्होंने कहा कि आकाश को पश्चाताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी। लेकिन आकाश ने जो प्रतिक्रिया दी, वह राजनीतिक मैच्योरिटी नहीं है। वो अपने ससुर के प्रभाव में स्वार्थी, अहंकारी हो गया है। पढ़ें पूरी खबर

बोर्ड परीक्षा देने जा रहीं 3 छात्राओं की मौत:महाराजगंज में 100 की स्पीड में बोलेरो का टायर फटा, बेकाबू होकर पलटी, 11 गंभीर

बोर्ड परीक्षा देने जा रहीं 3 छात्राओं की मौत:महाराजगंज में 100 की स्पीड में बोलेरो का टायर फटा, बेकाबू होकर पलटी, 11 गंभीर महाराजगंज में टायर फटने से बोलेरो बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में तीन छात्राओं की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर समेत 11 छात्राएं घायल हो गईं। छात्राएं 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने जा रही थीं। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई, जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। किसी तरह छात्राओं को गाड़ी से बाहर निकाला। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घायल छात्राओं को जिला अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने तीन छात्राओं को मृत घोषित कर दिया। हादसा बृजमनगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरा जीतपुर स्थित पेट्रोल पंप के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त बोलेरो की स्पीड 100 से अधिक थी। ऐसे में टायर फटने से गाड़ी बेकाबू होकर पलट गई। 3 तस्वीरें देखिए- मरने वाली छात्राओं की पहचान चांदनी (17), प्रति (17) और गायत्री (17) के रूप में हुई है। वहीं, नंदिनी (17), चांदनी (16), प्रियंका (17), रिमझिम (18), मनीषा (16), सोनी (18) और ड्राइवर रियाज गंभीर रूप से घायल हैं। चार छात्राओं की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। खबर अपडेट की जा रही है….

यूपी की बड़ी खबरें:महाकुंभ में सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में लगी आग, दो टेंट जले; 20 मिनट में आग पर पाया काबू

यूपी की बड़ी खबरें:महाकुंभ में सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में लगी आग, दो टेंट जले; 20 मिनट में आग पर पाया काबू प्रयागराज के महाकुंभ मेले में नागवासुकी सेक्टर 06 स्थित सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में आग लग गई। मेला समापन के कारण कैंप में सुरक्षा बल की संख्या कम थी। फायर विभाग को सूचना मिलते ही दो फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। फायर कर्मियों ने 20 मिनट के अंदर आग पर काबू पा लिया। कैंप के दो टेंट जल गए। सुरक्षा बल और पीएसी के जवानों का कुछ सामान भी आग की चपेट में आ गया। महाकुंभ के सीएफओ प्रमोद शर्मा ने बताया कि त्वरित कार्रवाई से कोई जनहानि नहीं हुई। मेला समापन के कारण संपत्ति का नुकसान भी सीमित रहा। पढ़िए पूरी खबर नंदन कानन एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी; चंदौली में S4 कोच की कपलिंग टूटी, तीन घंटे बाद डीडीयू जंक्शन से रवाना हुई आनंद विहार से पुरी जा रही नंदन कानन एक्सप्रेस ट्रेन पीडीडीयू जंक्शन के आगे दो भागों में बंट गई। ट्रेन की स्लीपर कोच S4 की कपलिंग टूट गई, जिससे ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। घटना सोमवार रात 9.30 बजे डीडीयू जंक्शन से करीब 6 किलोमीटर दूर यार्ड में हुई। हादसा होते ही ट्रेन में अफरा तफरी मच गई। हालांकि ट्रेन गति धीमी होने से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन को वापस पीडीडीयू जंक्शन लाया गया। इसके बाद टूटे कपलिंग वाले कोच को काटकर अलग किया गया। फिर रात साढ़े बारह बजे ट्रेन को रवाना किया गया। पढ़िए पूरी खबर यति नरसिंहानंद और जुबैर मामले में फैसला सुरक्षित; इलाहाबाद हाईकोर्ट सुनाएगा निर्णय इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद के भड़काऊ बयान को वायरल करने के मामले में पत्रकार मोहम्मद जुबैर की याचिका पर निर्णय सुरक्षित कर लिया है। जुबैर ने याचिका में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त करने की मांग की है। कोर्ट ने ज़ुबैर की गिरफ्तारी पर लगी रोक की अंतरिम राहत भी निर्णय तक बढ़ा दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा एवं न्यायमूर्ति डॉ योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ ने सोमवार को सुनवाई पूरी होने पर दिया है। पढ़िए पूरी खबर

