CM ने गुरु गोरखनाथ को चढ़ाई खिचड़ी:गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में अर्पित किया भोग, अब तक 150 क्विंटल खिचड़ी चढ़ाई गई

CM ने गुरु गोरखनाथ को चढ़ाई खिचड़ी:गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में अर्पित किया भोग, अब तक 150 क्विंटल खिचड़ी चढ़ाई गई

गोरखपुर में मकर संक्रांति पर सुबह लगभग 4 बजे CM योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। नाथ पंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उन्होंने खिचड़ी का भोग अर्पित कर जनमानस की समृद्धि की मंगलकामना की। इसके बाद नेपाल राजपरिवार की ओर से आयी खिचड़ी चढ़ाई गई। फिर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू कर दी। अब तक करीब 150 क्विंटल से ज्यादा खिचड़ी चढाई जा चुकी है। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री ने परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने सभी को मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं दीं। साथ ही वहां मौजूद कुछ बच्चों को दुलारा। CM योगी ने कहा-मेरा सौभाग्य है कि गुरु गोरखनाथ की साधना स्थली पर बाबा के श्रीचरणों में खिचड़ी चढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है। समाज को जोड़ने का विशिष्ट और विराट पर्व है मकर संक्रांति
सीएम योगी ने कहा- देश के अंदर उत्तर, दक्षिण ,पूरब या पश्चिम में अलग-अलग नाम और रूपों में मकर संक्रांति पर्व को लोग मनाते हैं और उत्सव के साथ जुड़ते हैं। यह उत्सव भारत की सनातन धर्म की परंपरा में आनंद के क्षणों को एकजुटता और एकता के साथ पूरे समाज को जोड़ने का विशिष्ट और विराट आयोजन है। महाकुंभ के प्रति देश और दुनिया का आकर्षण अद्भुत व अकल्पनीय
सीएम ने मकर संक्रांति की बधाई देने के साथ ही महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की संतों और श्रद्धालुओं को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा- एक तरफ भगवान गोरखनाथ की पावन तपस्थली पर आस्था की खिचड़ी चढ़ाई जा रही है तो दूसरी ओर इस सदी का पहला महाकुंभ तीरथपति प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है। सीएम ने कहा- महाकुंभ के प्रति जो आकर्षण देश और दुनिया में देखने को मिल रहा है वह अद्भुत और अकल्पनीय है। उन्होंने कहा- सोमवार को लगभग पौने 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाई और पुण्य के भागीदार बने। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग कतई न करें
सीएम ने कहा- पर्व और त्योहार हमें एकता का संदेश देते हैं। सामाजिक और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ बनाने और परंपराओं की पवित्रता कायम रखने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार पर श्रद्धा का भाव अभिनंदनीय है। हम सब का प्रयास होना चाहिए कि हमारे पावन तीर्थ स्वच्छ और सुंदर बने रहें। इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कतई न करें। कहीं भी, जहां-तहां गंदगी न करें। उन्होंने कहा- शासन और प्रशासन, अनेक स्वयंसेवी संगठन पूज्य संतों और श्रद्धालुओं की सुविधाजनक व्यवस्थाओं में लगे हैं। एक दिन पहले पहुंची नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी
गुरु गोरखनाथ को नेपाल राज परिवार की ओर से खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा वर्षों पुरानी है। पहले राज परिवार के लोग यहां आकर खिचड़ी चढ़ाते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से खिचड़ी भेज दी जाती है। सोमवार को ही नेपाल राज परिवार की खिचड़ी यहां पहुंच गई थी। परंपरा के मुताबिक पहले गोरक्षपीठाधीश्वर की ओर से खिचड़ी चढ़ाई गई और दूसरे नंबर पर नेपाल राज परिवार की खिचड़ी चढ़ाई गई। खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाले कभी निराश नहीं होते
मान्यता है कि बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाला कभी निराश नहीं होता है। अरुणोदय काल में मकर संक्रांति का महापर्व मंगलवार को मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार एवं देश के अन्य भागों से लोग खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे हैं। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल एवं सीमावर्ती क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से यहां आ रहे हैं। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
