इंजीनियर बेटे की अस्थियां लेकर जा रहे मां-पिता की मौत:पत्नी-भतीजा गंभीर, फतेहपुर में डंपर में घुसी कार, जीजा-ड्राइवर की भी जान गई

इंजीनियर बेटे की अस्थियां लेकर जा रहे मां-पिता की मौत:पत्नी-भतीजा गंभीर, फतेहपुर में डंपर में घुसी कार, जीजा-ड्राइवर की भी जान गई फतेहपुर में बेकाबू अर्टिगा कार हाईवे पर खड़े डंपर में पीछे से जा घुसी। हादसे में इंजीनियर बेटे की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने प्रयागराज जा रहे मां, पिता और जीजा समेत 4 लोगों की मौत हो गई। सॉफ्टवेयर इंजीनियर​​​​​ पत्नी और 12 साल के भतीजे की हालत गंभीर है। कार सवार झांसी के रहने वाले थे। उनका बेटा 12 अप्रैल को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में डूब गया था। 5 दिन बाद, यानी 17 अप्रैल को उसकी लाश मिली थी। कल उसका अंतिम संस्कार किया गया था। हादसा सुबह 8 बजे कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर सुजानीपुर मोड़ के पास हुआ। नोएडा में पत्नी के साथ रहता था इंजीनियर बेटा झांसी के दीनदयाल नगर में रहने वाले रामकुमार भार्गव रेलवे में CTI थे। वे 31 दिसंबर 2014 को रिटायर हुए थे। उनका छोटा बेटा आदित्य भार्गव पत्नी चारू के साथ नोएडा में रहता था। दोनों नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। आदित्य एक MNC में इंजीनियर थे, जबकि पत्नी चारू सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दोनों की शादी तीन साल पहले हुई थी। आदित्य का बड़े भाई शैलेंद्र घर पर ही रहते हैं। उनकी पत्नी को कैंसर है। बहन निधि भार्गव की शादी हो चुकी थी। आज हादसे में उनके पति की भी मौत हो गई। ओंकारेश्वर में पत्नी के सामने डूब गया था बेटा
12 अप्रैल को आदित्य, पत्नी के साथ दर्शन करने उज्जैन के महाकाल मंदिर गए थे। वहां दर्शन-पूजन करने के बाद दोनों ओंकारेश्वर पहुंचे। देर शाम 8 बजे पति-पत्नी ब्रह्मपुरी घाट पर नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। तभी आदित्य गहरे पानी में चले जाने से डूब गए। यह देखकर पत्नी चीखने लगी। आवाज सुनकर आसपास के लोग और गोताखोर पहुंचे। गोताखोरों ने आदित्य की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। 5वें दिन शव उतराकर नदी किनारे आ गया
गोताखोरों की टीम 4 दिन तक आदित्य की तलाश में लगी रही। पांचवें दिन यानी 16 अप्रैल को शव फूलकर पानी की सतह पर आ गया। इसके बाद परिजनों ने आदित्य के शव की शिनाख्त की। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिवार वाले 17 अप्रैल को शव लेकर झांसी पहुंचे और अंतिम संस्कार किया। 12 साल के भतीजे काश्विक ने आदित्य के शव को मुखाग्नि दी। 100 की स्पीड में डंपर में घुसी कार
पुलिस के मुताबिक, झांसी के दीनदयाल नगर निवासी रामकुमार भार्गव, पत्नी कमलेश और बहू चारू शुक्रवार देर रात अस्थियां विसर्जित करने के लिए प्रयागराज रवाना हुए। इस दौरान कार में आदित्य के जीजा पराग चौबे (50), भतीजा काश्विक भी थे। गाड़ी रिश्तेदार शुभम (35) चला रहा था। सुजानीपुर चौराहे के पास हाईवे पर सड़क किनारे एक डंपर खड़ा था। कार की स्पीड 100 से अधिक थी, इसलिए शुभम कंट्रोल नहीं कर पाया। कार स्पीड में ही डंपर के पीछे जा घुसी। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। देखा कि कार में सवार लोग अंदर ही फंसे हुए तड़प रहे थे। शीशा तोड़कर घायलों को बाहर निकाला सूचना पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने कार का शीशा तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। सभी को मंडलीय अस्पताल खागा ले जाया गया। यहां आदित्य के पिता, मां और रिश्तेदार शुभम (35) और पराग चौबे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आदित्य की पत्नी चारू और काश्विक का इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अर्टिगा कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से डैमेज हो गया। हादसे के बाद हाईवे पर जाम लग गया। पुलिस ने जेसीबी बुलाकर कार को सड़क से हटवाया। आखिरी में हादसे की 2 तस्वीरें- ———————————– लखनऊ में तूफान, सैकड़ों पेड़ गिरे:पानी की टंकी उड़ी; संभल में बिजली गिरने से पेड़ जला; मेरठ में मकान ढहा, मां-बेटी की मौत लखनऊ में शनिवार सुबह 3 बजे तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया जा रहा है। हवा इतनी तेज थी कि मकानों पर रखे गमले, सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। पढ़ें पूरी खबर

यूपी की बड़ी खबरें:लखीमपुर में प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांधा; थप्पड़ और लात-घूसे मारे

यूपी की बड़ी खबरें:लखीमपुर में प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांधा; थप्पड़ और लात-घूसे मारे लखीमपुर खीरी के मझगई थाना क्षेत्र में प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी को लोगों ने पकड़ लिया। पेड़ से बांधकर उसकी थप्पड़ और लात-घूसों से पिटाई कर दी। युवक दूसरे समुदाय की युवती से मिलने उसके घर में घुस गया था। जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने पिटाई के बाद युवक को पुलिस के हवाले कर दिया।पुलिस ने बताया अभी तक दोनों पक्षों से कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत आते ही कार्रवाई की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर गाजीपुर में पूर्व विधायक सुभाष पासी की बहू ने फांसी लगाकर दी जान; पति से हुआ था विवाद गाजीपुर के सैदपुर में पूर्व विधायक सुभाष पासी के भाई और पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोती पासी की बहू पूनम ने शनिवार शाम को घर में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूनम की उम्र 22 वर्ष थी। घटना नंदगंज थाना क्षेत्र के डिहियां गांव में हुई। मोती पासी के अनुसार, घटना के समय वह अपने 11 महीने के पोते वेद को घर के बाहर संभाल रहे थे। उनके बेटे विनीत पासी भी घर से बाहर गए हुए थे। पूनम अपने कमरे में थीं। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी जब पूनम ने कोई जवाब नहीं दिया, तो जाकर देखा गया। पूनम कमरे में सीलिंग फैन से साड़ी बांधकर फांसी पर लटकी हुई मिलीं। पढ़ें पूरी खबर संभल की दीवारों पर लगे पोस्टर, लिखा- इजरायली सामान न खरीदें मुस्लिम, फिलिस्तीन का किया समर्थन संभल में अराजक तत्वों ने दीवारों और बिजली के खंभों पर विवादित पोस्टर चिपका दिए। इन पर मुस्लिमों से इजरायली सामान का बायकाट करने की अपील की गई है। खुलेआम दिन में पोस्टर लगाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पोस्टर के जरिए फिलिस्तीन का समर्थन किया गया। पुलिस पोस्टर लगाने वाले युवकों की तलाश कर रही है। पढ़ें पूरी खबर अलीगढ़ में DM-SSP के सामने किसान ने खुद पर डाला पेट्रोल, बोला-दबंग ने जमीन पर कब्जा कर लिया अलीगढ़ में शनिवार को समाधान दिवस पर किसान ने खुद को आग लगाने की कोशिश की। DM-SSP के सामने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। पुलिस ने कर्मियों उसे पकड़ लिया। अपने साथ लेकर गई। CHC में उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। बोला-मैं दबंग से बहुत परेशान हूं, कोई सुन नहीं रहा है। अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया है कि समस्या का समाधान किया जाएगा। ये मामला इगलास तहसील का है। पढ़ें पूरी खबर वक्फ बिल पर बीजेपी बोली- एक-एक मुसलमान के घर जाएंगे लखनऊ में भाजपा के प्रदेश महामंत्री डॉ. राधा मोहन दास ने कहा- बीजेपी वक्फ बिल को लेकर देश के एक-एक मुस्लिम परिवार के बीच जाएगी। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा 5 दिन तक देशभर में अभियान चलाएगी। वक्फ संपति से एक लाख करोड़ की आय होगी। अभी केवल 139 करोड़ की आय होती है। अभी भूमाफियाओं ने लाखों करोड़ की संपति पर कब्जा रखी है। भाजपा वक्फ कानून को लेकर 20 अप्रैल से जन जागरण अभियान शुरू करने जा रही है। इससे एक दिन पहले लखनऊ के भागीदारी भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और राज्यसभा सांसद राधा मोहन दास ने की। कार्यशाला में प्रदेश भर के पदाधिकारी, संसद और विधायक मौजूद रहे। औरेया में 3 भाई-बहनों की मौत, अनियंत्रित ट्रैक्टर ने तोड़ा मंदिर का पिलर औरैया में एक बेकाबू ट्रैक्टर मंदिर के पिलर से टकरा गया। हादसे में मंदिर की छत ढह गई। मलबे में दबकर 3 भाई-बहनों की मौत हो गई। जबकि पिता और अन्य परिजन घायल हैं। घटना की सूचना मिलते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने मलबा को हटाकर सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना भेजा। वहां डॉक्टरों ने साक्षी (17), कजरी (14) और रौनक (8) को मृत घोषित कर दिया। घटना शनिवार सुबह 11.45 बजे की बिधूना के मढा माझी झील गांव की है। पढ़ें पूरी खबर… प्रतापगढ़ में पुलिस टीम के साथ मारपीट, पथराव:वर्दी का बिल्ला नोचा, चौकी इंचार्ज सहित 6 घायल प्रतापगढ़ के जोगापुर मोहल्ले में गुरुवार रात पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया गया। जब चौकी इंचार्ज ने शराब पी रहे कुछ संदिग्ध युवकों को टोका। विवाद इतना बढ़ गया कि दबंगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया, चौकी इंचार्ज को जमीन पर गिराकर गला दबाया गया और उनकी पिस्टल छीनने की कोशिश की गई। सूचना पर मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर और फोर्स पर भी पथराव किया गया। घटना में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पढ़ें पूरी खबर… जनता दर्शन में अफसरों पर नाराज हुए CM योगी; बोले- फरियादियों को बार-बार आने की क्यों जरूरत पड़ती है गोरखपुर में 3 दिवसीय दौरे पर CM योगी आदित्यनाथ पहुंचे। शनिवार सुबह जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं। देवरिया से आई एक फरियादी की समस्या का समाधान का भरोसा दिया। साथ ही आवेदन पत्र को अधिकारियों को देते हुए नाराजगी जताई। उन्होंने पूछा- इन्हें बार-बार आने की जरूरत क्यों पड़ती है। इसके बाद किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। 19 अप्रैल की सुबह बारिश होने के कारण गोरखनाथ मंदिर के हाल में जनता दर्शन लगाया गया। लगभग 300 लोग वहां पहुंचे थे। एक-एक कर मुख्यमंत्री सबके पास गए और उनकी समस्या जानी। उन्होंने कहा कि घबराइए नहीं सभी की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों की समस्या का समाधान कराया जाए। बता दें अधिकतर मामले जमीन पर कब्जा, इलाज के लिए आर्थिक मदद और पारिवारिक विवाद से जुड़े थे। पढ़िए पूरी खबर आगरा कोर्ट से अखिलेश यादव और रामजीलाल को राहत; राणा सांगा विवाद को लेकर दायर वाद कोर्ट ने किया निरस्त सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा सांसद रामजीलाल सुमन को आगरा कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। राणा सांगा विवाद में उनके खिलाफ दायर वाद को आगरा सिविल जज सीनियर डिवीजन ने निरस्‍त कर दिया है। उनके खिलाफ अधिवक्ता अजय प्रताप ने राणा सांगा को लेकर की गई टिप्पणी पर वाद दायर किया था। आगरा की सिविल कोर्ट सीनियर डिवीजन ने राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर दायर किए गए वाद को निरस्त कर दिया है। यह मुकदमा आर्य संस्कृति संरक्षण ट्रस्ट के अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने दायर किया था। इसमें अखिलेश यादव और रामजीलाल सुमन को प्रतिवादी बनाया गया था। मामले में इससे पहले बीते दस अप्रैल को सुनवाई हुई थी। पढ़िए पूरी खबर किशोर से थूक चटवाया, चेहरे पर पेशाब की; कुशीनगर में स्कूल बेंच तोड़ने के आरोप में जमकर पीटा कुशीनगर में एक निजी स्कूल में बेंच टूटने पर एक किशोर के साथ मारपीट की गई। लड़के ने आरोप लगाया कि पहले मेरे साथ मारपीट की गई। इसके बाद थूककर चटवाया गया। फिर आरोपियों ने मेरे चेहरे पर पेशाब कर दी और मेरा सिर मुंडवा दिया। किशोर ने परिजनों के साथ थाने जाकर स्थानीय पुलिस को तहरीर दी। जानकारी के अनुसार, तरयासुजन थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव स्थित एक विद्यालय में गुरुवार को बच्चों के आपसी विवाद में बेंच टूट गई। सभी अपने घर चले गए। जिसके बाद स्कूल से जुड़े कुछ लोग किशोर के घर पहुंचे। किशोर को उठा ले गए। एविएटर गेम हारने पर छात्र को बंधक बनाया, कानपुर में छात्र से पहले उधार लिया, फिर उसे ऑनलाइन गेम में फंसाकर फिरौती मांगी कानपुर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले एक कपड़ा कारोबारी के बेटे को शहर के एक सटोरिये गिरोह ने बंधक बना लिया। गिरोह ने छात्र से एविएटर ऑनलाइन गेम खिलवाया। जब वो पहली रकम जीता तो और पैसे गिरोह ने लगा दिए। इसके बाद जब छात्र दो गेम हारा तो शातिरों ने उसे बंधक बना लिया। छात्र के परिवार से फिरौती मांगी गई। परिजनों ने पैसे दे दिए। तब छात्र किसी तरह से गिरोह के चंगुल से छूटकर भागा। उसके बाद छात्र अपनी मां के साथ काकादेव थाने पहुंचा और तहरीर दी। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर एक संदिग्ध को उठाकर पूछताछ भी शुरू कर दी है। पढ़िए पूरी खबर राजभर का वक्फ संशोधन बिल पर निशाना; बोले- विपक्षी दल वोट बैंक के लिए कर रहे विरोध सुभासपा अध्यक्ष और पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा। भदोही के गोपीगंज में एक वैवाहिक समारोह में पहुंचे राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए इस बिल का विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह बिल आम जनता के हित में है। बिल पारित होने से वक्फ बोर्ड की मनमानी पर रोक लगेगी। इससे आम लोगों की भागीदारी बढ़ेगी। बोर्ड में महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा। वक्फ संपत्ति से होने वाली आय का लाभ गरीब मुस्लिम परिवारों के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यक वर्गों को भी मिलेगा। पढ़िए पूरी खबर

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी टेंट में लगी भीषण आग:प्रयागराज में गोदाम जला, 3 किमी दूर से दिखीं लपटें; बांस-बल्ली के चलते बुझाने में दिक्कत

महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी टेंट में लगी भीषण आग:प्रयागराज में गोदाम जला, 3 किमी दूर से दिखीं लपटें; बांस-बल्ली के चलते बुझाने में दिक्कत प्रयागराज महाकुंभ में टेंट लगाने वाले लल्लूजी के गोदाम में भीषण आग लगी है। घटना सुबह 7 बजे संगम क्षेत्र में परेड ग्राउंड की है। तीन किलोमीटर दूर से आग की लपटें दिख रही हैं। फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं। करीब 3 लाख बांस-बल्लियां, टेंट के पर्दे और अन्य सामान में आग तेजी से फैली। फायर ब्रिगेड को बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। महाकुंभ में तंबुओं के शहर बसाने का जिम्मा लल्लूजी एंड संस कंपनी के पास था। यह कंपनी 104 साल से रेत पर तंबुओं का शहर बसाने का काम कर रही है। इस कंपनी को कुंभ का विश्वकर्मा कहा जाता है। 4 तस्वीरें देखिए- अब लल्लूजी का कारोबार और महाकुंभ बसाने की जिम्मेदारी बताते हैं
लल्लूजी एंड संस के कार्यालय और गोदाम प्रयागराज के परेड ग्राउंड, रामबाग, झूंसी और नैनी के साथ ही देशभर में हैं। कंपनी हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में लगने वाले मेलों में भी टेंट लगाने का काम करती है। कंपनी का सेटअप दिल्ली, उज्जैन, हरिद्वार और अहमदाबाद में भी है। 2025 महाकुंभ के लिए देश के 6 शहरों से लल्लूजी कंपनी की ओर से सामान मंगवाए गए थे। महाकुंभ या कुंभ मेले में कपड़े के टेंट से लेकर बांस-बल्ली, थाने-चौकी बनाने का काम लल्लूजी की कंपनी के जिम्मे रहा। महाकुंभ में टेंट बनाने की जिम्मेदारी कुल 10 वेंडर्स को मिली है। इसमें 9 ठेके लल्लूजी एंड संस के परिवार के पास हैं। 10वां ठेका हरिद्वार के वृंदावन टेंट हाउस को दिया गया है। लल्लूजी को अखाड़ों का टेंट लगाने के साथ वीआईपी टेंट सिटी और बड़े इवेंट में सारी व्यवस्था देने की जिम्मेदारी भी मिली थी। इस साल महाकुंभ में 4 लाख बल्लियां लगाई गई थीं। खबर अपडेट की जा रही है…

JEE मेंस सेशन-2 रिजल्ट जारी:यूपी के 3 छात्रों को 100 पर्सेंटाइल, ऐसे चेक करें रिजल्ट

JEE मेंस सेशन-2 रिजल्ट जारी:यूपी के 3 छात्रों को 100 पर्सेंटाइल, ऐसे चेक करें रिजल्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शुक्रवार रात 12:30 बजे JEE Main 2025 सेशन 2 के नतीजे जारी कर दिए। यूपी के श्रेयस लोहिया, कुशाग्र बिंगहा और सौरव को 100 परसेंटाइल मिला है। रिजल्‍ट के साथ ही एग्‍जाम की फाइनल आंसर की और JEE Advanced के लिए कट-ऑफ भी जारी हो गए हैं। जनवरी और अप्रैल के सेशन को मिलाकर कुल 24 अभ्यर्थियों को 100 पर्सेंटाइल मिला है। पहले सेशन में 14 स्‍टूडेंट्स को 100 पर्सेंटाइल मिला था। 24 अभ्यर्थियों में सबसे ज्यादा 7 राजस्थान, 3-3 महाराष्ट्र, तेलंगाना और UP, 2-2 प. बंगाल, गुजरात और दिल्ली के हैं। एक-एक कर्नाटक और आंध्र का है। 100 पर्सेंटाइल पाने वालों में सामान्य वर्ग के 21 अभ्यर्थी हैं। वहीं EWS, OBC (नॉन-क्रीमीलेयर), SC वर्ग के एक-एक अभ्यर्थी को 100 परसेंटाइल मिला है। JEE Advanced के लिए कैटेगरी वाइस कट-ऑफ जारी NTA ने टॉप 2.5 लाख कैंडिडेट्स को JEE Advanced के लिए क्‍वालिफाई किया है। जनरल, OBC और EWS के छात्रों के लिए कटऑफ में पिछले साल की तुलना में मामूली गिरावट आई है जबकि SC व ST श्रेणी के छात्रों के लिए कटऑफ पिछले साल से करीब एक-एक फीसदी से ज्यादा है। कैटेगरी वाइस कट-ऑॅफ इस तरह है- फाइनल आंसर-की में 11 सुधार हुए, 1 सवाल ड्रॉप, 6 के उत्तर बदले NTA ने नई फाइनल आंसर-की में फिजिक्स का एक सवाल ड्रॉप किया गया है। 6 प्रश्नों के उत्तर बदले हैं और 4 सवालों में दो विकल्पों को सही माना गया। फिजिक्स के ड्रॉप किए सवाल के लिए सभी छात्रों को पूरे चार नंबर मिलेंगे। 4 सवालों में दो विकल्पों में से किसी भी एक को चुनने पर पूरे 4 अंक मिलेंगे। जबकि छह प्रश्नों के बदले गए उत्तर विकल्प को चुनने पर चार अंक मिलेंगे। जनवरी में पहले सेशन की फाइनल आंसर-की में भी NTA ने 6 सवाल ड्रॉप किए थे। जिस पाली के पेपर में जितने सवाल ड्रॉप हुए, उन्हें प्रति सवाल 4 नंबर मिले। NTA पर लगे सेशन 2 में गड़बड़ी के आरोप JEE Main सेशन 2 की प्रोविजनल आंसर की जारी होने के साथ ही NTA पर परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगने लगे थे। NTA पहले ही एग्जाम से 12 सवाल ड्रॉप कर चुका है। इसके बाद और 9 सवालों को लेकर स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट्स चिंता जता रहे हैं। ऐसे में कुल 21 सवालों के ड्रॉप होने के चांसेज हैं। एक्‍सपर्ट्स ने कहा कि एग्जाम में कुल 90 सवाल होते हैं जिनमें से 75 अटेम्प्ट करने होते हैं। इनमें से अगर 21 सवाल ड्रॉप करके कैंडिडेट्स को 4-4 मार्क्स बांट दिए जाएं तो कॉम्पिटिशन की गुंजाइश खत्म हो जाती है। इस तरह 28% सवाल ड्रॉप होंगे यानी एक चौथाई से भी ज्यादा सवालों के लिए सभी कैंडिडेट्स को मार्क्स बांट दिए जाएंगे। NTA ने दिया आरोपों का जवाब ऑफिशियल X हेंडल पर NTA ने लिखा, ‘NTA हमेशा एक ट्रांसपेरेंट एग्जामिनेशन प्रोसेस फॉलो करता है। इसलिए जैसे ही प्रोविजनल आंसर की जारी की जाती है कैंडिडेट्स अपने रिकॉर्डेड रिस्पॉन्स भी देख सकते हैं। इसी के साथ आंसर की को लेकर जो भी ऑब्जेक्शन उठाएं जाते हैं NTA उन सभी को गंभीरता से देख रहा है।’ NTA ने आगे लिखा कि आंसर की को चैलेंज करने का प्रोसेस फेयर और रिलाएबल सिस्टम है। इस प्रोसेस का उद्देश्य यही है कि कोई गड़बड़ होने पर कैंडिडेट्स को बराबर मौका दिया जा सके। JEE मेन्स सेशन 2 की बात करे तो जो आंसर की अपलोड की गई है वो सिर्फ प्रोविजनल है। अभी फाइनल आंसर की अपलोड नहीं की गई है। फाइनल आंसर की से मैच करके ही स्कोर कैलकुलेट किया जाना चाहिए। प्रोविजनल आंसर की के आधार पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना ठीक नहीं है। इसी के साथ NTA ने स्टूडेंट्स को सलाह देते हुए कहा कि किसी भी रिपोर्ट से भ्रमित न हों।

लखनऊ में भयंकर तूफान, सैकड़ों पेड़ गिरे:मेरठ में 2 मकान ढहे, मां-बेटी की मौत; 10 जिलों में बारिश, 48 शहरों में अलर्ट

लखनऊ में भयंकर तूफान, सैकड़ों पेड़ गिरे:मेरठ में 2 मकान ढहे, मां-बेटी की मौत; 10 जिलों में बारिश, 48 शहरों में अलर्ट लखनऊ में शनिवार तड़के 3 बजे भयंकर तूफान आया। इससे सैकंडों पेड़ गिर गए हैं। इसके चलते रास्ते बंद हो गए हैं। जेसीबी और क्रेन बुलवाकर पेड़ों को हटवाया जा रहा है। हवा इतनी तेज थी कि मकानों पर रखे गमले, सोलर प्लेट और पानी की टंकी तक उड़ गई। कई कॉलोनियों में बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। शुक्रवार को बात करें तो 10 जिलों में शुक्रवार रात तेज बारिश और आंधी का मौसम रहा। यूपी के 48 जिलों में आज बारिश का अलर्ट है।शुक्रवार रात आंधी और तेज बारिश के चलते मुरादाबाद में कई जगह पेड़ गिर गए। बरेली में भी तेज आंधी के साथ बारिश हुई। गाजियाबाद, नोएडा, अमरोहा, बागपत, बिजनौर, संभल में तेज हवा के साथ बारिश हुई। मेरठ में आंधी-बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए। बिजली के खंभे गिर गए। अलग-अलग जगहों पर दो मकान ढह गए। महिला और उसकी 9 माह की बच्ची दबकर मौत हो गई। करीब 10 लोग घायल हुए। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, पहाड़ों पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हुआ है। जिसकी वजह से नोएडा समेत एनसीआर में बारिश हुई। 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। आज 45 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। ईरान से चले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से रुक-रुक कर 20 अप्रैल तक बूंदाबांदी की संभावना है। कल की बारिश की 4 तस्वीरें…

कानपुर मेट्रो ट्रेन के साथ चलाएगी पिंक ऑटो:महिलाएं ही चलाएंगी ऑटो; स्टेशन से पिंक टैक्सी लेकर घर, ऑफिस तक सुरक्षित पहुंचेंगी महिलाएं

