बहुत लोग महाकुंभ में अपनों को छोड़ने आ रहे थे:चिमटे वाले बाबा सिर्फ यू-ट्यूबर्स को पीटते थे; VIDEO में भास्कर रिपोर्टर्स के अनछुए अनुभव

बहुत लोग महाकुंभ में अपनों को छोड़ने आ रहे थे:चिमटे वाले बाबा सिर्फ यू-ट्यूबर्स को पीटते थे; VIDEO में भास्कर रिपोर्टर्स के अनछुए अनुभव प्रयागराज महाकुंभ तमाम यादों के साथ विदाई ले चुका है। दैनिक भास्कर रिपोर्टर्स ढाई महीने महाकुंभ में रहे। दिन-रात पल-पल की अपडेट्स देते रहे। जब कभी श्रद्धालुओं की मदद करने की जरूरत पड़ी तो पीछे नहीं हटे। अब रिपोर्टर्स भी खूबसूरत यादों के साथ ग्राउंड जीरो से लौट चुके हैं। जाते-जाते उन्होंने अपने अनछुए अनुभव साझा किए। VIDEO क्लिक करके देख सकते हैं…

3 साल में 2 कुंभ, एक अर्धकुंभ लगेगा:प्रयागराज से 3 हजार करोड़ ज्यादा उज्जैन सिंहस्थ में खर्च होंगे; आग बुझाने बिछेगी पाइपलाइन