महाकुंभ: नागवासुकी सेक्टर के सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में आग:20 मिनट में आग पर पाया काबू, दो टेंट जले; जनहानि नहीं

महाकुंभ: नागवासुकी सेक्टर के सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में आग:20 मिनट में आग पर पाया काबू, दो टेंट जले; जनहानि नहीं प्रयागराज के महाकुंभ मेले में नागवासुकी सेक्टर 06 स्थित सीआरपीएफ-पीएसी कैंप में आग लग गई। मेला समापन के कारण कैंप में सुरक्षा बल की संख्या कम थी। फायर विभाग को सूचना मिलते ही दो फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। फायर कर्मियों ने 20 मिनट के अंदर आग पर काबू पा लिया। कैंप के दो टेंट जल गए। सुरक्षा बल और पीएसी के जवानों का कुछ सामान भी आग की चपेट में आ गया। महाकुंभ के सीएफओ प्रमोद शर्मा ने बताया कि त्वरित कार्रवाई से कोई जनहानि नहीं हुई। मेला समापन के कारण संपत्ति का नुकसान भी सीमित रहा। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मेले में आग की घटनाओं को देखते हुए 15 फायर स्टेशन कार्यरत हैं।

ठाकुरों ने दूल्हे को पीटा, बिटिया जिदंगीभर ताने सुनेंगी:मेरठ में मां बोलीं- गुनाह सिर्फ इतना कि हम गरीब, हाथ-पैर जोड़े, तब रिश्ता बचा