खिचड़ी के पर्व को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को व्यवस्था संभाल ली थी। मकर संक्रांति पर्व को लेकर मंदिर व मेला परिसर को सजाया गया है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रैन बसेरे में पूरी व्यवस्था की गई है। रविवार से ही रूट डायवर्जन किया गया है। वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग बनाया गया है। गोरखपुर में मकर संक्रांति पर सुबह लगभग 4 बजे CM योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। नाथ पंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उन्होंने खिचड़ी का भोग अर्पित कर जनमानस की समृद्धि की मंगलकामना की। इसके बाद नेपाल राजपरिवार की ओर से आयी खिचड़ी चढ़ाई गई। फिर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू कर दी। अब तक करीब 150 क्विंटल से ज्यादा खिचड़ी चढाई जा चुकी है। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री ने परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने सभी को मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं दीं। साथ ही वहां मौजूद कुछ बच्चों को दुलारा। CM योगी ने कहा-मेरा सौभाग्य है कि गुरु गोरखनाथ की साधना स्थली पर बाबा के श्रीचरणों में खिचड़ी चढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है। समाज को जोड़ने का विशिष्ट और विराट पर्व है मकर संक्रांति
सीएम योगी ने कहा- देश के अंदर उत्तर, दक्षिण ,पूरब या पश्चिम में अलग-अलग नाम और रूपों में मकर संक्रांति पर्व को लोग मनाते हैं और उत्सव के साथ जुड़ते हैं। यह उत्सव भारत की सनातन धर्म की परंपरा में आनंद के क्षणों को एकजुटता और एकता के साथ पूरे समाज को जोड़ने का विशिष्ट और विराट आयोजन है। महाकुंभ के प्रति देश और दुनिया का आकर्षण अद्भुत व अकल्पनीय
सीएम ने मकर संक्रांति की बधाई देने के साथ ही महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की संतों और श्रद्धालुओं को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा- एक तरफ भगवान गोरखनाथ की पावन तपस्थली पर आस्था की खिचड़ी चढ़ाई जा रही है तो दूसरी ओर इस सदी का पहला महाकुंभ तीरथपति प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है। सीएम ने कहा- महाकुंभ के प्रति जो आकर्षण देश और दुनिया में देखने को मिल रहा है वह अद्भुत और अकल्पनीय है। उन्होंने कहा- सोमवार को लगभग पौने 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाई और पुण्य के भागीदार बने। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग कतई न करें
सीएम ने कहा- पर्व और त्योहार हमें एकता का संदेश देते हैं। सामाजिक और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ बनाने और परंपराओं की पवित्रता कायम रखने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार पर श्रद्धा का भाव अभिनंदनीय है। हम सब का प्रयास होना चाहिए कि हमारे पावन तीर्थ स्वच्छ और सुंदर बने रहें। इसके लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कतई न करें। कहीं भी, जहां-तहां गंदगी न करें। उन्होंने कहा- शासन और प्रशासन, अनेक स्वयंसेवी संगठन पूज्य संतों और श्रद्धालुओं की सुविधाजनक व्यवस्थाओं में लगे हैं। एक दिन पहले पहुंची नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी
गुरु गोरखनाथ को नेपाल राज परिवार की ओर से खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा वर्षों पुरानी है। पहले राज परिवार के लोग यहां आकर खिचड़ी चढ़ाते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से खिचड़ी भेज दी जाती है। सोमवार को ही नेपाल राज परिवार की खिचड़ी यहां पहुंच गई थी। परंपरा के मुताबिक पहले गोरक्षपीठाधीश्वर की ओर से खिचड़ी चढ़ाई गई और दूसरे नंबर पर नेपाल राज परिवार की खिचड़ी चढ़ाई गई। खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाले कभी निराश नहीं होते
मान्यता है कि बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाला कभी निराश नहीं होता है। अरुणोदय काल में मकर संक्रांति का महापर्व मंगलवार को मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार एवं देश के अन्य भागों से लोग खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे हैं। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल एवं सीमावर्ती क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से यहां आ रहे हैं। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
खिचड़ी के पर्व को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को व्यवस्था संभाल ली थी। मकर संक्रांति पर्व को लेकर मंदिर व मेला परिसर को सजाया गया है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए रैन बसेरे में पूरी व्यवस्था की गई है। रविवार से ही रूट डायवर्जन किया गया है। वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग बनाया गया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर