पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले अमन सहरावत, महिला पहलवान निशा दहिया और रितिका हुड्डा से सोमवार को चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर सीएम नायब सैनी ने मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दोनों ही खिलाड़ियों का भव्य स्वागत करते हुए कहा कि सरकार सदैव आपके साथ रहेगी। बता दें कि पेरिस ओलिंपिक में पहलवान अमन सहरावत ने कांस्य पदक जीता है। 21 साल के अमन झज्जर जिले के गांव बीरोहड़ के रहने वाले हैं। सीएम सैनी ने खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर की है। एक्स पर शेयर की पोस्ट मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अमन सहरावत से मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया (X) पर शेयर करते हुए लिखा ‘झज्जर जिले के बीरोहड़ के रहने वाले ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता 21 वर्षीय पहलवान अमन सहरावत का आज संत कबीर कुटीर पर स्वागत और अभिनंदन किया। अमन आप पर पूरे देश और प्रदेश को गर्व है। महज 10 साल की उम्र से विपरित परिस्थितियों में आपने जो कुश्ती में कठिन तप किया वो अद्भुत है। हरियाणा सरकार सदैव आपको प्रोत्साहित और सम्मानित करने में अव्वल रहेगी। उज्जवल भविष्य की आपको शुभकामनाएं।’ भविष्य की दी शुभकामनाएं इसी तरह महिला पहलवान निशान दहिया के साथ मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए नायब सैनी ने लिखा ‘पेरिस ओलिंपिक में चोटिल होने के बाद भी मैदान नहीं छोड़ने वाली और देश के लिए मेडल हासिल करने के लिए शेरनी की तरह लड़ने वाली महिला पहलवान निशान दहिया और रितिका हुड्डा का संत कबीर कुटीर पर अभिनंदन किया। रितिका ने भी क्वार्टर फाइनल तक पहुंचकर जो जज्बा और कौशल दिखाया वो सराहनीय है। भविष्य आप दोनों का ही उज्जवल है और देश को आप दोनों से बहुत उम्मीदें हैं। भविष्य की शुभकामनाएं।’ पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले अमन सहरावत, महिला पहलवान निशा दहिया और रितिका हुड्डा से सोमवार को चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर सीएम नायब सैनी ने मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दोनों ही खिलाड़ियों का भव्य स्वागत करते हुए कहा कि सरकार सदैव आपके साथ रहेगी। बता दें कि पेरिस ओलिंपिक में पहलवान अमन सहरावत ने कांस्य पदक जीता है। 21 साल के अमन झज्जर जिले के गांव बीरोहड़ के रहने वाले हैं। सीएम सैनी ने खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर की है। एक्स पर शेयर की पोस्ट मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अमन सहरावत से मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया (X) पर शेयर करते हुए लिखा ‘झज्जर जिले के बीरोहड़ के रहने वाले ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता 21 वर्षीय पहलवान अमन सहरावत का आज संत कबीर कुटीर पर स्वागत और अभिनंदन किया। अमन आप पर पूरे देश और प्रदेश को गर्व है। महज 10 साल की उम्र से विपरित परिस्थितियों में आपने जो कुश्ती में कठिन तप किया वो अद्भुत है। हरियाणा सरकार सदैव आपको प्रोत्साहित और सम्मानित करने में अव्वल रहेगी। उज्जवल भविष्य की आपको शुभकामनाएं।’ भविष्य की दी शुभकामनाएं इसी तरह महिला पहलवान निशान दहिया के साथ मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए नायब सैनी ने लिखा ‘पेरिस ओलिंपिक में चोटिल होने के बाद भी मैदान नहीं छोड़ने वाली और देश के लिए मेडल हासिल करने के लिए शेरनी की तरह लड़ने वाली महिला पहलवान निशान दहिया और रितिका हुड्डा का संत कबीर कुटीर पर अभिनंदन किया। रितिका ने भी क्वार्टर फाइनल तक पहुंचकर जो जज्बा और कौशल दिखाया वो सराहनीय है। भविष्य आप दोनों का ही उज्जवल है और देश को आप दोनों से बहुत उम्मीदें हैं। भविष्य की शुभकामनाएं।’ हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में CPS-CM के आज जारी होंगे ऑर्डर:दो दिन पहले 4 घंटे में पलटे थे आदेश; 3 कैबिनेट मंत्रियों ने किया ऑब्जेक्शन
