लखनऊ में कई इलाकों में दिनभर नहीं रहेगी बिजली:एक लाख से ज्यादा की आबादी झेलेगी संकट, यहां देखें फीडर के नाम

लखनऊ में कई इलाकों में दिनभर नहीं रहेगी बिजली:एक लाख से ज्यादा की आबादी झेलेगी संकट, यहां देखें फीडर के नाम लखनऊ के कई इलाकों में बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पावर कॉर्पोरेशन की ओर से मेंटेनेंस कार्य के चलते सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। इस दौरान करीब 10 इलाकों में बिजली सप्लाई नहीं होगी। जिससे करीब एक लाख की आबादी को मुसीबत का सामना पड़ सकता है। इन इलाकों में रहेगी समस्या ———————– यह खबर पढ़ें… लखनऊ नगर निगम में बड़ा घोटाला, बिना कूड़ा उठाए करोड़ों रुपए कमा रही LSA कंपनी लखनऊ नगर निगम में बड़ा घोटाला सामने आया है। कूड़ा उठाने वाली कंपनी लोकल सेल्फ एडमिनिस्ट्रेशन (LSA) ने नगर निगम से 1500 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर से ठेका लिया। इसके बाद उसने दूसरी फर्म को यही ठेका 630 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर के हिसाब से दे दिया। दूसरी कंपनी लापरवाही से कूड़ा उठा रही है। पूरी खबर पढ़ें…

यूपी में बारिश-बिजली से 13 की मौत:अयोध्या में आंधी से ट्रॉली पलटी; योगी बोले-अफसर फील्ड में उतरे; आज 37 जिलों में अलर्ट

यूपी में बारिश-बिजली से 13 की मौत:अयोध्या में आंधी से ट्रॉली पलटी; योगी बोले-अफसर फील्ड में उतरे; आज 37 जिलों में अलर्ट यूपी में बारिश कहर बनकर टूटी है। 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 6 मौतें अयोध्या में हुई हैं। यहां गुरुवार शाम को इतनी तेज आंधी चली कि खड़ी एक ट्रॉली पलट गई। इसके नीचे दबकर 3 महिलाओं की मौत हो गई। इसके अलावा, बारिश से दीवार गिर गई। मलबे में दबने से 3 महिलाओं की जान चली गई। बाराबंकी में टिन शेड और पेड़ गिरने से 6 साल के बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई। 6 लोग घायल हुए हैं। अमेठी और बस्ती में बिजली गिरने से 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है। बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए सीएम योगी ने अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा- अधिकारी फील्ड में उतरें, राहत कार्यों पर नजर रखें। जलभराव की स्थिति में जल निकासी की व्यवस्था कराएं। फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजी जाए, ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके। आज 37 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि पूर्वी यूपी के जिलों में देर रात तक आंधी और बारिश की संभावना है। हवाएं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। ओले भी गिर सकते हैं। गुरुवार की बात करें तो अयोध्या, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, अमेठी और लखीमपुर समेत 12 शहरों में बारिश हुई। अयोध्या और गोंडा में ओले भी गिरे। अयोध्या में आंधी के कारण हाईवे पर कई जगह पेड़ उखड़ गए। कल हुई बारिश की 5 तस्वीरें… पल-पल की अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

अंसल मामले में NCLAT में सुनवाई पूरी:25 अप्रैल को आएगा फैसला; आदेश पर मिल सकता है स्टे

अंसल मामले में NCLAT में सुनवाई पूरी:25 अप्रैल को आएगा फैसला; आदेश पर मिल सकता है स्टे अंसल API और सुशांत गोल्फ सिटी से जुड़े विवाद में राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) ने आवंटियों, निवेशकों और लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की अपीलों पर सुनवाई पूरी कर ली। ट्रिब्यूनल ने फैसला सुरक्षित रखते हुए 25 अप्रैल को सुनाएगा। फैसले की तारीख नजदीक आने के साथ ही करीब 5,000 से अधिक आवंटियों और निवेशकों में राहत की उम्मीद जाग गई है। सुनवाई के दौरान सरोजनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह अधिवक्ता के रूप में अपनी टीम के साथ मौजूद रहे और आवंटियों की तरफ से पक्ष रखा। 300 खरीदारों की ओर से पेश की गई अपील
सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप के निवेशक गगन टंडन ने बताया कि इस मामले में लगभग 300 खरीदारों की ओर से अपील दायर की गई थी। वह और कुश अग्रवाल मामले की पैरवी के लिए दिल्ली पहुंचे थे। NCLAT में हुई सुनवाई में आवंटियों, निवेशकों, LDA और रेरा के वकीलों ने मजबूती से अपना पक्ष रखा। बिना विभागों की बात सुने सुनाया गया था NCLT का फैसला
गगन टंडन ने बताया कि अंसल ग्रुप ने न केवल बंधक जमीन बेच दी, बल्कि नक्शा पास कराने का शुल्क भी जमा नहीं किया। कॉलोनी विकसित करने का लाइसेंस स्पष्ट रूप से इस शर्त पर दिया गया था कि अगर अंसल विकास कार्य नहीं करेगा, तो LDA खुद बंधक जमीन बेचकर विकास कार्य करवाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सिर्फ एक फाइनेंस कंपनी के 83 करोड़ रुपए के बकाये को आधार बनाकर NCLT द्वारा अंसल को दिवालिया घोषित करना विभागों का पक्ष सुने बिना लिया गया फैसला है, जो न्यायोचित नहीं कहा जा सकता। उम्मीद जताई कि NCLAT के फैसले से NCLT के आदेश पर रोक लग सकती है

पिता ने जमीन बेचकर दी फीस, प्रैक्टिस में दांत-पैर टूटा:काशी की बेटी टीम इंडिया में सिलेक्ट हुई; मां बोलीं- डाइट में सिर्फ दूध दिया