कानपुर मेट्रो ट्रेन के साथ चलाएगी पिंक ऑटो:महिलाएं ही चलाएंगी ऑटो; स्टेशन से पिंक टैक्सी लेकर घर, ऑफिस तक सुरक्षित पहुंचेंगी महिलाएं कानपुर मेट्रो जल्द ही शहर के अंदर पिंक ऑटो के संचालन की शुरुआत करने जा रही हैं। इसको लेकर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने तैयारियां भी तेज कर दी हैं। जल्द ही मेट्रो स्टेशन से निकलकर सड़कों पर पिंक ऑटो दौड़ती नजर आएंगी। पहली बार शुरू करने जा रही सर्विस
यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार ने दैनिक भास्कर को बातचीत में बताया कि पहली बार मेट्रो इस तरह की सर्विस की शुरुआत करने जा रही है। मेट्रो स्टेशन से निकलकर महिलाएं पिंक ऑटो के जरिये अपने घर-ऑफिस तक सुरक्षित सफर कर सकेंगी। मेट्रो से होगी मॉनिटरिंग
एमडी के मुताबिक पिंक ऑटो का संचालन जल्द ही शुरू किया जाएगा। पिंक ऑटो का संचालन भी महिलाओं के हाथ में होगा। ताकि सफर के दौरान महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो। पिंक ऑटो की मॉनिटरिंग सीसीटीवी के माध्यम से की जाएगी। हर स्टेशन से संचालित होंगे 10 ऑटो
मेट्रो सोर्सेज के मुताबिक हर स्टेशन पर करीब 10 पिंक ऑटो लगाए जाएंगे। इसमें सिर्फ महिलाएं सफर कर सकेंगी। पिंक ऑटो के जरिये महिलाएं ऑटो पकड़कर स्टेशन तक भी आ सकेंगी। बता दें कि देश में पहली बार मेट्रो द्वारा ऐसी सर्विस की शुरुआत की जा रही है। पैनिक बटन से लैस होंगे पिंक ऑटो
पिंक ऑटो पैनिक बटन से लैस किए जाएंगे। आपात स्थिति में पैसेंजर बटन दबाकर मदद मांग सकते हैं। इस बटन के दबाते ही एंबुलेंस की तरह अलार्म बजेगा। इसका कनेक्शन पुलिस कंट्रोल रूम से भी होगा। महिला पैसेंजर इसमें लगे माइक पर हेल्प भी मांग सकती है। महिला ड्राइवरों का भी होगा वेरिफिकेशन
सुरक्षित सफर के लिए पिंक ऑटो चलाने वाली महिला ड्राइवरों का भी पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा। प्रति किमी के हिसाब से लोगों को फेयर देना होगा। इसके लिए मेट्रो ही रेट निर्धारित करेगा। बता दें कि कानपुर मेट्रो जल्द ही अंडरग्राउंड सेक्शन पर भी संचालित होने जा रही है। 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे। इसके बाद पिंक ऑटो सर्विस की शुरुआत होगी।

NCC कैडेट के पिता बोले- कोच ने जान ली:प्रयागराज में छात्रों का गुस्सा- अमन डूबते समय छटपटाया, सर बोले- खुद ऊपर आएगा

NCC कैडेट के पिता बोले- कोच ने जान ली:प्रयागराज में छात्रों का गुस्सा- अमन डूबते समय छटपटाया, सर बोले- खुद ऊपर आएगा अमन मेरा इकलौता बेटा था, जब मैं ड्यूटी पर रहता, वही घर की जिम्मेदारी संभालता था। अरे गहरी नदी में कौन ट्रेनिंग देता है? उसके दोस्त बता रहे थे, वो गहरे पानी में नहीं जाना चाहता था। कोच ने जबरदस्ती पुश किया, इसी लापरवाही से मेरा बेटा चला गया। यह कहते हुए ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम निरंजन यादव की आंखें भर आती हैं। वह रुंधे हुए गले से कहते हैं- क्या मेरा बेटा वापस आएगा? नहीं आएगा, मगर उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाकर रहूंगा। 20 वर्षीय अमन की 16 अप्रैल को यमुना नदी में ट्रेनिंग के दौरान डूबने से मौत हो गई। वह NCC कैडेट था। अपने कोच की निगरानी में दोस्तों के साथ तैराकी की ट्रेनिंग ले रहा था। अमन की मौत से गुस्साए NCC कॉलेज के छात्रों ने गुरुवार को प्रदर्शन किया। क्या वाकई में NCC कैडेट की मौत कोच की लापरवाही से हुई? पुलिस की जांच में क्या सामने आया? परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम प्रयागराज से 10Km दूर झूंसी पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… गांव के लोग बोले- अमन बहुत अच्छा था
घर के बाहर बरामदे में राम निरंजन बैठे हुए मिले। पड़ोसी उन्हें सांत्वना दे रहे थे। गांव के एक शख्स ने बताया कि गुरुवार सुबह अमन का अंतिम संस्कार किया गया। वह बहुत अच्छा लड़का था। राम निरंजन तो सुल्तानपुर में ट्रैफिक इंस्पेक्टर हैं। वहीं पर रहते हैं, घर का सारा काम अमन ही देखता था। वह पड़ोस में रहने वालों की मदद भी करता था। घर में 3 बेटियां भी हैं, बड़ी बेटी वर्षा BAMS कर रही है, दूसरी शिखा बीएड करके टीचर है, जबकि तीसरी बेटी आस्था BAMS की पढ़ाई कर रही है। अमन सबसे छोटा था। वह इविंग क्रिश्चियन कॉलेज से बीएससी कर रहा था। पिता बोले- 1 दिन पहले ही बात हुई थी
परेशान दिख रहे पिता राम निरंजन से हमने पूछा- आपकी आखिरी बार अमन से बात कब हुई थी? उन्होंने कहा- 15 अप्रैल की शाम को मैंने बेटे को कॉल किया। तब वह मार्केट गया था, किसी दुकान पर था। कुछ खास बात नहीं हुई। मैंने 30 मिनट बाद जब दोबारा काल की, तब उसने बताया कि घर आ गया हूं, पढ़ाई कर रहा हूं। हमारी करीब एक मिनट तक बातचीत हुई। फिर दूसरे दिन 16 अप्रैल को सुबह 6 बजे मेरा मन विचलित था। पता नहीं क्यों मुझे लगा कि बेटे से बात करूं फिर सोचा कि बाद में करूंगा। लेकिन 2 घंटे बाद एक लड़के ने फोन करके बताया कि अमन की हालत गंभीर है, जल्दी से SRN हॉस्पिटल आ जाइए। बेटे को बेसुध देख मेरा कलेजा कांप गया
हमने पूछा- हॉस्पिटल में क्या हुआ? वह कहते हैं- मैं तो घबरा गया था, घर पर कॉल की तो पता चला कि अमन ट्रेनिंग पर गया, अभी लौटा नहीं है। इसके बाद मैं सीधे सुल्तानपुर से प्रयागराज के SRN अस्पताल पहुंचा। बेटा ट्रॉमा सेंटर के हॉल में बेसुध पड़ा था। डॉक्टर ने बताया कि अब वो नहीं रहा। मैं नहीं चाहता था बेटा NCC में जाए