हरियाणा में CPS-CM के आज जारी होंगे ऑर्डर:दो दिन पहले 4 घंटे में पलटे थे आदेश; 3 कैबिनेट मंत्रियों ने किया ऑब्जेक्शन हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सैनी के मुख्य प्रधान सचिव (CPS) की नियुक्ति के आदेश आज जारी कर दिए जाएंगे। इससे 2 दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी की नियुक्ति के आदेश पर नाटकीय ढंग से रोक लग गई। प्रदेश के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने शुक्रवार रात करीब 8 बजे रिटायर्ड IAS राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव बनाने के आदेश जारी किए थे। इसमें उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया था। हालांकि 4 घंटे बाद ही रात करीब 12 बजे दूसरा ऑर्डर जारी हो गया। जिसमें लिखा गया कि मुख्य प्रधान सचिव की नियुक्ति के संबंध में जारी आदेश अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब CM नायब सैनी दिल्ली गए हुए हैं। आदेश पर रोक लगने की ये थी वजह इसके पीछे की इनसाइड स्टोरी अब सामने आई है। जिसमें पता चला है कि जब देर शाम उनकी नियुक्ति के ऑर्डर जारी किए गए, तो कैबिनेट के तीन सीनियर मंत्रियों ने इस पर ऑब्जेक्शन कर दिया। तीनों मंत्रियों ने राजेश खुल्लर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने पर विरोध जताया। उनका कहना था कि हम चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं अधिकारी को बैठे-बिठाए ही यह दर्जा दिया जा रहा है। जिसके बाद आदेश वापस ले लिए गए। हालांकि सरकार खुल्लर की नियुक्ति जरूर करेगी, इसके लिए अब बिना कैबिनेट रैंक के ये ऑर्डर आज या कल जारी कर सकती है। नियुक्ति और फिर उसे रोकने के ऑर्डर की कॉपी… कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। पर्ची सिस्टम के विरोधी अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कम्प्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मनोहर ने वर्ल्ड बैंक से वापस बुलवाया राजेश खुल्लर की सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक के वॉशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति हो गई। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने करीब 5 साल हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके प्रधान सचिव के रूप में काम किया।उसके बाद मनोहर सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से पहले वर्ल्ड बैंक से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। वर्ल्ड बैंक से लौटने के बाद खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया। CMO के रहे ओवरऑल इंचार्ज इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए लोकसभा चुनाव से करीब सवा 2 महीने पहले यानी 8 फरवरी 2024 को हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सीएम ऑफिस (सीएमओ) में बड़ा बदलाव किया था। उस समय खट्टर ने 58 प्रमुख विभागों को 6 अफसरों में बांट दिया था। उस फेरबदल के दौरान सीएम के तत्कालीन मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को 17, तत्कालीन सहायक प्रधान सचिव आशिमा बराड़ को 11, तत्कालीन प्रधान सचिव वी उमाशंकर को 10, अमित अग्रवाल को 9, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह को 3, एचसीएस सुधांशु गौतम को 6 और भूपेश्वर दयाल को 2 विभाग दिए गए थे। इसके साथ ही खट्टर ने राजेश खुल्लर को सीएम ऑफिस (सीएमओ) का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया था।
करनाल में जयप्रकाश गुप्ता ने बीजेपी छोड़ी:2019 में मनोहर लाल खट्टर पार्टी में लेकर आए थे; सीएम ने घर जाकर मांगा था समर्थन
करनाल में जयप्रकाश गुप्ता ने बीजेपी छोड़ी:2019 में मनोहर लाल खट्टर पार्टी में लेकर आए थे; सीएम ने घर जाकर मांगा था समर्थन हरियाणा के करनाल में वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने भाजपा पार्टी को छोड़ दिया है। जयप्रकाश करनाल विधानसभा से टिकट की डिमांड कर रहे थे और बीजेपी ने जगमोहन आनंद को टिकट दिया। जेपी अपना टिकट कटने से नाराज चल रहे थे। जयप्रकाश 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिन्हें शामिल करने के लिए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आए थे और संसदीय चुनाव में खुद नायब सैनी ने इनके घर आकर समर्थन मांगा था। क्यों छोड़ी बीजेपी…