पिता ने जमीन बेचकर दी फीस, प्रैक्टिस में दांत-पैर टूटा:काशी की बेटी टीम इंडिया में सिलेक्ट हुई; मां बोलीं- डाइट में सिर्फ दूध दिया ‘बचपन से हमने बेटी को लड़के की तरह पाला। वो 6 बहनों में लड़का बनकर रही। उसने जो भी कहा, उसे पूरा किया। उसने कहा, हॉकी खेलना है तो हमने भी मना नहीं किया। आज वो देश के लिए खेलने जा रही है। खाने-पीने के नाम पर हम लोगों के पास शुद्ध दूध ही रहता था। ऐसे में जब भी उसे कमजोरी महसूस होती, उसे दूध पिला देती थी।’ यह कहना है पूजा यादव की मां कलावती देवी का। आस्ट्रेलिया (पर्थ में) के साथ 5 मैचों की हॉकी टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में पूजा यादव का सिलेक्शन हुआ है। पूजा यादव वाराणसी की गंगापुर नगर पंचायत में रहने वाले महेंद्र यादव और कलावती देवी की पांचवें नंबर की बेटी है। उनके कुल 7 बच्चे हैं। पूजा को घरवालों ने तब तक लड़के की तरह रखा, जब तक उनके बेटा नहीं हो गया। पूजा ने हॉकी की स्टिक कब और कैसे पकड़ी? उन्हें हौसला देने वालों में कौन-कौन शामिल है? उनके परिवार की स्थिति क्या है? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम वाराणसी जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गंगापुर गांव पहुंची। वार्ड नंबर- 4 में रहने वाले महेंद्र यादव खेत से गेहूं कटवा कर लौटे थे। पत्नी कलावती भी वहीं मौजूद थीं। हमने महेंद्र यादव से पूजा की इस पूरी यात्रा के बारे में जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पिता बोले- पैसे की कमी में हॉकी खेलना छोड़ दिया था
हमने पिता महेंद्र यादव से बातचीत का सिलसिला शुरू किया। बेटी के भारतीय टीम में सिलेक्शन से वह काफी खुश दिखे। महेंद्र बताते हैं- पूजा जब छोटी थी, तभी से हॉकी खेल रही है। हमने कभी उसे खेलने से मना नहीं किया। हमने उसे प्रेरित किया, क्योंकि वो हमारा लड़का थी। उसने हॉकी को मेहनत से सीखा, खेला। आज उसने मेरा और खानदान का नाम रोशन कर दिया। महेंद्र ने बताया- हम लोग गरीब हैं। एक भैंस है, जिसका दूध बेचते हैं। उसी से परिवार चलता है। एक बार पूजा ने पैसे के अभाव में खेलना छोड़ दिया था। घर चली आई थी। तब हमने दूध बेचकर और कुछ पुश्तैनी जमीन बेचकर पैसा जमा किया। उसी पैसे से हमने उसकी फीस भरी। इसके बाद पूजा फिर से खेलने के लिए मैदान में दौड़ पड़ी। गांव वाले कहते थे, सयानी बेटी है, बाहर खेलने भेजते हो
महेंद्र ने बताया- अक्सर पड़ोसियों ने हमसे कहा कि बेटी सयानी (जवान) हो गई है। उसे बाहर खेलने भेजते हो। उसकी शादी कर दो। घर से न निकलने दो। लेकिन, हमने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। उसे खेलने की पूरी आजादी दी। बेटी अब नेशनल टीम में चुन ली गई है। महेंद्र ने बताया- गांव के ही इंटर कॉलेज में पूजा पढ़ती थी। बगल में ग्राउंड था, जहां बच्चे हॉकी की ट्रेनिंग लेने आते थे। उसने भी खेलने की ठानी, पर कोई लड़की वहां नहीं आती थी। लेकिन, हमने उसे सपोर्ट किया। फिर उसने गंगापुर के ग्राउंड में हॉकी खेलना शुरू कर दिया। आज वो इस मुकाम पर पहुंच गई है। बेटी के इस मुकाम पर पहुंचने के बाद सभी लोग घर आ रहे हैं। बधाई दे रहे हैं। अब और क्या ही चाहिए? मां कलावती बोलीं- वो मेरी बेटी, नहीं बेटा है पूजा की मां कलावती ने बताया- बेटी को हमने कभी लड़की माना ही नहीं, उसे हमेशा बेटा ही समझा। उसे कभी खेलने से नहीं रोका। हम लोग गरीब थे। इसलिए उसे डाइट के नाम पर कुछ नहीं दे सके। लेकिन गाय/भैंस हमेशा से घर में रहीं। जब भी बेटी को कमजोरी मालूम होती थी, उसे एक गिलास दूध दे देती थी। इससे वह हमेश चुस्त-दुरुस्त रहती थी। कलावती ने बताया- एक बार उसे चोट लगी और उसका दांत टूट गया। पैर भी फ्रैक्चर हो गया। उस समय वह लखनऊ स्पोर्ट्स हॉस्टल में थी। वह 2 महीने आकर घर में रही। फिर उसने खेलने से मना कर दिया। तब उसके मामा घर आए। उसके खेल के बारे में पूछा, तो वह बोली अब नहीं जाना। उन्होंने उसे हौसला दिया। हर दूसरे दिन आकर उसे खेल के फायदे बताए। इसके बाद वह दोबारा खेलने को तैयार हुई। बहन रुक्मणि ने बीएचयू में कराया एडमिशन
पूजा की बहन रुक्मणि ने बताया- चोट से उबरने के बाद हम उसे लेकर बीएचयू पहुंचे, वहां उसका एडमिशन कराया। वहां खेलने के बाद उसका सिलेक्शन साईं सेंटर, लखनऊ के लिए हो गया। वहां खेलकर उसने यह उपलब्धि हासिल की है। इससे अब पूरा परिवार खुश है। हमारी बहन ने जो सपना देखा था, वो साकार हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की सीरीज में चयन के बाद पूजा काफी खुश है। वह कहती है कि दीदी आप लोगों का सपना पूरा हो गया है। आपकी बहन नेशनल टीम में सिलेक्ट हो गई है। साल 2008 से स्टिक पकड़ने लगी थी पूजा
गंगापुर हॉकी एकेडमी के सचिव चरनदास गुप्ता ने भी हमसे बात की। वह बताते हैं- गंगापुर इंटर कॉलेज के मैदान में पूजा ने 2009 में हॉकी स्टिक पकड़ी थी। तब वह क्लास- 5 की स्टूडेंट थीं। इसके बाद बाद वो सीखने लगी और लड़कों के साथ अकेली लड़की ने वो कर दिखाया, जिसके लिए कई साल तक कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। उसने कुछ ही साल में अपने खेल से सबको अपना फैन बना लिया। 2015 में उसका चयन स्पोर्ट्स हॉस्टल, लखनऊ के लिए हुआ था। इंजरी के बाद हॉकी छोड़ने का फैसला लिया था
पूजा ने साल 2016 में इंजरी के बाद हॉकी छोड़ने का फैसला किया था। लेकिन, उसकी बहन और घरवालों ने हौसला दिया। इसके बाद वह बीएचयू ट्रेनिंग के लिए पहुंची और साईं सेंटर लखनऊ में सिलेक्ट हो गई। अब उसका खेल निखर गया है। वो बेंगलुरु में इस समय टीम इंडिया के साथ प्रैक्टिस सेशन में है। पर्थ में 25 अप्रैल से 5 मई तक 5 मैच खेले जाएंगे। पूजा 20 अप्रैल को टीम के साथ रवाना होंगी। पूजा बनारस से पहली महिला खिलाड़ी हैं, जो हॉकी खेलेंगी। ————————– यह खबर भी पढ़िए प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा रोकी तो रो पड़े भक्त, 3 दिन से कार से आश्रम जा रहे, देर रात तक डायलिसिस चल रही प्रेमानंद महाराज पिछले तीन दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकल रहे हैं। महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों भक्तों को लौटना पड़ रहा है। बता दें कि प्रेमानंद महाराज किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं। पहले कभी-कभी प्रेमानंद महाराज की डायलिसिस होती थी, इन दिनों रोज देर रात तक डायलिसिस हो रही है। पूरी खबर पढ़िए

क्या अखिलेश के सामने दो–दो हाथ होंगे:4 बैरिकेडिंग में रामजी लाल, आने-जाने वालों की ID देख रहे; क्षत्रिय सभा की धमकी-खींचकर ले जाएंगे

क्या अखिलेश के सामने दो–दो हाथ होंगे:4 बैरिकेडिंग में रामजी लाल, आने-जाने वालों की ID देख रहे; क्षत्रिय सभा की धमकी-खींचकर ले जाएंगे मैदान तैयार है, 19 अप्रैल को अखिलेश यादव आ रहे हैं। अगर आना है तो आ जाओ, हो जाए दो-दो हाथ। -रामजी लाल सुमन, सपा सांसद वो दो-दो हाथ किससे करने को तैयार हैं। कहां तैयार हैं? हम राणा सांगा के वंशज हैं, हर चुनौती को स्वीकार करते हैं, जहां बताएंगे, वहां जवाब दिया जाएगा। -अनिल चौहान, अध्यक्ष क्षत्रिय सभा यह दो बयान आगरा के सियासी माहौल का अंदाजा लगाने के लिए काफी हैं। 26 मार्च को करणी सेना के 800 कार्यकर्ताओं ने सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर तोड़फोड़ की थी। 16 दिन बाद करणी सेना ने सांसद के घर से 15km दूर रक्त स्वाभिमान सम्मेलन किया। इस दौरान सांसद के घर की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर बुलडोजर और ट्रक खड़े करके ब्लॉक किए गए। अब 19 अप्रैल को अखिलेश यादव रामजीलाल सुमन के घर आ रहे हैं, सपा सांसद दो-दो हाथ करने की चेतावनी दे रहे हैं, वहीं करणी सेना के नेता सबक सिखाने की बात कह रहे हैं। ऐसे में आगरा पुलिस ने सपा सांसद के घर को छावनी में तब्दील कर दिया है। दैनिक भास्कर ऐप टीम सांसद के घर हरीपर्वत की HIG फ्लैट पर पहुंची और सिक्योरिटी अरेंजमेंट देखे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पुलिस बैरियर, ID देखकर ही एंट्री
सपा सांसद रामजीलाल सुमन हरीपर्वत इलाके के एचआईजी फ्लैट्स में रहते हैं। हम सबसे पहले सिक्योरिटी अरेंजमेंट देखते हुए यही पहुंचे। यहां एमजी रोड से प्रसाद हॉस्पिटल की तरफ जाने वाली सड़क पर पहला पुलिस बैरियर लगा मिला। यहां पुलिस वालों ने हमें रोक दिया। ID मांगी और देखने के बाद ही आगे जाने दिया। उन्होंने बताया कि पूरे 200 मीटर के दायरे में बाहरी लोगों की एंट्री रोक दी गई है। बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही है। आने-जाने वालों के नाम, पते और मोबाइल नंबर नोट किए जा रहे हैं। प्रसाद हॉस्पिटल रोड पर ही दूसरा बैरियर भी लगा हुआ है। तीसरा बैरियर एचआईजी फ्लैट के मुख्य एंट्री गेट पर लगा है। चौथा बैरियर मुख्य एंट्री गेट और सुमन के घर के बीच में लगा हुआ है। इन सभी बैरियर पर मेटल डिटेक्टर भी लगे हुए हैं। हर बैरियर पर पुलिस और PAC के जवान तैनात थे। सपा सांसद के घर तक क्षत्रिय महासभा, करणी सेना और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को रोकने की व्यवस्थाएं पर हमने DCP सिटी सोनम कुमार से बातचीत की… सवाल : सपा सांसद के घर को कैसे सुरक्षित किया है?
जवाब : सपा सांसद के घर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था है। 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात हैं। CCTV से निगरानी की जा रही है। मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही लोग सांसदजी के घर तक पहुंच पा रहे हैं। सवाल : अगर करणी सेना के पदाधिकारी सड़क पर उतरते हैं, तब क्या करेंगे?
जवाब : PAC और सुरक्षा में तैनात जवान सख्ती से निपटेंगे। लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। सिक्योरिटी की व्यवस्थाओं को समझते हुए भास्कर टीम एचआईजी फ्लैट तक पहुंची। यहां कंपाउंड में सपा सांसद अपने समर्थकों के साथ बैठे थे। हमने 19 अप्रैल की स्ट्रैटजी पर बातचीत करनी चाही, मगर वह शेर पढ़ने लगे। उन्होंने इस दौरान 2 शेर सुनाए। पहला शेर : मैं जिसे चाहता हूं, वो मुझको मिले, मेरा फर्ज था, मैंने पूरा किया, अब खुदा रूठ जाए तो मैं क्या करूं। समर्थक वाह-वाह कहते हैं… फिर उन्होंने दूसरा शेर सुनाया। मैंने लिखने में सब कुछ लिखा, उनके दिल की तमन्ना न पूरी हुई। रामजीलाल सुमन इस दौरान मीडिया से बात नहीं करते हैं, मगर अपने समर्थकों के साथ वह अखिलेश यादव के आगरा आने और फिर आगे की रणनीति को लेकर ही चर्चा करते दिखते हैं। रामजीलाल सुमन ने अपने समर्थकों के साथ मजाक भी करते दिखते हैं। सपा सांसद के आसपास प्राइवेट सिक्योरिटी मौजूद रहीं। ब्लैक ड्रेस में मौजूद प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स 24 घंटे सांसद के साथ रह रहे हैं। करणी सेना, सपा संगठन और पुलिस : सबके अपने-अपने टास्क