3 साल में 2 कुंभ, एक अर्धकुंभ लगेगा:प्रयागराज से 3 हजार करोड़ ज्यादा उज्जैन सिंहस्थ में खर्च होंगे; आग बुझाने बिछेगी पाइपलाइन प्रयागराज महाकुंभ के बाद 3 साल में नासिक, उज्जैन में सिंहस्थ (कुंभ) और हरिद्वार में अर्धकुंभ लगना है। इन तीनों जगहों पर अखाड़ों और नागा संन्यासियों के दर्शन होंगे। प्रयागराज जैसी श्रद्धालुओं की भीड़ तो यहां नहीं उमड़ेगी, लेकिन यहां की सरकारें महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन की तैयारी में अभी से जुट गई हैं। इसका मुख्य कारण विश्व में प्रयागराज महाकुंभ की प्रसिद्धि और यूपी की इकोनॉमी को मिला फायदा है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड के अफसरों की टीमें प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर स्टडी कर चुकी हैं। इस स्टडी पर तीनों राज्यों की सरकारें तैयारी कर रही हैं। श्रद्धालुओं की संख्या का एनालिसिस किया जा रहा है। प्रयागराज महाकुंभ में सारे रिकॉर्ड भीड़ के टूटे हैं, लिहाजा इस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ के मुताबिक सुविधाओं के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर, सेफ्टी फीचर पर योजनाएं बनाई जा रही हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट अलॉटमेंट किया जा रहा है। सबसे पहले जानिए कब और कहां पर कुंभ या अर्धकुंभ का आयोजन होना है। हरिद्वार में गंगा किनारे 2027 में अर्धकुंभ का आयोजन होगा। यह 6 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक चलेगा। इसी साल नासिक में गोदावरी के किनारे 17 जुलाई से 17 अगस्त के बीच कुंभ होगा। फिर इसके अगले साल यानी 2028 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होगा। यह 27 मार्च से 27 मई तक दो महीने चलेगा। पढ़िए तीनों जगहों पर क्या तैयारी चल रही हैं, प्रयागराज महाकुंभ से यहां के अफसर और सरकारों ने क्या कुछ सीखा, जो यहां काम आएगा- सबसे पहले पढ़िए उज्जैन में सिंहस्थ को लेकर की जा रही तैयारियां- 42 हजार जवान तैनात होंगे, 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे; सड़कें और ओवरब्रिज अभी से बन रहे प्रयागराज महाकुंभ के बाद उज्जैन के सिंहस्थ की ज्यादा चर्चा होती है। प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर लौटे प्रदेश के अधिकारी अब सिंहस्थ-2028 की तैयारियों में जुट गए हैं। मध्यप्रदेश के करीब आधा दर्जन अधिकारी तीन चरणों में महाकुंभ मैनेजमेंट की जानकारी लेने पहुंचे थे। प्रयागराज पहुंचे अधिकारियों ने मुख्य रूप से पुलिस डिप्लॉयमेंट, ट्रैफिक, फायर और क्राउड मैनेजमेंट के साथ जल पुलिस और रेस्क्यू के लिए ड्रोन की व्यवस्था को करीब से समझा है। महाकाल की नगरी उज्जैन में तीन साल बाद 2028 में शिप्रा नदी पर सिंहस्थ कुंभ मेले का आयोजन होगा। सिंहस्थ कुंभ मेला 27 मार्च 2028 से 27 मई 2028 तक है। इस दौरान 9 अप्रैल से 8 मई की तारीखों के बीच 3 शाही स्नान और 7 पर्व स्नान प्रस्तावित हैं। कुंभ मेले में 14 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। दो महीने लंबे इस पर्व का आयोजन करने में लगभग 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इससे पहले साल 2016 में सिंहस्थ का आयोजन हुआ था। जिसमें करीब सात करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। इस बार शाही स्नान में 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इसे देखते हुए अधिकारी अभी से तैयारियों में जुट गए हैं ताकि सामान्य दिनों व पर्वों पर भी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चल सकें। सूत्रों के मुताबिक सिंहस्थ कुंभ में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को शिप्रा नदी तक ज्यादा पैदल न चलना पड़े, इस देखते हुए सभी पार्किंग और व्यवस्थाएं बनाई जा जाएंगी। सीएम से लेकर एसीएस तक ले चुके हैं बैठक सिंहस्थ-2028 को लेकर उज्जैन में 3 हजार करोड़ से अधिक के काम चल रहे हैं। इसके साथ ही करीब 1500 करोड़ के कार्य प्रस्तावित भी है। जिन्हें 2028 से पहले करने का लक्ष्य रखा गया है। शिप्रा नदी में स्नान के लिए 29 किलोमीटर तक नए घाटों का निर्माण किया जाएगा। उज्जैन कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर कई बैठकों का दौर हो चुका है। सीएम से लेकर एसीएस स्तर के अधिकारी खुद उज्जैन पहुंचकर कुंभ को लेकर चल रहे कार्यों और प्रस्तावित कार्य की जानकारी ले चुके है। 2 फरवरी को अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा उज्जैन संभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी निर्माण कार्य 31 दिसंबर 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित कर चुके हैं। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि… सिंहस्थ कुंभ दो माह तक चलेगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 42 हजार से अधिक जवान कुंभ मेले के दौरान तैनात रहेंगे। इसके साथ दो नए थाने महाकाल लोक और तपोभूमि पर बनाए जा रहे हैं। इसी के साथ जगह-जगह छोटी-छोटी चौकियां बनाकर सुरक्षा रखी जाएगी। क्राउड मैनेजमेंट पर रहेगा फोकस सिंहस्थ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान उज्जैन में सैटेलाइट रेलवे स्टेशनों का विकास किया जाएगा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। शिप्रा नदी पर नए पुलों के साथ एनएचएआई (NHAI) द्वारा नए मार्गों का प्रस्ताव रखा गया है। भीड़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन ने सख्त रणनीति अपनाई है। शाही स्नान के दौरान अधिकतम 15 मिनट दिए जाने का फैसला लिया गया है। उज्जैन में भी बनाई जाएगी नई कुंभ नगरी सिंहस्थ-2028 को देखते हुए उज्जैन में जल्द ही एक नई कुंभ नगरी बसने जा रही है। जिसमें इंटर कनेक्टेड चौड़ी सड़कें, डिवाइडर, अंडर ग्राउंड लाइट, अस्पताल, स्कूल, खूबसूरत चौराहे सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी। खास बात ये है कि ये सभी निर्माण स्थायी होंगे। यानी कुंभ के बाद इन्हें तोड़ा नहीं जाएगा। लैंड पुलिंग से करीब 2378 हेक्टेयर जमीन पर उज्जैन विकास प्राधिकरण नई कुंभ नगरी बसाएगा। मध्य प्रदेश में इस तरह की यह पहली योजना है। जिस पर करीब 2000 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। दरअसल, सिंहस्थ-2028 को लेकर सरकार ने इस बार सिंहस्थ मेला क्षेत्र को स्थायी रूप से विकसित करने का प्लान तैयार किया है। जिससे हर 12 साल में सिंहस्थ की तैयारियों पर खर्च होने वाले करोड़ों रुपए बचेंगे। प्रयागराज कुंभ जैसा रेस्क्यू के लिए होगा ड्रोन का उपयोग उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि प्रयागराज कुंभ मेला अधिकारी और कलेक्टर से मिलकर जानकारी जुटाई गई कि उन्होंने कब से मेले की व्यवस्था बनानी शुरू की थी। उनकी मेजर प्रायोरिटी क्या-क्या थी। उसकी सूची हम लोगों ने ली है। हमारे यहां जो मेजर प्रायोरिटी है वो प्रयागराज के सिमिलर ही है। पानी, साफ-सफाई, शहर का सेनिटेशन, शहर की सुंदरता उनकी टाइमलाइन वैसी ही बनाई गई है। उज्जैन कुंभ को देखते हुए हमने 4 साल पहले ही तैयारियां शुरू कर दीं। उज्जैन कुंभ… गर्मियों में आग का खतरा सबसे ज्यादा आईजी उमेश जोगा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में लर्निंग पॉइंट्स के लिए हम लोग तीन चरणों में गए थे। सबसे पहले दिसंबर में डीआईजी, कलेक्टर, कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे थे। दूसरी बार हम लोग गए। इस दौरान मुख्य रूप से पुलिस डिप्लॉयमेंट, ट्रैफिक, फायर और क्राउड मैनेजमेंट के साथ जल पुलिस और रेस्क्यू ड्रोन की व्यवस्था को करीब से समझा। पुलिस का प्रशिक्षण कैसा हो, यह भी लर्निंग का हमारा पॉइंट था। इसी प्रकार उज्जैन की पुलिस को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि उज्जैन कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रयागराज में किस तरह से इंटेलिजेंट का उपयोग किया गया। साइबर टेक्नोलॉजी सहित आधुनिक उपकरणों का उपयोग। प्रयागराज की भौगोलिक स्थिति अलग है। उज्जैन में काफी हद तक रहवासी इलाके में मेला होगा। जबकि प्रयागराज में पूरा इलाका मैदान नुमा है। रेलवे स्टेशन से आने वाले श्रद्धालुओं और एयरपोर्ट से उज्जैन तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के रास्तों की जानकारी और उन्हें सभी मार्गों में किस तरह से व्यवस्थाएं लगानी है इस पर भी मंथन चल रहा है। मेला क्षेत्र में फायर ब्रिगेड की पाइप लाइन बिछाई जाएगी
प्रयागराज कुंभ में तीन से चार बार आग लगी थी। उज्जैन में होने वाला कुंभ गर्मी के सीजन में होगा। जिसके चलते यहां भी इसके बचाव के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। उनकी व्यवस्थाओं की स्टडी की गई है। जैसे फायर स्टेशन, पुलिस के रुकने का स्थान और दूसरी अन्य व्यवस्थाओं को एक साथ मर्ज किया गया था। जिसमें कम्युनिकेशन बहुत इजी हो जाता है। तत्काल मौके पर पहुंचकर आपातकाल की घटना में एक साथ टीम रेस्क्यू शुरू कर सकती है। प्रयागराज कुंभ में एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम भी बनाया गया था। जैसे भीड़ नियंत्रण के लिए पर स्क्वायर मीटर में कितने श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, उसका अलर्ट भी मिलता रहा। उसके आधार पर कब श्रद्धालुओं को किधर निकलना, किस रोड पर उनको डायवर्ट करना, यह सब कुछ पता चला सका। अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा के मुताबिक, आपदा प्रबंधन के लिए अधिकतम रिस्पांस समय 15 मिनट रहेगा। आग लगने की घटनाओं को तत्काल रूप से रोकने के लिए मेला क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई जाएगी। नासिक कुंभ के लिए तैयारियां… प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर नासिक कुंभ को हाईटेक करने की तैयारी 14 फरवरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरे परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचकर महाकुंभ में डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। बीते 26 फरवरी को देवेंद्र फडणवीस ने प्रयागराज महाकुंभ के बाद 2027 नासिक में होने वाले कुंभ को लेकर एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि नासिक कुंभ मेला 2027 हाईटेक होगा। फडणवीस ने सीएम योगी को बधाई देते हुए कहा था- यह सिर्फ महाकुंभ नहीं था, यह प्रौद्योगिकी-सक्षम कुंभ था। महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ से सबक लेते हुए हमने नासिक कुंभ की योजना बनानी शुरू कर दी है। सीएम फडणवीस की बैठक को लेकर कहा कि सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। रेलवे और नागरिक उड्डयन के अधिकारी भी मौजूद थे। नासिक की सड़कों को चौड़ा करने, नासिक रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाने और नासिक हवाई अड्डे पर निजी विमानों की पार्किंग पर चर्चा की गई। मंत्री ने आगे बताया कि नासिक रिंग रोड परियोजना के लिए काम शुरू किया गया। प्रयागराज में हमारे 25 अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने हमारे साथ अपने अनुभव साझा किए। पर्याप्त बजट आवंटित किया जाएगा और हमें उम्मीद है कि नासिक कुंभ में लगभग 15 करोड़ लोग मौजूद रहेंगे। साथ ही प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर एक अलग कानून बनाया जाएगा। हरिद्वार अर्धकुंभ की तैयारियां… अर्धकुंभ को लेकर हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा कॉरिडोर के निर्माण में तेजी हरिद्वार में अप्रैल 2027 में होने वाले अर्ध कुंभ को लेकर उत्तराखंड सरकार ने भी तैयारियों पर जोर देना शुरू कर दिया है। 2027 के आयोजन को देखते हुए हरिद्वार और ऋषिकेश में बन रहे गंगा कॉरिडोर के निर्माण में भी तेजी लाई जा रही है। यह बात उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताई। सीएम ने बताया कि गंगा कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसके तहत गंगा तटों के सुंदरीकरण, घाटों के विस्तार, प्रकाश व्यवस्था और आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है। कुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं, इसलिए यातायात व्यवस्था और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। दैनिक भास्कर प्रयागराज महाकुंभ की तरह आने वाले अर्धकुंभ और सिंहस्थ का भी कवरेज करेगा दैनिक भास्कर की टीम ने प्रयागराज महाकुंभ में सबसे बेहतरीन कवरेज किया। हमने महाकुंभ के हर रंग को दिखाया। पल–पल की अपडेट दी। कुंभ मेले के बसने से लेकर उजड़ने तक की कहानी हमने रीडर्स तक पहुंचाई। दैनिक भास्कर की टीम आने वाले हरिद्वार के अर्धकुंभ, नासिक और उज्जैन के सिंहस्थ की कवरेज इसी तरह से करेगी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ के बाद संगम क्षेत्र में विशेष सफाई अभियान:7 दिन चलेगा अभियान, अवैध कब्जे और होर्डिंग्स हटेंगे; मोहल्लों की गलियों में चलेगी सफाई मुहिम प्रयागराज में महाकुंभ के समापन के बाद संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान सात दिन तक चलेगा। महापौर उमेश चंद्र (गणेश केसरवानी) ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मेला क्षेत्र से जुड़े मोहल्लों, पार्किंग स्थलों और सड़कों की सफाई के निर्देश दिए। अवैध कब्जे और अतिक्रमण हटाने का भी आदेश दिया। दोबारा हुए कब्जों के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा जाएगा। पढ़ें पूरी खबर

मेरठ में बुजुर्ग की हत्या से पहले का VIDEO:नाती ने नाना को सड़क पर गिराकर पीटा, फिर चाकू से वार करके मार डाला

मेरठ में बुजुर्ग की हत्या से पहले का VIDEO:नाती ने नाना को सड़क पर गिराकर पीटा, फिर चाकू से वार करके मार डाला मेरठ में 1500 रुपए के लिए बीच चौराहे पर नाना की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। उसने पशु काटने वाले चाकू से पेट में लगातार 5 वार किए। लहूलुहान होकर सड़क पर गिरे तो नाती फरार हो गया। अब मर्डर का VIDEO सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि युवक अपने कारोबारी नाना से रुपए मांगता है और नहीं देने पर सरे बाजार मारपीट शुरू कर देता है। जमीन पर गिरा देता है फिर लात-घूसों से पीटता है। युवक का तब भी मन नहीं भरता है। लोगों ने समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना। लास्ट में बुजुर्ग को चाकू से हमला करके मार डालता है। पहले 2 तस्वीरें देखिए… अब पढ़िए पूरा मामला थाना ब्रहमपुरी चमार वाली गली निवासी 65 साल के हाजी ग्यासुद्दीन कपड़ा कारोबारी थे। रविवार शाम 4 बजे लिसाड़ी गेट निवासी अपनी चचेरी बहन के घर रमजान पर मिलने गए थे। जब वो बहन के घर से वापस जा रहे थे, तभी रास्ते में लिसाड़ी गेट चौराहे पर उन्हें उनके नाती कासिफ ने घेर लिया। उसने पहले पैसे मांगे, फिर चाकू से पेट में ताबड़तोड़ वार कर दिया। हमले से वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। आसपास के लोगों ने कासिफ को दौड़ाया, लेकिन वह भाग गया। पुलिस ग्यासुद्दीन को लेकर अस्पताल गई। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पहले पीटा फिर चाकू से कर दिया हमला
पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने बताया कि ग्यासुद्दीन का उसकी चचेरी भांजी के बेटे 22 वर्षीय कासिफ से 1500 रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद था। रविवार को नाना को रास्ते में देखकर कासिफ पैसों को लेकर झगड़ा करने लगा। कासिफ ने पहले नाना को पीटा, फिर उनपर चाकू से हमला किया। 6 घंटे में ही अरेस्ट हुआ आरोपी
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया लिसाड़ी गेट थाना पुलिस हत्या की सूचना पर मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी थी। मृतक के परिजनों की तहरीर, सीसीटीवी की जांच और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने रविवार देर रात ही आरोपी कासिफ को अरेस्ट कर लिया। आरोपी को सोमवार को जेल भेज दिया। मात्र 6 घंटे में पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर केस का खुलासा कर दिया। पता चला कि कासिफ ने ग्यासुद्दीन को 1500 रुपयों की उधारी मांगने के कारण मार डाला। ……………………… ये खबर भी पढ़ें… बोर्ड परीक्षा देने जा रहीं 3 छात्राओं की मौत: महाराजगंज में 100 की स्पीड में बोलेरो का टायर फटा, बेकाबू होकर पलटी, 11 गंभीर महाराजगंज में टायर फटने से बोलेरो बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में तीन छात्राओं की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर समेत 11 छात्राएं घायल हो गईं। छात्राएं 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने जा रही थीं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हादसा बृजमनगंज थाना क्षेत्र के सिकंदरा जीतपुर स्थित पेट्रोल पंप के पास हुआ। पढ़िए पूरी खबर

मेरठ में इमाम से मारपीट का वीडियो वायरल:लिसाड़ी गेट की घटना, एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचा पीड़ित पक्ष

मेरठ में इमाम से मारपीट का वीडियो वायरल:लिसाड़ी गेट की घटना, एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचा पीड़ित पक्ष मेरठ में चंदा मांगने गए इमाम के साथ मारपीट करने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जिसमें कुछ लोग एक जगह खड़े दिख रहे हैं। तभी अंदर से एक व्यक्ति बाहर आता दिखता है जो मारपीट कर देता है। पिटने वाला व्यक्ति मस्जिद के इमाम बताए जा रहे हैं। वहीं आरोपी क्षेत्र का सट्‌टा माफिया बताया जा रहा है। सट्‌टा माफिया ने इमाम को पीटा, हाथ तोड़ा सोमवार को पीड़ित पक्ष की तरफ से कुछ लोग एसएसपी दफ्तर शिकायत लेकर पहुंचे। आरोप लगाया कि थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के गली नंबर 18 में सट्टा माफिया नम्मू है जो आए दिन लोगों के साथ मारपीट करता है। रविवार 2 मार्च को यहां इलाके में खजूर वाली मस्जिद के इमाम युनूस कुछ लोगों के साथ इलाके में चंदा मांगने गए थे। जब हम नम्मू के घर के पास पहुंचे तो नम्मू और उसके साथी कुछ अज्ञात लोगों ने मिलकर इमाम के साथ मारपीट कर दी, उनका हाथ तोड़ दिया। 2 ग्राम की दाढ़ी लगाकर ऐसे बोल रहे हो पीड़ित इमाम ने बताया कि मैं चंदा मांगने गया था वहां नम्मू जो सट्टा माफिया है उसने मुझसे बदत्तमीजी की, मेरा गिरेबान पकड़ा, मेरा हाथ पकड़कर मुझे गली से बाहर निकाला है। मेरे साथ मारपीट भी की है। मुझसे कहा कि तुम हमारी गली में क्यों आए हो, उसने यह भी कहा कि तुम 2 ग्राम की दाढ़ी लगाकर ऐसे बोल रहे हो। थाना पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने पूरा मामला थाना पुलिस को बताया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई इसी लिए हम सभी क्षेत्र वासी दबंग नम्मू व उसके सभी साथियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग करते हैं। पुलिस पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया। कहा कि क्षेत्र में कुछ गलत होगा तो जिम्मेदारी पुलिस, प्रशासन और नम्मू की होगी पुलिस कर रही मामले की जांच पुलिस शिकायत और वीडियो के आधार पर मामले की जांच में जुट गई है। जो सीसीटीवी सामने आया है उसमें काफी दबंग लोग नजर आ हैं। जिसमें कुछ मारपीट करते भी दिख रहे हैं।
कांग्रेस ने एक्स पर की पोस्ट
वहीं घटना का सीसीटीवी कांग्रेस के एक्स एकाउंट पर शेयर करते हुए घटना की निंदा कर पोस्ट की गई है। लिखा
मेरठ में दबंगों ने एक मौलवी को बुरी तरह पीटा। बताया जा रहा है मारने वाले दबंग सट्टा माफिया भी हैं और मौलवी उनके पास चंदा मांगने गए थे। मारपीट का CCTV फूटेज होने के बावजूद भी अभी तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुआ।
जिस प्रदेश का मुखिया ही मौलवियों को तिरस्कार भरी दृष्टि से देखता है, वहां आमलोग इनका सम्मान कैसे करेंगे? ‘सत्ताभोगी’ बाबा ने इस प्रदेश को अल्पसंख्यकों के लिए विशेष तौर पर बदतर बना दिया है।

