पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ओलिंपिक खेलने पेरिस पहुंची इंडियन हॉकी टीम से फोन पर बातचीत कर उन्हें आने वाले मैचों के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने उनके पेरिस ना जा पाने पर दुख जताया, लेकिन प्रॉमिस किया है कि वे उनके वापस लौटने पर एयरपोर्ट पर रिसीव करने जरूर पहुंचेंगे। सीएम भगवंत मान की बातचीत हॉकी टीम के कैप्टन हरमनप्रीत सिंह से हुई। सीएम भगवंत मान ने उनसे बीते 5 मैचों के बारे में बातचीत की। सीएम भगवंत मान ने कहा- बहुत अच्छा, एक दो बार ऐसा हुआ कि अभिषेक व आप गलत समय पर बाहर बैठे थे। दो पेनाल्टी कॉर्नर आपके बिना लेने पड़ गए। लेकिन बहुत मुबारक वाली बात है कि 52 सालों के बाद जर्मनी को ओलिंपिक में हराया है। उन्होंने कहा कि, मैंने भी आना था आपके हौसले बढ़ाने, लेकिन मुझे आने ही नहीं दिया। पॉलिटिकल क्लीयरैंस नहीं दी। आज रात को आना था हमने। ताकि कल वाले क्वार्टर फाइनल को देख सकते, लेकिन सेंट्रल सरकार कहती, नहीं जा सकते आप। मैं पहुंच नहीं सकूंगा, लेकिन आपके साथ हैं। एक-एक मिनट, एक-एक सेकेंड गेम हम लाइव देख रहे हैं। कल वाले क्वार्टर फाइनल के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। कॉल पर नसीहत भी दी मुख्यमंत्री मान ने इस दौरान टीम इंडिया को खेल के दौरान दिखी कमी पर नसीहत भी दी। उन्होंने इंडियन कैप्टन से कहा कि सेंटर से बहुत गेम मिल जाते हैं। कल ऑस्ट्रेलिया वालों को बहुत गैप मिले हैं। आस-पास, लेफ्ट राइट कोई दिक्कत नहीं, लेकिन वे सेंटर में घुस रहे थे। कोच साहिब ब्रेक में आपको समझा भी रहे थे। वे अकेली-अकेली चीज देखते हैं। गोल्ड लेकर आओगे तो लेने आऊंगा सीएम ने वादा किया कि गोल्ड लेकर आएं, एयरपोर्ट पर रिसीव करने आऊंगा। इन्होंने (केंद्र ने) परमिशन नहीं दी, लेकिन कोई बात नहीं, समझो कि हम साथ ही हैं। अभिषेक, मनदीप, गुरजंट, शमशेर सभी को मेरी तरह से हौसला बढ़ाना और सभी को गुडलक। यह भी पढ़े – पंजाब CM के पेरिस ओलिंपिक जाने पर केंद्र से तकरार:विदेश मंत्रालय ने नहीं दी परमिशन; भगवंत मान बोले- मोदी नहीं चाहते मैं जाऊं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पेरिस ओलिंपिक में जाने को लेकर केंद्र सरकार से तकरार बढ़ गई है। केंद्र ने भगवंत मान को इसके लिए पॉलिटिकल क्लीयरैंस देने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने तर्क दिया कि सीएम ऑफिस की तरफ से एप्लिकेशन अप्लाई करने में देरी की गई। (पूरी खबर पढ़े) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ओलिंपिक खेलने पेरिस पहुंची इंडियन हॉकी टीम से फोन पर बातचीत कर उन्हें आने वाले मैचों के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने उनके पेरिस ना जा पाने पर दुख जताया, लेकिन प्रॉमिस किया है कि वे उनके वापस लौटने पर एयरपोर्ट पर रिसीव करने जरूर पहुंचेंगे। सीएम भगवंत मान की बातचीत हॉकी टीम के कैप्टन हरमनप्रीत सिंह से हुई। सीएम भगवंत मान ने उनसे बीते 5 मैचों के बारे में बातचीत की। सीएम भगवंत मान ने कहा- बहुत अच्छा, एक दो बार ऐसा हुआ कि अभिषेक व आप गलत समय पर बाहर बैठे थे। दो पेनाल्टी कॉर्नर आपके बिना लेने पड़ गए। लेकिन बहुत मुबारक वाली बात है कि 52 सालों के बाद जर्मनी को ओलिंपिक में हराया है। उन्होंने कहा कि, मैंने भी आना था आपके हौसले बढ़ाने, लेकिन मुझे आने ही नहीं दिया। पॉलिटिकल क्लीयरैंस नहीं दी। आज रात को आना था हमने। ताकि कल वाले क्वार्टर फाइनल को देख सकते, लेकिन सेंट्रल सरकार कहती, नहीं जा सकते आप। मैं पहुंच नहीं सकूंगा, लेकिन आपके साथ हैं। एक-एक मिनट, एक-एक सेकेंड गेम हम लाइव देख रहे हैं। कल वाले क्वार्टर फाइनल के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। कॉल पर नसीहत भी दी मुख्यमंत्री मान ने इस दौरान टीम इंडिया को खेल के दौरान दिखी कमी पर नसीहत भी दी। उन्होंने इंडियन कैप्टन से कहा कि सेंटर से बहुत गेम मिल जाते हैं। कल ऑस्ट्रेलिया वालों को बहुत गैप मिले हैं। आस-पास, लेफ्ट राइट कोई दिक्कत नहीं, लेकिन वे सेंटर में घुस रहे थे। कोच साहिब ब्रेक में आपको समझा भी रहे थे। वे अकेली-अकेली चीज देखते हैं। गोल्ड लेकर आओगे तो लेने