<p>बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी का संकल्प पत्र पार्ट टू का का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी का संकल्प पत्र दिल्ली को विकसित करने वाला है. </p> <p>बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी का संकल्प पत्र पार्ट टू का का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी का संकल्प पत्र दिल्ली को विकसित करने वाला है. </p> दिल्ली NCR चारधाम जाने वालों की जेब होगी ढीली! अब गाड़ियों पर ये टैक्स लगाएगी सरकार, ऐसे कटेंगे रुपये
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‘साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में…’, NCP विधायक जीशान सिद्दीकी का महाविकास आघाडी पर निशाना
‘साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में…’, NCP विधायक जीशान सिद्दीकी का महाविकास आघाडी पर निशाना <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनावों के लिए अपने 65 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. जिसमें वांद्रे पूर्व सीट से वरुण देसाई को टिकट दिया गया है. वे बाबा सिद्दीकी के जीशान सिद्दीकी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. जिसको लेकर सिद्दीकी की प्रतिक्रिया आई है उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि सुना है पुराने दोस्तों ने वांद्रे पूर्व में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में था ही नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिश्ता उसी से रखो जो इज़्ज़त और सम्मान दे, मतलब की भीड़ बढ़ाने का कोई फ़ायदा नहीं. अब फैसला जनता लेगी. बता दें कि जीशान सिद्दीकी इस सीट पर पिछले चुनावों में कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की थी. लेकिन अब वे अजित पवार गुट में शामिल हो चुके हैं. 12 अक्टूबर को उनके पिता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>सुना है पुराने दोस्तों ने वांद्रे पुर्व में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है । साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में था ही नहीं। <br /><br />“रिश्ता उसी से रखो जो इज़्ज़त और सम्मान दे, <br />मतलब की भीड़ बढ़ाने का कोई फ़ायदा नहीं।”<br /><br />अब फैसला जनता लेगी!!!!</p>
— Zeeshan Siddique (@zeeshan_iyc) <a href=”https://twitter.com/zeeshan_iyc/status/1849142255694889296?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 23, 2024 </a>
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[/tw]</blockquote>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पवार ने वांद्रे पूर्व सीट पर नहीं किया नाम का ऐलान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं दूसरी तरफ अजित पवार 38 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुके हैं. लेकिन उन्होंने वांद्रे पूर्व सीट पर अभी प्रत्याशी नहीं उतारा है. इस सीट से जिशान सिद्दीकी विधायक हैं. जिशान बांद्रा पूर्व सीट से ही चुनाव लड़ने की तैयारी की है. चुनावी कैंपेन के दौरान जिशान के पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई है. ऐसे में अब जिशान का नाम एनसीपी की लिस्ट में न आने से बांद्रा पूर्व सीट को लेकर पेच फंसा नजर आ रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना (शिंदे)-BJP भी इस सीट पर कर रही दावा</strong><br />इस सीट पर शिवसेना (शिंदे) और बीजेपी दोनों ही पार्टियां दावा कर रही है. शिवसेना (शिंदे) की तरफ से कहा गया है कि ये सीट उनकी परंपरागत सीट रही है. वहीं बीजेपी इस सीट पर त्रिपुति सावंत को लड़वाना चाहती है. माना जा रहा है इसी वजह से अजित पवार ने इस सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. वांद्रे पूर्व सीट का पेच कब सुलझता है ये देखने वाली बात होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”उद्धव ठाकरे ने जीशान सिद्दीकी की सीट पर भी उतारा उम्मीदवार, पढ़ें लिस्ट की 10 बड़ी बातें” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/uddhav-thackeray-shiv-sena-ubt-list-2024-zeeshan-siddique-vandre-east-vidhan-sabha-2809529″ target=”_blank” rel=”noopener”>उद्धव ठाकरे ने जीशान सिद्दीकी की सीट पर भी उतारा उम्मीदवार, पढ़ें लिस्ट की 10 बड़ी बातें</a></strong></p>
