पहचाना नहीं जाएगा, इसलिए दिव्यांग बच्ची से किया रेप:दांतों से 17 जगह काटा, प्राइवेट पार्ट डैमेज; मेरठ में सर्जरी होगी

पहचाना नहीं जाएगा, इसलिए दिव्यांग बच्ची से किया रेप:दांतों से 17 जगह काटा, प्राइवेट पार्ट डैमेज; मेरठ में सर्जरी होगी यूपी के रामपुर जिले में 11 साल की दलित बच्ची से 24 साल के दान सिंह ने ऐसी दरिंदगी की है कि उसे 3 दिन से होश नहीं आया है। मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। पूरे शरीर पर दांत से काटने के 17 निशान हैं। प्राइवेट पार्ट लगभग डैमेज हो गया है। टॉयलेट के लिए पेट के रास्ते दो नलियां (ट्यूब) निकाली गई हैं। डॉक्टरों ने अगले तीन महीने तक ऐसे ही इलाज चलने की बात कही है। आरोपी दान सिंह ने बच्ची के दिव्यांग और मानसिक रूप से कमजोर होने का फायदा उठाया। उसे लगा कि बच्ची बोल नहीं सकती और मानसिक रूप से कमजोर होने की वजह से पहचान भी नहीं पाएगी। वक्त भी ऐसा चुना, जब आसपास खेतों में गेहूं निकालने के लिए थ्रेसिंग मशीनें चल रही थीं। इन्हीं मशीनों के शोर में बच्ची की चीख-पुकार दब गई। बच्ची की हालत कैसी है, परिवारवाले क्या कहते हैं, पुलिस अब क्या एक्शन लेने जा रही है…सिलसिलेवार पूरी रिपोर्ट पढ़िए। सबसे पहले पूरा घटनाक्रम समझिए
रामपुर जिले के सैफनी थाना क्षेत्र में 15 अप्रैल की शाम 11 साल की बच्ची अपनी बहन के साथ खेत पर कंडे (उपले) लेने गई थी। लेकिन, लापता हो गई। परिजन रातभर उसे खोजते रहे। 16 अप्रैल की सुबह बच्ची एक खेत में बेहोशी की हालत में मिली। पूरे शरीर पर जगह-जगह दांत से काटने के निशान थे। प्राइवेट पार्ट लहूलुहान था। बच्ची को तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे रेफर कर दिया। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर गांव के ही दान सिंह को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी है। बच्ची के खेत के पास ही आरोपी का घर
जहां पर बच्ची के खेत हैं, वहां से करीब 100 मीटर दूरी पर ही दान सिंह का घर है। दान सिंह छोटे-मोटे कार्यक्रमों में हलवाई का काम करता है। आरोपी बच्ची के बारे में पूरी तरह वाकिफ था कि वो बोल नहीं सकती। उसमें समझने की क्षमता भी अन्य बच्चों की तरह नहीं है। परिजन उसको मंदबुद्धि बताते हैं। माना जा रहा है कि आरोपी लंबे वक्त से इस बच्ची को नजर गड़ाए था और मौका मिलते ही 15 अप्रैल की देर शाम अंधेरे में उसको उठाकर ले गया। थ्रेसिंग मशीन की आवाज में दब गई बच्ची की चीख
बच्ची के ताऊ ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया, हम रात 12 बजे तक उसे खोजते रहे। जिस खेत में अगली सुबह बच्ची मिली थी, वहां पर भी गए, लेकिन रात में बच्ची वहां नहीं थी। ऐसे में हम ये मान रहे हैं कि आरोपी ने बच्ची के साथ किसी दूसरी जगह दुष्कर्म किया। संभवत: वो पूरी रात उस बच्ची के साथ गंदा काम करता रहा और अगली सुबह उसको खेत में फेंककर चला गया। ताऊ बताते हैं, उस रात आसपास के खेतों में गेहूं थ्रेसिंग का काम चल रहा था। कुछ मशीनें भी चल रही थीं। बच्ची ने अगर शोर मचाया भी होगा तो मशीनों की आवाज में उसकी चीख किसी को सुनाई नहीं दी होगी। आरोपी ये सब बातें अच्छी तरह जानता था। इसलिए उसका अपराध माफी के लायक नहीं है। तीन पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात
16 अप्रैल से पीड़ित बच्ची मेरठ के LLRM मेडिकल कॉलेज के लेबर रूम में भर्ती है। यहां उसकी सुरक्षा के लिए रामपुर पुलिस के तीन जवान हर वक्त मौजूद रहते हैं। सिर्फ खास परिजनों के अलावा अन्य किसी को बच्ची तक नहीं पहुंचने दिया जाता है। फिलहाल बच्ची की मां और उसके ताऊ ही देखरेख कर रहे हैं। मां का लगातार रो-रोकर बुरा हाल है। बेटी के शरीर पर जगह-जगह हैवानियत के निशान मां से देखे नहीं जा रहे। प्राइवेट पार्ट पर हैं गहरी चोटें
बच्ची के ताऊ ने बताया, डॉक्टरों ने गुरुवार को पेट के रास्ते दो नली डाली हैं। जब तक प्राइवेट पार्ट की सर्जरी नहीं हो जाती, तब तक बच्ची इन्हीं नलियों के रास्ते टॉयलेट करेगी। डॉक्टरों ने बताया है कि प्राइवेट पार्ट पर काफी गहरी चोटें हैं। उन्हें ठीक होने में अभी कुछ महीनों का वक्त लग सकता है। फिलहाल डॉक्टरों ने प्राइवेट पार्ट की चोटों पर टांके लगाए हैं। बच्ची के ताऊ ने कहा- बच्ची शाम 6 बजे लापता हो गई थी। रातभर ढूंढा, लेकिन नहीं मिली। अगली सुबह एक व्यक्ति खेत पर शौच करने गया तो वो बेहोश पाई गई। डॉक्टर बोलीं- खून से सने हुए थे कपड़े