लखनऊ में KGMU के डॉक्टरों ने कटे पैर को जोड़ा:7 घंटे तक 13 डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी की, माइक्रोस्कोप से ऑपेरशन हुआ

लखनऊ में KGMU के डॉक्टरों ने कटे पैर को जोड़ा:7 घंटे तक 13 डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी की, माइक्रोस्कोप से ऑपेरशन हुआ KGMU के डॉक्टरों ने गंभीर रूप से चोटिल बाराबंकी के मरीज को नया जीवन दिया हैं। खेती करने के दौरान युवक का पैर अचानक से हार्वेस्टर की चपेट में आ गया। जिससे पैर का तलवा, बाकी शरीर के हिस्से से अलग हो गया। घटना के बाद गंभीर रूप से घायल मरीज को आनन फानन में परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए ट्रॉमा सेंटर रिफर कर दिया गया। KGMU में लाने के बाद डॉक्टरों ने तत्काल ये था पूरा मामला बाराबंकी में 30 साल के दिलीप कुमार 19 फरवरी को खेती कर रहे थे। इस दौरान आलू खोदने की मशीन हार्वेस्टर पर काम करने के दौरान उनके पैर के तलवे का हिस्सा अचानक से कट कर अलग हो गया। हादसे के बाद परिजन आनन फानन में उसे लेकर बाराबंकी जिला अस्पताल पहुंचे। जहां से उसे KGMU ट्रॉमा सेंटर रिफर कर दिया। जिसके बाद परिजन मरीज को सीधे ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे। गोल्डन ऑवर में मरीज पहुंचा अस्पताल घायल मरीज का ऑपरेशन करने वाले प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ.ब्रजेश मिश्र ने बताया कि घायल मरीज के साथ सबसे अच्छी बात ये रही कि गोल्डन ऑवर यानी महज 3 घंटे के भीतर परिजन उसे KGMU ट्रॉमा सेंटर लाने में सफल रहे। ऐसे मामलों में समय बेहद अहम होता हैं। यदि घटना के बाद समय जाया कर दिया गया तब दोबारा से कटे हुए हिस्से को शरीर में जोड़ना लगभग असंभव होता है। समय रहते परिजन मरीज को KGMU लेकर पहुंचे इस मामले में घटना के 3 घंटे के अंदर ही परिजन मरीज को ट्रॉमा सेंटर लाने में कामयाब रहे। साथ ही कटे हुए पैर के हिस्से को भी ठीक तरीके से लेकर पहुंचे थे। ट्रॉमा सेक्टर में मौजूद प्लास्टिक सर्जरी विभाग की टीम ने तत्काल एक्शन मोड में आते हुए मरीज को अटेंड किया शुरुआती जांच और तैयारी के बाद बिना देर किए ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब 7 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में 13 एक्सपर्ट डॉक्टरों समेत कुल 20 लोगों की मेडिकल टीम जुटी रही। माइक्रोस्कोप की निगरानी में हुई सर्जरी ऑपरेशन के दौरान कुछ चीजों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी था। सर्जरी माइक्रोस्कोप की निगरानी में हुई।माइक्रो वैस्कुलर सर्जरी के दौरान बेहद महीन धागों को जोड़ा जाता हैं। ऐसे धागे आमतौर पर आंख से नहीं दिखते। ऐसे में माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ती हैं। इस सर्जरी में भी इसी प्रक्रिया को अमल में लाया गया। 2 यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया कटे हुए भाग के हिस्से में मौजूद कुछ ब्लड को भी बाहर निकाला गया। इस दौरान 2 यूनिट ब्लड चढ़ाना भी पड़ा। पर राहत की बात ये रही कि सर्जरी सफल रही। मरीज तेजी से रिकवर कर रहा हैं। एक से दो दिनों में उसे छुट्टी दे दी जाएगी। डॉक्टरों की ये टीम रही शामिल डॉ. ब्रजेश मिश्रा, डॉ.रवि कुमार, डॉ. गौतम रेड्डी, डॉ.मेहवश खान, डॉ.कर्तिकेय शुक्ला, डॉ. गौरव जैन, डॉ. प्रतिभा राणा, डॉ. अभिनव नकरा और डॉ. राहुल राधाकृष्णन के अलावा एनेस्थीसिया टीम की अगुवाई में डॉ.तन्वी (कंसल्टेंट) ने किया। जिनके साथ डॉ. अनी (सीनियर रेजिडेंट), डॉ. शिखा और डॉ. कंचन (जूनियर रेजिडेंट) भी मौजूद रहीं।

कानपुर में भाजपा नेता के देवर ने किया सुसाइड:आखिरी VIDEO में बोला- पापा मुझे माफ कर देना, बच्चों का ख्याल रखना…थक गया हूं

कानपुर में भाजपा नेता के देवर ने किया सुसाइड:आखिरी VIDEO में बोला- पापा मुझे माफ कर देना, बच्चों का ख्याल रखना…थक गया हूं कानपुर में भाजपा नेता गीता निगम के देवर विशाल ने सोमवार को फांसी लगा ली। विशाल ने फंदे पर लटकने से पहले 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो बनाया, जिसे उन्होंने अपने परिवार और ससुराल वालों को वॉट्सऐप पर भेजा था। वीडियो में विशाल ने कहा- ‘पापा माफी मांगता हूं…। मैंने सबको परेशान किया है। थोड़ा नहीं, बहुत किया है। बस एक रिक्वेस्ट है, बच्चे को संभाल लीजिएगा। मैं अपने बच्चे का गुनहगार हूं। मेरे बच्चे और पूजा को संभालन लेना पापा। मैं खुद से थक गया हूं। मैं जो करने जा रहा हूं, उसमें किसी का रोल नही है।’ परिजन जब तक घर पहुंचे, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर छानबीन की। फिर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। विशाल की भाभी कानपुर में भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने ससुरालवालों को मौत का जिम्मेदार बताया। जबकि विशाल के साले ने कहा कि जीजा कर्ज में डूबे थे। इस वजह से परेशान थे। शायद इसीलिए अपनी जान दे दी। भाभी बोलीं- रात में गया था ससुराल
विशाल निगम (32) एक मोबाइल कंपनी में काम करते थे। विशाल अपनी पत्नी पूजा और बच्चे के साथ ब्रह्मनगर स्थित पैतृक मकान में रह रहे थे। बड़े भाई विकास का अपना बिजनेस है और वो पत्नी और परिवार के साथ हरसहाय कालेज के पीछे रहते हैं। भाभी गीता ने बताया- विशाल रविवार की रात साढ़े 10 बजे कर्रही स्थित अपनी ससुराल गया था। पत्नी पूजा और एक दोस्त पुनीत भी साथ गए थे। पत्नी को उसने मायके छोड़ा और दोस्त पुनीत के साथ उसके घर पर रुक गया था। सोमवार सुबह विशाल अपने घर पर आ गया। जहां वो अकेले ही था। ससुराल में भेजा अंतिम वीडियो
विशाल की भाभी ने बताया- सोमवार दोपहर करीब एक बजे विशाल ने अपने ससुराल वालों को आखिरी 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो भेजा। जिसमें उसने सबसे आखिरी बार माफी मांगी। बच्चे और पत्नी पूजा को संभाल लेने की बात कही। दरवाजा तोड़कर निकलवाया शव
भाजपा नेता गीता निगम ने बताया- मुझे घटना के बारे में ससुराल वालों से ही जानकारी मिली। पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस पहुंची। देखा गेट अंदर से बंद था। इसके बाद पुलिस ने गेट तोड़कर शव को बाहर निकाला। जीजा पर काफी उधारी थी साले सूरज ने बताया- दिसंबर 2023 में दोनों की शादी हुई थी। जीजा विशाल ने किसी को पैसा दिलाया था। लगभग 30 लाख रुपए का अमाउंट था। इसके बाद जिसे पैसा दिलाया था, वो युवक भाग गया। इस कारण जीजा से लोग पैसा मांगने लगे। उस दौरान हम लोगों ने इनकी मदद की थी। काफी ज्वैलरी इन्होंने ले ली थी। सूरज ने बताया- रविवार को विशाल अपने दोस्त के यहां रुके थे और सोमवार सुबह घर पहुंचे। वहां से दोपहर में इन्होंने वीडियो पोस्ट किया था। इसके बाद मैंने विशाल की भाभी को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। इंस्पेक्टर बजरिया अरविंद कुमार शर्मा ने बताया- गेट तोड़कर शव को निकलवाया गया था। किसी भी पक्ष की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है। कोई तहरीर मिलती है तो मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ————– यह खबर भी पढ़िए… यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। पढ़ें पूरी खबर…