दरअसल, आगरा में 19 अप्रैल को अखिलेश यादव पहुंच रहे हैं। ऐसे में 3 तरह की तैयारियां चल रही हैं… पहला- करणी सेना, क्षत्रिय महासभा और हिंदू महासभा के स्तर पर तैयारी है। जिससे अखिलेश यादव जिस रास्ते से सपा सांसद के घर जाएंगे, वहां वह पहले से मौजूद रहें। चूंकि सिक्योरिटी ज्यादा रहेगी, इसलिए 2-3 लोगों के ग्रुप में लोग मौजूद रहेंगे। मौका मिलने पर लालजी सुमन के घर के पास प्रदर्शन भी कर सकते हैं। अखिलेश के काफिले को रोककर काले झंडे दिखा सकते हैं। कोशिश होगी कि सांसद के घर तक पहुंचकर प्रदर्शन कर सके। दूसरा- महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार के मुताबिक, अखिलेश यादव का सबसे पहले फतेहाबाद टोल पर स्वागत होगा। इसके बाद रामजीलाल सुमन के घर तक जगह-जगह कार्यकर्ता फूलों की मालाएं लेकर मौजूद रहेंगे। उनकी गाड़ी के आगे और पीछे लोकल पदाधिकारियों की गाड़ियां चलेंगी। तीसरा- पुलिस अखिलेश के दौरे पर लॉ एंड ऑर्डर बना रहे, कोई हंगामा न हो, इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर चुकी है। 19 अप्रैल को एक लिस्ट जारी होगी, सिर्फ वही चुनिंदा लोग सपा सांसद के घर तक पहुंच पाएंगे। 12 अप्रैल को रक्त स्वाभिमान सम्मेलन के दिन क्या हुआ, ये जानिए बुलडोजर, क्रेन से सांसद के घर के रास्तों को ब्लॉक किया
करणी सेना ने सपा सांसद के घर से 15 किमी दूर गढी रामा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन किया गया। प्रदर्शन को देखते हुए रामजीलाल सुमन के घर को छावनी बना दिया गया था। उनके घर की तरफ जाने वाले रास्तों पर बैरियर लगा दिए गए थे। हर बैरियर पर पुलिस और PAC के जवान तैनात थे। सपा सांसद ने अपने आसपास प्राइवेट सिक्योरिटी का घेरा बना लिया था। शाम को बुलडोजर, क्रेन से रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया था। सांसद के घर के बाहर के गेटों पर समर्थकों के नाम की सूची पुलिस को दी गई थी। जिनका नाम सूची में था, सिर्फ उन्हें ही अंदर एंट्री दी जा रही थी। बाकी समर्थकों को लौटा दिया जा रहा था। कहा जा रहा था कि नेताजी से मिलने कल आना। शाम 5 बजे से पहले करणी सेना ने ऐलान किया कि सांसद के घर की तरफ कूच करेंगे। तब तक रामजीलाल सुमन अपने घर के अंदर ही थे। बाहर पुलिस ने अपना घेरा मजबूत कर लिया। सभी पुलिसकर्मी जो पूरे दिन हल्के मूड में थे, मुस्तैद हो गए। जैकेट पहन ली, हाथों में डंडे ले लिए, हेलमेट लगा लिया। क्रेन, बुलडोजर और ट्रक खड़े कर रास्ते को बैरिकेड कर दिया। थोड़ी-थोड़ी देर में फ्लैग मार्च होता रहा। हालांकि करणी सेना उनके घर की तरफ नहीं आई। 14 अप्रैल को रामजी लाल सुमन ने फिर दिया विवादित बयान सपा सांसद बोले- हर मंदिर के नीचे एक बौद्ध मठ
अंबेडकर जयंती पर सपा के आगरा कार्यालय पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए सपा सांसद ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया था। उन्होंने कहा- अगर तुम यह कहोगे कि हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर है तो फिर हमें कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे एक बौद्ध मठ है। गढ़े मुर्दे मत उखाड़ो…अगर उखाड़ोगे तो भारी पड़ जाएगा। 19 अप्रैल को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा आ रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं, उन लोगों से कि मैदान तैयार है-दो-दो हाथ होंगे। क्षत्रिय सभा ने कहा- बंगाल जैसा हाल प्रदेश का करना चाहते हैं
इसके बाद क्षत्रिय सभा ने पलटवार करते हुए कहा था कि रामजीलाल सुमन के बयान प्रदेश में गृहयुद्ध कराने का संदेश देते हैं। बंगाल जैसा हाल प्रदेश में भी चाहते हैं। 2027 में बयानों का रिजल्ट भुगतना पड़ेगा। सपा का पूरी तरह से सफाया करना होगा। 16 अप्रैल को हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने अपना DNA टेस्ट कराने के लिए ब्लड सैंपल दिए थे। अब पढ़िए सपा सांसद का वह बयान, जिस पर बवाल हो रहा… सपा सांसद ने कहा था- हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 22 मार्च को राज्यसभा में कहा था, ‘भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। राणा सांगा मेवाड़ के राजा थे, 19 साल राज किया
राणा सांगा (महाराणा संग्राम सिंह) ने राजस्थान के मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया। वे उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे और राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र थे। इन्होंने मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार किया। उसके तहत राजपूताना के सभी राजाओं को संगठित किया। राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध सभी राजपूतों को एक किया। इन्होंने दिल्ली, गुजरात और मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की रक्षा की। ……………… ये भी पढ़ें : सपा सांसद बोले- न झुका हूं, न झुकूंगा:रामजी लाल सुमन ने कहा- अखिलेश यादव जो कहेंगे, करूंगा, करणी सेना कितनी बड़ी है आगरा में जब दैनिक भास्कर टीम ने सपा सांसद से बातचीत करने की शुरुआत की, तो सबसे पहले उन्होंने यही शायरी कही। दरअसल, शनिवार को गढ़ी रामी में राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना के कार्यकर्ता जुटे। राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजीलाल सुमन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लाठी-डंडे और तलवार लहराते हुए जमकर बवाल किया। उसके पदाधिकारियों ने खुले मंच से सांसद को नाक रगड़वाने की धमकी दी। पढ़िए पूरी खबर….