बच्ची जब हॉस्पिटल लाई गई, तब कैसी हालत में थी? ये जानने के लिए हमने रामपुर में सरकारी अस्पताल की डॉक्टर अंशु सिंह से बात की। उन्होंने बताया, जब बच्ची हॉस्पिटल आई तो उसके कपड़े पूरी तरह खून से सने हुए थे। हमने उसके कपड़े बदले और खून सने कपड़ों को फोरेंसिक जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया है। उन्होंने बताया, हमने कुछ और सैंपल भी DNA जांच के लिए कलेक्ट किए हैं। बच्ची के पूरे शरीर पर दांतों से काटने के निशान हैं। बच्ची गूंगी है, लेकिन वो इशारों से भी कुछ नहीं बता पा रही थी। डॉक्टर ने मौखिक तौर पर कन्फर्म किया कि पूरे शरीर पर करीब 17 जगह दांत से काटने के निशान थे। SP ने कहा- जल्द लगवाएंगे चार्जशीट, जिससे जल्दी मिले सजा
रामपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) विद्यासागर मिश्रा ने बताया, इस मामले में अज्ञात के खिलाफ BNS की धारा–65(2), पॉक्सो एक्ट की धारा–5M और 6, एससी–एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी दान सिंह पुत्र हरपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये भी उसी गांव का रहने वाला है। पुलिस को घटनास्थल पर एक अंडरवियर मिला है, जो संभवत: आरोपी का हो सकता है। विपक्ष ने सरकार को घेरा राहुल गांधी ने पूछा– कब तक बेटियां दरिंदगी की शिकार होती रहेंगी?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में उप्र सरकार को घेरा है। X पर पोस्ट में उन्होंने लिखा, उत्तर प्रदेश के रामपुर में 11 वर्षीय दलित बेटी के साथ हुई दरिंदगी और क्रूरता बेहद शर्मनाक और झकझोरने वाली है। UP में लगातार ऐसे अपराध साफ़ तौर पर साबित करते हैं कि BJP सरकार में दलित, और विशेष रूप से बेटियां, पूरी तरह असुरक्षित हैं। ये BJP की दलित और महिला विरोधी मानसिकता का ही नतीजा है कि अपराधी कानून व्यवस्था से बेखौफ हैं और पीड़ित लाचार। आखिर कब तक उत्तर प्रदेश की बेटियां ऐसी दरिंदगी का शिकार होती रहेंगी? प्रशासन से सीधी-सीधी मांग है- अपराधी पर कठोर कार्रवाई करे और पीड़िता और उसके परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाए। प्रियंका गांधी बोलीं– भाजपा राज में अत्याचार की सारी हदें पार
वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी X पर लिखा– रामपुर में दलित समाज की एक 10 वर्षीय बच्ची के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दी गईं। बच्ची मानसिक रूप से कमजोर है। न बोल सकती है, न सुन सकती है। उसके पूरे शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया गया। ऐसे घिनौने अपराध पूरी मानवता को शर्मसार करते हैं। इसी तरह यूपी के कासगंज में एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप करने वाले 8 लोग गिरफ्तार किए गए। ​खबरों के अनुसार इनमें बीजेपी का एक नेता भी शामिल है। भाजपा राज में महिलाओं के खिलाफ बर्बरता और अत्याचार की सारी हदें पार हो चुकी हैं। आखिर यह सिलसिला कब खत्म होगा? सांसद चंद्रशेखर बोले– फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले मुकदमा
नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने X पर लिखा– रामपुर जिले में लापता 10 वर्षीय मंदबुद्धि दलित बच्ची अगली सुबह खेत में निर्वस्त्र, बेहोशी की हालत में मिली। शरीर के हर हिस्से पर दांतों से काटे जाने के निशान हैं। प्राइवेट पार्ट लहूलुहान है। मामला इंसानियत को शर्मसार करने वाला और प्रदेश में जंगलराज होने का प्रमाण है। बच्ची की हालत गंभीर है। मैं प्रकृति से बच्ची के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। यूपी सरकार से मांग करता हूं कि दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो। POCSO और SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम की सख़्त धाराओं में मुकदमा चले। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो। पीड़ित बच्ची को सर्वोत्तम इलाज मिले। परिवार स्थायी सरकारी सुरक्षा दी जाए। —————— ये खबर भी पढ़ें… पति को जिस सांप से डसवाया, उसके दांत नहीं थे:शरीर नीला नहीं पड़ने से शक, मेरठ में पोस्टमॉर्टम से पत्नी-बॉयफ्रेंड गिरफ्तार यूपी के मेरठ में पति की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसे छिपाने के लिए पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड ने पति की बॉडी को सांप से कटवाया। दोनों इसमें करीब-करीब सफल भी हो गए थे, लेकिन उनकी साजिश पर पानी फिर गया। सांप पकड़ने के लिए सपेरे बुलाए गए। उन्होंने मौके से वाइपर सांप पकड़ा, लेकिन उसे देखकर बता दिया कि इसके दांत के नीचे जहर की थैली (Poison Gland) नहीं है। उसे निकाल लिया गया है। यानी उस सांप के काटने से इंसान मर ही नहीं सकता। पढ़ें पूरी खबर