राममंदिर को बम से उड़ाने की साजिश, संदिग्ध आतंकी अरेस्ट:2 हैंड ग्रेनेड मिले, मिल्कीपुर के घर में सर्च ऑपरेशन; मां बोली- जमात में गया था

राममंदिर को बम से उड़ाने की साजिश, संदिग्ध आतंकी अरेस्ट:2 हैंड ग्रेनेड मिले, मिल्कीपुर के घर में सर्च ऑपरेशन; मां बोली- जमात में गया था अयोध्या के राम मंदिर को हैंड ग्रेनेड से उड़ाने की साजिश थी। गुजरात ATS ने अब्दुल रहमान नाम के संदिग्ध आतंकी को फरीदाबाद (हरियाणा) से पकड़ा है। उसके पास से 2 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं। सूत्रों का दावा है कि उसके सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों से जुड़े होने के सबूत भी मिले। गुजरात ATS ने फरीदाबाद STF और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीमों के साथ सोहना रोड के पाली इलाके में रविवार रात 4 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच के बाद ATS अब्दुल को अपने साथ गुजरात ले गई। अब्दुल का घर राम मंदिर से सिर्फ 36Km दूर मिल्कीपुर में है। वह राम मंदिर की रेकी भी कर चुका था। ऐसे में यूपी ATS, IB और LIU भी एक्टिव हुए हैं। सोमवार को गुजरात ATS की टीम मिल्कीपुर पहुंची। अब्दुल के घर में सर्च ऑपरेशन चलाया। 2 घंटे तक तलाशी ली। 4 घंटे तक पिता अबू बकर से पूछताछ होती रही। मां ने कहा- अब्दुल मौलानाओं के संपर्क में था। अब दिल्ली की जमात में शामिल होने गया था। फरीदाबाद कैसे पहुंचा, नहीं पता है। अब्दुल क्या शुरू से आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा? वह मिल्कीपुर से कब गया? इन सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल टीम मिल्कीपुर पहुंची… घर के बाहर चिकन शॉप, अब्दुल के परिवार से पूछताछ
गांव मंजनाई के चमनगंज रोड पर अबू बकर का 600 स्क्वायर फिट का घर है। अब्दुल रहमान उनका बेटा है। इस गांव में करीब 200 घर हैं। यह मुस्लिम बस्ती है, यहां 5 घर जायसवाल बिरादरी के भी हैं। घर के बाहर चिकन शॉप है। यह दुकान अबू बकर चलाते हैं। दुकान के बगल से घर के अंदर जाने का रास्ता था, हम अंदर दाखिल हुए। यहां गांव की महिलाएं इकट्‌ठा थीं। घर के अंदर सादे कपड़ों में जांच एजेंसियों के जवान थे। वह पूछताछ कर रहे थे। फिर अब्दुल की मां को लेकर छत पर गए। वहां पर मुआयना करते रहे। इसके बाद लौट गए। मां बोलीं- पहली मार्च को दिल्ली के लिए निकला
हमने अब्दुल की मां आसमीन से बात की। आपका बेटे पर आतंकी होने के आरोप लग रहे हैं, ये आपको कब पता चला? आसमीन ने कहा- अब्दुल पहली मार्च को घर से निकला था। बोला कि दिल्ली में दोस्त से मिलने जा रहा हूं। 3 दिन में लौट आऊंगा। दिल्ली के निजामुद्दीन में कोई मरकज होनी थी, शायद उसमें शामिल होने के लिए गया था। उन्होंने कहा- हम लोग कल रात घर में ही सो रहे थे। रात करीब 12 बजे दरवाजे पर पुलिस आई। कुछ लोग सादे कपड़ों में थे। 25 से 30 लोग थे। अंदर आते ही बोले- आपको बेटा पकड़ा गया है। वो आतंकी है, इसके बाद घर के अंदर सारा सामान उलटने और पलटने लगे। वह कुछ ढूंढ रहे थे। 2 घंटे तक तलाशी लेने के बाद लौट गए। साथ में कुछ पासबुक ले गए। सुबह पिता अबू बकर को हिरासत में लिया
आसमीन ने कहा– सोमवार सुबह 9 बजे पुलिस दोबारा घर आई। मेरे शौहर को अपने साथ लेकर गई। इनायतनगर थाने में अबू बकर को 5 घंटे तक रखा गया। यहां उससे अब्दुल को लेकर पूछताछ होती रही। शाम करीब 4.30 बजे पुलिस ने अबू को छोड़ दिया। दैनिक भास्कर ने जब अबू से पूछा कि क्या अब्दुल से आपकी बात करवाई गई। उन्होंने इनकार किया। उन्होंने कहा- पुलिस वाले जो भी पूछते, मैं जवाब देता रहा। 5 साल से मिल्कीपुर में ई–रिक्शा चला रहा था
एक बार फिर हमने मां आसमीन से बात की। पूछा कि अब्दुल मिल्कीपुर में क्या काम करता था? उन्होंने बताया- वह तो ज्यादातर बीमार ही रहता था। यहां 5 साल से ई–रिक्शा चलाता था। कुचेरा बाजार से किन्हूपुर तक। हर दिन 500 से 700 रुपए कमा लेता था। वह हाईस्कूल तक पढ़ा हुआ है। वह घर का इकलौता लड़का है, उसकी 3 बहनें हैं। बचपन में हमें पता चला कि उसके दिल में छेद है। ऑपरेशन करवाया गया, अब भी दवाएं चलती हैं। मौलाना से मिलने के बाद जमात गया
परिवार के मुताबिक, अब्दुल 6 महीने पहले भी जमात के लिए गया था। 4 महीने वहीं रहा। इससे पहले वह फैजाबाद और वहां से दिल्ली फिर विशाखापट्नम गया। अब्दुल पांच वक्त की नमाज पढ़ता था। वह अयोध्या चौक के रहने वाले हजरत उस्मान मौलाना से मिलने के बारे में अक्सर जिक्र करता रहता था, उन्हीं के संपर्क में आकर वह जमात के लिए भी गया था। विशाखापट्टनम से आने के बाद भी वह बार-बार घर से जमात की बात कहकर आता-जाता रहा था। लेकिन वह वापस आ जाया करता था। ऐसा पहली बार हुआ कि वह लौटा नहीं। अब्दुल को लेकर गांव के लोगों से हमने बातचीत शुरू की। मगर कोई भी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं था। कुछ लोगों ने ऑफ कैमरा बात की। सामने आया कि अब्दुल पहले सबसे मिलता–जुलता था, मगर 6 महीने से उसका व्यवहार बदल गया था। दिन में ई–रिक्शा चलाता। शाम को गांव के 4-5 लड़कों के साथ घूमता रहता था। अब अरेस्टिंग के बारे में जानिए… फरीदाबाद में खंडहर में छिपाए 2 हैंड ग्रेनेड बरामद, गुजरात ATS ने पकड़ा
केंद्रीय एजेंसी के इनपुट के आधार पर फरीदाबाद के सोहना रोड स्थित पाली इलाके में रविवार रात एक खंडहरनुमा मकान से अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी की गई है। करीब 4 घंटे चली जांच के बाद टीमें युवक को अपने साथ ले गईं। हरियाणा में हुई इस कार्रवाई में ATS के DIG सुनील जोशी और DSP एसएल चौधरी की टीम भी शामिल थी। हरियाणा की एजेंसियों को 2 आतंकियों की जानकारी मिली थी। इनमें से एक 19 साल का अब्दुल रहमान है। दूसरा आतंकी फरार हो गया। एजेंसी सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश को अंजाम देने वाला था। वह हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए ही फैजाबाद से फरीदाबाद आया था। वह साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही पकड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के बाद पता चला कि अब्दुल रहमान ISI के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। ISI हैंडलर ने दिए थे हैंड ग्रेनेड
जब अब्दुल रहमान को पकड़ा गया तो उसके पास 2 हैंड ग्रेनेड भी थे, जो उसे ISI के हैंडलर ने ही दिए थे। फरीदाबाद में वह नाम बदलकर छुपा हुआ था। रेड के वक्त अब्दुल ने वहां से भागने की कोशिश की। मगर, टीम ने उसे पकड़ लिया। हालांकि हैंड ग्रेनेड फट न जाए, इसके लिए तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। इस दौरान पूरे इलाके को घेर लिया गया, ताकि कोई आम व्यक्ति करीब न आ सके। इसके बाद हैंड ग्रेनेड डिफ्यूज कर दिए गए। सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठन से जुड़ा अब्दुल
गुजरात ATS ने बताया, अब्दुल रहमान आतंकवादी सोशल मीडिया के जरिए संगठन से जुड़े होने की जानकारी सामने आई थी। गुजरात ATS ने हरियाणा टीम से इसकी गतिविधियों का पता लगाने के लिए पूरा ऑपरेशन चलाया। अब्दुल से कुछ संदिग्ध तरीके के वीडियो भी मिले हैं, जिनके बारे में पूछताछ की गई। ———————– यह खबर भी पढ़िए… यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। पढ़िए पूरी खबर…