बेटे को बेसुध हालत में देख मेरा कलेजा कांप उठा। इकलौता बेटा जो हम सभी का दुलारा था, उसे स्ट्रेचर पर लेटा देखकर लगा कि मेरी दुनिया ही खत्म हो गई। मैं कभी नहीं चाहता था कि मेरा बेटा NCC में जाए। मगर उसने कहा था कि पापा कई दोस्त रहेंगे, कोई दिक्कत नहीं होगी। आखिर में वही हुआ, जिसका मुझे डर था। अब साथी छात्र की बात छात्र बोले- वो बिगनर था, उसे गहराई में तैरने क्यों भेजा
छात्र ज्ञानेश पांडे ने कहा- अमन NCC की नेवल यूनिट में था। बुधवार को गऊ घाट के पास ट्रेनिंग करने गए थे। NCC के एएनओ के द्वारा अप्वाइंट किए हुए कुछ ट्रेनर हैं, जो इन बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं। छात्रों से रुपए लिए जाते हैं। मगर वहां कोई सेफ्टी इक्विपमेंट नहीं थे, लाइफ जैकेट तक नहीं थी। छात्र अक्सर यूट्यूब से तकनीक सीखकर ट्रेनिंग के लिए जाते हैं। हमें तो ये भी नहीं पता कि जो ट्रेनर वहां पर सिखाते हैं, वह सर्टिफाइड हैं या नहीं। अमन तो बिगनर था, उसे तैरना नहीं आता था। फिर भी उसको गहराई में भेजा गया। वहां जो छात्र मौजूद थे, वह बता रहे थे कि उसने मदद के लिए पुकार लगाई। वो पानी में छटपटा रहा था, हाथ-पैर मार रहा था। मगर वहां मौजूद ट्रेनर ने कहा कि 10 मिनट रुको, खुद ही ऊपर आ जाएगा। 10 मिनट बाद उसकी लाश ऊपर आई। यह घटना पूरी तरह से लापरवाही की है। अब कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल की बात दैनिक भास्कर ने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल ज्योतिका राय से बात की। उन्होंने छात्रों की मां और कॉलेज क्या एक्शन ले रहा है, इसके बारे में बताया… सवाल. छात्र अमन की मौत के लिए जिम्मेदार कौन है?
वाइस प्रिंसिपल. बच्चे सुबह स्विमिंग के लिए जाते थे। वहां बच्चा डूबा तो इसकी जिम्मेदारी तो कॉलेज इंचार्ज की है। प्रिंसिपल साहब तो अभी है नहीं। मैं उनकी अनुपस्थिति में चार्ज पर हूं। सवाल. छात्रों का आक्रोश क्यों है?
वाइस प्रिंसिपल. सिर्फ छात्रों में ही नहीं, टीचर भी आहत हैं। सवाल. अब कॉलेज प्रशासन का क्या एक्शन होगा? वाइस प्रिंसिपल. यह एक दुखद घटना है। छात्रों ने 3 मांगे की हैं। पहली मांग- डॉ.अर्जिन रे को सस्पेंड किया जाए। दूसरी मांग- उन्हें कॉलेज से हटाया जाए। तीसरी मांग- जो बच्चा खत्म हुआ है, उसके परिजनों को मुआवजा दिया जाए। तो अर्जिन रे को हटने हटा दिया है। उनकी जगह प्रो. विवेक भदौरिया को नियुक्त किया गया है। मगर अर्जिन रे को कॉलेज प्रशासन से हमेशा के लिए नहीं निकाल सकता, क्योंकि हम लोगों का सेंट्रल गवर्नमेंट कॉलेज है। प्रिंसिपल साहब के पास भी अथॉरिटी नहीं है कि वह उन्हें निकाल दें। हां, कुछ समय के लिए सस्पेंड कर सकते हैं। सवाल. छात्र 1 करोड़ मुआवजा देने की बात कह रहे हैं? वाइस प्रिंसिपल. अब राशि का तो प्रिंसिपल साहब मंडे को आने के बाद ही देख पाएंगे। हम लोग बैठकर बात करेंगे और मुआवजा अवश्य देंगे। अब NCC हेडक्वार्टर का पक्ष डिप्टी कर्नल ने कहा- तैराकी की ट्रेनिंग हम नहीं करवा रहे
क्या ये ट्रेनिंग NCC करवा रहा था? इस सवाल के साथ दैनिक भास्कर ने NCC ग्रुप हेडक्वार्टर (प्रयागराज) के डिप्टी कर्नल बीपी द्विवेदी से बात की। उन्होंने कहा- ये सही है कि अमन NCC का कैडेट था, लेकिन उसे जो तैराकी की ट्रेनिंग दी जा रही थी, वह NCC की तरफ से नहीं दी जाती। कुछ लोग प्राइवेट लेवल पर तैराकी सिखा रहे थे, इसमें 30 बच्चे थे। इसके लिए हमसे कोई अनुमति नहीं ली गई थीं। NCC के ANO डॉ. अर्जिन रे का मोबाइल ऑफ है। इसके लिए हम कालेज को नोटिस भी दे रहे हैं कि किसकी अनुमति से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा था? NCC की तरफ से कैडेट्स को तैराकी की ट्रेनिंग सेना के कैंटोनमेंट में दी जाती है। अब पुलिस एक्शन कॉलेज हेड, तैराकी ट्रेनर के खिलाफ FIR
पिता राम निरंजन ने मुठ्ठीगंज थाने में तहरीर दी। लिखा- मेरा बेटा NCC नावेल विंग का कैडेट था। कॉलेज के हेड डॉ.अर्जिन रे इस विंग के हेड हैं। डॉ.अर्जिन रे व तैराकी ट्रेनर राजेश निषाद, ऋतिक, नितिन, अनुज निषाद और कुछ लोगों की देखरेख में गऊघाट यमुना नदी में पिछले 20 दिनों से NCC कैडेटों का तैराकी का प्रशिक्षण चल रहा था। बिना किसी तैयारी के यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा था। यहां तक कि कैडेटों को लाइफ जैकेट तक उपलब्ध नहीं कराई गई थी, न ही मेडिकल टीम मौजूद थी। मेरे बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इंस्पेक्टर बोले- लापरवाही की जांच कर रहे
मुट्ठीगंज थाने के इंस्पेक्टर सुनील बाजपेई ने कहा- पिता राम निरंजन यादव की तहरीर पर ECC के असिस्टेंट NCC ऑफिसर डॉ.अर्जिन रे, तैराकी कोच राजेश निषाद, ट्रेनर ऋतिक, नितिन, अनिल निषाद के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मृतक छात्र अमन के पिता ने इन सभी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
…………… घटना से जुड़ी ये मेन खबर भी पढ़ें… NCC कैडेट की यमुना में डूबकर मौत, बिना लाइफ जैकेट के दी जा रही थी तैराकी की ट्रेनिंग प्रयागराज में NCC कैडेट की यमुना नदी में डूबकर मौत हो गई। पिता ने घटना को लेकर कोच पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथी छात्रों ने बताया कि कोच सर बिना लाइफ जैकेट के नदी में तैराकी की ट्रेनिंग कराने ले गए थे। अमन ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज में बीएससी बायो का छात्र था। इसके साथ ही एनएनसी भी कर रहा था। पूरी खबर पढ़ें…