ठाकुरों ने दूल्हे को पीटा, बिटिया जिदंगीभर ताने सुनेंगी:मेरठ में मां बोलीं- गुनाह सिर्फ इतना कि हम गरीब, हाथ-पैर जोड़े, तब रिश्ता बचा किसी तरह रिश्ता बचा, समझिए बेटी की जिंदगी बची है। बारात दरवाजे से लौट गई थी, बेटी ने कहा कि मैं अब जिंदा नहीं रह पाऊंगी। घबराकर हम लोग दौड़े, बारात को रोका। हाथ-पैर जोड़े, इज्जत का हवाला दिया। पुलिसवालों ने भी सुरक्षा की गारंटी दी। तब दूल्हा और उसके परिजन माने। ये दर्द मेरठ की दुल्हन सोनिया की मां अंगूरी देवी का है। वह कहती हैं कि पूरा परिवार डरा है। हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि हम गरीब हैं। इस घटना ने जिंदगीभर का दाग लगा दिया। बिटिया ससुराल में ताने सुनेगी। हमारे दरवाजे पर बारात पिटी। दूल्हे को थप्पड़ मारे गए। ऐसा कही होता है क्या? दबंगों ने बारात पर हमला क्यों किया, गांव के लोग क्या कहते हैं, दुल्हन के घर का माहौल, पुलिस एक्शन हुआ या नहीं? इन सवालों के साथ दैनिक भास्कर की टीम मेरठ मुख्यालय से 30Km दूर कालिंदी गांव पहुंची। वहां दुल्हन के परिजनों और ग्रामीणों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहले पढ़िए 1 मार्च की घटना… स्कॉर्पियो को साइड देने में टक्कर, फिर मारपीट हुई
मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी गांव में रहने वाले संजीव की शादी मेरठ के कालिंदी गांव में रहने वाली सोनिया से तय हुई। शनिवार को संजीव बारात लेकर सरधना के कालिंदी गांव पहुंचे। बारात गांव के बाहर रोकी गई। बारातियों की बस और कारें गांव पहुंच रही थीं। गांव में ठाकुर बिरादरी के लोगों की स्कॉर्पियो को साइड देते समय बस से टक्कर हो गई। इसी बात पर कार में बैठे 5 युवक भड़क गए। पहले विवाद हुआ, फिर मारपीट शुरू हो गई। बारातियों ने उन्हें समझाया, फिर वह चले गए। कुछ देर बाद वह अपने साथियों के साथ लाठी-डंडा लेकर दोबारा पहुंचे और बारातियों पर हमला कर दिया। महिलाओं को पीटा, उनके साथ छेड़छाड़ की। दूल्हे के भाई संदीप का सिर फोड़ दिया। दूल्हे के साथ मारपीट कर उसकी सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट और कैश भी लूट लिया। डरकर बारात लौटने लगी। तभी पुलिस मौके पर पहुंची। पीछे से दुल्हन पक्ष के लोग भी पहुंच गए। किसी तरह बारातियों को शांत कराया। फिर पुलिस की पहरेदारी में शादी संपन्न हुई। देर रात पुलिस ने 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। रविवार को तरुण सिंह और छोटू सिंह को अरेस्ट कर जेल भेजा गया। अब पढ़िए परिजनों से बातचीत पिता बोले- सालभर से बिस्तर पर हूं, जैसे तैसे बिटिया विदा की
दुल्हन के पिता सिपटर ने कहा- मैं सांस का मरीज हूं। खड़ा भी नहीं हो सकता, एक साल से बिस्तर पर ही हूं। जैसे-तैसे बेटी को विदा किया। पुलिस की मौजूदगी में फेरे हुए, फिर बेटी विदा हुई। मगर मेहमान घबराकर शनिवार को ही चले जाते, तब क्या होता। डर के कारण गांव के लोग रात में खाना खाने नहीं आए, काफी खाना बेकार हो गया। जिसकी चौखट से बारात लौट जाए उसका हाल क्या होगा, आप खुद समझो। किसी तरह मनाकर उन्हें वापस लाए। मेहमानों में डर था कि वापस जाएंगे तो फिर मारपीट हो जाएगी। वो कह रहे थे यहां मरने नहीं आए थे, शादी करने आए थे। पड़ोसियों से बात… ऊंची जाति वाले हमें दबाकर रखना चाहते हैं
गांव में दलित बिरादरी के लोग कैमरा पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। वह सिर्फ यही कहते रहे- गांव में ऊंची जाति के लोग बहुत दबंग हैं। हमें दबाकर रखना चाहते हैं। उनसे हमारी खुशियां, हमारी तरक्की बर्दाश्त नहीं होती। वो चाहते हैं कि जैसे सालों पहले उनके बुजुर्गों ने हमें दबाकर रखा, वैसे ही अब वो भी रखें। मगर हमारे बच्चे अब नए जमाने की सोच रखते हैं। हम उनको कैसे रोके। वह पढ़ना चाहते हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं। गांव में आगे भी मारपीट हो सकती है। महीनेभर पहले भी एक बारात को पीटा था