प्रेमिका की मौजूदगी में लावारिश की तरह हुआ अंतिम संस्कार:राजघाट पर डोमराजा ने दी चिता को आग; पिता ने शव लेने से कर दिया था इनकार

प्रेमिका की मौजूदगी में लावारिश की तरह हुआ अंतिम संस्कार:राजघाट पर डोमराजा ने दी चिता को आग; पिता ने शव लेने से कर दिया था इनकार गुरुवार की रात पीट-पीटकर जिस प्रदीप कुमार साहनी की हत्या कर दी गई थी वह 8 सालों से अपने घर नहीं जाता था। परिवार के लोग उससे इस कदर नाराज थे कि हत्या के बाद भी नहीं पसीजे। पुलिस ने पिता को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने एक लाइन में कह दिया कि उनका कोई मतलब नहीं। पोस्टमार्टम के बाद जब प्रदीप का शव सौंपने की बारी आयी तो फिर पिता से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया।
परिवार ने शव नहीं लिया तो तथाकथित प्रेमिका ने शव लिया और उसे लेकर राप्ती नदी के किनारे राजघाट पर पहुंच गई। वहां प्रेमिका के परिजन भी थे लेकिन इन सबके बीच प्रदीप के शव का अंतिम संस्कार एक लावारिश शव के रूप में हुआ। श्मशान पर रहने वाले डोमराजा ने पुलिस के कहने पर चिता में आग लगाई। बाकी दूर बैठे रहे।
प्रेमिका के घर ही रहता था प्रदीप
प्रदीप कुमार साहनी सहजनवा थाना क्षेत्र के सेमराडाडी के रहने वाले थे। घर में उनके पिता रमेश कुमार व एक भाई भी हैं। लेकिन वह शिल्पा से इस कदर प्रभावित हुए कि उसी के मायके में रहने लगे। लगातार 8 साल तक उनका अपने घर से कोई मतलब नहीं रहा। आमतौर पर इस दुनिया से जाने के बाद परिवार के लोग स्वीकार कर लेते हैं लेकिन प्रदीप के पिता ने मरने के बाद भी उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
पुलिस को भी नहीं थी उम्मीद
पुलिस को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि प्रदीप के पिता उनका शव लेने से इनकार कर देंगे। पोस्टमार्टम होने के बाद जब शव को सिपुर्द करने की बारी आयी तो प्रदीप साहनी के पिता रमेश कुमार से संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने शव लेने से स्पष्ट मना कर दिया। यह जवाब पुलिस के लिए भी आश्चर्यचकित करने वाला था। फिलहाल प्रदीप का अंतिम संस्कार हो चुका है। अब सवाल यह उठ रहा है कि ब्रह्मभोज कौन करेगा?
घाट पर बैठी रही शिल्पा यादव
शिल्पा यादव के मायके में ही प्रदीप कुमार रहता था। गांव वाले और आसपास के लोग प्रदीप को शिल्पा के प्रेमी के रूप में ही देखते थे लेकिन शिल्पा इस बात से इनकार कर रही है। वह इस बात पर जोर देते नजर आ रही है कि वह न तो लिव इन में प्रदीप के साथ रहती थी और न ही वह उसके प्रेमी थे। शिल्पा का कहना है कि प्रदीप उनका व उनके बच्चों का खर्च भी देखते थे। घर पर ही रहते थे। घर का काम भी करते थे और वीडियो बनाने में सहयोग करते थे। शिल्पा ने कहा कि लोग जो बोल रहे हैं, वो सही नहीं है।
6 लोग हिरासत में, खंगाले जा रही सीडीआर
इस मामले में सहजनवा पुलिस ने मुख्य अभियुक्त राम सिंह से जुड़े 6 लोगों को हिरासत में लिया है। सर्विलांस की मदद से उनके मोबाइल नंबर का सीडीआर खंगाला जा रहा है। इससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। इधर राम सिंह को पकड़ने के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। देर रात तक दबिश जारी रही। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखे गहरे घाव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सिर में गहरा घाव लगने की पुष्टि हुई है। किसी भारी चीज से सिर पर वार किया गया है। माना जा रहा है कि पीछे से सिर पर वार किया गया है। जिससे प्रदीप की मौत हो गई। गांव में चर्चा है कि शिल्पा की लड़ाई में प्रदीप मारा गया।
वायरल हो रहा वीडियो
शिल्पा इस मामले में लगातार अष्टभुजा गिरि पर आरोप लगा रही है। हालांकि अष्टभुजा अभी भी जेल में है। वह गीडा क्षेत्र में राधेकृष्ण होटल चलाता था। इस समय होटल भी बंद है। होटल के रिसेप्शन पर शिल्पा का एक वीडियो सीसीटीवी कैमरे से निकाला गया है। जिसमें वह वहीं काम करने वाली एक अन्य युवती के ब्वायफ्रेंड के साथ नजर आ रही है। यह वीडियो शुक्रवार की सुबह से वायरल हो रहा है।

BHU में धरने पर बैठी छात्रा से मिलने पहुंचे कार्यवाहक-वीसी:जमीन पर बैठकर छात्रा से की बात,उसी सीट पर दावेदारी करने वाले छात्र ने भी शुरू किया धरना

BHU में धरने पर बैठी छात्रा से मिलने पहुंचे कार्यवाहक-वीसी:जमीन पर बैठकर छात्रा से की बात,उसी सीट पर दावेदारी करने वाले छात्र ने भी शुरू किया धरना बीएचयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाकर गुरुवार से धरने पर बैठी हिन्दी विभाग की छात्रा अर्चिता सिंह को करणी सेना का समर्थन भी मिल गया है। वही दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के भाष्करादित्य त्रिपाठी भी वीसी आवास के बाहर महामना की तस्वीर लेकर धरने पर बैठ गये है। अब विश्वविद्यालय में पीएचडी को लेकर यह दूसरा मामला सामने आ गया है जिससे विश्वविद्यालय के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। कार्यवाहक कुलपति पहुंचे रात में छात्रा के पास उधर, विश्वविद्यालय के कार्यवाह कुलपति प्रो. संजय कुमार भी केंद्रीय कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना दे रही छात्रा से मिलने पहुंचे और धरना स्थल पर जमीन पर ही बैठकर उसकी बात सुनी‌। इससे पहले हिन्दी विभागाध्यक्ष और परीक्षा नियंता सहित अन्य अधिकारियों ने अर्चिता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह देर रात तक धरने पर बैठी रही। पीएचडी में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर पिछले दिनों छात्रों के आरोप और आंदोलनों के कारण विश्वविद्यालय की किरकिरी हुई थी। शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी के सामने अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना पड़ा। छात्रा ने कार्यवाहक कुलपति के सामने रखी अपनी बात अर्चिता ने बताया कि हिन्दी पीएचडी में प्रवेश के लिए निर्धारित काउंसिलिंग तिथि पर उपस्थित होकर उसने अपने सभी प्रमाण पत्र जमा किए थे। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) प्रमाण पत्र पिछले वर्ष का था। विभाग द्वारा मांगने पर छात्रा ने शपथपत्र दाखिल कर 31 मार्च तक यह प्रमाण पत्र जमा करने की बात कही‌‌। उसने 29 मार्च को नया ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र ईमेल और हार्ड कापी दोनों माध्यमों से विभाग को सौंप दिया। प्रतीक्षा सूची में प्रथम स्थान पर होने के बावजूद भी उसे प्रवेश नहीं दिया गय। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा अंडरटेकिंग या शपथ पत्र नहीं है नियम अब विश्वविद्यालय का कहना है कि कि अंडरटेकिंग या शपथ पत्र का कोई नियम नहीं है, जबकि कई छात्रों ने समय लेकर अपने प्रमाण पत्र जमा किए हैं। छात्रा का प्रकरण प्रवेश समन्वय समिति को भेजा गया है। वहीं, छात्रा का कहना है कि जब तक प्रवेश नहीं मिलता, धरना स्थल से नहीं हटेगी। अब समझिए उसी सीट पर दावेदारी करके वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठे छात्र ने क्या कहा…. भाष्करादित्य त्रिपाठी ने कहा जिस प्रकार से किसी भी विषय को बिना समझे बूझे राजनीतिक फायदे के लिए दूसरा रंग दे दिया जाता है छात्रों के बीच गलत तथ्य गलत आरोप परोसकर विद्वेष उत्पन्न किया जाता है यह बिल्कुल ही गलत है। विश्वविद्यालय प्रशासन और विभागीय गलतियों का नतीजा छात्र भुगतते है। उन्होंने कहा जब कोई छात्र फार्म भरता है तब ही उसके पार EWS का सार्टिफिकेट होना चाहिए।उन्होंने विभाग के कुछ अध्यापकों पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया कि 1 अप्रैल को विभाग के एक अध्यापक द्वारा छात्रा को बुलाकर उससे एप्लीकेशन लिखवाकर बैक डेट में उसका EWS प्रमाणपत्र स्वीकृत करवा कर उसका अवैधानिक रूप से एडमिशन करवाने का प्रयास किया जाता है। विभाग के कुछ प्रोफेसर पर लगाया मिलीभगत का आरोप जिसकी जानकारी होने पर मैंने विभागाध्यक्ष और विश्वविद्यालय के अधिकारियों को पत्र लिखकर नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की | चूंकि इस अनैतिक कृत्य से मेरे एडमिशन में बाधा उत्पन्न हो रही है और नियमानुसार एडमिशन का मेरा दावा भी बनता है तो इस सम्बन्ध में अपनी सक्रियता जारी रखी और नियमानुसार कार्रवाई की प्रतीक्षा की जो अभी तक लंबित है , छात्रा ने भी अपने स्तर से प्रयास किया और करना भी चाहिए। धरने पर बैठे भाष्करादित्य त्रिपाठी को समझाने के लिए मौके पर डीन आफ स्टू़डेंट सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन उन्होंने कहा कि जबतक एडमिशन नहीं होता धरना जारी रहेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन को दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी छात्रा के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे उन्होंने आरोप लगाया कि हमने सेंट्रल ऑफिस से बाहर से तीन बार कुलपति को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा. इसके बाद हमने हेड को फोन मिलाया उनसे बात की लेकिन उन्होंने बातों को घुमा कर जवाब दिया। 24 घंटे हम बीएचयू प्रशासन को देते हैं कि वह इस बच्ची को एडमिशन दे दे।अगर इस छात्रा का एडमिशन नहीं होता तो करणी सेना बड़ा आंदोलन करेगी, पूरे प्रदेश से करणी सेना के लोग आकर बीएचयू में इस बच्ची का समर्थन करेंगे, बीएचयू प्रशासन को बच्चों को न्याय देना ही होगा।