4 घंटे काउंसिलिंग के बाद भी नहीं मानी सास:मेरठ में कहा-मुझे सम्मान चाहिए, बदतर जिंदगी में वापस नहीं जाना; राहुल संग खुश रहूंगी

4 घंटे काउंसिलिंग के बाद भी नहीं मानी सास:मेरठ में कहा-मुझे सम्मान चाहिए, बदतर जिंदगी में वापस नहीं जाना; राहुल संग खुश रहूंगी मुझे सम्मान चाहिए, जो अब मिल रहा है। उस घर में वापस जाकर मुझे पहले से बदतर जिंदगी जीनी पड़ेगी। इसलिए अब मैं वापस नहीं जाना चाहती हूं। पिछले तीन महीने से मैं वहां प्रताड़ना झेल रही थी। बात-बात पर मेरे साथ बदसलूकी की जाती थी। राहुल से बातचीत करने पर ताने दिए जा रहे थे। यह सब बर्दाश्त नहीं होता था, इसीलिए घर छोड़ दिया। अब वहां नहीं जाना। ये कहना है अपना देवी उर्फ अनीता का, जिनकी शुक्रवार रात 4 घंटे तक काउंसिलिंग चली। अधिकारी लगातार उसे समझाते रहे, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थी। अंत में पुलिस ने उसे छोड़ दिया। वह राहुल के साथ कहीं निकल गई है। कहां जा रही है, यह किसी को नहीं बताया। काउंसिलिंग में अनीता ने अधिकारियों से क्या कुछ बताया, पढ़िए रिपोर्ट… मैंने चोरी नहीं की, सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली
अनीता के पति जितेंद्र ने उस पर आरोप लगाए थे कि वह घर से 3.5 लाख नकद और 5 लाख के जेवर लेकर भागी है। लेकिन, काउंसलिंग के दौरान अनीता ने पुलिस अधिकारियों से बताया कि उसके ऊपर लगा चोरी का आरोप झूठा है। वह घर से सिर्फ 200 रुपए लेकर निकली थी। फिर राहुल के साथ चली गई। 20 साल से ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी
अनीता ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से अपनी ख्वाहिशों को मारकर जी रही थी। घर में परिवार वालों के ताने सुनने पड़ते थे। दूसरों के हिसाब से जीना पड़ता था। बच्चों को बड़ा करते-करते अपनी सारी ख्वाहिशें को मार दिया। अब मैं अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीऊंगी। राहुल के साथ खुश रहूंगी। राहुल मेरी भावनाओं को अच्छे से समझता है
राहुल मेरी भावनाओं को अच्छी तरह से समझता है। उसका सम्मान करता है। मैं उसके साथ हमेशा खुश रहेगी। उसने राहुल के साथ 9 दिन बिताए, जिसमें वह राहुल को अच्छी तरह से जान गई है। वह उसके साथ अपना सारा जीवन खुशी के साथ बिता सकती है। बच्चे अपने पिता और परिवार के साथ खुश रहेंगे
काउंसलिंग के दौरान जब अधिकारियों ने अनीता से उसके बच्चों के बारे में कहा तो उसने कहा कि बच्चे अपने पिता और परिवार के साथ खुश रहेंगे। अब वह अपने नए जीवन की शुरुआत करने जा रही है। अनीता को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया था। गुरुवार की सारी रात वह महिला केंद्र में ही रही। यहां घरेलू विवाद में आने वाली महिलाओं को रखा जाता है। उनकी काउंसलिंग होती है। सेंटर के कर्मचारियों ने बताया कि अनीता सारी रात अन्य महिलाओं से दूर ही रही। वह किसी से बात नहीं कर रही थी। 3 दिन बाद भी नहीं मानी तो पुलिस ने छोड़ा
अनीता 16 अप्रैल को दादों थाने पहुंची। उसे अरेस्ट किया गया। उसके बाद दोनों की काउंसिलिंग की गई। अनीता का पति भी उसे ले जाने को तैयार था लेकिन अनीता घर जाने को तैयार नहीं हुई। शुक्रवार को दोबारा उसकी काउंसलिंग कराई गई। लेकिन, वह नहीं मानी, इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया। परिवार के साथ पहुंचे थे गांव के लोग
राहुल और अनीता के सरेंडर करने के बाद मडराक थाने में ही गुरुवार को उसके परिवार के लोगों को बुलाया गया था। अनीता का पति जितेंद्र जब थाने पहुंचा तो उसके साथ गांव के लोग भी पहुंचे थे। यहां लोगों ने अनीता को समझाने की कोशिश की थी। थाने के ही मीटिंग हॉल में गुरुवार को करीब 7 घंटे तक पंचायत हुई थी। अनीता का पति बोला कि वह अपनी पत्नी की गलतियों को माफ करने के लिए तैयार है। वह अपने बच्चों के लिए उसे घर ले जाएगा। पहले की तरह ही साथ रखेगा। लेकिन, अनीता ने घर जाने से मना कर दिया। शाम 7-8 बजे तक थाने में यह समझौता चलता रहा। अब जानिए पूरा मामला…
मडराक के गांव मनोहरपुर कायस्थ निवासी जितेंद्र कुमार की बेटी शिवानी की शादी दादों के गांव नगला मछरिया निवासी ओमवीर के बेटे राहुल से तय हुई थी। गोद भराई की रस्म हो चुकी थी। 16 अप्रैल को बारात आनी थी। दोनों तरफ शादी के कार्ड बंट रहे थे। रिश्तेदार भी आने शुरू हो गए थे। लेकिन, इससे 9 दिन पहले ही 6 अप्रैल को राहुल अपनी होने वाली सास अपना देवी उर्फ अनीता को लेकर फरार हो गया। दोनों परिवारों ने थाने में शिकायत देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। दोनों दिल्ली, बिहार, नेपाल तक घूमते रहे। इसके बाद 16 अप्रैल को इन्होंने दादों थाने में आकर सरेंडर कर दिया। अनीता ने अपनी मर्जी से राहुल के साथ जाने की बात कबूल की। ———————————- ये खबर भी पढ़ें :- अलीगढ़ में सास बोली- दामाद के साथ ही रहूंगी, 7 साल का बच्चा बोला- मां घर चलो “मैं होने वाले दामाद राहुल के साथ ही रहना चाहती हूं, क्योंकि पति मेरे साथ मारपीट करते हैं। मुझे प्रताड़ित करते हैं। मुझे पति के पास नहीं जाना (रोते हुए) है। अब जब तक जिंदा रहूंगी राहुल के साथ ही रहूंगी” पढ़ें पूरी खबर