मैंने राधे-राधे कहा, उनको बुरा लग गया:मथुरा में मंच से उतारे गए भाजपा विधायक बोले- मैं तो खुद रिजर्व सीट से विधायक हूं

मैंने राधे-राधे कहा, उनको बुरा लग गया:मथुरा में मंच से उतारे गए भाजपा विधायक बोले- मैं तो खुद रिजर्व सीट से विधायक हूं चार-पांच लोगों के खड़े होने, हंगामा करने और नारेबाजी से सिस्टम पर कोई असर नहीं पड़ता। आगरा में दलितों का विरोध नहीं था, मैं तो खुद ही रिजर्व सीट से 6 बार विधायक हूं। ये कहना है मथुरा की रिजर्व विधानसभा सीट बलदेव के BJP विधायक पूर्ण प्रकाश का। वह अचानक यूपी की सियासत में सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, 15 अप्रैल को आगरा में भीम नगरी उत्सव मनाया जा रहा था। मंच पर पूर्ण प्रकाश संबोधन दे रहे थे। अचानक उन्होंने जय श्रीकृष्ण और राधे-राधे के जयघोष लगाए। इसके बाद लोगों ने विरोध कर दिया, तो विधायक को मंच से नीचे उतरना पड़ा। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भीम नगरी उत्सव में पहुंचे थे। इस मामले के बाद सवाल उठता है कि दलित सियासत में BJP कितनी मजबूत है? यह समझने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम ने BJP विधायक पूरण प्रकाश से बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : जयकारे लगाने पर लोग भड़के, क्या ये राजनीति साजिश?
जवाब : सब जगह के अपने-अपने समीकरण होते हैं। विपक्ष के लोग हर जगह पहुंच ही जाते हैं। वह ऐसे ही क्रिया कलाप करते हैं। सवाल : BJP दलितों के लिए काम कर रही, फिर ये गुस्सा क्यों?
जवाब : नहीं…गुस्सा कहां है? ऐसा बिल्कुल नहीं है। पहले भी राज्यसभा में मामले हुए हैं। लोगों की अपनी शैली होती है। 2-4 लोगों से पूरे समाज का अंदाजा लगाना गलत है। हर कार्यक्रम में कुछ लोग होते हैं, जिनका काम विरोध करना होता है। सवाल : अखिलेश दलितों को आगे बढ़ा रहे, क्या चुनावी माइलेज लेना चाहते हैं?
जवाब : यूपी की पॉलिटिक्स में सभी पार्टियां प्रयास कर रही हैं। मैं 6 बार से विधायक हूं। जिस पार्टी से हूं, मेरा धर्म है कि रीति-नीति को लोगों तक पहुंचा दूं। अखिलेश अपने दल के नेता है, वो अपना काम कर रहे हैं। सवाल : भीम नगरी उत्सव में बुलाया गया था या खुद गए थे?
जवाब : इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि थे। हमको भी सूचना मिली थी, इसलिए हम भी गए थे। सबके अपने-अपने अनुयायी होते हैं। मैंने भी मंच से अपना संबोधन दिया। मथुरा से मेरा संबंध है, इसलिए चलते-चलते मैंने राधे-राधे कहा। बस इतनी सी बात है। सवाल : योगी ने बाबा साहब का भव्य स्मारक बनाने की बात कही, जमीन देख ली?
जवाब : योगीजी प्रदेश के मुखिया हैं, वह जो भी कहते हैं वह करके दिखाते हैं। चाहे राम मंदिर हो या महाकुंभ का आयोजन, जहां 66.23 करोड़ लोगों ने स्नान किया। यह सब आस्था से जुड़े मामले हैं, योगीजी अपना कहा, हमेशा पूरा करते आए हैं। उन्होंने लखनऊ और आगरा में भव्य स्मारक बनाने की बात कही है। सवाल : भीम महोत्सव में कुर्सियां खाली रहीं, योगी को एयरपोर्ट पर वेट करना पड़ा?
जवाब : ऐसा नहीं है, जिस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए सभी कुर्सियां भरी थीं। सवाल : दलितों को BJP से जोड़ने का कोई तय प्लान?
जवाब : मैं भी एक रिजर्व सीट का प्रतिनिधित्व करता हूं। लोगों को अपने साथ जोड़ते हैं, खुद उनके साथ जुड़ते हैं। हमारे तो देश की राष्ट्रपति भी दलित जाति से आती हैं। BJP की सोच किसी से छिपी नहीं है। सवाल : क्या दलितों के बीच रहकर PDA फॉर्मूला को तोड़ना चाहते हैं?
जवाब : हम जो काम करते हैं, उनको बताना भी हमारा अधिकार है। उपलब्धियों का कार्यक्रम रखा, उनको बता रहे हैं। आगे क्या करेंगे, यह भी बता रहे हैं। काम ही तो बोलता है, मैं काम करूंगा तो जनता मुझे स्वीकार करेगी। सवाल : आप 6 बार के विधायक हैं, मगर मंत्री पद नहीं मिला?
जवाब : यह प्रश्न जब बड़े साहब आएं, तब उनसे करें तो बेहतर रहेगा। अब ये जानिए कि आगरा के भीम उत्सव में क्या हुआ था… सीएम योगी ने मंगलवार को आगरा में भीमनगरी उत्सव का आगाज किया। लेकिन, योगी के आने से पहले हंगामा हो गया। भाजपा के विधायक पूर्ण प्रकाश मेहरा ने मंच से जय श्री कृष्ण और राधे-राधे के जयकारे लगाए। यह सुनकर कार्यक्रम में लोग भड़क गए। कुर्सियों पर खड़े हो गए। विधायक को मंच से उतारने की मांग करते हुए जय बाबा भीम के नारे लगाने लगे। कहा- इन्हें मंच से उतरो, ये बाबा साहब का कार्यक्रम है। कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होने देंगे। यहां पर राधे-राधे नहीं चलेगा। विरोध करने वालों में महिलाएं भी थीं। उनका कहना था कि यहां पर सिर्फ जय भीम के नारे लगेंगे। बाबा साहब की जय जयकार होगी। आयोजन समिति और पुलिस अफसरों ने लोगों को शांत कराया। इसके 5 मिनट बाद CM योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे। ……………… यह भी पढ़ें : आगरा में भाजपा विधायक के राधे-राधे कहने पर भड़के लोग:कहा- बाबा साहब के कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होगा; योगी के आने से पहले हंगामा सीएम योगी ने मंगलवार को आगरा में भीमनगरी उत्सव का आगाज किया। लेकिन, योगी के आने से पहले हंगामा हो गया। भाजपा के विधायक पूर्ण प्रकाश मेहरा ने मंच से जय श्री कृष्ण और राधे-राधे के जयकारे लगाए। यह सुनकर कार्यक्रम में लोग भड़क गए। कुर्सियों पर खड़े हो गए। विधायक को मंच से उतारने की मांग करते हुए जय बाबा भीम के नारे लगाने लगे। कहा, इन्हें मंच से उतरो, ये बाबा साहब का कार्यक्रम है। कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होने देंगे। यहां पर राधे-राधे नहीं चलेगा। पढ़िए पूरी खबर…

यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर कई पेड़ उखड़े, 4 घंटे जाम; VIDEO में देखिए कल कहां कितनी मौत

यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर कई पेड़ उखड़े, 4 घंटे जाम; VIDEO में देखिए कल कहां कितनी मौत यूपी में गुरुवार शाम 12 जिलों में जोरदार बारिश हुई। आंधी में पेड़ उखड़ गए। सड़क पर खड़ी ट्रॉली पलट गई। अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर बस बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराई और पलट गई। हाईवे पर 4 घंटे करीब 20 किमी लंबा जाम लगा रहा। गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरी। अयोध्या और बाराबंकी में 5 की मौत हो गई। बस्ती और अमेठी में 1-1 की जान गई। VIDEO में देखिए कहां-कहां बारिश हुई…

योगी बोले- अब मरीजों के घरवाले सड़क पर नहीं भटकेंगे:डॉक्टरों को नसीहत दी, गोरखपुर में सबसे बड़े रैन बसेरा का भूमि पूजन किया

योगी बोले- अब मरीजों के घरवाले सड़क पर नहीं भटकेंगे:डॉक्टरों को नसीहत दी, गोरखपुर में सबसे बड़े रैन बसेरा का भूमि पूजन किया सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में एक कहानी सुनाई। कहा- ‘आज से एक-डेढ़ साल पुरानी घटना है। मैं पीजीआई के दौरे पर था। रात को लोग सड़कों पर लेटे थे। मैंने डायरेक्टर से पूछा, ये कौन लोग हैं? ऐसे क्यों लेटे हैं? उन्होंने जवाब दिया कि ये मरीजों के परिजन हैं। इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मैंने कहा, उनके लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। जहां वे सुरक्षित हो सकें और अपने सामान रख सकें। अगले दिन मैंने 8 बजे सीएम आवास पर बैठक बुलाई। मैंने हर जगह अटेंडेंट के रहने की व्यवस्था करने लिए अवनीश अवस्थी को जिम्मेदारी दी। पेट्रोलियम मिनिस्टर हरदीप पुरी ने लखनऊ के पीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल के लिए तीन रैन बसेरे दिए। उसके बाद गोरखपुर में भी हुआ। इसकी पैरवी लगातार अवनीश अवस्थी करते रहे।’ सीएम ने ये बातें गोरखपुर AIIMS में कही। उन्होंने पूर्वी यूपी के सबसे बड़े रैन बसेरे का शिलान्यास और भूमि पूजन किया। यह रैन बसेरा 44 करोड़ रुपए से बनाया जाएगा। इसमें पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन आफ इंडिया मदद कर रहा है। इसकी क्षमता 500 बेड की होगी। योगी बोले- सड़क पर रहना मतलब अमानवीय स्थिति
सीएम ने कहा, याद करिए कि कम से कम 1200 लोग ऐसे होंगे इस परिसर में, जिनको बाहर जहां-तहां सिर छिपाने के लिए पटरी पर, सड़कों के किनारे या किसी अन्य जगह जाकर रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। कितना अमानवीय होता है, जब भीषण गर्मी के दौरान कोई व्यक्ति धूप में गर्मी में झेलने के लिए मजबूर है। सर्दी मे बाहर ठिठुरने के लिए मजबूर कर दें। जब कड़कती बिजली के बीच बारिश में उसे भीगने को मजबूर कर दिया जाए। यह अमानवीय स्थिति है। उन स्थितियों से बचने के लिए जरूरी है कि हम मानवीय स्वरूप बनाएं। चिकित्सा संस्थानों की कमी के रूप में इसे देखते रहते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोई व्यक्ति बीमार होता है तो पेशेंट के साथ 10-10 लोग आ जाते हैं। यह कॉन्सेप्ट सबसे अच्छा है कि परिजन के रहने की व्यवस्था करें, सस्ती कैंटीन की व्यवस्था करें। पेशेंट को रेफर करने से बचना होगा
सीएम योगी ने डॉक्टरों को नसीहत भी दी। कहा- मेडिकल कॉलेजों में रिस्क नहीं लिया जाता। हर पेशेंट को रेफर करते हैं। यह बंद होना चाहिए। एम्स में ऐसे पेशेंट, जिनको क्रिटिकल केयर की जरूरत होती है। उनके साथ रिस्क लेना होगा। उन्होंने कहा- लखनऊ पहुंचने में उसे 4 घंटे लगेंगे। इतने देर में क्या होगा, यह वही जानेगा। हर पेशेंट आपके लिए नया अनुभव व नॉलेज है। आपके उस डाटा बैंक को भी बढ़ाने में भी मददगार होगा, जो अलग-अलग परिस्थिति से आ रहा है। योगी की 5 बड़ी बातें… …………………………… ये खबर भी पढ़ें- पति को जिस सांप से डसवाया, उसके दांत नहीं थे:शरीर नीला नहीं पड़ने से शक, मेरठ में पोस्टमॉर्टम से पत्नी-बॉयफ्रेंड गिरफ्तार यूपी के मेरठ में पति की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसे छिपाने के लिए पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड ने पति की बॉडी को सांप से कटवाया। दोनों इसमें करीब-करीब सफल भी हो गए थे, लेकिन उनकी साजिश पर पानी फिर गया। सांप पकड़ने के लिए सपेरे बुलाए गए। उन्होंने मौके से वाइपर सांप पकड़ा, लेकिन उसे देखकर बता दिया कि इसके दांत के नीचे जहर की थैली (Poison Gland) नहीं है। उसे निकाल लिया गया है। यानी उस सांप के काटने से इंसान मर ही नहीं सकता। पढ़ें पूरी खबर