फतेहपुर मस्जिद गिराने के आदेश पर रोक:HC ने यूपी सरकार से तीन हफ्ते में जवाब मांगा; तालाब भूमि पर अतिक्रमण कर बनी थी

फतेहपुर मस्जिद गिराने के आदेश पर रोक:HC ने यूपी सरकार से तीन हफ्ते में जवाब मांगा; तालाब भूमि पर अतिक्रमण कर बनी थी इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार को फतेहपुर मस्जिद के ध्वस्तीकरण के आदेश पर रोक लगा दी है। साथ ही यूपी सरकार से याचिका पर 2 हफ्ते में जवाब मांगा है। याचिका की अगली सुनवाई 23 मई को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की एकलपीठ ने वक्फ सुन्नी मदीना मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष हैदर अली की याचिका पर दिया। याचिकाकर्ता ने कहा-आपत्ति पर विचार नहीं किया गया
याचिका पर वकील का कहना है कि धारा-67 के तहत केस की कार्रवाई 26 दिन में पूरी कर ली गई। याची को साक्ष्य पेश करने व सुनवाई का मौका नहीं दिया गया। याची की आपत्ति पर विचार नहीं किया गया। ऋषिपाल केस के फैसले के विपरीत 22 अगस्त 24 को ध्वस्तीकरण का मनमाना आदेश दिया गया है। कोर्ट ने मुद्दा विचारणीय माना। याचिका पर वकील का कहना है कि 1976 में ग्राम सभा मलवा ने तीन बिस्वा जमीन दी थी। जिस पर मस्जिद बनी हुई है। जिसे अब तालाब की भूमि बताया जा रहा है। इसी जमीन के एक हिस्से में 6-7 अन्य लोग काबिज हैं, जिन्हें 2021 में हटाने का आदेश हुआ है। लेकिन अब तक उस आदेश पर कोई अमल नहीं हुआ है। जबकि जिस जमीन पर मस्जिद बनी हुई है 26 दिन में सभी कार्यवाही पूरी कर ली गई। तहसीलदार ने जारी किया था नोटिस
तहसीलदार ने तालाब की जमीन बताते हुए नोटिस जारी किया था। आदेश पारित किया। इसके खिलाफ डीएम फतेहपुर के समक्ष मस्जिद कमेटी ने अपील दाखिल की। डीएम ने ध्वस्तीकरण आदेश के खिलाफ अपील खारिज कर दी। डीएम के ध्वस्तीकरण आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। ——————- ये खबर भी पढ़ें- पति को जिस सांप से डसवाया, उसके दांत नहीं थे:शरीर नीला नहीं पड़ने से शक, मेरठ में पोस्टमॉर्टम से पत्नी-बॉयफ्रेंड गिरफ्तार यूपी के मेरठ में पति की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसे छिपाने के लिए पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड ने पति की बॉडी को सांप से कटवाया। दोनों इसमें करीब-करीब सफल भी हो गए थे, लेकिन उनकी साजिश पर पानी फिर गया। पढ़ें पूरी खबर

झांसी में रेलवे ट्रैक पर फंसी कार, ट्रेन ने उड़ाया:ड्राइवर बोला- गूगल मैप ने दिखाई गलत लोकेशन, रेलवे लाइन पर पहुंचाया

झांसी में रेलवे ट्रैक पर फंसी कार, ट्रेन ने उड़ाया:ड्राइवर बोला- गूगल मैप ने दिखाई गलत लोकेशन, रेलवे लाइन पर पहुंचाया झांसी में रेलवे ट्रैक पर कार फंस गई। तभी ट्रेन आ गई, यह देख ड्राइवर समेत 3 लोग कूदकर भाग गए। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोकने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन ने कार को टक्कर मार दी। वहीं सूचना पर पहुंची GRP ने कार सवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब ड्राइवर ने खुद को बचाने के लिए सारा दोष गुगल पर मढ़ दिया है। ड्राइवर का कहना है कि गूगल मैप की गलत लोकेशन के चलते कार रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई, जिससे हादसा हुआ। घटना बुधवार रात झांसी-मानिकपुर रेलवे ट्रैक पर मगरपुर रेलवे स्टेशन के पास की है। हादसे की 2 तस्वीरें देखिए… लोको पायलेट ने ट्रेन रोकने की कोशिश की 16 अप्रैल की रात लगभग 11.30 बजे बुंदेलखंड एक्सप्रेस ग्वालियर से वाराणसी की ओर जा रही थी। झांसी रेल मंडल के मगरपुर रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पहले पटरी पर एक बोलेरो कार पटरी पर आ गई। ट्रेन के लोको पायलट ने ट्रैक पर कार को देखते ही ट्रेन को रोकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी, लेकिन ट्रेन ने कार को टक्कर मार दी। इसके बाद आगे जाकर रुक गई। हादसे की सूचना पर GRP टीम पहुंची। आरपीएफ और जीआरपी ने काफी मशक्कत के बाद कार को ट्रैक से हटाया। करीब एक घंटे की देरी के बाद ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना हुई। कार की नंबर प्लेट से गाड़ी मालिक तक पहुंची पुलिस
सकरार थाना प्रभारी अमीराम सिंह ने बताया कि बुधवार रात करीब 12 बजे की घटना है। कार की नंबर प्लेट से गाड़ी मालिक तक पहुंचे। तालबेहट निवासी ड्राइवर रविंद्र गुर्जर ने बताया कि वह गुगल मैप लगाकर ललितपुर जा रहे थे। कार में हेमंत साहू, ललितपुर और अनुतेंद्र सिंह तालबेहट सवार थे। कार रेलवे ट्रैक की गिट्टियों में फंस गई। फाटक नहीं होने से ट्रेन के आने का पता नहीं चला। कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया- कार ड्राइवर रविंद्र तोमर ने रेलवे के नियमों का उल्लंघन करते हुए पटरी पार की है। ये रेलवे एक्ट के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। ………………………… ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने हत्या की, फिर 10 बार सांप से डसवाया:बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया, दोनों गिरफ्तार; मेरठ में फिर मुस्कान जैसी वारदात मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात फिर हुई है। यहां पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सोते वक्त पति का गला घोंटा, फिर शव के नीचे सांप को दबा दिया। दबे होने पर सांप ने युवक को 10 बार डसा। वारदात के बाद बॉयफ्रेंड को वहां से भगा दिया और खुद दूसरे कमरे में सोने चली गई। पूरी खबर पढ़िए

यूपी की बड़ी खबरें:वाराणसी में पकड़े गए 60 दुर्लभ कछुए; ट्रेन की बोगी में 6 बैग में भरे मिले

यूपी की बड़ी खबरें:वाराणसी में पकड़े गए 60 दुर्लभ कछुए; ट्रेन की बोगी में 6 बैग में भरे मिले वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर देहरादून से हावड़ा (ट्रेन-13010) जा रही ट्रेन में दुर्लभ प्रजाति के 60 कछुए मिले। यह कछुए 6 बैग में रखे हुए थे। जीआरपी ने इन कछुओं को बरामद करके वन विभाग को सौंप दिया है। जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने बताया- कछुओं की कीमत 12 लाख से अधिक है। बैग के साथ कोई व्यक्ति नहीं पकड़ा गया है। कछुओं को बैग में बंद करके शौचालय के पास रखा गया था। पढ़िए पूरी खबर वाराणसी में ट्रेन पर चढ़ते समय महिला का पैर फिसला, RPF सिपाही ने बचाई जान वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की महिला सिपाही ने मां और बेटी की जान बचाई। बेटी को सही सलामत देख बुजुर्ग पिता की आंखें भर आईं। कैंट इंस्पेक्टर संदीप यादव ने बताया कि लोहटिया निवासी ओमप्रकाश, उनकी पत्नी राजकुमारी और बेटी बॉबी चंदौली में शादी में शामिल होने के लिए कैंट स्टेशन के प्लेटफॉर्म आठ से कोटा-पटना एक्सप्रेस में चढ़ रहे थे। इस दौरान उनकी पत्नी प्लेटफॉर्म और ट्रेन के पायदान के बीच फंस गईं। उन्हें बचाने के दौरान बेटी भी किनारे आ गई। यह देख महिला सिपाही बबीता शर्मा ने बिना किसी देरी के बुजुर्ग महिला को खींच लिया। साथ ही बेटी को प्लेटफॉर्म के किनारे से दूर कर दिया। उन्होंने महिला सिपाही का धन्यवाद किया। इस पूरे घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। पढ़िए पूरी खबर… मुजफ्फरनगर में हथियार दिखाकर रील बनाई: ब्लैक स्कॉर्पियो के साथ लाइसेंसी बंदूक से युवक ने बनाया वीडियो, पुलिस जांच में जुटी मुजफ्फरनगर जिले में हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर रील बनाकर अपलोड करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव नावला का है, जहां एक दबंग युवक ने लाइसेंसी बंदूक के साथ वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड किया। वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक ने अपनी काली स्कॉर्पियो और लाइसेंसी हथियार के साथ यह रील बनाई है, जिसका मकसद गांव में अपना रौब जमाना और लोगों के दिलों में दहशत फैलाना बताया जा रहा है। वीडियो में युवक दबंग अंदाज में हथियार लहराते हुए नजर आ रहा है। रील के सार्वजनिक होने के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना है। पढ़िए पूरी खबर… संभल में स्पा सेंटर पर छापा: पूछताछ करने के बाद बैरंग लौटी पुलिस, संचालक बोला- शराब पीकर की लड़कियों से बदतमीजी चंदौसी कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक स्पा सेंटर की शिकायतों के बाद पुलिस ने छापेमारी की। मुखबिर की सूचना पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस को कोई अवैध गतिविधि नहीं मिली। स्पा सेंटर के संचालक ने पुलिस को बताया कि उनके पास पांच मसाज थेरेपिस्ट के लिए वैध लाइसेंस है। सेंटर में विभिन्न प्रकार की मसाज सेवाएं दी जाती हैं, जिनमें अरोमा और थाई मसाज शामिल हैं। ग्राहकों को क्रीम या तेल का विकल्प दिया जाता है। संचालक ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले कुछ नशे में धुत ग्राहकों ने मसाज थेरेपिस्ट के साथ दुर्व्यवहार किया था। स्पा में काम करने वाली थेरेपिस्ट दिल्ली की रहने वाली हैं। यह सेंटर पिछले 4-5 महीनों से संचालित हो रहा है। पढ़िए पूरी खबर…

लखनऊ की सबसे बड़ी टाउनशिप में हाईटेक फैसिलिटी:अंडरग्राउंड बिजली, 100 एकड़ में एजुकेशन सिटी; कार चार्जिंग पॉइंट, 20 हजार ने रजिस्ट्रेशन किया