जेपी ने कहा कि मैंने बड़ी आशा से और साथियों के दबाव में आकर बीजेपी जॉइन की थी। ताकि हम जनता के दुख दर्द बांटते रहे और जनता की सेवा करते रहे। लेकिन बीजेपी में मेरी उम्मीद पूरी नहीं हुई, जिस वजह से मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। जिस परिवार में किसी की सुनी नहीं जाती, जो पार्टी किसी परिवार की रक्षा नहीं कर सकती। मैं उस परिवार में नहीं रह सकता और मैं पार्टी से अलग हो रहा हूं। मैं उस परिवार की बुराई भी नहीं करूंगा, जिस परिवार या पार्टी में मैं रहा हूं। मैं जनता के बीच में जाऊंगा और जनता जो भी फैसला करेगी, वह मानूंगा। 7 बार लडे चुनाव, दो बार जीते
जेपी ने 3 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें से वे एक चुनाव जीते। 3 बार ही आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े, इसमें से वे एक चुनाव जीते। एक चुनाव उन्होंने हजकां की टिकट पर भी लड़ा था और हार गए थे। 1987 से लड़ते आ रहे है चुनाव, सिर्फ 2019 में नहीं लड़ा
जयप्रकाश गुप्ता ने 1987 में कांग्रेस की टिकट पर करनाल से इलेक्शन लड़ा था और 5201 वोटों से हार गए थे। 1991 में कांग्रेस की टिकट पर 19,687 वोटों से जीते। 1996 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े और 8418 वोटों से हार गए। 2000 में आजाद उम्मीदवार के तौर पर जयप्रकाश ने चुनाव लड़ा और 3733 वोटों से जीते। 2005 में फिर आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में आए और 33,997 वोटों से हार गए। 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन 3731 वोटों से हार मिली। मनोहर लाल के सामने लड़ा था चुनाव
2014 में फिर आजाद प्रत्याशी के रूप में आए और बीजेपी के मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़े, हालांकि 63,773 वोटों से हार गए। 2019 में जयप्रकाश बीजेपी में शामिल हो गए थे और कोई चुनाव नहीं लड़ा। 2024 में उम्मीद थी कि जयप्रकाश को टिकट मिलेगा, लेकिन उनका टिकट काट दिया। जिससे नाराज होकर उन्होंने बीजेपी को अब अलविदा कह दिया और अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है। क्या अपने फायदे के लिए ज्वाइन करवा दी थी बीजेपी?
जयप्रकाश गुप्ता 2014 तक चुनाव लड़ते रहे। 2014 में उन्होंने मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। 2019 के चुनाव में भी मनोहर लाल मैदान में थे, ऐसे में दोबारा से जयप्रकाश गुप्ता चुनावी मैदान में न खड़े हो जाए और उन्हें टक्कर न दे दे, इसको देखते हुए मनोहर लाल ने उन्हें बीजेपी में शामिल करवा दिया। जिसका फायदा मनोहर लाल को मिला। अब जयप्रकाश बीजेपी से अलग हो चुके है और वह किसका समर्थन करते है, उससे बीजेपी के प्रत्याशी के लिए चुनावी राह की मुश्किलें बढ़ सकती है। देखना दिलचस्प होगा कि करनाल विधानसभा का चुनाव जेपी के बीजेपी छोड़ने से क्या मोड़ लेता है।
समालखा में पूर्व विधायक ने शुरू की फ्री बस सेवा:आचार संहिता के चलते बंद की थी, धर्म सिंह छौक्कर हार के बाद बोले- जारी रहेगी
समालखा में पूर्व विधायक ने शुरू की फ्री बस सेवा:आचार संहिता के चलते बंद की थी, धर्म सिंह छौक्कर हार के बाद बोले- जारी रहेगी पानीपत के हल्का समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने फिर से फ्री बस सेवा सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के चलते बसों को बंद कर दिया था। उन्होंने इस सेवा को 2019 में शुरू किया था। अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह सुविधा दोबारा शुरू कर दी गई है। इसकी जानकारी धर्म सिंह छौक्कर ने खुद सोशल मीडिया से दी। इसी कड़ी में बुधवार को महिला स्पेशल दो बसों को पुराना बस स्टैंड से कार्यकर्ताओं ने झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस बार पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर की विधानसभा चुनाव में हार होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बस सेवा जारी रहेगी। इस महिला एक्सप्रेस बस में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से कनेक्ट है, इसके जरिए परिजन अपने-अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे। ये दोनो बसें प्रतिदिन बस स्टैंड से चलेंगी।