हर्षा रिछारिया फूट-फूटकर रोईं:अलीगढ़ में पदयात्रा रोकी;संभल नहीं जा सकेंगी, बोलीं-ये आंसू हरिगढ़ पहुंचने की खुशी के हैं

हर्षा रिछारिया फूट-फूटकर रोईं:अलीगढ़ में पदयात्रा रोकी;संभल नहीं जा सकेंगी, बोलीं-ये आंसू हरिगढ़ पहुंचने की खुशी के हैं हर्षा रिछारिया संभल नहीं जा सकेंगी। प्रशासन ने बुलंदशहर से आगे जाने की अनुमति नहीं दी है। अब वह नरौरा से गंगा स्नान करने के बाद लौट जाएंगी। गुरुवार को अलीगढ़ में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आगमन के चलते हर्षा की पदयात्रा को रोक दिया गया था, लेकिन बाद में सशर्त उन्हें आगे जाने दिया गया। 17 अप्रैल को हर्षा रिछारिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर रोते हुए एक वीडियो अपलोड किया। उन्होंने लिखा- धर्म के रास्ते पर चलना इतना आसान नहीं होता। परीक्षा, त्याग, समर्पण के बिना कुछ प्राप्त नहीं होता। उन्होंने लिखा- ये आंसू किसी तकलीफ के नहीं हैं बल्कि तीसरे दिन की पदयात्रा पूरी करने की और हरिगढ़ (अलीगढ़) पहुंचने की खुशी के हैं। 2 तस्वीरें देखिए… नरौरा से लौटेंगी हर्षा की पदयात्रा हर्षा रिछारिया की पैदल यात्रा गुरुवार को अलीगढ़ शहर में पहुंचीं। यहां पर वह महाभारत कालीन अचलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करने के लिए गईं। इस दौरान कुछ हिंदू संगठनों ने उन्हें रोक दिया था। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। हर्षा रिछारिया की सनातनी युवा जोड़ो यात्रा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से होकर गुजरनी थी। ऐसे में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। इसी कारण उन्हें अनुमति नहीं दी गई। फिर बाद में सिर्फ नरौरा तक जाने की अनुमति दी गई। अब वह नरौरा घाट से गंगा स्नान करके वापस अलीगढ़ आएंगी और संभल नहीं जाएंगी। नरौरा में ही यात्रा करेंगी खत्म
प्रशासन की सशर्त अनुमति के अनुसार, नरौरा घाट से स्नान करने के बाद हर्षा रिछारिया अलीगढ़ लौटेंगी। संभल नहीं जाएंगी। अलीगढ़ होते हुए वह वापस मथुरा वृंदावन लौट जाएंगी। अलीगढ़ प्रशासन की ओर से संभल प्रशासन को भी इस बारे में सूचना भेजी जा चुकी है। माहौल को देखते हुए हर्षा को संभल न जाने को कहा गया- सीओ
ADM सिटी अमित कुमार भट्‌ट ने बताया- कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने उन्हें रोका था। फिर उन्हें बुलंदशहर बॉर्डर तक सुरक्षा के साथ छोड़ दिया गया था। उनका गंगा स्नान का कार्यक्रम था। पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है। अलीगढ़ के सीओ सिटी थर्ड अभय कुमार पांडेय ने बताया- संभल के माहौल को देखते हुए साध्वी से संभल न जाने को कहा गया था। वह नरौरा तक ही जाएंगी और गंगा स्नान करके लौटेंगी। हिंदू संगठनों ने मंदिर पर यात्री नहीं रुकने दी
वृंदावन में श्री राम मंदिर आश्रम के महंत रघुनाथ दास जी ने बताया- गुरुवार शाम को यात्रा अलीगढ़ के अचलेश्वर मंदिर पहुंची थी। जहां कुछ हिंदुओं संगठनों के लोगों ने रुकने से मना किया। जबकि उस मंदिर पर पहले से यात्रा का रुकना तय था। विरोध करने वालों का कहना था कि यात्रा से शोर होगा। इससे कहीं हंगामा न हो जाए। इसके बाद जिलाधिकारी से बातचीत के बाद मामला शांत हुआ। अब अतरौली से निकलकर नरौरा की तरफ पदयात्रा जा रही है। हर्षा रिछारिया की पदयात्रा का रूटमैप हर्षा दो संदेश लेकर निकलीं
हर्षा रिछारिया की यात्रा में आगे-आगे चलने के लिए जो रथ बनाया गया है उस पर दो संदेश लिखे गए हैं। पहला संदेश- आदरणीय बंधुओं, बाबा साहेब अंबेडकर जयंती को वृंदावन से हिंदू जोड़ो पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। इसका उद्देश्य सनातन धर्म से विमुक्त हो चुके युवक-युवतियों को वापस अपने धर्म में लाने के लिए। दूसरा संदेश- चलो जोड़ें इतिहास के पन्ने में अपना नाम कि हमन जवानों ने भी कदम बढ़ाया था, अपने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में, हमने भी अपना फर्ज निभाया था। हर्षा रिछारिया बोलीं- ये तपस्या कहीं तो लेकर जाएगी हर्षा रिछारिया वृंदावन से संभल तक पदयात्रा कर रही हैं। पहले दिन सोमवार सुबह बांके बिहारी का जयकारा लगाते हुए वृंदावन से निकलीं। समर्थकों ने उनपर फूल बरसाए। हर्षा की चप्पल गुम हो गई तो कड़ाके की धूप में नंगे पैर ही चल पड़ीं। हर्षा दैनिक भास्कर से बोलीं- ये तपस्या मुझे कहीं तो लेकर जाएगी। पहले दिन की पूरी अपडेट क्लिक कर देखिए पेशवाई के रथ पर बैठीं, ट्रोलर्स के निशाने पर आई थीं हर्षा 4 जनवरी को महाकुंभ के लिए निरंजनी अखाड़े की पेशवाई निकली थी। उस वक्त 30 साल की मॉडल हर्षा रिछारिया संतों के साथ रथ पर बैठी नजर आई थीं। पेशवाई के दौरान हर्षा रिछारिया से पत्रकारों ने साध्वी बनने पर सवाल किया था। इस पर हर्षा ने बताया था कि मैंने सुकून की तलाश में यह जीवन चुना है। मैंने वह सब छोड़ दिया, जो मुझे आकर्षित करता था। इसके बाद हर्षा सुर्खियों में आ गईं। वह ट्रोलर्स के भी निशाने पर हैं। मीडिया चैनल ने उन्हें ‘सुंदर साध्वी’ का नाम भी दे दिया। इसके बाद हर्षा फिर से मीडिया के सामने आईं। कहा- मैं साध्वी नहीं हूं। मैं केवल दीक्षा ग्रहण कर रही हूं। इसी बीच आनंद स्वरूप महाराज ने वीडियो जारी किया। कहा- पेशवाई के दौरान मॉडल को रथ पर बैठाना उचित नहीं है।