लखनऊ की सबसे बड़ी टाउनशिप में हाईटेक फैसिलिटी:अंडरग्राउंड बिजली, 100 एकड़ में एजुकेशन सिटी; कार चार्जिंग पॉइंट, 20 हजार ने रजिस्ट्रेशन किया लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) मोहान रोड पर शहर की सबसे बड़ी टाउनशिप बना रहा है। नाम है- अनंत नगर। यह दो गांवों कलिया खेड़ा और प्यारे पुर की जमीनों पर तैयार होगा। लखनऊ जिला मुख्यालय से इसकी दूरी करीब 21 किलोमीटर है। 6 अप्रैल को सीएम योगी आदित्यनाथ के उद्घाटन के बाद अनंत नगर में प्लॉट-फ्लैट के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए। लखनऊ की सबसे बड़ी टाउनशिप होगी तो पास से देखना भी जरूरी है कि ग्राउंड जीरो पर हो क्या रहा है। भास्कर टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि अनंत नगर के डेवलपिंग में तेजी आई है। मशीनों के जरिए जमीन समतल की जा रही है। कहीं सड़क तो कहीं सीवर लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। कई जेसीबी और ट्रैक्टर लगातार चल रहे हैं। एक तरफ काम चल रहा है तो दूसरी तरफ जिनसे जमीनें ली गईं वे लोग नाराज हैं। वे प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार और LDA ने उन्हें धोखे में रखकर यहां काम शुरू करा दिया। उनके मुआवजे में प्रति बीघे 3 से 5 लाख रुपए की कटौती की गई। साथ ही कई ऐसे वादे हैं, जिन्हें पूरा नहीं किया गया। आइए पहले जानते हैं कि नई टाउनशिप का काम कहां तक पहुंचा। उसके बाद जानेंगे किसानों का हाल। पढ़िए रिपोर्ट… पहले जानिए टाउनशिप की लोकेशन अब जानिए अनंत नगर तक कनेक्टिविटी के लिए क्या है और धरातल पर अब तक काम कितना हुआ 1- डेवलप हो रहे शहर तक जाने के लिए बन गईं सड़कें पारा चौराहे से अनंत नगर योजना की दूरी करीब 5 किलोमीटर है। कुछ महीने पहले तक यह दूरी की काफी खराब सड़क से तय करनी होती थी। अब गांव की जगह नई टाउनशिप विकसित की जा रही है तो सड़क चकाचक कर दी गई। बताया गया कि योजना को लॉन्च करने से पहले ही इस संपर्क मार्ग को दुरुस्त कराया गया है। सड़कें पक्की बन गई हैं। हालांकि, अभी योजना के अंदर की रोड पर काम चल रहा है। 2- तीन किलोमीटर पहले से लगे जमीन अधिग्रहण के बोर्ड LDA के अफसरों ने योजना के चारों तरफ जमीनों के अधिग्रहण का बोर्ड लगा दिया है। बोर्डों पर लिखा है- ‘लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा मोहान रोड आवासीय योजना के अंतर्गत ग्राम कलिया खेड़ा और प्यारे पुर की भूमि अधिग्रहीत कर ली गई है।’ ऐसे बोर्ड अनंत नगर पहुंचने से तीन किलोमीटर भी लगाए गए हैं। 3- मौके पर 10 से ज्यादा मशीनें जुटीं काम पर कलिया खेड़ा गांव में जिस स्पॉट पर टीम पहुंची, वहां 12 जेसीबी मशीनें लगी हैं। दोपहर थी तो करीब 15 मजदूर सुस्ता रहे थे। अन्य मजदूर साइट के दूसरे स्पॉट पर थे। मजदूरों से बात करने पर उन्होंने बताया कि अभी जमीन को लेवल किया जा रहा है। इसके लिए दूर-दूर से मिट्टी मंगवाई जा रही है। नई मिट्टी को यहां डालकर जमीन को समतल किया जा रहा है। उसके बाद आगे का काम किया जाएगा। 4- बिछाई जा रही सीवर लाइन, बन रही सड़क नए शहर के सेक्टर अभी से लगभग निर्धारित हैं। इन्हें बांटकर सीवर लाइन बिछाई जा रही है। कई जगह सड़कें बना दी गई हैं। कुछ जगह अभी काम चल रहा है। LDA ने योजना को लॉन्च करने के साथ ही प्रचार-प्रसार भी तेजी से शुरू कर दिया है। योजना के आसपास कई बोर्ड लगा दिए हैं। कुल मिलाकर अभी काम शुरुआती दौर में है। 5- कलिया खेड़ा में LDA का साइट ऑफिस भास्कर की टीम जब कालिया खेड़ा गांव पहुंची तो देखा कि यहां योजना का साइट ऑफिस बनाया गया है। इस ऑफिस में स्थानीय लोग अफसरों के साथ टाउनशिप की चौहद्दी जान-समझ रहे हैं। इसमें कुछ किसान भी मौजूद हैं। अफसरों ने बताया कि ऑफिस में किसानों की शंकाओं का समाधान किया जा रहा है। वहीं, किसानों ने कहा- वादा कुछ था, किया कुछ जा रहा है। अब जानिए यहां प्लॉट लेने का क्या प्रोसेस है… प्लॉट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, लास्ट डेट 3 मई LDA के अनुसार, प्लॉट के लिए तेजी से लोग रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। ये रजिस्ट्रेशन https://registration.ldalucknow.in/#/login पर ऑनलाइन कराए जा रहे हैं। अनंत नगर में प्लॉट के लिए 600 से ज्यादा लोग अब तक रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट 3 मई निर्धारित की गई है। प्लॉट बुकिंग के लिए संपत्ति की कुल कीमत की 5 प्रतिशत फीस ली जा रही है। 20 हजार से ज्यादा लोगों बनाई लॉगइन आईडी प्लॉट बुकिंग की वेबसाइट पर अब तक 20 हजार से ज्यादा लॉगइन आईडी बन चुकी हैं। 8 हजार से ज्यादा लोगों ने 1100 रुपए का ऑनलाइन भुगतान करके पंजीकरण पुस्तिका खरीद ली है। बता दें कि अनंत नगर में छोटे-बड़े 2485 भूखंड और ग्रुप हाउसिंग के तहत 18237 फ्लैट होंगे। ग्रुप हाउसिंग में ईडब्ल्यूएस के 2442 और एलआइजी के 2282 फ्लैट बनाए जाएंगे। पूरा शहर 8 सेक्टर में होगा। अनंत नगर में क्या-क्या सुविधा मिलेगी… सुविधा-1. बिजली सप्लाई के लिए भूमिगत केबल बिछेगी सुविधा-2. 100 एकड़ में 10 हजार स्टूडेंट्स की क्षमता की एजुकेशन सिटी बनेगी सुविधा-3. 130 एकड़ में हरित क्षेत्र विकसित होगा, वेस्ट मैनेजमेंट भी सुविधा-4. ई-वेहिकल के लिए बनेंगे चार्जिंग स्टेशन अब बात किसानों की… दोनों गांवों के किसान दो साल तक धरना दिया अनंत नगर योजना के लिए प्यारे पुर और कलिया खेड़ा के 500 से ज्यादा किसानों से जमीनें ली गई हैं। इन किसानों का कहना है कि उन्हें प्रति बीघे 3 से 5 लाख रुपए की मुआवजे में कटौती की गई। एक किसान ने बताया कि अच्छे मुआवजे के लिए हमने दो साल धरना दिया। हासिल कुछ नहीं हुआ। किसान नेता राजू गुप्ता, पप्पू यादव, भानु यादव, पुतान यादव, चंद्रभान यादव आदि ने प्रभावित ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना था कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होगा, धरना जारी रहेगा। यह भी कहा था कि लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं। मुआवजा मिले बिना नहीं करने देंगे काम भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि LDA ने 4 महीने पहले जो वादे किए थे, उनमें से एक भी नहीं पूरा किया है। किसानों को पेड़ और नलकूप का मुआवजा नहीं दिया है। जो मुआवजा तय किया, वो उद्यान विभाग से 30 प्रतिशत कम है। इसके साथ ही गांव के चारों तरफ पक्की रोड, सीवर लाइन बिछाने का वादा किया था, वह भी पूरा नहीं किया। गुमराह करके हमारी जमीन ले ली गई किसान विनोद ने बताया कि अधिकारियों ने योजना शुरू करने के लिए वादे किए थे। हम लोगों को गुमराह करके योजना को शुरू कर दिया गया। LDA में जो लिखित समझौता किया था, उस पर भी काम नहीं किया। योजना में जमीन देने वाले किसानों को विस्थापित करने का वादा किया था, वह भी नहीं पूरा किया। अगर किसानों को उनका हक नहीं मिलेगा तो योजना का विरोध करेंगे। अब जानिए वे कारण, जिनसे किसान विरोध कर रहे हैं वजह-1. किसानों को खेतों का सर्किल रेट-11 के हिसाब से मुआवजा दिया गया। जबकि, उनकी मांग है कि मुआवजा सर्किल रेट 15 के तहत दिया जाए। वजह-2. घरों की मार्किंग के बाद 2019 के हिसाब से मुआवजा दिया गया। इसके लिए मांग है कि 2025 के बढ़े हुए रेट के हिसाब से मुआवजा मिले। वजह-3. पेड़-पौधों का भुगतान 2019 के रेट से किया गया, जबकि मांग है कि 2025 की दर से किया जाए। वजह-4. – गांव के चारों तरफ सड़क बनाने और सीवर लाइन बिछाने का वादा था। उसे किए बगैर टाउनशिप का काम शुरू कर दिया गया।