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कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के काफिला का एक्सीडेंट:मंत्री को आई गंभीर चोट, अस्पताल में भर्ती; डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के काफिला का एक्सीडेंट:मंत्री को आई गंभीर चोट, अस्पताल में भर्ती; डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे प्रतापगढ़ और रायबरेली बॉर्डर के करिहा बाज़ार के पास कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के काफिले एक्सीडेंट हो गया है। हादसे में मंत्री को गंभीर चोटें आई। काफिले की कई गाड़ियां छतिग्रस्त हुई है। जिले मेडिकल कॉलेज में मंत्री को भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। डीएम और एसपी जिला मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद सड़क हादसे में घायल हो गए। बुधवार को वह प्रतापगढ़ में समीक्षा बैठक करने के लिए आ रहे थे। रास्ते में हादसा हो जाने से वह घायल हो गए। आनन फानन में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसे की जानकारी होते ही पार्टी के तमाम पदाधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन और महकमे के आला अधिकारी पहुंच गए। खबर अपडेट की जा रही है।
गोरखपुर: धान और गेहूं की खेती में घटेगी लागत, बढ़ेगा उत्पादन, इरी ने गोरखपुर में शुरू की परियोजना
गोरखपुर: धान और गेहूं की खेती में घटेगी लागत, बढ़ेगा उत्पादन, इरी ने गोरखपुर में शुरू की परियोजना <p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (इरी) के सहयोग से पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान और गेहूं की खेती भविष्य के अनुकूल होगी. इससे खेती की लागत घटेगी और उत्पादकता बढ़ेगी. इरी ने इस दिशा में महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) चौक माफी पीपीगंज और गोरखनाथ मंदिर के चौक बाजार (महराजगंज) स्थित 500 एकड़ के फार्म के साथ अनुसंधान परियोजना पर काम शुरू कर दिया है. इस परियोजना के सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं. इरी ने महायोगी केवीके चौक माफी और चौक बाजार, महराजगंज स्थित फार्म के एक हिस्से पर इस सीजन में धान की सीधी बुआई कराई. इससे खरपतवार से मुक्ति तो मिली ही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इरी के साउथ एशिया रीजनल सेंटर (वाराणसी) के डायरेक्टर डॉ. सुधांशु सिंह के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने चौक बाजार स्थित फार्म पर धान की खेती का निरीक्षण किया और अब तक किए गए प्रयोग/अनुसंधान के परिणाम का मूल्यांकन किया. निरीक्षण और मूल्यांकन के बाद डॉ. सुधांशु सिंह ने बताया कि फार्म के एक हिस्से पर समय रहते मशीन से धान की सीधी बुआई कराई गई थी. इसके कारण फसल में खरपतवार नहीं लगे हैं. सीधी बुआई से रोपाई की लागत बच गई है. उन्होंने बताया कि समय पर धान की सीधी बुआई करा दी जाए तो प्रति एकड़ 10 से 15 हजार रुपये की लागत कम हो जाएगी. <br /> <br /><strong>धान की कई किस्मों का किया जा रहा अनुसंधान</strong><br />इरी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, महायोगी गोरखनाथ केवीके के साथ मिलकर धान की ऐसी खेती की प्रविधि पर काम कर रहा है, जिससे मीथेन का उत्सर्जन कम हो, खाद और सिंचाई की लागत घटे और उत्पादकता में गुणात्मक और मात्रात्मक वृद्धि हो, इसके लिए धान की कई किस्मों को लेकर अनुसंधान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि गेहूं की बुआई समय पर होनी चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>15 नवंबर के बाद गेहूं की बुआई करने पर 40 से 45 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रति दिन की उत्पादकता गिरती है. डॉ. सुधांशु ने बताया कि इरी पूर्वी उत्तर प्रदेश में सहफसली और मिश्रित खेती को लेकर भी विशेष परियोजना पर काम कर रहा है. आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के साथ कालानमक धान की खेती पर अनुसंधान किया जा रहा है. साथ ही उन्नत, क्लाइमेट स्मार्ट और बायोफर्ट फाइट धान की किस्मों को भी, जिसमें हाई जिंक प्रमुख है, को वर्टिकल कैफेटेरिया में भी लगाया गया है. सभी परियोजनाओं के प्रारंभिक परिणाम सुखद और उत्साहवर्धक आए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/azamgarh-honeytrap-elderly-man-falls-prey-make-video-viral-threatened-know-full-details-ann-2741507″>आजमगढ़: हनीट्रैप का शिकार हुए बुजुर्ग, वीडियो वायरल करने की दी धमकी, जानें पूरी डिटेल</a></strong></p>