पति की चाय में चूहे मारने की दवा मिलाई:बरेली में बॉयफ्रेंड के साथ फंदे पर लटकाया; शक न हो…इसलिए खूब रोई

पति की चाय में चूहे मारने की दवा मिलाई:बरेली में बॉयफ्रेंड के साथ फंदे पर लटकाया; शक न हो…इसलिए खूब रोई बरेली में मेरठ के ‘सौरभ हत्याकांड’ जैसी वारदात हुई है। यहां पत्नी ने पति को चाय में चूहे मारने की दवा मिलाकर पिला दी। जब वह बेहोश हो गया तो फोन करके प्रेमी को बुलाया। दोनों ने मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मर्डर को सुसाइड का रूप देने के लिए शव को फंदे से लटका दिया। वारदात के बाद प्रेमी को वहां से भगा दिया। किसी को शक न हो, इसलिए वह जोर-जोर से रोने लगी। आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ा गया, तो शव फंदे से लटका मिला। शव बाहर निकालते ही पत्नी शव से लिपट गई और चीखने लगी। यह देखकर पुलिस को भी पहले मामला सुसाइड का लगा। जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। इसमें पता चला कि युवक की मौत गला दबाने और नशीला पदार्थ पीने से हुई है। भाई की शिकायत और शक के आधार पर पुलिस ने पत्नी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बॉयफ्रेंड का नाम बताया। फिर दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई, तो जुर्म कबूल कर लिया। मामला ठाकुरद्वारा मोहल्ले का है। जानिए पूरा मामला- अलीगंज थाना क्षेत्र के खेलम देहाजागीर गांव के रहने वाले केहर पाल सिंह (35) अपनी पत्नी रेखा और 4 बच्चों के साथ मोहल्ला ठाकुरद्वारा में किराए पर रहता था। वह नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में 10 साल से संविदा पर सफाईकर्मी था। पड़ोसियों के मुताबिक, 13 अप्रैल को शाम करीब 5 बजे केहर की पत्नी की चीखने की आवाज आई। हम लोग दौड़कर पहुंचे। जब उससे रोने की वजह पूछी तो उसने कहा- पति ने फांसी लगा ली है। हमने खिड़की से देखा तो शव फंदे पर लटका हुआ था। हम लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। करीब 10-15 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा। जैसे ही पुलिस ने शव को कमरे से बाहर निकाला, रेखा उससे लिपटकर रोने लगी। यह देखकर हमें भी लगा कि केहर ने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, केहर के भाई अशोक कुमार ने हत्या की आशंका जताई और बहू के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस की शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा था।दो दिन पहले आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रिपोर्ट में युवक की मौत का कारण गला दबाना और नशीला पदार्थ पाया गया। इसके बाद पुलिस ने पत्नी रेखा को हिरासत में लिया। पूछताछ में रेखा ने अपने प्रेमी का नाम बताया। फिर दोनों को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने हत्या की बात कबूल ली। 16 साल पहले हुई थी शादी
केहर सिंह के बड़े भाई अशोक कुमार ने बताया- छोटे भाई की शादी 16 साल पहले हुई थी। उसके चार बच्चे हैं- राहुल सिंह (13), वंश (10), रितिक (7) और बेटी परी (5)। रेखा मेडिकल कॉलेज में खाना बनाने का काम करती थी। वहीं उसकी मुलाकात बिजनौर निवासी पिंटू से हुई। दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसकी जानकारी केहर को हो गई थी। उसने रेखा से नौकरी छोड़ने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसी बात को लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते थे। SP बोले- पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड से की जा रही पूछताछ
एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि संविदा कर्मचारी का शव रविवार को घर में फंदे से लटका मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। अब तक की जांच में रेखा और पिंटू के प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है। केहर को इसकी जानकारी थी। वह इसका विरोध करता था। इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल, रेखा और उसके प्रेमी पिंटू को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही कि हत्या करने के बाद अंदर से कैसे रूम बंद किया। ………………………… ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने हत्या की, फिर 10 बार सांप से डसवाया:बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया, दोनों गिरफ्तार; मेरठ में फिर मुस्कान जैसी वारदात मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात फिर हुई है। यहां पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सोते वक्त पति का गला घोंटा, फिर शव के नीचे सांप को दबा दिया। दबे होने पर सांप ने युवक को 10 बार डसा। वारदात के बाद बॉयफ्रेंड को वहां से भगा दिया और खुद दूसरे कमरे में सोने चली गई। पूरी खबर पढ़िए