वेब सीरीज ने मेरे बेटे को बनाया हत्यारा:दिन भर देखता था मोबाइल, मिर्जापुर में मृतक के पिता ने कहा- गांव के लड़कों ने मार डाला

वेब सीरीज ने मेरे बेटे को बनाया हत्यारा:दिन भर देखता था मोबाइल, मिर्जापुर में मृतक के पिता ने कहा- गांव के लड़कों ने मार डाला मैं दिव्यांग हूं। मुझे अपने बेटे से बहुत उम्मीद थी। बड़ा होकर सहारा बनेगा। लेकिन मेरे बेटे को मोबाइल की लत गई। पूरे दिन मोबाइल पर फिल्में और वेब सीरीज देखता रहता था। मुझे नहीं पता था कि एक दिन ये मोबाइल ही उसको आरोपी बना देगा। उसको बहुत जल्दी अमीर बनने का शौक था। वह अपने आप को ‘कालीन भैया’ कहता था। अपने दोस्तों से कहता था- मुझे कालीन भैया कहो। वह अपने में ही मस्त रहता था। ये कहना है उस पिता का, जिसके नाबालिग बेटे ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर बोलेरो मालिक को शराब पिलाई। फिर गाड़ी लेकर फरार हो गए। ​​​​​​दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर कम्हारी गांव पहुंची। 2 आरोपी इसी गांव के हैं। दोनों के घर आमने-सामने हैं। टीम ने उनके घर वालों से बात की। उन किशोरों के बारे में जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मेरे बेटे को मोबाइल की लग गई थी लत
टीम सबसे पहले उस आरोपी के घर पहुंची, जो खुद को कालीन भैया कहलवाता था। परिवार बेहद गरीब है। दिव्यांग पिता मजदूरी करते हैं। कक्षा 11 में पढ़ने वाले किशोर के पिता सुजीत तिवारी ने बताया- वह शटरिंग का काम करते हैं। दो बेटी और इकलौते बेटे की जिम्मेदारी ऊपर हैं। 7 वर्ष पहले सड़क हादसे में दाहिने पैर की कटोरी टूट जाने से वह कायदे से चल फिर भी नहीं पाते हैं। गांव के ही एक व्यक्ति ने पशुओं की सेवा करने के लिए मोबाइल दिया था, जिससे जब चाहे तब बुला सके। उसी मोबाइल को बेटा चलाता था। मोबाइल ही उनके लिए परेशानी का कारण बन गया। मेरे सामने मेरे बेटे को पुलिस ले गई। हम लोगों को बाद में पता चला कि उसने हत्या की। ‘बेटे के बारे में पूछा और पोते को ले गए’
इसके बाद टीम सामने वाले घर पहुंची। जहां दूसरा आरोपी रहता था। उसके पिता गुड्डू यादव ने कहा- मेरे बड़े बेटे को पुलिस ले गई। मैं रेणुकूट में ट्रक चलाकर परिवार का खर्च चलाता हूं। बड़ा बेटा कक्षा दसवीं का छात्र हैं। छोटा आठवीं की पढ़ाई कर रहा है। आरोपी की दादी ने बताया- सादी वर्दी में कुछ लोग आए थे। बेटे के बारे में पूछा। बताया गया कि वह बाहर रहते हैं। मोबाइल के बारे में जानकारी ली। पोते ने बताया- सिम पापा के नाम है और मोबाइल मैं चलाता हूं। पुलिस उसे अपने साथ गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई। बुधवार को उसके लूट और हत्या में शामिल होने की जानकारी मिली। अभी तक नहीं किया गया अंतिम संस्कार
इसके बाद हम मृतक प्रमोद गुप्ता के घर पहुंचे। बोलेरो चालक प्रमोद गुप्ता का मिले कंकाल का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। लूट और हत्या के मामले में 3 नाबालिग समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर 16 अप्रैल को खुलासा किया गया । 10 को युवक लापता हुआ, 12 को मामला दर्ज किया गया। 14 को बेहुती जंगल से नर कंकाल बरामद किया गया। अब खुलासे से किशोरों का परिवार सदमें में हैं। कक्षा 9 और 11 में पढ़ने वाले बच्चों ने मिर्जापुर वेब सीरीज देख ऐसा कदम उठाया कि परिवार के आंसू नहीं थम रहे है। दोनों पक्ष के लोगों में मातम पसरा हैं। अब तक मृतक के परिवार को शव नहीं मिला है। मृतक प्रमोद के घर पर कोहराम मचा हैं। मां अपनों के बीच बैठी आंसू बहा रही हैं। तीन बेटों में से दो की शादी करने के बाद 2 साल में प्रदीप की भी शादी की चर्चा परिवार में होती थी। अपनी तीसरी बहू लाने का सपना देखा था, जो एक ही झटके चकनाचूर हो गया। मेरे गांव के लड़कों ने मेरे बेटे को मार डाला मृतक के पिता तौलन ने बताया- सबसे छोटा बेटा परिवार को संभालता था। गांव में किसी को जरूरत पड़ती थी तो गाड़ी लेकर चला जाता था। गांव के दो लड़कों ने विदाई के नाम पर उसे ले गए। अगर उन्हें का पता होता तो वह नहीं जाने देते। बेटे की मौत के बाद उसके शव का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस डीएनए टेस्ट करा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कानूनी कार्रवाई करते हुए शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। अब पढ़िए पूरा मामला… 10 अप्रैल को बोलेरो लेकर निकला था प्रमोद
यह पूरा मामला पड़री थाना क्षेत्र का है। क्षेत्र के कम्हारी गांव निवासी अमित कुमार गुप्ता ने 12 अप्रैल को पुलिस से एक शिकायत की। बताया, उसका छोटा भाई प्रमोद गुप्ता (26 साल) 10 अप्रैल को अपनी बोलेरो लेकर विदाई कराने निकला था, लेकिन रात तक घर नहीं लौटा। पुलिस ने अमित की शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज की और जांच शुरू की। 14 अप्रैल को थाना लालगंज के बहुती जंगल में नरकंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक टीम और स्थानीय थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से मिले जूते-मोजे और टूटा मोबाइल देखकर परिजनों ने शव की शिनाख्त प्रमोद गुप्ता के रूप में की। हत्या और लूट का केस दर्ज
लाश मिलने के बाद पुलिस ने केस में हत्या और लूट की धाराएं बढ़ाईं। एसएसपी सोमेन बर्मा के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर ओपी सिंह और सीओ अमर बहादुर की निगरानी में तीन टीमें, एसओजी और सर्विलांस टीम गठित की गईं। बुधवार, 16 अप्रैल को पुलिस तीन नाबालिग लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआत में तीनों ने खुद को बेकसूर बताया। बाद में टूट गए और जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू, खून से सनी शर्ट और लूटी गई बोलेरो को बरामद किया। आरोपियों की उम्र 15 से 17 साल के बीच है। पूछताछ में सामने आया खौफनाक प्लान
पकड़े गए तीनों नाबालिग ने बताया- उन्होंने करीब 10-15 दिन पहले से योजना बनाई थी कि बोलेरो बुक कर ड्राइवर की हत्या कर वाहन लूट लेंगे। प्लानिंग के तहत विदाई कराने के बहाने प्रमोद को बुलाया गया, उसे अधिक शराब पिलाई गई और नशे की हालत में चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को जंगल में छिपा दिया गया और बोलेरो को ₹1.35 लाख में बेचने की डील की गई। चौथा आरोपी बोलेरो खरीदने वाला निकला
नाबालिगों ने ने कबूल किया कि बोलेरो की मैट और म्यूजिक सिस्टम उन्होंने हेमंत कुमार पांडेय उर्फ दीपक निवासी पथरौर, थाना संतनगर के पास रखवा दिया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने हेमंत को भी प्राथमिक विद्यालय पथरौर के पास से गिरफ्तार कर बोलेरो से जुड़ा सामान बरामद कर लिया। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया- 12 अप्रैल को दर्ज मामले में पुलिस ने मृतक का शव बरामद करने के बाद 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मिर्जापुर वेब सीरीज देखकर जल्दी धनवान बनने के लिए लूट की योजना तीन नाबालिगों ने हत्या की योजना बनाई। बोलेरो को बेचने के लिए एक व्यक्ति को दिया था। बोलेरो बिक पाता कि वाहन जब्त कर चारों आरोपियों को पकड़कर हत्या और लूट कांड का खुलासा कर दिया गया है। ———————- ये खबर भी पढ़ें… डॉक्टर ने बच्चे को सिगरेट पिलाकर जुकाम का इलाज किया:जालौन में कश लगाकर पीने का तरीका भी सिखाया, CMO ने अस्पताल से हटाया जालौन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां माता-पिता के साथ अस्पताल आए एक बच्चे का इलाज डॉक्टर ने सिगरेट पिलाकर किया। डॉक्टर ने बच्चे के हाथ में सिगरेट थमाई और लाइटर से उसे जलाया। पढ़ें पूरी खबर…