गांव के ही एक और दलित परिवार से बात करने पर सामने आया कि गांव में एक महीने पहले भी ठाकुर बिरादरी के लोगों ने प्रजापति परिवार की बारात के लोगों को पीटा था। तब भी काफी हंगामा हुआ था। तब आरोपियों ने कहा था कि कुम्हारों की बारात नहीं चढ़ने देंगे। मगर बाद में समझौता हो गया। ठाकुरों की बात, जिन पर मारपीट के आरोप… ऊंची और नीची जाति जैसा कुछ नहीं, ये सब गलत बातें
गांव में ठाकुर पक्ष की तरफ से रणविजय कहते हैं- गांव में जो हुआ, वो सही नहीं था। सभी को मिलकर रहने का हक है। लेकिन इतना सब कुछ हुआ नहीं है, जिस तरह पेश किया गया। सामान्य कहासुनी हुई थी, बात समझौते से खत्म हो जाती। दोनों ही पक्षों को मिलकर बात करना था। सबको इसी गांव में ही रहना है, तो मिलकर रहो। कुछ भी ऊंची और नीची जाति जैसा नहीं है, सब गलत बातें कही जा रही है। पुलिस का एक्शन
दलित लड़की की शादी में मारपीट के बाद पुलिस की 4 टीमें एक्टिव हुईं। रात तक पुलिस शादी समारोह में खड़ी रही। फोर्स की मौजूदगी में शादी पूरी हुई। रातभर गांव में फोर्स तैनात रही। सुबह विदाई के बाद फोर्स गांव से हटी। पुलिस ने लड़की के भाई की शिकायत पर अक्षय, सचिन उर्फ काला, छोटू उर्फ निशांत और तरुण पर केस दर्ज किया है। दो आरोपियों को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। 2 की तलाश की जा रही है। SP देहात ने कहा- बारात पर हमला नहीं, साइड देने का झगड़ा
SP देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि बारात पर हमला नहीं बल्कि गांव के दो पक्षों में गाड़ी को साइड देने की बात पर विवाद हुआ था। इसी कहासुनी में मारपीट हुई। मारपीट में एक युवक को चोट आई थी। जिसे तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। मामला पूरी तरह शांत है। BJP जिलाध्यक्ष बोले- सम्मान सबका होना चाहिए
मेरठ में BJP जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने कहा- सबका सम्मान होना चाहिए, हो सकता है कि समाज में कुछ ऐसे लोग हों। हम दलित परिवार के साथ हैं। बिरादरी चाहे कोई हो सब हमारे परिवार का हिस्सा हैं, सब हमारे अपने हैं। सबको साथ रहना चाहिए। जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। हम सभी बिरादरी का सम्मान करते हैं। ग्राम प्रधान ने कहा- पुलिस से कर चुका हूं शिकायत
गांव के प्रधान छोटे ने कहा- ठाकुरों पर आरोप लग रहे हैं, लेकिन हमने बारात निकलवाई। गांव के इन दबंगों में कुछ लड़के गलत आदतों वाले हैं। जिन्होंने ऐसा किया है। हर महीने इनका काम है इसी तरह लोगों को परेशान करना। मैं पुलिस से शिकायत कर चुका हूं, लेकिन फिर भी वो खुले घूम रहे हैं। चौकी प्रभारी से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। —————————– ये खबर भी पढ़ें: BJP विधायक बोले- होली में मुस्लिमों की बैन हो एंट्री: राजेश चौधरी ने कहा- हमारे त्योहार में शामिल होकर लव जिहाद जैसी घटनाओं को देते हैं अंजाम मथुरा-वृंदावन में ब्रज की होली में मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग के समर्थन में BJP विधायक भी आ गए हैं। राजेश चौधरी ने कहा-हमारे त्योहार में शामिल होकर यह लोग लव जिहाद और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने भी समर्थन किया है। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु चौधरी इफराहीम हुसैन ने कहा कि मुस्लिम समाज को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि होली में रंगों का प्रयोग किया जाता है जो कि इस्लामिक मान्यताओं में स्वीकार्य नहीं है। पढ़िए पूरी खबर…