आऊंगा सीएम ने वादा किया कि गोल्ड लेकर आएं, एयरपोर्ट पर रिसीव करने आऊंगा। इन्होंने (केंद्र ने) परमिशन नहीं दी, लेकिन कोई बात नहीं, समझो कि हम साथ ही हैं। अभिषेक, मनदीप, गुरजंट, शमशेर सभी को मेरी तरह से हौसला बढ़ाना और सभी को गुडलक। यह भी पढ़े – पंजाब CM के पेरिस ओलिंपिक जाने पर केंद्र से तकरार:विदेश मंत्रालय ने नहीं दी परमिशन; भगवंत मान बोले- मोदी नहीं चाहते मैं जाऊं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पेरिस ओलिंपिक में जाने को लेकर केंद्र सरकार से तकरार बढ़ गई है। केंद्र ने भगवंत मान को इसके लिए पॉलिटिकल क्लीयरैंस देने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने तर्क दिया कि सीएम ऑफिस की तरफ से एप्लिकेशन अप्लाई करने में देरी की गई। (पूरी खबर पढ़े) पंजाब | दैनिक भास्कर
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सीएम मान आज भगत सिंह की प्रतिमा का करेंगे विमोचन:चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर की गई है स्थापित; पहले बीजेपी ने किया था प्रदर्शन चंडीगढ़ स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्थापित की गई शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को आज (बुधवार) CM भगवंत मान जनता को समर्पित करेंगे। यह प्रतिमा 35 फुट की है। शुभारंभ के लिए जिला प्रशासन व पुलिस की तरफ से तैयारियां कर ली गई हैं। हालांकि इससे पहले प्रतिमा के अनावरण को लेकर पंजाब बीजेपी की तरफ से प्रदर्शन भी किया गया था। निशान-ए-इंकलाब प्लाजा किया स्थापित पंजाब सरकार की तरफ से इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निशान-ए-इंकलाब प्लाजा स्थापित किया गया है। जहां पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा लगाई है। इस प्रोजेक्ट पर करीब छह करोड़ की लागत आई है। शुरुआत में जयपुर की एक साइट पर शहीद का क्ले मॉडल तैयार हुआ था। इसके बाद सीएम ने उसके अनुरूप ही प्रतिमा तैयार करने के आदेश दिए थे। वहीं, आज के प्रोग्राम को बेंगलुरु की एक कंपनी द्वारा किया जाना है। इस पल को भी यादगार बनाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी ने सरकार को दिया था 72 घंटे का अल्टीमेटम शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के शुभारंभ को लेकर भी एक कंट्रोवर्सी हुई है। असल में प्रतिमा का शुभारंभ 28 सितंबर को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस मौके होना था। लेकिन उस समय सीएम की तबीयत ठीक नहीं थी। इसके बाद पंचायत चुनाव व फिर चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो गया। इस वजह से चुनावी आचार संहिता लग गई और यह काम लटक गया। लेकिन जैसे ही उपचुनाव संपन्न हुए तो बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा। बीजेपी का आरोप था कि 6 महीने प्रतिमा तैयार हुए हो गए हैं। लेकिन सरकार जानबूझकर इसका शुभारंभ नहीं कर रही है। बीजेपी ने 72 घंटे का सरकार को अल्टीमेटम दिया कि प्रतिमा का शुभारंभ करे, वरना लोग प्रतिमा का शुभारंभ करेंगे। जैसे ही 2 दिसंबर को बीजेपी वाले प्रतिमा का विमाेचन करने जा रहे थे। उससे पहले ही सरकार ने इसके विमोचन का समय दे दिया। वहीं, मोहाली में जुटे बीजेपी के नेताओं को हिरासत में लेकर बाद में रिहा कर दिया गया। 10 साल तक भाजपा ने नाम का विरोध किया जब यह विवाद शुरू हुआ तो श्री आनंदपुर साहिब के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा था कि पंजाब में भाजपा दस साल तक शिरोमणि अकाली दल के साथ सत्ता में रही । लेकिन वह भाजपा वाले उस समय वे हंगामा करते थे कि एयरपोर्ट का नाम भगत सिंह के नाम पर न रखा जाए। हरियाणा भाजपा के नेता एयरपोर्ट का नाम मंगल सेन के नाम पर रखना चाहते थे। अब सीएम भगवंत मान के प्रयासों से एयरपोर्ट का नाम शहीद-ए-आजम के नाम पर रखा गया है। साथ ही वहां भगत सिंह की प्रतिमा भी लगाई गई है। सीएम को इसका उद्घाटन करना है। अब भाजपा उस प्रतिमा को लेकर ड्रामा कर रही है। भाजपा वाले हमेशा से ही भगत सिंह से नफरत करते रहे हैं। पंजाब के लोग भाजपा के पंजाब विरोधी चेहरे को अच्छी तरह जानते हैं।
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