बरेली में धारदार हथियार से हमला कर युवक की हत्या:शराब पीने के दौरान हुआ विवाद, आरोपी दोस्त गिरफ्तार

बरेली में धारदार हथियार से हमला कर युवक की हत्या:शराब पीने के दौरान हुआ विवाद, आरोपी दोस्त गिरफ्तार बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में शराब पीने के दौरान हुए विवाद में एक युवक की हत्या हो गई। मृतक की पहचान इलियास के रूप में हुई है। गुरुवार रात को इलियास अपने दोस्त जाहिद के साथ शराब पी रहा था। इस दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। बहस इतनी बढ़ी कि जाहिद ने पास रखे धारदार हथियार से इलियास पर हमला कर दिया। गंभीर हालत में इलियास को पहले फरीदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से उसे बरेली जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने इलियास को मृत घोषित कर दिया। एसपी ग्रामीण साउथ आंशिक वर्मा के अनुसार, पुलिस ने आरोपी जाहिद को हिरासत में ले लिया है। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। प्राप्त तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

लखनऊ में सहारा गंज मॉल के सामने धंसी सड़क:10 घंटे में हुई दुरुस्त, PWD ने किया तेजी से काम

लखनऊ में सहारा गंज मॉल के सामने धंसी सड़क:10 घंटे में हुई दुरुस्त, PWD ने किया तेजी से काम लखनऊ के पॉश इलाकों में शुमार हजरतगंज में गुरुवार को सहारा गंज मॉल के सामने अचानक सड़क धंस गई थी, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। करीब 4 फुट से ज्यादा गहरे गड्ढे के कारण आवाजाही प्रभावित हो गई। यह स्थान पुलिस कमिश्नर के आवास से कुछ ही दूरी पर स्थित है, ऐसे में सुरक्षा और ट्रैफिक को लेकर सतर्कता बरती गई। घटना की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीम मौके पर पहुंची और मरम्मत कार्य शुरू किया। विभाग के इंजीनियरों ने करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गड्ढा भर कर सड़क को दोबारा दुरुस्त कर दिया। PWD अधिकारियों के अनुसार, सड़क धंसने की वजह सीवर लाइन में लीकेज या ज़मीन के नीचे जलभराव हो सकती है। पूरे इलाके की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। चैंबर से मिट्टी सरकी मिली
जेसीबी से खुदाई के बाद अंदर देखा गया तो चैंबर से मिट्टी सरकी मिली। इस दौरान बिजली तार या पाइप डाले जाने के चलते पानी के रिसाव की बात सामने आई है। अंदर पानी भी भरा है। आशंका है कि पास में बह रहे नाले से इसमें पानी आया है।