मुरादाबाद में सिपाही ने सुसाइड किया:IG पीएसी के आवास पर संतरी की ड्यूटी पर तैनात था सिपाही शिवम

मुरादाबाद में सिपाही ने सुसाइड किया:IG पीएसी के आवास पर संतरी की ड्यूटी पर तैनात था सिपाही शिवम मुरादाबाद में एक सिपाही ने अपनी लाइसेंसी राइफल से गोली मारकर सुसाइड कर ली। घटना सोमवार को शाम साढ़े 5 बजे की बताई जा रही है। सुसाइड करने वाला सिपाही शिवम कुमार IG पीएसी के आवास पर संतरी की ड्यूटी पर तैनात था। इसी बीच सिपाही शिवम ने अचानक अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। आईजी पीएसी (पश्चिमी जोन) के आवास पर अचानक फायर की आवाज सुनकर बाकी स्टाफ तुरंत हरकत में आया। अधिकारी दौड़कर मौके पर पहुंचे तो वहां खून से लथपथ संतरी शिवम की लाश पड़ी थी। गोली लगने के बाद तुरंत बाद शिवम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इंसास रायफल की गोली से सिर के चिथड़े उड़े
इंस्पेक्टर सिविल लाइंस मनीष सक्सेना का कहना है कि सिपाही शिवम के सिर में इंसास राइफल की गोली लगी है। जिसकी वजह से उसके सिर के चीथड़े उड़ गए हैं। पुलिस अभी इस बात को लेकर किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है कि सिपाही शिवम ने खुद को गोली मारी है या फिर अचानक ट्रिगर दब जाने की वजह से कोई हादसा हुआ है। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। पूरी छानबीन और फोरेंसिक पड़ताल के बाद ही सिपाही की डेडबॉडी को मौके से उठाया जाएगा। जॉली नेचर का था शिवम, 2019 में भर्ती हुई
शुरुआती छानबीन में पता चला है कि सिपाही शिवम मूल रूप से बिजनौर जिले का रहने वाला था। वह 2019 बैच का सिपाही था। पुलिस ने मौके पर पूछताछ की तो साथियों ने बताया कि शिवम बेहद जॉली नेचर का था। अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। वह अक्सर साथियों से हंसी मजाक करता रहता था। शिवम के सुसाइड करने की कोई वजह अभी तक सामने नहीं आई है। IPS आशुतोष पर है आईजी पीएसी का चार्ज
मुरादाबाद में पीएसी के पश्चिमी जोन के आईजी का कार्यालय और आवास है। लेकिन यहां काफी समय से किसी अधिकारी की तैनाती नहीं है। ऐसे में पीएसी मुख्यालय पर तैनात आईपीएस आशुतोष कुमार के पास ही आईजी पीएसी पश्चिमी जोन का भी प्रभार है। मुरादाबाद में 24 बटालियन पीएसी के कमांडेंट अमित कुमार यहां पीएसी की बाकी सभी बटालियनों का भी रूटीन का कामकाज देखते हैं। आईजी पीएसी के तैनात नहीं होने की वजह से उनके आवास को गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन रूटीन की तरह यहां रेगुलर एक गार्द और संतरी की ड्यूटी लगती है। खबर अपडेट की जा रही है…..

यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी

यूपी की शहजादी को दुबई में फांसी:15 दिन पहले कहा था- अब्बू अब मेरा जीवन खत्म, बच्चे की हत्या के आरोप में कैद थी UAE में बांदा की महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी गई। विदेश मंत्रालय ने आज, सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से दुबई की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे फांसी की सजा सुनाई थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कोर्ट को बताया कि शहजादी का अंतिम संस्कार 5 मार्च को होगा। मंत्रालय और अबू धाबी स्थित भारतीय दूतावास अंतिम संस्कार के लिए शहजादी परिवार की अबू धाबी जाने में मदद करेगा। शहजादी के पिता ने दो दिन पहले इस मामले में विदेश मंत्रालय (MEA) से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। शहजादी के पिता बोले- बेटी ने कॉल पर बताया था फांसी दी जाएगी
शहजादी के पिता ने कोर्ट में दायर याचिका में दावा किया था कि 14 फरवरी को उनकी बेटी से उन्हें कॉल पर बताया था कि उसे जेल से हॉस्पिटल ट्रांसफर दिया गया है और उसे फांसी की सजा दी जाएगी। उन्होंने अबू धाबी कानून के मुताबिक शहजादी को क्षमादान दिए जाने के लिए अबू धाबी स्थित भारतीय दूतावास को एक लेटर भी लिखा था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब जानिए पूरा मामला… शहजादी बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली की रहने वाली है। दुबई जाने से पहले शहजादी सामाजिक संस्था ‘रोटी बैंक’ में काम करती थी। साल 2021 में उसका फेसबुक के जरिए आगरा में रहने वाले उजैर से संपर्क हुआ। उजैर ने झूठ बोल कर शहजादी को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। शहजादी का चेहरा एक साइड से बचपन में झुलस गया था। शहजादी को दुबई में एक दंपती को बेच दिया उजैर ने चेहरा सही करवाने के लिए शहजादी को आगरा बुला लिया। इसके बाद उसे इलाज करवाने के नाम पर नवंबर, 2021 में दुबई में रहने वाले दंपती फैज और नादिया के हाथों बेच दिया। शहजादी तब झूठ बोलकर दुबई गई थी। दुबई में शहजादी को फैज और नादिया बहुत परेशान करते। उसने कई बार इंडिया आने की सोची लेकिन वो लोग वापस नहीं आने दे रहे थे। दुबई में शहजादी के साथ मारपीट होती थी शहजादी ने पहले बताया था, वो दोनों उसको घर में बंद करके रखते थे। कभी बाहर नहीं निकलने देते, मारपीट करते। फैज और नादिया का एक 4 महीने का बेटा था। जो काफी बीमार रहता था। इसी बीच उसकी मौत हो गई। जिसका इल्जाम फैज और नादिया ने शहजादी पर लगा दिया। पुलिस केस हुआ और शहजादी को जेल भेज दिया गया। बेटी को सलामत रखने की दुआ मांग रहा परिवार
शहजादी का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। शहजादी के अब्बू-अम्मी ने उसको बचाने के लिए सब जगह मदद मांगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब परिवार के लोग, अल्लाह से बेटी को सलामत रखने की दुआ मांग रहे हैं। जब से परिवार को शहजादी को फांसी की सजा होने की जानकारी मिलने के बाद से घर में मातम छाया है। 15 दिन पहले अब्बू से की थी बात
शहजादी ने 15 दिन पहले फोन पर अपने अब्बू-अम्मी से कहा, अब इस कोर्ट- कचहरी के चक्कर में मत पड़ना। कैप्टन आए थे, उन्होंने बताया..टाइम नहीं है मेरे पास। उन्होंने हमें दूसरे रूम में रख दिया है। 2 साल से आप लोगों को नहीं देखा है। हम पर कोई कर्ज नहीं है। आप लोग बिल्कुल टेंशन मत लेना। हमारे साथ तो वैसे भी बहुत एक्सीडेंट हुए हैं। एक आखिरी एक्सीडेंट और हो रहा है, फिर कोई एक्सीडेंट नहीं होगा। आप लोगों को मुझे भूलना पड़ेगा। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है। फोन कट जाएगा, उसके बाद आप लोग परेशान मत होना। वहीं, शहजादी के अब्बू-अम्मी भी फोन पर रोते रहे। दोनों बेटी से माफी मांगते रहे। कहते रहे, हम तेरे लिए कुछ नहीं कर पाए। तुझको नहीं बचा पाए। क्या करें, जो बचा लें तुझको। तू वापस आ जा मेरी बच्ची। यह खबर भी पढ़ें- “अब्बू मुझे कभी भी फांसी हो सकती है, रोना मत”:बांदा की शहजादी ने दुबई जेल से की बात, बोली-अब समय खत्म पापा…मेरा समय खत्म हो गया है। अब हम फोन कर पाएंगे भी या नहीं…कुछ नहीं पता। ये शायद आखिरी कॉल है। इंडिया में जो केस आप लोगों ने किया है, वो वापस ले लेना, ठीक है। आप लोग अच्छे से रहना। किसी से दुश्मनी मोल मत लेना। जो FIR है, वो कैंसिल करवा देना। वकील से कहना, केस वापस ले ले। हमें कुछ नहीं चाहिए, बस सुकून चाहिए। ये बातें बांदा की शहजादी ने अपने अब्बू और अम्मी से फोन पर कही। शहजादी 2 साल से दुबई की जेल में बंद है। उस पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप है। कोर्ट ने 4 महीने पहले शहजादी को फांसी की सजा सुनाई थी। पढ़ें पूरी खबर…

महिला SDM से छीना-झपटी, सपा सांसद पर FIR:औरैया में बहन गिरफ्तार; नकल रोकने गईं थीं अधिकारी