कांग्रेस सांसद को सीतापुर से लखनऊ ले गई पुलिस:आज वॉयस सैंपलिंग होगी, यौन शोषण मामले में बंद हैं राकेश राठौर

कांग्रेस सांसद को सीतापुर से लखनऊ ले गई पुलिस:आज वॉयस सैंपलिंग होगी, यौन शोषण मामले में बंद हैं राकेश राठौर रेप के आरोप में सीतापुर जेल में बंद कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को पुलिस लखनऊ ले गई। आज उनकी वॉयस सैंपलिंग होगी।मंगलवार सुबह 7:30 बजे तहसीलदार अतुल सेन सिंह, सीओ सदर दिनेश शुक्ला, प्रभारी निरीक्षक अनूप शुक्ला पुलिस टीम के साथ जिला जेल पहुंचे। टीम सुबह 8:15 बजे सांसद को लेकर लखनऊ के लिए रवाना हुई। पुलिस टीम सांसद को फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) ले जाएगी। पीड़िता की ओर से पुलिस को उपलब्ध कराई गई कॉल रिकॉर्डिंग से आरोपी सांसद की वॉयस की मैचिंग की जाएगी। पहले देखें 3 तस्वीरें… अब पूरा मामला बताते हैं…
सीतापुर में एक महिला नेता ने 15 जनवरी को एसपी चक्रेश मिश्र से मुलाकात की। उन्हें शिकायत पत्र सौंपा। महिला नेता ने आरोप लगाया कि सांसद राकेश राठौर ने उससे राजनीतिक करियर बनाने और शादी का झांसा देकर 4 साल तक शारीरिक शोषण किया। जब उसने शादी करने की बात कही तो सांसद ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने सांसद की कॉल रिकॉर्डिंग सहित कई इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य पुलिस को सौंपे। SP ने पीड़िता के आरोपों की 2 दिन जांच की। मेडिकल करवाने के बाद आरोपी सांसद के खिलाफ 17 जनवरी को रेप समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता का बयान कराया। 21 जनवरी को सांसद की पत्नी ने की थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
21 जनवरी को सांसद की पत्नी नीलम राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने पति पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया था। नीलम ने कहा- उन्हें अपने पति और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। वह हर मायने में लोगों की मदद करते हैं। पूरी तरह से निर्दोष हैं। हालांकि, मीडिया द्वारा पूछे गए किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना ही वह प्रेस वार्ता से चली गई थीं। पीड़ित महिला नेता ने एसपी को उपलब्ध कराई थी कॉल रिकॉर्डिंग… महिला का दावा है कि उसके और सांसद के बीच बातचीत हुई…पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें सांसद का विवादों से पुराना नाता
राकेश राठौर 2017 के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में सीतापुर से चुने गए थे। मई 2021 में, उनकी निजी बातचीत के कई ऑडियो क्लिप लीक हुए थे। जिसमें वे सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे थे। खासकर कोरोना महामारी की प्रतिक्रिया पर। साथ ही पार्टी के भीतर जातिवादी रुझान की भी शिकायत कर रहे थे। भाजपा से सपा, फिर कांग्रेस का दामन थामा
भाजपा का दामन छोड़ने के बाद राकेश राठौर ने सपा का रुख कर लिया। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सपा ने टिकट नहीं दिया। इसके बाद राकेश राठौर ने राहुल गांधी से मुलाकात करके कांग्रेस जॉइन कर ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में राकेश राठौर ने 4 बार के सांसद राजेश वर्मा को 90 हजार वोटों के अंतर से हराकर अप्रत्याशित जीत हासिल की थी। —————————————— ये खबर भी पढ़ें… ठाकुरों ने दूल्हे को पीटा, बिटिया जिदंगीभर ताने सुनेगी:मेरठ में मां बोलीं- गुनाह सिर्फ इतना कि हम गरीब, हाथ-पैर जोड़े, तब रिश्ता बचा किसी तरह रिश्ता बचा, समझिए बेटी की जिंदगी बची है। बारात दरवाजे से लौट गई थी, बेटी ने कहा कि मैं अब जिंदा नहीं रह पाऊंगी। घबराकर हम लोग दौड़े, बारात को रोका। हाथ-पैर जोड़े, इज्जत का हवाला दिया। पुलिसवालों ने भी सुरक्षा की गारंटी दी। तब दूल्हा और उसके परिजन माने। ये दर्द मेरठ की दुल्हन सोनिया की मां अंगूरी देवी का है। वह कहती हैं कि पूरा परिवार डरा है। हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि हम गरीब हैं। इस घटना ने जिंदगीभर का दाग लगा दिया। बिटिया ससुराल में ताने सुनेगी। हमारे दरवाजे पर बारात पिटी। दूल्हे को थप्पड़ मारे गए। ऐसा कही होता है क्या? दबंगों ने दलित की बारात पर हमला क्यों किया, गांव के लोग क्या कहते हैं, दुल्हन के घर का माहौल, पुलिस एक्शन हुआ या नहीं? इन सवालों के साथ दैनिक भास्कर की टीम मेरठ मुख्यालय से 30Km दूर कालिंदी गांव पहुंची। वहां दुल्हन के परिजनों और ग्रामीणों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट…

संभल जामा मस्जिद मामले की SC-HC में सुनवाई:इलाहाबाद हाईकोर्ट में रंगाई-पुताई और सुप्रीम कोर्ट में कुएं का मामला सुना जाएगा