हर्षा रिछारिया की पदयात्रा बीच में रुकी:राहुल गांधी-धीरेंद्र शास्त्री भी कर चुके हैं पदयात्रा; जानिए इससे क्या हासिल होता है

हर्षा रिछारिया की पदयात्रा बीच में रुकी:राहुल गांधी-धीरेंद्र शास्त्री भी कर चुके हैं पदयात्रा; जानिए इससे क्या हासिल होता है प्रयागराज महाकुंभ से चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया ने 14 अप्रैल को वृंदावन से पदयात्रा शुरू की। 20 अप्रैल को संभल पहुंचने, फिर 21 अप्रैल को यात्रा के समापन का लक्ष्य रखा। हर्षा ने बताया था कि यह यात्रा वह सनातन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निकाल रही हैं। हालांकि, 17 अप्रैल को अलीगढ़ में प्रशासन ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। हर्षा रिछारिया से पहले भी कई राजनीतिक शख्सियतें और पार्टियां भी पदयात्रा निकाल चुकी हैं। सवाल उठता है कि पदयात्रा से क्या हासिल होता है, कब-कब पद यात्राओं ने राज्य सहित देश में हलचल मचाई, भास्कर एक्सप्लेनर में पढ़िए- सवाल 1 : हर्षा रिछारिया के पदयात्रा निकालने का पूरा मामला क्या है? जवाब : हर्षा रिछारिया प्रयागराज महाकुंभ से ही सनातन को लेकर मुखर रही हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। उन्होंने सनातन को बचाने के लिए अप्रैल महीने में पदयात्रा निकालने का ऐलान किया था। हर्षा पदयात्रा क्यों कर रही हैं? इसके जवाब में वो कहती हैं कि युवाओं को सनातन के प्रति जागरूक करना है। ईश्वर मेरे लिए बहुत अच्छा रास्ता बनाता जा रहा है। गांव वाले बहुत अच्छे हैं। बहुत अच्छा खाना बनाकर खिलाया। अलीशा खान पदयात्रा के पहले दिन बुर्का और हिजाब में टीका लगाकर पहुंचीं थीं। हम लोगों के लिए ये गर्व की बात है। दूसरे धर्मों से लोग भी सनातन से जुड़ रहे हैं। हम अपने धर्म का प्रचार कर रहे हैं। किसी की बुराई नहीं कर रहे। अपनी इच्छा से जो भी आना चाहे, उसका स्वागत है। हर्षा रिछारिया की यात्रा में आगे-आगे चलने के लिए जो रथ बनाया गया है उस पर दो संदेश लिखे गए हैं। पहला संदेश- आदरणीय बंधुओं, बाबा साहेब अंबेडकर जयंती पर वृंदावन से हिंदू जोड़ो पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। इसका उद्देश्य सनातन धर्म से विमुक्त हो चुके युवक-युवतियों को वापस अपने धर्म में लाना है। दूसरा संदेश- चलो जोड़ें इतिहास के पन्ने में अपना नाम कि हम नौजवानों ने भी कदम बढ़ाया था, अपने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में, हमने भी अपना फर्ज निभाया था। सवाल 2 : हर्षा रिछारिया की पदयात्रा को अलीगढ़ में क्यों रोक दिया गया? जवाब : हर्षा रिछारिया ने ऐलान किया था वो वृंदावन से यात्रा शुरू कर संभल में अपनी यात्रा समाप्त करेंगी। हालांकि, अब हर्षा संभल नहीं जा पाएंगी। उनकी यात्रा को प्रशासन ने बुलंदशहर से आगे जाने की अनुमति नहीं दी है। नरौरा से स्नान कर वह वापस लौट जाएंगी। यात्रा के रोके जाने के बाद 17 अप्रैल को हर्षा रिछारिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह रो रही हैं। कैप्शन में उन्होंने लिखा- धर्म के रास्ते पर चलना इतना आसान नहीं होता। परीक्षा, त्याग, समर्पण के बिना कुछ प्राप्त नहीं होता। ये आंसू किसी तकलीफ के नहीं हैं बल्कि तीसरे दिन की पदयात्रा पूरी करने और हरिगढ़ (अलीगढ़) पहुंचने की खुशी के हैं। ADM सिटी ने इस यात्रा को रोकने के पीछे वजह बताई कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने ऐसा किया है। अलीगढ़ सीओ सिटी थर्ड अभय कुमार पांडेय के मुताबिक संभल के माहौल को देखते हुए उन्हें संभल न जाने को कहा गया था। वह नरौरा तक ही जाएंगी और गंगा स्नान कर लौट जाएंगी। ऐसा करने के पीछे बताया गया कि उनकी यात्रा आगे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों से होकर गुजरनी थी। ऐसे में, विवाद की स्थिति हो सकती थी। इसी वजह से उन्हें आगे अनुमति नहीं दी गई। सवाल 3 : हर्षा रिछारिया कौन हैं? जवाब : जनवरी 2025 में शुरू हुए प्रयागराज महाकुंभ से पहले हर्षा रिछारिया की पहचान मात्र एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की थी। इंस्टाग्राम पर उनके लाखों फॉलोअर्स थे। फिर आया प्रयागराज महाकुंभ। 13 जनवरी को पहले अमृत स्नान के दौरान हर्षा रिछारिया निरंजनी अखाड़े की झांकी में रथ पर साधु-संतों के साथ बैठी नजर आईं। मीडिया ने उन्हें ‘सुंदर साध्वी’ का टैग दिया। एक मीडिया संस्थान को दी गई बाइट में उन्होंने कहा कि वह संन्यासी या तपस्वी नहीं हैं, बस अखाड़े से जुड़ी होने की वजह से बैठी हैं। हर्षा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद इस बात पर विवाद खड़ा हो गया कि अगर वो साध्वी नहीं हैं तो साधु-संतों ने अपनी झांकी के रथ पर हर्षा को क्यों बैठाया? संतों ने इसे गलत बताया। तब निरंजनी अखाड़े ने सफाई देते हुए हर्षा रिछारिया से अपना पल्ला झाड़ लिया। इस पूरे विवाद में हर्षा रिछारिया खुद को सच्चा सनातनी और सनातन धर्म को आगे बढ़ाने की बात दोहराती रहीं। विवाद बढ़ने पर अंततः उन्हें महाकुंभ छोड़कर जाना पड़ा। सवाल 4 : धार्मिक पदयात्राएं क्यों की जाती हैं? जवाब : धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक किसी पवित्र स्थल तक पैदल पदयात्रा करने से आत्मा शुद्ध हो जाती है। धार्मिक पदयात्रा करने से मानसिक शांति और भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इन्हें अध्यात्म का सफर माना गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि जो कोई भी भगवान शिव, श्री हरि विष्णु और देवी मां के धामों तक पदयात्रा करके पहुंचता है उसको मोक्ष की प्राप्ति होती है। सवाल 5 : भारत में पदयात्राओं का इतिहास कितना पुराना है? जवाब : भारत में धार्मिक और राजनीतिक दोनों ही पदयात्राओं का पुराना इतिहास है। धार्मिक पदयात्राओं की बात करें तो इसका इतिहास उत्तर वैदिक काल तक जाता है। करीब छठी सदी ईसा पूर्व का यह वह समय था, जब लोग तीर्थ स्थानों तक पदयात्रा करते हुए जाते थे। बात राजनीतिक पदयात्राओं की करें तो आधुनिक भारत में महात्मा गांधी का उदाहरण दिया जाता है। महात्मा गांधी ने भारत में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आजादी की लड़ाई में पदयात्रा का सफल रूप से राजनीतिक इस्तेमाल किया था। भारत में एक तरह से राजनीति के संदर्भ में पदयात्रा का जन्म यहीं से माना जाता है। 1930 में जब ब्रिटिश हुकूमत ने भारत के लोगों पर नमक टैक्स लगा दिया, तब महात्मा गांधी ने गुजरात के साबरमती आश्रम से दांडी तक मार्च निकाला था। इस पदयात्रा में वो जहां-जहां से गुजरे लाखों भारतीय उनके साथ जुड़ते गए। फिर 1933 में महात्मा गांधी ने छुआछूत के खिलाफ एक और यात्रा निकाली थी। 1951 में आचार्य विनोबा भावे ने इस राजनीतिक तरीके का इस्तेमाल भूदान आंदोलन में किया था। सवाल 6 : भारत की प्रमुख राजनीतिक यात्राएं कौन-कौन सी रही हैं? जवाब : हाल के कुछ सालों में चर्चा के केंद्र में रही राजनीतिक यात्राओं की बात करें तो 2023 की राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सबसे ऊपर आती है। आजादी के बाद की ऐसी ही कुछ यादगार राजनीतिक यात्राएं- 1983 में चंद्रशेखर की भारत यात्रा- युवा तुर्क के तौर पर पहचाने जाने वाले पूर्व PM चंद्रशेखर ने 1983 में पदयात्रा की थी। कन्याकुमारी से दिल्ली तक की गई इस यात्रा को चंद्रशेखर ने भारत यात्रा नाम दिया था। उनकी यह भारत यात्रा 4,000 किमी से अधिक की थी। 6 जनवरी 1983 को कन्याकुमारी के विवेकानंद स्मारक से शुरू हुई यह यात्रा 25 जून 1984 को दिल्ली के राजघाट पर खत्म हुई। चंद्रशेखर को इस यात्रा का तत्काल राजनीतिक फायदा तो नहीं मिला, लेकिन साल 1990 में वे देश के 8वें प्रधानमंत्री चुने गए। हालांकि मार्च 1991 में बहुमत की कमी के चलते चंद्रशेखर की सरकार गिर गई और उन्होंने PM पद से इस्तीफा दे दिया। 2003 की YSR की यात्रा- 9 अप्रैल 2003 को आंध्र प्रदेश के नेता वाई एस राजशेखर रेड्डी ने 2 महीने की पदयात्रा की शुरुआत की। अपनी 1,500 किमी की इस यात्रा के दौरान वाईएसआर ने 11 जिलों का दौरा किया और कई पब्लिक मीटिंग्स में हिस्सा लिया। यात्रा के दौरान वह लोगों से मिले और उनकी समस्याएं सुनीं। इस यात्रा का फायदा उन्हें 2004 के विधानसभा चुनाव में मिला। 2013 की चंद्रबाबू नायडू की यात्रा- वाई एस रेड्डी की पदयात्रा की वजह से चंद्रबाबू नायडू ने 2004 में CM की कुर्सी गंवाई थी। तेलुगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू ने 2013 में 1,700 किमी लंबी पदयात्रा की। नायडू ने साल 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ा और राज्य के मुख्यमंत्री चुने गए। चंद्रबाबू ने 1989 में भी पदयात्रा की थी। 2017 की दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा- कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सितंबर 2017 में 6 महीने की नर्मदा यात्रा की शुरुआत की। दिसंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कुल 230 विधानसभा सीटों में से 114 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि दोनों ही पार्टियां बहुमत के आंकड़े से 116 से दूर थीं। भाजपा को 109 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बाद में कांग्रेस ने बसपा और सपा से गठबंधन कर सरकार बनाई थी। 2022 की प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा- 2 अक्टूबर 2022 को जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने पदयात्रा की शुरुआत की थी। इस पदयात्रा की शुरुआत उन्होंने पश्चिम चंपारण जिले के ऐतिहासिक भितिहारवा गांव में उस गांधी आश्रम से की, जहां से महात्मा गांधी ने साल 1917 में अपना पहला सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था। पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने भी निकाली थी पदयात्रा: बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने भी नवंबर 2024 में पदयात्रा निकाली थी। पदयात्रा को नाम दिया सनातन हिंदू एकता यात्रा। ये पदयात्रा 21 नवंबर से 29 नवंबर तक बागेश्वर धाम से ओरछा धाम तक चली। यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म की एकता को मजबूत करना और सनातन धर्म का प्रचार करना था। ——————- ये भी पढ़ें: क्या सांप बदला लेता है:मेरठ में युवक को 10 बार काटकर बेड पर पड़ा रहा; यूपी में 5 साल में 3 हजार से ज्यादा मौतें मेरठ में एक युवक को सांप ने 10 बार डसा, जिससे उसकी मौत हो गई। सांप युवक को डसने के बाद वहां से हटा नहीं, उसकी डेडबॉडी के पास दुबककर बैठा रहा। सुबह उठने पर घरवालों ने जब यह देखा, तो शोर मचाने लगे। सपेरे को बुलाकर सांप को हटवाया और युवक को अस्पताल लेकर भागे। वहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। इसे लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। (पढ़ें पूरी खबर)