महिला SDM से छीना-झपटी, सपा सांसद पर FIR:औरैया में बहन गिरफ्तार; नकल रोकने गईं थीं अधिकारी औरैया में सपा सांसद के स्कूल में एसडीएम से बदसलूकी की गई। बोर्ड परीक्षा में एसडीएम ने एक छात्रा को नकल करते पकड़ा। उत्तर पुस्तिका जब्त कराई तो छात्रा ने उनका हाथ पकड़ लिया। इस खींचतान में उनका मोबाइल गिरकर टूट गया। एसडीएम गरिमा सोनकिया ने छात्रा को नकल करा रहे स्कूल कर्मचारी को पुलिस बुलाकर थाने भेजा। महिला अधिकारी जब स्कूल से निकलीं तो छात्रों ने उनकी गाड़ी रोक दी। बचाव करने आई पुलिस से अभद्रता की। एसडीएम ने इसकी सूचना जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दी। छात्रों और अभिभावकों ने एसडीएम पर मोबाइल चलाने का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। मामला बिधूना के सिद्धार्थ इंटर कॉलेज का है। ये स्कूल एटा के सपा सांसद देवेश शाक्य का है। उनकी बहन आंचल शाक्य स्कूल की प्रिंसिपल हैं। पुलिस ने सपा सांसद, स्कूल की प्रिंसिपल और एक कर्मचारी पर FIR दर्ज की है। आंचल शाक्य और कर्मचारी कुलदीप कुमार की गिरफ्तारी हो गई है। अब पढ़िए पूरा मामला… स्टेटिक मजिस्ट्रेट राम नारायन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा- आज सिद्धार्थ इंटर कॉलेज भटौरा औरैया में इंटर जीव विज्ञान और गणित की परीक्षा हो रही थी। कमरा नंबर-1 की परीक्षक शाक्य ड्यूटी पर थीं। कमरे के पीछे के गेट से कुलदीप कुमार धागा देने के लिए कक्ष में आए और एक छात्रा से बातचीत करने लगे। तभी एसडीएम गरिमा सोनकिया के साथ स्टेटिक मजिस्ट्रेट वहां आ गए। कुलदीप कुमार जीव विज्ञान की परीक्षा दे रही इंटरमीडिएट की एक छात्रा अपने हाथ में लिए रजिस्टर से देखकर उत्तर बोल-बोल कर लिखवा रहे थे। अभिभावक कार्रवाई का विरोध करने लगे
कुलदीप कुमार के कब्जे से कक्ष निरीक्षकों का ड्यूटी रजिस्टर और इंटरमीडिएट संकलन के रजिस्टर लिए गए। इंटरमीडिएट संकलन के बैंक पेज पर गणित के 5 प्रश्नों के उत्तर लिखे थे। वहीं जीव विज्ञान के 7 प्रश्नों के उत्तर भी लिखे थे। दोनों रजिस्टर को कब्जे में लेकर सील किया गया। परीक्षा छूटने के बाद स्कूल में जो छात्र/छात्राएं परीक्षा दे रहे थे। उनके अभिभावक मौके पर आ गए और उग्र होकर कार्रवाई का विरोध करने लगे। गाड़ियों को घेर लिया गया। कमरे में घुसकर जान बचाई
भीड़ एसडीएम मैंम के ऊपर हमलावर थी। एसडीएम मैम का मोबाइल भी तोड़ दिया। हम लोगों ने किसी तरह कमरे में घुसकर अपनी जान बचाई। प्रधानाचार्य आंचल शाक्य ने भी कार्रवाई का विरोध किया। हम लोगों ने तुरन्त पुलिस को सूचना दी। कई थानों की पुलिस मौके पर आई, तब जाकर हम लोगों की जान बच पाई। शिक्षक कुलदीप कुमार, प्रधानाचार्य आचल शाक्य, मैनेजर देवेश शाक्य के साथ ही स्कूल मैनेजमेंट ने अनुचित संसाधनों से परीक्षार्थी को लाभ पहुंचाया है। कार्रवाई करने पर सरकारी कर्मचारियों का विरोध किया गया। इन तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर से छात्रों की बहस
पेपर छूटने के बाद छात्रों और अभिभावकों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने एसडीएम पर परीक्षा के दौरान 3 घंटे तक मोबाइल चलाने का आरोप लगाया। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ भरत पासवान सहित सर्किल के सभी थानों की फोर्स सिद्धार्थ इंटर कॉलेज पहुंची। डीएम डाक्टर इन्द्रमणि त्रिपाठी और एसपी अभिजीत आर शंकर भी मौके पर पहुंचे। स्कूल प्रबंधन से बात की। इस दौरान स्कूल के बाहर छात्रों और अभिभावकों की भीड़ जमा रही। बिधूना इंस्पेक्टर रवि श्रीवास्तव से उनकी बहस हुई। इंस्पेक्टर ने कहा कि एक तो स्कूल में नकल कराई जा रही है। ऊपर से प्रोटेक्ट कर रहे हो। इसके बाद स्कूल में पीएसी तैनात की गई। स्कूल में इंटर मीडिएट जीव विज्ञान के 44 और गणित के 172 छात्र-छात्राएं पेपर दे रहे थे। जिसमें से एक छात्रा को अनुचित साधन का उपयोग करने पर बुक कर दिया गया है। विद्यालय स्टाफ ने कहा- एसडीएम साहब ने पूरा इशू बनाया
विद्यालय स्टाफ का कहना था कि जब एसडीएम सुबह ही आ गयीं थीं और पूरे समय स्कूल में रुकीं थीं, तो नकल कहां से हो गई। अगर नकल हुई है तो डीवीआर से रिकार्डिंग चेक कर ली जाए। जिस ग्राफ की बात कही जा रही है, वह कापी जमा करने वाले रजिस्टर में किसी तरह रहा गया था। इसको लेकर कुलदीप नाम के लड़के को थाने में बैठाया गया है। एसडीएम साहब ने पूरा इशू बनाया है। छात्रा बोली- SDM ने मुझे गलत तरीके से बुक किया
जिस छात्रा को एसडीएम ने नकल करते पकड़ा, उसने कहा- A कॉपी भरने के बाद उसने B कॉपी ली थी। दोनों को अटैच करने के लिए होल नहीं हो रहा था। तभी सर ने कहा कि अभी होल की मशीन मंगाते हैं। फिर सर होल वाली मशीन लेकर आए और मैंने होल किया। तभी SDM मैम ने देख लिया और ड्यूटी वाली मैम से कुछ लिखने को कहा। उन्होंने लिखने से मना किया तो एसडीएम मैम ने कहा कि आप लिखिए नहीं तो आप के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी वाली मैम ने मेरी कॉपी में कुछ लिखा और पूरे रूम की कॉपी ले ली। छात्रा ने कहा कि मेरे कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे को चैक कर लिया जाए, कहीं कोई चीटिंग नहीं हुई है। मुझे नाजायज बुक किया गया है। SP अभिजीत आर शंकर ने बताया- स्कूल कर्मचारी कुलदीप कुमार और प्रिंसिपल आंचल शाक्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अन्य लोगों के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। सांसद बोले- षडयंत्र के तहत फंसाया गया कॉलेज के प्रबंधक और एटा से सपा के सांसद देवेश शाक्य ने कहा, मेरी राजनैतिक छवि धूमिल की जा रही है। हमें षडयंत्र के तहत फंसाया गया है। अगर मुकदमा दर्ज कराया गया तो हमें एफआईआर की कापी क्यों नही दी जा रही है। एसडीएम व डीएम भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। जब एसडीएम स्कूल में तीन घंटे मौजूद रहीं तो नकल कैसे हो गई? उन्होंने कहा, जब एसडीएम ने खुद को फंसता देखा तो अपना मोबाइल तोड़ दिया। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। 10 मिनट बचे तो कैसे कोई नकल कर लेगा। एक कर्मचारी जो कमरों में धागा बांट रहा था, उसे पहले कमरे से निकाल दिया कि नकल करा रहा है, फिर स्कूल में कहा कि 1 व 8 कमरों को सील करो। यह देख स्कूल में परीक्षा दे रही छात्राएं एसडीएम के पास गईं और कहा कि मैम सीसीटीवी कैमरा चेक करा लो, नकल नहीं हुई है। यह सब देखकर एसडीएम ने अपना मोबाइल तोड़ दिया। सांसद देवेश शाक्य ने कहा, लोकतंत्र पर विश्वास रखता हूं, कल प्रेसवार्ता करूंगा। जिलाधिकारी से हमने बात की तो उन्हें कह दिया कि हमारे ऊपर प्रेशर है। अपर पुलिस अधीक्षक से एफआईआर मांगी, नहीं दी गई। ———————————– ये भी पढ़ें…. रवीना टंडन का यूपी की IPS ने इंटरव्यू लिया:बोलीं- महिला पुलिस शेरनियां हैं, महाकुंभ में कमाल किया; मैं भी IPS बनना चाहती थी ‘मैं फिल्म इंडस्ट्री में बाय डिफॉल्ट आ गई। पुलिस अफसर (IPS) बनना चाहती थी। मैं उस समय किरण बेदी की फैन थी। वो बहुत ही डेयर-डेविल टाइप की पर्सनैलिटी थीं। मैं उनकी कहानियों को सुनती थी, तो उनसे इंस्पायर होती थी। मैं कहती थी कि ग्रेजुएशन के बाद IPS बनूंगी।’ यह बात बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने यूपी पुलिस के पॉडकास्ट ‘Beyond the Badge’ में कही। उन्होंने कहा- महिला पुलिस तो शेरनियां हैं। आप समझिए, मेरे न्यूयॉर्क के दोस्त का मोबाइल चोरी हुआ। महिला पुलिस सिर्फ 30 मिनट में लेकर आ गई। पढ़ें पूरी खबर…