संभल जामा मस्जिद मामले की SC-HC में सुनवाई:इलाहाबाद हाईकोर्ट में रंगाई-पुताई और सुप्रीम कोर्ट में कुएं का मामला सुना जाएगा संभल की शाही जामा मस्जिद विवाद पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत में जामा मस्जिद के बाहर कुएं के अधिकार का मामला सुना जाएगा। राज्य सरकार ने अदालत में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। दावा किया कि जामा मस्जिद और कुआं सरकारी जमीन पर है। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट में 2 मुद्दों पर सुनवाई होगी। पहला, मस्जिद की रंगाई, पुताई हो या नहीं। दूसरा, रमजान में मस्जिद की साज-सज्जा होगी या नहीं। हाईकोर्ट ने रंगाई-पुताई कराने से किया था इनकार
इलाहाबाद हाईकोर्ट में पिछली सुनवाई 28 फरवरी को हुई थी। आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया यानी ASI को जामा मस्जिद की साफ सफाई कराने का निर्देश दिया था। रंगाई-पुताई की मुस्लिम पक्ष की अपील को खारिज कर दिया था। जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल ने मस्जिद की इंतजामिया कमेटी को अगली सुनवाई तक एएसआई की रिपोर्ट पर आपत्ति दाखिल करने को कहा था। 4 मार्च सुनवाई की तारीख लगी थी। ASI ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा… मुतवल्ली की मौजूदगी में निरीक्षण
28 फरवरी की शाम ASI टीम ने जामा मस्जिद का सर्वे किया था। साथ में मुस्लिम पक्ष के वकील जफर अली भी थे। ASI के वकील मनोज कुमार सिंह ने कहा- मस्जिद के मुतवल्ली की मौजूदगी में निरीक्षण किया गया। इसमें पाया गया… उन्होंने बताया- सफाई, धूल हटाना और स्मारक के आसपास की घासफूस को हटाने का काम किया जाएगा। बशर्ते मस्जिद की इंतजामिया कमेटी कोई बाधा न डाले। ASI की रिपोर्ट पर इंतजामिया कमेटी के वरिष्ठ अधिवक्ता एसएफए नकवी ने कहा- कमेटी केवल पुताई और रोशनी की व्यवस्था करना चाहती है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया को परिसर में जमा धूल और घास साफ कराने का निर्देश दिया। रिपोर्ट पर आपत्ति दाखिल करेंगे, क्योंकि मस्जिद में रंगाई पुताई की आवश्यकता है। दूसरी ओर राज्य सरकार के महाधिवक्ता अजय मिश्र ने कहा, कानून और व्यवस्था बनाए रखी जाएगी। एडवोकेट हरिशंकर जैन ने भी हलफनामा दाखिल करने के लिए मंगलवार तक का समय मांगा था। कोर्ट ने इंतजामिया कमेटी और हरिशंकर जैन को आपत्ति और हलफनामा दाखिल करने का समय दिया था। कोर्ट ने कहा था- मस्जिद की इंतजामिया कमेटी से अपेक्षा की जाती है कि वह कोई बाधा नहीं पहुंचाएगी और एएसआई के कार्य में सहयोग करेगी। जब तक एएसआई सफाई का काम करेगी, प्रशासनिक अफसर हस्तक्षेप नहीं करेंगे। ————– यह खबर भी पढ़िए… यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। पढ़ें पूरी खबर…

होली पर रेलवे का तोहफा: 18 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी:लखनऊ मार्ग पर 8 और अंबाला रेलवे 10 स्पेशल ट्रेन चलाएगा