पति की हत्या-सांप से डसाने वाली रविता की लव स्टोरी:मेरठ में 6 महीने का प्यार, शरीर के जख्म दिखाकर कत्ल के लिए किया तैयार

पति की हत्या-सांप से डसाने वाली रविता की लव स्टोरी:मेरठ में 6 महीने का प्यार, शरीर के जख्म दिखाकर कत्ल के लिए किया तैयार देशभर में चर्चित सौरभ हत्याकांड की तरह अमित को भी उसकी पत्नी ने मार डाला। बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर गला घोंटा। फिर बिस्तर पर सांप रखकर मामले को गुमराह किया। मगर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सच्चाई सामने आ गई। पत्नी रविता और उसका बॉयफ्रेंड अमरदीप जेल भेजे जा चुके हैं। पुलिस पूछताछ में उनकी लव स्टोरी सामने आई है। 6 महीने पहले अमरदीप की 3 बच्चों की मां रविता से मुलाकात हुई थी। दोनों के बीच नजदीकी बढ़ी तो साथ रहने का फैसला किया। रविता ने शरीर के जख्म दिखाकर उसे कत्ल के लिए तैयार किया। वह दोनों पहली बार कहां मिले, कैसे उनका अफेयर अमित के सामने खुला, कब कत्ल की प्लानिंग की? इसे लेकर दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप की टीम ने केस से जुड़े पुलिस अधिकारियों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहली मुलाकात कैसे हुई?
पुलिस कस्टडी में अमरदीप और रविता ने अपनी-अपनी कहानी सुनाई। अलग-अलग कमरों में हुई पूछताछ में दोनों की लव स्टोरी सिर्फ 6 महीने पुरानी सामने आई। सवाल ये उठा कि ऐसा क्या हुआ कि इतने कम समय में दोनों ने अमित को मारने की प्लानिंग कर डाली। अमरदीप ने कहा- करीब 1 साल पहले अमित से एक साइट पर मुलाकात हुई थी। साथ में काम करते थे, तो दोस्त बन गए। ये बात अक्टूबर, 2024 की है, मैंने उससे कहा कि बाजार में अच्छा खाना नहीं मिलता है? तो वह एक दिन मुझे खाना खिलाने के लिए अपने घर लेकर गया। तब पहली बार मेरी रविता से मुलाकात हुई। दाल-भात खाकर मैं वापस आ गया, मगर रविता को कभी भूल नहीं सका। फिर एक दिन मैं अमित को लेने उसके घर गया, तब दोबारा रविता से मुलाकात हुई। उस दिन मैंने अपने मन की बात रविता से कह दी। उसने कुछ जवाब तो नहीं दिया, मगर उसकी आंखों को देखकर लगा कि वह भी तैयार है। मगर मैं डरा हुआ था, इसलिए दोबारा कोशिश नहीं की। इस तरह से एक महीना गुजर गया। फिर एक दिन हमारी बाजार में मुलाकात हो गई। उस दिन मैंने अपना मोबाइल नंबर एक पर्ची पर लिखकर उसको दे दिया। फिर रविता का कॉल आया। हमारे बीच बातचीत शुरू हो गई। रविता ने मुझसे कहा कि अमित मुझे पीटता है, संबंध भी ऐसे बनता है, जैसे मैं उसकी पत्नी नहीं हूं। यह सब सुनकर मैं इमोशनल हो गया। उसने वीडियो कॉल करके अपने शरीर की चोटें भी दिखाई। फिर धीरे-धीरे हमने तय कर लिया कि हम शादी करेंगे। मैं अमित की गैरमौजूदगी में उसके घर भी जाने लगा। 23 मार्च को मुझे अमित ने पीटा, मुझे धमकी दी कि मार देगा
मगर इस बीच अमित को हमारे अफेयर के बारे में मालूम हो गया। दरअसल, उसने हमें साथ में देख लिया था। इसके बाद उसने रविता को बहुत कुछ कहा। 23 मार्च को मेरी और अमित की मुलाकात हुई। तब उसने मेरे साथ मारपीट की। मेरे हाथ में 15 टांके आए। इसके बाद अमित ने मेरे पीछे 4-5 लड़के लगा दिए। जो मुझे रास्ते में दिखते थे और एक-दो लड़के मेरे घर भी आए, मुझे बुलाने के लिए। लेकिन मैं उनके साथ नहीं गया। इसके बाद अमित जहां भी मिलता, धमकी देता कि तुझे मार दूंगा। कहता कि रविता को मार दूंगा उसे काट दूंगा। इधर, रविता ने मुझे बताया कि अमित उसको परेशान कर रहा है। रोज ही झगड़े हो रहे हैं। तब पहले मैंने रविता से कहा- तुम उसको तलाक दे दो, इसके बाद हम लोग शादी कर लेंगे। मगर अमित इसके लिए तैयार नहीं था। वह अड़ गया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं तुम्हें तलाक नहीं दूंगा। इसके बाद रविता ने कहा- मैं ऐसे अमित को छोड़ नहीं सकती हूं। घर-परिवार भी है, उसको रास्ते से हटाना ही होगा। इसके बाद रविता मोबाइल पर मर्डर करने के तरीके सर्च करने लगी। पुलिस को गूगल सर्च हिस्ट्री में लिखा हुआ मिला कि मर्डर करके पुलिस से कैसे बचे? हत्या करने के आसान तरीके। इसी बीच एक दिन किसी पड़ोसी ने अमित को रविता के अफेयर के बारे में फिर से बताया। इस दिन अमित ने रविता के साथ मारपीट की। 5 अप्रैल को रविता का कॉल आया कि तुम एक सांप का बंदोबस्त कर लो। अब अमित को रास्ते से हटाना होगा। इसके बाद अगले 7 दिन, हम दोनों यही सोचते रहे कि कैसे अमित को मारना है। अब हत्या वाले दिन यानी 12 अप्रैल को क्या हुआ… निखिल के जरिए सांप का बंदोबस्त हुआ
लोगों को शक न हो, इसलिए रविता अमित को लेकर रविवार सुबह सहारनपुर में माता शाकंभरी देवी के दर्शन करने चली गई। वहां से वह इंस्टाग्राम पर अपने वीडियो भी पोस्ट करती रही। इधर, अमरदीप सांप का अरेंजमेंट करने में लगा हुआ था। उसने पुलिस को बताया कि मैंने सबसे पहले बहसूमा में रहने वाले राजकुमार नाम के लड़के से बात की। उसने निखिल का नंबर दिया। निखिल ने सपेरे से डील करवाई। सपेरे ने एक हजार रुपए लेकर एक झोले में रखकर सांप दिया। सांप को लेकर घर आ गया। अमित से झगड़ा करके बगल के कमरे में सोने चली गई रविता
उधर, जैसा कि तय किया था, सहारनपुर से लौटने के बाद रविता ने अमित से झगड़ा कर लिया। वह बच्चों को लेकर बगल के कमरे में सोने चली गई। रविता ने मुझे कॉल करके कहा- इसने फिर मेरे साथ मारपीट की है। ये मुझे मार ही डालेगा। आज मामला खत्म करना है। तुम सांप लेकर आ जाओ। इसके बाद मैं उसके घर पहुंच गया, जोकि करीब 600 मीटर दूर था। घर में पूरी तरह से सन्नाटा था। हम दोनों अमित के कमरे में गए। अमित गहरी नींद में सोया हुआ था। हमने सांप को झोले से निकालने की कोशिश की, मगर हम डर गए कि कहीं ये हम लोगों का न डस ले। अचानक से कुछ समझ में नहीं आया। फिर हमने तय किया कि अमित के हाथ-पैर पकड़कर उसका गला दबा देते हैं। रविता ने उसके हाथ पकड़े मैंने अमरदीप का गला दबा दिया। वह हाथ-पैर फेंकता रहा, मगर 3 मिनट में उसका शरीर शांत हो गया। फिर सांप को अमित के बगल में रखकर मैं घर से बाहर निकल गया। पूरा मामला कैसे खुला? बच्चों ने अपने पापा के बेड पर सांप देखा
13 अप्रैल की सुबह रविता का बेटा पापा को उठाने उनके कमरे में गया। देखा तो वहां बिस्तर पर सांप बैठा था। सांप देखकर बेटा चिल्लाने लगा। दूसरे कमरे में सो रही रविता भी अमित के कमरे की तरफ भागती हुई आई। वहां जाकर रोने, चीखने, चिल्लाने का नाटक करने लगी। मौके पर पड़ोसियों की भीड़ लग गई, जब लोगों ने बिस्तर पर जिंदा सांप देखा तो घबरा गए। सभी को लगा कि इसी सांप के डसने से अमित मरा है। लोगों ने सपेरे को बुलवाया किसी तरह सपेरे ने सांप को पकड़ा। मौके पर वनविभाग की टीम भी पहुंची थी। पड़ोसियों, रिश्तेदारों सभी को यकीन हो गया कि सांप ने रातभर अमित को काटा है। उसके शरीर में 10 जगह सांप काटे के निशान मिले, लेकिन अमित के चाचा को कुछ शक हो गया। उन्होंने कहा कि हम अंतिम संस्कार से पहले पोस्टमॉर्टम कराएंगे। पुलिस को बुलाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत होना सामने आया। शरीर में जहर की बात क्लियर नहीं हुई। अब पुलिस ने रविता से पूछताछ शुरू की। रविता ने 5 घंटे पूछताछ करने के बाद सच बताया। अमरदीप का नाम सामने आने के बाद उसको भी अरेस्ट किया गया। रविता के पुलिस को दिए बयान अमित मुझे पीटता था, कहता- वैश्या बना देगा
रविता ने पुलिस से कहा- अमित मेरे साथ मारपीट करता था। मेरा लव अफेयर सामने आने के बाद धमकाता था कि तुझसे धंधा करवाऊंगा। मैं क्या करती। अमित ने ही मेरी अमरदीप से बात कराई थी। अमित मुझे बहुत पीटता था, उसने कहा था कि वो मुझे मार डालेगा। वो मुझे वेश्या बनाना चाहता था। तब मैंने अमरदीप के साथ मिलकर उसको मारने की योजना बनाई। वो सांप लेकर आया। मैंने अमित के हाथ पकड़े, मुंह दबाया और उसका गला अमरदीप ने दबाया। इसके बाद हमने उसकी लाश के नीचे सांप रख दिया। फिर अमरदीप अपने घर चला गया। अमित की मां की बात मेरे बेटे को मार डाला, इन्हें फांसी हो
अमित की मां मुनेश ने कहा- मेरा बेटा तो रविता को रानी बनाकर रखता था। घर के सारे काम करता, पैसे भी कमाकर लाता था, लेकिन रविता का चालचलन शुरू से अच्छा नहीं था, इसलिए उसने अपने आशिक के साथ मिलकर मेरे बेटे की हत्या कर दी। उन दोनों को तो फांसी होना चाहिए, तभी मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी। अमरदीप की मां ने क्या कहा… मेरे बेटे के पैसे नहीं लौटा रहा था अमित
आरोपी अमरदीप की मां धर्मवती ने कहा- अमित ने मेरे बेटे से पैसे उधार लिए थे। मेरा बेटा अपने पैसे मांगता था, लेकिन अमित रकम नहीं दे रहा था। एक दिन अमित ने मेरे बेटे को फोन पर कहीं मिलने बुलाया, कहा कि पैसे ले जाना। जब बेटा पैसे लेने गया तो उसे वहां मारा-पीटा। मेरा बेटा तो अपना पैसा वापस चाहता था, उस पर ये झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। रविता से दोस्ती जैसी कोई बात अमरदीप ने हमें कभी नहीं बताई। हमें इस बारे में कुछ नहीं पता। ————— यह भी पढ़ें :
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