CDA के रिटायर्ड कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर 15 लाख की ठगी, मानव अंग तस्करी का लगाया था आरोप

CDA के रिटायर्ड कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर 15 लाख की ठगी, मानव अंग तस्करी का लगाया था आरोप

<p style=”text-align: justify;”><strong>Meerut News:</strong> पूरे देश में साइबर ठग के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है. साइबर ठगी का एक मामला अब मेरठ से सामने आया है, जहां पूर्व बैंक अधिकारी से एक करोड़ 74 लाख की ठगी का मामला अभी तक सुर्खियों में है.लेकिन साइबर ठगों ने इस बार सीडीए के रिटायर्ड कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया और उनसे 15 लाख रुपये ठग लिया. वो इतने घबरा गए कि एकाउंट में रकम भी ट्रांसफर कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल पूरा मामला मेरठ के नौचंदी थाना इलाके के शास्त्रीनगर में रहने वाले एस सी जैन सीडीए से रिटायर्ड हैं.आठ नवंबर को उनके पास फोन आया कि मानव अंग की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर हत्या कर दी है. उनके अंग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में करोड़ों रुपए की कीमत पर बेचे गए हैं. बच्चों के शव परिजनों को सौंपने के लिए भी फिरौती वसूली गई है और ये रकम आपके एसडीएफसी बैंक से ट्रांसफर की गई है.ये सुनते ही बुजुर्ग गहरा गए और ठगों के मायाजाल में फंस गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खुद को बताया साइबर क्राइम अफसर</strong><br />साइबर ठग पूरी तैयारी से ठगी का प्लान बनाते हैं. सीडीए के रिटायर्ड अधिकारी को ठगने और डिजिटल अरेस्ट करने के लिए भी ऐसा ही प्लान बनाया. वीडियो कॉल पर ठग ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी. खुद को साइबर क्राइम का अफसर दीपक यादव बोल रहा हूं कहा. बुजुर्ग इसके बाद बात करने लगे और ठग पूरी प्लानिंग से उन्हें अपने जाल में फंसाने लगे. उनसे एक एक करके तमाम जानकारियां ले ली, वो डर गए फिर साइबर ठग जो कहते रहे करते चले गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>15 लाख रुपये करवाए ट्रांसफर</strong><br />जब रिटायर्ड अधिकारी ठगों के जाल में फंस गए तो फिर उनसे कहा गया कि यदि बचना है तो 15 लाख रुपये दे दो, वरना जेल जाना पड़ेगा और पूरी जिंदगी जेल के बीतेगी. पांच दिनों में साइबर ठगों ने उन्हें अपनी निगरानी में रखा. उनसे कहा किसी को मत बताना न कहीं और जाना. उनसे कहा गया कि 15 लाख रुपये दे दो तो हम बचा लेंगे. आखिरकार 12 नवंबर को रिटायर्ड अफसर ने 15 लाख की रकम साइबर ठगों के खाते में डाल दी. इसके बाद उन्होंने पूरी कहानी अपनी पत्नी को बताई और फिर बेटे को बात पता चली तो सभी के पैरों से जमीन निकल गई,लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर पोर्टल पर कराई शिकायत जांच हुई शुरू</strong><br />रिटायर्ड सीडीए कर्मी एस सी जैन के बेटे स्पोर्ट्स कारोबारी राहुल ने पिता के डिजिटल अरेस्ट होने की शिकायत साइबर पोर्टल पर कर दी. इस बारे में एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि बुजुर्ग से ठगी की शिकायत मिली है, जिस खाते में रकम भेजी गई है उसे फ्रिज करने के लिए बैंक को मेल भेजे दी गई है.साइबर सेल गंभीरता से जांच कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें:<strong><a href=”https://abplive.com/states/up-uk/up-bypolls-2024-bjp-and-rss-meeting-in-lucknow-hindutva-agenda-counter-pda-ann-2823617″> यूपी उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी की RSS के साथ बैठक, संघ के साथ तय हुआ खास फॉर्मूला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Meerut News:</strong> पूरे देश में साइबर ठग के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है. साइबर ठगी का एक मामला अब मेरठ से सामने आया है, जहां पूर्व बैंक अधिकारी से एक करोड़ 74 लाख की ठगी का मामला अभी तक सुर्खियों में है.लेकिन साइबर ठगों ने इस बार सीडीए के रिटायर्ड कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया और उनसे 15 लाख रुपये ठग लिया. वो इतने घबरा गए कि एकाउंट में रकम भी ट्रांसफर कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल पूरा मामला मेरठ के नौचंदी थाना इलाके के शास्त्रीनगर में रहने वाले एस सी जैन सीडीए से रिटायर्ड हैं.आठ नवंबर को उनके पास फोन आया कि मानव अंग की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर हत्या कर दी है. उनके अंग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में करोड़ों रुपए की कीमत पर बेचे गए हैं. बच्चों के शव परिजनों को सौंपने के लिए भी फिरौती वसूली गई है और ये रकम आपके एसडीएफसी बैंक से ट्रांसफर की गई है.ये सुनते ही बुजुर्ग गहरा गए और ठगों के मायाजाल में फंस गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खुद को बताया साइबर क्राइम अफसर</strong><br />साइबर ठग पूरी तैयारी से ठगी का प्लान बनाते हैं. सीडीए के रिटायर्ड अधिकारी को ठगने और डिजिटल अरेस्ट करने के लिए भी ऐसा ही प्लान बनाया. वीडियो कॉल पर ठग ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी. खुद को साइबर क्राइम का अफसर दीपक यादव बोल रहा हूं कहा. बुजुर्ग इसके बाद बात करने लगे और ठग पूरी प्लानिंग से उन्हें अपने जाल में फंसाने लगे. उनसे एक एक करके तमाम जानकारियां ले ली, वो डर गए फिर साइबर ठग जो कहते रहे करते चले गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>15 लाख रुपये करवाए ट्रांसफर</strong><br />जब रिटायर्ड अधिकारी ठगों के जाल में फंस गए तो फिर उनसे कहा गया कि यदि बचना है तो 15 लाख रुपये दे दो, वरना जेल जाना पड़ेगा और पूरी जिंदगी जेल के बीतेगी. पांच दिनों में साइबर ठगों ने उन्हें अपनी निगरानी में रखा. उनसे कहा किसी को मत बताना न कहीं और जाना. उनसे कहा गया कि 15 लाख रुपये दे दो तो हम बचा लेंगे. आखिरकार 12 नवंबर को रिटायर्ड अफसर ने 15 लाख की रकम साइबर ठगों के खाते में डाल दी. इसके बाद उन्होंने पूरी कहानी अपनी पत्नी को बताई और फिर बेटे को बात पता चली तो सभी के पैरों से जमीन निकल गई,लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साइबर पोर्टल पर कराई शिकायत जांच हुई शुरू</strong><br />रिटायर्ड सीडीए कर्मी एस सी जैन के बेटे स्पोर्ट्स कारोबारी राहुल ने पिता के डिजिटल अरेस्ट होने की शिकायत साइबर पोर्टल पर कर दी. इस बारे में एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि बुजुर्ग से ठगी की शिकायत मिली है, जिस खाते में रकम भेजी गई है उसे फ्रिज करने के लिए बैंक को मेल भेजे दी गई है.साइबर सेल गंभीरता से जांच कर रही है.</p>
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