होली पर रेलवे का तोहफा: 18 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी:लखनऊ मार्ग पर 8 और अंबाला रेलवे 10 स्पेशल ट्रेन चलाएगा होली के त्योहार पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर रेलवे ने अंबाला मंडल से होकर गुजरने वाली 18 विशेष ट्रेनों का संचालन करने की घोषणा की है। यह ट्रेनें होली के दौरान बढ़ती भीड़ को कम करने और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चलाई जा रही हैं। अंबाला रेल डिवीजन के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने बताया कि विशेष रूप से दिल्ली और लखनऊ मार्ग की ट्रेनों पर फोकस किया गया है। इन स्पेशल ट्रेनों का संचालन 5 मार्च से 27 मार्च 2025 तक अलग-अलग तारीखों में किया जाएगा। मुरादाबाद मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि लखनऊ मार्ग पर 8 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। ये स्पेशल ट्रेन चलेगी ट्रेन संख्या 04604 (श्री माता वैष्णो देवी कटरा-वाराणसी स्पेशल) संचालन तिथि: 9, 11, 16, 18 मार्च 2025 सहारनपुर आगमन: रात 3:50 बजे वाराणसी से वापसी: रात 10:11 बजे ट्रेन संख्या 04203 (स्पेशल ट्रेन) संचालन तिथि: 9 और 12 मार्च 2025 सहारनपुर आगमन: सुबह 4:35 बजे वापसी (04204): सुबह 9:30 बजे सहारनपुर से प्रस्थान ट्रेन संख्या 04504 (चंडीगढ़-गोरखपुर एक्सप्रेस) संचालन तिथि: 6, 13, 20 मार्च 2025 सहारनपुर आगमन: रात 2:00 बजे वापसी (04503): 7, 14, 21 मार्च 2025, दोपहर 11:57 बजे सहारनपुर आगमन ट्रेन संख्या 05005-06 (गोरखपुर-अमृतसर एक्सप्रेस) संचालन तिथि: 5 मार्च से 26 मार्च तक हर बुधवार अमृतसर से वापसी: 6 मार्च से 27 मार्च तक हर गुरुवार अंबाला मंडल से गुजरने वाली अन्य स्पेशल ट्रेनें 1. चंडीगढ़-गोरखपुर-चंडीगढ़ (ट्रेन संख्या 04504/04503) चंडीगढ़ से प्रस्थान: 6, 13, 20 मार्च को रात 11:35 बजे गोरखपुर से वापसी: 7, 14, 21 मार्च को रात 10:05 बजे स्टॉपेज: अंबाला कैंट, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, गोंडा, बस्ती 2. मऊ-अंबाला कैंट-मऊ (ट्रेन संख्या 05301/05302) नई दिल्ली से प्रस्थान: 6, 13, 20, 27 मार्च को सुबह 4:00 बजे मऊ से वापसी: 7, 14, 21, 28 मार्च को रात 10:05 बजे स्टॉपेज: देवरिया, बस्ती, गोंडा, बरेली, गाजियाबाद, दिल्ली 3. नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी (ट्रेन संख्या 04081/04082) एमएयू से प्रस्थान: 8, 10, 12, 15, 17 मार्च को रात 11:45 बजे नई दिल्ली से वापसी: 9, 11, 16, 18 मार्च को रात 9:20 बजे स्टॉपेज: सोनीपत, पानीपत, अंबाला कैंट, जालंधर, जम्मू तवी 4. गोरखपुर-अमृतसर-गोरखपुर (ट्रेन संख्या 05005/05006) गोरखपुर से प्रस्थान: 5, 12, 19, 26 मार्च को दोपहर 2:40 बजे अमृतसर से वापसी: 6, 13, 20, 27 मार्च को दोपहर 12:45 बजे स्टॉपेज: बस्ती, गोंडा, बरेली, सहारनपुर, अंबाला, जालंधर 5. श्री माता वैष्णो देवी कटरा-वाराणसी (ट्रेन संख्या 04604/04603) कटरा से प्रस्थान: 9, 16 मार्च को शाम 6:15 बजे वाराणसी से वापसी: 11, 18 मार्च को सुबह 5:30 बजे स्टॉपेज: जम्मू तवी, पठानकोट, लुधियाना, अंबाला, सहारनपुर, बरेली अंबाला रेल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक नवीन कुमार ने बताया कि होली के दौरान उत्तर रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है। इससे होली के समय भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और यात्रियों को सफर में सहूलियत होगी।

सहारनपुर कोर्ट ने इंस्पेक्टर पर कार्रवाई करने के दिए आदेश:तीन माह बाद भी SC-ST एक्ट में मुकदमा दर्ज नहीं, एसएसपी से एक माह में मांगी रिपोर्ट

सहारनपुर कोर्ट ने इंस्पेक्टर पर कार्रवाई करने के दिए आदेश:तीन माह बाद भी SC-ST एक्ट में मुकदमा दर्ज नहीं, एसएसपी से एक माह में मांगी रिपोर्ट सहारनपुर के नानौता थाना क्षेत्र के लंढौरा गांव में एक महिला के साथ मारपीट और उसकी बेटी के साथ अभद्रता के मामले में पुलिस की लापरवाही पर कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। SC-ST एक्ट की विशेष कोर्ट के न्यायाधीश मोहम्मद अहमद खान ने थाना प्रभारी सचिन पूनिया को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए उनके खिलाफ धारा 4(3) एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम में संज्ञान लिया है। साथ ही, एसएसपी को आदेश दिया है कि वह थाना प्रभारी के खिलाफ एक माह में प्रशासनिक और विभागीय जांच कर रिपोर्ट पेश करें। महिला ने तीन माह तक लगाए थाने के चक्कर लंढौरा गांव की रहने वाली एक महिला ने गांव के ही रामू पर 3 दिसंबर 2024 को मारपीट और उसकी बेटी के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की, जिसके बाद उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट में महिला को चार गंभीर चोटें आने की पुष्टि हुई थी, लेकिन पुलिस ने इसे आपसी विवाद बताकर मामला दर्ज नहीं किया। महिला तीन माह तक इंसाफ के लिए पुलिस अधिकारियों के पास जाती रही, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट के आदेश पर दर्ज होगा मुकदमा थक हारकर महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पाया कि पीड़िता को गंभीर चोटें आई थीं, जिसका अस्पताल में इलाज भी हुआ था। इसके बावजूद पुलिस ने मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया। कोर्ट ने थाना प्रभारी सचिन पूनिया की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए एसएसपी को उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, कोर्ट ने एसएसपी को एक माह में जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी को भी भेजी गई आदेश की प्रति एससी-एसटी एक्ट की विशेष कोर्ट ने थाना प्रभारी पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए आदेश की प्रति पुलिस महानिदेशक (DGP) को भी भेज दी है। कोर्ट ने पुलिस को रामू के खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल इस मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज करने में तीन महीने की देरी की, जिससे पीड़िता को न्याय पाने के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। अब कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।

स्कूल की बदसूलकी पर डीएम के पास पहुंची छात्राएं:डीएम ने छात्राओं की बात सुनकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा; नोटिस जारी

स्कूल की बदसूलकी पर डीएम के पास पहुंची छात्राएं:डीएम ने छात्राओं की बात सुनकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा; नोटिस जारी चित्रा पब्लिक स्कूल बसंत विहार में पढ़ने वाले 6 छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ बदसलूकी करने और गल्लामंडी स्थित दूसरी शाखा में पढ़ने भेजने की शिकायत जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह से की। प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा
जनता दर्शन के दौरान पहुंचे छात्रों की शिकायत सुनकर जिलाधिकारी ने डीआईओएस को फोन करके स्कूल प्रबंधन की मनमानी रोकते हुए कार्रवाई करने को कहा। जिस पर डीआईओएस ने प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया। छात्रों से अलग बात की
चित्रा पब्लिक स्कूल बसंत बिहार में पढ़ने वाले छात्र दोपहर में जिलाधिकारी के जनता दर्शन में कलेक्ट्रेट पहुंच गए। काफी संख्या में छात्रों को देख उन्होंने अलग से बात करने को कहा। करीब 20 मिनट बाद उन्होंने छात्रों से समस्या पूछी। तो बताया कि हम लोगों ने बसंत बिहार शाखा में प्रवेश लिया था। 3 किलोमीटर दूर दूसरी शाखा में जाने को कहा छात्राओं ने कहा कि स्कूल प्रबंधन हम लोगों को बिना कुछ बताए तीन किलोमीटर दूर गल्लामंडी के पास वाली शाखा में पढ़ने भेज रहे हैं। वहां पढ़ने वाले अन्य छात्राओं द्वारा हम लोगों से बदसलूकी करते हैं। छात्राओं ने बताया कि उनके अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधकों से कई बार दूसरी शाखा में भेजने का कारण पूछा तो कोई सही जवाब न दिया गया। प्रबंधक ने दिया रसूख का हवाला
विद्यालय के प्रबंधक अपने रसूख का हवाला देकर कई बार धमका चुके हैं। छात्रों की बात सुनकर जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले की जानकारी दी और जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।