Delhi Metro: तुगलकाबाद स्टेशन को साउथ दिल्ली के मेट्रो हब के रूप में हो रहा विकसित, क्या होंगी सुविधाएं?

Delhi Metro: तुगलकाबाद स्टेशन को साउथ दिल्ली के मेट्रो हब के रूप में हो रहा विकसित, क्या होंगी सुविधाएं?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Metro Latest News:</strong> कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर के बीच &lsquo;इंटर-कनेक्टिविटी&rsquo; की सुविधा के लिए तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन को दक्षिण दिल्ली के नए &lsquo;मेट्रो हब&rsquo; के रूप में विकसित किया जा रहा है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, मौजूदा स्टेशन को ऊपर किया जा रहा है, नया स्टेशन भूमिगत होगा और एक भूमिगत मार्ग भुगतान क्षेत्र के माध्यम से दो निकटवर्ती स्टेशनों को जोड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने कहा, &lsquo;&lsquo;कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह कॉरिडोर (लाइन-6 वायलेट) और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर के बीच इंटर-कनेक्टिविटी को सुविधाजनक बनाने के लिए तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन को चौथे चरण में इंटर-चेंज स्टेशन में बदला जा रहा है. &rsquo;&rsquo; अधिकारियों ने कहा कि एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में चार एलिवेटेड स्टेशन और 11 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर में एरोसिटी, छतरपुर, साकेत जी ब्लॉक और तुगलकाबाद में चार इंटरचेंज स्टेशन होंगे, जो इसे डीएमआरसी नेटवर्क के सबसे महत्वपूर्ण कॉरिडोर में से एक होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2026 तक नए 65 किलोमीटर नेटवर्क को चालू करने का लक्ष्य</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली मेट्रो विस्तार के तहत चौथे चरण की परियोजना के सभी तीन प्राथमिकता वाले गलियारों पर 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है. कहा गया है कि 2026 तक नए 65 किलोमीटर नेटवर्क को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. दिल्ली मेट्रो रेल कोरपोरेशन के आधिकारियों ने बताया कि विस्तार के चौथे चरण की परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और 65 किलोमीटर नयी लाइनों वाले सभी तीन प्राथमिकता वाले गलियारों को 2026 तक संचालित करने का लक्ष्य है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने कहा कि विस्तार के चौथे चरण की परियोजना पर हालांकि दिसंबर 2019 में कार्य शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना महामारी और पेड़ों को काटने की अनुमति मिलने में देरी के कारण 2020 से 2022 तक प्रगति काफी प्रभावित हुई. एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि विस्तार परियोजना पर पिछले डेढ़-दो साल से ही काम चल रहा है. डीएमआरसी के कॉरपोरेट संचार के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, “फिलहाल, तीनों गलियारों पर 50 प्रतिशत से अधिक काम हो चुका है. मजलिस पार्क-मौजपुर गलियारे पर लगभग 80 प्रतिशत सिविल कार्य पूरा हो चुका है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अनुज दयाल ने कहा, “एरोसिटी-तुगलकाबाद (गोल्डन लाइन) और जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग (मैजेंटा लाइन) कॉरिडोर के विभिन्न हिस्सों पर सुरंग बनाने का काम प्रगति पर है.” उन्होंने कहा कि मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर भी अगले साल खुलने की संभावना है. प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के शेष हिस्से 2026 तक चरणबद्ध तरीके से खुलने की उम्मीद है. अधिकारी ने हालांकि दावा किया कि कुछ स्थानों पर पेड़ों की कटाई और भूमि अधिग्रहण के लिए कुछ अनुमतियां अब भी लंबित हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Metro Latest News:</strong> कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर के बीच &lsquo;इंटर-कनेक्टिविटी&rsquo; की सुविधा के लिए तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन को दक्षिण दिल्ली के नए &lsquo;मेट्रो हब&rsquo; के रूप में विकसित किया जा रहा है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, मौजूदा स्टेशन को ऊपर किया जा रहा है, नया स्टेशन भूमिगत होगा और एक भूमिगत मार्ग भुगतान क्षेत्र के माध्यम से दो निकटवर्ती स्टेशनों को जोड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने कहा, &lsquo;&lsquo;कश्मीरी गेट-राजा नाहर सिंह कॉरिडोर (लाइन-6 वायलेट) और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर के बीच इंटर-कनेक्टिविटी को सुविधाजनक बनाने के लिए तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन को चौथे चरण में इंटर-चेंज स्टेशन में बदला जा रहा है. &rsquo;&rsquo; अधिकारियों ने कहा कि एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में चार एलिवेटेड स्टेशन और 11 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर में एरोसिटी, छतरपुर, साकेत जी ब्लॉक और तुगलकाबाद में चार इंटरचेंज स्टेशन होंगे, जो इसे डीएमआरसी नेटवर्क के सबसे महत्वपूर्ण कॉरिडोर में से एक होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2026 तक नए 65 किलोमीटर नेटवर्क को चालू करने का लक्ष्य</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि दिल्ली मेट्रो विस्तार के तहत चौथे चरण की परियोजना के सभी तीन प्राथमिकता वाले गलियारों पर 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है. कहा गया है कि 2026 तक नए 65 किलोमीटर नेटवर्क को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. दिल्ली मेट्रो रेल कोरपोरेशन के आधिकारियों ने बताया कि विस्तार के चौथे चरण की परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और 65 किलोमीटर नयी लाइनों वाले सभी तीन प्राथमिकता वाले गलियारों को 2026 तक संचालित करने का लक्ष्य है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने कहा कि विस्तार के चौथे चरण की परियोजना पर हालांकि दिसंबर 2019 में कार्य शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना महामारी और पेड़ों को काटने की अनुमति मिलने में देरी के कारण 2020 से 2022 तक प्रगति काफी प्रभावित हुई. एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि विस्तार परियोजना पर पिछले डेढ़-दो साल से ही काम चल रहा है. डीएमआरसी के कॉरपोरेट संचार के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा, “फिलहाल, तीनों गलियारों पर 50 प्रतिशत से अधिक काम हो चुका है. मजलिस पार्क-मौजपुर गलियारे पर लगभग 80 प्रतिशत सिविल कार्य पूरा हो चुका है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अनुज दयाल ने कहा, “एरोसिटी-तुगलकाबाद (गोल्डन लाइन) और जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग (मैजेंटा लाइन) कॉरिडोर के विभिन्न हिस्सों पर सुरंग बनाने का काम प्रगति पर है.” उन्होंने कहा कि मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर भी अगले साल खुलने की संभावना है. प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के शेष हिस्से 2026 तक चरणबद्ध तरीके से खुलने की उम्मीद है. अधिकारी ने हालांकि दावा किया कि कुछ स्थानों पर पेड़ों की कटाई और भूमि अधिग्रहण के लिए कुछ अनुमतियां अब भी लंबित हैं.</p>  दिल्ली NCR Uttarakhand News: राजस्व विभाग की समीक्षा में सीएम धामी का निर्देश, 15 जुलाई तक हो ऑनलाइन खतौनी संबंधित व्यवस्था